Archive | September 25th, 2012

कृषक दुर्घटना बीमा योजना

Posted on 25 September 2012 by admin

उत्तर प्रदेष में जनता दुर्घटना बीमा योजना का नमा परिवर्तित कर ‘‘कृषक दुर्घटना बीमा योजना कर दिया गया है। यह योजना उत्तर प्रदेष के सभी खातेदार और सह खातेदार किसानों के लिए चलाई जा रही है। इस योजना से प्रदेष के लगभग 2.5 करोड़ खातेदार और सह खातेदार आच्छादित होंगे।
योजना के अंतर्गत कृषक का तात्पर्य राजस्व अभिलेखों अर्थात खतौनी में दर्ज खातेदार और सह खातेदार है। बीमा योजना में 12 वर्ष से 70 वर्ष तक के कृषक आच्छादित होंगे। बीमा का आवरण पूर्व में एक लाख रूपये था जिसे बढ़ाकर अब पांच लाख रूपये कर दिया गया है।
बीमा का लाभ उन खातेदारों और सह खातेदारों को अनुमन्य होगा जिनकी अप्रकृतिक मृत्यु आग, बाढ़, बिजली गिरने, करंट लगने, सांप अथवा किसी जहरीले जन्तु के काटने आदि से हो जाती है। प्राकृतिक मृत्यु के प्रकार, प्रकृति आदि के संबंध में बीमा कम्पनी के द्वारा विवाद उठाए जाने पर संबंधित जिले के जिलाधिकरी का निर्णय अंतिम एवं बाध्यकारी होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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8927 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति की जा रही है

Posted on 25 September 2012 by admin

उत्तर प्रदेश में आज दिन में पावर कारपोरेशन द्वारा 8927 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति की जा रही है।
आज दिन में 2ः00 बजे राज्य विद्युत उत्पादन निगम के विद्युत गृहों से 2237 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था, जिसमें ओबरा से 316 मेगावाट, अनपरा से 1130 मेगावाट, पनकी से 68 मेगावाट,. हरदुआगंज से 171 तथा पारीछा से 552 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था। इसके अलावा 678 मेगावाट जलीय विद्युत का उत्पादन हो रहा था।
पावर कारपोरेशन द्वारा केन्द्रीय क्षेत्र से 4865  मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी। रोजा से 530 मेगावाट तथा बजाज इनर्जी से 108 मेगावाट तथा लैन्को से 509 मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बाढ़ की स्थिति से 6.83 लाख जनसंख्या प्रभावित हुई

Posted on 25 September 2012 by admin

उत्तर प्रदेश में वर्षा के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति से प्रदेश के 15 जनपदों की 43 तहसीलोें के 1030 ग्रामांे की लगभग 6.83 लाख जनसंख्या प्रभावित हुई है। प्रभावित लोगों को 4 करोड़ 27 लाख 59 हजार रुपये की धनराशि अनुग्रह सहायता के रूप में वितरित की जा चुकी है।
यह जानकारी आज यहाँ प्रदेश के राहत आयुक्त श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 147 राहत शिविरों के माध्यम से बाढ़ पीडि़तों को सहायता पहुंचाई जा रही है। इन राहत शिविरों में 15621 व्यक्ति पहुंचाए जा चुके हैं। राहत कार्यों में 1858 नावों का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा 44 पशु राहत शिविर स्थापित कर 12000 से अधिक पशुओं को शिविरांे अथवा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
राहत आयुक्त ने बताया कि आवश्यक वस्तुओं के वितरण में अब तक 3520.95 कुंतल चावल/लइया, 390.20 कंुतल गेहूँ/आटा, 163.22 कुंतल चना/दाल, 188.69 कुंतल नमक/गुड़ 5758 मीटर पालीथीन/त्रिपाल, 160 कुंतल भूसा, 40331 लीटर मिट्टी का तेल, 1730 कुंतल आलू 756527 लंचपैक, बिस्कुट, पानी के जेरीकेन बाल्टी, मग इत्यादि वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में बाढ़ के कारण लगभग 117.14 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। इसमें 99.69 करोड़ की सार्वजनिक सम्पत्ति शामिल है। राहत आयुक्त ने बताया कि 8 करोड़ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बोयी गये फसल को हानि पहुंची है। फसल हानि का अनुमानित मूल्य 6.74 करोड़ रुपये है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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लखनऊ से आज 600 हज यात्री मदीना के लिये रवाना

