देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों और उपेक्षित वर्गों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का हक दिलाने के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले संविधान निर्माता, भारत रत्न परमपूज्य बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी की 120वीं जयन्ती पर कृतज्ञ राष्ट्र ने आज उन्हें बेहद आदर व सम्मान के साथ याद किया। उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री एवं बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में पूरे देश के करोड़ों बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, समर्थकों, अनुयायियों, प्रशंसकों, श्रद्धालुओं तथा सर्वसमाज के सभी वर्गों के लोगों ने युग पुरूष को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बी0एस0पी0 द्वारा प्रदेश के सभी 72 जिलों के मुख्यालय पर बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी, जिसमें बी0एस0पी0 सरकार द्वारा बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर के आदर-सम्मान में जो भी कार्य किये गये हैं, उनके बारे में आम जनता को विस्तार से अवगत कराया गया। इसी प्रकार के कार्यक्रम आज सभी राज्यों की राजधानी में भी बी0एस0पी0 द्वारा आयोजित किये गये, जिसमें पूरे देश के करोड़ों बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ शिरकत की।
माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने आज सबसे पहले यहां बन्धे पर स्थित प्रतीक स्थल पहंुचकर वहां स्थापित बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके बाद माननीया मुख्यमंत्री जी डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पहंुचीं और स्मारक के मुख्य परिसर में अब्राहम लिंकन के पोज़ में स्थापित बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर की विशाल प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धान्जलि दी। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बुद्ध-वंदना का पाठ किये जाने के पश्चात् माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा उन्हें चीवर दान दिया गया। इसके बाद उन्होंने सम्पूर्ण परिसर का भ्रमण करके वहां स्थापित बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी एवं सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन के अन्य महापुरूषों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने यहां पर भारी संख्या में मौजूद अनुयायियों से मुलाकात भी की और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
इसके पहले माननीया मुख्यमंत्री जी ने डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल में बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के अनुयायियों, मंत्रिगणों व अन्य उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया। ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमंत्री जी को जब यह मालूम हुआ कि कार्यक्रम स्थल पर लोग काफी समय धूप में खड़े हैं तो उन्होंने जनता की दुख-तकलीफ को देखकर अपनी बात को पहले रखना जरूरी समझा।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्हें यह बताते हुए गर्व एवं उत्साह का अनुभव हो रहा है कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान को बनाया और बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर ने देश के हर मामले में सदियों से वर्ण व्यवस्था व जातिवादी व्यवस्था से त्रस्त रहे समाज के उपेक्षित वर्गों के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए तथा यहां धर्म निरपेक्षता की जड़ों को मजूबत रखने के लिए संविधान में व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब द्वारा संविधान में की गयी व्यवस्था को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता और यह सब भारतीय इतिहास के पन्नों में हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर के इन सभी योगदानों को ध्यान में रखकर ही उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार ने इनको विभिन्न रूपों में पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि इन्हंेे आदर-सम्मान देने के मामले में बी0एस0पी0 के नेतृत्व में उनकी सरकार ने केन्द्र व देश के अन्य राज्यों में बनी सरकारों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर, केन्द्र व देश के अन्य राज्यों में बनी विरोधी पार्टियों की सभी सरकारों ने बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को आदर-सम्मान देने के मामलें में, बी0एस0पी0 की सरकार की तुलना में दिल पर पत्थर रखकर आटे में नमक के बराबर से भी बहुत कम काम किया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के कार्याें और उनके चिन्तन का मूल्यांकन इतिहास ने कर दिया है। उनका सम्मान आज भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हर उस व्यक्ति द्वारा किया जाता है, जिसके मन में दुःखी, पीड़ित और असहाय लोगों के प्रति स्नेह और सच्ची सहानुभूति है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर कानून के जबरदस्त विशेषज्ञ व बेहतरीन ज्ञाता थे। जिनसे प्रभावित होकर उन्होंने (माननीया मुख्यमंत्री जी) दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करके एल0एल0बी0 की डिग्री हासिल की। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनकी पार्टी की सरकार ने हमेशा प्रदेश में सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों, यहां की माननीय न्यायापालिका तथा सर्वसमाज में से गरीब लोगों के हितों का पूरा-पूरा ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व प्रदेश सरकार ने सरकारी वकीलों को काफी सुविधायें दी हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने प्रदेश में गैर-सरकारी वकीलों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों के हितों के मामले में पूर्व की सरकारों ने बातें तो काफी लम्बी-चैड़ी कहीं, लेकिन इनके हित में ज्यादा कुछ कार्य नहीं किये। जिससे दुखी होकर उनकी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्रा जी व पार्टी के एम0एल0सी0 श्री गोपाल नारायण मिश्रा अक्सर उनसे यह कहते रहे हैं कि वे ही इन वर्गों का भला कर सकती हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारांे द्वारा सरकारी व गैर-सरकारी वकीलों के हितों को लेकर अनेक योजनाओं की घोषणा तो की, लेकिन उन्हें लागू करने के लिए ईमानदारी से बजट इत्यादि की कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने सभी घोषणायें केवल वकीलों को गुमराह करने के इरादे से की थीं। