Posted on 23 March 2010 by admin
व्यापार क्षेत्र के विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर विधायक ने की घोषणा
सुल्तानपुर - जनपद में आये दिन व्यापारियों पर बढ रही अपराधिक धटनाओं व शोषण के विरोध में सुल्तानपुर विधायक अनूप संण्डा के नेतृत्व में व्यापारी संगठन 31 मार्च को चौक में धरना देगा।
सदर क्षेत्र के सपा विधायक अनूप संण्डा ने व्यापारी उत्पीडन के मुद्दे पर व्यापार क्षेत्र के विभिन्न संगठनों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार में व्यापारियों के साथ लूट और हत्या की धटनायें आम हो गई है। सुल्तानपुर में पिछले कुछ दिनों में कई व्यापारियों के साथ लूट और हत्या की धटनाओं को अपराधियों ने सरलता से अंजाम दिया । जिसके प्रति पुलिस का ढुलमुल रवैया अपराधियों को बढावा दे रहा है। इससे व्यापारियों में भय और असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गई है।सभी व्यापारी संगठनों ने आज उनके साथ बैठक करके यह निर्णय लिया है कि व्यापारी उत्पीडन के विरूद्व जनान्दोंलन चलाया जाय। जिसके क्रम में 31 मार्च को शहर के चौक में एक द्विवसीय सांकेतिक धरना दिया जायेगा। इस मौके अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय महामन्त्री श्रीराम आर्य ने कहा कि सुल्तानपुर के व्यापारियों के उत्पीडन का मामला होने वाले 18 अप्रैल को प्रदेशीय अधिवेशन में उठाया जायेगा। जिसके बाद व्यापारी उत्पीडन के विरूद्ध आन्दोलन तेज किया जायेगा।
विधायक के साथ होने वाले बैठक में व्यापार मण्डल के जिला महामन्त्री चन्द्र प्रकाश अग्रवाल, संरक्षक गोवर्धन कनोडिया, नगर इकाई महामन्त्री संजय लोहिया, सर्राफा व्यापार मण्डल के गुलाब चन्द्र बरनवाल, बिन्नू बरनवाल, रेडीमेड व्यापार मण्डल के सुन्दर लाल टन्डन, किराना व्यापार मण्डल के राम सागर कसौधन, वैश्य समाज के जिला महामन्त्री राधेश्याम अग्रहरि, कसौधन समाज के उमाशंकर कसौधन नन्हे दास, रामू कसौधन, फूल चन्द्र अग्रहरि आदि लोग मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 23 March 2010 by admin
सुल्तानपुर - लगभग साल भर बीतने को है झूठा आश्वासन व समय न रहने की बात करते हुए आज तक द्वितीय किसान विकास पत्र जारी नही हो सका है। डाक विभाग की शहर ही नही बल्कि छोटे छोटे बाजारों मे इनकी शाखाये खुली है। किसान विकास पत्र हो या इंदिरा विकास पत्र इसके खो जाने पर सूचना प्रार्थी डाक विभाग को दे । लेकिन आज वहा के चपरासी कुछ सुविधा शुल्क लेने में कोई भय व संकोच नही रखते। पूछने पर उनके पास समयाभाव होना बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डाक विभाग द्वारा जारी के बी पी जिसकी पत्रांक संख्या 5938, वा जारी तिथि 1-10-1999 को भगौती प्रसाद श्रीवास्तव सुत कृष्ण कुमार श्रीवास्तव निवासी विवके नगर मं0 नं0 2479 ने कई वर्ष पहले एक दस हजार का किसान विकास पत्र
डाक खाना श्याम नगर राहुल चौराहा से खरीदा था। डाक खाने के पोस्ट मास्टर मिश्रा से लगभग वर्षो से आश्वासन देने के बाद भी आज तक नया किसान विकास पत्र जारी नही किया जा सका। कार्यवाही न होते देख प्रार्थी जब उब गया तो चपरासी से मिलकर काम करवाने की ठान ली और जा कर प्रवन्धक से न मिलने के बजाय एक चपरासी को 250 देने के बजाय 240 का सुविघा शुल्क देकर आज भी कार्यवाही आगे नही बढवा सके । बार बार यही स्थिती रही कि समय नही है फिर कभी आइयेगा। लगता है सबसे बडा संकट है इन अधिकारियों के पास समया आभाव लेकिन मिश्रा जी, पाण्डे जी आदि लोगो को यदि सुविधा शुल्क बढा दी जाय तो दुबारा किसान विकास पत्र जारी जारी हो पाये गा इन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 23 March 2010 by admin
