Archive | January 16th, 2012

गरीबों में नहीं अपने गिरेबान में झांको - नरेन्द्र सिंह राणा

Posted on 16 January 2012 by admin

पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं। नेताओं को अपनी वैतरणी पार करने के लिए जनता के बीच जाना पड़ रहा है। चुनावी मौसम में नेताओं के बीच गरीबों का हमदर्द बनने की होड़ लग गई है। उनका हितेषी साबित करने के लिए इन्होंने आसमान सर पर उठा लिया है। रोड शो और यात्राओं का दौर चरम पर है। यात्राओं और रोड सो पर करोड़ों का खर्च होता है लम्बे-लम्बे विज्ञापन देकर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए पैसे की बर्बादी का सिलसिला जारी है। यदि मान भी लें कि इन कार्यक्रमों से गरीब की गरीबी खत्म होती है तो अब तक यह घटने के बजाए बढ़ी क्यों है यह यक्ष प्रश्न है इसका उत्तर धर्मराज की तरह है कौन नेता देना चाहेगा। एक काम जरूर हुआ है वह कि गरीब की गरीबी बेशक बढ़ी है लेकिन नेताओं की आमदनी जरूर बढ़ी है। गरीबी को मिटाने की कस्में खाई जा रही हैं यही नेता अगर रोड सो में खर्च हो रहे धन को गरीबों में बंटवा देते तो उनको उसका कुछ फायदा भी मिलता और कुछ गरीबों की गरीबी जरूर दूर हो जाती लेकिन नेता जानते हैं कि अमीर कितने वोट करते हैं। देश की आजादी से लेकर आज तक देश में सबसे लम्बे समय तक कांगे्रस पार्टी की हुकुमत रही, गरीबी मिटाने की जो कस्में जवाहर लाल नेहरू ने प्रधानमंत्री बनने पर खाई थी वही इन्दिरा गांधी ने, राजीव गांधी ने और आज कांगे्रस के युवराज राहुल गांधी खा रहे हैं। विदेशों में जमा सैकड़ों लाख काला धन किसका है इस पर कांगे्रस पार्टी मौन है। विकिलिक्स की माने तो काले धन में इस परिवार का बड़ा हिस्सा है। राजा का राज चल रहा है और प्रजा बैचारी को उनके रहमो कर्मो पर  ही रहना व जीना पड़ रहा है। आकड़ों की मानें तो जब गरीबी कम करने का तरीका सही नहीं है तो इसका जारी रखने का मतलब क्या है। इसका बदलने का श्रीगणेश कब होगा यह प्रश्न भी मंुह बाए खड़ा है।  गरीब और गरीब बढ़ने के इस प्रश्न का जवाब जब नेताओं से पूछा जाता है तो सत्तारूढ़ दल का जवाब और विपक्ष का जवाब गोल-मोल ही होता है। दोनों को एक दूसरे को आइना दिखाने का काम करते हैं तथा जिम्मेदारी से मुंह चुराने की बात करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप जनता की नजरों में नेताओं की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगे हैं और लग रहे हैं। ऐसा भी नहीं इस सच्चाई से पार्टिया वाकिफ न हों लेकिन आफ दि रिकार्ड पूछने पर नेता कहते हैं यदि समस्याएं खत्म हो जाएंगी तो फिर उनकी दुकान कैसे चलेगी। उनके हाथ में ही सब कुछ नहीं है। गरीबी, अमीरी, सुख-दुख यह सब भाग्य का खेल होता है तब जनता के बीच में जाकर छोटी बड़ी सभांए करके रोड सो व यात्राएं निकालकर यही सच क्यों नही बोलते। जनता तो सच्चाई सुनना चाहती है लेकिन कैमरे की और कमरे की सच्चाई में नेता अन्तर क्यों करता है। सच बताओ तब देखो जनता आपकी बात पर क्या करती है यानि जब चुनाव आए तो गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार व आम आदमी की सुरक्षा पर जम कर बोलो और सत्ता में आने पर मंुह देखकर