भारतीय जनता पार्टी ने बुन्देलखण्ड के लोगों द्वारा पलायन पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से बुन्देलखण्ड वासियों के समस्याओं के निदान तथा ठोस व्यावहारिक कदम उठाने की मांग की है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने बुन्देलखण्ड के 7 जिलों से 32 लाख लोगों द्वारा घर-परिवार खेती पशु आदि छोड़कर रोटी के जुगत में पलायन की गम्भीर चिन्ता का विषय बताया। श्री तिवारी ने कहा एक लम्बे अरसे से केन्द्र और प्रदेश सरकार दोनों ही बुन्देलखण्ड के नाम से पैकेज का खेल खेल रहे है। लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के नाम पर दिया गया धन कहां जा रहा है यह तो अब शोध का विषय हो गया है। श्री तिवारी ने कहा कि बुन्देलखण्ड द्वारा केवल खनन से प्रदेश को औसत 500 करोड़ का राजस्व प्रतिवर्ष प्रदेश सरकार को दिया जा रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि केन्द्र सरकार की अन्र्तमत्रिमण्डलीय समिति ने अपनी रिर्पोट मे यह स्वीकार किया है कि गरीबी के कारण यहां के 32 लाख लोगों ने पलायन किया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गम्भीर बात यह है कि बुन्देलखण्ड के लगभग सभी प्रभावशाली लोग खनिज व्यवसाय से जुड़े है और इस क्षेत्र अरबों-खरबों का अवैध खनन प्रतिवर्ष हो रहा है और आम आदमी रोटी की तलाश में अपना घर गृहस्थी परिवार खेती सब छोड़कर पलायन कर रहा है। राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश सरकार से मांग की कि बुन्देलखण्ड को वीरान होने से बचाने के लिए सरकार वैज्ञानिकों का एक समूह गठित कर तत्काल वहां के जलश्रोतो को बहाल करने के कदम उठाए तथा बुन्देलखण्ड की जलवायु व जमीन के अनुकूल सघन वृक्षारोपण का कार्य प्रारम्भ करें। अन्यथा सरकारी पैकेज तथा योजनाओं से बुन्देलखण्ड को वीरान होने से बचाया नही जा सकता। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी मांग की है कि सरकार इस बात की जांच करे कि बुन्देलखण्ड पैकेज पैसा कहां खर्च किया गया ? तथा बुन्देलखण्ड में चलाई जा रही उन सभी योजनाओं की ईमानदारी समीक्षा होनी चाहिए जो बुन्देलखण्ड में पानी की कमी को दूर करने तथा गरीबी निवारण के लिए चलाई जा रही हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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