Posted on 25 September 2012 by admin

वाराणसी से 250 हज यात्री गये
उ0प्र0 राज्य हज समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज लखनऊ के अमौसी एअरपोर्ट से उड़ने वाले दो वायुयानों से कुल 600 हज यात्रियों ने सऊदी अरब के लिये प्रस्थान किया। पहली फ्लाइट संख्या 5127 से प्रातः 9ः50 बजे 300 हज यात्री रवाना हुये जिनमें 154 पुरुष, 143 महिलाएं व तीन बच्चे शामिल हैं। इसी प्रकार दूसरी फ्लाइट संख्या- 5129 से पूर्वाह्न 11ः50 बजे 300 हज यत्रियों ने सऊदी अरब के लिये प्रस्थान किया, जिनमें 166 पुरुष, 133 महिलायें व एक बच्चा शामिल है।
उधर वाराणसी से आज सायं 04ः40 बजे जाने वाली फ्लाइट सं- एस0वी0 5131 से 250 हज यात्रियों ने सऊदी अरब के लिये उड़ान भरी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्र-छात्राओं द्वारा आॅनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर

Posted on 25 September 2012 by admin

भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं के लिये संचालित मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति योजना के तहत आॅन-लाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि आगामी 30 सितम्बर है।
यह जानकारी देते हुये प्रदेश की अल्पसंख्यक कल्याण सचिव श्रीमती लीना जौहरी ने आज यहाँ बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इस योजना के तहत आॅन-लाइन भरे गये आवेदन पत्रों की मुद्रित प्रतियों पर छात्र-छात्राओं के हस्ताक्षर कराते हुये इन्हें संबंधित शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को आगामी 10 अक्टूबर तक प्रेषित किया जायेगा। शिक्षण संस्थानों द्वारा आॅन-लाइन भरे गये आवेदन पत्रों की जांच करने की अंतिम तिथि आगामी 20 अक्टूबर है, जबकि राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा इन आॅन-लाइन आवेदन पत्रों की जांच आगामी 31 अक्टूबर तक की जायेगी। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा पहली नवम्बर से 15 नवम्बर, 2012 के मध्य मेरिट लिस्ट का सृजन एवं नये प्रस्तावों को जमा किया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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तीर्थ यात्रियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए ट्रांस यमुना क्षेत्र में अरैल एरिया को भी मेला बसाने हेतु विकसित किया जाए-जावेद उस्मानी

Posted on 25 September 2012 by admin

मुख्य सचिव द्वारा कुम्भ मेला कार्याें की समीक्षा

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि कुम्भ मेले के निर्माण कार्य प्रत्येक दशा में नवम्बर माह तक अवश्य पूर्ण करा लिए जायें। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्याें को निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के लिए प्रमुख सचिव, लोक निर्माण प्रत्येक माह में दो बार इलाहाबाद जाकर निर्माण कार्याें का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला के अन्तर्गत फेज-2 में कराये जाने वाले कार्याें का प्रस्ताव प्रत्येक दशा में 05 अक्टूबर तक अनुमोदन हेतु प्रस्तुत कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला के कार्याें में किसी प्रकार की लापरवाही, गड़बड़ी एवं विलम्ब हुआ, तो सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि कार्याें को निर्धारित मानक एवं समयबद्ध चरण में पूरा कराने के लिए सम्बन्धित प्रमुख सचिवों को प्रत्येक माह स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। कुम्भ मेला में कराए जाने वाले कार्याें के टेण्डर को वेबसाइट पर अवश्य अपलोड करा दिया जाए।
मुख्य सचिव ने आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में कुम्भ मेला-2013 के कार्याें की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अलोपीबाग फ्लाई ओवर के अवशेष निर्माण कार्य आगामी 30 सितम्बर तक गुणवत्ता के साथ न पूरे किए जाने पर लापरवाह अधिकारियों को चिन्हित कर दण्डित किया जायेगा। उन्होंने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अवशेष कार्याें को भी माइलस्टोन के अनुसार आगामी 30 सितम्बर तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि गत कुम्भ मेले की समीक्षा बैठकों में लिए गए निर्णयों की कार्यवाहियों पर विलम्ब करने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर दण्डित किया जाए। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला कार्याें में किसी प्रकार की लापरवाही या विलम्ब क्षम्य नहंी होगा। उन्होंने उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि समस्त माइलस्टोन की पूर्ति आगामी 15 अक्टूबर तक सुनिश्चित कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
श्री उस्मानी ने कहा कि कुम्भ मेला क्षेत्र में सी0सी0टी0वी0 तथा सर्विलान्स हेतु लगाए जाने वाले अन्य उपकरणों के प्रस्ताव परीक्षण सम्बन्धी कार्यवाही आगामी 10 दिन के अन्दर अवश्य पूर्ण कर लिए जाएं। कुम्भ मेले के दौरान पर्याप्त केन्द्रीय सुरक्षा बल की उपलब्धता हेतु गृह मंत्रालय, भारत सरकार को पत्र आगामी 24 घण्टे के अन्दर भेज दिया जाए। उन्होंने कहा कि गत वर्षाें की अपेक्षा पार्किंग क्षेत्रों में कम से कम 10 प्रतिशत की वृद्धि की जाए तथा पार्किंग क्षेत्रों में जन सुविधाओं की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जाए। जनमानस की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए मेला क्षेत्र के आस-पास सेटेलाइट डाउन में खान-पान व नगरीय सुविधायुक्त टेबल प्लाजा पार्किंग एरिया के साथ-साथ बनाए जाने का प्रयास किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए ट्रांस यमुना क्षेत्र में अरैल एरिया को भी मेला बसाने के लिए विकसित किया जाए, ताकि कुम्भ मेला के दौरान आने वाले अधिकाधिक तीर्थ यात्रियों के लिए यह क्षेत्र होल्डिंग एरिया के रूप में प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे होल्डिंग एरिया क्षेत्र यथासम्भव इलाहाबाद में आने वाले सभी प्रमख मार्गाें पर बनाए जाने के साथ-साथ समुचित पार्किंग, खान-पान व जन सुविधाओं की व्यवस्था भी उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे होल्डिंग एरिया क्षेत्र शटल सेवा ’पार्क एण्ड राईड’ के रूप में मेले के मुख्य क्षेत्र से निकट स्थान तक संचालित किए जाने पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला क्षेत्र के आस-पास बसी झुग्गी-झोपडि़यों को यथाशीघ्र पुनसर््थापित करने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने कहा कि एन0डी0एन0 सेन्ट्रल फाॅर सी0एस0आर0 को कुम्भ मेला क्षेत्र में गैरपरम्परागत आधुनिक किस्म के शौचालयों के निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर कराए जाने हेतु इस शर्त के साथ अनुमति दी जाए कि इनके द्वारा कोई काॅमर्शियल कार्य नहीं किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास श्री प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव वित्त श्री आनन्द मिश्रा, प्रमुख सचिव गृह श्री आर0एम0 श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री कुमार अरविन्द सिंह देव, सचिव सिंचाई श्री एस0पी0 गोयल, सचिव सूचना श्री अमृत अभिजात सहित मण्डलायुक्त इलाहाबाद एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सैकाड़ों वरिष्ठत्तम कार्यकर्ताओं का हुआ सम्मान