बोलो। सत्तारूढ़ दल का नेता कहता है कि देखते हैं कि कुछ करते हैं, पत्रकार कहता है अभी तक कुछ नहीं हुआ, तब कर तो रहे हैं और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भाषा में कहें तो उनके पास कोई जादू की छड़ी तो है नहीं कि रातो-रात सब ठीक कर दें। वित्त मंत्री की मानें तो वैश्विक स्तर पर हो रही उथल-पुथल इसके लिए जिम्मेदार है। खाद्य मंत्री महोदय कहते हैं कि लोग ज्यादा खाने लगे हैं, महंगाई तो बढ़ेगी ही यानि जितने मुंह उतनी बात। इसके लिए जितने जिम्मेदार नेता हैं उससे अधिक उनका कुप्रबन्धन तथा वे सड़ी गली नीतियाॅं जिम्मेदार हैं। जिनमें भ्रष्टाचार की बु आती है और आज भी यथावत लागू है। इन नीतियों को बदलना होगा  उनके समर्थक नेताओं को बदलना होगा। लेकिन इसके लिए तैयार कौन है। लम्बे समय तक देश की सत्ता में रहने वाली कांगे्रस पार्टी न तो नीति बदलने का तैयार है, न ही नेता बदलने का तैयार है। जब यदाकदा कलाम साहब जैसे राष्ट्रपति के सामने आना पड़े तो किसी कठपुतली को नेता बनाकर इशारों पर नचाते रहो। वास्तव में यह सच्चाई है कि गांधी परिवार ने कभी गरीबी देखी ही नहीं, कैसी होती है गरीबी या गरीब कैसे रहता है उनका लगता है कि इसका देखना चाहिए। जिससे लोगों को उनके हितेषी होने का पता चले तो युवराज का गरीबों के घरों मंे जाने का कार्यक्रम बनता है वह भी देश की राजधानी दिल्ली में और शुरू होता है गरीबों के घर जाकर उनकी दाल-रोटी खाना। हम सभी यह भली-भांति जानते हैं कि किसी गरीब के घर जाने से तो गरीबी मिटती नहीं दिखती जरूर है। गरीबो तो जब भी मिटेगी दिल्ली से ही मिटेगी। इस काम को जब कभी किसी अटल बिहारी बाजपेई व अब्दुल कलाम जैसे देशभक्त नेताओं ने करना चाहा, इस दुखती रग पर हाथ रखा तो उनमें से एक को तो समय ही कम मिला दूसरे को कांगे्रस अध्यक्षा ने जिद करके दुबारा राष्ट्रपति ही नहीं बनने दिया। गरीब की गरीबी का मजाक उड़ाना इनका रास जो आता है। विज्ञापन देने से गरीब के घर जाने से यदि गरीबी खत्म हो जाती तो इसके लिए और कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ती। 1977 में जनता पार्टी ने महंगाई कम की थी, एनडीए की सरकार ने भी महंगाई को अपने छःवर्षो के कार्यकाल में बढ़ने नहीं दिया महंगाई को बांधे रखने में अटल बिहारी बाजपेई कामयाब रहे। बाजपेई जी राजनीति में एक गरीब परिवार से आए थे उनको उनके दुख दर्द का अहसास था इसलिए उन्हांेंने इनके हितों की चिन्ता की। ऐसा भी नहीं कि सपा व बसपा के मुखिया गरीब परिवारों से राजनीति में नहीं आए परन्तु उनमें और अटल बिहारी बाजपेई में जमीन आसमान जेैसा अन्तर है। अटल जी को कभी अपनी आय के स्रोत नहीं बताने पड़े जबकि इन नेताओं द्वारा  बताए गए आय के स्रोतों की सी0बी0आई0 जांच कर रही है जिसका लाभ कांगे्रस भी बखूबी ले रही है तभी तो आज आम आदमी की जुबान में सी0बी0आई0 कांगे्रस ब्यूरों आफ इन्वेस्टीगेंशन कही जाने लगी है। अब चुनाव के समय इन दलों को लगता है कि चिट्ठी लिखने से गरीबी दूर होगी। राज्य सरकार केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराती है और केन्द्र सरकार प्रदेश सरकार को पत्राचार कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री