Posted on 18 October 2012 by admin
उत्तर प्रदेष के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आज़म खाॅं ने आज यहाॅं बताया कि इलाहाबाद जिले में 40 माइक्राॅन से कम मोटाई के पाॅलीथीन के उपयोग तथा विक्रय पर राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
श्री खाॅं ने बताया कि इस संबंध में शासन की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने राज्य विधिक प्राधिकरणों के कार्यपालक अध्यक्षों एवं सदस्य सचिवों को निर्देंष दिया है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 एवं 21 को दृष्टिगत रखते हुए, भारत के समस्त पात्र नागरिकों को विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के प्राविधानों के अनुसार कानूनी सहायता दिया जाय। इसमें राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण आवष्यक कार्यवाही करें।
यह जानकारी विषेष सचिव न्याय उत्तर प्रदेष ने दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
उत्तर प्रदेष सरकार की मंषा है कि हर हाथ को काम मिले, प्रदेष में उद्योगों का विकास हो और विदेषी पूॅंजी निवेष बढ़े। प्रदेष के हस्तषिल्प एवं अन्य पारम्परिक उत्पादों की ब्राण्ड इमेज को विकसित करने एवं प्रदेष से मध्यपूर्व एषिया के देष में निर्यात को बढ़ावा दिये जाने के उद्देष्य से एक प्रतिनिधि मण्डल लघु उद्योग राज्य मंत्री केे साथ गत दिनों मध्य जापान के दौरे पर गया था जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्यात के क्षेत्र में रूचि रखने वाले आगरा, मुरादाबाद, अलीगढ़ आदि जिलोें के 10 उद्यमी/हस्तषिल्पी शामिल थें। जापान के उद्यमियों के भारत आने से विदेषी करेंसी आयेगी और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
यह बात आज यहाॅं बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण गंगवार ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान कही उन्होंने कहा कि जापान में ‘‘ताकाषिमाया’’ के बड़े-बड़े शहरों में माॅल बने हुए हंै। उनके प्रबंधकों ने उ0 प्र0 के हस्तषिल्प उद्यमियों के आफर को स्वीकार करतेे हुए हस्तषिल्प उत्पादों का आयात करने की बात कही हंै। उन्होंने कहा कि जूते के व्यवसायी भी वहाॅं गये थे, और उनके द्वारा एम0 ओ0 यू0 साइन किया गया। ताकाषिमाया के प्रबंधकों ने लखनऊ से चिकन के उत्पाद आयात करने की बात कही। जापान के कई उद्यमी प्रदेष में उद्योग लगाने के लिए लालायित दिखे।
श्री गंगवार ने कहा कि जापान के उद्यमियों को यह आष्वस्त किया गया कि प्रदेष सरकार बाहरी उधमियों को उद्योग स्थापित करने हेतु विषेष सुविधा उपलब्ध करा रही है। उन्हें यह भी अवगत कराया गया है कि उ0 प्र0 आबादी के लिहाज से विष्व का पाॅंचवा देष है। यहाॅं पर उपभोक्ताओं की बड़ी संख्या है और मानव संसाधन आसानी से उपलब्ध है। वहाॅं के कुछ उद्यमियों द्वारा यहाॅं के भोजन और भाषा की समस्या उठाई गई थी इस पर उन्हें बताया गया कि प्रदेष मे औद्योगिक ईकाई स्थापित करने के लिए बड़ी संख्या में भूमि उपलब्ध हैं। आप लोग चाहे तो छोटा मेाटा अपना औद्योगिक षहर स्थापित कर सकते है, जिससे भाषा और भोजन की समस्या समाप्त हो जायेगी। उन्होंने बताया कि वहाॅं के कोबे चैम्बर अॅाफ कामर्स एण्ड इडस्ट्रीज, ओसामा चैम्बर आफ कामर्स एवं क्योटो संग्रहालय का भ्रमण करके वहाॅं के प्रतिनिधियों से वार्ता की गई। कोबे और ओसामा के चैम्बर आफ कामर्स द्वारा उ0 प्र0 में उद्योग लगाने तथा भारत के साथ व्यापार बढ़ाने पर बल दिया गया। ताकाषिमाया के प्रबन्धकों ने उ0 प्र0 से हस्तषिल्प के उत्पाद को क्रय करने में काफी रूचि दिखाई है। इसके सार्थक परिणाम शीघ्र ही सामने आयेगें।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव लघु उद्योग श्री मुकुल सिंघल विषेष सचिव श्री विजय कान्त दुबे, संयुक्त निर्यात आयुक्त श्री के0 पी0 मिश्रा आदि अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
