Archive | September, 2013

दोहरी हत्यालूट का अनावरण, लूटे गये जेवरात बरामद, 2 अभियुक्त गिरफ्तार,

Posted on 17 September 2013 by admin

दिनांक 13.09.13 को थाना नौगावां सादात क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बरखेडा में श्रीमती संतोष देवी उम्र 55 वर्ष पत्नी श्री सुरेन्द्र कुमार गुप्ता एवं श्रीमती शालिनी गुप्ता उम्र 24 वर्ष पत्नी श्री शीलप्रिय सुन्दरम की अज्ञात बदमाशों द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर लूट पाट की घटना की गयी थी। इस संबंध में थाना नौगावां सादात पर अभियोग पंजीकृत कर घटना के अनावरण केे प्रयास किये जा रहे थे।
दिनांक 15.09.13 को थाना नौगावां सादात, डिडौली एवं क्राइम ब्रान्च की संयुक्त टीम द्वारा सूचना के आधार पर थाना डिडौली क्षेत्र में ग्राम जोया सिथत मोहम्मद उमर मार्केट के पास से 02 अभियुक्तों 1-मंयक गुप्ता व 2-शेखर विश्नोर्इ को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से लूटे गये जेवरात, सामान व घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद हुआ।
उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त मयंक गुप्ता, मृतका श्रीमती शालिनी गुप्ता का ममेरा भार्इ है। मृतका के ससुरालीजन की आर्थिक सिथत काफी अच्छी है । पैसों की लालच में उसने अपने अन्य साथियों के साथ यह घटना कारित की है । शेष अभियुक्तों की गिरफतारी के प्रयास किये जा रहे हैं ।
गिरफ्तार अभियुक्त
1. मयंक गुप्ता निवासी ग्राम नंदपुर बीटा थाना असमौली जनपद सम्भल।
2. शेखर विश्नोर्इ निवासी ग्राम अलियाबाद थाना डिलारी जनपद मुरादाबाद।
बरामदगी
1. 01 सोने का हार        2. 08 सोने की चूडी        3. 03 सोने की चेन
4. 01 सोने का टीका        5. 03 जोडी सोने की कुण्डल    6. 02 सोने की अंगूठी
7. 01 नथ सोने की        8. सोने के टाप्स            9. 02 आर्टिफिशियल माला
10. 500 ग्राम चादी            11. 02 चादी की मूर्ति        12. 02 घटी टार्इटन
13. 01 लार्इटर            14. घटना में प्रयुक्त चाकू        15. लूट के  15000 रूपये
महंत की हत्या का अनावरण, हत्यारा गिरफतार
जनपद गाजियाबादथाना लोनी
दिनांक 17-08-13 को थाना लोनी क्षेत्रान्तर्गत सिद्ध बाबा मंदिर के महंत श्री चेतन दास की अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी । जिसके संबध्ां में थाना लोनी पर अभियोग पंजीकृत कर घटना के अनावरण के प्रयास किये जा रहे थे ।
दिनांक 15-09-13 को रात्रि में 2135 बजे थाना लोनी पुलिस द्वारा सूचना के आधार पर खडखड़ी गांव के पास से उक्त घटना में शामिल अभियुक्त विनोद शर्मा को गिरफतार किया गया । गिरफतार अभियुक्त के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त एक तमंचा 315

बोर व 2 कारतूस बरामद हुए । पूछताछ पर अभियुक्त द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उक्त घटना कारित करना बताया गया। उल्लेखनीय है कि गिरफतार अभियुक्त विनोद शर्मा प्रापर्टी डीलिंग में कार्य करता है । प्रापर्टी डीलिंग में मृतक महंत चेतन दास विरोध करता था। इसी कारण यह घटना कारित की गयी है ।  शेष अभियुक्तों की गिरफतारी के प्रयास किये जा रहे हैं ।
गिरफतार अभियुक्त
1-    विनोद शर्मा निवासी खानपुर थाना लोनी जनपद गाजियाबाद
बरामदगी
1-    एक तमंचा 315 बोर व 02 कारतूस जीवित
ट्रक की टक्कर से  एक आरक्षी की मृत्यु
जनपद कानपुर देहातथाना अकबरपुर
दिनांक 16-09-13 को प्रात: करीब 4.00 बजे थाना अकबरपुर क्षेत्रान्तर्गत इटावा-कानपुर हाइवे पर इटावा की ओर जा रहा ट्रक नं0 यूपी-32डीएन-0077 टोल प्लाजा के बैरियर को तोड़  कर भागने लगा। जिसे हार्इवे मोबाइल डयूटी पर तैनात आरक्षी विजेन्द्र सिंह परिहार चौकी रनिया थाना अकबरपुर मूल निवासी सारंगपुर थाना कुठवन जनपद जालौन व आरक्षी रामशंकर थाना बरौर कानपुर देहात द्वारा रोकने का प्रयास किया गया ट्रक चालक नहीं रूका और दोनों आरक्षियों को टक्कर मारकर फरार हो गया। जिससे आरक्षी विजेन्द्र की मौके पर ही मृत्यु हो गयी व गम्भीर रूप से घायल आरक्षी राम शंकर को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है । इस संबंध में थाना अकबरपुर पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
पुलिस पर हमला करने वाला गिरफतार
जनपद खीरीथाना पलिया
दिनांक 16-09-13 को थाना पलिया पुलिस द्वारा कस्बा पलिया में सिथत इलाहाबाद बैंक के पास चेकिंग की जा रही थी । चेकिंग के दौरान कां0 संदीप कुमार पाल द्वारा वाहन को रोकने का प्रयास करने पर वाहक सुधीर कुमार निवासी किसान मोहल्ला थाना पलिया ने तमंचे से फायर कर दिया जो आरक्षी के दाहिने हाथ तथा जनता के एक व्यकित मंसूर घायल हो गये ।
पुलिस द्वारा अभियुक्त सुधीर कुमार को गिरफतार कर घटना में प्रयुक्त तमंचा 315 बोर व कारतूस के साथ गिरफतार कर लिया गया है । घायल आरक्षी व मंसूर को उपचार हेतु लखनऊ मेडिकल कालेज लाया गया है ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सिविल सोसायटी और विभिन्न अन्य संगठन ”सांप्रदायिक हिंसा पर व्यापक कानून के मुददे पर साथ आए

