हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा दिनांक 04.03.2015 को नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट काॅलेज, राणा प्रताप मार्ग, लखनऊ में कार्यषाला श्ैूपदू थ्सनरू ठम ।ूंतम ंदक ठम ।समतजश् का आयोजन किया गया। कार्यषाला का मुख्य उद्देष्य विद्यार्थियों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों व उपचार एवं बचने के तरीकों से अवगत कराना था। कार्यशाला छैैए नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट काॅलेज के सहयोग से संपन्न हुुआ।
कार्यषाला का षुभारम्भ राश्ट्रगान से हुआ। तत्पष्चात् सभी गणमान्य अतिथियों डाॅ0 एस पी सिंह, प्रधानाचार्य, नेशनल पी जी कालेज, डाॅ0 एस एन एस यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ, डाॅ0 अनिल मिश्रा, जनरल मैनेजर, छत्भ्ड, डाॅ0 अमिता जैन, प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडपबतवइपवसवहलए ज्ञळडब्, डाॅ0 अविनाश अग्रवाल, एशोसिएट प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडमकपबपदमए ज्ञळडब्, डाॅ0 डी हिमांशु, एशोसिएट प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडमकपबपदमए ज्ञळडब्, श्री महेन्द्र भीष्म, ज्वाइंट रजिस्ट्रार, उच्च न्यायालय, लखनऊ पीठ, श्री विनोद धवन, आर्किटेक्ट, व हर्शवर्धन अग्रवाल फाउण्डर ट्रस्टी, हेल्प यू एजुकेेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट ने दीप प्रज्जवलन एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यषाला का उद्घाटन किया।
सभी गणमान्य अतिथियों का हर्शवर्धन अग्रवाल द्वारा प्रतीक चिन्ह व पुश्प गुच्छ से सम्मान किया गया व सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हर्श वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज हममें से कोई भी स्वाइन फ्लू नामक बीमारी से अन्जान नहीं है और इस बीमारी ने दुनिया में महामारी का रूप ले लिया है। स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है वहीं इस बीमारी सें पीडित मरीजों की संख्या भी बढती जा रही है। सरकार द्धारा जगह-जगह पर जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं व लोगों को यह बताया जा रहा है कि स्वाइन फ्लू से किस प्रकार बचा जा सकता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री अखिलेश यादव जी द्धारा स्वाइन फ्लू की निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है जोकि एक सराहनीय कदम है।
डाॅ0 एस पी सिंह, प्रधानाचार्य, नेशनल पी जी काॅलेज, लखनऊ ने हेल्प यू एजुकेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की व कहा कि स्वाइन फ्लू से बढती मौतों की संख्या के कारण लोगों का इस बीमारी के बारे में जानना अत्यन्त आवश्यक है एवं हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के द्धारा आयोजित कार्यशाला श्ैूपदू थ्सनरू ठम ।ूंतम ंदक ठम ।समतजश् से हमारे काॅलेज के सभी सदस्यों व विद्यार्थीयों को निश्चय ही लाभ होगा व वे स्वाइन फ्लू के बारे में विस्तार से जान पायेंगे।
डाॅ0 एस एन एस यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ, ने कहा स्वाइन फ्लू व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है व उमस बढने के कारण थोडा ज्यादा फैल गया था लेकिन अब नियंत्रण पा लिया गया है। हमारे लिये हर जान की किमत अनमोल है, हम सबकी जान बचाना चाहते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में 24 घंटे इन न0 पर इस स्वाइन फ्लू से संबन्धित जानकारी प्राप्त की जा सकती है- 0522-2622080, 07839700132 । लखनऊ में केजीएमसी, एसजीपीजीआई, सिविल हाॅस्पिटल, राम मनोहर लोहिया हाॅस्पिटल में स्वाइन फ्लू से संबन्धित ओपीडी व बेड़ की व्यवस्था की गई है। रैपिड़ रिस्पांस टीम बनायी गयी है जो स्वाइन फ्लू मरीज के घर जाकर उन्हें दवाई उपलब्ध करायेगी। डाॅ0 यादव ने कुछ सावधानियां बरतने को बताया और कहा सावधानी ही बचाव है।
1. जब भी खांसे/छींके अपने मुह तथा नांक को साफ कपडे/रूमाल/टिश्यू पेपर/मास्क से ढक लें।