करती है। देश में चालीस करोड़ लोग गरीबी की रेखा से नीचे जीवन जीने के लिए मजबूर हैं अनाज रखने के गोदाम कम पड़ रहे हैं, फलस्वरूप अनाज सड़ रहा है लेकिन गरीब भूखों मर रहा है। किसान कर्ज में डूबा है, आत्महत्या करने को मजबूर है, नौजवान रोजगार के पर्याप्त अवसर न होने के कारण हताश है, निराश है, इलाज के लिए अस्पताल नहीं हैं, जहां हैं वहंा डाक्टर नहीं हैं यदि हैं तो पर्याप्त दवाएं नहंीं हैं, दवाएं हैं तो नकली हैं। शिक्षा, चिकित्सा, सुरक्षा, सड़क, बिजली, पानी, घर जैसी मूलभूत सुविधाएं जनता को सरकार नहीं दे पा रही है। देश व प्रदेश के मंत्री, सांसद-विधायक आदि भ्रष्टाचार आरोपों में जेल में अटे पड़े हैं। जहां इतने घोटाले हो रहे हों वहां कैसे सुधार होगा लेकिन आज संचार क्रान्ति का युग आ गया है जनता मिनटों में हकीकत जान जाती है अब घडि़याली आॅंसू बहाना बंद करो वरना अपना अलग रास्ता देखा। गरीबी दूर करने की बात करने वाले नेताओं के लिए किसी शायर का यह शेर कुछ यूं कहता है कि-

सियासी लोग यदि नदी के किनारे बस जाते
तो प्यासे होंठ एक बूंद पानी को तरस जाते

नरेन्द्र सिंह राणा
लेखक- उ0प्र0 भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हैं

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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सभी विभागप्रमुख लेगंे चुनाव ड्यूटी के प्रशिक्षण का ब्यौरा

Posted on 16 January 2012 by admin

काफी दिनो की उठा पटक, फीडिग के बाद अब ड्यूटी आदेश का प्रशिक्षण ब्यौरा आज बांटा जा रहा है, कार्मिक अधिकारी सीडीओ और एडीएम आदि की मौजूदगी मे एनआईसी रेड माइजेशन करके ड्यूटी निकाली गई है, जिसका वितरण आज 16 जनवरी को विकास भवन मे सभी विभाग प्रमुखो को हस्तान्तरित कर दिया जायंेगा। सभी विभाग प्रमुखांे को वहा पहुॅचने का आदेश भी निर्गत किया जा चुका है, जिनका प्रशिक्षणकाल 19 जनवरी से 22 जनवरी तक रखा गया है। विधानसभा निर्वाचन 2012 मे मतदान कर्मिकांे की नियुक्ति प्रथम रेड माइजेेशन एनआईसी मे सीडीओ ऐ0के0 द्विवेदी उपजिलानिर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा, सहायक अभियन्ता शैलेन्द्र सिंह, जिला सूचना अधिकारी आशिफ आफताब की उपस्थिति मे सम्पन्न हुआ। कार्मिक अधिकारी सीडीओ आनन्द कुमार द्विवेदी के अनुसार ड्यूटी स्लिप निकाल कर आज 16 जनवरी से सुबह 11 बजे से विकास भवन सभागार मे बांटी जायेगी। नियत की गई तारीखो पर अनिवार्य रूप से बांटे गये प्रशिक्षण काल मे जीआईसी मे सम्पन्न कराया जायेगा, जो 19 जनवरी से 22 जनवरी के मध्य 2 पालियों मे प्रशिक्षण दिया जायेगा, प्रथम पाली मे सुबह नौ बजे से 1 बजे तक तथा दूसरी पाली मे 2 बजे से सायंकाल 6 बजे तक चलेगीं। 19 जनवरी को सुबह के पाली मंे कोड संख्या 1 से 960 तक दूसरी पाली मे 961 से 1920 तक। इसी क्रम मे 20 जनवरी को प्रथम पाली मे 1921 से 2880 तक, दूसरी पाली मे 2881 से 3840 तक। 21 जनवरी को 3841 से 4800 तक प्रथम पाली मे, दुसरी पाली मे 4801 से 5760 तक। तथा 22 जनवरी को 5761 से अन्त तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसमे केवल पीठासीन अधिकारी और प्रथम मतदान अधिकारी भाग लेगे। अगर पीठासीन अधिकारी या प्रथम मतदान अधिकारी कार्यक्रम मे भाग नही लेगे तो लोक प्रतिनिधि धारा 1951 के अन्तर्गत उन पर कार्यवाही की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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प्रत्याशिओं के भाग्य विधाता बनेगी अबकि बार जनपद की महिलायें

