Archive | January, 2012

सभी विभागप्रमुख लेगंे चुनाव ड्यूटी के प्रशिक्षण का ब्यौरा

Posted on 16 January 2012 by admin

काफी दिनो की उठा पटक, फीडिग के बाद अब ड्यूटी आदेश का प्रशिक्षण ब्यौरा आज बांटा जा रहा है, कार्मिक अधिकारी सीडीओ और एडीएम आदि की मौजूदगी मे एनआईसी रेड माइजेशन करके ड्यूटी निकाली गई है, जिसका वितरण आज 16 जनवरी को विकास भवन मे सभी विभाग प्रमुखो को हस्तान्तरित कर दिया जायंेगा। सभी विभाग प्रमुखांे को वहा पहुॅचने का आदेश भी निर्गत किया जा चुका है, जिनका प्रशिक्षणकाल 19 जनवरी से 22 जनवरी तक रखा गया है। विधानसभा निर्वाचन 2012 मे मतदान कर्मिकांे की नियुक्ति प्रथम रेड माइजेेशन एनआईसी मे सीडीओ ऐ0के0 द्विवेदी उपजिलानिर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा, सहायक अभियन्ता शैलेन्द्र सिंह, जिला सूचना अधिकारी आशिफ आफताब की उपस्थिति मे सम्पन्न हुआ। कार्मिक अधिकारी सीडीओ आनन्द कुमार द्विवेदी के अनुसार ड्यूटी स्लिप निकाल कर आज 16 जनवरी से सुबह 11 बजे से विकास भवन सभागार मे बांटी जायेगी। नियत की गई तारीखो पर अनिवार्य रूप से बांटे गये प्रशिक्षण काल मे जीआईसी मे सम्पन्न कराया जायेगा, जो 19 जनवरी से 22 जनवरी के मध्य 2 पालियों मे प्रशिक्षण दिया जायेगा, प्रथम पाली मे सुबह नौ बजे से 1 बजे तक तथा दूसरी पाली मे 2 बजे से सायंकाल 6 बजे तक चलेगीं। 19 जनवरी को सुबह के पाली मंे कोड संख्या 1 से 960 तक दूसरी पाली मे 961 से 1920 तक। इसी क्रम मे 20 जनवरी को प्रथम पाली मे 1921 से 2880 तक, दूसरी पाली मे 2881 से 3840 तक। 21 जनवरी को 3841 से 4800 तक प्रथम पाली मे, दुसरी पाली मे 4801 से 5760 तक। तथा 22 जनवरी को 5761 से अन्त तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसमे केवल पीठासीन अधिकारी और प्रथम मतदान अधिकारी भाग लेगे। अगर पीठासीन अधिकारी या प्रथम मतदान अधिकारी कार्यक्रम मे भाग नही लेगे तो लोक प्रतिनिधि धारा 1951 के अन्तर्गत उन पर कार्यवाही की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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प्रत्याशिओं के भाग्य विधाता बनेगी अबकि बार जनपद की महिलायें

Posted on 16 January 2012 by admin

विधानसभा 2012 के चुनाव मे जनपद की आठ विधानसभा की सीटों पर अगर काबिज होना है तो एक बात निश्चित रूप से विल्कुल सत्य है कि अबकि बार इसकी चाभी या जीत का सेहरा उसी के सर पर सजेगा जिस पर मेहरबान होगी जनपद की महिला वोटर। जिले की पचीस लाख मतदाताओं मे 1,25,000 से ज्यादा वोटरो को हमारी मातायें, बहने, चाची, बुआ, ताई या दादी दवायंे बैठी है, इस प्रकार कुल मिलाकर पैंतालिस फीसदी वोट वैंक प्रत्याशिआंे की जीत का आधार ये महिलायंे ही बनेगी। आयोग के प्रतिदिन नये नये आदेश राजनैतिक दलो के प्रत्याशिओ का गाॅव गॅाव, गली गली मे घूमने को चुनाव आयोग ने मजबूर कर दिया है, सभी ने अपने साथ रिश्ते दारी का हवाला दे रहे है। मुलाकातिओं के बीच अनुनय विनय दन्डवत सभी का जोर लगा रहे है। जनपद मे कुल वोटर मतदाता 25,21,404 है, इनमे महिला मतदाता की सख्या 11,50,110 के लगभग बताई जा रही है इस प्रकार महिला मतदाताओ के हाथ मे 45 फीसदी का वोट बैक रिजर्व मे है। अगर ये कहा जायें किसी का भी भाग्य ये वोटर पलट सकते  है, गलत कदापि नही होगा। क्योकि सवायजपुर मे 3,33,825 मतदाताओ मे महिला वोटर 1,44,964 है, जबकि शहाबाद मे कुल मतदाता 3,08,856 से सापेक्ष महिला मतदाता 1,38,807 है। हरदोई विधानसभा क्षेत्र मे कुल मतदाता 3,35,975  की तुलना मे महिला वोटर 1,50,033 है इसी प्रकार से गोपामऊ मे 2,98,591 के सापेक्ष 1,33,354 है, सान्डी विधानसभा क्षेत्र मे 2,91,519 की तुलना मे 1,27,918 महिलाये है, बिलग्राम विधानसभा क्षेत्र मे 323518 की तुलना मे महिलाओ की वोटर सख्या 1,50,504, इसी प्रकार बालामऊ मे कुल सख्या 3,22,692 जिसमे महिला वोटर 1,43,661 है। सण्डीला विधानसभा क्षेत्र मे 3,06,428 है वहा पर महिला मतदाता सख्या 1,35,949 है। इस प्रकार कुल मिलाकर 25,21,404 कुल मतदाताओ मे से 11,55,110 महिला वोटर है। इस वोट बैक को भला कौन सी पार्टी या प्रत्याशी नजरअन्दाज कर सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों की सूची

