Archive | January, 2015

संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एंव हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में पद्मभूषण माननीय डा0 श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी के 91वें जन्मदिवस पर दिनांक 04.01.2015 को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम “नीरज निशा” एवं “हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना” का शुभारम्भ की प्रेस विज्ञप्ति के संन्दर्भ में

Posted on 06 January 2015 by admin

संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एंव हेल्प यू एजूकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में रविवार 04.01.2015 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर, लखनऊ में पद्मभूषण माननीय डा0 (कवि) श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी के 91वें जन्मदिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम “नीरज निशा” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हेल्प यू एजूकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट ने “हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना” का शुभारम्भ किया जिसमें हेल्प यू एजूकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट ने 91 गरीब बच्चों को 12वीं तक की निशुःल्क शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी ली।
राष्ट्रगान से कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ एवं कार्यक्रम का शुभारम्भ पद्मभूषण माननीय डा0 (कवि) श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी ने दीप प्रज्जवलन कर किया व हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउन्डर ट्रस्टी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने नीरज जी का प्रतीक चिन्ह, अंग वस्त्र व पुष्प गुच्छ द्वारा सम्मान किया। नीरज जी का 91वाँ जन्मदिवस पारम्परिक रीति रिवाजों के साथ मनाया गया जिसमें लखनऊ शहर के 11 प्रकान्ड पंडितों ने नीरज जी की लम्बे व स्वस्थ्य जीवन हेतु श्लोक पढ़े व उनका तिलक लगाकर अभिनन्दन किया। आचार्य श्री प्रसाद उपाध्याय जी के नेतृत्व में 11 वैदिक विद्वानों ने उनके दिर्घायू एवं जीवन पर्यन्त पूर्णस्वास्थ्यमय जीवन की शुभ कामना करते हुये दूध, कुशोदक एवं औषधि मिश्रित जल से महामृत्युन्जय भगवान शिव जी की प्रसन्नता हेतु महारूद्राभिषेक कार्यक्रम सम्पन्न किया। भगवान आशुतोष उनको दीर्घायू पूर्ण स्वस्थ्य बनाऐं रखें। हर्ष वर्धन अग्रवाल एवं डा0 श्रीमती रूपल अग्रवाल के पुत्र तुलसी वर्धन अग्रवाल ने “नीरज जी“ को लड्डु खिलाकर उनका 91वाँ जन्मदिवस समारोह सम्पन्न किया। उपस्थित सभी लोगों को घर होटल हरदोई के द्वारा लड्डु के डिब्बे वितरित किये गये।
इससे पहले 03ः00 बजे से नीरज जी की लम्बे व स्वस्थ्य जीवन हेतु महारूद्राभिषेक पुजन किया गया, आरती नीरज जी द्वारा की गई।
हेल्प यू ट्रस्ट के फाउन्डर ट्रस्टी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी लोगों का स्वागत किया व कहा ,“ मत ढूंढिये उसे शब्दों के नुमाइश घर में, हर पपीहा यहां नीरज का पता देता है।“ ये चन्द लाइनें इस बात का जीवन्त प्रमाण हैं कि पद्मभूषण माननीय डा0 श्री गोपाल दास नीरज जी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आज उनका 91वाँ जन्म दिवस है और उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग एवं हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट को नीरज जी का 91वाँ जन्मदिवस मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ यह हमारे लिये अत्यन्त गर्व की बात है। नीरज जी उम्र के 91वें पड़ाव पर हैं व अपने जीवन के 90 बसंत देख चुके हैं पर आज भी वह संगीत की दुनिया में पूर्ण रूप से सक्रिय हैं। उनका यह जोश व जुनून हम जैसे नौजवानों के लिये प्रेरणा स्त्रोत है। मैं संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एंव हेल्प यू एजूकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से हमारे बीच उपस्थित पद्मभूषण गन्धर्व माननीय डा0 श्री गोपाल दास नीरज जी का हार्दिक स्वागत करता हूं व उन्हें जन्मदिन की बधाइयाँ प्रेषित करता हूं व भगवान से दुआ करता हूं कि नीरज जी हजारों साल जियें और अपने गीतों के माध्यम से हमें आशिर्वाद देते रहें। अग्रवाल ने याद करते हुये नीरज जी द्वारा उनको कहीं कुछ पंक्तियां भी सुनाई जो नीरज जी उन्हें समर्पित की हैं-
दोस्तों आज की शाम दो दोहे कहे…..मेरे मित्र हर्ष वर्धन अग्रवाल जी को समर्पित………
दोस्त मिले तो हर्ष सा, और दोस्त बेकार..
नही हर्ष जो साथ हो तो जीवन निस्सार..
नीरज कहते हैं यही तुम समझो सब लोग…
तुमसे मिलना है लगे नदी, नाँव संजोग…
नीरज…….

हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट ने 91 गरीब परिवार के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने हेतु “हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना” का शुभारम्भ किया। योजना का शुभारम्भ पद्मभूषण माननीय डा0 श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी, माननीय श्री योगेश प्रताप सिंह जी, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री, श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, फाउन्डर ट्रस्टी, हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट व श्रीमती डा0 रूपल अग्रवाल, प्रबंध न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के कर कमलों से हुआ।
नीरज यानि एक ऐसा गीतकार जिसने जीवन भर इंसान को इंसानियत का पाठ पढ़ाया, नीरज यानि एक ऐसा शख़्स जिसने कभी इंसान में कोई भेदभाव नहीं किया जिसने हमेशा धरती पर स्वर्ग उतारने की बात की, आदमी से प्यार करने की बात की। हेल्प यू ट्रस्ट मानवता के इस सच्चे सिपाही इस जन्म दिन पर बतौर तोहफ़ा हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना की शुरूआत करने जा रहा है, यह वाक्य डा0 रूपल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहे और “हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना” के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि, “ हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना का उद्देश्य है ग़रीब परिवार के बच्चों को 12 वीं तक की शिक्षा, किताबें, यूनीफार्म व साइकिल उपलब्ध करा कर उन्हें देश की प्रगति का सहभागी बनाना। इस योजना के तहत हेल्प यू ऐसे 91 बच्चों एवं परिवारों को चयनित करेगा जो कि पढ़ना चाहते हैं मगर ग़रीबी के कारण शिक्षा पाने में असमर्थ हैं। इस योजना के तहत एक ओर ग़रीब बच्चांे का चयन किया जा रहा है तो दूसरी ओर ऐसे परिवारों की भी खोज की जा रही है जो आर्थिक रूप से काफी सक्षम हैं परन्तु निःसन्तान हैं। इस योजना में चुने हुये बच्चों को ऐसे सक्षम परिवार के माध्यम से ही शिक्षित किया जायेगा। यह योजना एक वर्ष में पूरी कि जायेगी। किसी के काम आने का सौभाग्य सबको प्राप्त होता। आप भी हेल्प यू के इस अनोखी मुहिम को हिस्सा बन कर ये परम सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। तो आइये और हेल्प यू बाल गोपाल शिक्षा योजना का हिस्सा बनिये।
पद्मभूषण माननीय डा0 श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी भाव विभोर हो गये व हेल्प यू ट्रस्ट के साथ अपने जुडाव को कुछ इस तरह बताया की “हेल्प यू की बाल गोपाल शिक्षा योजना” एक सराहनीय पहल है मेरे जन्मदिन पर इस योजना का शुभारम्भ होना जिसमें गरीब बच्चों को पढाया जायेगा मेरे लिये इससे बडा उपहार नहीं हो सकता। हेल्प यू ट्रस्ट का जैसा नाम है व अपने काम से अपने नाम को सार्थक कर रहा है। हिन्दू मुस्लिम भाईचारे पर हेल्प यू ट्रस्ट ने सदी की अनोखी पहल कर अनवर जलालपूरी की भावानुवादित पुस्तक ऊर्दू शायरी में गीता का लोकार्पण किया था। मैं हेल्प यू ट्रस्ट को आशीर्वाद देता हूं कि वह निरन्तर समाज सेवा करते रहे व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक विषयों की जागरूक्ता करने का काम करके हेल्प यू ट्रस्ट ने एक नई मिशाल व किर्तीमान स्थापित किया है। ये हेल्प यू ट्रस्ट की कर्तव्य व निष्ठा और सेवा भाव का ही प्रभाव है कि आज ये संस्थान उत्तर प्रदेश की एक नई पहचान बन गया है। आज कला, साहित्य, फि़ल्म और राजनीति की दुनिया की बड़ी से बड़ी शखि़्सयतें भी हेल्प यू ट्रस्ट से जुड़ कर ख़ुद को गौरवान्वित महसूस करती हैं। इंसान वही है जो दूसरांे के काम आये। आज के जमाने में जब लोगांे के पास अपने और अपने अपनो के लिए भी वक़्त नहीं है। दूसरों के लिए कुछ करने की बात सोचना भी मुश्किल है। ऐसे में जब कोई दूसरो के लिए अपनी पूरी जि़न्दगी समर्पित करने का संकल्प उठा ले तो वो अपने आप चर्चा का विषय बन जाता है।
नीरज जी ने कहा कि …………………………………………………………………………………………………….
नीरज निशा सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुम्बई की सुप्रसिद्व गायक जोडी श्री विवेक प्रकाश, श्रीमती रोली प्रकाश, व हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष (संस्कृतिक प्रकोष्ठ) श्री मिथिलेश लखनवी ने नीरज जी के गीतों की श्रंखला गाकर मशहूर लिजेन्ड सिनेमा कलाकार राजकपूर व देवान्नद को मानों स्टेज पर उतार दिया हो। उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया एवं नीरज जी को जन्मदिवस कि शुभकामनायें प्रेषित की।
श्री विवेक प्रकाश व श्रीमती रोली प्रकाश जी ने नीरज जी के बहुचर्चित नगमें- राधा ने माला जपी श्याम नाम की, फूलों के रंग से, जीवन की बगिया महकेगी, ऐ भाई जरा देख के चलो, है मैने कसम ली, आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं, ताकत वतन की हमसे है, आप यहां आये किस लिये….आपने बुलाया इसलिये, रेशमीं उजाला है मखमली अंधेरा गाकर वहाँ उपस्थित नीरज जी के प्रशंसकों को झूमने पर मजबूर कर दिया, वहीं श्री मिथिलेश लखनवी ने- लिखे जो खत तुझे, शोखियों में घोला जाये जाये फूलों का शबाब, ओ मेरी ओ मेरी शर्मीली, चूडी नहीें ये मेरा दिल है, मेरा मन तेरा प्यासा, खटमल धीरे से खटियन में, प्रेंम के पुजारी हम हैं रस के भिखारी गाकर लोगों को मदहोश कर दिया। ऐसा अनुभव हुआ जैसे मुम्बई में बाॅलीवुड नाईट सभी आनंन्द विभोर हुए। दर्शकों का मन त्रप्त होने के साथ-साथ लड्डु व स्वल्पाहार खाकर नीरज जी का जन्मदिन मना।
कार्यक्रम में नीरज जी के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गयी जिसमें नीरज जी के जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पल उनके साथ बिताये हुये लोगों अनुभव व हेल्प यू ट्रस्ट के साथ जुडाव दर्शाया गया। श्री नवल शुक्ला जी ने नीरज जी के जीवन से जुडी कुछ बातों को दर्शकों के साथ बाँटा व उन्हें जन्मदिन की शुभकामनायें दीं।
कार्यक्रम का संचालन श्री नवल शुक्ला जी ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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एचडीएफसी एर्गो द्वारा उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए मौसम बीमा की पेशकश