Posted on 16 January 2012 by admin

विधानसभा 2012 के चुनाव मे जनपद की आठ विधानसभा की सीटों पर अगर काबिज होना है तो एक बात निश्चित रूप से विल्कुल सत्य है कि अबकि बार इसकी चाभी या जीत का सेहरा उसी के सर पर सजेगा जिस पर मेहरबान होगी जनपद की महिला वोटर। जिले की पचीस लाख मतदाताओं मे 1,25,000 से ज्यादा वोटरो को हमारी मातायें, बहने, चाची, बुआ, ताई या दादी दवायंे बैठी है, इस प्रकार कुल मिलाकर पैंतालिस फीसदी वोट वैंक प्रत्याशिआंे की जीत का आधार ये महिलायंे ही बनेगी। आयोग के प्रतिदिन नये नये आदेश राजनैतिक दलो के प्रत्याशिओ का गाॅव गॅाव, गली गली मे घूमने को चुनाव आयोग ने मजबूर कर दिया है, सभी ने अपने साथ रिश्ते दारी का हवाला दे रहे है। मुलाकातिओं के बीच अनुनय विनय दन्डवत सभी का जोर लगा रहे है। जनपद मे कुल वोटर मतदाता 25,21,404 है, इनमे महिला मतदाता की सख्या 11,50,110 के लगभग बताई जा रही है इस प्रकार महिला मतदाताओ के हाथ मे 45 फीसदी का वोट बैक रिजर्व मे है। अगर ये कहा जायें किसी का भी भाग्य ये वोटर पलट सकते  है, गलत कदापि नही होगा। क्योकि सवायजपुर मे 3,33,825 मतदाताओ मे महिला वोटर 1,44,964 है, जबकि शहाबाद मे कुल मतदाता 3,08,856 से सापेक्ष महिला मतदाता 1,38,807 है। हरदोई विधानसभा क्षेत्र मे कुल मतदाता 3,35,975  की तुलना मे महिला वोटर 1,50,033 है इसी प्रकार से गोपामऊ मे 2,98,591 के सापेक्ष 1,33,354 है, सान्डी विधानसभा क्षेत्र मे 2,91,519 की तुलना मे 1,27,918 महिलाये है, बिलग्राम विधानसभा क्षेत्र मे 323518 की तुलना मे महिलाओ की वोटर सख्या 1,50,504, इसी प्रकार बालामऊ मे कुल सख्या 3,22,692 जिसमे महिला वोटर 1,43,661 है। सण्डीला विधानसभा क्षेत्र मे 3,06,428 है वहा पर महिला मतदाता सख्या 1,35,949 है। इस प्रकार कुल मिलाकर 25,21,404 कुल मतदाताओ मे से 11,55,110 महिला वोटर है। इस वोट बैक को भला कौन सी पार्टी या प्रत्याशी नजरअन्दाज कर सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों की सूची

Posted on 16 January 2012 by admin

मुख्यमंत्री मायावती ने आज अपने जन्म दिवस पर कार्यकर्ताओं और प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैंने साफ छवि प्रत्याशियों को टिकट दिये हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जन्मदिवस पर उन्हें पूर्ण बहुमत का तोहफा दें। इस अवसर पर उन्होंने 403 प्रत्याशियों की सूची भी जारी की। बेहट-महावीर सिंह राणा, नकुड़-धर्मसिंह सैनी, सहारनपुर नगर-संजय गर्ग, सहारनपुर ग्रामीण-जगपाल, देवबन्द-मनोज चौधरी, रामपुर मनिहारन (सु)-रविन्द्र कुमार मोलू, गंगोह-नाहिद मुनव्वर हसन, कैराना-हाजी अनवर, थाना भवन-अब्दुल वारिस खां, शामली-चौ.