Posted on 25 September 2012 by admin

यूपीए सरकार एवं सपा-बसपा देश को गुमराह करने में लगी

up-bjpभारतीय जनता पार्टी लखनऊ महानगर के संयोजक मनोहर सिंह ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर लखनऊ महानगर इकाई द्वारा वरिष्ठत्तम कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह एवं देश की टूटती अर्थ व्यवस्था और पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के विषय पर एक विचार गोष्ठी पार्टी मुख्यालय पर की गयी। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकान्त बाजपेई, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्रा तथा लखनऊ के सांसद लालजी टण्डन ने माल्र्यापण एवं अंग वस्त्र भेंटकर जनसंघ काल के पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।
सम्मान समारोह में प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकान्त बाजपेई ने कहा कि जनसंघ को आज इस (भाजपा) स्थिति तक पहुंचाने में डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर  पं0 दीनदयाल उपाध्याय, नानाजी देशमुख, सुन्दर सिंह भण्डारी का आसाधारण योगदान रहा। देश की पहली लोकसभा चुनाव में जनसंघ के 3 और दूसरी लोकसभा में 4 सांसद जीतें। सन् 1977 में बतौर जनता पार्टी अच्छी स्थिति रही लेकिन सन् 1984 के चुनाव में पार्टी की हालत खराब हो गयी और पार्टी के 2 ही सांसद जीत पाये। हालात निराशा जनक अवश्य थे पर पार्टी ने हार नही मानी और नतीजे सबके सामने है। हमने देश में आम जनता की सरकार चलायी। एनडीए के शासनकाल में सभी खुशहाल थे परन्तु यूपीए-2 सरकार में चैतरफा हाहाकार मचा हुआ। कांग्रेस-सपा-बसपा देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं अगर सपा-बसपा एफडीआई के मुद्दे पर देश के साथ है तो इस सरकार से समर्थन क्यों नही वापस लेती है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्रा ने कहा कि वर्तमान समय में यूपीए सरकार मंहगाई, भ्रष्टाचार, घोटाले, आतंकवाद, मूल्यवृद्धि तथा एफडीआई के मुद्दे पर चैतरफा घिरी हुई है जनता से लेकर व्यापारी वर्ग तक सभी त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। देश और प्रदेश दोनों सरकारें जनता को भ्रमित कर रही हैं। यूपीए 1-2 में घोटालें ही घोटाले हुये हैं इन घोटालों से जनता का ध्यान हटाने के लिए सरकार ने मूल्यवृद्धि और एफडीआई जैसे मुद्दें लागू कर दिये। देश की जनता सब यह देखती है और आने वाले चुनाव में कांग्रेस के साथ सपा-बसपा को भी आम जनता सबक सिखायेंगी क्योंकि यह दोनांे ही दल यूपीए सरकार को समर्थन देकर झूठा विरोध प्रदर्शन जनता को दिखाने के लिए कर रहे हैं। लखनऊ के सांसद लालजी टण्डन ने कहा कि जनसंघ की स्थापना से लेकर भाजपा के अब तक के राजनीतिक सफर में साथ रहे वरिष्ठत्तम कार्यकर्ताओं का आज सम्मान समारोह हैं। भाजपा की यह वरिष्ठत्तम रीढ़ है। जनसंघ भाजपा और अन्य दलों में बहुत ही फर्क है। भाजपा सिर्फ सत्तासीन होने के लिए नही बल्कि समाजसेवा के लिये कार्य करती है और अन्य दल केवल सत्ता में आने के लिये जनता को भ्रमित और झूठे वादें करने का कार्य करते हैं। देश आशा की नजरों से भाजपा को देख रहा है। कार्यकर्ता निराश न हो आज जो वरिष्ठत्तम कार्यकर्ता सम्मानित हुये हैं उनसे सीख लेने की आवश्यकता है उन्होंने बड़े उतार चढ़ाव देखें हैं। कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य कुसुम राय महानगर संयोजक मनोहर सिंह, पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष जयपाल सिंह, पूर्व विधायक सुरेश श्रीवास्तव, सुरेश तिवारी, विद्यासागर गुप्ता, अमित पुरी, गोपाल टण्डन, रामनारायण साहू, सुधीर हलवासिया, वीरेन्द्र तिवारी, दिवाकर सेठ, मान सिंह, अभिजात मिश्रा, रमेश तूफानी, मुकेश शर्मा, अंजनी श्रीवास्तव, कौशल किशोर, विष्णु गर्ग, अनुराग मिश्रा अन्नू, रमेश कपूर बाब, रंजाीत यादव, बीना गुप्ता, सुमन शुक्ला, माधुरी शुक्ला, रानी कनौजिया, पुष्पा सिंह चैहान, श्रीनिवास तिवारी, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। पार्टी ने राजनाथ सिंह सूर्य, प्यारेलाल कनौजिया, द्वारिका मोहन टण्डन, मुकुट बिहारी तिवारी, डा. रास बिहारी, रिसाल चन्द्र शर्मा, गोपालदेव टण्डन, विश्वनाथ द्विवेदी, आनन्दी लाल, गोपाल नारायण सेठ, रेवतीरमण रस्तोगी, श्रीमती लक्ष्मी गुप्ता, श्रीमती सुशीला मिश्रा, मोहन बंगाली, नवीनचन्द्र कुरील, जटा शंकर शुक्ला, मैकू लाल निषाद, किशोरी लाल, ठाकुर मुरारी सिंह, भैया जाी, पी.एन. खन्ना, जयन्ती प्रसाद जैन,, गोपाल दास, चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री, श्रीकृष्ण सहाय, चक्रधर जाोशी,  देवेन्द्र सिन्हा, प्रकाश चन्द्र जैन सहित वरिष्ठत्तम कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नये मतदाताओं से आनलाइन आवेदन की सुविधा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग की अपील

Posted on 25 September 2012 by admin

ऽ    शत-प्रतिशत शुद्ध एवं फोटोयुक्त मतदाता सूची बनाने का प्रयास।
ऽ    निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षण हेतु राजनैतिक दलों को नामावली पुनरीक्षण में पूर्ण सहयोग एवं अधिक से अधिक पोलिंग बूथ एजेन्ट बनाने की अपील
उमेश सिन्हा, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उ0प्र0।

निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षण के संबंध में चर्चा करने, सूझाव आमंत्रित करने एवं अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों का मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने के लिए उन्हे प्रोत्साहित करने हेतु आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय/राज्यीय दलो के अध्यक्ष/प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की गयी।
इस बैठक में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री उमेश सिन्हा द्वारा निर्वाचक नामावली के संक्षिप्त पुनरीक्षण के संबंध में एक प्रस्तुति दी गई जिसमें उन्होंने इस विषय के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे भारतीय नागरिक जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हो या 1 जनवरी, 2013 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हो वे मतदाता बनने के पात्र है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त मतदान केन्द्र पर नये मतदाताओ के पंजीकरण के लिए आगामी 7, 14 व 21 अक्टूबर, 2012 को एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मतदाता बनने हेतु आॅनलाइन आवेदन की भी व्यवस्था की गयी है जो इन्टरनेट पर  www.ceouttarpradesh.nic.in वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। आवेदन करने के पश्चात आवेदन कर्ता प्रिन्ट आउट की एक प्रति हस्ताक्षरित कर जिला निर्वाचन कार्यालय को डाक के माध्यम से भेजें या अपने बूथ लेबिल अधिकारी को दे दें अथवा तहसील स्थित मतदाता पंजीकरण केन्द्र में जमा कर दें।  इसकी एक प्रति अपने पास भी रखें एवं बूथ लेबल अधिकारी के भ्रमण/सत्यापन पर उसे दिखा दे। आॅनलाइन आवेदन में मोबाइल नम्बर देना आवश्यक है जिससे उस व्यक्ति के आवेदन की स्थिति की सूचना एस0एम0एस0 द्वारा दी जा सके। उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर, 2012 से 31 अक्टूबर, 2012 तक मतदाता आवेदन पत्र प्राप्त किये जायेंगे जिसके सत्यापन के बाद प्रक्रिया पूरी कर 5 जनवरी, 2013 से 25 जनवरी, 2013 के बीच सभी मतदाता फोटो पहचान पत्र बूथ लेबल अधिकारी अथवा मतदाता पंजीकरण केन्द्र के माध्यम से वितरित किये जायेंगे।
श्री सिन्हा ने बताया कि मतदाता सूची 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2012 के मध्य सभी केन्द्रो पर देखने के लिए उपलब्ध रहेगी साथ ही मतदाता वेबसाइट पर भी अपना नाम आसानी से देख सकेगा। इसके अतिरिक्त मतदाताओं की सुविधा के लिए टौल-फ्री हेल्पलाइन नम्बर-1800-180-1950 उपलब्ध है जिस पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं तथा अपनी समस्या का निराकरण कर सकते है।
श्री सिन्हा ने राजनैतिक दलो से अधिक से अधिक बूथ लेवल एजेन्ट बनाने की अपेक्षा की ताकि शत् प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को मतदाता बनाने में सहायता मिल सके साथ ही निर्वाचन नामावली का सही पुनरीक्षण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि मतदाता पंजीकरण, मतदाता नाम में आपत्ति या किसी प्रविष्टि को शुद्ध कराने, विधान सभा क्षेत्र में पोलिंग बूथ परिवर्तन तथा विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए फार्म पोलिंग बूथ तथा तहसील स्थित मतदाता पंजीकरण केन्द्रों अथवा वेबसाइट से डाउनलोड कर प्राप्त किये जा सकते है एवं संबंधित केन्द्रों पर जमा किये जा सकते है।
उन्होंने कहा सेना एवं अन्य सशस्त्र बलों में कार्यरत कार्मिक एवं उनकी पत्नी यदि उनके साथ रह रही हैं तो वह अपने मूल निवास स्थान से संबंधित विधानसभा क्षेत्र में सर्विस मतदाता के रूप में अपना पंजीकरण करा सकते हैं और अपने किसी रिश्तेदार/अन्य व्यक्ति को जो 18 वर्ष की आयु का हो अपने प्राक्सी के रूप में नामित कर सकते हैं। राजनैतिक दलों द्वारा इस व्यवस्था की सराहना की गयी।
कुछ राजनैतिक दलों ने मतदान प्रक्रिया व नियमो को सुस्पष्ट रूप से अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचाने के लिये विस्तृत प्रचार करने पर जोर दिया जिसपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अपनी सहमती व्यक्त की।
बैठक में विभिन्न राजनैतिक दलों क्रमशः भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी तथा नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों सहित श्री रमेश चन्द्र राय, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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क्रिस्टल थेरापी