Posted on 06 January 2015 by admin

एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को उत्तर प्रदेश सरकार से कर्जदार और गैर-कर्जदार किसानों के लिए मौसम आधारित फसल बीमा योजना (डब्ल्यूबीसीआइएस) क्रियान्वित करने के लिए अधिकृत किया गया है। डब्ल्यूबीसीआइएस रबी 2014-15 के लिए शाहजहांपुर जिले में रबी की फसलों (गेहूं, हरी मटर, चना, और सरसों-राई) पर लागू होगी। मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत सभी उत्पादों को कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है।

डब्ल्यूबीसीआइएस द्वारा किसानों को फसल चक्र के दौरान प्रतिकूल मौसम स्थितियोेेेेें के कारण होने वाले नुकसान पर बीमा कवर प्रदान किया जाता है। दावों का निपटान, योजना में उल्लिखित मौसम केन्द्रों के आंकड़ों के आधार पर किया जाएगा और इसका प्रबंधन एक स्वतंत्र तृतीय पक्ष संगठन के द्वारा किया जाएगा।
एचडीएफसी एर्गो के विषय में:
एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड देश की अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस संस्थान एचडीएफसी लिमिटेड तथा म्युनिक रे ग्रुप की अग्रणी बीमा कंपनी एर्गो इंटरनेशनशल एजी के बीच का संयुक्त उपक्रम है। इसमें दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी क्रमशः 74 प्रतिशत तथा 26 प्रतिशत है। एचडीएफसी एर्गो रीटेल क्षेत्र में मोटर, हेल्थ, ट्रैवल होम तथा व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के साथ-साथ काॅर्पोरेट क्षेत्र में प्राॅपर्टी, मरीन, लाएबिलिटी इंश्योरेंस जैसी विशिष्ट रूप से निर्मित उत्पादों की सम्पूर्ण श्रृंखला की पेशकश करती है। एचडीएफसी एर्गो आइआरडीए के अनुसार निजी क्षेत्र की चैथी सबसे बड़ी जनरल इंश्योरेंस कंपनी है। एचडीएफसी एर्गो देशव्यापी स्तर पर अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहा है और वर्तमान समय में 89 शहरों में इसके 109 शाखा कार्यालय कार्यरत हैं और इसके कर्मचारियों का आधार 1900 से अधिक है। कंपनी के नेटवर्क का दायरा काफी व्यापक है, जिसमें ब्रोकर्स, रीटेल एवं काॅरपोरेट एजेंट्स, बैंकएश्योरेंस के साथ-साथ कंपनी का अपना सेल्स फोर्स भी शामिल है। एचडीएफसी एर्गो को क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा द्वारा ‘आइएएए‘ की रेटिंग प्रदान की गई है, जो इस बात का प्रमाण है कि कंपनी अपनी देनदारियों को चुकाने में सक्षम है। कंपनी को इसके दावा निपटान कार्यक्रमों, पाॅलिसी इश्योएंस, ग्राहक सेवा और मानकीकरण के लिये आइएसओ प्रमाण पत्र भी प्राप्त है। हमारे सभी शाखाओं एवं कार्यालयों में एकसमान सूचना सुरक्षा प्रक्रिया को अपनाया जाता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि

Posted on 05 January 2015 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि नए साल पर भी बसपा अध्यक्ष पुराना राग अलापना नहीं भूली। उनके रेकार्ड की सुई बस उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति राज की मांग पर आकर ही टिक जाती है। अपनी प्रेस कांफ्रेस में वे वही सब कहती रहीं जो पिछले कई वर्षो से दुहरा रही है। उनको कायदे से अब अपना स्क्रिप्ट रायटर बदल लेना चाहिए क्योंकि वह पुराने पन्ने ही उन्हें पढ़ने के लिए दे देता है।
बसपा अध्यक्ष को उत्तर प्रदेश में विकास कहीं नहीं दिखाई देता है। जमीनी हकीकत की पहचान उनकी अलग है क्योंकि उनके लिए विकास का अर्थ ज्यादा से ज्यादा कमीशन वसूली और हर काम में भ्रष्टाचार को संरक्षण देना ही है। अपने पांच साल के कार्यकाल में उन्होने सिर्फ पार्क, स्मारक बनवाए और अपनी प्रतिमाएं लगवाई। गुण्डे, माफिया और असामाजिक तत्व नौकरशाहों से मिलकर सरकारी खजाने की लूट करते रहे। बसपा के मंत्री, विधायक हत्या, अपहरण और बलात्कार में संलिप्त रहे।
समझ में नहीं आता है कि बसपा अध्यक्ष को उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में कहां गड़बड़ी दिखाई दे रही है। प्रदेश में कानून का राज है और असामाजिक तत्वों के प्रति कड़ाई बरती जाती है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का अधिकारियों को कड़े निर्देश है कि किसी निर्दोष का उत्पीड़न न हो और अपराधियों को किसी कीमत पर छोड़ा न जाए। सांप्रदायिक तत्वों की हरकतों पर प्रशासन की पैनी निगाह रहती है और अब तक उनकी सभी साजिशें विफल हुई है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है।
बसपा सुप्रीमों को सैफई महोत्सव पर चिढ़ समझ में आती है क्योंकि कला, संस्कृति और साहित्य से उनका कोई वास्ता कभी नहीं रहा है। सैफई महोत्सव से लोककलाओं और लोक संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता है और नई प्रतिभाओं को मंच मिलता है। वे जब गरीब और आम आदमी की बात करती है तो हंसी आती है क्योंकि उनके राज में तो उनका मुख्यमंत्री निवास की तरफ जाना भी प्रतिबंधित था।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिख कर प्रदेश की नगरीय अवस्थापना सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए सुझाव दिए