बलवीर सिंह, बुढ़ाना-योगराज सिंह, चरथावल-नूर सलीम राणा उर्फ पप्पू, पुरकाजी (सु)-अनिल कुमार, मुजफ्फरनगर-अरविन्द राज शर्मा, खतौली-ताराचन्द शास्त्री, मीरापुर-मौलाना जमील अहमद, नजीबाबाद-तसलीम अहमद, नगीना (सु)-ओमवती, बढ़ापुर-मोहम्मद गाजी शेख, धामपुर-अशोक राणा, नहटौर (सु)-ओम कुमार सिंह, बिजनौर-महबूब अली शेख, चांदपुर-इकबाल, नूरपुर-वेद प्रकाश सिंह, कांठ - रिजवान अहमद, ठाकुरद्वारा-मोहम्मद इलियास, मुरादाबाद देहात-नासिर कुरैशी, मुरादाबाद शहर-संदीप अग्रवाल, कुन्दरकी-हाजी मोहम्मद जुवेद, बिलारी- लाखन सिंह सैनी, चन्दौसी (सु)-गिरीश चन्द्र, असमौली-अकीलुर्रहमान, सम्भल-रफातुल्ला उर्फ नेता छिद्दा, स्वार-अब्दुल अजीम खां, चमरऊवा-मोहम्मद यूसुफ, विलासपुर-अमरीश पटेल, रामपुर-भारत भूषण, मिलक (सु)- राधेश्याम राही, धनौरा (सु)- हेम सिंह आर्या, नौगांव सादात-राहुल सिंह चौहान, अमरोहा-शाहिद अली, हसनपुर- गंगा सरन खागी एड़, सिवालखास- चौधरी जगत सिंह, सरधना-चौधरी चन्द्र वीर सिंह, हस्तिनापुर (सु)- प्रशांत गौतम, किठौर-लखीराम नागर, मेरठ कैंट-सुनील कुमार बाधवा, मेरठ शहर- सलीम अंसारी, मेरठ दक्षिण- हाजी राशिद अखलाद कुरेशी, छपरौली- देवपाल शास्त्री, बड़ौत- लोकेश दीक्षित, बागपत-हेमलता चौधरी, लोनी- हाजी जाकिर, मुरादनगर- वहाब चौधरी, साहिबाबाद-अमरपाल शर्मा, गाजियाबाद-सुरेश बंसल, मोदीनगर- मास्टर राजपाल, धौलाना-मोहम्मद असलम चौधरी, हापुड़ (सु)- धर्मपाल, गढ़मुक्तेश्र्वर-फरहत हसन उर्फ हाजी शब्बन, नोएडा- ओमदत्त शर्मा, दादरी-सतवीर सिंह गूजर, जेवर-वेदराम भाटी, सिकंदराबाद- सलीम अख्तर एडवोकेट, बुलंदशहर- हाजी अलीम, स्याना-देवेन्द्र भारद्वाज, अनूप शहर- चौधरी गजेंद्र सिंह, डिबाई- विनोद उपाध्याय, शिकारपुर-अनिल शर्मा, खुर्जा (सु)- हो राम, खर (सु)- श्रीमती राजरानी, बरौली- ठाकुर जयवीर सिंह, अतरौली- शाकिब अनवर, छर्रा- मूलचंद बघेल, कोल- जियाउल रहमान, अलीगढ़ - संजय शर्मा, इगलास (सु)- राजेंद्र सिंह, हाथ्ररस (सु)- गेंदालाल, सादाबाद- सतेंद्र शर्मा, सिकंदरा-राऊ- रामवीर उपाध्याय, छाता- चौधरी लक्ष्मी नारायण, मांट- रामपाल सिंह, गोवर्घन- राज कुमार रावत, मथुरा- पुष्पा शर्मा, बलदेव (सु)-चन्द्रभान सिंह जाटव उर्फ पप्पू, एत्मादपुर- धर्मपाल सिंह, आगरा कैंट (सु)-गुटियारी लाल दुवेश, आगरा दक्षिण- जुल्फकार अहमद भुट्टो, आगरा उत्तरी- राजेश कुमार अग्रवाल, आगरा देहात (सु)- कालीचरण सुमन, फतेहपुर सीकरी- सूरजपाल सिंह, खरागढ़-भगवान सिंह कुशवाहा, फतेहाबाद- छोटेलाल वर्मा, बाह-मधुसूदन शर्मा, टूण्डला (सु)- राकेश बाबू, जसराना- राम गोपाल उर्फ पप्पू लोधी, फिरोजाबाद- खालिद सिद्दीकी, शिकोहाबाद- मुकेश वर्मा, सिरसागंज- अतुल प्रताप सिंह, कासगंज- हसरतउल्ला शेरवानी, अमांपुर-ममतेश शाक्य, पटियाली- सूरज सिंह शाक्य, अलीगंज-संघमित्रा मौर्य, एटा- गजेंद्र सिंह चौहान, मरहरा-नन्नू सिंह वर्मा, जलेसर (सु)- ओम प्रकाश दलित, मैनपुरी- रमा शाक्य, भोगांव- राहुल राठौर, किशनी (सु)- कुमारी संध्या कठेरिया, करहल- जयवीर सिंह, गुन्नौर- भूपेन्द्र सिंह यादव उर्फ कालिया, बिसौली (सु)- प्रीती सागर उर्फ पुष्पा रानी, सहसवान- मीर हादी अली उर्फ बाबर अली, बिल्सी-हाजी मुसर्रफ अली उर्फ बिट्टन, बदायूं- राम सेवक पटेल, शेखूपुर- मोहम्मद रिजवान, दातागंज- सिनोद