Posted on 17 September 2013 by admin

सिविल सोसायटी और कर्इ अल्पसंख्यक समुदाय के संगठनों के सदस्यों ने ”सांप्रदायिक हिंसा (रोकथाम, नियंत्रण और पीडि़तों का पुनर्वास) विधेयक, 2005 को शीघ्र पारित करने की मांग को सुदृढ़ करने हेतु सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली के प्रतिषिठत इंडिया इंटरनेश्नल सैन्टर में एक मीटिंग करके विचारों का आदान प्रदान किया। कमाल फारूकी (पूर्व अध्यक्ष, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग) और मौलाना महमूद मदनी (महासचिव, जमियत उलेमा-ए-हिन्द) द्वारा बुलार्इ गर्इ इस बैठक में सिविल सोसायटी और दिल्ली की विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने महसूस किया कि दंगे की हालत में लागू किए जाने लाएक 15 से अधिक कानूनों की उपसिथति के बावजूद शासनगुजरात दंगे 2002 और हाल के मुजफफरनगर दंगों की रोकथाम करने में नाकाम रहा क्योंकि संबंधित राज्य पदाधिकारियों में उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए आवश्यक इच्छाशकित का अभाव था। इस बैठक का उददेश्य पशिचमी उत्तर प्रदेश में दंगे के शिकार लोगों के साथ सहानुभूति दिखाना और यह सुनिशिचत करने के लिए ठोस कदम उठाना भी था कि भविष्य में किसी राजनीतिज्ञ के निजी स्वार्थ या इच्छापूर्ती हेतु दंगे न हो सकें। बैठक में जान दयाल, फरहा नकवी, वृंदा ग्रोवर, मौलाना नियाज फारूकी, डाक्टर फखरूददीन मौहम्मद, मार्इकेल, डाक्टर तसलीम रहमानी, मौलाना अब्दुल वहाब खिलजी, एस अजीज हैदर, शकील सैयद के अतिरिक्त कमाल फारूकी और मौलाना महमूद मदनी व अन्य लोगों ने भाग लिया।
भारत ने ब्वदअमदजपवद वद जीम च्तमअमदजपवद ंदक च्नदपेीउमदज व जिीम ब्तपउम व ळिमदवबपकमए 1948 की न केवल पुषिट की है बलिक उसपर हस्ताक्षर किए हैं। इसलिए हमारी सरकार का दायित्व बनता है कि इस कंवेनशन के प्रावधानों को लागू करने के लिए आवश्यक कानून बनाए। केंद्र की यूपीए सरकार ने अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम में भी ”सांप्रदायिक हिंसा पर व्यापक कानून बनाने का आश्वासन दिया है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 के तहत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरा करना सरकार का दायित्व है। इस प्रतिबद्धता के तहत उसका नैतिक और सामाजिक कर्तव्य बनता है कि जिस प्रकार प्रधान मंत्री ने हाल में सम्पन्न हुए संसदीय सत्र में कर्इ बिल पारित कराने हेतु विपक्ष से खास बातचीत की और उन्हें मनाया उसी प्रकार इस बिल को भी शीघ्रता से पास कराने के लिए कार्यवार्इ करें।
मीटिंग में उपसिथत लोगों ने इस बात पर खेद जताया कि सरकार उनकी मांगों को सुनने के लिए तैयार नहीं हालांकि सिविल सोसायटी उन एक दो प्वाइंट को छोड़ देने को तैयार है जो सरकार को मंजूर नहीं। उल्लेखनीय है कि यू पी ए (एक) के गठन के समय दिए गए आश्वासनों के अनुसार ठपसस दवण् ब्ग्ट व 2ि005 श्ज्ीम ब्वउउनदंस टपवसमदबम ;च्तमअमदजपवदए ब्वदजतवस ंदक त्मींइपसपजंजपवद व टिपबजपउेद्ध ठपससए 2005.12.07श् को संसद में प्रस्तुत किया गया था और बाद में गह मंत्रालय संबंधी स्थायी समिति के पास भेज दिया गया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट दिसंबर 2006 में पेश की थी जिसके कर्इ प्रावधानों पर सिविल सोसायटी ने कड़ा विरोध किया था। 2005 से अब तक विभिन्न सिविल सोसायटी ग्रुप सरकार से निरंतर बात करने की कोशिश करते रहे हैं और इस बिल की बाबत अपने विचार उस तक पहुंचाते रहे हैं।
सिविल सोसायटी से जुड़े लोग गत 7 वर्षों में यू पी ए अध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, न्याय एवं विधि मंत्री, गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों और संसद सदस्यों से मुलाकात करके उन्हें इस बिल के महत्व से अवगत कराते रहे परन्तु कोर्इ लाभ नहीं हुआ। यदि इन्होंने समय रहते कदम उठाया होता और यह बिल पारित कर दिया होता तो मुजफफरनगर और मेरठ में कर्इ बहुमूल्य जानें शायद बच सकती थीं। न केवल सिविल सोसायटी बलिक अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं ने भी सरकार से साफ शब्दों में बता दिया था कि इस बिल का पास होना कितना आवश्यक है।
इस संबंध में जमात-ए-इस्लामी हिंद, आल इंडिया मजलिस-ए-मुशावेरत, मिल्ली पालिटीकल पार्टी आफ इंडिया, मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद और इसी मांग को आगे बढ़ने हेतु गठित राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के सदस्यों ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की और इस विधेयक के पारित होने को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय की मांगों को अवगत कराया। आर एन आर्इ से खास बातचीत करते हुए आल इंडिया मजलिस-ए-मुशावेरत के अध्यक्ष डाक्टर जफरूल इस्लाम खां ने बताया कि प्रधानमंत्री से मुलाकात करके उन्होंने न केवल पशिचमी उत्तर प्रदेश के दौरे की अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंपी बलिक 21 प्वार्इंट का एजेंडा भी उन्हें दिया जिसमें पशिचमी उत्तर प्रदेश में दंगे के शिकार लोगों को तुरन्त मुआवजा, उनके मकानों की मरम्मत और तुरन्त सांप्रदायिक हिंसा पर व्यापक कानून पारित करने की आवश्यकता की बात भी कही गर्इ है।
आर एन आर्इ से बात करते हुए सोशल वर्कर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डाक्टर अमानत हुसैन ने प्रश्न किया कि आखिर क्यों पिछले संसद अधिवेशन में इस बिल को पास करने हेतु प्रस्तुत नहीं किया गया जबिक सरकार ने हर वह बिल पास करा लिया जो वह कराना चाहती थी। उन्होंने क्हा कि पशिचमी उत्तर प्रदेश में हुर्इ हिंसा के बाद भी यदि सरकार सचेत नहीं हुर्इ और इस बिल को पारित करने हेतु आवश्यक कार्यवार्इ नहीं की तो उसकी नीयत शक के घेरे में आ जाएगी।

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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा

Posted on 16 September 2013 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाजपा ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का सम्भावित उम्मीदवार घोशित कर सांप्रदायिकता का जहर पूरे देश में फैलाने का निर्णय ले लिया है। देश की एकता अखंडता और सामाजिक सदभाव की जगह विघटन और अधिनायकशाही को बढ़ावा देनेवाला यह कदम खुद भाजपा के लिए भी आत्मघाती साबित होगा। धार्मिक ध्रुवीकरण देश में अलगाव को बढ़ावा देनेवाला कदम होगा जिससे विकास की गति प्रभावित होगी और देश हर मोर्चे पर पिछड़ता जाएगा।
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है और संसद में यहां से सबसे ज्यादा 80 सदस्य चुने जाते है। भाजपा ने मोदी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा और फिर मुजफफरनगर में हिंसक संघर्ष की शुरूआत की। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की प्रशासनिक कुशलता से वे अपने इरादो में सफल नही हो सके। नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में मुसिलमो का कत्ले आम कराने के साथ वहां अदालती आदेश के बाद भी हिंसा से पीडि़त लोगों के पुनर्वास और अल्पसंख्यको के धर्मस्थलों की मरम्मत का काम नहीं किया है। वे विकास के झूठे आंकड़े पेश कर जनता को गुमराह करने में लगे रहते हैं। उत्तर प्रदेश में उनकी दाल गलनेवाली नहीं है।
समाजवादी पार्टी की जिम्मेदारी ऐसे माहौल में बहुत बढ़ गर्इ है। सांप्रदायिकता के खिेालाफ समाजवादी पार्टी प्रारम्भ से ही संघर्ष करती आर्इ है। समाजवादी पार्टी ने सांप्रदायिकता के दैत्य को उत्तर प्रदेश की सीमा से बाहर खदेड़ दिया लेकिन रूक-रूककर सांप्रदायिकता का राक्षस सिर उठाता रहता है। कभी हार्इकोर्ट द्वारा अयोध्या प्रकरण पर दिए फैसले, कभी अल्पसंख्यक समूहों एवं संगठनों पर दहशतगर्दो के बहाने किए जाने वाले हमलों से मुसलमान आशंकित रहता है। श्री मुलायम सिंह यादव ने अल्पसंख्यकों की भाषा, संस्कृति, पूजा पद्धति और परम्परा की रक्षा की पूर्ण गारंटी दी है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सरकार ने सभी के विकास का एजेण्डा अपनाया है जिस पर पूरी र्इमानदारी से अमल हो रहा है। समाजवादी पार्टी सरकार का संकल्प है कि उसके कार्यकाल में सांप्र्रदायिक शकितयों को सिर उठाने का मौका नहीं दिया जाएगा।
देष में कुछ जहर भरे दिमाग सामाजिक स्थायित्व को असिथर करने और अशांति फैलाकर विकास को बाधित करने तथा देश की गंगा-जमुनी संस्कृति को कलंकित करने की साजिशों में लगे है। ऐसे ही तत्व देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को ध्वस्त कर फासिज्म को लाना चाहते हैं। समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध रही है और वह किसी भी कीमत पर देश में सांप्रदायिकता को ताकतवर नहीं होने देगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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डेंगू बुखार एक गम्भीर बीमारी है जो एडीज इजिप्टार्इ तथा एडीज एलबो पिक्टस रोग वाहक मच्छरों से पैदा होती है।

