प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छः माह के अंदर ही परिवार कल्याण विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्व0 डा0 विनोद आर्या की दिनदहाड़े हत्या के उपरान्त उसी पद पर तैनात डा0 वी.पी. सिंह की आज प्रातः उनके आवास के सामने ही गोलियां बरसाकर हुई नृसंश हत्या रहस्यास्पद घटना है, उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने इस हत्याकाण्ड की सी0बी0आई0 जांच कराये जाने की मांग की है।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह तार-तार हो चुकी है। हत्या, बलात्कार, लूट की घटनाओं में जिस प्रकार बेतहाशा वृद्धि हो रही है उसके कारण आम जनता पुलिस से संघर्ष करने से भी नहीं चूक रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार का शासन एवं पुलिस से नियंत्रण समाप्त हो चुका है। मुख्यमंत्री सुश्री मायावती कानून का राज बहाल करने में बुरी तरह विफल रही हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते इस्तीफा दे देना चाहिए।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि डा0 विनोद आर्या की हत्या के बाद ही सरकार को सतर्क हो जाना चाहिए था और उनके स्थान पर लाए गए डा0 वी0पी0 सिंह को पूरी सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए थी। परन्तु खतरों की जगह तैनात वरिष्ठ चिकित्सक को उसके हाल पर छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद यह भी साबित हो गया कि अपराधी तत्व और माफिया के हौसले बुलंद हो चुके हैं और ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि इन तत्वों को बसपा नेताओं का खुला समर्थन मिला हुआ है।
प्रदेाश् कंाग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री ने सदैव अपराधियों, माफिया और बाहुबलियों को प्रश्रय दिया है और उन्हें बचाने का कार्य किया है। चाहे वह सुलतानपुर में हुई कानूनगो की हत्या हो, शीलू बलात्कार काण्ड हो, लखनऊ में उनके स्वयं के घर में आगजनी का मामला हो, बदायूं में छात्रा के साथ हुआ बलात्कार काण्ड हों, ऐसी तमाम घटनाएं प्रदेश में बसपा शासनकाल के दौरान घटित हुई हैं जिसमें सीधे तौर पर बसपा के मंत्री, विधायक और इनके नेताआंे की संलिप्तता रही है। जिसकी परिणति आज पूरा प्रदेश देख रहा है और उसका खामियाजा भुगत रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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