शाक्य, बहेड़ी- अंजुम रसीद, मीरगंज- सुल्तान बेग, भोजीपुरा- अखलाक अहमद अंसारी, नवाबगंज- ऊषा गंगवार, फरीदपुर(सु)- विजयपाल सिंह, बिथरी-चैनपुर- वीरेन्द्र सिंह, बरेली शहर- डा. अनीस बेग, बरेली कैंट- राम गोपाल मिश्रा, आंवला- साजिद अली खां, पीलीभीत- संजय सिंह गंगवार, बरखेड़ा- अरसद खां, पूरनपुर (सु)- दिनेश भारती, बीसलपुर- नीरज गंगवार, कटरा- राजीव कश्यप, जलालाबाद- नीरज मौर्य, तिलहर- रोशन लाल वर्मा, पुवाया (सु)- अरुण सागर, शाहजहांपुर- मोहम्मद असलम, ददरौल-रिजवान अली उर्फ भोले मियां, पलिया-हरविन्दर साहनी उर्फ रोमी साहनी, निघासन- दरोगा सिंह, गोलागोकर्ण नाथ्र- सिम्मी बानो, श्रीनगर (सु)- श्रीपाल वर्मा, धौरहरा- शमशेर बहादुर सिंह, लखीमपुर- ज्ञान प्रकाश वाजपेयी, कस्ता (सु)- सौरभ सिंह सोनू, मोहम्मदी-बाला प्रसाद अवस्थी, महौली- महेश मिश्रा, सीतापुर- अयूब खां, हरगांव (सु)- रामहेतु भारती, लहरपुर- जासमीर अंसारी, बिसवां- निर्मल वर्मा, सेवटा- रंजना वाजपेयी, महमूदाबाद-मोहम्मद अहमद अंसारी, सिधौली (सु)- हरगोविन्द भार्गव, मिश्रिख (सु)- मनीष कुमार, सवायजपुर- रजनी तिवारी, शहाबाद- मोहम्मद आसिफ, हरदोई- राजा बक्स सिंह, गोपामऊ (सु)- अनिता वर्मा, साण्डी (सु)- वीरेंद्र कुमार, बिलग्राम मल्लावां- बृजेश वर्मा, बालामऊ (सु)- रामपाल वर्मा, संडीला- अब्दुल मन्नान, बांगरमऊ- इरशाद खां, सफीपुर (सु)- रामबरन कुरील, मोहान (सु)- राधेलाल रावत, उन्नाव- नम्रता पाठक, भगवंतनगर- रवि शंकर पाण्डे, पुरवा- सुन्दर लाल लोधी, मलिहाबाद (सु)- सिद्धार्थ शंकर, बक्शी का तालाब- नकुल दुबे, सरोजनी
नगर- शंकर सिंह, लखनऊ प:िम- डा. शाहिद सिद्दीकी, लखनऊ उत्तरी- अरुण द्विवेदी, लखनऊ पूर्वी- कैप्टन के.सी. त्रिपाठी, लखनऊ मध्य- मोहम्मद नसीम सिद्दीकी, लखनऊ कैंट- नवीन चंद द्विवेदी, मोहनलालगंज (सु)- पुष्पा रावत, बछरावां (सु)- जगजीवन राम वाडले, तिलोई- नदीम अशरफ जायसी, हरचन्दपुर- जय नारायण शुक्ला, रायबरेली- पुष्पेन्द्र सिंह, सलौन (सु)- विजय कुमार अंबेडकर, सरैनी- सुशील कुमार यादव, ऊँचाहार- उत्कृष्ठ मौर्य उर्फ अशोक मौर्य, जगदीशपुर (सु)- श्रीराम क्रांतिकारी, गौरीगंज- चन्द्र प्रकाश मटियारी, अमेठी- आशीेष शुक्ला, इसौली-नसरीन नायाब, सुल्तानपुर- मोहम्मद ताहिर, सदर- राज प्रसाद उपाध्याय उर्फ राज बाबू, लंभुआ- विनोद सिंह, कादीपुर(सु)- भगेलू राम, कायमगंज (सु)- अनुराग सिंह जाटव, अमृत पुर- महावीर राजपूत, फर्रुखाबाद- मोहम्मद उमर, भोजपुर- महेश सिंह राठौर, छिबरामऊ- ताहिर हुसैन सिद्दीकी, तेरवा- कैलाश चन्द्र राजपूत, कन्नौज (सु)- महेन्द्र सिंह निम, जसवंतनगर- मनीष यादव उर्फ पतरे, इटावा- महेन्द्र सिंह राजपूत, भरथना (सु)- राघवेन्द्र सिंह गौतम, विधूना- देवेश शाक्य, दिवियापुर- रामजी शुक्ला, औरैया (सु)- कुलदीप कुमार दोहरे, रसूलाबाद (सु)- निर्मला शंखवार, अकबरपुर रनिया- प्रतिभा शुक्ला, सिकंदरा- इन्द्रपाल सिंह, भोगनीपुर- धर्मपाल सिंह भदौरिया, बिल्हौर (सु)- कमलेश दिवाकर, बिठूर- राम प्रकाश कुशवाहा, कल्यानपुर- निर्मल तिवारी, गोविन्द नगर- सचिन त्रिपाठी, सीसामऊ- मोहम्मद वसीक एडवोकेट, आर्यनगर- कैलाश शर्मा, किदवई नगर- पं. श्याम