Posted on 16 January 2012 by admin

मुख्यमंत्री मायावती ने आज अपने जन्म दिवस पर कार्यकर्ताओं और प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैंने साफ छवि प्रत्याशियों को टिकट दिये हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जन्मदिवस पर उन्हें पूर्ण बहुमत का तोहफा दें। इस अवसर पर उन्होंने 403 प्रत्याशियों की सूची भी जारी की। बेहट-महावीर सिंह राणा, नकुड़-धर्मसिंह सैनी, सहारनपुर नगर-संजय गर्ग, सहारनपुर ग्रामीण-जगपाल, देवबन्द-मनोज चौधरी, रामपुर मनिहारन (सु)-रविन्द्र कुमार मोलू, गंगोह-नाहिद मुनव्वर हसन, कैराना-हाजी अनवर, थाना भवन-अब्दुल वारिस खां, शामली-चौ.बलवीर सिंह, बुढ़ाना-योगराज सिंह, चरथावल-नूर सलीम राणा उर्फ पप्पू, पुरकाजी (सु)-अनिल कुमार, मुजफ्फरनगर-अरविन्द राज शर्मा, खतौली-ताराचन्द शास्त्री, मीरापुर-मौलाना जमील अहमद, नजीबाबाद-तसलीम अहमद, नगीना (सु)-ओमवती, बढ़ापुर-मोहम्मद गाजी शेख, धामपुर-अशोक राणा, नहटौर (सु)-ओम कुमार सिंह, बिजनौर-महबूब अली शेख, चांदपुर-इकबाल, नूरपुर-वेद प्रकाश सिंह, कांठ - रिजवान अहमद, ठाकुरद्वारा-मोहम्मद इलियास, मुरादाबाद देहात-नासिर कुरैशी, मुरादाबाद शहर-संदीप अग्रवाल, कुन्दरकी-हाजी मोहम्मद जुवेद, बिलारी- लाखन सिंह सैनी, चन्दौसी (सु)-गिरीश चन्द्र, असमौली-अकीलुर्रहमान, सम्भल-रफातुल्ला उर्फ नेता छिद्दा, स्वार-अब्दुल अजीम खां, चमरऊवा-मोहम्मद यूसुफ, विलासपुर-अमरीश पटेल, रामपुर-भारत भूषण, मिलक (सु)- राधेश्याम राही, धनौरा (सु)- हेम सिंह आर्या, नौगांव सादात-राहुल सिंह चौहान, अमरोहा-शाहिद अली, हसनपुर- गंगा सरन खागी एड़, सिवालखास- चौधरी जगत सिंह, सरधना-चौधरी चन्द्र वीर सिंह, हस्तिनापुर (सु)- प्रशांत गौतम, किठौर-लखीराम नागर, मेरठ कैंट-सुनील कुमार बाधवा, मेरठ शहर- सलीम अंसारी, मेरठ दक्षिण- हाजी राशिद अखलाद कुरेशी, छपरौली- देवपाल शास्त्री, बड़ौत- लोकेश दीक्षित, बागपत-हेमलता चौधरी, लोनी- हाजी जाकिर, मुरादनगर- वहाब चौधरी, साहिबाबाद-अमरपाल शर्मा, गाजियाबाद-सुरेश बंसल, मोदीनगर- मास्टर राजपाल, धौलाना-मोहम्मद असलम चौधरी, हापुड़ (सु)- धर्मपाल, गढ़मुक्तेश्र्वर-फरहत हसन उर्फ हाजी शब्बन, नोएडा- ओमदत्त शर्मा, दादरी-सतवीर सिंह गूजर, जेवर-वेदराम भाटी, सिकंदराबाद- सलीम अख्तर एडवोकेट, बुलंदशहर- हाजी अलीम, स्याना-देवेन्द्र भारद्वाज, अनूप शहर- चौधरी गजेंद्र सिंह, डिबाई- विनोद उपाध्याय, शिकारपुर-अनिल शर्मा, खुर्जा (सु)- हो राम, खर (सु)- श्रीमती राजरानी, बरौली- ठाकुर जयवीर सिंह, अतरौली- शाकिब अनवर, छर्रा- मूलचंद बघेल, कोल- जियाउल रहमान, अलीगढ़ - संजय शर्मा, इगलास (सु)- राजेंद्र सिंह, हाथ्ररस (सु)- गेंदालाल, सादाबाद- सतेंद्र शर्मा, सिकंदरा-राऊ- रामवीर उपाध्याय, छाता- चौधरी लक्ष्मी नारायण, मांट- रामपाल सिंह, गोवर्घन- राज कुमार रावत, मथुरा- पुष्पा शर्मा, बलदेव (सु)-चन्द्रभान सिंह जाटव उर्फ पप्पू, एत्मादपुर- धर्मपाल सिंह, आगरा कैंट (सु)-गुटियारी लाल दुवेश, आगरा दक्षिण- जुल्फकार अहमद भुट्टो, आगरा उत्तरी- राजेश कुमार अग्रवाल, आगरा देहात (सु)- कालीचरण सुमन, फतेहपुर सीकरी- सूरजपाल सिंह, खरागढ़-भगवान सिंह कुशवाहा, फतेहाबाद- छोटेलाल वर्मा, बाह-मधुसूदन शर्मा, टूण्डला (सु)- राकेश बाबू, जसराना- राम गोपाल उर्फ पप्पू लोधी, फिरोजाबाद- खालिद सिद्दीकी, शिकोहाबाद- मुकेश वर्मा, सिरसागंज- अतुल प्रताप सिंह, कासगंज- हसरतउल्ला शेरवानी, अमांपुर-ममतेश शाक्य, पटियाली- सूरज सिंह शाक्य, अलीगंज-संघमित्रा मौर्य, एटा- गजेंद्र सिंह चौहान, मरहरा-नन्नू सिंह वर्मा, जलेसर (सु)- ओम प्रकाश दलित, मैनपुरी- रमा शाक्य, भोगांव- राहुल राठौर, किशनी (सु)- कुमारी संध्या कठेरिया, करहल- जयवीर सिंह, गुन्नौर- भूपेन्द्र सिंह यादव उर्फ कालिया, बिसौली (सु)- प्रीती सागर उर्फ पुष्पा रानी, सहसवान- मीर हादी अली उर्फ बाबर अली, बिल्सी-हाजी मुसर्रफ अली उर्फ बिट्टन, बदायूं- राम सेवक पटेल, शेखूपुर- मोहम्मद रिजवान, दातागंज- सिनोद
शाक्य, बहेड़ी- अंजुम रसीद, मीरगंज- सुल्तान बेग, भोजीपुरा- अखलाक अहमद अंसारी, नवाबगंज- ऊषा गंगवार, फरीदपुर(सु)- विजयपाल सिंह, बिथरी-चैनपुर- वीरेन्द्र सिंह, बरेली शहर- डा. अनीस बेग, बरेली कैंट- राम गोपाल मिश्रा, आंवला- साजिद अली खां, पीलीभीत- संजय सिंह गंगवार, बरखेड़ा- अरसद खां, पूरनपुर (सु)- दिनेश भारती, बीसलपुर- नीरज गंगवार, कटरा- राजीव कश्यप, जलालाबाद- नीरज मौर्य, तिलहर- रोशन लाल वर्मा, पुवाया (सु)- अरुण सागर, शाहजहांपुर- मोहम्मद असलम, ददरौल-रिजवान अली उर्फ भोले मियां, पलिया-हरविन्दर साहनी उर्फ रोमी साहनी, निघासन- दरोगा सिंह, गोलागोकर्ण नाथ्र- सिम्मी बानो, श्रीनगर (सु)- श्रीपाल वर्मा, धौरहरा- शमशेर बहादुर सिंह, लखीमपुर- ज्ञान प्रकाश वाजपेयी, कस्ता (सु)- सौरभ सिंह सोनू, मोहम्मदी-बाला प्रसाद अवस्थी, महौली- महेश मिश्रा, सीतापुर- अयूब खां, हरगांव (सु)- रामहेतु भारती, लहरपुर- जासमीर अंसारी, बिसवां- निर्मल वर्मा, सेवटा- रंजना वाजपेयी, महमूदाबाद-मोहम्मद अहमद अंसारी, सिधौली (सु)- हरगोविन्द भार्गव, मिश्रिख (सु)- मनीष कुमार, सवायजपुर- रजनी तिवारी, शहाबाद- मोहम्मद आसिफ, हरदोई- राजा बक्स सिंह, गोपामऊ (सु)- अनिता वर्मा, साण्डी (सु)- वीरेंद्र कुमार, बिलग्राम मल्लावां- बृजेश वर्मा, बालामऊ (सु)- रामपाल वर्मा, संडीला- अब्दुल मन्नान, बांगरमऊ- इरशाद खां, सफीपुर (सु)- रामबरन कुरील, मोहान (सु)- राधेलाल रावत, उन्नाव- नम्रता पाठक, भगवंतनगर- रवि शंकर पाण्डे, पुरवा- सुन्दर लाल लोधी, मलिहाबाद (सु)- सिद्धार्थ शंकर, बक्शी का तालाब- नकुल दुबे, सरोजनी
नगर- शंकर सिंह, लखनऊ प:िम- डा. शाहिद सिद्दीकी, लखनऊ उत्तरी- अरुण द्विवेदी, लखनऊ पूर्वी- कैप्टन के.सी. त्रिपाठी, लखनऊ मध्य- मोहम्मद नसीम सिद्दीकी, लखनऊ कैंट- नवीन चंद द्विवेदी, मोहनलालगंज (सु)- पुष्पा रावत, बछरावां (सु)- जगजीवन राम वाडले, तिलोई- नदीम अशरफ जायसी, हरचन्दपुर- जय नारायण शुक्ला, रायबरेली- पुष्पेन्द्र सिंह, सलौन (सु)- विजय कुमार अंबेडकर, सरैनी- सुशील कुमार यादव, ऊँचाहार- उत्कृष्ठ मौर्य उर्फ अशोक मौर्य, जगदीशपुर (सु)- श्रीराम क्रांतिकारी, गौरीगंज- चन्द्र प्रकाश मटियारी, अमेठी- आशीेष शुक्ला, इसौली-नसरीन नायाब, सुल्तानपुर- मोहम्मद ताहिर, सदर- राज प्रसाद उपाध्याय उर्फ राज बाबू, लंभुआ- विनोद सिंह, कादीपुर(सु)- भगेलू राम, कायमगंज (सु)- अनुराग सिंह जाटव, अमृत पुर- महावीर राजपूत, फर्रुखाबाद- मोहम्मद उमर, भोजपुर- महेश सिंह राठौर, छिबरामऊ- ताहिर हुसैन सिद्दीकी, तेरवा- कैलाश चन्द्र राजपूत, कन्नौज (सु)- महेन्द्र सिंह निम, जसवंतनगर- मनीष यादव उर्फ पतरे, इटावा- महेन्द्र सिंह राजपूत, भरथना (सु)- राघवेन्द्र सिंह गौतम, विधूना- देवेश शाक्य, दिवियापुर- रामजी शुक्ला, औरैया (सु)- कुलदीप कुमार दोहरे, रसूलाबाद (सु)- निर्मला शंखवार, अकबरपुर रनिया- प्रतिभा शुक्ला, सिकंदरा- इन्द्रपाल सिंह, भोगनीपुर- धर्मपाल सिंह भदौरिया, बिल्हौर (सु)- कमलेश दिवाकर, बिठूर- राम प्रकाश कुशवाहा, कल्यानपुर- निर्मल तिवारी, गोविन्द नगर- सचिन त्रिपाठी, सीसामऊ- मोहम्मद वसीक एडवोकेट, आर्यनगर- कैलाश शर्मा, किदवई नगर- पं. श्याम सुंदर गर्ग, कानपुर कैंट- सुहेल अख्तर अंसारी, महराजपुर- सिखा मिश्रा, घाटमपुर (सु)- सरोज कुरील, माधौगढ़- संत राम कुशवाहा, कालपी- संजय भदौरिया, उरई (सु)- सतेन्द्र प्रताप हिरवार, बबीना- कृष्णपाल राजपूत, झांसी नगर- सीताराम कुशवाहा, मऊरानीपुर (सु)- राजेन्द्र राहुल अहिरवार, गरौठा- देवेश कुमार पालीवाल, ललितपुर- रमेश कुमार कुशवाहा, महरौनी (सु)- फेरन लाल अहिरवार, हमीरपुर -फतेह मोहम्मद खान, राठ (सु)-राम सहाय अहिरवार, महोबा- राजनारायण भूदौलिया, चरखारी-धूराम चौधरी, तिन्दवारी- अच्छे लाल निषाद, बबेरू- बृजमोहन सिंह कुशवाहा, नरैनी (सु)-गया चरन दिनकर, बांदा- दिनेश चन्द्र शुक्ला उर्फ लाला, चित्रकूट- राम सेवक शुक्ला, मानिकपुर- चन्द्रभान सिंह पटेल, जहानाबाद- समीर त्रिवेदी, बिन्दकी- सूखदेव प्रसाद वर्मा, फतेहपुर- जितेन्द्र लोधी, अयाह- शाह- अयोध्या प्रसाद पाल, हुसैनगंज- मोहम्मद आसिफ शेख, खागा (सु)- मुरलीधर एडवोकेट, रामपुर खास- हीरामणि पटेल, बाबागंज (सु)-महेन्द्र बौद्ध, कुण्डा- शिव प्रकाश मिश्र सेनानी, विश्र्वनाथ गंज- सिंधुजा मिश्र, प्रतापगढ़सदर- सजय कुमार तिवारी, पट्टी-मनोज तिवारी, रानीगंज-मन्सा अहमद, सिराथू-आनंद मोहन सिंह पटेल, मंझनपुर (सु)- इन्द्र जीत सरोज, चायल- मोहम्मद आसिफ जाफरी, फाफामऊ- गुरु प्रसाद मौय, सोरांव
(सु)- बाबूलाल भौरा, फूलपुर- प्रवीण पटेल, प्रतापपुर- मो. मुस्तफा सिद्दीकी, हंडिया- राम मिलन यादव, मेजा- आनन्द कुमार उर्फ कलक्टर पाण्डेय, करछना- दीपक पटेल, इलाहाबाद प:िम- पूजा पाल, इलाहाबाद दक्षिण- नन्दगोपाल उर्फ नन्दी गुप्ता, इलाहाबाद उत्तर- हर्षवर्धन वाजपेयी, बारा (सु)- भोलानाथ चौधरी, कोरांव (सु)- राजबली जैसल, कुर्सी- मीता गौतम, रामनगर- अमरेश शुक्ला, बाराबंकी- संग्राम सिंह, जैदपुर (सु)- वेद प्रकाश, दरियाबाद- विवेक पाण्डेय, रुदौली- शमशाद (पठान), हैदरगढ़ (सु)- रामनारायण रावत, मिल्कीपुर (सु)- पवन कुमार गौतम, बीकापुर- मोहम्मद फिरोज खान उर्फ गब्बर, अयोध्या- वेद प्रकाश गुप्ता, गोसाईगंज- इन्द्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी, कटेहरी- लालजी वर्मा, टांडा- अजय कुमार वर्मा उर्फ विशाल वर्मा, आलापुर (सु)-त्रिभुवन दत्त, जलालपुर- रितेश पांडेय, अकबरपुर- संजय कुमार राजभर, बलहा (सु)- किरण भारती, नानपारा- वारिस अली, मटेरा- बाबू शॉह, महसी- कृष्ण कुमार ओझा, बहराइच- मोहम्मद मुसर्रफ खां, पयागपुर- अजीत प्रताप सिंह, कैसरगंज- खालिद अहमद खान, भिनगा- रहीम खां, श्रावस्ती- विनोद त्रिपाठी, तुलसीपुर- सलमान जहीर, गैसड़ी- अलाउद्दीन, उतरौला- धीरेन्द्र प्रसाद, बलरामपुर (सु)- राम सागर अकेला, मेहनौन- अरशद अली खां, गोंडा- सगीर उस्मानी, कटराबाजार- मसूद खां, करनैलगंज- अजय प्रताप सिंह, तरबगंज- रामभजन चौबे, मनकापुर (सु)- रमेश चन्द्र गौतम, गौरा- प्रभाष वर्मा, सोहरतगढ़- मुमताज अहमद, कपिलवस्तु (सु)- पी.आर. आजाद, बांसी- विनय शंकर तिवारी, इटवा- सुबोध चन्द्र यादव, डुमरियागंज- सैयदा खातून, हरैया- ममता पाण्डेय, कप्तानगंज-राम प्रसाद चौधरी, रुदौली- राजेन्द्र चौधरी, बस्ती सदर- जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, महदेवा (सु)- दूधराम,
मेहदावल- मोहम्मद तैयब खां, खलीलाबाद- मसहूर आलम चौधरी, घनघटा (सु)-राम सिधारे, फरेंदा- परशुराम निषाद, नौतनवां- सदा मोहन उपाध्याय, सिसवां- प्रेम सागर पटेल, महाराजगंज (सु)- निर्मेश मंगल, पनियरा- जी.एम. सिंह, कैंपियरगंज- प्रदीप निषाद, पिपराइच- पप्पू जायसवाल, गोरखपुर शहर- दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, गोरखपुर देहात- राम भुआल निषाद, सहजनवा- बृजेश सिंह, खजनी (सु)- राम समूझ, चौरी-चौरा- जय प्रकाश निषाद, बांसगांव (सु)- डा. विजय कुमार, चिल्लूपार- राजेश त्रिपाठी, खड्डा- रवि प्रकाश उर्फ मोहन चौहान, पडरौना- स्वामी प्रसाद मौर्य, तमकुहीराज- मनीष जायसवाल, फाजिलनगर- कलामुद्दीन, कुशीनगर- जावेद इकबाल, हाटा- वीरेन्द्र सिंह सैंथवार, रामकोला (सु)- हरेन्द्र कुमार गौतम, रुद्रपुर- सुरेश कुमार तिवारी, देवरिया- प्रमोद सिंह, पथरदेवा- संजय सिंह सैंथवार, रामपुर कारखाना- राजाराम चौहान, भटपार रानी- सभा कुंवर कुशवाहा, सलेमपुर (सु)- बलिराम, बरहज- रेणू जायसवाल, अतरौलिया- सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा- गोपालपुर- कमला प्रसाद यादव, सगड़ी- संतोष कुमार उर्फ टीपू, मुबारकपुर- शाह आलम, आजमगढ़ सदर- सर्वेश सिंह सीपू, निजामाबाद- कलामउद्दीन खां, फूलपुर पवई- अब्बूल केश, दीदारगंज- सुखदेव राजभर, लालगंज (सु)- हीरालाल गौतम, मेंहनगर (सु)- विद्या चौधरी, मधुवन- उमेश पांडेय, घोसी- फागू चौहान, मोहम्मदाबाद गोहना (सु)- राजेन्द्र कुमार, मऊ- भीम राजभर, बेलथरा रोड (सु)- छू राम, रसड़ा- उमाशंकर सिंह, सिकंदरपुर- चन्द्रभूषण राजभर, फेफना- शिवानंद सिंह, बलिया सदर- संजय उपाध्याय, बांसडीह- बड़ेलाल मौर्या, बैरिया- मुक्तेश्र्वर सिंह, बदलापुर- लालजी यादव, शाहगंज- धर्मराज निषाद, जौनपुर- तेज बहादुर उर्फ पप्पू मौर्या, मल्हानी- पाणनी सिंह, मुगरा बादशहपुर- रमेश मिश्रा, मछली शहर (सु)- रामफेर गौतम, मडि़याहूं- सावित्री पटेल, जफराबाद- जगदीश नारायण राय, केराकत (सु)- विजय लक्ष्मी, जखनियां (सु)- विजय कुमार, सैदपुर (सु)- अमेरिका राम, गाजीपुर- रामकुमार सिंह, जंगीपुर- मनीष पाण्डेय, जहूराबाद- कालीचरण राजभर, मोहम्मदाबाद- विनोद कुमार राय, जमानियां- उमाशंकर कुशवाहा, मुगलसराय- बब्बन चौहान, सकलडीहा- राम बिहारी चौबे, सैयदराजा- शारदा प्रसाद, चकिया (सु)- जितेन्द्र कुमार, पिण्डरा- जय प्रकाश मिश्रा, अजगरा (सु)- त्रिभवन राम (टी. राम), शिवपुर- उदयलाल मौय, रोहनिया- रमाकांत सिंह उर्फ मिंटू सिंह, वाराणसी उत्तर- सुजीत कुमार मौर्य, वाराणसी दक्षिण- कैसर अमीन अंसारी, वाराणसी कैंट- चन्द्र कुमार मिश्र उर्फ गुड्डू महाराज, सेवापुरी- मनीष कुमार सिंह, भदोही- रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी, ज्ञानपुर- दिनेश कुमार सिंह, औराई (सु)- बैजनाथ गौतम, छानबे (सु)- शशिभूषण एडवोकेट, मिर्जापुर- रंगनाथ मिश्रा, मझवां- रमेश चन्द्र बिंद, चुनार- घनश्याम पटेल, मडि़हान- शिवजोर पाल, घोरावल- अनिल कुमार मौर्य, रावर्टसगंज- इंजीनियर रमेश पटेल, ओबरा- सुनील कुमार सिंह यादव, दुद्धी (सु)- पन्ना लाल।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में आज लगभग 8 हजार मामलों में हुई कार्यवाई

