Posted on 16 October 2013 by admin
पूर्व राष्ट्रपति डा0 ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम के जन्म दिवस के अवसर पर आज विज्ञान भवन में उत्तर प्रदेश नव प्रवर्तन दिवस का आयोजन किया गया। विज्ञान एवं प्रौधोगिकी परिषद, उ0 प्र0, द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लगभग 50 विधालयों के विधार्थियों ने ओरिगामी पर प्रशिक्षण व प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम में उपसिथत लगभग 200 विधार्थियों ने अपने ज्ञान को आर्थिक रूप से लाभप्रद बनाने की आवश्यकता को बेहतर ढंग से समझा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा0 एम0 एस0 सोढ़ा, पूर्व कुलपति लखनऊ विश्वविधालय ने अपने सम्बोधन में गैलैक्सी, प्लाज्मा, ब्रहमाण्ड, करोना, ऊर्जा, तापमान आदि के बारे में विस्ताार पूर्वक बताया और अपने प्राचीन वैज्ञानिकों के अन्वेषणों व अनुसंसाधनों को रोचक ढंग से प्रस्तुत कर के उपसिथत बच्चों, शिक्षकों शोधार्थियों सहित सभी वैज्ञानिकों को उत्प्रेरित किया।
विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव एवं परिषद के महानिदेशक, डा0 हरशरण दास ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में बच्चों को अपना एक रोल माडल बनाकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। डा0 दास ने ध्यान केनिद्रत कराया कि नवअन्वेषण के लिए दैनिक जीवन की जरूरते समय और शुद्धता के साथ पूरी होने चाहिए। भारत की वर्तमान विज्ञान एवं प्रौधोगिकी पालसी में इनोवेशन को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। नोबल पुरस्कार के लिए भारत में महान विभूतियों की अत्यन्त जरूरत है जो वर्तमान में नहीं है। हमें बिना किसी का पिछलग्गू बने निरन्तर नये आविष्कार, अन्वेषण और शोध करते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए। इस के लिए अपने पर्यावरण को बिना कोर्इ क्षति पहुचाएं अपनी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। डा0 दास ने प्रायमरी स्तर से लेकर उच्च शिक्षा के विज्ञान शिक्षकों से अपेक्षा की कि अपनी शिक्षण पद्धति में और अधिक सुधार लाकर व्यवहारिक ढंग से नवअन्वेषणों को बढ़ावा दें।
परिषद के निदेशक एवं सचिव डा0 एम0 के0 जे0 सिददीकी ने कहा कि भारत की समग्र प्रगति एवं विकास के लिए प्रदेश में उपलब्ध अथाह प्रतिभा विशेष रूप से बच्चों को इनोवेटिव बनाने की जरूरत है। सुदूर सम्वेदन उपयोग केन्द्र के निदेशक डा0 पी0 एन0 शाह, बी0 एस0 आर्इ0 पी0 के वैज्ञानिक डा0 सी0 एम0 नौटियाल तथा विज्ञान प्रसार नर्इ दिल्ली के वैज्ञानिक डा0 निमिष कपूर ने भी नवअन्वेषण के प्रति बच्चों को अभिप्रेरित किया।
कक्षा-09 से 12 तक विधार्थियों के लिए ओरिगामी पर प्रशिक्षण व इनोवेशन पर किवज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विजेता 26 छात्र-छात्राओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सान्तवना पुरस्कार रूप में विज्ञान पुस्तकों से सम्मानित किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेष में आज दिन में पावर कारपोरेषन द्वारा 7514 मेगावाट विधुत की आपूर्ति की जा रही थी।
आज दिन में 2:00 बजे राज्य विधुत उत्पादन निगम के विधुत गृहों से 2292 मेगावाट विधुत का उत्पादन हो रहा था, जिसमें ओबरा से 311 मेगावाट, अनपरा से 1173 मेगावाट, हरदुआगंज से 209 मेगावाट तथा पारीछा से 599 मेगावाट विधुत का उत्पादन हो रहा था। इसके अलावा 178 मेगावाट जलीय विधुत का उत्पादन हो रहा था।
