Posted on 19 March 2015 by admin
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधान परिषद सदस्य स्व0 अधीर दुबे की 25वीं पुण्यतिथि आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी श्री हरीश बाजपेयी की अध्यक्षता में मनायी गयी। स्मृति समारोह का संचालन स्व0 अधीर दुबे के बड़े सुपुत्र श्री अशोक दुबे ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत स्व0 अधीर दुबे के चित्र पर माल्यार्पण से हुई।
इस मौके पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष एवं कैण्ट विधायक डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने स्व0 अधीर दुबे के कार्यों एवं उनके द्वारा संगठन के प्रति किये गये योगदान की प्रसंशा करते हुए कहा कि स्व0 दुबे ने जिस समर्पण की भावना से संगठन की सेवा की और जीवन पर्यन्त सेवा कर रहे, वह एक मिसाल है। वह दृढ़ निश्चयी, मृदुभाषी और बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होने पार्टी की जो सेवा की है वह कांग्रेसजनों को प्रेरणा देती रहेगी।
स्मृति समारोह को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी ने कहा कि स्व0 अधीर दुबे आजीवन कांग्रेस संगठन से जुड़े रहकर संगठन की जो सेवा की, उसे कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता है। उन्होने पत्रकारिता से लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक कर्मयोगी की भूमिका का सफल निर्वहन किया था। वह खादी आन्दोलन के न सिर्फ प्रबल समर्थक रहे बल्कि खादी को उन्होने अपने जीवन में समाहित कर लिया था। वह खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे।
प्रदेश कंाग्रेस के उपाध्यक्ष एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन श्री सत्यदेव त्रिपाठी पूर्व मंत्री ने कहा कि मूल रूप से इटावा के निवासी स्व0 अधीर दुबे का जीवन कांग्रेस संगठन को समर्पित था। वह पत्रकारिता के क्षेत्र में जहां हमारी बात एवं अधिकार साप्ताहिक पत्रों में सह-सम्पादक रहे वहीं उन्होने उर्दू साप्ताहिक शाहराह एवं नया भारत पात्रिका का संचालन भी किया था। उन्होने विभिन्न आन्दोलन के जरिये किसानों और आम जनता की आवाज बुलन्द की थी। दलितों एवं गरीबों के उत्थान के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे। वर्ष 1985 में वह विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए थे।
प्रदेश कंाग्रेस के कोषाध्यक्ष श्री हरीश बाजपेयी, प्रदेश कंाग्रेस के महासचिव-प्रभारी प्रशासन श्री ओंकारनाथ सिंह एवं श्री हनुमान त्रिपाठी ने भी स्व0 अधीर दुबे के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों और उनके विचारों से प्रेरणा लेने का आवाहन किया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस के अनुशासन समिति के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी, प्रदेश कंाग्रेस कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री श्री सत्यदेव त्रिपाठी, प्रदेश कंाग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी श्री हरीश बाजपेयी, पूर्व विधायक श्री श्यामकिशोर शुक्ल, प्रदेश कंाग्रेस के महासचिव श्री ओंकारनाथ सिंह, श्री हनुमान त्रिपाठी, पूर्व एमएलसी श्री राकेश मिश्रा, पूर्व एमएलसी श्री परमात्मा प्रसाद सिंह, श्री गिरिजा शंकर अवस्थी, श्रीमती नूतन बाजपेयी, श्रीमती सुशीला शर्मा, श्री परवीन खान, श्री प्रदीप गौड़, श्री राजेन्द्र पाण्डेय सहित स्व0 अधीर दुबे के पुत्र श्री वीरेन्द्र दुबे, श्री नरेन्द्र सिंह, श्री जे0पी0 शुक्ला, श्री सुनील शुक्ला एवं उनके पुत्र, पुत्रियां, पुत्रवधू, पौत्र, पौत्री आदि सहित सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के स्थायीमंत्री श्री सज्जाद हसन एवं अति0स्थायीमंत्री प्रशासन श्री के0के0 अवस्थी ने स्व0 दुबे को याद करते हुए कहा कि वह हम सबके अभिभावक के रूप में आज भी उनकी यादों में बसे हुए हैं।
