Archive | August 3rd, 2012

मीसा/डी0आई0आर0 बन्दियों को पेन्शन, यात्रा तथा चिकित्सा सुविधा दिए जाने की मांग की

Posted on 03 August 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार से म0प्र0 , बिहार तथा अन्य राज्यों की तर्ज पर आपात काल के मीसा/डी0आई0आर0 बन्दियों को पेन्शन, यात्रा तथा चिकित्सा सुविधा दिए जाने की मांग की है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को आज एक पत्र लिख कर यह आग्रह किया है।
भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री को अपने पत्र मे कहा है कि उनके पिता श्री पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी ने लोकतंत्र सेनानियों पेन्शन, यात्रा तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा कर आपात काल के सेनानियों बन्दियों का सम्मान किया था क्योकि उन्हे राजनैतिक/ सामाजिक कार्यकर्ताओं के दर्द का अहसास है। श्री तिवारी ने बसपा सरकार द्वारा लोकतंत्र सेनानियों को दी गई सुविधाओं के वापस लिए जाने के निर्णय पर अपने पत्र मे कहा है कि बसपा के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं का जनआन्दोलनों से कोई सरोकार नही रहा न ही वे लोग कभी जेल गए इसलिए राजनैतिक कार्यकर्ताओं की पीड़ा का उन्हें अहसास नहीं।
भाजपा प्रवक्ता ने अपने पत्र मे यह भी कहा है कि 38 वर्ष पूर्व आपात काल लगा था। उस समय जेलों मे बन्द बहुत से राजनैतिक कार्यकर्ता तथा सामाजिक कार्यकर्ता अब संसार में नहीं है। तथा जो लोग है भी उनकी उम्र भी 60 के आस-पास या उससे अधिक पंहुच रही है। श्री तिवारी ने कहा रामसागर मिश्र जैसे समाजवादी कार्यकर्ता की लखनऊ जेल में ही मृत्यु हो गई थी तथा अनेको राजनैतिक/ सामाजिक कार्यकर्ताओं के व्यवसाय/नौकरी सब कुछ आपात काल मे तबाह हो गया था।
श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि युवा मुख्यमंत्री लोकतंत्र बन्दियों के दर्द को समझना चाहिए। तथा आपात काल के मीसा/डी0आई0आर0 बन्दियों को तत्काल पेन्शन , यात्रा तथा चिकित्सा सुविधा दिए जाने का र्निणय किए जाने की मांग की है। श्री तिवारी ने कहा कि सपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र मे भी लोकतं़त्र सेनानियों को पेन्शन दिये जाने का वायदा किया था।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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किसानों को सतही जल संसाधनों के उपयोग हेतु अनुदान

Posted on 03 August 2012 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने सतही पम्पसेट के क्रय हेतु सामान्य श्रेणी के लघु कृषकों को 4,500 रुपये तथा सीमान्त कृषकों को 6000 रुपये तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के कृषकों को 9000 रुपये का अनुदान देने का निर्णय लिया है।
लघु सिंचाई विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार वर्तमान में किसानों को सतही जल संसाधनों के उपयोग हेतु अनुदान पर पम्पसेट देने की योजना सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड एवं इलाहाबाद जनपद में यमुना पार के पठारी क्षेत्रों में क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत सभी श्रेणी के किसानों को पम्पसेट क्रय करने के लिए केवल 3000 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है।
शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि पम्पसेट की इकाई लागत 18000 रुपये मानते हुए सतही पम्पसेट योजना में सामान्य श्रेणी के किसानों को लागत का 25 प्रतिशत अधिकतम 4500 रुपये, सीमान्त कृषकों को लागत का 33.33 प्रतिशत अधिकतम 6000 रुपये तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम 9000 रुपये का अनुदान दिया जाये।
इसके अतिरिक्त इस योजना के कार्यक्षेत्र का विस्तार जनपद मिर्जापुर, सोनभद्र एवं चन्दौली में भी किया जाय।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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सरकार से बुन्देलखण्ड वासियों के समस्याओं के निदान तथा ठोस व्यावहारिक कदम उठाने की मांग की