Posted on 16 September 2013 by admin

डेंगू बुखार एक गम्भीर बीमारी है जो एडीज इजिप्टार्इ तथा एडीज एलबो पिक्टस रोग वाहक मच्छरों से पैदा होती है। यह मच्छर दिन में काटते है और रात में विश्राम करते है। डेंगू बुखार का वायरस इन मच्छरों द्वारा एक प्रभावित व्यकित से दूसरे स्वस्थ्य व्यकित में फैलता है इसके रोक-थाम हेतु प्रदेश के प्रभावित जनपदों में सघन अभियान चलाया जा रहा है अभियान के तहत बाहर से और मशीनें मगांर्इ गर्इ है।
यह बात आज यहां विधान भवन सिथत कक्ष संख्या-80 में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने ”डेंगू ज्वर की समीक्षा में कहीं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार से पीडि़त व्यकितयों की तत्काल पहचान कर उनका उपचार किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक डेंगू ज्वर से ग्रसित 282 व्यकितयों का इलाज किया गया जिसमें से तीन व्यकितयों में दो लखनऊ एवं एक सीतापुर में मृत्यु हुर्इ है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में बुखार से पीडि़त 266 व्यकितयों का परीक्षण किया गया जिसमें 28 घनात्मक पाये गये 26 लोगों का इलाज कर ठीक किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट नर्सिंग होम एवं पैथालाजी द्वारा गलत जांच रिपोर्ट देकर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है, और जनता से अवैध धन की वसूली की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कुछ प्राइवेट नर्सिंग होम एवं पैथालाजी की रिपोर्टों का परीक्षण कराया गया जिसमें छ: नर्सिंग होम व पैथालाजी की रिपोर्ट गलत पाये जाने पर उनके विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ करने के निर्देश दे दिये गये है।

श्री हसन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डेंगू मच्छरों का सफाया करने हेतु पल्सपोलियों की तरह और बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर इसे जड़ से समाप्त किया जाय। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि इस अभियान में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ की जायेगी। उन्होंने कहा कि इ अभियान की उच्च स्तर पर समीक्षा भी की जाय। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दवायें उपलब्ध है और इसके लिए बजट की कमी नहीं होने दी जायेगी। डेंगू से प्रभावित व्यकितयों को नि:शुल्क उपचार, जांच एवं प्लेटलेटस की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों, ओ0पी0डी0 एवं आर्इ0पी0डी0 की संख्या बढ़ी है जनता का विश्वास भी सरकारी अस्पतालों प्रति बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जुलार्इ 2012 तक ओ0पी0डी0 363.21 लाख एवं आर्इ0पी0डी0 की संख्या 27.89 लाख थी जो इस वर्ष जुलार्इ 2013 तक यह संख्या बढ़कर क्रमश: 400.92 लाख एवं 30.67 लाख हो गयी है। इस अभियान के डेंगू रोग का वाहक एडिज एजिप्टार्इ नामक मच्छर है, जो मानव द्वारा तैयार की गयी पसिथति से पैदा होता है। यह मच्छर घरों के अन्दर व उसके आसपास के वातावरण में रहता है। यह मच्छर कुलरों में, ओवर हेड टंकियों में, ड्रमों, बालिटयों में, गमलों के नीचे रखी जाने वाली ट्रे चिडि़यों एवं जानवरों के पीने हेतु रखें गये बर्तन तथा बनाये गये गडढों में एक सप्ताह से अधिक समय तक भरें हुए पानी में पनपता है अत: इस प्रकार के पात्रों में अनावश्यक पानी एकत्रित न रखे। मच्छर दिन में कांटता है अत: पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें एवं शरीर के अधिकांश भाग को ढककर रखें। उन्होंने जन प्रतिनिधियों, समाज सेवी, रोटरी क्लबों से अपील की है कि वेक्टर जनित रोगों मलेरिया, डेंगू, चिकूनगुनिया, जापानी बुखार आदि शामिल है के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में अपना सहयोग प्रदान करें ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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लखनऊ के एअरपोर्ट से आज कुल 648 यात्री मदीना के लिए रवाना हुए।

Posted on 16 September 2013 by admin

आज की पहली फ्लाइट से 349 हज यात्रियों को जाना था। लेकिन एअरपोर्ट पर एक हज यात्री का पोसपोर्ट खो जाने से 348 हज यात्री ही प्रस्थान कर सके। एअर पोर्ट पर सीतापुर जि़ले के हज यात्री श्री मतलूफ़ अली का पासपोर्ट खो गया जिसकी वजह से वह प्रस्थान नहीं कर सके। राज्य हज समिति द्वारा उनके पासपोर्ट के लिए जरूरी कार्यवाही की जा रही है ताकि उन्हें जल्द-अज़-जल्द हज यात्रा पर भेजा जा सके। आज की दूसरी फ्लाइट से 300 हज यात्री मदीना के लिए रवाना हुए।
प्रतीक्षा सूची: प्रदेश की हज प्रतीक्षा सूची के क्रमांक 1686 से 1812 तक के प्रतीक्षारत हज यात्रियों का चयन हो गया है। हज अधिकारी श्री तनवीर अहमद ने इन चयनित यात्रियों से अनुरोध किया है कि अज़ीजिया श्रेणी की कुल धनराशि जमा करने की औपचारिकता पूरी कर वे धनराशि जमा किये जाने की रसीद, मूल पासपोर्ट (जिन्होंने पहले नहीं जमा किया है) एवं फोटोग्राफ़ राज्य हज समिति के कार्यालय में दो-तीन दिन में ज़रूर जमा कर दे।
श्री तनवीर अहमद ने बताया कि प्रतीक्षा सूची के क्रमांक 1813 से 2000 तक के प्रतीक्षारत हज यात्रियों के चयन होने की पूरी उम्मीद है। इन यात्रियों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपना मूल पासपोर्ट, फोटोग्राफ एवं आडरटेकिंग दो-तीन दिनों के अंदर राज्य हज समिति के कार्यालय में जरू़र जमा कर दें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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राजधानी में त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन का द्वितीय दिन