नए दौर की अग्रणी जीवन बीमाकर्ता, एसबीआई लाइफ जल्द ही सेविग्ंस, सुरक्षा और पेंशन के क्षेत्रों में ढेर सारी योजनाओं का आरंभ करेगी। इन उत्पादों को मान्यता के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथाॅरिटी (आईआरडीए) के पास फाइल किया गया है।
डाॅ. अतनु सेन, एमडी और सीईओ, एसबीआई लाइफ ने कहा, ’’हम आईआरडीए की स्वीकृति के पश्चात जल्द ही चार नए उत्पादों का आरंभ करेंगे। इस प्लान्स में शामिल है, फैमिली इनकम प्रोटेक्शन प्लान, मंथली इनकम सेविंग्स प्लान, ट्रेडिशनल पेंशन प्लान और मार्केट लिंक्ड प्लान (यूलिया) जो युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है। ये उत्पाद हमारे प्लान्स के मौजूदा समूह को सक्षम करेंगे, जिसकी बदौलत ग्राहकों को अपनी पसंद चुनने के लिए व्यापक विकल्प मिलेंगे।’’
ये उत्पाद एसबीआई लाइफ के मल्टी डिस्ट्रिब्यूशन चैनल्स के जरिए उपलब्ध होगें जिसमें बैंकाश्योरेंस - स्टेट बैंक की शाखाओं द्वारा रिटेल एजेंसी और इंस्टीट्यूशनल अलायंसेस (संस्थागत गठजोड) शामिल है।
टपनी उपस्थिति का विस्तार जारी रखते हुए एसबीआई लाइफ ने वित वर्ष 2012-13 के दौरान 39 नई शाखाओं की बढोत्तरी की है और 14000 अतिरिक्त इंश्योरेंस एडवाइजर्स और 2000 सर्टिफाइड इंश्योरेंस फैसिलिटेटर्स को भर्ती किया है।
पिछले वित वर्ष 2011-12 के दौरान, एसबीआई लाइफ ने विभिन्न प्रकार की जरूरतों के आधार पर अनेक नए उत्पादों को प्रस्तुत किया। इनमें शामिल थे हेल्थ इंश्योरेंस - हाॅस्पिटल कैश, वैरिएबल इंश्योरेंस - फ्लेक्सी स्मार्ट, ट्रेडिशनल सेविंग्स - स्मार्ट मनी बैंक और इमिजिएट एन्यूइटी - एन्यूइटी प्लस, अपने ग्राहक केंद्रित उपक्रमों के क्रम में कंपनी ने भारतीय वित्तीय क्षेत्र में अपनी तरह की पहली खास बहुभाषी वेबसाइट आरंभ की नौ प्रमुख भारतीय भाषाओं - हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड और पंजाबी में यह बहुभाषी वेबसाइट दिनोदिन बढते इंटसेट का अयोग करने वाले विशाल भारतीय जनसंख्या समूह से संवाद की जरूरत का समाधान करती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
भाषा संवर्धनात्मक पाठ्यक्रम में उठा सवाल
”केंद्रीय हिंदी संस्थान में हिंदी सीखने के लिए प्रवेश के मानकों एवं पाठ्यक्रम में परिवर्तन होने चाहिए। तभी हिंदी शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो पाएगा।”
यह बात आज केंद्रीय हिंदी संस्थान के नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग की ओर से आयोजित तीस दिवसीय भाषा संवर्धनात्मक पाठ्यक्रम के समापन अवसर पर संस्थान के नजीर सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में संस्थान के प्रोफेसर हरिशंकर ने कही। यह पाठ्यक्रम मिजोरम हिंदी शिक्षक-प्रशिक्षण महाविद्यालय, आइजोल के इकतीस प्रशिक्षणार्थियों को लेकर अठारह सितंबर से आयोजित था।