Posted on 25 September 2012 by admin

crystal-photoआज मानसिक तनाव से कोई भी अछूता नही है। बच्चों से लेकर अभिभावक तक सभी तनाव में रहते है। रोगों का एकमात्र कारण मानसिक तनाव ही है। मधुमेह, रक्तचाप, जैसी बीमारियां मानसिक तनाव के कारण ही पनपती है। रोगों से मुक्त दिलाने में क्रिस्टल थेरापी कारगर साबित हो रही है। क्रिस्टल थेरापी को क्रिस्टल हीलिंग भी कहते है। इसमें प्राकृतिक क्रिस्टल का प्रयोग किया जाता है।हर क्रिस्टल की अलग-अलग विशेषता होती है। मनुष्य के शरीर में ऊर्जा क्षेत्र होता है। क्रिस्टल उस ऊर्जा को दूर करने में सक्षम है और मानसिक तनाव से राहत दिलाता है। क्रिस्टल और जेम्स स्टोन पर कई पुस्तकें भी लिखी गयी है। क्रिस्टल थेरापी को लेकर लोगों के नजरिए में दिनोंदिन बदलाव आ रहा है। शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने की जरूरत होती है और इसके लिए क्रिस्टल थेरापी सबसे मुफीद साबित हो रही है। क्रिस्टल थेरापी से कोई साइड एफेक्ट भी नहीं होता और यह पूरी तरह प्राकृतिक है। क्रिस्टल थेरापी से हर सूरत में लाभ ही मिलता है।
क्रिस्टल विशेषज्ञ डा़0 अनूप अग्रवाल का कहना है कि स्टोन यानी पत्थरों से करीब पाँच दर्जन रोगों को ठीक किया जा सकता है। इन पत्थरों का इतिहास बहुत पुराना है। यह पत्थर आपके दिल और दिमाग को मजबूती प्रदान करते है। हमारा शरीर सात चक्रो में बटा हुआ है । प्रत्येक चक्र कोई न कोई भावना लिए होता है। चक्र में गड़बड़ी के कारण ही हम बीमार होते है। क्रिस्टल समग्र चिकित्सा उपचार पर काम करता है। जैसेकि शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक और आध्यात्मिक।
डा0 अग्रवाल बताते है कि शोध से यह बात सामने आयी है कि हर तरह की समस्या के पीछे कोई न कोई मानसिक कारण जरूर होता है। क्रिस्टल थेरापी के माध्यम से उसी कारण का उपचार पत्थरों से किया जाता है। आज हम सब अपनी वस्तुओं के खोने से डरते है जबकि सभी जानते है कि अपना कुछ भी नही है। उस डर को दूर करने के लिए सभी कोई न कोई साधन खोजते फिरते है, फिर वो कोई ज्योतिष हो या कोई डाक्टर। हम सभी फिर उनके हिसाब से चलने लगते है। प्रत्येक व्यक्ति को ऐसा तरीका चाहिए कि सब प्रसन्न हो और सब कुछ अच्छा हो। पर ऐसा नही होता क्योंकि अच्छा और बुरा कुछ नही होता। जो हमारे लिए अच्छा है वो दूसरे के लिए बुरा भी हो सकता है। अगर कोई अच्छे और बुरे की परिभाषा पूछे तो कोई जवाब नही दे सकता क्योकि अच्छा बुरा कुुछ नही होता वो तो सिर्फ हमारी पसंद होती है। अब अगर बुरे को अच्छे में बदलना है तो अपनी सोच बदल दो और देखे कि सब अच्छा हो गया है। पर ऐसा नही होता क्योकि हमारा दिमाग और दिल इन बातों को नही समझता।
हम जब इन पत्थरों का प्रयोग करते है। उससे हमारी सोच में परिवर्तन आ सकता है । आईए देखे कैसे? अगर आपने विक्रमादित्य की कहानी सुनी हो तो याद आ जायेगा कि किस तरह एक लड़का पत्थर पर बैठ कर सारे निर्णय कर लेता था। आज भी लोग पुखराज, नीलम, पन्ना आदि पहनते है जिससे हम किस्मत बनने की बात करते है। वो सब क्या है वो भी तो पत्थर है। एक अध्ययन में 288 किस्म के पत्थरों को खोजा गया और उनमे जो केमिकल थे उनका परीक्षण किया गया। उसके बाद उन सभी का प्रयोग किया गया और जो परिणाम आए उन सभी को जांचा-परखा गया।