Posted on 16 September 2013 by admin

हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय के कुलपति और अर्थशास्त्री प्रो. ए. डी. एन बाजपेयी ने कहा है कि देश में संस्कृत के खिलाफ बहुत बड़े षडयन्त्र किये गये हैं जिसके कारण यह स्कूलों और इन्टर कालेजों से दूर हो गर्इ। आज उन षडयन्त्रों को जानने और उन्हें नाकाम करने की जरूरत है ताकि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनाचार और पापाचार पर अंकुश लगाया जा सके। वे राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान द्वारा आयोजित तथा नगर के इनिदरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे संस्कृत सम्मेलन में बोल रहे थे।
प्रो. वाजपेयी ने कहा- संस्कृत किसी वर्ग या वर्ण की भाषा नहीं है।  पर्यावरण, गणित, रसायन, चित्रकला, समाज विज्ञान के विधायी सूत्र जिस भाषा में हों उसे प्रगतिशील और विकासोन्मुखी कहा जाना चाहिए, संस्कृत वेदवाणी है।
राष्ट्रीय संस्कृत विधापीठ के कुलपति प्रो. हरे कृष्ण सत्पथी ने पुराणों में पर्यावरण विज्ञान पर विस्तार से चर्चा करते हुए मानसिक या वैचारिक प्रदूषण को पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया जिसके कारण व्यकितगत स्तर पर राग-द्वेष और राष्ट्रीय स्तर पर युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं की विभीषिका झेलनी पड़ती है। प्रो. पी. रामानुजम ने संस्कृत और कम्प्यूटर के सम्बन्èा को व्याख्यापित करते हुए बताया कि किस प्रकार व्याकरण की तार्किकता के कारण मानवीय भाषाओं में संस्कृत के ही कम्प्यूटर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त पाया गया है।
सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविधालय के पूर्व कुलपति और प्रख्यात कवि अभिराज राजेन्द्र मिश्र ने कौटिलीय अर्थ शास्त्र की प्रासंगिकता का उल्लेख करते हुए कहा आचार्य चणक का पुत्र शिष्य होने के कारण विष्णुगुप्त को चाणक्य कहा गया जबकि अर्थशास्त्र के अन्तर्गत धर्मशास्त्र और अनेक विधायें

भी हैं। शत्रुओं को उखाड़ फेंकने के लिए गुप्तचर व्यवस्था व कर-प्रबन्धन के जो नियम चाणक्य ने वर्णित किये हैं उनको आज के परिप्रेक्ष्य में देखने की जरूरत है।
प्रो. मिश्र ने साफ किया कि चाणक्य ने ‘दण्ड उसे माना है जिसके नाम से अपराधियों में खौफ हो। आज उसकी कितनी जरूरत है, सभी जानते हैं।
संस्थान के प्राचार्य प्रो. अर्कनाथ चौधरी ने वेदों में प्रबन्ध विज्ञान के सूत्रों का परिशीलन करते हुए पशुप्रबन्ध, जल प्रबन्èा पर चर्चा की वहीं प्रो. नीरज शर्मा ने संस्कृत में वर्णित कृषि विज्ञान पर विस्तार से चर्चा की। सुप्रसिद्ध कवि प्रो. रमाकान्त शुक्ल ने दूरदर्शन पर दिखाये जानी वाली ‘संस्कृत-वार्ता की आलोचना करते हुए बताया कि वहाँ लोग केवल हिन्दीअंग्रेजी के कार्यक्रमों के अनुवाद को ही ‘वार्ता समझते हैं। उन्हें संस्कृत के नाम पर होने वाले आयोजनों की न तो सूचना होती है न कोर्इ दिलचस्पी। यह ठीक नहीं है।
सम्मेलन मं प्रो. गौरी माहुलकर, प्रो. सुषमा सिंघवी, प्रो. नाहिद आबदी, प्रो. नीरज शर्मा और ब्रह्रादेव राम तिवारी आर्इ.ए.एस. ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सम्मेलन में देश के विभिन्न भागों से वैदिक छात्र, छात्राओं सहित डेढ़ हजार लोग भाग ले रहे हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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प्रमुख सचिव, पिछड़ा वर्ग कल्याण श्री सुनील कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया

