रु0 224 करोड़ के पावर ग्रिड, इन्डिया से 3 टर्नकी ट्रान्समीशन लाइन के ऑर्डर मिले हैं
अपट्रान्स्को (इन्डिया), सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका तथा वेरिएशन सहित टर्नकी ट्रान्समीशन लाइन के कुल मिलाकर रु0 320 करोड़ के ऑर्डर मिले
यूनाइटेड स्टेट्स और ब्राजील से रु0 150 करोड़ के एसएई टावर्स को टावर सप्लाई करने के ऑर्डर मिले
रु0 107 करोड़ के पावर तथा टेलीकॉल केबल सप्लाई के ऑर्डर मिले
अप्रैल 03, 2011ः केईसी इन्टरनेशनल लि. (केईसी) पावर ट्रान्समीशन ईपीसी तथा डाइवर्सीफाइड ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर में दुनिया का एक बड़ा नाम है, जिसने ट्रान्समीशन (देशी तथा विदेशी) तथा केबल के क्षेत्र में रु0 801 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त किए हैं.
ट्रान्समीशन - अन्तर्देशीय
भारत में, कंपनी ने तीन ऑर्डर कुल रु0 224 करोड़ के पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इन्डिया (पीजीसीआईएल) से हासिल किए हैं तथा एक स्टेट यूटिलिटी अप्ट्रान्स्को से टर्नकी आधार पर रु0 84 करोड़ का ऑर्डर प्राप्त किया है.
पीजीसीआईएल का पहला ऑर्डर चमराडोल - सतना के बीच 765 केवी सिंगल सर्किट ट्रान्समीशन लाइन की आपूर्ति तथा निर्माण के लिए है. यह ट्रान्समीशन लाइन रिहंद - तृतीय ।।। से तथा मध्यप्रदेश के विंध्याचल - चतुर्थ से जुड़ी है. यह परियोजना पीजीसीआईएल की योजना का हिस्सा है ताकि अन्तर्क्षेत्रीय प्रणाली को बल मिल सके तथा क्षेत्र में आने वाले विभिन्न समेकित पावर प्लान्टों से पावर को निकाला जा सके. ऑर्डर का मूल्य रु0 109 करोड़ का है तथा इसे 21 मास की अवधि में पूरा किया जाना है.
पीजीसीआईएल का दूसरा ऑर्डर रूड़की - सहारनपुर के बीच 400 केवी डबल सर्किट ट्रान्समीशन लाइन तथा बरेली में ट्रान्समीशन लाइन की आपूर्ति तथा निर्माण के लिए मिला है. लाइनें उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश में निर्मित की जाएंगी तथा ये उत्तरी क्षेत्र को बल प्रदान करने की स्कीम-इक्किस से जुड़ी हैं. ऑर्डर रु0 93 करोड़ का है तथा इसे लगभग 18 मास की अवधि में पूरा किया जाएगा.
पीजीसीआईएल का तिसरा ऑर्डर पटना, बिहार में बढ - बलिया के बीच 400 केवी डबल सर्किट ट्रान्समीशन लाइन हेतु आपूर्ति एवं निर्माण के लिए मिला है जो कि पश्चिमी क्षेत्र के लिए नेटवर्क हेतु आम स्कीम तथा बिहार में दामोदर वैली कारपोरेशन एन्ड मैथॅन राइट बैंक परियोजना के लिए अनुपूरक ट्रान्समीशन प्रणाली के साथ जुड़े गया के 220 केवी डबल सर्कि ट देहरी बोधगया ट्रान्समीशन लाइन से जुड़ा है. ऑर्डर रु0 22 करोड़ का है तथा इसे लगभग 12 मास की अवधि में पूरा किया जाएगा.
अप्ट्रान्स्को का ऑर्डर कृष्णपट्टणम से पावर को निकालने से जुड़ी ट्रान्समीशन लाइन की आपूर्ति तथा निर्माण का है. अप्ट्रान्स्को द्वारा बनाई जा रही यह पहली 400 केवी क्वाड लाइन है तथा इस वोल्टेज और लाइन कन्फीगरेशन पर ट्रान्समीशन लाइन का निर्माण करने के लिए भारतीय सुविधाएं बहुत ही कम हैं उनमें से यह एक होगी. ऑर्डर रु0 84 करोड़ का होगा तथा इसे 12 मास की अवधि में पूरा किया जाएगा.
