Archive | April 14th, 2011

रामलीला ग्राउण्ड ऐशबाग में कथा व्यास संत विजय कौशल जी महाराज के श्रीमुख से श्री रामकथा ज्ञान महोत्सव

Posted on 14 April 2011 by admin

लक्ष्मणपुरी सेवा संस्थान के तत्वावधान में पूज्य संत प्रवर विजय कौशल जी महाराज ने श्रीरामकथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव के अन्तर्गत आज  चैथे दिन रामलीला ग्राउण्ड में हनुमान चालीसा के अर्थ का अमृतपान कराते हुए भारत की माताओं के त्याग व तपस्या को विस्तार से बताया। संतश्री विजय कौशल जी ने कहा कि गुजरीबाई जीजाबाई, अंजनि, सुमित्रा, उर्मिला, सीता सहित कई महान माताओं ने इस मातृभूमि में जन्म लिया जिससे यह देश धन्य हो गया। ये सभी त्याग, धैर्य व वीरता की मूर्ति हैं। इसलिये नारियों का देश में सम्मान होना चाहिए। वे कहते हैं कि माताओं का धर्म देखना है तो अम्बाला के पास स्थित सरहिन्द के द्वार पर जायें, जहाँ आज भी गुरू गोविन्द सिंह की माँ गुजरीबाई के त्याग व बलिदान की कहानी उन दीवारों में छिपी है। जिसमें उनके सामने गुरूगोविन्द जी के बेटों को चुनवा दिया था और उन बच्चों के सामने दादी गुजरीबाई को कत्ल कर दिया गया था। मगर गुजरीबाई ने धर्म परिवर्तन की बात को नहीं स्वीकार किया था।  चैतन्य महाप्रभु की माँ शचि ने भी बिना किसी स्वार्थ के अपने नवविवाहित बेटे चैतन्य को सन्यासी बनने के लिए गुरू के साथ भेज दिया।

लक्ष्मण की माता सुमित्रा ने वनवास जाने की आज्ञा मांगने पर अपने को लक्ष्मण की माँ होने से ही मना कर दिया था और कहा था कि तात तुम्हारि मातु वैदेही। पिता राम सब भाँति सनेही॥ अवध वहहिे जहाँ राम निवासू । तहहिं दिवस जहाँ भासनु प्रकासू॥ अर्थात सुमित्रा ने लक्ष्मण ने कहा कि लक्ष्मण मुझेे आज के बाद कभी माँ नहीं कहना तुम्हारी माँ वैदेही है और पिता राम हैं। राम तुम्हारे ही कारण वन जा रहे हैं क्योंकि तुम शेषनाग के अवतार हो।
तेरे सिर का भार उतारने के लिए ही वे वन जा रहे हैं। इसके बाद लक्ष्मण जी उर्मिला के पास जाने में संकोच कर रहे हैं। मगर उर्मिला तो उससे भी बड़े त्याग की मूर्ति है जो पहले से ही आरती का थाल लेकर लक्ष्मण क ो विदा करने के लिए खड़ी है। संतश्री कहते हैं कि लक्ष्मण जी मानव की भाषा में धर्म हैं। पत्नी वह है जो सभी प्रकार के संकोच को पति के मन से निकाल दे।

वे कहते हैं कि पत्नी के पति से पांच सम्बन्ध होते हैं। सखा, स्वामी, सहायक, पिता व माता। विवाहित होने पर सखा होते हैं। बच्चा होने पर सहायक हो जाते हंै। इसके बाद पिता  की भूमिका, इसके उपरान्त रक्षक हो जाती है और साठ वर्ष की आयु आते ही माता के समान व्यवहार करने लगती है। इसी लिए उर्मिला लक्ष्मण के सामने कई भूमिकाओं में खड़ी है। संतश्री विजय कौशल जी कहते हैं जो पति का कभी पतन या गिरने न होने दे, उसे पत्नी कहते हैं। उर्मिला का व्यवहार देखकर लक्ष्मण जी के रोने की कथा को बताते हुए विजय कौशल जी कहते हैं कि लक्ष्मण जी जीवन में तीन बार रोये हैं। एक बार उर्मिला द्वारा विदा किये जाते समय, दूसरी बार माता-सीता जी की अग्नि परीक्षा के समय तथा तीसरी बार माता सीता का राम के द्वारा परित्याग करते समय। संतश्री क हते हैं कि अयोध्या में राम राज्य सूर्यवंश के कारण नहीं, राजा जनक की पुत्रियों के कारण आया क्योंकि जनक के परिवार की बेटियों ने त्याग व धर्म का निर्वहन किया। संतश्री श्री निद्रा को लक्ष्मण जी द्वारा जीतने क ा प्रसंग बताते हुए कहते हैं कि निद्रा को जब लक्ष्मण जी ने जीत लिया तो वे उनके पास वरदान देने के लिए गयी। लक्ष्मण ने निद्रा को उर्मिला के पास भेज दिया। उर्मिला से निद्रा ने जब काफी अनुनय विनय की तो उर्मिला ने निद्रा से 14 वर्ष तक अपने द्वारा जलाये गये दीपक के जलते रहने का वरदान मांगा और कहा कि जब तक लक्ष्मण जी वापस नहीं आते, तब तक यह दीपक यूँ ही जलता रहे। तब क उनको अपनी उपासना में वासना की गंध ने आये अर्थात मेरी याद न आये। वीर और महावीर के  महत्व को बताते हुए संतश्री कहते हैं कि जो अपने अहंकार को तोड़ दे वह वीर व जो अपने अभिमान को छोड़ दे वह महावीर है। महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी। अर्थात श्री हनुमान जी महावीर हैं। राम रघुवीर हैं। लक्ष्मण, भीष्म, अर्जुन,लवकुश वीर हैंै। वे कहते है कि वीर के पांच लक्षण होते हैं। जो दानवीर, धर्मवीर,विद्यावीर,ज्ञानवीर,दयावीर हैं और महावीर वे होते हैं जो पांच लक्षणों से युक्त वीर को अपने वश में कर ले, ऐसे महावीर हनुमान हैं।