अब प्रश्न ये उठता है कि इन पत्थरों से फायदा कैसे होगा? इन पत्थरों के अन्दर रसायन-खनिज होता है। हमारी खाल इन रसायन-खनिज को सोखती है और इन पत्थरों के अन्दर जो रसायन-खनिज होता है वो हमारे शरीर में पहुँच जाता है। सबसे ज्यादा खास बात यह है कि हमारा शरीर उतना ही रसायन-खनिज लेता है जितना उसे चाहिए होता है।
अगर कोई भी दवाई हम मुख से अन्दर लेते है तो उसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है पर इन पत्थरों से कोई भी नकारात्मक प्रभाव नही होता। कुछ पत्थर हमारे शरीर के साथ असर करते है तो कुछ वायु तथा वातावरण के अनुसार। अब जो पत्थर वायु के साथ असर करते है उन्हें हम घर में प्रयोग करते है जैसे पति पत्नी के बीच में सबंध सुधारने हो, बच्चो को याद नही रहता, बच्चें पढने नही बैठते, व्यापार नही चलता, काम होते होते रुक जाता है, नजर लग गई आदि ।
डा0 अग्रवाल का कहना है कि औरा (आभा) के बारे में सबने सुना है पर उसे कोई दिखा नही सकता। हम आधुनिक तकनीक के माध्यम से हर किसी का औरा दिखाते है और विस्तारपूर्वक विश्लेषण करके प्रत्येक चक्र की जानकारी देते है ।
हमारा शरीर सात चक्रो में बटा हुआ है। प्रत्येक चक्र कोई न कोई भावना लिए होता है। चक्र में गड़बड़ी के कारण ही हम बीमार होते है। जैसे-
1, आदत बुरी हो तो जीने का मजा खराब हो जाता है कारण
आप अपने डर से दूर भागते है और अपने डर का सामना नही कर सकते और आप अपने आप से प्यार नही करते ।
2 कही पर भी दर्द होना कारण
आप बहुत दिन से प्यार की कमी को महसूस करते है तथा किसी के प्यार की तलाश में है ।
3 रोगों का अतिक्रमण जो शरीर को हिला देता है कारण
आप अपनी शक्ति को नही पहचानते और आप किसी से बहुत नफरत करते है। आप को उस आदमी से बहुत ज्यादा चिढ़ होती  है।
4 बेचेनी घबराहट और किसी भी काम में उत्सुकता के साथ साथ घबराहट होना कारण
आप को अपनी जिन्दगी पर विश्वास नही है ।जो हो रहा है उस पर आपका विश्वास नही है। जिस तरह से जिन्दगी चल रही है उस से आप संतुष्ट नही है ।
5 जोर्डो का दर्द घुटनों का दर्द, घुटनों की हड्डी घिस जाना कारण
आप को ऐसा लगता है की आप को कोई प्यार नही करता और सब आप से दूर भागते है। आप की उपेक्षा होती है और आप को नजर अंदाज करते है ।
6 कमर के ऊपर, नीचे तथा बीच में दर्द होना
आप अपने आर्थिक स्थिति से बहुत परेशान है। आप धन के बारे में बहुत सोचते है। आप अपनी पुरानी सोच पे अटकते है और आप उन सभी पुरानी बातों को भूल नही सकते जो आप को तंग करती रहेती है ।
यह तो कुछ है। इन पत्थरों से आप काफी फायदे ले सकते है। बस जरूरत है तो इन्हे अपनाने कि ।यह अपने आप में सम्पूर्ण नही है। इसको किसी भी थेरपी के साथ अपना सकते है ताकि परिणाम जल्दी आए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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एपसन ने उत्तर प्रदेश में एनसोल्यूशन पार्टनर एंगेजमेंट प्रोग्राम शुरू किया