प्रो. हरिशंकर ने मुख्य अतिथि के आसन से कहा कि हिंदी का अध्यापक होने के लिए भाषा की विशेषज्ञता होनी आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से हिंदी सीखने के लिए हिंदी बोलने व लिखने का निरंतर अभ्यास करने को कहा। उन्होंने कहा कि बार-बार गलतियाँ करके ही किसी भाषा को सीखा जा सकता है और इसके लिए निर्मम आत्मावलोकन जरूरी है।
प्रो. हरिशंकर से सहमत होते हुए नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग की अध्यक्ष प्रो. सुशीला थॉमस ने कहा कि हमने विभाग में कौशलपरक पाठ्यक्रम का विकास करने की भरसक कोशिश की है। इसका सकारात्मक परिणाम हमने छात्र-छात्राओं की उत्तर-पुस्तिकाओं में देखा है।
प्रो. थॉमस ने विद्यार्थियों को अधिक से अधिक मुद्रित सामग्री पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हिंदी संस्थान को देश के विभिन्न भू-भागों की संस्कृतियों के आदान-प्रदान का एक सुंदर मंच बताया।
मिजोरम से विद्यार्थियों के साथ आए उनके मार्गदर्शक श्री दिनेश द्विवेदी ने एक माह व्यापी इस कार्यक्रम को उत्साहप्रद बताया। उनका कहना था कि इस एक माह में उनके प्रशिक्षणार्थी सड़क से लेकर बाजार तक हिंदी के प्रेरणास्पद वातावरण में रहे, जो मिजोरम में रहकर शायद संभव नहीं हो पाता। उन्होंने संस्थान के शिक्षकों का तहेदिल से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे प्रशिक्षणार्थी अपने प्रांत में जाकर उनके ज्ञान का सदुपयोग करेंगे और हमेशा कृतज्ञ रहेंगे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष और संस्थान के कुलसचिव डॉ. चंद्रकांत त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में प्रो. हरिशंकर द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सहमति जाहिर करते हुए उन्हें विचारणीय बताया। डॉ. त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि आपसी बातचीत और व्यवहार में हिंदी को लाए बगैर आप हिंदी नहीं सीख सकते। किसी भी भाषा को सीखने के लिए उसका निरंतर अभ्यास और उपयोग जरूरी है। हिंदी की पत्र-पत्रिकाओं का नियमित अध्ययन भी भाषा सीखने में सहायक होगा।
कार्यक्रम के बीच पर - परीक्षण में विजयी प्रतिभागी पुरस्कृत किए गए। कार्यक्रम का संचालन
डॉ. प्रमोद रावत ने किया। धन्यवाद ज्ञापन दिया डॉ. भरत सिंह पमार ने।
मालूम हो कि मिजोरम के प्रशिक्षणार्थियों के लिए आयोजित इस माह व्यापी पाठ्यक्रम में प्रो. सुशीला थॉमस ने हिंदी संरचना और भाषा, प्रो. हरिशंकर ने शिक्षा मनोविज्ञान, डॉ. के.जी. कपूर ने पाठ-नियोजन,
डॉ. अजेय पंडित ने हिंदी साहित्य और भाषा परिमार्जन, डॉ. प्रमोद रावत ने भाषा विज्ञान और डॉ. देवीसिंह देवड़ा ने हिंदी साहित्य का अध्यापन किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
ऽ यह ब्रान्ड मूसली, शिलाजीत, और सोने सहित दूसरी शक्तिदायक औषधियों के साथ दोबारा लाॅन्च किया गया।
ऽ मलाईका अरोड़ा ख़ान इसकी ब्रान्ड एम्बेसडर नियुक्त हुईं।
भारत की अग्रगामी प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हेल्थ केयर कंपनी डाबर इन्डिया लि. भारत के पहले शक्तिदायक ब्रान्ड ‘थर्टी प्लस’ क¨ वापस मार्किट में ला रहा है । डाबर ने आज आपके स्वास्थ्य को नई शक्ति और ऊर्जा देने वाले ब्रान्ड ‘थर्टी प्लस’ क¨ एक यंगीन अवतार में दोबारा लाॅन्च करने की घोषणा की। नए यंगीन अवतार वाले ‘थर्टी प्लस’ क¨ आज के समय के अनुसार शारीरिक शक्ति की जरुरत को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