श्री विजय कौशल जी ने हनुमान जी के बल का वर्णन करते हुए बताया कि 60 हजार हाथियों में जितना बल होता है, उतना दिगपाल। 60 हजार दिगपाल में जितना बल होता है उतना इन्द्र के ऐरावत में बल होता है, जितना बल 60 हजार ऐरावत में होता है उतना बल इन्द्र की दाहिनी भुजा में , 60 हजार इन्द्र की भुजाओं जितना बल हनुमान जी के कनिष्का उगली में होता है। लेकिन सुरसा के बढने पर हनुमान ने अपने आप को सबसे छोटा बना दिया और सुरसा के मुख में प्रवेश कर गये। उन्होंने अपने बल पर अहंकार नहीं किया। संतश्री कहते हैं कि अहंकारी कभी किसी की प्रशंसा नहीं करता। मगर हनुमान जी के बल की प्रशंसा रावण ने की।  श्री विजय कौशल जी ने बताया कि विक्रम वह होता है जिनकी बुद्घि, कौशल पर कोई अतिक्रमण न कर पाये। जिसको किसी भी प्रकार से कोइ उत्तेजित न कर पाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सज्जादुर्रहमान का दोषमुक्त होना एसटीएफ के सांप्रदायिक कार्यपद्धति उजागर करता है- पीयूसीएल

Posted on 14 April 2011 by admin

कचहरी धमाकों की एनआईए से जांच कराई जाय- पीयूसीएल

मनवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने 2007 में यूपी की कचहरियों में हुए धमाकों में अभियुक्त बनाए गए कश्मीर के सज्जादुर्रहमान वानी के दोषमुक्त करार दिए जाने को उत्तर प्रदेश सरकार के मुंह पर तमाचा बताया है। पीयूसीएल ने कचहरी बम धमाकों की एनआईए से जांच की मांग को दोहराते हुए कहा कि सज्जार्दुरहमान मामले में लिप्त एसटीएफ अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाय।

पीयूसीएल के प्रदेश संगठन सचिव शाहनवाज आलम और राजीव यादव ने कहा कि कचहरी धमाकों के सिलसिले में आफताब आलम अंसारी जिसकी मात्र 22 दिनों में रिहाई हो गई थी, के बाद सज्जार्दुरहमान का दोषमुक्त होना यह बताता है कि यूपी सरकार किस तरह से आतंकवाद जैसे मसले पर मुस्लिमों को निशाना बना रही है। उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि कचहरी धमाकों के सिलसिले में पकड़े गए तारिक और खालिद की गिरफ्तारी पर उठे सवालों के दबाव में गठित आरडी निमेष जांच आयोग जिसे 6 महीने के भीतर अपनी रपट सौंपनी थी आज तीन साल बाद भी उसका कुछ अता पता नहीं है।

हिंदुत्ववादी आतंकी गुटों की संलिप्तता प्रमाणित होने के बाद पीयूसीएल ने कहा कि 2007 में भी हमने कहा था कि यूपी की कचहरियों में हुए धमाकों में हिंदुत्ववादी गुटों का हाथ है। फैजाबाद की कचहरियों में हुआ विस्फोट भाजपा के पदाधिकारियों महेश पांडे और विश्वनाथ सिंह के चौकियों पर हुए थे और ये दोनों ही विस्फोट के पहले ही चंपत हो गए थे। इसी दौरान 25 दिसंबर को एडीजी बृजलाल ने कहा था कि यूपी कि कचहरियों में हुए विस्फोटों में इस्तेमाल की गई तकनीक और सामग्री हैदराबाद के मक्का मस्जिद में हुए विस्फोटों से मिलती जुलती है। तब ऐसे में आज तक यूपी सरकार ने हिंदुत्वादी संगठनों को संदेह के घेरे में रखकर क्यों नहीं जांच पड़ताल की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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‘चिल्ड्रेन एण्ड लाॅ’ विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु टर्की रवाना होंगे डा. जगदीश गाँधी

Posted on 14 April 2011 by admin

j-gandhiसिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी टर्की उच्चतम न्यायालय के तत्वावधान मे ‘‘चिल्ड्रेन एण्ड लाॅ’’ विषय पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु टर्की रवाना हो रहे हैं। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि टर्की उच्चतम न्यायालय के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री हसन गर्सेकर ने इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु डा. जगदीश गाँधी को विशेष रूप से आमन्त्रित किया है। इस अत्यन्त प्रतिष्ठित सम्मेलन में डा. गाँधी ‘‘आधुनिक विद्यालयं के सामाजिक उत्तरदायित्व’’ विषय पर अपने विचार रखेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन टर्की के उच्चतम न्यायालय एवं यूनिवर्सिटी आॅफ कल्चर, इस्तांबुल द्वारा संयुक्त रूप से टर्की की राजधानी इस्ताम्बुल में 18 से 21 अप्रैल तक आयोजित है।