Posted on 25 September 2012 by admin

epsonडिजिटल इमेजिंग और प्रिंटिंग समाधान के क्षेत्र में दुनिया भर में अग्रणी तथा दशक का सर्वोच्च प्रोजेक्ट निर्माता एपसन ने लखनऊ में 24 सितम्बर 2012 को अपना एनसोल्यूशंस प्रोग्राम 2012 पेश किया है और इसके साथ ही साझेदारों के साथ यह अपना संबंध मजबूत कर रहा है। एपसन का वार्षिक एनसोल्यूशन पार्टनर एंगेजमेंट प्रोग्राम सिस्टम इंटीग्रेटर्स ध् कॉरपोरेट रीसेलर्स और ऑफिस ऑटोमेशन पार्टनर को लक्ष्य करता है। इसमें बड़ी संख्या में सिस्टम इंटीग्रेटर (एसआई) और एपसन के कुछ प्रमुख कॉरपोरेट ग्राहकों ने भी हिस्सा लिया। एपसन का लक्ष्य देश के 16 प्रमुख शहरों को इस प्रोग्राम से कवर करना है। उसे उम्मीद है कि देश भर में होने वाले इस एनसोल्यूशन आयोजन से 2012 में वह करीब 1500 मौजूदा और भावी पार्टनर्स तक पहुंच सकेगा।
एपसन के इस एनसोल्यूशन प्रोग्राम का लक्ष्य सिस्टम इंटीग्रेटर्स ध् कॉरपोरेट रीसेलर्स और ऑफिस ऑटोमेशन पार्टनर का सशक्तिकरण है और इसका लाभ यह होगा कि इसके ग्राहक एपसन उत्पादों और समाधानों के उपयोग से लाभ पाने की स्थिति में रहेंगे। एपसन भी अपने पार्टनर को नई प्रौद्योगिकीय प्रगति पर प्रशिक्षण देने के इंतजार में है। इसका मकसद यह है उद्योग की मौजूदा प्रवृत्तियों से संबद्ध नई दिलचस्प जानकारियां दी जाए। साझेदारों को बाजार की अपनी जानकारी मजबूत करने में सहायता करने के लिए पूरे दिन के वॉक इन ईवेन्ट में उत्पाद का आकर्षक प्रदर्शन होता है जिसमें एपसन उत्पादों के इस्तेमाल पर रोशनी डाली जाती है। इसके अलावा, एपसन के वरिष्ठ प्रबंधन ने इच्छुक साझेदारों को कंपनी की पृष्ठभूमि और भविष्य की योजना के संबंध में जानकारी दी।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए एपसन इंडिया में डिप्टी जनरल मैनेजर, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स श्री एसएम राम प्रसाद ने कहा, “हम जानते हैं कि पार्टनर क्या मूल्य लाते हैं और हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि हमारे ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उन्होंने अपनी सुविज्ञता बढ़ाई है। हमलोग सक्रियता से सिस्टम इंटीग्रेटर समाज को जोड़ते रहे हैं और इस एनसोल्यूशन प्रोग्राम से हमारा लक्ष्य साझेदारों के साथ अपने संबंध को अगले स्तर पर ले जाना है। हम अपने संबंधों को मजबूत करने और इस तरह अपने ग्राहकों के लिए सर्वश्रेष्ठ समाधान डिलीवर करने की उम्मीद करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आज की पहल साझेदारों को ग्राहकों की आवश्यकता को समझने और उन्हें पूर्ण करने में सहायता करेगी तथा ग्राहकों को वह मूल्य मिलेगा जो एपसन के उत्पाद और समाधान मुहैया कराते हैं। हम अपने साझेदारों की निरंतर सहायता करने की उम्मीद करते हैं और उनकी प्रतिभा तथा कौशलों को निखारने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं जो आखिरकार कंपनी के विकास के लिए आवश्यक होगा।”
कार्यक्रम के दौरान एपसन ने अपने साझेदारों को सूचित किया कि गए साल वह 20 प्रतिशत बढ़ गया है और वित्त वर्ष 2011-12 में उसका कारोबार 604 करोड़ रुपए रहा। इसके अलावा, बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी इंकजेट प्रिंटर और ऑल इन वन में अब 23 प्रतिशत (भारत में नंबर 2), प्रोजेक्टर में 14 प्रतिशत (भारत में नंबर 1), डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर में 53 प्रतिशत और प्वाइंट ऑफ सेल ध् बिलिंग प्रिंटर में 52 प्रतिशत (भारत में नंबर 1) है। भारत एक प्राथमिकता वाला बाजार है। इसलिए एपसन शिक्षा, बैंकिंग, वित्त, बीमा उद्योग और फार्मास्यूटिकल क्षेत्र के साथ-साथ एसओएचओ वर्ग में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कशिश में है।