Posted on 15 January 2012 by admin

55 एफ0आई0आर0 दर्ज, 11 हजार से  अधिक लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त
अब तक 2431 अवैध असलहे एवं 4046 कारतूस सीज
सी0आर0पी0सी0 की धारा 107/116 के तहत 7 लाख से अधिक व्यक्ति पाबन्द
अभियान के तहत कुल 135149 लीटर अवैध शराब एवं 28.27 करोड़ रूपये जब्त

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में आज 1027 वालराइटिंग, 325 बैनर्स, 2423 पोस्टर, 4168 हजार झण्डे आदि हटाये गये तथा 55 एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी। इसी प्रकार आज 147 अवैध असलहे एवं 264 कारतूस जब्त करते हुये 51 हजार से अधिक व्यक्तियों को सी0आर0पी0सी0 की धारा-107 एवं 116 के तहत पाबन्द किया गया। अवैध हथियार बनाने वाले 273 कारखानों को सीज किया गया। लाइसेंसी हथियारों के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत 11327 लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त/निष्प्रभावी किये गये तथा 4060 संवेदनशील केन्द्रों का चिन्हीकरण किया गया और 21272 व्यक्तियों को चुनाव में समस्या उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों के रूप में चिन्हित किया गया।
यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री उमेश सिन्हा ने दी है। उन्होंने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन के तहत प्रदेश में अब तक लगभग 4.84 लाख मामलों में कार्यवाई करते हुए लगभग 41.4 हजार वालराइटिंग, 1.88 लाख पोस्टर तथा लगभग 2.54 लाख बैनर्स एवं अन्य सामग्री हटाते हुए 1585 एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव कराये जाने के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था के तहत प्रदेश में अब तक 2431 अवैध असलहों के साथ 4046 कारतूस जब्त किये गये और लगभग 7 लाख व्यक्तियों को धारा 107/116 सी0आर0पी0सी0 के अंतर्गत पाबन्द किया गया। इसके अतिरिक्त 14970 लोगों के विरूद्ध गैर जमानती वारन्ट तामील कराये गये तथा अवैध हथियार बनाने वाले 4343 कारखानों पर छापे डालकर सीज किया गया। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान अब तक लगभग 1.88 लाख लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त/निष्प्रभावी किये गये।
श्री सिन्हा ने बताया कि आज जनपद प्रबुद्ध नगर, रामपुर एवं बस्ती में 4975 लीटर देशी शराब 7905 लीटर विदेशी एवं 68 लीटर बियर कुल 12948 लीटर शराब बरामद किया गया। उन्होेंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 135149 लीटर अवैध शराब जब्त गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक फ्लांइग स्क्वायड एवं निगरानी दल द्वारा लगभग 28.27 करोड़ रूपये बरामद किये गये है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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प्रदेश के विधानसभा निर्वाचन-2012 के दूसरे चरण का नामांकन कल से