इसके उपरान्त स्व0 अधीर दुबे की स्मृति में मोतीनगर के बाल सदन अनाथालय में बच्चों को भोजन कराया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 19 March 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के तीन मंत्रियों के विरूद्ध लोकायुक्त में शिकायतें लम्बित हैं अथवा उन पर जांच की जा रही है परन्तु प्रदेश सरकार अपने मंत्रियों के विरूद्ध कोई भी उचित कार्यवाही करने को तैयार नहीं है जिसके कारण प्रदेश सरकार में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार व्याप्त है। सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के विषय में समाजवादी पार्टी के नेता श्री मुलायम सिंह यादव जी ने कई मंचों से इस बात को लगातार कहा है कि उ0प्र0 सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार मंे लिप्त हैं किन्तु उनके विरूद्ध मुख्यमंत्री कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने 2012 के विधानसभा चुनाव में हर मंच से कहा था कि बहुजन समाज पार्टी के शासनकाल में ‘स्मारक घोटाले’ की जांच करायी जायेगी तथा दोषियों को सजा दिलायी जायेगी परन्तु आज वही समाजवादी पार्टी विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल के ‘स्मारक घोटाले’ को बचाती हुई दिखती है और ऐसा प्रतीत होता है कि इस मामले में सरकार और प्रमुख विपक्षीदल लामबंन्द हो गये हैं। स्मारक घोटाले की जांच में लोकायुक्त ने स्पष्ट रूप से खनन विभाग को दोषी पाया था। लोकायुक्त ने अपनी जांच में यह भी पाया था कि वी0वी0आई0पी0 गेस्ट हाउस खनन सिण्डीकेट का अड्डा हो गया है तथा वहीं से समस्त गैर कानूनी खनन के कार्य चलाये जाते हैं।
यह अत्यधिक दुःख की बात है कि समाजवादी पार्टी अपने खनन मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को बचाने में लगी हुई है तथा लोकायुक्त की जांच की रिपोर्ट के बावजूद उनके विरूद्ध कोई भी कानूनी कार्य करने से बच रही है। उत्तर प्रदेश कंाग्रेस, समाजवादी पार्टी की सरकार से यह अपील करती है कि वह लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट के आधार पर तुरन्त दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही करे जिससे कि प्रदेश में जो हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त है उस पर लगाम लगायी जा सके, जिसमें अब तक प्रदेश सरकार नाकाम रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
आगरा में फतेहाबाद रोड पर एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के रोड साइड कैफे स्ट्रीट विकसित करने के उद्देश्य से राजस्व विभाग की चिन्हित भूमि को आगरा विकास प्राधिकरण को निःशुल्क 90 वर्ष के पट्टे पर देने का निर्णय लिया गया है। इस भूमि पर 7120 वर्ग मीटर में पेरिस, लन्दन आदि की भांति एक रोड साइड कैफे स्ट्रीट विकसित की जाएगी।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के रोड साइड कैफे स्ट्रीट के बन जाने से सैलानियों को आगरा में आकर्षण का एक ओर केन्द्र मिल जाएगा। अधिकतर देशी एवं विदेशी पर्यटक फतेहाबाद मार्ग से ही ताज महल भ्रमण हेतु आते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
द उत्तर प्रदेश ब्रज प्लाॅनिंग एण्ड डेवलपमेन्ट बोर्ड विधेयक-2015 के प्रारूप को मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
भगवान श्री कृष्ण की जन्म स्थली होने के कारण ब्रज क्षेत्र की महत्ता सर्वविदित हैं। जनपद मथुरा स्थित ब्रज क्षेत्र मंे अनेक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पुरातात्विक एवं प्राकृतिक स्थल विद्यमान है, जिसके कारण सम्पूर्ण भारत तथा विदेशों से श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां आते रहते हैं। श्रद्धालु एवं पर्यटकों को क्षेत्रीय स्तर पर ढांचागत एवं अन्य सुविधाओं के अभाव में विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
जनपद मथुरा में विभागवार विकास कार्य किए जाते हैं। विभागों के मध्य समुचित विकास के उद्देश्य से कोई समन्वयकारी संस्था नहीं है। जनपद मथुरा स्थित ब्रज विरासत को सुरक्षित, अनुरक्षित एवं विकसित करने के लिए एक ऐसी संस्था की आवश्यकता है जो जनपद में संचालित योजनाआंे की माॅनीटरिंग और समन्वय करते हुए एकीकृत विकास और सांस्कृतिक, पुरातात्विक विरासतों का संरक्षरण एवं प्रबन्धन समुचित ढंग से कर सके, जो ब्रज क्षेत्र के लिए जनपद स्तर पर विभागों/स्थानीय निकायों की योजना, परियोजना या अन्य विकासयुक्त प्रस्ताव के सम्बन्ध में समुचित सलाह एवं मार्गदर्शन दे सके। उक्त कार्याें हेतु जनपद मथुरा में ब्रज प्लाॅनिंग एण्ड डेवलपमेन्ट बोर्ड बनाए जाने का निर्णय लिया गया है जिसका प्रशासनिक क्षेत्र सम्पूर्ण मथुरा जनपद होगा।
जनपद मथुरा के चहुंमुखी, समन्वित एवं सुनियोजित विकास के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ब्रज प्लाॅनिंग एण्ड डेवलपमेन्ट बोर्ड का गठन तथा उक्त बोर्ड के सहयोग के लिए ब्रज प्लाॅनिंग एण्ड डेवलपमेन्ट काउन्सिल गठित किए जाने के साथ-साथ अन्य सुसंगत प्राविधान किए गए हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