Posted on 05 January 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भारत सरकार से जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम के यू.आई.जी. कार्यान्श में स्वीकृत प्रदेश की 30 परियोजनाओं की केन्द्रांश की धनराशि 252 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपए अवमुक्त करने का अनुरोध किया है।
इस सम्बन्ध में केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली को लिखे अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा क्रियान्वित जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम के यू.आई.जी. कार्यान्श के अंतर्गत राज्य के 07 मिशन शहरों- लखनऊ, कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ तथा मथुरा में कुल 33 परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इनमें से 30 परियोजनाओं के लिए केन्द्रांश निर्गत करते समय भारत सरकार द्वारा 10 प्रतिशत धनराशि यह कहते हुए रोक ली गई है कि कार्यक्रम के अंतर्गत प्रस्तावित सुधारों को राज्य द्वारा लागू नहीं किया गया है। सुधारों के क्रियान्वयन के पश्चात् यह धनराशि निर्गत की जानी थी।
उल्लेखनीय है कि जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम के यू.आई.जी. कार्यान्श के अंतर्गत परियोजनाओं की स्वीकृति एवं अनुश्रवण हेतु गठित शहरी विकास मंत्रालय की केन्द्रीय स्वीकृति एवं अनुश्रवण समिति (सी.एस.एम.सी.) की 03 जनवरी, 2012 की बैठक के दिनांक 12 जनवरी, 2012 के कार्यवृत्त के अंतर्गत प्रदेश में प्रस्तावित सुधारों को क्रियान्वित मान लिया गया था तथा 09 मार्च, 2012 के बाद धनराशि निर्गत किए जाने का निर्णय भी लिया गया था, किन्तु इस निर्णय के बाद भी अभी तक 30 परियोजनाओं के सापेक्ष रोकी गई 10 प्रतिशत की धनराशि 252 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपए प्रदेश सरकार को प्राप्त नहीं हुई है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा निरन्तर अनुरोध किया जा रहा है। परियोजनाओं को पूर्ण किए जाने की अपरिहार्यता को देखते हुए भारत सरकार द्वारा रोकी गई 10 प्रतिशत केन्द्रांश की धनराशि मार्च, 2013 में अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा निर्गत कर परियोजनाओं का क्रियान्वयन कराया जा रहा है।
श्री यादव ने कहा है कि जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता के कार्यक्रमों में सम्मिलित है। उन्होंने प्रदेश की नगरीय  अवस्थापना सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए अपने सुझाव देते हुए श्री जेटली से उन पर सकारात्मक रूप से विचार करने का अनुरोध भी किया है। उन्होंने सुझाव दिया है कि जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं में सृजित परिसम्पत्तियों के रख-रखाव पर आने वाले व्यय को परियोजना लागत में सम्मिलित करते हुए केन्द्र सरकार द्वारा धनराशि अवमुक्त किए जाने पर विचार किया जाए।
केन्द्र सरकार से स्वीकृत परियोजनाओं पर विलम्ब से प्राप्त होने वाली किश्तों के कारण परियोजनाओं की लागत में वृद्धि हो रही है। निर्धारित व्यवस्था के अनुसार लागत में हुई वृद्धि को प्रदेश सरकार को अपने संसाधनों से वहन करना होता है, जिससे राज्य को अतिरिक्त वित्तीय भार उठाना पड़ रहा है। अतः बढ़ी हुई लागत को भी निर्धारित अनुपात में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाना चाहिए।
परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु आवश्यक भूमि की व्यवस्था पर आने वाले व्यय को भी परियोजना लागत में सम्मिलित कर निर्धारित अनुपात में उसे वहन किया जाना चाहिए। जे.एन.एन.यू.आर.एम. कार्यक्रम के नगरीय परिवहन परियोजना के अंतर्गत बसों के साथ-साथ आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं जैसे- बस डिपो, वर्कशाॅप, जंक्शन आदि विकसित कराए जाने हेतु भी धनराशि की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा इसे केन्द्र सरकार द्वारा ही वित्त पोषित किया जाना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखा

Posted on 05 January 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली को पत्र लिखकर ऋण-जमा अनुपात को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित मानक 60 प्रतिशत के स्तर पर लाने के लिए बैंकों को प्रभावी निर्देश देने का अनुरोध किया है।
श्री यादव ने लिखा है कि 30 सितम्बर, 2014 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में ऋण-जमा अनुपात भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित मानक 60 प्रतिशत के सापेक्ष 52 प्रतिशत ही है। प्रदेश में कृषि एवं उद्योग क्षेत्र में ऋण खपत की अपार क्षमता होते हुए भी बैंकों द्वारा प्रदेश में जमा की गई बचतों को अन्य राज्यों में लगाया जा रहा है। प्रदेश में कार्यरत अग्रणी बैंकों जैसे बैंक आॅफ बड़ौदा, बैंक आॅफ इण्डिया, सेण्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, सिंडीकेट बैंक, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया का ऋण-जमा अनुपात अभी भी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित मानक से कम है।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को यह भी अवगत कराया है कि 15 जनवरी, 2013 को भारतीय रिज़र्व बैंक केे तत्कालीन गवर्नर के प्रदेश आगमन के दौरान राज्य स्तरीय बैंकर समिति की विशेष बैठक में निर्धारित मानकों के अनुसार प्रदेश में मार्च, 2014 के अंत तक 03 हजार बैंक शाखाएं खोले जाने का निर्णय लिया गया था। प्रदेश सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में हर प्रकार का सहयोग एवं सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के बाद भी 30 नवम्बर, 2014 तक बैंकों द्वारा 02 हजार 05 सौ 63 शाखाएं ही खोली गई हैं।
श्री यादव ने केन्द्रीय वित्त मंत्री से प्रदेश में बैंकों की अवशेष शाखाओं को प्राथमिकता के आधार पर खोले जाने हेतु बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशकों को प्रभावी निर्देश देने का अनुरोध करते हुए अवगत कराया है कि प्रदेश के प्रमुख बैंकों यथा पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक, सेण्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया, बैंक आॅफ इण्डिया, ओरिएण्टल बैंक आॅफ काॅमर्स एवं विजया बैंक की प्रगति अभी भी धीमी है। पंजाब नेशनल बैंक को प्रदेश में कुल 255 शाखाओं का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष बैंक द्वारा अभी तक कुल 105 शाखाएं खोली गई हैं। इससे स्पष्ट है कि पंजाब नेशनल बैंक द्वारा राज्य में शाखाएं खोले जाने के सम्बन्ध में भारत सरकार/भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा लिए गए निर्णय को संज्ञान में नहीं लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने श्री जेटली से यह भी अनुरोध किया है कि प्रदेश में कार्यरत 03 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों-ग्रामीण बैंक आॅफ आर्यावर्त, पूर्वांचल ग्रामीण बैंक एवं काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक की शेष 212 शाखाओं के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु इन बैंकों के लिए एन.पी.ए. के निर्धारित मानक शिथिल कराए जाएं अथवा इन लक्ष्यों की पूर्ति उनके प्रवर्तक बैंकों के माध्यम से कराई जाए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मैंने अपना पूरा जीवन दलितों के उत्थान, सामाजिक न्याय व समता मूलक समाज की स्थापना के लिए समर्पित किया जिसके लिए मान्यवर कांशीराम जी की प्रेरणा से बहुजन समाज पार्टी की स्थापना के पूर्व से जुड़ा रहा

