राज्यपाल ने कहा है कि उ0प्र0 सैनिक पुनर्वास निधि की आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ सम्पत्ति को भी सुरक्षित रखने का प्रयास किया जाये। अटारी प्रक्षेत्र के फार्म को अतिक्रमण मुक्त बनाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन से समन्वय कर सीमांकन कार्यवाही करके तीन माह के अंदर उन्हें रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। सीमांकन न होने के कारण स्थानीय ग्रामवासियों द्वारा अतिक्रमण के साथ-साथ काफी नुकसान किया जा रहा है। आय बढ़ाने की दृष्टि से राज्यपाल ने कहा कि केन्द्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से सम्पर्क करके मिट्टी की व्यापक जाँच करायी जाये, जिससे यह पता चल सके कि उक्त भूमि को ऊपजाऊ कैसे बनाया जा सकता है। मिट्टी की जाँचोपरान्त यदि यह पाया जाता है कि जैट्रोफा की खेती सफल हो सकती है तो उसकी खेती की संभावना तलाश की जाये। उन्होंने कहा कि सेना, कृषि एवं पुनर्वास निधि के अधिकारी समन्वय करके यह देखें कि अटारी प्रक्षेत्र के फार्म को कैसे उपयोगी और लाभदायी बनाया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, श्री राम नाईक आज राजभवन में उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि की प्रबन्ध समिति की 39वीं बैठक आयोजित की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कर्नल ए0के0प्रसाद, निदेशक, हेडक्वार्टर मध्य कमान, सुश्री जूथिका पाटणकर, प्रमुख सचिव, श्री राज्यपाल, सुश्री कामिनी चैहान रतन, सचिव, वित्त, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ, बिग्रे0 एम0सी0 पंत, प्रतिनिधि उत्तर भारत एरिया, बरेली, कमोडोर रोहताश सिंह, सचिव, केन्द्रीय सैनिक बोर्ड, भारत सरकार, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली, श्री एम0सी0 यादव, डी0एफ0ओ0, लखनऊ मण्डल, लखनऊ, श्री एम0के0 सिंह, संयुक्त सचिव, समाज कल्याण, लखनऊ, बिग्रे0 अरविन्दम्, अतिरिक्त महानिदेशक, पुनर्वास, मध्य कमान, लखनऊ, ब्रिगे0 अमूल्य मोहन, सचिव, उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि एवं निदेशक, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, रियर एडमिरल एस0के0दास, श्री कमल फेरवानी, सी0ए0, निधि, श्री सी0पी0 श्रीवास्तव उप निदेशक,कृषि के साथ ही राजभवन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि उ0प्र0 सैनिक पुनर्वास निधि प्रक्षेत्र अटारी, लखनऊ माल भरावन रोड पर माल विकास खण्ड से लगभग 5 किलोमीटर उत्तर की ओर स्थित है। इस प्रक्षेत्र का क्षेत्रफल 543.34 हेक्टेयर (1342.05 एकड़) है जिसमें लखनऊ जनपद में 1082.96 एकड़ तथा हरदोई जनपद में 259.09 एकड़ भूमि सम्मिलित करते हुए प्रक्षेत्र चार प्रखण्डों में विभक्त है।
श्री नाईक ने कहा कि उ0प्र0 सैनिक पुनर्वास निधि द्वारा संचालित योजनाओं का परस्पर अनुश्रवण होना चाहिए। उ0प्र0 सैनिक पुनर्वास निधि द्वारा भूतपूर्व सैनिकों/उनके आश्रितों के लिये चलायी जा रही योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर उन्हें मिले। बैठक में सैनिक पुनर्वास निधि के अधिष्ठान व्यय की प्रतिपूर्ति भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा 60ः40 के अनुपात वहन किये जाने पर भी विचार किया गया तथा कार्यालय के कर्मचारियों के वेतन-भत्ते के बारे में भी चर्चा की गयी। बैठक में निधि की आय बढ़ाने के दृष्टिगत आयकर अधिनियम की धारा-80जी के अंतर्गत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों से दान प्राप्त करने पर भी विचार-विमर्श हुआ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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