Posted on 15 January 2012 by admin

चार मण्डलों के 9 जिलों में होगा नामांकन नामांकन प्रक्रिया, अधिसूचना जारी होने के बाद शुरू होगी
दूसरे चरण में 59 विधान सभा क्षेत्रों के लगभग 1.93 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान

प्रदेश के विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2012 के दूसरे चरण में 9 जिलों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन प्रक्रिया कल दिनांक 16 जनवरी से प्रारम्भ हो रही है। नामांकन प्रक्रिया पूर्वान्ह 11.00 बजे अधिसूचना जारी होने के तुरन्त बाद से शुरू हो जायेगी। दूसरे चरण में 4 मण्डलों-बस्ती, आजमगढ़, गोरखपुर, वाराणसी तथा 9 जिलों-संतकबीरनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरियां, आजमगढ़, मऊ, बलिया तथा गाजीपुर में निर्वाचन की प्रक्रिया कल से शुरू होगी। उन्होंने बताया कि नामांकन की अंतिम तिथि 23 जनवरी, 2012 है, 24 जनवरी को नामांकन पत्रों की जाँच की जायेगी तथा 27 जनवरी 2012 तक नाम वापस लिये जा सकेंगे।
यह जानकारी आज यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री उमेश सिन्हा ने आज यहाँ दी। उन्होंने बताया कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2012 के दूसरे चरण में मतदाताओं की कुल संख्या 1.93 करोड़ है जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1.06 करोड़ तथा  महिला मतदाताओं की संख्या 86.61 लाख है। उन्होंने बताया कि चुनाव वाले जनपदों में लगभग 13 हजार पोलिंग सेण्टर तथा लगभग 20 हजार पोलिंग स्टेशन बनाये गये हैं। निर्वाचन प्रक्रिया में लगभग 22 हजार ईवीएम मशीनों का प्रयोग होगा।
श्री सिन्हा ने बताया कि विधानसभा के लिये नामांकन पत्र फार्म-2बी में उम्मीदवारों द्वारा भरे जायेंगे। प्रत्येक कार्य दिवस में नामांकन 11.00 बजे से 3.00 बजे के मध्य लिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि आर.ओ/ए.आर.ओ. के कार्यालय के 100 मीटर की परिधि में  3 वाहन ले जाये जा सकते हैं और आर.ओ. के कक्ष में उम्मीदवार सहित 5 व्यक्ति उपस्थित रह सकते हैं। राष्ट्रीय एवं राज्यीय दलों के उम्मदवारों को एक प्रस्तावक तथा गैर मान्यता प्राप्त पंजीकृत दलों एवं निर्दलीय उम्मीदवारों के लिये 10 प्रस्तावकों की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार प्रदेश के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से मतदाता हो सकता है परन्तु अन्य निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता होने पर उसे मतदाता सूची का उद्धरण दाखिल करना चाहिये लेकिन प्रस्तावकों को उसी क्षेत्र का मतदाता होना चाहिये जिस क्षेत्र से उम्मीदवार नामांकन भर रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नामांकन पत्र के साथ दो शपथ-पत्र दाखिल किये जायेंगे। एक शपथ-पत्र फार्म-26 में क्रिमिनल रिकार्ड का और दूसरा मा0 उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देशित सम्पत्तियों और देयताओं से संबंधित शपथ पत्र होगा। उन्होंने बताया कि दिनांक 25 फरवरी, 2011 के निर्देशों के अधीन शपथ-पत्रों का प्रारूप बदल गया है। इसी पुनरीक्षित प्रारूप पर शपथ-पत्र दाखिल किये जायेंगे, पुराने प्रारूप पर नहीं। उन्होंने बताया कि इस प्रारूप में स्वयं के साथ-साथ पत्नी और आश्रितों की सम्पत्तियों और देयताओं का विवरण देना है साथ में पैन नम्बर आदि का भी उल्लेख किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि राजनैतिक दलों द्वारा खड़े किये गये उम्मीदवारों को फार्म ए और बी दाखिल करना होगा। फार्म बी नामांकन दाखिल करने की अन्तिम तिथि को   3.00 बजे तक दाखिल किया जाना आवश्यक है।
श्री सिन्हा ने बताया कि शपथ पत्र स्टाम्प पेपर पर नोटराइज होना चाहिये और सारे कालम भरे होने चाहिये। एक उम्मीदवार द्वारा नामांकन पत्रों के 4 सेट दाखिल किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव हेतु जमानत की राशि रू0 10 हजार है जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों के लिये यह राशि 5 हजार होगी। उन्होंने बताया कि निर्दलीय उम्मीदवार आयोग द्वारा निर्धारित फ्री सिम्बल्स में से किसी एक चुनाव चिन्ह का चयन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पूरी नामांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जायेगी। सभी उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने के पहले सरसरी तौर पर एक बार भरे गये विवरणों को देख लेना चाहिये। उम्मीदवारों द्वारा दाखिल शपथ पत्र रिटर्निंग आफिसर के कार्यालय में नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि नामांकन दाखिल करते समय उम्मीदवार को निर्वाचन व्यय रजिस्टर तथा आयोग के प्रमुख निर्देशों की प्रति उपलब्ध कराई जायेंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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राज्य में सभी 403 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की

Posted on 15 January 2012 by admin

पार्टी कार्यकर्ताओं को अपील करने के लिए उसके जन्मदिन के उपहार के रूप में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा की जीत का इलाज, मुख्यमंत्री और रविवार को पार्टी सुप्रीमो मायावती राज्य में सभी 403 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की.

“पार्टी के लोग बसपा सत्ता में वापस लाएगा पूर्ण बहुमत के साथ और पिछले चुनाव की तुलना में सीटों की उच्च संख्या के साथ यह मेरा जन्मदिन की असली मूल्यवान उपहार होगा,” वह उसे 56 जन्मदिन पर कहा.

मायावती ने कहा कि, समानता की अवधारणा सम्मान, समाज के सभी वर्गों के लिए टिकट दिया गया है. “टिकट 88 अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों, 113 ओबीसी, 85 धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमान, 117 ऊपरी जाति, जिनमें से 74 ब्राह्मण और 33 Chattriyas के लिए दिया गया है,” उसने कहा.

बसपा अपने दम पर उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में लड़ रहे थे, उसने कहा.

“मुझे आशा है कि पार्टी अच्छी तरह से इन तीन राज्यों में प्रदर्शन करेंगे” उसने कहा.

मायावती ने कहा कि उम्मीदवारों ध्यान का चयन करते समय भुगतान किया गया था कि वे एक स्वच्छ छवि था, थे बसपा आंदोलन के लिए समर्पित और अपने संबंधित क्षेत्रों के विकास पर ध्यान दिया.

“विशेष ध्यान के रूप में दिया गया था, पिछले विधानसभा चुनाव में अन्य दलों से गलत लोगों के एक नंबर के लिए हमारी पार्टी का टिकट पाने में कामयाब,” उसने दावा किया है.

चुनाव जीतने के बाद, ऐसे लोगों, उनके क्षेत्रों और लोगों के हित के विकास के लिए भाग लेने के बजाय व्यक्तिगत हित के गलत गतिविधियों में शामिल किया गया और पार्टी और सरकार की बदनाम छवि के लिए सभी प्रयास किए, उसने दावा किया है.

