शिया वक्फ बोर्ड द्वारा वक्फ खोरो पर मेहरबानी और वक्फ बचाने वालो के खिलाफ कार्यवाही पर अध्यक्ष, शियाने हैदरे कर्रार आर्गनाइजेशन, सचिव, शिया औलमा कौंसिल हिन्द, मौलाना इफतेखार हुसैन इंकलाबी ने आरपार की लड़ाई का ऐलान करते हुए ईमानदार मुतवल्लीयों से वक्फ खोर चेयरमैन और मेम्बरों द्वारा बनाई गई नई कमेटियों को चार्ज ना देने वा वक्फ खोरो पर अवाम से डण्डा चलाने का बयान देकर हड़कम्प मचा दिया है मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वक्फ बोर्ड के सी.बी.सी.आई.डी. चार्ज शीटेड कार्यवाहक चेयरमैन वसीम रिज़वी, नियम कानून तोड़कर बनाये गये प्रशासनिक अधिकारी गुलाम सय्यदैन के साथ बोर्ड में इनका साथ देने वाले मेम्बरों पर मुकदमा दर्ज कर रासूका/गैगंस्टर लगाने के साथ शिया वक्फ बोर्ड के जल्द चुनाव कराने की मांग की है।
मौलाना ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि 7500 वक्फों को देखने वाला शिया वक्फ बोर्ड उ0प्र0 के कारिन्दो और मौजूदा कार्यवाहक चेयरमैन वसीम रिज़वी जो बसपा सरकार में बने थे अरबो की जमीनों को खुर्द बुर्द कर बेच डाला गया जिसपर आप ही के द्वारा इससे इस्तीफा लेकर वक्फ बोर्ड भंग कर दिया गया था और सी0बी0सी0आई0डी0 के आदेश दिये गये थे। वहीं उच्च न्यायालय ने भी वसीम रिज़वी की रिट को खारिज कर दिया था। इस पर वक्फ खोर वसीम रिज़वी द्वारा उच्चतम न्यायालय की शरण ली गई जिस पर स्टे हो गया लेकिन आदेश में यह उल्लेख हुआ कि प्रदेश सरकार की पैरवी ना होने की वजह से ऐसा हुआ। इस पर वक्फ खोर अपराधी को मौका मिल गया और दोबारा कार्यवाहक अध्यक्ष बन गया। वसीम रिज़वी द्वारा आते ही बोर्ड की रीड़ की हड्डी कहे जाने वाले मुख्य कार्यपालक अधिकारी नजमुल रिज़वी को सबसे पहले हटाया गया वहीं बोर्ड का बड़ा बाबू जो 30 नवम्बर 2014 को रिटायर्ड हो चुका था और जिसका कार्यकाल बढ़ाने के लिए शासन ने भी मना कर दिया था बोर्ड में प्रस्ताव कर एक बेईमान रिटायर्ड बाबू गुलाम सय्यदैन को प्रशासनिक अधिकारी का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ाकर आगे वक्फ बोर्ड को लूटने का मौका दे दिया गया। जबकि राज्य सरकार की नियमावली के अनुसार 50 कर्मचारियों पर प्रशासनिक अधिकारी बनता है 20 कर्मचारियों पर हेड क्लर्क होता है।
मौलाना इंकलाबी ने कहा कि आपके द्वारा सी0बी0सी0आई0डी0 की जाँच में मौजूदा कार्यवाहक चेयरमैन वसीम रिज़वी प्रशासनिक अधिकारी गुलाम सय्यदैन, वक्फ इन्सपेक्टर बाकर के अलावा कई मुतवल्ली अभियुक्त करार पाये गये है। इनके खिलाफ एन0बी0डब्लू भी जारी हो चुका है। आगरा में मंजर जाफरी नाम के आदमी को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। लेकिन चेयनमैन वसीम ने मिलीभगत कर अपने एन0बी0डब्लू0 रूकवा लिया जो सरासर गलत व गैरकानूनी है। इधर चेयरमैन द्वारा 7500 वक्फो में से जो वक्फ बचे हुए है और उसके मुतवल्ली ईमानदारी से वक्फ बचाने में जीजान से जुटे हैं उनको हटाकर बेईमान, भ्रष्ट वक्फ खोर खानदान के लोगो को मुतवल्ली बनाने का 5 सदस्यो के साथ फैसला लिया जा रहा है और सी0बी0सी0आई0डी0 जाँच में चार्जशीटेड और नियम कानून तोड़कर बड़े बाबू से प्रशासनिक अधिकारी बने गुलाम सय्यदैन से आर्डर जारी करवाया जा रहा है जो वक्फ एक्ट के मुताबिक गलत है। यह सब कार्य मुख्य कार्यपालक अधिकारी के द्वारा किया जाता है और कोई नहीं कर सकता है।
मौलाना इंकलाबी ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि वक्फ खोरी पर लगे कार्यवाहक चेयरमैन वसीम रिज़वी रिटायर्ड बाबू से प्रशासनिक अधिकारी बने गुलाम सय्यदैन के खिलाफ कानून अपनी मर्जी से चलाने, कानून व्यवस्था के लिए मुसीबत बनने, वक्फो की जायदादों में हेराफेरी कर बेचने पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश के साथ इनको सी0बी0सी0आई0डी0 मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये और रासूका/गेंगस्टर लगाया जाये और इन पिछले तीन महीनों के किये गये बोर्ड के फैसलों को रद्द कर हटाये गये मुतवल्लीयों को चार्ज देने से रोका जाये और शिया वक्फ बोर्ड के 25 मार्च को होने वाले कार्यकाल के मद्देनजर जल्द चुनाव कराने की अधिसूचना जारी की जाये इसके आलावा इस पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ, पुलिस महानिदेशक उ0प्र0, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी, लखनऊ को भी भेजी गयी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com