पावर कारपोरेषन द्वारा केन्द्रीय क्षेत्र से 3393 मेगावाट विधुत आयात की जा रही थी। इसके अलावा को-जनरेषन से 70 मेगावाट, रोजा से 964 मेगावाट, बजाज एनर्जी से 65 तथा लैन्को से 552 मेगावाट विधुत आयात की जा रही थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 October 2013 by admin
प्रदेश के प्रादेशिक को-आपरेटीव फेडरेशन (पी0सी0एफ0) के सभापति श्री आदित्य यादव ने बताया कि प्रदेश के सहकारिता मंत्री, की प्रेरणा से इफको द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से बिक्री होने वाली डीएपी एवं एनपीके उर्वरकों की बिक्री दरें कम कर दी है। डी0 ए0 पी की पुरानी दरें रू0 1130.50 प्रति बोरी के स्थान पर नर्इ दर रू0 1100.00 प्रति बोरी एवं एनपीके 12:32:16 पुरानी दरे रू0 1053.50 प्रति बोरी के स्थान पर नर्इ दरे रू0 1030.00 प्रति बोरी की दर की गर्इ है। नर्इ दरें आज 15 अक्टूबर से प्रभावी हो गयी है। विशेष बात यह है कि प्रदेश की सहकारी समितियों पर दिनांक 15 अक्टूबर 2013 को उपलब्ध संभार (स्टाक) भी घटी हुर्इ दरों पर बेची जायेगी। इस प्रकार दशहरा, दीवाली एवं रबी की फसलों की बुआर्इ के शीर्ष समय में 30 नवम्बर 2013 के लिए किसानों को विशेष रियायत प्रदान की गयी है। श्री यादव ने किसान भाइयों से अपील की है कि इस रियायत का भरपूर लाभ उठाये। यदि किसी किसान को सहकारी समितियों से उर्वरक इससे अधिक दर पर उपलब्ध करायी जाय तो इसकी शिकायत संबंधित जिले के सहायक निबंधक, सहकारी समितियां अथवा पी0सी0एफ0 के अधिकारियों से की जाय साथ ही किसान टोल फ्री नम्बर 18001805551 पर भी शिकायत की जा सकती हैं।
श्री आदित्य यादव ने कहा कि पी0सी0एफ0 द्वारा प्रदेश में इस वर्ष खरीफ 2013 में किसानों को उर्वरक आपूर्ति करने का एक रिकार्ड कायम किया है। अनेक प्रतिकूल परिसिथतियों के बावजूद भी 2.14 लाख मै0 टन उर्वरकों की गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक आपूर्ति की गयी है। इस प्रकार पी0सी0एफ द्वारा प्रदेश में उर्वरकों की आपूर्ति में अपनी भागीदारी बढ़ायी गयी है।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश के किसानों की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के उर्वरक अगि्रम रूप से उपलब्ध है। सभी संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये है कि किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार निर्धारित मूल्य पर बिना किसी रोक-टोक के उर्वरक, तथा बीज उपलब्ध कराये। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोर्इ शिथिलताक्षम्य नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा किसानों के लिए कुल 5.48 लाख मे0 टन फास्फेटिक तथा 2.00 लाख मे0टन यूरिया की उपलब्धता सुनिशिचत की गर्इ है तथा इफको से 4.00 लाख मे0टन फास्फेटिक तथा 2.00 लाख टन यूरिया शीघ्र प्राप्त होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 October 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने र्इदुलजुहा को त्याग, बलिदान एवं समर्पण का पर्व बताते हुए मुसिलम भाइयों को बधार्इ दी है और उनके सुख समृद्धि की कामना की है। उन्होने कहा कि यह पर्व परस्पर सदभाव और सहयोग का भी संदेश देता है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने बकरीद पर्व पर प्रदेशवासियों को बधार्इ देते हुए कहा है कि यह बलिदान का महान पर्व है और हमें यह दिन मिलजुलकर सौहार्द के साथ मनाना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने दतिया, मध्य प्रदेश के रतनगढ़ माता मनिदर दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मुख्यमंत्री ने हादसे में दिवंगत हुए उत्तर प्रदेश के लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा भी की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 October 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की जनता बधार्इ की पात्र है कि उसने सांप्रदायिक तत्वों की साजिशों को विफल करते हुए शांति व्यवस्था को बनाये रखा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की दृढ़ता का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अयोध्या में चौरासी कोस परिक्रमा के बाद संकल्प दिवस मनाने की योजना कानून व्यवस्था को चुनौती देने के लिए बनार्इ गर्इ। लेकिन जनता अपना भला-बुरा अच्छी तरह समझती है। उसे विश्वास है कि श्री अखिलेश यादव विकास के एजेण्डा से प्रदेश को प्रगति पथ पर ले जाना चाहते हैं जबकि आर0एस0एस0-भाजपा जैसे दल घड़ी की सुर्इ को पीछे करने के कुचक्र में लगे हैंं।
यह बिडंबना रही है कि कांग्रेस ने सबसे ज्यादा समय उत्तर प्रदेश और केन्द्र में शासन चलाया लेकिन राज्य बीमार और पिछड़ा बना रहा। भाजपा धार्मिक उन्माद की लहरों पर चढ़कर केन्द्र-राज्य में सत्ताशीर्ष तक पहुचने में सफल रही। इन दोनों दलों ने मिलकर प्रदेश में बाबरी मसिजद को मटियामेट कर दिया। इन्हीं दलों ने बसपा के भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। बसपा के पांच साल के शासनकाल में लूट का ऐसा तांडव चला कि देष विदेश तक उत्तर प्रदेश की बदनामी हुर्इ।
समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता की प्रबल पक्षधर है। वह सामाजिक सदभाव और सौहार्द पर विष्वास करती है। मुख्यमंत्री जी बराबर इस बात पर जोर देते हैं कि प्रदेश के किसानों के साथ न्याय हो, नौजवानों को रोजगार मिले, महिलाओं को सुरक्षा मिले, अल्पसंख्यकों को उनके हक मिले और समाज के सभी वर्गो को सम्मान से जीवन जीने का अवसर मिलना चाहिए। तमाम योजनाएं इन्हीं उददेश्यों के लिए चलार्इ जा रही है।
भारत की आजादी के संघर्ष के दिनों में जो सपने देखे गऐ थे और जिन मूल्यों के लिए जददोजहद की जा रही थी, उनको भुलाने की साजिश है। आजादी की लड़ार्इ में हिन्दू-मुसलमान सभी ने मिलकर विदेशी ताकत को हटाने में भागीदारी निभार्इ थी। भार्इचारे की इस भावना के फलस्वरूप ही देश में एकता का स्वर देश के कोने-कोने में गूंजा था। स्वतंत्रता आंदोलन के इन्हीं मूल्यों को ताकत देने के लिए समाजवादी पार्टी संघर्षरत है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 14 October 2013 by admin
श्री मुलायम सिंह यादव ने डा0 लोहिया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आजादी के तत्काल बाद डा0 साहब ने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू को चेताया था कि चीन की कुदृषिट तिब्बत, नेपाल और हिमालय क्षेत्र पर है। लेकिन नेहरू से लेकर डा0 मनमोहन ंिसंह की सरकार तक ने इस पर गंभीरता नहीं दिखार्इ। स्वंय उन्होंने भी सीमा संकट पर संसद में कर्इ बार सवाल उठाए लेकिन वे भी टाल गए। हमारी सेना दुनिया की बहादुर सेना है लेकिन संदेश गया है कि हिन्दुस्तान बहुत कमजोर है।