एनसोल्यूशन प्रोग्राम में एपसन ने प्रमुख उत्पाद प्रदर्शित किए जैसे एल सीरिज प्रिंटर, जिसमें दुबारा भरने योग्य वाह्य इंक टैंक हैं और के सीरिज के मोनो इंकजेट प्रिंटर जिसे एपसन मोनो लेजर प्रिंटर से बेहतर कहता है। कंपनी ने नए प्रोजेक्टर मॉडल भी प्रदर्शित किए थे। इनमें 3डी प्रोजेक्टर, एप्पल डॉकिंग प्रोजेक्टर, अल्ट्रा पोर्टेबल प्रोजेक्टर, हाई ल्युमेन्स प्रोजेक्टर शामिल हैं। एपसन जापान से ऐसे उत्पाद तैयार करने लिए फोकस बढ़ रहा है जो भारतीय उपभोक्ता के लिए खासतौर से तैयार किए गए हों। इस आलोक में एपसन ने कहा है कि वह भारतीय बाजार के लिए तैयार किए गए नए उत्पाद पेश करना जारी रखेगा। कंपनी ने कुछ नए वर्ग में प्रवेश करने तथा उत्पाद श्रृंखला का विस्तार करने की भी बात की है। पोर्टेबल लेबल प्रिंटिंग, रोबोटिक्स और फैक्ट्री ऑटोमेशन, वीयरेबल इमेजिंग डिवाइसेज, शॉर्ट रन लेबल प्रिंटिंग और टेक्सटाइल प्रिंटिंग कुछ आकर्षक क्षेत्र हैं जिनमें एपसन कदम रखेगा।

एपसन के बारे में
एपसन इमेजिंग और इनोवेशन के क्षेत्र में दुनिया भर में अग्रणी है और अपनी कौमपैक्ट, बिजली की बचत वाली बेहद सूक्ष्म तकनालॉजी तथा उत्पादों की श्रृंखला के जरिए दुनिया भर के ग्राहकों की दूरदृष्टि से आगे जाने के लिए प्रतिबद्ध है। एपसन के उत्पादों में एंटरप्राइज के लिए प्रिंटर, 3एलसीडी प्रोजेक्टर और सेंसर तथा अन्य माइक्रोडिवाइस हैं। एपसन समूह का नेतृत्व जापान का सीको एपसन कॉरपोरेशन करता है। दुनिया भर में इसकी 97 कंपनियां हैं जिनमें 75,000 कर्मचारी हैं। दुनिया भर के जिन देशों में यह समूह काम करता है वहां के पर्यावरण और समाज को अपने योगदान पर इसे गर्व है।

एपसन इंडिया के बारे में
एपसन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का निगमन वर्ष 2000 में हुआ था। यह देश के सभी प्रमुख शहरों में मौजूद है और एपसन के उत्पाद कंप्यूटर पेरीफेरल के पूरे बाजार की जरूरत पूरी करते हैं और उन उपभोक्ताओं की भी जरूरतें पूरी करते हैं जिनकी खास जरूरतें हैं। एपसन इंडिया का मुख्यालय बंगलौर में है और गुणवत्ता व मूल्य के लिहाज से इसकी अच्छी ख्याति है। कंपनी एपसन डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर, इंकजेट प्रिंटर, इंकजेट ऑल इन वन्स, लेजर प्रिंटर, प्लाइंट ऑफ सेल प्रिंटर्स और सिस्टम्स, स्कैनर और एलसीडी प्रोजेक्टर का विपणन और बिक्री के बाद की सेवा मुहैया कराती है। इन श्रेणियों में से ज्यादातर में एपसन नंबर 1 या नंबर 2 ब्रांड है और तेजी से बढ़ रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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