“इस तरह के लोगों को भी पार्टी के पुराने काडर, जिसकी वजह से ऐसे मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई लिया हो गया है इस कारण वे भी टिकट नहीं दिया गया कारण खराब,” उसने कहा.

मायावती ने कहा कि पार्टी मानना है कि बसपा आंदोलन सही दिशा में ऐसे विधायकों और मंत्रियों को रखकर प्रगति नहीं कर सकता के था.

“इस आंदोलन को प्राथमिकता देने के समय, टिकट तदनुसार इतना दिया है कि चुनाव में उम्मीदवारों के जीतने के बाद उनके संबंधित और क्षेत्रों के लोगों के हितों के विकास को प्राथमिकता देना चाहिए,” उसने कहा.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि पंजाब और उत्तराखंड के लिए उम्मीदवारों की सूची को संबंधित राज्य समितियों द्वारा जारी किए गए हैं.

वह भी उसे किताब, चुनाव से संबंधित गीत और उसकी अपील के एक सीडी के साथ साथ “मेरा संघर्ष ग्रस्त जीवन और बसपा मूवमेंट का एक यात्रावृत” के सातवें भाग जारी है.

पुस्तक पार्टी और पिछले एक साल के दौरान उठाए गए कदमों का सामना करना पड़ा द्वारा चुनौतियों में से एक खाते था,

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बसपा राज में प्रदेष में मंहगाई और भ्रश्टाचार बढ़ा है

Posted on 15 January 2012 by admin

15-01-alinagar-mubarakpur-2समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष अखिलेष यादव ने कहा है कि बसपा राज में प्रदेष में मंहगाई और भ्रश्टाचार बढ़ा है। नौजवान बेकारी के षिकार है। समाज का हर वर्ग परेषान है। किसान बदहाल है। विकास ठप्प है। इसलिए अब जनता ने बसपा का सफाया करने का इरादा कर लिया है। उन्होने जनता का आव्हान किया कि वह प्रदेष में खुषहाली के लिए समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार बनाएं।
समाजवादी पार्टी के प्रदेष प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया है कि श्री यादव ने आज आजमगढ़ जनपद में पांच जनसभाएं कर बसपा पर तीखे प्रहार किए। उन्होने समाजवादी पार्टी की अगली योजनाओं पर भी प्रकाष डाला। उनका ऊॅची गोदाम, तहबरपुर, रूपयनपुर, जीयनपुर, अलीनगर में भव्य स्वागत किया गया। समाजवादी क्रांन्तिरथ के साथ आज सर्वश्री दुर्गा प्रसाद यादव, श्री आलम बदी, वसीम अहमद, अभय नारायन पटेल, अखिलेष यादव, हवलदार यादव तथा युवा नेता मौजूद थे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि बसपा राज में बहुत अन्याय और उत्पीड़न हुआ है। तमाम कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाए गए है। जनता की गाढ़ी कमाई पत्थरों, पार्को, स्मारकों पर खर्च की गई है। जिन्दा रहते मुख्यमंत्री ने अपनी मूर्तियाॅ लगवाई है। इनको ऊपर से बंद कर दिया गया है। बसपा के पत्थर के हाथी को  पीलिया हो गया है। उसे पीले रंग के कपड़े से ढंका गया है। इसके लिए चुनाव आयोग धन्यवाद का पात्र है।
श्री यादव ने कहा कि जितना पैसा मुख्यमंत्री ने विकास कार्यो के बजाए पत्थरों पर खर्च किया उससे तो गरीबों को इलाज की सुविधा मिल जाती, स्कूल कालेज खुल जाते  और नौजवानों को रोजगार मिल जाता। इसके बजाए मुख्यमंत्री ने बेरोजगार बाप बढ़ा दिए हैं क्योंकि बेकार नौजवानों की षादी हो गई और वे बाप भी बन गए है। किसान बदहाल है।
श्री अखिलेष यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को मुफ्त सिंचाई सुविधा मिलेगी और कोषिष होगी कि उन्हें मुफ्त बिजली भी उपलब्ध कराई जाए। उन्हें फसल का लाभप्रद मूल्य मिले और खाद, बीज समय से मिले यह व्यवस्था होगी। उन्होने कन्या विद्याधन दुगना देने, नौजवानों को रोजगार या बेकारी भत्ता देने का भी वायदा किया। उन्होने जनता से अपील की कि वह समाजवादी पार्टी की सरकार बनाए और बसपा प्रत्याषियों की जमानतें जब्त कराये। समाजवादी पार्टी के प्रदेष प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री को इस बात का अंदाजा हो गया है कि अब वह दुबारा सत्ता में नहीं आएगी। दलितों का भी उनसे बहुत हद तक मोहभंग हो गया है। प्रदेष में भ्रश्टाचार चरम पर हैं। लेाकायुक्त की जांच रिपोर्टो से जब एक-एक कर मंत्रियों के काले कारनामें उजागर होने लगे तो सकपकाई मुख्यमंत्री ने कुछ मंत्रियों को हटाने और कुछ विधायकों के टिकट काटने की नौंटकी की ताकि वे खुद को पाक साफ दिखा सकें। लेकिन अब वे अपनी सरकार पर लगी कालिख धो नहीं पाएगी।
मुख्यमंत्री ने अपनी डूबती नाव पर बैठकर अब चुनाव आयेाग जैसी संवैधानिक संस्था को भी “दलित“ का चाबुक चलाकर धमकाने का प्रयास षुरू कर दिया है। चुनाव आयोग के मूर्तियां ढकने के निर्णय को आलोचना करके वे उसका अवमूल्यन कर रही हैं। उनका गुस्सा इसलिए है कि वे चुनाव में मनमानी करने से रोकी जा रही है। उन्होने पंचायत चुनावों में जैसे सत्ता का दुरूपयेाग किया था वही वह विधान सभा चुनावो में भी करने का मन बनाए हुई थी।
मुख्यमंत्री ने साढ़े चार साल से ज्यादा अपने भ्रश्ट मंत्रियों को सरकार में बनाए रखा। आज भी वे भ्रश्टाचारियों को बचाने में लगी हुई है। लोकायुक्त ने जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मुकदमा चलाने की संस्तुति की थी, मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। अब उनके ही कुछ मंत्री-विधायक बागी होकर बता रहे हैं कि उनके भ्रश्टाचार से कौन लाभान्वित हो रहा था। बसपा राज में जबर्दस्त लूट मची उससे कोई विभाग नहीं बचा। पत्थरों, पार्को, स्मारकों, हाथियों और सुश्री मायावती की मूर्तियों से दलितों को न तो रोजी रोजगार हासिल हुआ है और नहीं जनता को बिजली, पानी, सड़क, पुल की कोई सुविधा मिली है। इसमें मुख्यमंत्री का मोटा कमीषन ही तय हुआ है।
इसमें कोई संदेह नहीं कि दलित की बेटी के षासन में दलित ही सबसे ज्यादा पीडि़त रहा है। दलित महिलाओं की आबरू से खिलवाड़ करने वाले छुट्टा घूमते रहे। पुलिस थानों तक में बलात्कार हुए। मुस्लिमों पर जुल्म हुए।  वकील, छात्र, षिक्षक सभी पर लाठी डंडे चले। किसानों की जमीने जबरन छीनी गई। सिर्फ मुख्यमंत्री के निकटवर्ती ही फायदे रहे।
उत्तर प्रदेष में विधान सभा के चुनावों में जनता ने बदलाव का मन बना लिया है। समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष श्री अखिलेष यादव की सभाओं में जुटती भारी भीड़ इस बात का संकेत है कि अब समाजवादी पार्टी की सरकार बहुमत से आएगी। समाजवादी पार्टी की सरकार में लुटेरों, भ्रश्टाचारियों, अपराधियों और कमीषनखोरों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। वही दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष अखिलेष यादव ने चित्रकूट के पार्टी उम्मीदवार सुनील पटेल के स्थान पर बीर सिह को एक बार फिर उम्मीदवार बना दिया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कल दृष्टि-पत्र (विजन डाक्यूमेंट) का विमोचन