श्री शर्मा ने बताया कि डा. गाँधी पिछले बावन वर्षों से भावी पीढ़ी के समग्र विकास में संलग्न है तथापि आपके इन्हीं प्रयासों की आज सारे विश्व में सी.एम.एस. छात्र ‘विश्व एकता व विश्व शान्ति’ की परचम लहरा रहे हैं। विश्व एकता के इन्हीं प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए डा. गाँधी के मार्गदर्शन में सिटी मोन्टेसरी स्कूल पिछले 10 वर्षों से लगातार प्रतिवर्ष ‘मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित करता है एवं इसके अतिरिक्त प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले 32 अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक समारोह में विश्व के अनेक देशों के बच्चे एक मंच पर एकत्रित होकर एकता व शान्ति का संदेश देते हैं। श्री शर्मा ने बताया कि डा. गाँधी के मार्गदर्शन में गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्डस होल्डर एवं यूनेस्को शान्ति शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित सिटी मोन्टेसरी स्कूल की शिक्षा पद्धति का केन्द्र बिन्दु जय जगत’ व ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की विचारधारा है, यही कारण है सर्वधर्म समभाव, विश्व मानवता की सेवा, विश्व बन्धुत्व व विश्व एकता के सद्प्रयास इस विद्यालय को एक अनूठा रंग प्रदान करते हैं जिसकी मिसाल शायद ही विश्व में कहीं और मिल सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बहाई धर्म का ईश्वरीय वसंतोत्सव पर्व ‘रिजवान’ 21 अप्रैल से

Posted on 14 April 2011 by admin

बहाई धर्म का प्रमुख पर्व ‘रिजवान’, जिसे बहाई समुदाय ईश्वरीय वसंतोत्सव के रूप में मनाता है, आगामी 21 अप्रैल से 2 मई तक धूमधाम एवं हर्षोल्लास से मनाया जायेगा। यह जानकारी लखनऊ की प्रमुख बहाई अनुयायाी डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने दी है। डा. (श्रीमती) गाँधी ने बताया कि रिजवान पर्व बहाइयों के लिए विशेष महत्वपूर्ण एवं पवित्र है क्योंकि इन्हीं बारह दिनों के रिजवान काल में बहाई धर्म के संस्थापक-अवतार बहाउल्लाह का प्रकटीकरण हुआ था और बहाउल्लाह ने अपने आपको वैश्विक इच्छा के विस्तार के रूप में इस दुनिया में अवतरित किया। बहाउल्लाह ने घोषणा की थी कि उनके अवतार का सम्पूर्ण उद्देश्य विश्व के मानव मात्र की भलाइ, शान्ति एवं सुरक्षा के अलावा और कुछ नहीं है।

डा. (श्रीमती) गाँधी ने कहा कि भगवान बहाउल्लाह का मानना था कि मानवजाति की भलाई, सुरक्षा तथा शान्ति तब तक नहीं हो सकती जब तक उनमें पूर्ण एकता न स्थापित हो जाए। उन्होंने कहा था कि जब मानवजाति में एकता स्थापित हो जायेगी तभी सभी अवतारों, पैगम्बरों, संतो एवं कवियों की भविष्यवाणी सच साबित होगी। बहाउल्लाह ने असंगठित मानवता को एक कर एक नये समाज की संरचना की घोषणा की थी। डा. (श्रीमती) गाँधी ने कहा कि रिजवान बहाइयों का सबसे पवित्र त्योहार है क्योंकि इन बारह दिनों में विश्व भर के करोड़ों बहाई अनुयायी ईश्वर को अपना अवतार ‘बहाउल्लाह’ को इस धरती पर भेजने के लिए धन्यवाद देते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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माया के घोटाले प्रदर्शनी

Posted on 14 April 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में सत्तारूढ बसपा सरकार के भ्रष्टाचार के विरूद्ध जारी अपने अभियान को और तेज करेगी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि आगामी 30 अपै्रल को गोरखपुर में चीनी मिल घोटाला पर भाजपा एक दस्तावेज जारी करेगी।

श्री पाठक ने बताया कि भाजपा द्वारा प्रदेश की सत्तारूढ़ बसपा सरकार के घोटालों पर जारी की गई एफआईआर में शामिल घोटालों से संबंधित प्रकरणों को लेकर पूरे प्रदेश में प्रदशर्नियाॅं लगाई जायेंगी और होर्डिग्स आदि के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर जनता के बीच बसपा सरकार के घोटालों को उजागर किया जायेगा। 23 अपै्रल को पार्टी कानपुर में ’माया के घोटाले प्रदर्शनी’ लगाकर इस अभियान की शुरूआत करेगी।

उन्होंने बताया कि आज पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री किरीट सोमैया ने लखनऊ में पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श कर आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। आज तय हुआ कि 16 अपै्रल को सोमैया पश्चिमी उ0प्र0 सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर आदि जनपदों में चीनी मिलों का भोैतिक निरीक्षण कर बसपा सरकार के घोटालों के विरूद्ध पार्टी द्वारा तैयार की जा रही चार्जशीट को अन्तिम रूप देंगे।

श्री पाठक ने बताया कि माह के अंत में 30 अपै्रल को गोरखपुर में श्री सोमैया चीनी मिल घोटाला पर पार्टी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट मीडिया के माध्यम से जनता के समक्ष जारी करेंगी। पार्टी के वरिष्ठ नेतागण भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।

श्री पाठक ने बताया कि पार्टी द्वारा प्रदेश में आयोजित की जा रही ’महासंग्राम’ रैलियो में भी माया सरकार के घोटालों को जोर-शोर से उठाकर बसपा सरकार द्वारा रू0 2 लाख 54 हजार करोड़ कि, की गई जनता के धन की लूट को जनता को बताया जाएगा। आज लखनऊ में श्री सोमैया के साथ बैठक में पार्टी के प्रदेश मंत्री आशुतोष टण्डन ’गोपाल’ प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, सूचना प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संजीव सिंह, सोमेश, सहमीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, विधायक सुरेश तिवारी, नगर अध्यक्ष प्रदीप भार्गव, मंत्री विपिन अवस्थी सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विनकॉम मोबाइल ने पेश किया डब्यूs -253