ट्रान्समीशन - अन्तरराष्ट्रीय
अन्तरराष्ट्रीय बाजारों में, कंपनी ने सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड स्टेट्स तथा ब्राजील से ऑर्डर हासिल किए हैं.
टर्नकी आधार पर 132 केवी ट्रान्समीशन लाइनों की आपूर्ति तथा निर्माण के लिए सउदी इलेक्ट्रिसिटी कंपनी से कंपनी को ऑर्डर मिला है. ऑर्डर रु0 78 करोड़ का है तथा इसे 20 मास की अवधि में पूरा किया जाएगा.
एस्कॉम दक्षिण अफ्रीका से एक और ऑर्डर मिला है जो दक्षिण अफ्र ीका में टर्नकी आधार पर गम्मा - कप्पा (खंड - बी) के बीच 765 केवी ट्रान्समीशन लाइन की आपूर्ति तथा निर्माण के लिए है. ऑर्डर कुल रु0 98 करोड़ का है. इस वित्तीय वर्ष में दक्षिण अफ्रीका से यह चैथा ऑर्डर है. संविदा पूरा होने की अवधि 18 मास की है.
एसएई टावर्स, पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है जिसने अमेरिका में रु0 150 करोड़ के सप्लाई ऑर्डर हासिल किए हैं. यह मुख्य रूप से यूनाइटेड स्टेट्स तथा ब्राजील के ट्रान्समीशन टावर ऑर्डर दर्शाता है.
उपर्युक्त के अलावा, केईसी ने रु0 60 करोड़ के वेरिएशन ऑर्डर अपनी वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय परियोजनाओं से भी प्राप्त किए हैं.
केबल कारोबार कंपनी ने एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज पावर केबल, हाई टेन्शन, लो टेन्शन तथा टेलीकॉम केबलों के रु0 107 करोड़ के सप्लाई ऑर्डर अलग-अलग ग्राहकों से प्राप्त किए।
’’केईसी इन्टरनेशनल लि. के एमडी तथा सीईओ, श्री रमेश चांडक ने कहा कि, भौगोलिक तथा कारोबारी विभिन्नता के कारण केईसी को ऑर्डर प्राप्त करने में लगातार सहायता मिलती है. ऑर्डर मिलने की दिशा में यह साल बहुत ही अच्छा रहा इससे आगे बढने के लिए मार्ग प्रशस्त होता है’’
केईसी इन्टरनेशनल लिमिटेड के बारे में
केईसी इन्टरनेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग, प्रापण यानी प्रोक्योरमेन्ट तथा निर्माण (ईपीसी) जगत में एक अग्रणी नाम है. पावर े ट्रान्समिशन, पावर वितरण, रेलवे, टेलीकॉम तथा केबल तथा टॉवर निर्माण के क्षेत्रों में कंपनी ने अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज की है. दक्षिण एशिया, मध्यपूर्व, अफ्रीका तथा केन्द्रीय एशिया तथा अमरीकी देशों के 45 से अधिक देशों में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को बल प्रदान कर विश्व के नक्शे पर कंपनी ने अविस्मरणीय छाप छोडी है. कंपनी आरपीजी समूह के ध्वज तले कार्य करती है तथा इसका वार्षिक कारोबार तकरीबन रू0 4000 करोड का है.
आरपीजी एन्टरप्राइजेज के बारे में
आरपीजी एन्टरप्राइजेज की स्थापना 1979 में हुई, यह भारत के सबसे तेजी से बढने वाले बिजनेस समूहों में से एक है जिसका कारोबार रू0 17000 करोड को छू रहा है. इस समूह में सोलह से अधिक कंपनियां हैं जो पावर, टायर, इन्फ्रास्ट्रक्चर, आईटी, रिटेल, मनोरंजन, कार्बन ब्लैक तथा विशेषज्ञता के क्षेत्रों में विभिन्न कारोबारी हितों का प्रबंधन करती हैं.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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