Posted on 15 January 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी कल लखनऊ में उ0प्र0 के विधानसभा चुनाव के परिपे्रक्ष्य में पार्टी द्वारा तैयार किए गए दृष्टि-पत्र (विजन डाक्यूमेंट) का विमोचन करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि कल रवीन्द्रालय चारबाग, लखनऊ में आयोजित होने वाले इस विमोचन के अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं चुनाव अभियान समिति के प्रमुख कलराज मिश्र, विनय कटियार, मुख्तार अब्बास नकवी, राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश सहप्रभारी करूणा शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, संजय जोशी सहित पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
श्री पाठक ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी के संयोजकत्व में बनी कमेटी ने यह विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है। दृष्टि-पत्र में उ0प्र0 के लिए भाजपा की भविष्य की योजनाओं का जिक्र है। उन्होंने बताया कि विजन डाक्यूमेंट में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि अगर भाजपा उ0प्र0 में सत्ता में आती है तो देश की दूसरी भाजपा शासित सरकारों की बेहतरीन योजनाएं प्रदेश में लागू करेंगी।
उन्होंने बताया कि राज्य में बेरोजगारों की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए पार्टी ने अपने दृष्टि-पत्र में युवाओं के समस्याओं और उनके निराकरण की अपनी योजना का भी विस्तृत उल्लेख किया है। इसके अलावा सम्पूणर्, उ0प्र0 के विकास एवं प्रदेश की समस्याओं के हल का दस्तावेज भी पार्टी ने तैयार किया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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संजरपुर बदायूं में फर्जी मुठभेड़ पर पीयूसीएल जांच दल की रिपोट

Posted on 15 January 2012 by admin

बदायूं जिले के उझानी थाना क्षेत्र के संजरपुर गांव के बृजपाल मौर्य पुत्र लीलाधर मौर्य की सात जनवरी 2012 की रात खेत की रखवाली पर जाने के बाद 8 जनवरी 2012 को यह पता चलने पर कि उनकी पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ के नाम पर हत्या दी गई है, मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फाॅर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) के तीन सदस्यी जांच दल ने 12 जनवरी 2012 को घटना स्थल का दौरा किया। जांच दल ने पाया कि एसटीएफ और पुलिस हत्या में लिप्त है। जहां उसने बृजपाल मौर्य को न सिर्फ डकैत बताकर फर्जी मुठभेड़ में मार डाला बल्कि उनकी पहचान मिटाने की नियत से षव को जलाने का भी प्रयास किया।
घटनाक्रम- 7 जनवरी 2012 की रात को रोज की तरह किसान बृजपाल मौर्य अपने खेतों के बीच बने नलकूप की झोपड़ी में सो रहे थे। रात को करीब 12 बजे एक दर्जन से अधिक संख्या में एसटीएफ-पुलिस वालों ने उन्हें गोली मार दी। घटना स्थल के निकट के गांव के चष्मदीद लोगों के मुताबिक पुलिस ने कई राउंड गोली चलाई जिससे आस-पास के गांवों तक में दहषत फैल गई। घटना स्थल के पास के गांव तिगौड़ा के चैकीदार षिषुपाल समेत ग्रामीणों ने तीन सदस्यीय पीयूसीएल जांच दल को बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर गांव केे लोग घटना स्थल से थोड़ी दूर पर खड़े हो गए और वहीं से पूरी घटना को देखा। लेकिन डर के चलते कोई आगे नहीं बढ़ा। इसके बाद वर्दीधारी पुलिस के कुछ जवान गांव के चैकीदार षिषुपाल को षव की षिनाख्त कराने ले गए। षिषुपाल ने जांच दल को बताया कि उनसे पुलिस वालों ने षव को पहचानने के लिए कहा। जिसकी तस्दीक उन्होंने बृजपाल मौर्य के रुप में की इसके बाद पुलिस वालों ने उन्हें वहां से यह कहते हुए भगा दिया कि षव बृजपाल का नहीं पृथ्वी सिंह डकैत का है।
तदउपरान्त पुलिस ने मृतक की पहचान मिटाने की कोषिष के तहत झोपड़ी में आग लगा दी जिससे षव समेत झोपड़ी जलने लगी। इसी बीच कुछ पुलिस वाले संजरपुर गांव में मृतक बृजपाल के घर पहुंचे और दरवाजे पर ईंटा-पत्थर पीटकर खुलवाया और घर की तलाषी ली जब घर में मौजूद लोगों ने पुलिस से ऐसा करने की वजह पूछी तो पुलिस ने कहा कि हमने एक डकैत को मारा है। तुम्हें उसकी पहचान करनी है। पुलिस परिवारीजन समेत पांच लोगों को अपने साथ जीप पर ले गई वहां जाने के बाद मृतक की पत्नी चमेली देवी और प्रमिला ने अधजले षव की षिनाख्त अपने पति और पिता बृजपाल के रुप में की। पुलिस ने षव की षिनाख्त के लिए बृजपाल की बहन कलावती, पत्नी चमेली देवी, पुत्री प्रमीला, अनेकपाल और धर्मपाल को रात में जीप में बैठाकर घटना स्थल पर ले गई थी। इसके बाद पुलिस ने सभी को गाली देकर धमकाते हुए भगा दिया। संजरपुर गांव के विजय सिंह पुत्र मोहनलाल, धर्मेन्द्र पुत्र टीकाराम रामचन्द्र पुत्र खमारी राम ने जांच दल को बताया कि जब ग्रामीण और परिजनों ने  पुलिस वालों को बृजपाल का षव ले जाने से मना करने की कोषिष की तो पुलिस ने उनपर राइफलें तान दीं और धमकी दी कि कोई भी आगे बढ़ा तो मार देंगे। इसके बाद पुलिस अधजली लाष को घसीटते हुए अपने वाहन में लेकर चली गई।
आठ जनवरी को दिन में 12 बजकर 20 मिनट पर बृजपाल की पत्नी चमेली देवी ने वरिश्ठ पुलिस अधिक्षक को दी गई तहरीर में कहा कि दिनांक 8-1-2012 को करीब तीन बजे भोर में उझानी थाना के दरोगा जेपी परिहार व अन्य पांच पुलिस वाले प्रार्थिनी के घर आए और घर की तलाषी ली और तोड़-फोड़ किया। प्रार्थिनी समेत परिवार वालों और मुहल्ले के अन्य लोगों को गाड़ी में बिठाकर नलकूप पर ले गए। जब प्रार्थिनी व अन्य लोग नलकूप पर पहुंचे तो देखा कि बृजपाल पुलिस वालों की गोली लगने से मृत पड़े हैं। तब हम सब लागों ने पहचान कर कहा कि यह बृजपाल हैं। इतना सुनकर वहां उपस्थित करीब एक दर्जन पुलिस वालों ने हमें वहां से हटाकर हमारे सामने ही बृजपाल की लाष को दुबारा आग लगा दी। और साक्ष्य मिटाने की भरसक कोषिष की। जब हम लागों ने इसका विरोध किया तो पुलिस वालों ने हमें मार-पीटकर भगा दिया। और पुलिस वाले अधजली लाष को लेकर भाग गए। चमेली देवी ने तहरीर में दोशी पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपने पति को गोली मारने और साक्ष्य मिटाने का शडयंत्र रचने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
बृजपाल की हत्या के बाद षव को पुलिस द्वारा गायब किए जाने के विरोध में उझानी बाजार के चैराहे पर ग्रामीणों द्वारा जाम लगा दिया गया। उसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करावने के बाद षव देने की बात कही। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों पर दबाव डाला कि वे सादे कागजों पर अंगूठे और हस्ताक्षर करें। इस बीच पुलिस द्वारा षव को अज्ञात बनाने की भी कोषिष की गई जिसके तहत उसने षव का अज्ञात के बतौर पोस्टमार्टम करवाया। जिसपर ग्रामीणों और परिजनों ने यह कहते हुए विरोध किया कि जब षव की षिनाख्त बृजपाल के रुप में हो चुकी है और इस बाबत बृजपाल की पत्नी चमेली देवी द्वारा वरिश्ठ पुलिस अधिक्षक को तहरीर देकर बृजपाल के हत्यारे पुलिस कर्मियों पर हत्या और साक्ष्य मिटाने की मांग की जा चुकी है तब षव को नए सिरे से षिनाख्त कराने और उसे अज्ञात घोशित करने की कोषिष क्यों की जा रही है? परिजनों द्वारा सादे कागज पर अंगूठा लगाने और पुलिस द्वारा षव को अज्ञात बताने का विरोध किए जाने के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को पीटने की धमकी दी। और ग्रामीणों की तरफ से बात कर रहे अधिवक्ता अषोक कुमार सिंह व पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेष्वर सिंह को पुलिस ने बुरी तरह पीटा। जिसमें राजेष्वर सिंह का हाथ फैक्चर हो गया और परिजनों और ग्रामीणों को पुलिस ने वहां से भगा दिया। जिसके वीडियो साक्ष्य भी मौजूद हैं।