Posted on 14 April 2011 by admin

w253सिनेमा जैसे एमपी4 वीडियो के साथ चौबीसों घंटे लीजिए मनोरंजन का मजा

विनकॉम मोबाइल्सो ने उच्चब एंटरटेनमेंट मल्टी मीडिया फीचर्स से लैस एकदम नया हैंडसेट डब्यूीेश -253 लॉन्चं किया है।
विनकॉम के इस ताजातरीन हैंडसेट में बेहतरीन डिजाइन और खूबसूरती के चलते गजब की अपील है। इसमें हर किसी की जरूरत के मुताबिक तमाम फीचर्स दिए गए हैं। खाली वक्त  बिताने और मनोरंजन के लिए इसमें बेहतरीन पैकेज उपलब्धर है। इसका एमपी4 वीडियो सिनेमा की तरह का आनंद देता है।
फोन में इन-बिल्टा गेम इम्युजलेटर भी है, जो हैंडसेट पर टीवी गेम खेलने का शानदार मजा देता है। ओपेरा मिनी और स्नालप्तुग जैस ब्राउजर के साथ इंटरनेट सर्फिंग का ऑप्श न तो है ही, याहू मैसेंजर, एमएसएन मैसेंजर और फेसबुक अप्लीाकेशन के जरिए चैट की सुविधा भी उपलब्ध  है।
वेबकैम की सुविधा के रूप में नया-नवेला डब्यूक   -253 एक अतिरिक्तद फीचर से भी लैस है। फोन को वीडियो चैटिंग के लिए किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टडम पर आसानी से वेबकैम के रूप में इंस्टॉ ल किया जा सकता है।

लॉन्चॉ के मौके पर बोलते हुए विन टेलीकॉम के संह संस्थारपक और प्रबंध निदेशक श्री अरविंद आर. वोहरा ने कहा, ‘म्यूेजिक और इंटरनेट ब्राउजिंग के ढेरों विकल्पों  से लैस नए डब्यूस   -253 हैंडसेट में खाली वक्त  बिताने और मनोरंजन करने के लिए संपूर्ण पैकेज उपलब्धं कराया गया है। इस फोन की सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि तमाम फीचर्स से लैस होने के बावजूद यह किफायती है, हर किसी की जेब में समाने लायक है।’

65के टीएफटी स्क्री न कलर डिस्लेमाने के साथ यह फोन भारी गुणवत्ताापूर्ण वीडियो प्लेबबैक (आरएमवीबी) मिलता है। फोन एफएम विद रिकॉर्डिंग, वेबकैम, मोबाइल ट्रैकर, ऑडियो प्ले यर विद इक्ववलाइजर, ऑटो कॉल रिकॉर्ड, जावा और जीपीआरएस सपोर्ट, हिंदी लैंग्वे ज सपोर्ट, 500 एंट्रीज वाला फोनबुक, मोबाइल ट्रैकर और फाइल प्रोटेक्शोन जैसे सिक्योपरिटी विकल्पि, 1000 एमएएच बैटरी और ड्यूअल सिम सुविधा से लैस है।

उपलब्धबता और कीमत: डब्यूै।  -253 मात्र 1895 रुपये की एमओपी पर उपलब्ध  है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नारी सम्मान बचाओ यात्रा

Posted on 14 April 2011 by admin

img_575314 अपै्रल 2011 को बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिवस पर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने ’नारी सम्मान बचाओ यात्रा’ निकालकर बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा का समापन किया। इसके पूर्व भाजपा मुख्यालय पर हुई सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री के राज में प्रदेश में महिलाओं की आबरू सुरक्षित नहीं गई है। दलित महिलाओं के साथ उत्पीड़न की घटनाओं में इजाफा हुआ।

नारी सम्मान बचाओ पद यात्रा और 14 अपै्रल दोनों के संबंध में चर्चा करते हुए महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष मधु मिश्रा ने कहा कि बाबा साहेब ने नागपुर में 20 हजार महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा था कि आप इतनी बड़ी संख्या में आयी हैं। अतः संदेह नहीं कि समाज प्रगति के पथ पर अगे्रसर है आप स्वयं शिक्षित हो अपने बच्चों में सदगुणेां का विकास करे। किसी समाज की प्रगति को महिलाओं की प्रगति से नापा जाता है आज बाबा साहेब की कही हुई बातों की साथर्कता नजर आती है। प्रदेश की भ्रष्ट मायावती सरकार अपने को बाबा साहेब की पुजारी बताते हुए नारी अपमान करने वालों को पाल पोस रही है। यह भाजपा महिला मोर्चा कभी बर्दास्त नही कर सकती। महिला मोर्चा प्रदेश की सड़कों पर उतर कर नारी सम्मान बचाने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने आह्वान किया कि इस भ्रष्ट दलित व महिला विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने में प्रदेश की महिलाएं सहयोग करें ताकि भारतीय जनता पार्टी का सुशासन उत्तर प्रदेश में स्थापित हो सके।

कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री पे्रमलता कटियार ने महिलाओं को संबोधित करते हुए भ्रष्ट मायावती सरकार को उखाड़ फंेकने का संकल्प दिलाया। राष्ट्रीय महासचिव कृष्णा राज ने कहा कि  बाबा साहब की भूमिका संविधान में निर्माण के साथ-साथ नारियों की विकास की विशेष चिन्ता की। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा0 मधु मिश्रा एवं संचालन महामंत्री कमलावती सिंह ने किया। वक्ताओं में प्रमुख रूप से प्रदेश मीडिया प्रभारी मीना चैबे ने नारी सम्मान व अम्बेडकर पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अनीता अग्रवाल,शशि मोर्या, चन्द्रकान्ता शर्मा, प्रवीण श्रीवास्तव नीलम हिन्द, इन्द्रवाश सिंह, सत्या सिंह, प्रवेश त्यागी, बबीता सिंह, मधु मिश्रा, नीलन बाला प्रजापति, मीना चैबे, मधु दुबे, किरन सिंह, निर्जला उपाध्याय, शीला सिंह, विमला शुक्ला, प्रभा शर्मा, बीना गुप्ता, कौशल शर्मा, विजया पाण्डेय, स्नेहप्रभा सिंह, सीता मिश्रा, किरन सिंह, मंजू सिंह आदि हजारों की संख्या में महिलाओं ने नारी सम्मान बचाओं यात्रा के शुभारम्भ में भाग लिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कृषि के प्रति उदासीन नीति के कारण कृषि के सामने खड़ी होती चुनौती

Posted on 14 April 2011 by admin

भारतीय किसानों के संघ द्वारा कृषि भूमि और कृषि के प्रति अन्र्राष्ट्रीय षंडयन्त्रों को जनता के बीच ले जाने के उद्देश्य से राजधानी लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता में संघ प्रतिनिधि एम.जे. खान देहात मोर्चा के केसरी सिंह गुज्जर, राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रीति सिंह ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में केन्द्र सरकार की कृषि के प्रति उदासीन नीति के कारण कृषि के सामने खड़ी होती चुनौती पर प्रकाश डाला। देहात मोर्चा के संयोजक केसरी सिंह गुज्जर ने बताया कि डा0 स्वामी नाथन कमीशन की रिपोर्ट कृषि में तुरन्त लागू की जाये। कृषि भूमि अधिग्रहण इसी रफ्तार मे होती रही तो लाखांे लोग भूखों मरने के लिए मजबूर हो जायेगे। अंग्रेजों द्वारा भूमि अधिग्रहण सिर्फ सड़क, बंाध तथा सरकारी कार्यो के लिये होता रहा लेकिन भारतीय सरकार गोरे अंग्रेजों से भी बदत्तर साबित हो रही है। तथा कथित काले अंग्रेजों ने धारा 4 तथा 17 जोड़कर उद्योग पतियों के लिये बिचैलिया के लिये भूमिका अदाकर दी है।  सरकार प्रोपर्टी डीलर बन गयी है। तो कहीं सरकार दलाल बन गयी है। देश और प्रदेश में जितने प्राधिकरण है सब दलाली के अड्डे है नेता और अधिकारी कमाते है और जिस जमीन को अधिग्रहण कर रहे है उसी जमीन का मालिक अपने ही नौकरों से मिलने नौकरों के नौकर से पास लेने को मजबूर है। क्या यह आजादी इसी लिये ली गयी थी। 35 लाख हेक्टेयर जमीन कृषि की खत्म कर दी गयी । जमीन को लेकर भट्टा मंे पिछले तीन माह से आन्दोलन चल रहा है। एनसीआर में आगरा तक चार टाउनशिप बनाने के लिये जेपी को ठेका दे दिया गया है। इस ठेके की आड़ में किनका भला हो रहा है और किसान कंगाल हो रहा है। किसानों के कंगाल होने के साथ साथ आम आदमी पर भी असर पड़ेगा। हमारी देश की फ्रूड सिक्योरिटी खत्म हो जायेगी। आज एक लाख से अधिक परिवार नोएडा में कृषि भूमि अधिग्रहण के बाद सड़कों पर आ गये है। जो भुखमरी के कारण अपराध करने को पीछे नही हटते है। पुर्नावास नीति न होने के कारण किसान जो अन्नदाता था वह अपराधी बनने को मजबूर है। देश में 40 प्रतिशत यूथ कृषि कार्य छोड़ना चाहता है। क्योंकि देश मंे ग्लोबल गेम चल रहा है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हित साधने के लिये अपने ही लोग देश द्रोही बन गयी है। वे बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिये सीड बिल लाने के लिये लाबिंग कर रहे है। ताकि किसान बीज स्वयं न तैयार कर सके। और बहुराष्ट्रीय कंपनियां के पेंटेन्ट बीज का उपयोग करें। इस बीज की उपयोगिता से हमारे आम आदमियों पर ही असर पड़ेगा। हमारी स्वतंत्रा को प्रतन्त्र के लिये पिछले दरवाजे से दस्तख दी जा रही है। इसी तरह इन्डोसल्फान को बैन करने के लिये लाबिंग चल रही है। हाल ही में झकझोर देने वाली बात पता चली हैं कि विदेशी संगठन देश में किसानों के हितों के विपरीत एनजीओ को फंड मुहैया कर रहे है। हाल ही में आरटीआई के माध्यम से पता चला है कि यूरोपियन यूनियन ने दिल्ली स्थित पर्यावरणीय एनजीओ सेंटर फाॅर साइंस ऐंड इन्वायरमेंट (सीएसई) को 56 करोड़ रूपये दिए है। यह लोकप्रिय कीटनाशक इंडोसल्फेन के खिलाफ दबाव बनाने वाले समूह को बनाने के लिए दिया गया है। भारत में 75 मिलियन किसान र्है, जो इस उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यह उत्पाद बहुत ही प्रभावशाली है और लागत मंे कम है तथा उनकी फसलों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। आईपीएम में वैज्ञानिकों द्वारा इंडोसल्फेन की सिफारिश पहले उत्पाद के बतौर की गई है,क्योंकि यह उत्पाद बहुत ही प्रभावशाली है और लागत मंे कम है तथा उनकी फसलांे की सुरक्षा के लिए जरूरी है। आईपीएम में वैज्ञानिकों द्वारा इंडोसल्फेन की सिफारिश पहले उत्पाद के बतौर की गई है, कयोंकि यह स्तनधारी के लिए कम विषैला है और उनके लिए मित्रवत हो रहा है। तथापि कुछ विदेशी वित्तपोषित एनजीओ पर्यावरण की आड में छुपी भूमिका निभा रहे है और इस पर प्रतिबंध लगाना चाहते है और इस तरह से भारत के खाद्य उत्पादन को खतरा पैदा कर रहे है। आश्चर्य होता है इन संगठनांे का हित अपने देश की सेवा करने में है?