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उनकी पार्टी की सरकार जो कहती है उसे पूरा भी करती है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर वकीलों के हितों व कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा न्यासी समिति को 60 करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान करने की घोषणा की। इस धनराशि से खासतौर पर अधिवक्ताओं का बीमा, दिवंगत अधिवक्ताओं की विधवाओं को पेंशन, प्रदेश में अधिवक्ताओं के नये चैम्बर आदि का निर्माण तथा बार एसोसियेशन में पुस्तकालयों व कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माननीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के नवीन भवन के निर्माण का मामला काफी समय से लम्बित चल रहा है, जिसके लिए भारत सरकार द्वारा अभी तक केन्द्रांश की धनराशि अवमुक्त नहीं की गयी है। उन्होंने इस अवसर पर नवीन भवन के निर्माण पर आने वाले कुल व्यय के 70 प्रतिशत अंश अर्थात् राज्य सरकार के हिस्से की लगभग पांच सौ करोड़ रूपये की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि इस निर्माण हेतु यदि अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता होगी, तो उसे भी राज्य सरकार अवश्य उपलब्ध करायेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने माननीय उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीशगणों के उपयोगार्थ पुस्तकालय एवं अन्य सुविधाओं हेतु लगभग 50 करोड़ रूपये की अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध कराने की घोषणा की, जिसे अन्तिम रूप माननीय मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करने के पश्चात दिया जायेगा।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश में बी0पी0एल0 कार्ड धारकों तथा ‘‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मद्द योजना’’ से लाभान्वित लाभार्थियों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि सभी प्रकार के लम्बित व दायर किये जाने वाले ऐसे मुकदमे जिनमें सरकार विपक्षी पार्टी नहीं है, उन मुकदमों की निःशुल्क पैरवी सरकारी वकील इन गरीबों की तरफ से करेंगे। माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की 120वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर उनके द्वारा की गयीं घोषणाओं से निश्चित रूप से पूरे राज्य के वकील, माननीय न्यायापालिका तथा सर्वसमाज में से गरीब लोग जरूर खुश होंगे।
ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उनकी सरकार ने अपने सभी कार्यकालों में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए तथा उनके आदर व सम्मान में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये हैं। राज्य सरकार द्वारा इनकी विस्तृत जानकारी विज्ञापन के माध्यम से आज समस्त समाचार पत्रों में प्रकाशित करायी गयी है।
बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के आदर-सम्मान में कराये गये कार्यों के तहत अनुसूचित जाति/जन जाति के लोगों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास विभाग का गठन करते हुए अनुसूचित जाति/जन जाति बाहुल्य गांवों की तरक्की और खुशहाली के लिए डा0 भीमराव अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना शुरू की गयी। इस योजना के तहत चयनित अम्बेडकर गांवों में सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया कराने की व्यवस्था की गयी है। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मानीटरिंग के लिए अलग से सेल का गठन भी किया गया। इसके अलावा 10 हजार डा0 अम्बेडकर ग्रामों की अनुसूचित जाति की बस्तियों में सोडियम लाइट लगाये जा रही हैं। अम्बेडकर ग्राम सभाओं की प्रत्येक दलित बस्तियों में ’’बहुउद्देशीय सामुदायिक केन्द्र’’ बनाये गये। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डा0 अम्बेडकर विशेष रोजगार योजना को प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार द्वारा बाबा साहेब के सम्मान में आगरा विश्वविद्यालय का नामकरण बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर किया गया। इसी विश्वविद्यालय में बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर के नाम पर अम्बेडकर पीठ की भी स्थापना की गयी। डा0 अम्बेडकर के नाम पर अनुसूचित जाति/जनजाति कोचिंग सेंटर की स्थापना जनपद अलीगढ़ और आगरा में की गयी है। फैजाबाद मण्डल के अन्तर्गत अम्बेडकर नगर के नाम से नये जिले का गठन किया गया। वाराणसी में बाबा साहेब के नाम पर स्टेडियम का नामकरण तथा रामपुर में संग्रहालय व पुस्तकालय की स्थापना की गयी। इसके अलावा जनपद बांदा में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर मेडिकल कालेज, नोएडा तथा गे्रटर नोएडा में डा0 भीमराव अम्बेडकर मल्टी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल स्थापित कराये गये हैं।
कानपुर में डाॅ0 अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आॅफ टेक्नाॅलाॅजी फार हैण्डीकैप्ड तथा जनपद आजमगढ़ में डाॅ0 अम्बेडकर भवन का निर्माण कराया गया। जनपद मैनपुरी तथा कन्नौज में डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की गयी। इसी प्रकार लखनऊ में डा0 भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम तथा गे्रटर नोएडा में 500 सीटों वाले डा0 अम्बेडकर अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास का निर्माण कराया गया। जनपद आगरा एवं गौतमबुद्ध नगर में डाॅ0 अम्बेडकर पार्क स्थापित किया गया। लखनऊ में डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण म्यूजियम तथा डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण परिसर का निर्माण कराया गया। बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में अम्बेडकर पीठ की स्थापना तथा प्रशासनिक भवन संकुल का निर्माण कराया गया है।
बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ में डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर विहार, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन गैलरी, डा0 भीमराव अम्बेडकर स्मारक दृश्य स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतिबिम्ब स्थल तथा सामाजिक परिवर्तन संग्रहालय और जनसुविधा परिसर की स्थापना करायी गयी।
इसके अलावा डा0 भीमराव अम्बेडकर गोमती पार्क का निर्माण और इस पार्क में डाॅ0 अम्बेडकर की प्रतिमा भी स्थापित की गयी। साथ ही डा0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-2, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-3, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-4, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती बुद्ध विहार पार्किंग स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु नवीनीकृत गोमती ब्रिज, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु ओवर ब्रिज तथा डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल के प्रशासनिक भवन-2 का निर्माण भी कराया गया। डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1 में बाबा साहेब की चहुंमुखी प्रतिमा की स्थापना की गयी है।
राज्य सरकार द्वारा बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर लघु उद्यमी प्रादेशिक पुरस्कार योजना, डाॅ0 अम्बेडकर निःशुल्क बोरिंग योजना तथा डाॅ0 अम्बेडकर कृषि ऊर्जा सुधार योजना भी संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा लखनऊ में देश के सबसे बड़े सभागारों में एक - डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार का निर्माण तथा सभागार परिसर में बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित की गयी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com