Posted on 16 September 2013 by admin

उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अमिबका चौधरी के निर्देशानुसार गोरखपुर के तत्कालीन जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्री जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय को निलमिबत कर दिया गया है।
प्रमुख सचिव, पिछड़ा वर्ग कल्याण श्री सुनील कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्री जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय पर उनके जनपद गोरखपुर में तैनाती के दौरान पूर्व दशम छात्रवृतित, दशमोत्तर छात्रवृतित एवं शुल्क प्रतिपूर्ति, शादी बीमारी तथा ओ लेवल कम्प्यूटर प्रशिक्षण आदि विभागीय योजनाओं के संचालन में गम्भीर वित्तीय अनियमितातएं एवं शासकीय धनराशि के गबन के आरोप पाये गये हैं। जिसके कारण उन्हें मुख्यालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि निदेशक, पिछड़ा वर्ग कल्याण श्रीमती पुष्पा सिंह द्वारा उपलब्ध करायी गयी जांच रिपोर्ट में श्री पाण्डेय के साथ-साथ जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण कार्यालय गोरखपुर के वरिष्ठ सहायक श्री दिनेश चन्द्र मिश्रा एवं कम्प्यूटर आपरेटर (संविदा कर्मचारी) श्री विवेक कुमार रावत की भी वित्तीय अनियमितता में संलिप्तता पाये जाने पर संबंधित दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध एफ0आर्इ0आर0 दर्ज कराकर प्रभावी कार्यवाही सुनिशिचत किये जाने तथा कृत कार्यवाही से शासन को तत्काल अवगत कराने के लिए जिलाधिकारी गोरखपुर को निर्देशित किया गया है।

श्री कुमार ने कहा कि श्री जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय द्वारा प्रेषित विभागीय योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट में पूर्व में प्रेषित प्रगति रिपोर्ट में भिन्नता पाये जाने पर विभाग के वित्त नियंत्रक एवं विशेष कार्याधिकारी से जांच करायी गयी। उन्होंने कहा कि श्री पाण्डेय द्वारा स्टेट बैंक में शासकीय नोशनल खाते के अतिरिक्त अनियमित रूप से पंजाब नेशनल बैंक में (475600210001255 एवं 475600210001529), जिला सहकारी बैंक में (00बच05168601) तथा नगर सहकारी बैंक लिमिटेड (10100057001) गोरखपुर में आदि खाता खोलकर विभागीय योजनाओं के लिए निर्गत धनराशि का दुरूपयोग किया गया तथा वृहद स्तर पर शासकीय धन का व्यवहरण किया गया। उन्होंने कहा कि इसमें जिला विकास अधिकारी, गोरखपुर की मिलीभगत से श्री पाण्डेय ने नियमों की अनदेखी करते हुए धांधली की तथा अपात्रों को लाभ पहुंचाया।
उन्होंने बताया कि श्री जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, गोरखपुर सम्बद्ध मुख्यालय का मूल पद प्रवक्ता, लीलावती पंत इण्टर कालेज, भीमताल, नैनीताल, उत्तराखण्ड वर्ष 1998 से उत्तर प्रदेश शासन के अधीन प्रतिनियुकितसेवा स्थानान्तरण के आधार पर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में कार्यरत थे। इनके विरूद्ध अनुशात्मक कार्यवाही करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन ने उत्तराखण्ड शासन को पत्र लिखा

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश के भूमि विकास एवं जल संसाधन मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है

Posted on 16 September 2013 by admin

उत्तर प्रदेश के भूमि विकास एवं जल संसाधन मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विभागीय योजनाओं को लागू करने के लिए अपेक्षित धनराशि समय से खर्च करें तभी प्रदेश की तस्वीर बदल सकेगी। समस्त योजनाओं को सही ढंग से कि्रयानिवत किया जाय। श्री यादव लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री यादव ने समस्त अधिकारियों से कार्य की प्रगति पर जानकारी अर्जित की तथा संतोषजनक कार्य न होने पर कड़ी फटकार लगायी। भूमि विकास एवं जल संसाधन मंत्री ने कहा कि किसानों के खेत तक पानी पहुंचाना आपकी जिम्मेदारी है। जो अधिकारी काम में लापरवाही बरतेंगे उन्हें दणिडत किया जाएगा। टीम बनाकर काम की जांच करायी जायेगी। अपेक्षित परिणाम न मिलने पर दण्डात्मक कार्रवार्इ की जायेगी।
बैठक में राज्य मंत्री श्री जगदीश सोनकर ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार सिंह सहित आयुक्त, शारदा सहायक समादेश परियोजना, लखनऊ, आयुक्त, रामगंगा कमाण्ड, कानपुर व समस्त संयुक्त निदेशक तथा उप निदेशक उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए आलू बीज की विक्रय दरें निर्धारित कर दी है।

Posted on 16 September 2013 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए आलू बीज की विक्रय दरें निर्धारित कर दी है। उधान एवं खाध प्रसंस्करण मंत्री श्री पारस नाथ यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में सफेद एवं लाल आलू के बीज की प्रजातियों की विक्रय दरें एक समान रखी गयी है। उन्होंने कहा कि आलू बीज की आधारित प्रथम श्रेणी 1770 रूपये प्रति कुन्तल, ओवर साइज (आधारित प्रथम) श्रेणी 1370 रू0 प्रति कुन्तल एवं सीड साइज ट्रुथफुुल श्रेणी 1325 रूपये प्रति कुन्तल निर्धारित है।
श्री यादव ने बताया कि आलू बीज की उक्त विक्रय दरें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आधार नहीं मानी जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आलू बीज की गुणवत्ता के बारे में व्यापक-प्रचार किया जाय तथा कृषकों को आलू बीज उठाने हेतु प्रोत्साहित भी किया जाय जिससे नीलामी की सिथति उत्पन्न न हो एवं शासकीय क्षति से बचा जा सकें। उन्होंने इस हेतु प्रभावी कार्यवाही तत्परता से सुनिशिचत करने के निर्देश दिये है।
उधान मंत्री ने बताया कि निदेशक उधान द्वारा इस संबंध में नियमित अनुश्रवण करते हुए यह सुनिशिचत किया जायेगा कि आलू बीज विक्रय एवं वितरण की कार्यवाही निर्धारित प्रकि्रया के तहत नियमानुसार की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं के संचालन में अधिकारी कार्य पूरी निष्पक्षता पारदर्शिता, र्इमानदारी एवं समयबद्धता से करना सुनिशिचत करें और किसानों को कोर्इ कठिनार्इ न होने दें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाज को दिषा देने का कार्य साहित्यकार करता है - श्री अखिलेष यादव

