समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की जनता बधार्इ की पात्र है कि उसने सांप्रदायिक तत्वों की साजिशों को विफल करते हुए शांति व्यवस्था को बनाये रखा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की दृढ़ता का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अयोध्या में चौरासी कोस परिक्रमा के बाद संकल्प दिवस मनाने की योजना कानून व्यवस्था को चुनौती देने के लिए बनार्इ गर्इ। लेकिन जनता अपना भला-बुरा अच्छी तरह समझती है। उसे विश्वास है कि श्री अखिलेश यादव विकास के एजेण्डा से प्रदेश को प्रगति पथ पर ले जाना चाहते हैं जबकि आर0एस0एस0-भाजपा जैसे दल घड़ी की सुर्इ को पीछे करने के कुचक्र में लगे हैंं।
यह बिडंबना रही है कि कांग्रेस ने सबसे ज्यादा समय उत्तर प्रदेश और केन्द्र में शासन चलाया लेकिन राज्य बीमार और पिछड़ा बना रहा। भाजपा धार्मिक उन्माद की लहरों पर चढ़कर केन्द्र-राज्य में सत्ताशीर्ष तक पहुचने में सफल रही। इन दोनों दलों ने मिलकर प्रदेश में बाबरी मसिजद को मटियामेट कर दिया। इन्हीं दलों ने बसपा के भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। बसपा के पांच साल के शासनकाल में लूट का ऐसा तांडव चला कि देष विदेश तक उत्तर प्रदेश की बदनामी हुर्इ।
समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता की प्रबल पक्षधर है। वह सामाजिक सदभाव और सौहार्द पर विष्वास करती है। मुख्यमंत्री जी बराबर इस बात पर जोर देते हैं कि प्रदेश के किसानों के साथ न्याय हो, नौजवानों को रोजगार मिले, महिलाओं को सुरक्षा मिले, अल्पसंख्यकों को उनके हक मिले और समाज के सभी वर्गो को सम्मान से जीवन जीने का अवसर मिलना चाहिए। तमाम योजनाएं इन्हीं उददेश्यों के लिए चलार्इ जा रही है।
भारत की आजादी के संघर्ष के दिनों में जो सपने देखे गऐ थे और जिन मूल्यों के लिए जददोजहद की जा रही थी, उनको भुलाने की साजिश है। आजादी की लड़ार्इ में हिन्दू-मुसलमान सभी ने मिलकर विदेशी ताकत को हटाने में भागीदारी निभार्इ थी। भार्इचारे की इस भावना के फलस्वरूप ही देश में एकता का स्वर देश के कोने-कोने में गूंजा था। स्वतंत्रता आंदोलन के इन्हीं मूल्यों को ताकत देने के लिए समाजवादी पार्टी संघर्षरत है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com