किसान संगठनों की यह भी मांग है कि 5000 करोड़ रूपये की आय बीमा स्कीम को लांच किया जाए ताकि किसानों को मूल्य में उतार चढ़ाव और फसल नहीं होने की स्थिति में कवर मिल सके। हमारी मांग हमारे उत्पाद की उचित मूल्य मिलने की है, न कि कोई सब्सिडी, जो किसानों के लिए हानिकारक है। अधिकतम समर्थन मूल्य का विस्तार और फसलों तक किया जाए विशेषकर बागवानी की फसलों को। किसानों ने 2011-12 के बजट को निराशाजनक बताया है क्योंकि कृषि विकास के लिए कोई प्रमुख कार्यक्रम नहीं लांच किया गया है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि किसी किसान संगठन को बजट पूर्व या बजट बाद चर्चा मंे नही बुलाया गया सिर्फ कुछ एमएनसी प्रायोजित किसानों को बुलाया गया था। भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर किसानों ने चेताया कि सरकार को प्रापर्टी डीलर के रूप में कार्य नहीं करना चाहिए और किसानांे को न्यूनतम 75 प्रतिशत बाजार दर मिलनी चाहिए। यदि भूमि अधिग्रहण बिल किसानों को संतुष्ट करने जैसा नही पास किया जाता है, तब वे इसका राष्ट्रव्यापी विरोध करेंगे। फिफो को भारत के प्रमुख किसान संगठनों द्वारा प्रमोट किया गया है, जिसमें भारतीय कृषक समाज, कन्फेडरेशन आॅफ किसान आर्गेनाइजेशन, राष्ट्रीय किसान संगठन, गुजरात फार्मर्स फेडरेशन, आल इंडिया वेजीटेबल ग्रोवर्स ऐसोसिएशन, भारतीय किसान यूनियन, आॅल अंडिया एप्पल ग्रोवर्स एसोसिएशन, बिहार फार्मर्स फेडरेशन, एसोसिएशन आॅफ हरियाणा फार्मर्स क्लब, किसान मेल सेल बीजेपी, आॅल इंडिया मेडिसिनल प्लांट्स एसोसिएशन, यूपी सीड ग्रोवर्स एसोसिएशन, केरल आर्गेनिक मूवमेंट के अलावा अन्य का समावेश है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी की 120वीं जयन्ती

Posted on 14 April 2011 by admin

देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों और उपेक्षित वर्गों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का हक दिलाने के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले संविधान निर्माता, भारत रत्न परमपूज्य बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी की 120वीं जयन्ती पर कृतज्ञ राष्ट्र ने आज उन्हें बेहद आदर व सम्मान के साथ याद किया। उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री एवं बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में पूरे देश के करोड़ों बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, समर्थकों, अनुयायियों, प्रशंसकों, श्रद्धालुओं तथा सर्वसमाज के सभी वर्गों के लोगों ने युग पुरूष को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बी0एस0पी0 द्वारा प्रदेश के सभी 72 जिलों के मुख्यालय पर बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी, जिसमें बी0एस0पी0 सरकार द्वारा बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर के आदर-सम्मान में जो भी कार्य किये गये हैं, उनके बारे में आम जनता को विस्तार से अवगत कराया गया। इसी प्रकार के कार्यक्रम आज सभी राज्यों की राजधानी में भी बी0एस0पी0 द्वारा आयोजित किये गये, जिसमें पूरे देश के करोड़ों बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ शिरकत की।

माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने आज सबसे पहले यहां बन्धे पर स्थित प्रतीक स्थल पहंुचकर वहां स्थापित बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके बाद माननीया मुख्यमंत्री जी डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पहंुचीं और स्मारक के मुख्य परिसर में अब्राहम लिंकन के पोज़ में स्थापित बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर की विशाल प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धान्जलि दी। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बुद्ध-वंदना का पाठ किये जाने के पश्चात् माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा उन्हें चीवर दान दिया गया। इसके बाद उन्होंने सम्पूर्ण परिसर का भ्रमण करके वहां स्थापित बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी एवं सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन के अन्य महापुरूषों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने यहां पर भारी संख्या में मौजूद अनुयायियों से मुलाकात भी की और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