Posted on 03 August 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बुन्देलखण्ड के लोगों द्वारा पलायन पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से बुन्देलखण्ड वासियों के समस्याओं के निदान तथा ठोस व्यावहारिक कदम उठाने की मांग की है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने बुन्देलखण्ड के 7 जिलों से 32 लाख लोगों द्वारा घर-परिवार खेती पशु आदि छोड़कर रोटी के जुगत में पलायन की गम्भीर चिन्ता का विषय बताया। श्री तिवारी ने कहा एक लम्बे अरसे से केन्द्र और प्रदेश सरकार दोनों ही बुन्देलखण्ड के नाम से पैकेज का खेल खेल रहे है। लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के नाम पर दिया गया धन कहां जा रहा है यह तो अब शोध का विषय हो गया है। श्री तिवारी ने कहा कि बुन्देलखण्ड द्वारा केवल खनन से प्रदेश को औसत 500 करोड़ का राजस्व प्रतिवर्ष प्रदेश सरकार को दिया जा रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि केन्द्र सरकार की अन्र्तमत्रिमण्डलीय समिति ने अपनी रिर्पोट मे यह स्वीकार किया है कि गरीबी के कारण यहां के 32 लाख लोगों ने पलायन किया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गम्भीर बात यह है कि बुन्देलखण्ड के लगभग सभी प्रभावशाली लोग खनिज व्यवसाय से जुड़े है और इस क्षेत्र अरबों-खरबों का अवैध खनन प्रतिवर्ष हो रहा है और आम आदमी रोटी की तलाश में अपना घर गृहस्थी परिवार खेती सब छोड़कर पलायन कर रहा है। राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश सरकार से मांग की कि बुन्देलखण्ड को वीरान होने से बचाने के लिए सरकार वैज्ञानिकों का एक समूह गठित कर तत्काल वहां के जलश्रोतो को बहाल करने के कदम उठाए तथा बुन्देलखण्ड की जलवायु व जमीन के अनुकूल सघन वृक्षारोपण का कार्य प्रारम्भ करें। अन्यथा सरकारी पैकेज तथा योजनाओं से बुन्देलखण्ड को वीरान होने से बचाया नही जा सकता। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी मांग की है कि सरकार इस बात की जांच करे कि बुन्देलखण्ड पैकेज पैसा कहां खर्च किया गया ? तथा बुन्देलखण्ड में चलाई जा रही उन सभी योजनाओं की ईमानदारी समीक्षा होनी चाहिए जो बुन्देलखण्ड में पानी की कमी को दूर करने तथा गरीबी निवारण के लिए चलाई जा रही हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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जनसमस्याओं के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के लिए तहसील दिवस को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए

Posted on 03 August 2012 by admin

उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जनसमस्याओं के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के लिए तहसील दिवस को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
यह जानकारी देते हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि तहसील दिवस में प्राप्त शिकायती पत्रों की प्राप्ति रसीद के प्रारूप में संशोधन करते हुए कहा गया है कि प्राप्ति रसीद पर आवेदनकर्ता के नाम के साथ-साथ उसका मोबाइल नम्बर भी अंकित किया जाए। इसी प्रकार आवेदन-पत्र पर भी आवेदक का मोबाइल नम्बर अवश्य अंकित किया जाए। ताकि आवेदन-पत्र के निस्तारण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निस्तारण की गुणवत्ता तथा इस सम्बन्ध में आवश्यकतानुसार अन्य जानकारी सीधे आवेदनकर्ता से प्राप्त की जा सके।
प्रवक्ता ने कहा कि संशोधित प्राप्ति रसीद के प्रारूप में मोबाइल नम्बर अंकित करने की व्यवस्था के साथ-साथ दस अंकों का आवेदन क्रमांक, तहसील एवं जिला तथा दिनांक का उल्लेख, आवेदनकर्ता का नाम एवं प्राप्तकर्ता का हस्ताक्षर आवश्यक बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था से तहसील दिवस में आने वाले प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की गुणवत्ता एवं समय की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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बाबू बनारसी दास गुप्ता जी की 27वी. पुण्यतिथि के अवसर पर संगोष्ठी

Posted on 03 August 2012 by admin

br7उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे, दिवगंत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, बाबू बनारसी दास गुप्ता जी की 27वी. पुण्यतिथि के अवसर पर एक संगोष्ठी आज बाबू बनारसी दास नगर, पुराना किला स्थित बाबू बनारसी दास नगर निवासी कल्याण समिति के तत्वाधान में सम्पन्न हुई।