Posted on 05 January 2015 by admin

मैंने अपना पूरा जीवन दलितों के उत्थान, सामाजिक न्याय व समता मूलक समाज की स्थापना के लिए समर्पित किया जिसके लिए मान्यवर कांशीराम जी की प्रेरणा से बहुजन समाज पार्टी की स्थापना के पूर्व से जुड़ा रहा। मान्यवर कांशीराम जी चाहते थे कि दलितों के हाथ में सत्ता की ताकत आये ताकि समता मूलक समाज की स्थापना की जाये। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मुझे बहुजन समाज पार्टी से जोड़ा। मैंने जीवन में हमेशा पार्टी तथा संगठन में काम किया, सत्ता की चमक-दमक से दूर रहा।
मुझे खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि मौजूदा नेतृत्व संगठन के कामकाज और समर्पित कार्यकर्ताओं पर भरोसा करने के बजाय पैसे व पैसे वालों को तरजीह दे रहा है जिससे मान्यवर कांशीराम जी के सपनों पर ग्रहण लगने लगा है। ऐसे माहौल में सिर्फ मेरा नहीं, बहुजन समाज मिशन के लिए लगे तमाम लोगों का दम घुट रहा है। मौजूदा माहौल के बारे में मुझे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है, आप सब अच्छी तरह समझते हैं। यदि पैसे व पैसे वालों से कोई राजनीतिक दल मजबूत हो सकता है तो इस देश में पूंजीपति व साहूकार ही राज करते। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती दलित की बेटी न होकर दौलत की बेटी हो गयी हैं। मैं जिस मिशन व विचारों से जुड़ा था, आज उसको मायावती बेच रही हैं। पार्टी में हर काम को पैसा लेकर किया जा रहा है। राजनीतिक काम का दाम तय हो गया है। मुझसे एम.एल.ए. व प्रत्याशियों ने शिकायत की कि टिकट के लिए पैसा मांगा जा रहा है तो मैंने इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से बात की। मैंने कहा कि बहन जी, पार्टी का ग्राफ गिर रहा है, पार्टी मिशन से भटक रही है, इस पर वह मुझसे नाराज हो गयीं और मुझे सारे पदों से मुक्त कर दिया। मैं बसपा में काम करने वाले लगनशील, निष्ठावान व बाबा साहब व मान्यवर कांशीराम साहब के मिशन से जुड़े लोगों से विचार करने की अपील करता हूँ ताकि बसपा सुप्रीमो मायावती पर दबाव बने और उनको सद्बुद्धि आये जिससे पार्टी अपने मूल उद्देश्यों पर काम कर सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती के द्वारा महामना पं0 मदन मोहन मालवीय जी व भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भारत रत्न दिये जाने की जाति के आधार पर आलोचना करना अत्यन्त निन्दनीय है।

Posted on 05 January 2015 by admin

बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती के द्वारा महामना पं0 मदन मोहन मालवीय जी व भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भारत रत्न दिये जाने की जाति के आधार पर आलोचना करना अत्यन्त निन्दनीय है। कतिपय मामलों में राजनेताओं को सुचिता व नैतिकता का ध्यान रखना चाहिए। राजनीति में जाति एक सच्चाई है लेकिन महापुरूषों को जाति के दायरे में नहीं बांधना चाहिए। इसके लिए बसपा अध्यक्ष की भत्र्सना करते हुए एवं पार्टी के राज्यसभा सांसद दिल्ली व बिहार प्रदेश के प्रभारी, बहुजन मिशन के सिपाही मा0 श्री जुगुल किशोर जी के साथ पार्टी अध्यक्ष के व्यवहार की निन्दा करता हूँ। मैं अपने समर्थकों सहित, बिहार एवं दिल्ली सहप्रभारी के पद व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र देता हूँ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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भक्तिभाव व प्रार्थना से ही संभव है मानव का विकास — डा. (श्रीमती) भारती गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापिका-निदेशिका, सी.एम.एस.

