क्रिस्टल थेरापी

Posted on 25 September 2012 by admin

crystal-photoआज मानसिक तनाव से कोई भी अछूता नही है। बच्चों से लेकर अभिभावक तक सभी तनाव में रहते है। रोगों का एकमात्र कारण मानसिक तनाव ही है। मधुमेह, रक्तचाप, जैसी बीमारियां मानसिक तनाव के कारण ही पनपती है। रोगों से मुक्त दिलाने में क्रिस्टल थेरापी कारगर साबित हो रही है। क्रिस्टल थेरापी को क्रिस्टल हीलिंग भी कहते है। इसमें प्राकृतिक क्रिस्टल का प्रयोग किया जाता है।हर क्रिस्टल की अलग-अलग विशेषता होती है। मनुष्य के शरीर में ऊर्जा क्षेत्र होता है। क्रिस्टल उस ऊर्जा को दूर करने में सक्षम है और मानसिक तनाव से राहत दिलाता है। क्रिस्टल और जेम्स स्टोन पर कई पुस्तकें भी लिखी गयी है। क्रिस्टल थेरापी को लेकर लोगों के नजरिए में दिनोंदिन बदलाव आ रहा है। शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने की जरूरत होती है और इसके लिए क्रिस्टल थेरापी सबसे मुफीद साबित हो रही है। क्रिस्टल थेरापी से कोई साइड एफेक्ट भी नहीं होता और यह पूरी तरह प्राकृतिक है। क्रिस्टल थेरापी से हर सूरत में लाभ ही मिलता है।
क्रिस्टल विशेषज्ञ डा़0 अनूप अग्रवाल का कहना है कि स्टोन यानी पत्थरों से करीब पाँच दर्जन रोगों को ठीक किया जा सकता है। इन पत्थरों का इतिहास बहुत पुराना है। यह पत्थर आपके दिल और दिमाग को मजबूती प्रदान करते है। हमारा शरीर सात चक्रो में बटा हुआ है । प्रत्येक चक्र कोई न कोई भावना लिए होता है। चक्र में गड़बड़ी के कारण ही हम बीमार होते है। क्रिस्टल समग्र चिकित्सा उपचार पर काम करता है। जैसेकि शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक और आध्यात्मिक।
डा0 अग्रवाल बताते है कि शोध से यह बात सामने आयी है कि हर तरह की समस्या के पीछे कोई न कोई मानसिक कारण जरूर होता है। क्रिस्टल थेरापी के माध्यम से उसी कारण का उपचार पत्थरों से किया जाता है। आज हम सब अपनी वस्तुओं के खोने से डरते है जबकि सभी जानते है कि अपना कुछ भी नही है। उस डर को दूर करने के लिए सभी कोई न कोई साधन खोजते फिरते है, फिर वो कोई ज्योतिष हो या कोई डाक्टर। हम सभी फिर उनके हिसाब से चलने लगते है। प्रत्येक व्यक्ति को ऐसा तरीका चाहिए कि सब प्रसन्न हो और सब कुछ अच्छा हो। पर ऐसा नही होता क्योंकि अच्छा और बुरा कुछ नही होता। जो हमारे लिए अच्छा है वो दूसरे के लिए बुरा भी हो सकता है। अगर कोई अच्छे और बुरे की परिभाषा पूछे तो कोई जवाब नही दे सकता क्योकि अच्छा बुरा कुुछ नही होता वो तो सिर्फ हमारी पसंद होती है। अब अगर बुरे को अच्छे में बदलना है तो अपनी सोच बदल दो और देखे कि सब अच्छा हो गया है। पर ऐसा नही होता क्योकि हमारा दिमाग और दिल इन बातों को नही समझता।
हम जब इन पत्थरों का प्रयोग करते है। उससे हमारी सोच में परिवर्तन आ सकता है । आईए देखे कैसे? अगर आपने विक्रमादित्य की कहानी सुनी हो तो याद आ जायेगा कि किस तरह एक लड़का पत्थर पर बैठ कर सारे निर्णय कर लेता था। आज भी लोग पुखराज, नीलम, पन्ना आदि पहनते है जिससे हम किस्मत बनने की बात करते है। वो सब क्या है वो भी तो पत्थर है। एक अध्ययन में 288 किस्म के पत्थरों को खोजा गया और उनमे जो केमिकल थे उनका परीक्षण किया गया। उसके बाद उन सभी का प्रयोग किया गया और जो परिणाम आए उन सभी को जांचा-परखा गया।