कौमी एकता के लिए बाबू जी के विचारों की प्रासंगगिकता के विषय पर विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास गुप्ता को देश की आजादी का पुरोधा बताया तो दूसरी तरफ एक कुशल व सफल जनसेवक के रूप में उनकी उपलब्धियों की व्याख्या की।

सामाजिक, रचनात्मक, शैक्षणिक, उत्तम स्वास्थ्य की दिशा समाज के हर वर्ग के युवाओं एवं छात्रों की जीवनपर्यन्त देते रहने का कार्य बाबू बनारसी दास जी ने किया। संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए बाबू जी के निजी सचिव रहें श्री धर्म सिंह ने कहा कि बाबू का व्यक्तित्व लौह पुरूष का था, बाबू जी अपने विचारों एवं निर्देशों को गहन आत्म चिंतन के बाद ही उसका प्रकाशन करते थे, शिक्षा सबको मिले यह उनके जीवन का ध्येेय था, सभी भाषाओं का आदर तथा विस के विकास के बाबू जी ने कई बड़े निर्णय लिए जिसमें उर्दू भाषा को उत्तर प्रदेश में द्वितीय दर्जा दिया जाना उल्लेखनीय हैं।

बाबू बनारसी दास नगर निवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश पाण्डेय ने कहा कि बाबू जी द्वारा 13-14 वर्ष की किशोर अवस्था की आयु में स्वतत्रंता संग्राम के आन्दोलन में क्रान्तिकारीकर्ता के कदम अत्यन्त प्रेरणा स्त्रोत हैं। दूसरी तरफ शिक्षा तथा उच्च शिक्षा के विस्तार तथा तकनीकी शिक्षा की स्थापना व सुलभ उपलब्धता, उनके जीवन का एक सपना था जिस परिकल्पना का बीजारोपड़ बाबू जी ने किया था, आज  उनकी तकनीकि शिक्षा का विस्तार पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता हैं। लखनऊ में स्थापित बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी आने वाले समय में उच्च शिक्षा के एक विशाल वट वृक्ष तैयार होगा जिसकी प्रत्येक शाखाएं भी अपने आप में एक विशाल वृक्ष के रूप में विकसित होगी व शिक्षा व संस्कार की संवाहक बनेगी।

इस अवसर पर छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष श्री अरूण गुप्ता ने कहा कि सहज उपलब्धता तथा अपने अनुभवोें को सार्वजनिक रूप से शेयर करने के कारण बाबू जी को घर परिवार के अतिरिक्त पूरा मुहल्ला व तत्कालीन नेतागण व उनके परिजन भी बाबू जी को अपने परिवार का मुखिया मानते थे।

श्री अचल मेहरोत्रा ने बाबू जी को श्रद्वाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि बाबू जी की प्रशासनिक कार्य प्रणाली इतनी व्यवहारिक थी कि उनके कार्यकाल के अधिकारी एवं कार्यकारीगण आज भी उनके समय के प्रेरक प्रसंग सुनाते रहते है। बाबू जी निश्चित रूप से निर्वादित राजनेता रहें थे उनकी जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों मेें से एक है।

इस अवसर पर स्व0 बाबू जी के निजी सचिव श्री धर्म सिंह, बनारसी दास नगर निवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश पाण्डेय, बाबू बनारसी दास गु्रप आफ एज्युकेशन के डायरेक्टर सुधर्मा सिंह, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अरूण गुप्ता, राज्यसभा सदस्य डाॅ0 अखिलेश दास गुप्ता के राजनैतिक सचिव सुशील दुबे, अचल मेहरोत्रा, सुबोध श्रीवास्तव, पूर्व पार्षद राजीव बाजपेई, रेहान अहमद खान, विपिन बिहारी शुक्ला, होरी लाल गुप्ता, वन्दना अवस्थी, शान बक्शी, जयश्री प्रिया गुप्ता, कमलेश गुप्ता, आशा मौर्या, शारदा खन्ना, बीना पाण्डेय, हसन आब्दी, महेश कुमार चाचा, लालता प्रसाद, अमर सिंह, अजय श्रीवास्तव, रमेश गुप्ता खन्ना, महेश राठौर, मो0 जुबैर, वसीम खान, अब्दुल्लाह सिद्दीकी, रोहित कुमार, राजेन्द्र कुमार गुप्ता आदि उपस्थित हुए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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