लखनऊ - प्री स्कूल चेन यूरो किड्स की लखनऊ की शाखा 11 ए, वजीर हसन रोड में शुरू हो गई है। इस संस्था के देश भर में 550 स्कूल सफलतापूर्वक चल रहे हैं। स्कूल का उद्घाटन मैडम शिवांका राय चौधरी सुपुत्री मैडम कुमकुम राय चौधरी, डिप्टी डायरेक्टर वर्कर ऑफ सहारा इण्डिया परिवार ने किया। उन्होंने स्कूल की सराहना करते हुए कहा कि स्कूल एक परिवार की तरह होता है, स्कूल मात्र शिक्षा ही नहीं वरन ज्ञान का दूसरा नाम है और और ज्ञान कोई वास्तु नहीं है जिसे आप प्राप्त कर सकते हैं। यह पवित्र व आध्यात्मिक है। उन्होंने आज के समाज में निरन्तर घटते जा रहे मूल्यों को लेकर चिन्ता व्यक्त की और कहा कि हर बच्चा प्रभु के द्वारा परिवार को दी हुई एक अपूर्ण प्रतिमा है, जिसे हमें अच्छे संस्कारों व मूल्यों से सम्पूर्ण करना चाहिए ताकि वह सभ्य समाज का निर्माण कर सके।
इस अवसर पर सेन्टर डायरेक्टर मिस सुतोपा भट्टाचार्या व मिस उपासना आचार्या ने बताया कि यूरोकिड्स अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान है जिसमें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के बाल विशेषज्ञ व बाल मनोवैज्ञानिक इसके कुरसे को डिजाइन करते हैं, जिसके द्वारा बच्चों की उम्र के अनुरूप उन्हें बिना किसी मानसिक दबाव के खेल खेल में लर्निग बाई ड्राइंग के आधार पर स्कूल, टीचर व पुस्तकों का पहला परिचय दिया जाता है। बच्चों को आकर्षित करने के लिए रंगीन वातावरण उन्हीं के स्तर व सोच के अनुसार बनाया जाता है। यूरोकिड्स में बच्चों को सिखाने के लिए पपेट थियेटर, आर्ट, रोले प्ले, कम्प्यूटर, गणित और कुकिंग कार्नर का इस्तेमाल किया जाता है। यहां पर पुस्तकालय और संगीत का कोना भी है। गोखले मार्ग में बच्चों के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का जिम भी है। यूरोकिड्स गोखले मार्ग में बच्चों को स्कूल लाने व घर छोड़ने के लिए सुरक्षित ट्रांसपोर्टेसन की की व्यवस्था भी है तथा पूरे भारतवर्ष में कहीं भी ट्रांसफर की फेसिलिटी भी है।
यूरोकिड्स के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री गोपाल सक्सेना ने बताया की यूरोकिड्स में हर यूरो किड स्पेशल होता है और उनकी सभी क्षमताओं को पूर्णतया: विकसित करने के लिए योग्य शिक्षिकाएं होती हैं। अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार हर 10 बच्चों पर एक टीचर होती है ताकि हर बच्चे पर पूरा ध्यान दिया जा सके। यूरोकिड्स बच्चों के भविष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ नींव प्रदान की जाती है। यहां पर बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी बाल मनो विशेषज्ञों द्वारा पेरेंट ओरिएंटेशन प्रोग्राम से उनके बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समय-समय पर मार्ग दर्शन प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर श्री सुमन भट्टाचार्य जी भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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