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने बहुत अच्छे काम किये हैं और जो यहा कार्यक्रम चलाए हैं उन्हें अब हर राज्य सरकार को अपनाना पड़ेगा नहीं तो कोर्इ दल किसी राज्य में सरकार नहीं बना पाएंगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी बहुत संघषों से निकलकर आए है। लोकतंत्र की लड़ार्इ सबसे ज्यादा समाजवादियों ने लड़ी है। कांगे्रस की मानसिकता तो तानाशाही की है। भाजपा की सांप्रदायिकता से मोर्चा समाजवादियों ने ही लिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनता ने जो विश्वास दिया है उसे टूटने मत देना। अपने आचरण सहनशीलता, व्यवहारिकता और शालीनता का ध्यान रखें। सरकार और आपके कार्यों से जनता को संतुष्ट दिखना चाहिए। देश का मतदाता गरीब और अनपढ़ जरूर है पर वह दुनिया का सबसे ज्यादा समझदार और जागरूक है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी डा0 लोहिया के रास्तें पर चल रही है। गैरबराबरी खत्म होगी तभी देष तरक्की करेेगा। लोहिया जी ने सिखाया कि सीमित संसाधन से काम चलाना सीखें और किसी भी बात का पूरा सच जाने। पार्टी ने अपने चुनाव घोषणापत्र में जो वायदे किए उन्हें राज्य सरकार ने दो बजट में पूरा किया है। जनहित में तमाम योजनाएं चलार्इ जा रही हैं। किसानों को कर्ज माफी, बेकारी भत्ता, लैपटाप वितरण, मुफत सिंचार्इ, सड़क पुल निर्माण और उधोग लग रहे हैं। गरीब के घरों के लिए लोहिया ग्राम में सीधे धन दिया जा रहा है। एम्बुलेंस 108 नं0 समाजवादी स्वास्थ्य सेवा से लाखों लाभानिवत हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आने वाले समय में चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होंगे। तमाम दल साजिश कर रहे हैं। ये विकास को भूलकर सांप्रदायिकता को बढ़ाना चाहते हैं। हमें जनता के बीच काम करके सेक्यूलर सवाल पर चुनाव में जाना है। सच्चर कमेटी की सिफारिशों के संबंध मेंं चुनावी घोषणापत्र में जो वायदे किए गए थे उन्हें पूरा किया जा रहा है। इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। किसी के साथ कोर्इ भेदभाव नहीं हो रहा है। 108 समाजवादी एम्बूलेंस सेवा में कोर्इ भेदभाव नहीं, अस्पतालों में कोर्इ भेदभाव नहीं है लेकिन हमें समाजवादी पार्टी को मजबूत बनाना होगा।
वरिष्ठ मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यदि देश डा0 लोहिया के विचारों के अनुरूप चला होता तो आज देश की तस्वीर कुछ और होती। आज हमारे सामने भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और गैरबराबरी की चुनौतिया हैं। हम एक होकर इनके खिलाफ लड़ार्इ लडे़ेगे तो दिल्ली की कुर्सी पर भी सपाइयों का कब्जा होगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती सांप्रदायिकता की है। मुसलमान नाइंसाफी के शिकार रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को बधार्इ है कि उनकी सरकार में उ0प्र0 में एक भी मुसलमान युवक फर्जी दहशतगर्दी के नाम पर बंद नहीं किया गया है। श्री मुलायम सिंह यादव ने बाबरी मसिजद बचार्इ। वही मुसलमानों की सशक्त आवाज हैं। उन्होंने उम्मीद जतार्इ कि देश में अब तीसरी ताकत की सरकार बनेगी, जिसमें नेता जी की प्रमुख भूमिका रहेगी।
श्री मुलायम सिंह यादव, श्री अखिलेश यादव तथा श्री शिवपाल ंिसंह यादव ने सर्वप्रथम लोहिया ट्रस्ट में डा0 लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात उन्होंने लोहिया अस्पताल, गोमतीनगर, चौक में लोहिया पार्क तथा लोहिया विधि संस्थान, कानपुर रोड पर सिथत डा0 साहब की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर सुश्री संगीता यादव, श्री पारसनाथ, डी0 एन0 यादव एवं श्री कुलबुला ढोलक मास्टर मैनपुरी ने अपने गीत- संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
