उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज लगभग 5910 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने गांवों के विकास के लिए 250 करोड़ रुपए की जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना का शुभारम्भ किया तथा 08 विभागों की 26 सेवाओं को ई-डिलीवरी के माध्यम से प्राप्त कराने के लिए स्टेट पोर्टल की शुरुआत भी की।
आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 राज्य राजमार्ग प्राधिकरण (उपशा) द्वारा सार्वजनिक-निजी-सहभागिता से प्रदेश के 04 महत्वपूर्ण मार्गों को विकसित किए जाने के कार्य, लखनऊ विकास प्राधिकरण के 03 रेल उपरिगामी सेतुओं (आर0ओ0बी0) तथा राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद की 03 विशिष्ट मण्डियों, 111 ग्रामीण अवस्थापना केन्द्रों तथा 09 एग्रीकल्चरल माकेर्टिंग हबों का शिलान्यास किया। उन्होंने टूण्डला, फिरोजाबाद में निर्मित नवीन मण्डी स्थल का लोकार्पण भी किया।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान उनकी पार्टी ने जनता के बीच तमाम बातों को रखते हुए प्रदेश को आगे ले जाने का वायदा किया था। इसी के फलस्वरूप प्रदेश की जनता ने पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का ऐतिहासिक फैसला दिया। राज्य के विकास में सड़कों के महत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि गति 02 गुनी कर दी जाए तो आर्थिक विकास 03 गुना हो सकता है और यह तभी संभव है, जब सड़कें उच्चकोटि की हों। उन्हांेने कहा कि उपशा द्वारा सार्वजनिक-निजी-सहभागिता (पी0पी0पी0) के आधार पर जिन सड़कों के निर्माण कार्य शुरू किए जा रहे हैं, उनमें किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि निजी विकासकर्ताओं को सरकार पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
श्री यादव ने पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा प्रदेश के राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण एवं प्रबन्ध के लिए गठित उपशा का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने जनपद मुख्यालयों को 04 लेन की सड़कों से जोड़ने का निर्णय लिया है। पिछली सपा सरकार में बेतवा, चम्बल, गंगा, यमुना, घाघरा आदि नदियों पर ऐसे स्थानों पर पुल बनाए जहां स्थानीय जनता कभी पुल का निर्माण होने की कल्पना भी नहीं करती थी। पिछली बसपा सरकार ने कई स्थानों पर पूर्ववर्ती सपा सरकार द्वारा निर्माणाधीन पुलों को रोक दिया, जिनका निर्माण अब शुरू कराया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में उनकी सरकार नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात सुगम बनाने हेतु और अधिक पुलों का निर्माण कराएगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ नगर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए आज 03 आर0ओ0बी0 का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश खुशहाल होगा तो देश भी खुशहाल होगा। पिछली सपा सरकार द्वारा राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के माध्यम से लोहिया ग्राम योजना संचालित की गई थी, जिसे अब जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना के नाम से संचालित किया जाएगा। इस बार इस योजना की धनराशि भी बढ़ा दी गई। 08 विभागों की
26 सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए प्रारम्भ किए गए स्टेट पोर्टल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश के कई अन्य प्रदेशों में इस व्यवस्था पर काफी काम किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस व्यवस्था के माध्यम से कई सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य करेगी।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री श्री मो0 आजम खां ने कहा कि जनता को वर्तमान सरकार से बहुत उम्मीदें हैं। राज्य सरकार ने विकास की शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोकतंात्रिक प्रक्रिया में विश्वास करती है जिसमें सभी की आवाज सुनी जाती है। लोकतंत्र में तानाशाही का कोई स्थान नहीं है। उन्हांेने कहा कि सरकार की शराफत को कमजोरी न समझा जाए।