डाबर ने बाॅलिवुड सिने सेलिब्रिटी मलाईका अरोड़ा खान को ‘थर्टी प्लस’ का नया ब्रान्ड एम्बेसडर नियुक्त किया है। ‘थर्टी प्लस’ का नया फाॅर्मुलेशन शक्तिदायक और ऊर्जा देने वाली विभिन्न आर्युवेदिक औषधियों का शक्तिशाली मिश्रण है, जो सभी 30-वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुषों को दोबारा से नई शक्ति देकर उनमें युवापन का एहसास जगा देता है।
डाबर इन्डिया लि. के कैटेगरी हेड-ओटीसी बिज़नेस श्री अनिल वी. कौशल ने बताया, ‘‘थर्टी प्लस एक विश्वसनीय हेल्थ रिवाईटलाईज़र ब्रान्ड है, जिसे कुछ समय पूर्व डाबर ने अधिगृहीत किया था। प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हेल्थकेयर में डाबर की विशेषज्ञता का उपयोग कर हमने इस उत्पाद को नई ऊर्जा देकर आज के 30-वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुषों के लिए इसे अधिक उपयुक्त बनाया है। इसमें शक्तिशाली तत्वों जैसे सोना, मूसली और शिलाजीत का प्रयोग किया गया है। आज के व्यस्त जीवन के कारण भारत में 30-वर्षीय युवाओं की जरुरतें काफी अलग हो गई हैं। बाहरी कारण जैसे काम का बोझ, तनाव, डेडलाईन आदि पुरुषों की दिनभर की ऊर्जा को खत्म कर देते हैं, और यह शाम को परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की क्षमता को भी प्रभावित करते हैं। आज ऐसा कोई भी उत्पाद उपलब्ध नहीं है, जो इस कमी को पूरा करता हो। डाबर ‘थर्टी प्लस’ में एैसे तत्व हंै, जो आपको युवापन का अहसास देने के साथ-साथ आपकी शक्ति, सामथ्र्य और ताकत को नियन्त्रित करने में मदद करते हैं। यह आपको दिन और रात ऊर्जा देकर, नवीन शक्ति प्रदान करता है और आपके शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। और आप दोबारा से ‘यंगीला’ महसूस करते हैं।
डाबर ‘थर्टी प्लस’ ब्रान्ड को नए कम्यूनिकेशन ‘हो जा यंगीला रे!’ के साथ लाॅन्च किया गया है। यह नया अभियान बाॅलिवुड संुदरी मलाईका अरोड़ा खान प्रस्तुत करंेगी। यह जल्द ही प्रसारित होने लगेगा। उच्च ऊर्जा वाला यह रोचक अभियान अधेड़ उम्र के एक व्यक्ति के ऊपर बनाया गया है, जो ताकत और सामथ्र्य के लिए खुद से ही जंग करता है। वह अपने काल्पनिक युवा स्वरुप के साथ कदम नहीं मिला पाता है और हर बार खुद को हारा हुआ महसूस करता है। डाबर ‘थर्टी प्लस’ से शक्ति प्राप्त कर वह तैयार हो जाता है, और जब जरुरत पड़ती है तो वह मलाईका अरोड़ा खान को बिल्कुल फिल्मी स्वरुप में प्रभावित करने के लिए अपनी शक्ति और हीरोईज़्म का प्रदर्शन करता है।
डाबर इन्डिया लि. के बारे मेंः
डाबर इन्डिया लि. भारत की अग्रगामी एफएमसीजी कंपनी है। पिछले 127 सालों से गुणवत्ता और अनुभव की विरासत के साथ डाबर आज भारत का सबसे विश्वसनीय नाम है और विश्व की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक और नैचुरल हेल्थकेयर कंपनी है। डाबर इन्डिया के एफएमसीजी पोर्टफोलियो में पांच मुख्य ब्रान्ड विभिन्न ब्रान्ड पहचान के साथ उपलब्ध हैं, जैसे- डाबर, सभी हेल्थकेयर उत्पादों के लिए नैचुरल हेल्थकेयर उत्पाद है, वाटिका प्रीमियम हेयर केयर ब्रान्ड है, हाजमोला पाचन के लिए और रियल फलों के रस के लिए होनिटस कफ और जुकाम के लिए और फेम फेयरनेस बीच का ब्रान्ड है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