डा0 लोहिया निर्वाण दिवस में मंत्रिगण श्री बलराम यादव, श्री पारसनाथ यादव, श्री अंबिका चौधरी, श्री शिवकुमार बेरिया, श्री राजकिशोर सिंह एवं प्रदेश सचिव श्री एस0आर0एस0 यादव सहित राज्यमंत्री स्तर श्री राजकिशोर मिश्रा, श्री रामआसरे विश्वकर्मा, डा0 अशोक बाजपेयी, डा0 निशीथ राय, डा0 मधु गुप्ता, श्री गौरव भाटिया, श्री सुनील कुमार यादव, डा0 राजपाल कश्यप, डा0 सुरभि शुक्ला, श्री नफीस अहमद, नर्इ मुल हसन,सर्वश्री शिवगोपाल मिश्र रेलवे कर्मचारी नेता, तथा श्री विजय यादव, डा0 निर्भय पटेल, श्री रामसागर यादव, श्री बृजेश यादव, अनीस मंसूरी, दिनेश यादव, श्रीमती माला द्विवेदी, श्रीमती अर्चना राठौर, सुश्री शाहिन फातिमा, फरहाना, सागर धानुक, आदि की उपसिथति उल्लेखनीय थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 14 October 2013 by admin
लखनऊ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने विजयादशमी पर्व पर देश-प्रदेशवासियों को बधार्इ देते हुए कहा है कि यह दिन हमें अन्याय पर न्याय की विजय पर दृढ़ विश्वास के लिए प्रेरित करता है। उन्होने कहा कि अहंकार और परपीड़न के हमेशा बुरे नतीजे होते हैं। इस अवसर पर होनेवाली रामलीला के माध्यम से भगवान श्रीराम के आदर्शो को हमारे समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने भी दशहरा पर्व पर प्रदेशवासियों का अभिनन्दन करते हुए कहा है कि बुरार्इ के मुकाबले हमेशा सत्य की जीत होती है, यह दिन हमें यही याद दिलाता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 14 October 2013 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने सपा सरकार की एक वर्ग विशेष के लाइसेंस रदद करने वाली एक तरफा कार्यवाही का विरोध किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय ने मुजफ्फरनगर के दंगों के बाद जिला प्रशासन द्वारा शस्त्र लाइसेंस के निलम्बन में भेदभाव पर प्रदेश शासन से जवाब तलब किया है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के एक तरफा कार्यवाही और दंगों को नियंत्रण न कर पाने तथा निष्पक्ष जांच न हो पाने के मामलों में माननीय सर्वोच्च न्यायालय और मा0 उच्च न्यायालय का संज्ञान लेना सपा सरकार की बद नीयती और एक तरफा कार्यवाही का खुलासा है।
श्री मिश्र ने आरोप लगाया कि अभी भी सपा सरकार एक वरिष्ठ मंत्री के इशारे पर मुजफ्फरनगर मे एक तरफा कार्यवाही कर रही है। मुजफ्फरनगर में दंगों के बाद 1477 हिन्दुओं के लाइसेंस निलमिबत किये है जबकि एक भी मुसिलम का लाइसेंस निलमिबत नही किया है। प्रदेश सरकार शस्त्र निलमिबत करने के मामले में भेदभाव कर रही है। उन्होने कहा कि दंगों में एफ.आर्इ.आर. करने तथा मुआवजा और राहत कार्यो में भी सरकार ने एक तरफा कार्यवाही की है। भाजपा विधायकों पर रासुका और सपा के सचिव और कांगे्रस के सर्इदुज्जमा और उनके बेटे के विरूद्ध कार्यवाही न करना एक तरफा कार्यवाही का ज्वलंत उदाहरण है। मा0 सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय द्वारा इन मामलों को संज्ञान में लिया जाना, भाजपा के आरोपों की पुषिट है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सरकार को चेताते हुए कहा कि वो भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर एक तरफा कार्यवाही से बाज आये। प्रतापगढ़ में भाजपा नेता बृजेश मिश्र सौरभ पर लाठीजार्च से कार्यकर्ता उददोलित है। शान्त प्रिय आन्दोलन में लाठी जार्च करके सौरभ को गम्भीर रूप से घायल करने का पार्टी तीखा विरोध करती है। भारतीय जनता पार्टी और उसके कार्यकर्ता इस उत्पीड़न भरी कार्यवाही से डारने वाली नही है। सपा सरकार को एक तरफा कार्यवाही और उत्पीड़न करने की कीमत चुकानी होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 14 October 2013 by admin
