सुल्तानपुर - लगभग साल भर बीतने को है झूठा आश्वासन व समय न रहने की बात करते हुए आज तक द्वितीय किसान विकास पत्र जारी नही हो सका है। डाक विभाग की शहर ही नही बल्कि छोटे छोटे बाजारों मे इनकी शाखाये खुली है। किसान विकास पत्र हो या इंदिरा विकास पत्र इसके खो जाने पर सूचना प्रार्थी डाक विभाग को दे । लेकिन आज वहा के चपरासी कुछ सुविधा शुल्क लेने में कोई भय व संकोच नही रखते। पूछने पर उनके पास समयाभाव होना बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डाक विभाग द्वारा जारी के बी पी जिसकी पत्रांक संख्या 5938, वा जारी तिथि 1-10-1999 को भगौती प्रसाद श्रीवास्तव सुत कृष्ण कुमार श्रीवास्तव निवासी विवके नगर मं0 नं0 2479 ने कई वर्ष पहले एक दस हजार का किसान विकास पत्र
डाक खाना श्याम नगर राहुल चौराहा से खरीदा था। डाक खाने के पोस्ट मास्टर मिश्रा से लगभग वर्षो से आश्वासन देने के बाद भी आज तक नया किसान विकास पत्र जारी नही किया जा सका। कार्यवाही न होते देख प्रार्थी जब उब गया तो चपरासी से मिलकर काम करवाने की ठान ली और जा कर प्रवन्धक से न मिलने के बजाय एक चपरासी को 250 देने के बजाय 240 का सुविघा शुल्क देकर आज भी कार्यवाही आगे नही बढवा सके । बार बार यही स्थिती रही कि समय नही है फिर कभी आइयेगा। लगता है सबसे बडा संकट है इन अधिकारियों के पास समया आभाव लेकिन मिश्रा जी, पाण्डे जी आदि लोगो को यदि सुविधा शुल्क बढा दी जाय तो दुबारा किसान विकास पत्र जारी जारी हो पाये गा इन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com