बाद में पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विद्युत उपलब्धता की समस्या के लिए पिछली बसपा सरकार जिम्मेदार है। पिछली सरकार ने विद्युत उत्पादन के लिए कोई कार्य नहीं किया। यहां तक कि पारेषण व्यवस्था और ट्रांसफार्मर भी खराब हालत में मिले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्युत उत्पादन एवं आपूर्ति व्यवस्था सुधारने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इसीलिए पिछली सरकार द्वारा निजी क्षेत्र की कम्पनियों से किए गए समझौतों को आगे बढ़ाने और कोल-लिंकेज की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा को-जनरेशन के लिए भी उनकी सरकार काम कर रही है। सौर ऊर्जा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र सहित प्रदेश के अन्य भागों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लायी जा रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार परिलक्षित होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि डाला एवं चुर्क से गिट्टी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसके लिए उन्होंने पिछली राज्य सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि मूर्तियों एवं चैराहों को बनाने के लिए एक ही स्थान से काफी पत्थर निकाले गए, जिससे ऐसे स्थानों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। फलस्वरूप कई मजदूरों के साथ हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में कोई जोखिम नहीं ले सकती है। इस सम्बन्ध में भारत सरकार के माइन्स सेफ्टी विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एन0ओ0सी0) प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की विभिन्न अनियमितताओं की जांच चल रही है जांच के बाद दोषी पाये जाने पर किसी भी अधिकारी अथवा व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
कानून-व्यवस्था से सम्बन्धित प्रश्न का जवाब देते हुए श्री यादव ने कहा कि इस मामले में बहुत सख्त कदम उठाए जाएंगे। समाज में कायम भाईचारे से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री ने आज लगभग 5305 करोड़ रुपये की लागत से पी0पी0पी0 माॅडल के आधार पर दिल्ली-सहारनपुर-यमुनोत्री मार्ग (प्रदेश सीमा तक), वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग (हाथी नाला तक), मेरठ-करनाल मार्ग (प्रदेश सीमा तक), बरेली-अल्मोड़ा-बागेश्वर मार्ग (प्रदेश सीमा तक) का शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त लखनऊ नगर में पुरनिया चैराहे के पास रेल समपार संख्या-07 तथा एन0एच0-56 के रेल समपार संख्या-208ए पर अर्जुनगंज के पास चार लेन के अलावा डालीगंज एवं मोहिबुल्लापुर रेलवे स्टेशनों के बीच समपार संख्या-6ए पर तीन लेन का रेल उपरिगामी सेतु (आर0ओ0बी0) का शिलान्यास भी किया। इन तीनों आ0ओ0बी0 के निर्माण मंेे लगभग 170 करोड़ रुपये का व्यय संभावित हैै। इसी के साथ उन्हांेने राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद् द्वारा प्रस्तावित लगभग 435 करोड़ रुपये लागत के 03 विशिष्ट मण्डी स्थलों, 111 ग्रामीण अवस्थापना केन्द्रों तथा 09 एग्रीकल्चरल मार्केटिंग हबों का शिलान्यास भी किया। 250 करोड़ रुपये की जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना का शुभारम्भ तथा लगभग 09 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवीन मण्डी स्थल टूण्डला, फिरोजाबाद का लोकार्पण भी उन्होंने किया।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव, पशुधन मंत्री श्री पारस नाथ यादव, राजस्व मंत्री श्री अम्बिका चैधरी, कृषि मंत्री श्री आनंद सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन, प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, नियोजन राज्य मंत्री श्री फरीद महफूज किदवई, कृषि राज्य मंत्री श्री राजीव कुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कार्यवाहक मुख्य सचिव श्री वी0के0शर्मा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव आई0टी0 एवं इलेक्ट्रानिक्स श्री जीवेश नंदन, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह तथा श्री आलोक कुमार, उपशा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री मुकुल सिंघल, उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण डाॅ0 रजनीश दुबे, निदेशक मण्डी श्री राजीव अग्रवाल, सचिव सूचना श्री अमृत अभिजात एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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