लखनऊ सरकारें अपने मनचाहे लोगों को नौकरी देनननननने समूह ग भर्ती नियमावली में चुपचाप मनमाना संशोधन कर लिया पिछले दस सालों से सरकारें अपने मनचाहे लोगों को समूह ग भर्ती नियमावली से नौकरी दे रही हैं। बाबू बनाने के लिए नियमावली में अंधेरगर्दी इसका परिणाम यह हो रहा है कि जो लोग पात्र हैं वह नई नियमावली के चलते लाभ से वंचित हो जा रहे हैं। नियम ऐसे बना दिए गए हैं कि उनके आगे एकेडेमिक रिकार्ड कोई मायने रखता। अभ्यर्थी भले ही हाईस्कूलए इंटर और स्नातक परीक्षा बहुत अच्छे अंकों से पास की हो पर इंटरव्यू में बैठे लोग अगर मनमानी करने पर आ जाएं तो अच्छे रिकार्ड के बावजूद उसे नौकरी नहीं मिल सकती और एक ऐसे अभ्यर्थी को भी नौकरी दे सकते हैं जो थर्ड डिवीजन ही क्यों न पास हो। दरअसल इंटरव्यू में अंक देने का अधिकार बीस बढ़ाकर पचास कर दिया है और एकेडेमिक रिकार्ड के आधार पर अंक देने की सीमा कर कर दी गई है। इससे सीधी भर्ती के नाम पर बाबू स्तर के पदों की चयन प्रक्रिया जो पारदर्शी थीए उसमें अतिक्रमण करते हुए मनमानी करने की छूट दे दी गई है। यह व्यवस्था 2003 से लागू की गई है। वर्ष 2003 से पहले हाईस्कूलए इंटर और स्नातक परीक्षा के रिकार्ड के आधार पर पचास अंक मिलते थे और साक्षात्कार के लिए तीस अंक निर्धारित थे। इससे साक्षात्कार में बैठे लोग अगर मनमानी करना भी चाहें तो योग्य अभ्यर्थियों को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा सकते थेए पर जून 2003 में जो नियमावली बनाई गई उसमें मनमानी करने की पूरी छूट है। इसके मुताबिक शैक्षिक योग्यता के आधार पर किसी भी अभ्यर्थी को अधिकतम 30 अंक दिए जा सकते हैं और साक्षात्कार के लिए 50 अंक निर्धारित कर दिए गए हैं। इससे जाहिर है कि तत्कालीन सरकार ने गलत इरादे से यह किया था। ऐसे में अगर कोई अभ्यर्थी ने अच्छे अंक भी पाए हैं तो साक्षात्कार बोर्ड चाहे तो उसे नौकरी से वंचित कर सकता है। इस संबंध में जनहितकारी संगठन के अध्यक्ष भगवत पाण्डेय का कहना है कि मनचाहे लोगों को तृतीय श्रेणी कर्मचारी की नौकरी देने के लिए समूह ग भर्ती नियमावली में चुपचाप संशोधन कर लिया गया और इसी की आड़ में हजारों लोगों को नौकरी भी दे दी गई। नौकरी देना गलत बात नहीं है लेकिन जिस तरीके से मनमानी की गई है और योग्यता को नकारा गया है वह बेहद चिंता का विषय है। इस पर मौजूदा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से संशोधन कर पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की गई है। अगर ऐसा न किया गया तो हम लोग अदालत की शरण लेने को बाध्य होंगे।
इससे पहले सीधी भर्ती नियमावली 1975ए संशोधित नियमावली 1985 और पुनरू संशोधित नियमावली 1986 बनाई गई थी। इनमें साक्षात्कार के अंक 20 और बाद में 30 किए गए थे पर 50 नहीं किए गए क्योंकि इससे भर्ती की पारदर्शिता में आंच आने का खतरा था। पर 2003 में जो संशोधन किया गया उसने भर्ती प्रक्रिया को न केवल संदेह के घेरे में ला खड़ा किया है वरन मनमानी की छूट जैसी दे डाली है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com