Posted on 05 January 2015 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित ‘विश्व एकता सत्संग’ में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका व बहाई धर्मानुयायी डा. भारती गाँधी ने कहा कि इस कलियुग में भक्तिभाव व प्रार्थना की ही महत्ता है और यही मानव के आध्यात्मिक विकास का सर्वसुलभ साधन है। प्रार्थना में असीम शक्ति होती है। सच्चे हृदय से की गई प्रार्थना को ईश्वर जरूर स्वीकार करते हैं। डा. गाँधी ने आगे कहा कि प्रत्येक युग की आवश्यकताआंे व समस्याओं के अनुसार ही उस युग की शिक्षायें होती हैं। आज की आवश्यकता यह है कि एक ही छत के नीचे सभी धर्मों की प्रार्थना की जानी चाहिए। सभी धर्म एक ही ईश्वर को पाने के विभिन्न रास्ते हैं तथापि धर्म की मूल शिक्षा व आध्यात्मिक ज्ञान सदैव शाश्वत व एक ही रहता है।
डा. भारती गाँधी ने आगे कहा कि हम जिस रूप में भी ईश्वर को याद करें, हमारी भावना पवित्र होनी चाहिए, साथ ही हमें अपना कर्म करना चाहिए तभी हमारा भला हो सकता है। हम भी को मिलकर विश्व शान्ति व विश्व एकता की कामना करनी चाहिए एवं इस धरती पर हृदयों की एकता स्थापित करनी चाहिए, यही इस युग का शाश्वत सत्य है।
इससे पहले, आज सत्संग में सी.एम.एस. के संगीत शिक्षकों ने एक से बढ़कर एक समुधर भजनों का अनूठा समां बांधा जिसने सम्पूर्ण आॅडिटोरियम को भक्तिभाव से सराबार कर दिया। प्रभु महिमा का बखान करते एक से बढ़कर एक भजनों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।इस अवसर पर विभिन्न विद्वानों जैसे श्री पी के मिश्रा, श्री आई पी मिश्रा, श्री अजय सिंह, डा. यू बी सिंह आदि ने भी अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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पुस्तक ‘छोटी बातें, बड़े परिणाम’ का विमोचन समारोह एवं परिचर्चा आज

Posted on 05 January 2015 by admin

प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ द्वारा लिखित पुरस्तक ‘छोटी बातें, बड़े परिणाम’ का भव्य विमोचन कल 5 जनवरी, सोमवार को अपरान्हः 3.00 बजे मोती महल वाटिका में चल रहे लखनऊ बुक फेयर के मुख्य पाण्डाल में हो रहा है। प्रख्यात शिक्षाविद्, समाजसेवी एवं सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक डा. जगदीश गाँधी विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे जबकि हिन्दी साहित्य जगत की सशक्त हस्ताक्षर व प्रख्यात कवियत्री श्रीमती रमा आर्य ‘रमा’ पुस्तक का विमोचन करेंगी। समारोह की अध्यक्षता डा. वेद प्रकाश आर्य, संपादक, आर्य लोकवार्ता, करेंगे। यह जानकारी विमोचन समारोह के संयोजक श्री राजेन्द्र चैरसिया ने दी है। श्री चैरसिया ने बताया कि विमोचन समारोह में समाज, शिक्षा, साहित्य, पत्रकारिता, प्रशासन आदि अनेक क्षेत्रों की मूर्धन्य हस्तिया एवं लखनऊ शहर के तमाम गणमान्य नागरिक समारोह की गरिमा को बढ़ायेंगे। इस अवसर पर आयोजित पुस्तक परिचर्चा में सर्वश्री श्री उमेश चन्द्र तिवारी, पूर्व आई.ए.एस, श्री मनोज तोमर, स्थानीय संपादक, राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ, ब्रदर जाॅय थामस, प्रधानाचार्य, मोन्टफोर्ट इण्टर कालेज, श्री ए एस बेदी,  प्रधानाचार्य, काल्विन ताल्लुकेदार्स कालेज, श्री वीरेन्द्र सक्सेना, वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व सूचना आयुक्त, श्री टी. पी. हवेलिया, समाजसेवी एवं श्री सैयद रफत, समाजसेवी आदि अपने विचार व्यक्त करेंगे।
श्री चैरसिया ने बताया कि पुस्तक ‘छोटी बातें, बड़े परिणाम’ समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से उपयोगी है जो मनुष्य को समाजोनुकूल जीवन पद्धित अपनाने की प्रेरणा देती है, साथ ही साथ यह पुस्तक किशोर व युवा पीढ़ी के लिए जीवन को तरक्की की ओर ले जाने वाले विचारों को अनूठा संग्रह भी है। इस पुस्तक के माध्यम से पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने चारित्रिक उत्कृष्टता, जीवन मूल्यों व संस्कारों से रूबरू कराया है।
श्री चैरसिया ने बताया कि राणा प्रताप मार्ग स्थित, मोती महल वाटिका में चल रहे दस दिवसीय ‘लखनऊ बुक फेयर’ में प्रख्यात साहित्यकार, कवि व लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ द्वारा लिखित तमाम पुस्तकें स्टाल संख्या 151 पर उपलब्ध हैं। पं. शर्मा की इन ख्यातिप्राप्त पुस्तकों में ‘जागो, उठो, चलो’, ‘अवेक, एराइज, असेन्ड’, ‘जड़, जमीन, जहान’, ‘हार्वेस्ट आॅफ ह्यूमन वैल्यूज’, ‘जिद, जुनून, जिन्दादिली’, ‘अपना रास्ता खुद बनायें’, ‘कैसे बनें सफल माता-पिता’, ‘सच करें सपने’, ‘आओ करें ईश वंदना’ आदि प्रमुख हैं तथापि विमोचन के उपरान्त पुस्तक ‘छोटी बातें, बड़े परिणाम’ भी स्टाल नं. 151 पर बिक्री एवं प्रदर्शन के लिए उपलब्ध रहेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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नेशनल टैलेन्ट सर्च स्काॅलरशिप हेतु लखनऊ से 15 छात्र चयनित, सर्वाधिक 12 छात्र सी.एम.एस. से