सुंदर गर्ग, कानपुर कैंट- सुहेल अख्तर अंसारी, महराजपुर- सिखा मिश्रा, घाटमपुर (सु)- सरोज कुरील, माधौगढ़- संत राम कुशवाहा, कालपी- संजय भदौरिया, उरई (सु)- सतेन्द्र प्रताप हिरवार, बबीना- कृष्णपाल राजपूत, झांसी नगर- सीताराम कुशवाहा, मऊरानीपुर (सु)- राजेन्द्र राहुल अहिरवार, गरौठा- देवेश कुमार पालीवाल, ललितपुर- रमेश कुमार कुशवाहा, महरौनी (सु)- फेरन लाल अहिरवार, हमीरपुर -फतेह मोहम्मद खान, राठ (सु)-राम सहाय अहिरवार, महोबा- राजनारायण भूदौलिया, चरखारी-धूराम चौधरी, तिन्दवारी- अच्छे लाल निषाद, बबेरू- बृजमोहन सिंह कुशवाहा, नरैनी (सु)-गया चरन दिनकर, बांदा- दिनेश चन्द्र शुक्ला उर्फ लाला, चित्रकूट- राम सेवक शुक्ला, मानिकपुर- चन्द्रभान सिंह पटेल, जहानाबाद- समीर त्रिवेदी, बिन्दकी- सूखदेव प्रसाद वर्मा, फतेहपुर- जितेन्द्र लोधी, अयाह- शाह- अयोध्या प्रसाद पाल, हुसैनगंज- मोहम्मद आसिफ शेख, खागा (सु)- मुरलीधर एडवोकेट, रामपुर खास- हीरामणि पटेल, बाबागंज (सु)-महेन्द्र बौद्ध, कुण्डा- शिव प्रकाश मिश्र सेनानी, विश्र्वनाथ गंज- सिंधुजा मिश्र, प्रतापगढ़सदर- सजय कुमार तिवारी, पट्टी-मनोज तिवारी, रानीगंज-मन्सा अहमद, सिराथू-आनंद मोहन सिंह पटेल, मंझनपुर (सु)- इन्द्र जीत सरोज, चायल- मोहम्मद आसिफ जाफरी, फाफामऊ- गुरु प्रसाद मौय, सोरांव
(सु)- बाबूलाल भौरा, फूलपुर- प्रवीण पटेल, प्रतापपुर- मो. मुस्तफा सिद्दीकी, हंडिया- राम मिलन यादव, मेजा- आनन्द कुमार उर्फ कलक्टर पाण्डेय, करछना- दीपक पटेल, इलाहाबाद प:िम- पूजा पाल, इलाहाबाद दक्षिण- नन्दगोपाल उर्फ नन्दी गुप्ता, इलाहाबाद उत्तर- हर्षवर्धन वाजपेयी, बारा (सु)- भोलानाथ चौधरी, कोरांव (सु)- राजबली जैसल, कुर्सी- मीता गौतम, रामनगर- अमरेश शुक्ला, बाराबंकी- संग्राम सिंह, जैदपुर (सु)- वेद प्रकाश, दरियाबाद- विवेक पाण्डेय, रुदौली- शमशाद (पठान), हैदरगढ़ (सु)- रामनारायण रावत, मिल्कीपुर (सु)- पवन कुमार गौतम, बीकापुर- मोहम्मद फिरोज खान उर्फ गब्बर, अयोध्या- वेद प्रकाश गुप्ता, गोसाईगंज- इन्द्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी, कटेहरी- लालजी वर्मा, टांडा- अजय कुमार वर्मा उर्फ विशाल वर्मा, आलापुर (सु)-त्रिभुवन दत्त, जलालपुर- रितेश पांडेय, अकबरपुर- संजय कुमार राजभर, बलहा (सु)- किरण भारती, नानपारा- वारिस अली, मटेरा- बाबू शॉह, महसी- कृष्ण कुमार ओझा, बहराइच- मोहम्मद मुसर्रफ खां, पयागपुर- अजीत प्रताप सिंह, कैसरगंज- खालिद अहमद खान, भिनगा- रहीम खां, श्रावस्ती- विनोद त्रिपाठी, तुलसीपुर- सलमान जहीर, गैसड़ी- अलाउद्दीन, उतरौला- धीरेन्द्र प्रसाद, बलरामपुर (सु)- राम सागर अकेला, मेहनौन- अरशद अली खां, गोंडा- सगीर उस्मानी, कटराबाजार- मसूद खां, करनैलगंज- अजय प्रताप सिंह, तरबगंज- रामभजन चौबे, मनकापुर (सु)- रमेश चन्द्र गौतम, गौरा- प्रभाष वर्मा, सोहरतगढ़- मुमताज अहमद, कपिलवस्तु (सु)- पी.आर. आजाद, बांसी- विनय शंकर तिवारी, इटवा- सुबोध चन्द्र यादव, डुमरियागंज- सैयदा खातून, हरैया- ममता पाण्डेय, कप्तानगंज-राम प्रसाद चौधरी, रुदौली- राजेन्द्र चौधरी, बस्ती सदर- जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, महदेवा (सु)- दूधराम,