वित्तीय वर्ष 2014-15 के आय-व्ययक में अल्पकालीन सहकारी साख व्यवस्था के पुनरूद्धार/सुदृढ़ीकरण हेतु प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों हेतु 61000 लाख रुपये अवमुक्त कर निबन्धक के निवर्तन पर रखे जाने का निर्णय लिया गया है। इससे गैर लाइसेन्स जिला सहकारी बैंकों को भारतीय रिर्जव बैंक से बैंकिंग लाइसेन्स प्राप्त करने में सुविधा होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
प्रदेश की विभिन्न परियोजनाओं हेतु भू-स्वामियों/भूमिधरों से आपसी समझौते से सीधे भूमि क्रय किए जाने की प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
वर्ष 2013 के नये भू-अर्जन अधिनियम के प्राविधानों के अन्तर्गत अधिग्रहण के माध्यम से भूमि प्राप्त करने की प्रक्रिया के जटिल एवं श्रम साध्य होने के कारण तथा होने वाले विलम्ब को रोकने एवं विवाद रहित विधि से भू-स्वामियों की सहमति से भूमि प्राप्त करने की प्रक्रिया निर्धारित की जा रही है।
इसके अन्तर्गत राजकीय विभागों, स्वायत्तशासी निकायों, स्थानीय निकायों, परिषदों, प्राधिकरणें तथा पब्लिक प्राइवेट भागीदारी परियोजनाओं हेतु भूमि क्रय की जाएगी। इस व्यवस्था में कुल 10 करोड़ रुपये कीमत तक भूमि की दर एवं कुल मूल्य निर्धारण हेतु अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) और इससे अधिक की कुल कीमत की भूमि के प्रकरणों हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित की जाने वाली समिति के दर व मूल्य निर्धारण के उपरान्त सक्षम स्तर के अनुमोदन से संबंधित क्रय निकाय द्वारा भूमि क्रय की जाएगी।
क्रय की जाने वाली भूमि की दर शहरी क्षेत्रों में बाजार मूल्य/सर्किल दर के दो गुने व ग्रामीण क्षेत्रों में चार गुने से अधिक नहीं होगी। साथ ही, भू-स्वामियों को भूमि पर स्थित सम्पत्ति, वृक्ष एवं खड़ी फसल आदि का भी मूल्य दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त भूमि के कुल मूल्य की गणना करते समय पुनर्वासन एवं पुनव्र्यवस्थापन संबंधी लाभों को भी ध्यान में रखा जाएगा।
यदि आपसी सहमति से भूमि क्रय करने का प्रयास विफल रहता है तो परियोजना हेतु भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही वर्ष 2013 के अधिनियम एवं अन्य सुसंगत नियमों/शासनादेशों के अन्तर्गत की जाएगी।
आपसी सहमति से क्रय विषयक सिंचाई विभाग के शासनादेश दिनांक 08 अक्टूबर, 2012 एवं अवस्थापना विभाग के शासनादेश दिनांक 02 सितम्बर, 2013 को निरस्त करने अथवा संशोधित करने के सम्बन्ध मंे पृथक से निर्णय लिया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
संस्थागत वित्त बीमा एवं वाह्य सहायतित परियोजना महानिदेशालय द्वारा संचालित की जाने वाली सामाजिक सुरक्षा बीमा योजनाओं के लिए टोल-फ्री नम्बर, क्लेम सेण्टर, काॅल सेण्टर एवं वेब पोर्टल की स्थापना को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इसे मुख्यमंत्री बैंकिंग एवं बीमा हेल्पलाइन के नाम से जाना जाएगा।
गौरतलब है महानिदेशालय द्वारा संचालित की जाने वाली सामाजिक सुरक्षा बीमा योजनाओं के लिए टोल फ्री नम्बर, क्लेम सेण्टर, काॅल सेण्टर एवं वेब पोर्टल की स्थापना जनता के कल्याण एवं सुविधाओं को प्रदान किए जाने हेतु स्थापित ऐसा प्रारम्भिक स्तरीय सम्पर्क सूत्र होगा, जिसे शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को लाभार्थियों तक पारदर्शी रूप से पहुंचाने एवं तत्संबंधी शिकायतों के निस्तारण हेतु संचालित कराया जाना है। महानिदेशालय के लिए एक आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी विधाओं से लैस एसपीआई (साफ्टवेयर प्लेटफार्म एवं संसाधन को एक सर्विस आधार पर) माडल आधारित एक समस्या समाधान एवं फोन सहायता केन्द्र (काॅल सेण्टर) उपलब्ध कराया जाएगा। प्रस्तावित काॅल सेण्टर को यूपी डेस्को द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रारम्भ किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द और समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) (संशोधन) विधेयक-2015 के प्रारूप को मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
इसके तहत उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1986 की धारा-2 में खण्ड ‘ख’ में उपखण्ड-15 के पश्चात निम्नलिखित नये उपखण्डों को मा0 उच्च न्यायालय खण्डपीठ लखनऊ द्वारा 08 जनवरी, 2013 को पारित आदेश के क्रम में सम्मिलित करने का प्रस्ताव किया गया है।