जिलाधिकारी अजय चैहान ने कलेक्टेªट मुख्यालय पर प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक जनसमस्याओ को सुने जाने हेतु दिवस अधिकारी की तैनाती की है। उन्हांेने दिवस अधिकारी के साथ एक एक अधिकारी को सम्बद्ध अधिकारी तैनात किया है ।
सोमवार को अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) दिवस अधिकारी के साथ नगर मजिस्टेªट को सम्बद्ध अधिकारी के रूप में तैनात किया है मंगलवार को दिवस अधिकारी (भू0अ0) के साथ अपर नगर मजिस्टेªट (द्वितीय) बुधवार को अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) के साथ नगर मजिस्टेªट तृतीय, गुरूवार को अपर जिलाधिकारी (नगर) को दिवस अधिकारी तथा अपर नगर मजिस्टेªट चतुर्थ को सम्बद्ध अधिकारी बनाया हैं।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अपर जिलाधिकारी (ना0आ0) दिवस अधिकारी के साथ अपर नगर मजिस्टेªट (प्रथम) और शनिवार के लिए दिवस अधिकारी अपर जिलाधिकारी (प्रोटोकाल) के साथ अपर उप जिलाधिकारी (सदर) को सम्बद्ध अधिकारी तैनात किया है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
नेडा द्वारा सौर ऊर्जा पर आयोजित प्रदर्शनी में लोगों ने अभिरूचि दिखाई
मुख्य विकास अधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने एत्माद्पुर में आयोजित तहसील दिवस में आयोजित जन समस्याओं की सुनवाई की और अधिकारियो को शिकायतो का समयबद्ध एवं पारदर्शिता के साथ निस्तारण के निर्देश दिये तहसील दिवस एत्माद्पुर में आज 76 आवेदन पत्र/शिकायते प्राप्त हुयी जिसमें से 5 का मौके पर ही निस्तारण कराया गया। उन्हांेने गत तहसील दिवस के प्रकरणों के निस्तारण की भी समीक्षा की ।
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये कि शिकायतांे का गुणवत्ता परक प्रभावी निस्तारण करें ताकि शिकायत कर्ता को बार बार न आना पड़े । उन्होंने कहा की निस्तारण का विवरण भी बेवसाइड पर अपलोड करें और शिकायत कर्ता को भी स्थित से अवगत कराये। उन्हांेने कहा कि शिकायत कर्ता का मोबाइल नम्बर/सम्पर्क हेतु अन्य फोन नम्बर अवश्य आवेदन पर अंकित कराये ताकि वरिष्ठ अधिकारी भी शिकायत कर्ता से निस्तारण की स्थित की जानकारी ले सके।।उन्हांेने ग्रामों में भूमि की पैमाइश तथा अबैध कब्जो की शिकायतो पर पुलिस, राजस्व एवं आवश्यकता अनुसार अन्य विभागो की संयुक्त टीम के साथ मौके पर जाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उन्हांेने कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण के प्रति प्रदेश सरकार बहुत संवेदनशील है और तहसील दिवस के प्रकरणो के निस्तारण की समीक्षा नियमित रूप से शासन स्तर पर भी की जा रही है । तहसील दिवस के अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा अपने पटल/स्टाल लगाये गये। मुख्य विकास अधिकारी ने इस अवसर पर नेडा द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ किया। परियोजना अधिकारी भारत भूषण ने वैकल्पिक ऊर्जा तथा सौर ऊर्जा का प्रचार साहित्य का वितरण कराया । प्रदर्शनी में सोलर लालटेन, सोलर वाटर हीटर, सोलर लाइट, सोलर स्ट्रीट लाइट आदि का प्रदर्शन किया गया । बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शनी में अभिरूचि दिखाई।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (न0अ0) अवधेश प्रताप सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे उप जिलाधिकारी जे0पी0सिंह ने गत तहसील दिवस के निस्तारण का विवरण प्रस्तुत किया
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 18 October 2012 by admin