Posted on 16 September 2013 by admin

उत्तर प्रदेष हिन्दी संस्थान के तत्त्वावधान में      सम्मान समारोह का आयोजन यषपाल सभागार, हिन्दी भवन, लखनऊ में किया गया। श्री अखिलेष यादव, मा0 मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेष एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेष हिन्दी संस्थान ने सभा अध्यक्ष तथा मा0 सांसद श्री मुलायम सिंह यादव जी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मान समारोह के गौरव को बढ़ाया।
मा0 श्री अखिलेष यादव जी, सभाध्यक्ष मा0 सांसद श्री मुलायम सिंह यादव, मा0 कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह जी एवं डा0 सुधाकर अदीब, निदेशक, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान सहित अन्य मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पार्पण के उपरान्त प्रारम्भ हुए कार्यक्रम में भारत भारती सम्मान से सम्मानित डा0 लक्ष्मीशंकर मिश्र ‘निशंक’ द्वारा रचित वाणी वन्दना ‘माँ मुझको भी अपना वर दो’ तथा हिन्दी गौरव सम्मान से सम्मानित प्रो0 सोम ठाकुर का सुप्रसिद्ध गीत - ‘करते हैं तन-मन से वन्दन, जन गण मन की अभिलाषा का’ की प्रस्तुति श्री ओंकार शंखधर द्वारा की गयी। तबले पर श्री सुभाष चन्द्र शर्मा तथा मंजीरे पर श्री ज्योति चन्द्र द्वारा सहयोग किया गया।
अभ्यागतों का स्वागत करते हुए श्री उदय प्रताप सिंह, मा0 कार्यकारी अध्यक्ष, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान ने कहा - मा0 मुख्यमंत्री श्री अखिलेश जी के कुशल मार्गदर्शन में नित नवीन ऊचार्इयों को छू रहा है। इसी का शुभ परिणाम यह भी है कि अनेक वषोर्ं के अन्तराल के बाद इस वर्ष ‘हिन्दी दिवस’ के पावन अवसर पर ही हम हिन्दी के तथा अन्य भारतीय भाषा-भाषी विद्वानों को यहाँ एक साथ सम्मानित कर गौरव का अनुभव कर रहे हैं।यहाँ विशेष रूप से यह उल्लेख करना आवश्यक है कि हिन्दी दिवस 14 सितम्बर, 2006 के बाद अब यह शुभ अवसर आया है जब हम ‘हिन्दी दिवस’ को उसी रूप में मना रहे हैं जिस रूप की परिकल्पना हिन्दी संस्थान की स्थापना करने वाले मनीषियों ने की थी।  मा0  नेता जी श्री मुलायम सिंह यादव जी की उदारता एवं हिन्दी के प्रति अनन्य निष्ठा ही है  कि  हिन्दी  संस्थान  आज इस भव्य रूप में आप सबके सामने है। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा दिये जाने वाले सम्मानों एवं पुरस्कारों के निर्णय के समय पुरस्कार समिति की उपसिथति में हमारा प्रयास यह रहता है कि इस दिशा में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाये। हमको सुनने को मिला कि कुछ आदरणीय साहित्यकारों ने संस्थान का सर्वोच्च सम्मान एक कवि को देने में कुछ प्रतिकूल टिप्पणी की। इस सम्बन्ध में सभी विद्वानों से यह विन्रम निवेदन है कि हिन्दी संस्थान का संकल्प है कि हम हिन्दी को लोकप्रिय बनाकर जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में तन-मन-धन से समर्पित रहेंगे। हिन्दी को जन-जन तक पहुँचाने के स्तुत्य कार्य में कवियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उसे हमें नहीं भूलना चाहिए। इस प्रकार कवियों का सम्मान कर हमने अपनी गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।