(सोलह) साहूकारी विनियम अधिनियम, 1976 के अधीन दण्डनीय अपराध।
(सत्रह) गोवध निवारण अधिनियम, 1955 और पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम, 1960 में उपबन्धों के उल्लंघन में मवेशियों के अवैध परिवहन और/या तस्करी के कार्याें में संलिप्तता।
(अठ्ारह) वाणिज्यिक शोषण, बंधुआ श्रम, बालश्रम, यौन शोषण, अंग हटाने तथा दुव्र्यापार, भिक्षावृत्ति और इसी प्रकार के क्रियाकलापों के प्रयोजनों हेतु मानव दुव्र्यापार करना।
(उन्नीस) विधिविरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1966 के अधीन दण्डनीय अपराध।
(बीस) जाली भारतीय करेंसी नोट का मुद्रण, परिवहन और परिचालन करना।
(इक्कीस) नकली दवाओं के उत्पादन, विक्रय और वितरण में अन्तर्ग्रस्त होना।
(बाईस) आयुध अधिनियम, 1959 की धारा 5, 7 और 12 के उल्लंघन में आयुध एवं गोला-बारूद के विनिर्माण, विक्रय और परिवहन में अन्तर्ग्रस्त होना।
(तेईस) भारतीय वन अधिनियम-1927 ओर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 के उल्लंघन में आर्थिक अभिलाभ के लिए गिराना अथवा वध करना, उत्पादों की तस्करी करना।
(चैबीस) आमोद तथा पणकर अधिनियम-1979 के अधीन दण्डनीय अपराध।
(पच्चीस) राज्य की सुरक्षा, लोक व्यवस्था और जीवन की गति को भी प्रभावित करने वाले अपराधों मंें संलिप्त होना।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
उत्तर प्रदेश गुण्डा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक-2015 के प्रारूप को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। विधेयक को राज्य विधान मण्डल द्वारा पुरःस्थापित/पारित कराकर अधिनियम बनाए जाना प्रस्तावित है।
इसके तहत उत्तर प्रदेश गुण्डा अधिनियम-1970 की धारा-2 में खण्ड ‘ख’ में उपखण्ड-7 के पश्चात निम्न नये उपखण्डों को सम्मिलित किए जाने का प्रस्ताव किया गया है।
8. जो साहूकारी विनियमन अधिनियम-1976 के अधीन दण्डनीय अपराध में अन्तग्र्रस्त हो।
9. जो विधिविरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1966 और भारतीय वन अधिनियम-1927 के अधीन दण्डनीय अपराध में अन्तग्र्रस्त हो।
10. गोवध निवारण अधिनियम-1955 और पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम-1960 में उपबन्धों के उल्लंघन में मवेशियों के अवैध परिवहन और/या तस्करी के कार्याें में अन्तग्र्रस्त हो।
11. वाणिज्यिक शोषण, बलातश्रम, बंधुआ श्रम, बाल श्रम, यौनशोषण, अंग हटाने तथा दुव्र्यापार, भिक्षावृत्ति और इसी प्रकार के क्रियाकलापों के प्रयोजनों हेतु मानव दुव्र्यापार में अन्तग्र्रस्त हो।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा के निधन पर गहरा दुखः व्यक्त किया है। श्री वर्मा कैसरगंज से दो बार विधायक रहे है तथा श्री राम नरेश यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में राज्य मंत्रीपरिषद के सदस्य रहे। वे भारतीय जनसंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे, किसान संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व महामंत्री के रूप में भी उन्होंने भ्रम किया। संघ के स्वयं सेवक होने के साथ-साथ व अच्छे लेखक, वक्ता और विचारक थे। श्री वर्मा का कल देर रात निधन हो गया।
श्री वर्मा के निधन पर प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हमने एक प्रखर किसान नेता खो दिया। अपने जीवन काल में श्री वर्मा ने राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करने का काम किया। शोक व्यक्त करने वालो में प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला, हरद्वार दूबे, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बसंल, प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह, अनुपमा जायसवाल, प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, वीरेन्द्र तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, डाॅ. मनोज मिश्र, डाॅ. चन्द्रमोहन, हरीश चन्द्र श्रीवास्तव, आई0पी0सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष शुक्ला, सहमीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, अनीता अग्रवाल, कार्यालय प्रभारी भारत दीक्षित, सहप्रभारी चैधरी लक्ष्मण सिंह रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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