इसके पहले माननीया मुख्यमंत्री जी ने डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल में बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के अनुयायियों, मंत्रिगणों व अन्य उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया। ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमंत्री जी को जब यह मालूम हुआ कि कार्यक्रम स्थल पर लोग काफी समय धूप में खड़े हैं तो उन्होंने जनता की दुख-तकलीफ को देखकर अपनी बात को पहले रखना जरूरी समझा।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्हें यह बताते हुए गर्व एवं उत्साह का अनुभव हो रहा है कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान को बनाया और बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर ने देश के हर मामले में सदियों से वर्ण व्यवस्था व जातिवादी व्यवस्था से त्रस्त रहे समाज के उपेक्षित वर्गों के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए तथा यहां धर्म निरपेक्षता की जड़ों को मजूबत रखने के लिए संविधान में व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब द्वारा संविधान में की गयी व्यवस्था को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता और यह सब भारतीय इतिहास के पन्नों में हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर के इन सभी योगदानों को ध्यान में रखकर ही उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार ने इनको विभिन्न रूपों में पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि इन्हंेे आदर-सम्मान देने के मामले में बी0एस0पी0 के नेतृत्व में उनकी सरकार ने केन्द्र व देश के अन्य राज्यों में बनी सरकारों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर, केन्द्र व देश के अन्य राज्यों में बनी विरोधी पार्टियों की सभी सरकारों ने बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को आदर-सम्मान देने के मामलें में, बी0एस0पी0 की सरकार की तुलना में दिल पर पत्थर रखकर आटे में नमक के बराबर से भी बहुत कम काम किया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के कार्याें और उनके चिन्तन का मूल्यांकन इतिहास ने कर दिया है। उनका सम्मान आज भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हर उस व्यक्ति द्वारा किया जाता है, जिसके मन में दुःखी, पीड़ित और असहाय लोगों के प्रति स्नेह और सच्ची सहानुभूति है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर कानून के जबरदस्त विशेषज्ञ व बेहतरीन ज्ञाता थे। जिनसे प्रभावित होकर उन्होंने (माननीया मुख्यमंत्री जी) दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करके एल0एल0बी0 की डिग्री हासिल की। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनकी पार्टी की सरकार ने हमेशा प्रदेश में सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों, यहां की माननीय न्यायापालिका तथा सर्वसमाज में से गरीब लोगों के हितों का पूरा-पूरा ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व प्रदेश सरकार ने सरकारी वकीलों को काफी सुविधायें दी हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने प्रदेश में गैर-सरकारी वकीलों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा है।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों के हितों के मामले में पूर्व की सरकारों ने बातें तो काफी लम्बी-चैड़ी कहीं, लेकिन इनके हित में ज्यादा कुछ कार्य नहीं किये। जिससे दुखी होकर उनकी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्रा जी व पार्टी के एम0एल0सी0 श्री गोपाल नारायण मिश्रा अक्सर उनसे यह कहते रहे हैं कि वे ही इन वर्गों का भला कर सकती हैं।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारांे द्वारा सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों के हितों को लेकर अनेक योजनाओं की घोषणा तो की, लेकिन उन्हें लागू करने के लिए ईमानदारी से बजट इत्यादि की कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने सभी घोषणायें केवल वकीलों को गुमराह करने के इरादे से की थीं। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उनकी पार्टी की सरकार जो कहती है उसे पूरा भी करती है।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर वकीलों के हितों व कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा न्यासी समिति  को 60  करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान करने की घोषणा की। इस धनराशि से खासतौर पर अधिवक्ताओं का बीमा, दिवंगत अधिवक्ताओं की विधवाओं को पेंशन, प्रदेश में अधिवक्ताओं के नये चैम्बर आदि का निर्माण तथा बार एसोसियेशन में पुस्तकालयों व कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माननीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के नवीन भवन के निर्माण का मामला काफी समय से लम्बित चल रहा है, जिसके लिए भारत सरकार द्वारा अभी तक केन्द्रांश की धनराशि अवमुक्त नहीं की गयी है। उन्होंने इस अवसर पर नवीन भवन के निर्माण पर आने वाले कुल व्यय के 70 प्रतिशत अंश अर्थात् राज्य सरकार के हिस्से की लगभग पांच सौ करोड़ रूपये की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि इस निर्माण हेतु यदि अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता होगी, तो उसे भी राज्य सरकार अवश्य उपलब्ध करायेगी।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने माननीय उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीशगणों के उपयोगार्थ पुस्तकालय एवं अन्य सुविधाओं हेतु लगभग 50 करोड़ रूपये की अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध कराने की घोषणा की, जिसे अन्तिम रूप माननीय मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करने के पश्चात दिया जायेगा।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश में बी0पी0एल0 कार्ड धारकों तथा ‘‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मद्द योजना’’ से लाभान्वित लाभार्थियों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि सभी प्रकार के लम्बित व दायर किये जाने वाले ऐसे मुकदमे जिनमें सरकार विपक्षी पार्टी नहीं है, उन मुकदमों की निःशुल्क पैरवी सरकारी वकील इन गरीबों की तरफ से करेंगे। माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की 120वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर उनके द्वारा की गयीं घोषणाओं से निश्चित रूप से पूरे राज्य के वकील, माननीय न्यायापालिका तथा सर्वसमाज में से गरीब लोग जरूर खुश होंगे।

ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उनकी सरकार ने अपने सभी कार्यकालों में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए तथा उनके आदर व सम्मान में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये हैं। राज्य सरकार द्वारा इनकी विस्तृत जानकारी विज्ञापन के माध्यम से आज समस्त समाचार पत्रों में प्रकाशित करायी गयी है।

बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के आदर-सम्मान में कराये गये कार्यों के तहत अनुसूचित जाति/जन जाति के लोगों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास विभाग का गठन करते हुए अनुसूचित जाति/जन जाति बाहुल्य गांवों की तरक्की और खुशहाली के लिए डा0 भीमराव अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना शुरू की गयी। इस योजना के तहत चयनित अम्बेडकर गांवों में सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया कराने की व्यवस्था की गयी है। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मानीटरिंग के लिए अलग से सेल का गठन भी किया गया। इसके अलावा 10 हजार डा0 अम्बेडकर ग्रामों की अनुसूचित जाति की बस्तियों में सोडियम लाइट लगाये जा रही हैं। अम्बेडकर ग्राम सभाओं की प्रत्येक दलित बस्तियों में ’’बहुउद्देशीय सामुदायिक केन्द्र’’ बनाये गये। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डा0 अम्बेडकर विशेष रोजगार योजना को प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार द्वारा बाबा साहेब के सम्मान में आगरा विश्वविद्यालय का नामकरण बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर किया गया। इसी विश्वविद्यालय में बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर के नाम पर अम्बेडकर पीठ की भी स्थापना की गयी। डा0 अम्बेडकर के नाम पर अनुसूचित जाति/जनजाति कोचिंग सेंटर की स्थापना जनपद अलीगढ़ और आगरा में की गयी है। फैजाबाद मण्डल के अन्तर्गत अम्बेडकर नगर के नाम से नये जिले का गठन किया गया। वाराणसी में बाबा साहेब के नाम पर स्टेडियम का नामकरण तथा रामपुर में संग्रहालय व पुस्तकालय की स्थापना की गयी। इसके अलावा जनपद बांदा में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर मेडिकल कालेज, नोएडा तथा गे्रटर नोएडा में डा0 भीमराव अम्बेडकर मल्टी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल स्थापित कराये गये हैं।
कानपुर में डाॅ0 अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आॅफ टेक्नाॅलाॅजी फार हैण्डीकैप्ड तथा जनपद आजमगढ़ में डाॅ0 अम्बेडकर भवन का निर्माण कराया गया। जनपद मैनपुरी तथा कन्नौज में डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की गयी। इसी प्रकार लखनऊ में डा0 भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम तथा गे्रटर नोएडा में 500 सीटों वाले डा0 अम्बेडकर अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास का निर्माण कराया गया। जनपद आगरा एवं गौतमबुद्ध नगर में डाॅ0 अम्बेडकर पार्क स्थापित किया गया। लखनऊ में डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण म्यूजियम तथा डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण परिसर का निर्माण कराया गया। बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में अम्बेडकर पीठ की स्थापना तथा प्रशासनिक भवन संकुल का निर्माण कराया गया है।

बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ में डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक  परिवर्तन स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर विहार, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन गैलरी, डा0 भीमराव अम्बेडकर स्मारक दृश्य स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतिबिम्ब स्थल तथा सामाजिक परिवर्तन संग्रहालय और जनसुविधा परिसर की स्थापना करायी गयी।

इसके अलावा डा0 भीमराव अम्बेडकर  गोमती पार्क का निर्माण और इस पार्क में डाॅ0 अम्बेडकर की प्रतिमा भी स्थापित की गयी। साथ ही डा0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-2, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-3, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-4, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती बुद्ध विहार पार्किंग स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु नवीनीकृत गोमती ब्रिज, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु ओवर ब्रिज तथा डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल के प्रशासनिक भवन-2 का निर्माण भी कराया गया। डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1 में बाबा साहेब की चहुंमुखी प्रतिमा की स्थापना की गयी है।

राज्य सरकार द्वारा बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर लघु उद्यमी प्रादेशिक पुरस्कार योजना, डाॅ0 अम्बेडकर निःशुल्क बोरिंग योजना तथा डाॅ0 अम्बेडकर कृषि ऊर्जा सुधार योजना भी संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा लखनऊ में देश के सबसे बड़े सभागारों में एक - डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार का निर्माण तथा सभागार परिसर में बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित की गयी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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सरकारी खरीद के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा ढुलमुल रवैया अपनाये जाने पर गहरी चिन्ता

Posted on 14 April 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में गेहूूं की सरकारी खरीद के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा ढुलमुल रवैया अपनाये जाने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है। प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने केन्द्र सरकार द्वारा गेहूं खरीद पर रू0 50 का बोनस दिए जाने को नाकाफी बताते हुए इसे 100 रू0 प्रति क्विंटल किए जाने की मांग की।

श्री शाही ने केन्द्र भारतीय खाद्य निगम द्वारा उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद से दूर रहने के फैसले को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि फैसले से बिचैलियों व कालाबाजारियों को लाभ होगा। श्री शाही ने प्रदेश सरकार से भी मांग की कि वह भी मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की तरह किसानों को गेहूं खरीद पर रू0 100 प्रति क्विटल का वोनस दिए जाने की तत्काल घोषणा करें।

श्री शाही ने कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी के शासन के दौरान अन्नदाता किसान की हालत काफी खराब हुई है। सरकार के किसान विरोधी रवैये के कारण किसानों को बोआई के वक्त आवश्यक बीज, यूरिया, डी0ए0पी0 आदि किसान को नहीं मिल पाया। किसानों ने बोआई के लिए कालाबाजारियों से औन-पौने दामों पर बीज आदि खरीद कर अपनी फसल की तैयारी की। लगातार बढ़ती मंहगाई के चलते कृषि लागत मूल्य में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। अब जब किसान की फसल कटकर तैयार हुई तो उसे अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।

श्री शाही ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में किसानों की उपज पर कालाबाजारी नजर लगाये हुए हैं। सरकारी क्रय केन्द्रों पर किसानों की उपज की खरीद हेतु कोई समुचित प्रबन्ध नहीं किए गये हैं। आधे से ज्यादा जगहों पर इलेक्ट्रानिक काॅंटे नहीं हैं, तौल में गड़बड़ी हो रही हेै। ऐसे में किसान सरकारी क्रय केन्द्र से मायूस होकर लौट रहे हैं। प्रदेश सरकार की भी रुचि किसानों की समस्याओं को हल करने की नहीं हैं। ऐसे में किसान दर-दर भटक रहा है।     उन्होंने सरकार से मांग की कि गेहूं खरीद में सरकारी कर्मचारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही व अनियमितताओं के संदर्भ में तत्काल आवश्यक शिक्षा निर्देश जारी कर किसानों को उनकी उपज का समुचित मूल्य बिना किसी कठिनाई के मिल सके। इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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