अब प्रश्न ये उठता है कि इन पत्थरों से फायदा कैसे होगा? इन पत्थरों के अन्दर रसायन-खनिज होता है। हमारी खाल इन रसायन-खनिज को सोखती है और इन पत्थरों के अन्दर जो रसायन-खनिज होता है वो हमारे शरीर में पहुँच जाता है। सबसे ज्यादा खास बात यह है कि हमारा शरीर उतना ही रसायन-खनिज लेता है जितना उसे चाहिए होता है।
अगर कोई भी दवाई हम मुख से अन्दर लेते है तो उसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है पर इन पत्थरों से कोई भी नकारात्मक प्रभाव नही होता। कुछ पत्थर हमारे शरीर के साथ असर करते है तो कुछ वायु तथा वातावरण के अनुसार। अब जो पत्थर वायु के साथ असर करते है उन्हें हम घर में प्रयोग करते है जैसे पति पत्नी के बीच में सबंध सुधारने हो, बच्चो को याद नही रहता, बच्चें पढने नही बैठते, व्यापार नही चलता, काम होते होते रुक जाता है, नजर लग गई आदि ।
डा0 अग्रवाल का कहना है कि औरा (आभा) के बारे में सबने सुना है पर उसे कोई दिखा नही सकता। हम आधुनिक तकनीक के माध्यम से हर किसी का औरा दिखाते है और विस्तारपूर्वक विश्लेषण करके प्रत्येक चक्र की जानकारी देते है ।
हमारा शरीर सात चक्रो में बटा हुआ है। प्रत्येक चक्र कोई न कोई भावना लिए होता है। चक्र में गड़बड़ी के कारण ही हम बीमार होते है। जैसे-
1, आदत बुरी हो तो जीने का मजा खराब हो जाता है कारण
आप अपने डर से दूर भागते है और अपने डर का सामना नही कर सकते और आप अपने आप से प्यार नही करते ।
2 कही पर भी दर्द होना कारण
आप बहुत दिन से प्यार की कमी को महसूस करते है तथा किसी के प्यार की तलाश में है ।
3 रोगों का अतिक्रमण जो शरीर को हिला देता है कारण
आप अपनी शक्ति को नही पहचानते और आप किसी से बहुत नफरत करते है। आप को उस आदमी से बहुत ज्यादा चिढ़ होती  है।
4 बेचेनी घबराहट और किसी भी काम में उत्सुकता के साथ साथ घबराहट होना कारण
आप को अपनी जिन्दगी पर विश्वास नही है ।जो हो रहा है उस पर आपका विश्वास नही है। जिस तरह से जिन्दगी चल रही है उस से आप संतुष्ट नही है ।
5 जोर्डो का दर्द घुटनों का दर्द, घुटनों की हड्डी घिस जाना कारण
आप को ऐसा लगता है की आप को कोई प्यार नही करता और सब आप से दूर भागते है। आप की उपेक्षा होती है और आप को नजर अंदाज करते है ।
6 कमर के ऊपर, नीचे तथा बीच में दर्द होना
आप अपने आर्थिक स्थिति से बहुत परेशान है। आप धन के बारे में बहुत सोचते है। आप अपनी पुरानी सोच पे अटकते है और आप उन सभी पुरानी बातों को भूल नही सकते जो आप को तंग करती रहेती है ।
यह तो कुछ है। इन पत्थरों से आप काफी फायदे ले सकते है। बस जरूरत है तो इन्हे अपनाने कि ।यह अपने आप में सम्पूर्ण नही है। इसको किसी भी थेरपी के साथ अपना सकते है ताकि परिणाम जल्दी आए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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