2. समय समय पर अपने हांथों को साबुन तथा गुनगुने पानी से धोते रहें।
3. अपने मुंह तथा नांक को हांथ से ना छुयें।
4. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे।
5. यदि आपको फ्लू जैसे लक्षण हैं तो घर पर ही आराम करें, किसी सार्वजनिक स्थल पर जाने से बचें।
6. एनफ्लूएंजा-ए एच1एन1(स्वाइन फ्लू) से पीडि़त व्यक्ति से एक हांथ की दूरी पर रहें।
7. अधिकाधिक मात्रा में पानी व द्रव पदार्थ पियें।
8. नेचुरोपैथी का प्रयोग करें।
9. अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिये ताजा पोषक, स्वास्थ्य वर्धक आहार लें।
10. हरी सब्जियां मौसमी फल तथा साइट्रस फलों का अधिक सेवन करें।
11. पूरी नींद लें।
12. हाथ न मिलायें।
13. चिकित्सक की सलाह के बगैर स्वयं चिकित्सा न करें।
डा0 अनिल मिश्रा, जनरल मैनेजर, छत्भ्ड, ने कहा कि स्वाइन फ्लू के बढते कहर के कारण यदि आपको सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण दिखाई दे ंतो तुरन्त निकटतम् डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिये एवं स्वाइन फ्लू की जांच करानी चाहिये क्योंकि शुरूआती लक्षणों के पता चलने पर इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है परन्तु बीमारी बढने पर रोगी को बचाना थोडा मुश्किल हो जाता है अतः स्वाइन फ्लू के शुरूआती लक्षणों को गंभीरता से लें व डाॅक्टर की परामर्श के पश्चात ही किसी दवा का सेवन करें।
डा0 अमिता जैन, प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडपबतवइपवसवहलए ज्ञळडब्, ने कहा कि स्वाइन फ्लू, स्वाइन इंफ्लुएंजा नामक वायरस से फैलता है व यह बीमारी संक्रमित सुअर से होती है। जैसे ही कोई व्यक्ति संक्रमित सुअर के संपर्क में आता है वह भी इस बीमारी से संक्रमित हो जाता है व धीरे-धीरे यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने लगती है।
डाॅ0 डी हिमांशु, एशोसिएट प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडमकपबपदमए ज्ञळडब्, ने कहा कि स्वाइन फ्लू के लक्षणों में जुकाम, गला खराब होना, बुखार, शरीर दर्द व उल्टी आना प्रमुख है। जैसे ही आप किसी में भी ये लक्षण दिखाई दे ंतो तुरन्त डाॅ0 से संपर्क करना चाहिए। स्वाइन फ्लू का पता लगाने के लिये एक टेस्ट किया जाता है व यह मालूम किया जाता है कि मरीज को स्वाइन फ्लू है या नहीं। स्वाइन फ्लू से बचने के लिये भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहन कर जायें, कहीं बाहर से आने के बाद अपने हांथो को एंटीसेप्टिक साबुन से धोयें व किसी भी सर्दी जुकाम से पीडित व्यक्ति से एक निश्चित दुरी पर रहें।
डाॅ0 अविनाश अग्रवाल, एशोसिएट प्रोफेसर, क्मचंतजउमदज व िडमकपबपदमए ज्ञळडब्, ने स्वाइन फ्लू के टीके व दवाइयों के बारे में बताया व कहा कि, स्वाइन फ्लू का सबसे सही उपचार स्वाइन फ्लू का टीकाकरण है जिसके द्धारा स्वाइन फ्लू को रोका जा सकता है। डाॅ0 अविनाश ने स्वाइन फ्लू की दवाइयों के बारे में भी बताया।
कार्यषाला में विधार्थियों द्धारा सुश्री वैष्णवी अवस्थी द्धारा लिखित व निर्देशित एक लघु नाटक का मंचन भी किया गया। नाटक में मनीषा यादव, साधना यादव, किरन पाण्डे, अनुराधा सिंह, अंकिता पाठक, संदीप सिंह, आरती यादव, हेमन्त कुमार सिंह, शिशिर कुमार सिंह, हर्ष देवल, अनुज शुक्ला ने भाग लिया। ष्फनमेजपवद ।देूमत ैमेेपवदष् में विद्यार्थियों ने सम्मानित डाॅक्टर व वक्तागणों से स्वाइन फ्लू से संबंधित जानकारी प्राप्त की। प्रष्न पूछने वाले मारकाण्डेय तिवारी, नवीन मिश्रा, आक्रीति तिवारी, शिवानी चैरसिया, प्रनव सनवाल, आंचल श्रीवास्तव, शीतल प्रिया जैन, रूपक मिश्रा, कविता पटेल, स्वाती मिश्रा विधार्थियों को हेल्प यू एजुकेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से प्रमाण पत्र दिया गया।
कार्यषाला के अंत में श्री हर्शवर्धन अग्रवाल ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट कर कार्यषाला का समापन किया। कार्यषाला का संचालन श्री महेन्द्र ‘भीश्म’ ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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