जिला विकलांग कल्याण अधिकारी गणेश प्रसाद ने जनपद के उन विकलांग जनो को सूचित किया है कि जिनके खाते डाक घर एवं जिला सहकारी बैंक के माध्यम से विकलांग पंेशन प्राप्त कर रहे है। वह विकलांग जन किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खोलकर यथाशीघ्र एक सप्ताह के अन्दर विकास भवन स्थित कार्यालय में उपलब्ध कराये। राष्ट्रीयकृत बैंक खाता उपलब्ध न कराने पर पेंशन निरस्त कर दी जायेगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित विकलांक जन की होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 17 October 2012 by admin
उ.प्र. के किसानों के हित में लगातार पाँच वर्षो तक बीज उपलब्ध कराने के लिए एक अनुबन्ध उ.प्र. कोआपरेटिव फेडरेशन लि0, (पी.सी.एफ.) की प्रबंध निदेशक श्रीमती संध्या तिवारी एवं कृषक भारती कोआपरेटिव लि. (कृभको) के विपणन निदेशक एन.एस. राव के मध्य वित्तीय वर्ष 2012-13 से अगले पांच वर्षो अर्थात वर्ष 2017-18 तक के लिए खरीफ एवं रबी की फसलों हेतु प्रमाणित बीजों की आपूर्ति हेतु यह सहमति ज्ञापन-पत्र हस्ताक्षरित किया गया। अनुबन्ध पर पीसीएफ के महाप्रबधंक अशोक कुमार एवं कृभकों के मुख्य राज्य प्रबंधक विपणन डा. सुरेन्द्र सिंह ने हस्ताक्षर किया। इस अवसर पर पी.सी.एफ. के महाप्रबंधक रवीन्द्र सिंह एवं कृभको के उप महाप्रबंधक टी.एस.राव और मुख्य प्रबंधक विपणन एन.पी. शर्मा उपस्थित रहे। सहकारी समितियों एवं अपने निजी कृषक सेवा केन्द्रों के लिए केन्द्रांे से किसानांे को प्रमाणित बीजों की बिक्री करने के लिए उपरोक्त वर्णित अवधि में प्रमाणित बी5 इस सहमति पत्र में वर्णित शर्तो एवं प्रतिबन्धों के आधीन क्रय किये जायेगें।
जिसके अन्तर्गत कृभकों द्वारा रबी वर्ष 2012-13 में पीसीएफ को 1,00,000 कु. प्रमाणित गेहूॅ बीज आपूर्ति किया जायेगा, एवं वित्तीय वर्ष 2013-14 से कृभकों 1,20,000 कु. गेहूॅ प्रमाणित बीज लगभग 4000 कु. चना, मटर, मसूर और लगभग 5000 कु. धान प्रमाणित बीज पीसीएफ को आपूर्ति करेगा अतः वर्ष 2013-14 से वर्ष 2017-8 तक यह मात्रा 20 प्रतिशत बढ़ाई जायेगी। फसलवार मात्रा का निर्धारण अक्टूबर 2012,13,14,15,16 में लिखित आपसी सहमति के आधार पर किया जायेगा तदानुसार ही गेहूॅ, चना, मटर, मसूर, एवं धान के प्रमाणित बीज की आपूर्ति की जायेगी। उक्त मात्रा कृषि विभाग द्वारा आगामी प्रत्येक खरीफ एवं रबी हेतु निर्धारित की जाने वाले अनुदानित बीज की मात्रा के आधीन हागी तथा तद्नुसार उक्त मात्र में कमी/वृद्धि की जा सकती है। जिसकी सूचना कृषि विभाग से नीति-निर्धारण/आवंटन प्राप्त होते ही पीसीएफ स्तर से कृभकों को दी जायेगी। पीसीएफ पर कृभको से मांग के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 तक बीजों की आपूर्ति प्राप्त करना बाध्यकारी होगा।
कृभकों द्वारा उत्पादित बीजों पर प्रथम प्रभार पीसीएफ का होगा अर्थात् कृभकों द्वारा स्वयं उत्पादित बीजों की मात्रा में से प्रथमतः पीसीएफ की माॅग का पूर्ति करनी होगी। कृभकों द्वारा पीसीएफ को आपूर्ति किये जाने वाले सभी प्रकार के प्रमाणित बीज उनके द्वारा स्वयं उत्पादित होगें तथा राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा प्रमाणित एवं उक्त संस्था एवं बीज अधीनियम 1966 (यथा संशोधित) द्वारा निर्धारित मानकों एवं उपबन्धों कें अनुरूप होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com