Posted on 05 January 2015 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के सर्वाधिक 12 मेधावी छात्रों ने भारत सरकार की नेशनल टैलेन्ट सर्च स्काॅलरशिप हेतु चयनित होकर विद्यालय का नाम सारे देश में गौरवान्वित किया है। इस अत्यन्त प्रतिष्ठित परीक्षा में लखनऊ से कुल 15 छात्र चयनित हुए हैं जिसमें सी.एम.एस. के सर्वाधिक 12 छात्रों ने चयनित होकर अपने मेधात्व का डंका बजाया है, जबकि 3 छात्र लखनऊ के अन्य विद्यालयों से चयनित हुए हैं। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् (एन.सी.ई.आर.टी.) के तत्वावधान में होने वाली नेशनल टैलेन्ट सर्च परीक्षा देश की अत्यन्त प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक है जिसमें देश भर से हजारों की संख्या में छात्र प्रतिवर्ष प्रतिभाग करते हैं तथापि विगत कई वर्षो से सी.एम.एस. के मेधावी छात्र लखनऊ से सर्वाधिक संख्या में चुने जाने का रिकार्ड बना रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि इस वर्ष नेशनल टैलेन्ट सर्च स्काॅलरशिप हेतु सी.एम.एस. से चयनित 12 छात्रों में   अनन्य गुलाटी, आशुतोष कुमार शुक्ला, कार्तिकेय पाण्डेय, रिशभ सिंह, समृद्ध जोशी, उत्कर्ष राय, अनुष्का सिंह, विश्रुत द्विवेदी, आशुतोष कुमार वर्मा, शशांक गिरी, सम्यक नन्दन एवं अनुष्का त्रिवेदी शामिल हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् (एन.सी.ई.आर.टी.) के तत्वावधान में यह परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती हंै। भारत सरकार इन परीक्षाओं द्वारा पूरे देश से प्रतिभाशाली छात्रों का चयन नेशनल टैलेन्ट सर्च स्काॅलरशिप प्रदान करने के लिए करती है एवं अखिल भारतीय स्तर पर चयनित मेधावी छात्रों को रिसर्च स्तर तक की उच्च शिक्षा तक स्काॅलरशिप प्रदान करती है। श्री शर्मा ने बताया कि वैज्ञानिक युग के महत्व को स्वीकारते हुए सी.एम.एस. द्वारा अपने छात्रों का दृष्टिकोण वैज्ञानिक एवं विश्वव्यापी बनाने के उद्देश्य से जोरदार प्रयास किये जा रहे हंै। यही कारण है कि सी.एम.एस. छात्र विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी सी.एम.एस. छात्र नये नये कीर्तिमान गढ़ रहे हैं। सी.एम.एस. छात्र अपनी सफलता का श्रेय अपने कर्तव्यपरायण विद्वान शिक्षकों व विद्यालय के शान्तिपूर्ण व आध्यात्मिक वातावरण को देते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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