पुलिसिया कार्यवाई से उठने वाले सवाल-

1- अगर एसटीएफ-पुलिस ने डकैत पृथ्वी सिंह को मारा तो फिर षव का पोस्मार्टम अज्ञात के रुप में क्यों करवाया?
2- षव का अज्ञात में पोस्टमार्टम करवाने के बाद षव और पोस्टमार्टम रिपोर्ट बृजपाल के परिजनों को क्यों सौंपा गया?
3- षव का पंचनामा मौके पर ही क्यों नहीं भरा गया? जबकि नियम है कि पुलिस मजिस्ट्रेट के सामने मौके पर ही पंचनामा भरेगी?
4- षव के पंचनामे पर क्षेत्रीय पांच लोगों के अंगूठा हस्ताक्षर क्यों नहीं लिए गए? आखिर पुलिस ने क्यों पचनामें पर थाने के पास के चाय वाले और वहां पर खड़े रिक्षा चालक से क्यों अंगूठा/हस्ताक्षर लिए गए?
5- सवाल यह भी है कि यदि पुलिस ने मुठभेड़ में पृथ्वी को मारा तो सूचना अलीगढ़ एसएसपी और पृथ्वी के परिजनों को क्यों नहीं दी गई? अखबारों में अलीगढ़ पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एनपी सिंह का यह बयान भी एसटीएफ और पुलिस के दावे को गलत साबित करता है जिसमें उन्होंने कहा कि यदि पृथ्वी मारा गया होता तो अलीगढ़ पुलिस को भी सूचित किया गया होता?

बृजपाल मौर्य को जिस तरह से पुलिस ने गोली मारने के बाद षव को घर वालों के सामने झोपड़ी में जलाकर परिजनों और गांव वालों को आतंकित किया यह मानवाधिकार हनन का गंभीर मसला है।
पीयूसीएल मांग करता है कि-

1- घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की सीबीआई जांच हो।
2- दोशी एसटीएफ और पुलिस कर्मियों पर हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाय।
3- मृतक के परिजनों को बीस लाख रुपए मुआवजा दिया जाय।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में आज लगभग 15 हजार मामलों में हुई कार्यवाई

Posted on 15 January 2012 by admin

  • 249 एफ0आई0आर0 दर्ज, 12 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त
  • अब तक 2284 अवैध असलहे एवं 3782 कारतूस सीजसी0आर0पी0सी0 की धारा 107/116 के तहत 6.82 लाख व्यक्ति पाबन्द
  • अभियान के तहत कुल 122201 लीटर अवैध शराब जब्त गयी प्रदेश में अब तक लगभग 28.24 करोड़ रूपये बरामद

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में आज 950 वालराइटिंग, 3415 बैनर्स, 5759 पोस्टर, 4850 हजार झण्डे आदि हटाये गये तथा 249 एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी। इसी प्रकार आज 90 अवैध असलहे एवं 121 कारतूस जब्त करते हुये 54 हजार से अधिक व्यक्तियों को सी0आर0पी0सी0 की धारा-107 एवं 116 के तहत पाबन्द किया गया। अवैध हथियार बनाने वाले 308 कारखानों को सीज किया गया। लाइसेंसी हथियारों के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत 12401 लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त/निष्प्रभावी किये गये तथा 4559 संवेदनशील केन्द्रों का चिन्हीकरण किया गया और 22905 व्यक्तियों को चुनाव में समस्या उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों के रूप में चिन्हित किया गया।
यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री उमेश सिन्हा ने दी है। उन्होंने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन के तहत प्रदेश में अब तक लगभग 4.67 लाख मामलों में कार्यवाई करते हुए लगभग 39.4 हजार वालराइटिंग, 1.80 लाख पोस्टर तथा लगभग 2.47 लाख बैनर्स एवं अन्य सामग्री हटाते हुए 1530 एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव कराये जाने के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था के तहत प्रदेश में अब तक 2284 अवैध असलहों के साथ 3782 कारतूस जब्त किये गये और लगभग 6.82 लाख व्यक्तियों को धारा 107/116 सी0आर0पी0सी0 के अंतर्गत पाबन्द किया गया। इसके अतिरिक्त 8420 लोगों के विरूद्ध गैर जमानती वारन्ट तामील कराये गये तथा अवैध हथियार बनाने वाले 4003 कारखानों पर छापे डालकर सीज किया गया। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान अब तक लगभग 1.78 लाख लाइसेंसी हथियार जमा/निरस्त/निष्प्रभावी किये गये।
श्री सिन्हा ने बताया कि आज जनपद बागपत, मुजफ्फरनगर, प्रबुद्धनगर, अम्बेडकरनगर एवं बस्ती में 5203 लीटर देशी शराब 369 लीटर विदेशी एवं 144 लीटर बियर कुल 5726 लीटर शराब बरामद करते हुए 7 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होेंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 122201 लीटर अवैध शराब जब्त गयी है। उन्हांेने ने बताया कि आज फ्लाइंग स्क्वायड एवं निगरानी टीम द्वारा जनपद मुजफ्फरनगर में मारे गये छापे के दौरान 1.59 लाख नकली नोटो के साथ जानसठ के नयापुरवा निवासी बिरजू और सिखेड़ा गांव के दहखेड़ी निवासी रामवीर को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि बिजनौर से आर.एल.डी. के घोषित उम्मीदवार शाहनवाज राणा की हूटर लगी कार जानसठ में पकड़ी गयी जिसमें से एक-एक रूपये के लगभग एक कुन्तल सिक्के बरामद हुए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक फ्लाइंग स्क्वायड एवं निगरानी टीम द्वारा लगभग 28.24 करोड़ रूपये बरामद किये गये हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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