मेहदावल- मोहम्मद तैयब खां, खलीलाबाद- मसहूर आलम चौधरी, घनघटा (सु)-राम सिधारे, फरेंदा- परशुराम निषाद, नौतनवां- सदा मोहन उपाध्याय, सिसवां- प्रेम सागर पटेल, महाराजगंज (सु)- निर्मेश मंगल, पनियरा- जी.एम. सिंह, कैंपियरगंज- प्रदीप निषाद, पिपराइच- पप्पू जायसवाल, गोरखपुर शहर- दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, गोरखपुर देहात- राम भुआल निषाद, सहजनवा- बृजेश सिंह, खजनी (सु)- राम समूझ, चौरी-चौरा- जय प्रकाश निषाद, बांसगांव (सु)- डा. विजय कुमार, चिल्लूपार- राजेश त्रिपाठी, खड्डा- रवि प्रकाश उर्फ मोहन चौहान, पडरौना- स्वामी प्रसाद मौर्य, तमकुहीराज- मनीष जायसवाल, फाजिलनगर- कलामुद्दीन, कुशीनगर- जावेद इकबाल, हाटा- वीरेन्द्र सिंह सैंथवार, रामकोला (सु)- हरेन्द्र कुमार गौतम, रुद्रपुर- सुरेश कुमार तिवारी, देवरिया- प्रमोद सिंह, पथरदेवा- संजय सिंह सैंथवार, रामपुर कारखाना- राजाराम चौहान, भटपार रानी- सभा कुंवर कुशवाहा, सलेमपुर (सु)- बलिराम, बरहज- रेणू जायसवाल, अतरौलिया- सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा- गोपालपुर- कमला प्रसाद यादव, सगड़ी- संतोष कुमार उर्फ टीपू, मुबारकपुर- शाह आलम, आजमगढ़ सदर- सर्वेश सिंह सीपू, निजामाबाद- कलामउद्दीन खां, फूलपुर पवई- अब्बूल केश, दीदारगंज- सुखदेव राजभर, लालगंज (सु)- हीरालाल गौतम, मेंहनगर (सु)- विद्या चौधरी, मधुवन- उमेश पांडेय, घोसी- फागू चौहान, मोहम्मदाबाद गोहना (सु)- राजेन्द्र कुमार, मऊ- भीम राजभर, बेलथरा रोड (सु)- छू राम, रसड़ा- उमाशंकर सिंह, सिकंदरपुर- चन्द्रभूषण राजभर, फेफना- शिवानंद सिंह, बलिया सदर- संजय उपाध्याय, बांसडीह- बड़ेलाल मौर्या, बैरिया- मुक्तेश्र्वर सिंह, बदलापुर- लालजी यादव, शाहगंज- धर्मराज निषाद, जौनपुर- तेज बहादुर उर्फ पप्पू मौर्या, मल्हानी- पाणनी सिंह, मुगरा बादशहपुर- रमेश मिश्रा, मछली शहर (सु)- रामफेर गौतम, मडि़याहूं- सावित्री पटेल, जफराबाद- जगदीश नारायण राय, केराकत (सु)- विजय लक्ष्मी, जखनियां (सु)- विजय कुमार, सैदपुर (सु)- अमेरिका राम, गाजीपुर- रामकुमार सिंह, जंगीपुर- मनीष पाण्डेय, जहूराबाद- कालीचरण राजभर, मोहम्मदाबाद- विनोद कुमार राय, जमानियां- उमाशंकर कुशवाहा, मुगलसराय- बब्बन चौहान, सकलडीहा- राम बिहारी चौबे, सैयदराजा- शारदा प्रसाद, चकिया (सु)- जितेन्द्र कुमार, पिण्डरा- जय प्रकाश मिश्रा, अजगरा (सु)- त्रिभवन राम (टी. राम), शिवपुर- उदयलाल मौय, रोहनिया- रमाकांत सिंह उर्फ मिंटू सिंह, वाराणसी उत्तर- सुजीत कुमार मौर्य, वाराणसी दक्षिण- कैसर अमीन अंसारी, वाराणसी कैंट- चन्द्र कुमार मिश्र उर्फ गुड्डू महाराज, सेवापुरी- मनीष कुमार सिंह, भदोही- रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी, ज्ञानपुर- दिनेश कुमार सिंह, औराई (सु)- बैजनाथ गौतम, छानबे (सु)- शशिभूषण एडवोकेट, मिर्जापुर- रंगनाथ मिश्रा, मझवां- रमेश चन्द्र बिंद, चुनार- घनश्याम पटेल, मडि़हान- शिवजोर पाल, घोरावल- अनिल कुमार मौर्य, रावर्टसगंज- इंजीनियर रमेश पटेल, ओबरा- सुनील कुमार सिंह यादव, दुद्धी (सु)- पन्ना लाल।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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