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समारोह के मुख्य अतिथि मा0 सांसद श्री मुलायम सिंह यादव अपने उदबोधन में कहा - मुझे खुशी है कि आज हिन्दी दिवस के दिन साहित्यकारों को सम्मानित किया जा रहा है। हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए साहित्यकारों का बहुत योगदान है। दक्षिण भारत में हिन्दी को लोगों से स्वीकार कर लिया है। फिल्म इंडस्ट्री से हिन्दी को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। हम अंग्रेजी के विरोधी नहीं हैं मैं भारतीय भाषाओं को बढ़ाने की बात करता हूँ। जिस देश को मजबूत करना है तो भारतीय भाषाओं का सम्मान करना होगा। देश में एकता समरसता में साहित्यकारों का बहुत योगदान है।
समारोह के सभा अध्यक्ष मा0 श्री अखिलेष यादव, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेष एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेष हिन्दी संस्थान ने अपने उदबोधन में कहा - मेैं सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त करता हूँं। समाज को दिशा देने का कार्य साहित्यकार करता है। पं0 श्रीनारायण चतुर्वेदी तथा विधि भूषण सम्मान के पुरस्काराें की घोषणा करता हूँ तथा जिन पुरस्कारों की राशि रु0 चालीस हजार है उसे बढ़ाकर रु0 पचास हजार करने की घोषणा करता हूँ।
इस अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा निम्नलिखित घोषणाएँ की गयी - हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान की धनराशि रु0 पचास हजार से बढ़ाकर रु0 एक लाख की जाती है। विदेश से सम्मान ग्रहण करने हेतु पधारने वाले साहित्यकारों को मार्ग व्यय संस्थान द्वारा वहन किया जायेगा। ‘विधि भूषण सम्मान’ जिसकी धनराशि रु0 दो लाख होगी को सहर्ष स्वीकृति। ‘पं0 श्रीनारायण चतुर्वेदी सम्मान’ जिसकी धनराशि रु0 दो लाख होगी को सहर्ष स्वीकृति।
भारत भारती सम्मान से सम्मानित श्री गोपालदास नीरज ने कहा - वर्षों बाद किसी गीतकार को सर्वोच्च पुरस्कार दिया गया। यहाँ हर चीज लय में घूमती हैं। हवा लय में घूमती है, मैं 72 वर्षों से फिल्मों में जितने गीत लिखे उतने अन्य के द्वारा नहीं लिखे गये। कविता हदय को छूती है। शिक्षा वही है जो सभी प्रकार के बन्धनों से मुक्त करती है।
राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन सम्मान से सम्मानित केरल हिन्दी प्रचार सभा संस्था के सचिव प्रो0 एन0 माधवन कुटटी नायर ने कहा - केरल देव भूमि है। हमारा नारा है कम बोलो, तथा हिन्दी की अधिक सेवा करो। केरल हिन्दी प्रचार सभा को संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया गया है। इससे अन्य हिन्दी प्रचार संस्थायें आशानिवत होंगी। केरल प्रचार सभा हिन्दी में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमाें को चला रही है।
सभा अध्यक्ष मा0 मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव जी, मुख्य अतिथि मा0 सांसद         श्री मुलायम सिंह यादव जी तथा मा0 कार्यकारी अध्यक्ष महोदय हिन्दी संस्थान ने      भारत भारती सम्मान से डा0 गोपालदास नीरज का उत्तरीय, गंगाजी की प्रतिमा, ताम्रपत्र व पाँच लाख दो हजार रुपये की धनराशि भेंट कर सम्मानित किया। लोहिया साहित्य सम्मान से प्रो0 चौथीराम यादव, हिन्दी गौरव सम्मान से प्रो0 सोम ठाकुर,     पं0 दीनदयाल उपाध्याय सम्मान से डा0 बलदेव वंशी, अवन्तीबार्इ सम्मान से श्रीमती चित्रा मुदगल को सम्मानित  करते  हुए  उत्तरीय,  गंगाजी  की  प्रतिमा, ताम्रपत्र   तथा चार लाख रुपये की धनराशि भेंट की गयी। साहित्य भूषण सम्मान से श्री चन्द्रसेन विराट, श्री विनोद चन्द्र पाण्डेय ‘विनोद’, डा0 रामशंकर त्रिपाठी, डा0 पुष्पपाल सिंह,     श्री  नसीम  साकेती,  डा0  जितेन्द्र  नाथ मिश्र, डा0 बुद्धिनाथ मिश्र, श्री वीरेन्द्र यादव,
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श्री शैलेन्द्र सागर एवं डा0 शिवओम अम्बर। लोक भूषण सम्मान से डा0 अवध किशोर जडि़या, कला भूषण सम्मान से श्री सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ, विधा भूषण सम्मान से       प्रो0 अशोक चक्रधर, विज्ञान भूषण सम्मान से डा0 (प्रो0) कृष्णा मुकर्जी, पत्रकारिता भूषण सम्मान से श्री त्रिलोक दीप, प्रवासी भारतीय हिन्दी भूषण सम्मान से श्री तेजेन्द्र शर्मा की पुत्री सुश्री दीपित शर्मा, बाल साहित्य भारती सम्मान से श्री प्रकाश मनु, मधुलिमये सम्मान से श्री अशोक निगम को सम्मानित किया गया। राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन सम्मान केरल हिन्दी प्रचार सभा, तिरुवनन्तपुरम के प्रो0 एन0 माधवन कुटटी नायर, मंत्री को दिया गया।
सौहार्द सम्मान से डा0 विष्णु राजाराम देवगिरी (कन्नड़), डा0 कीर्ति केसर (पंजाबी),   डा0 सीएच. निशान नींतम्बा (मणिपुरी), श्री महेंद्र शर्मा (उडि़या), डा0 हरीश द्विवेदी (गुजराती), डा0 सु0 नागलक्ष्मी (तमिल), श्रीमती रजनी पाथरे ‘राज़दान’ (कश्मीरी), श्रीमती पारननिद निर्मला (तेलुगु), डा0 वी0वी0 विश्वम (मलयालम)। हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान से डा0 विमलेश कानित वर्मा, विश्वविधालय स्तरीय सम्मान से   प्रो0 आरिफ़ नज़ीर एवं प्रो0 सोमेश कुमार शुक्ला को सम्मान, धनराशि उत्तरीय, ताम्रपत्र भेंट कर समादृत किया गया।
वर्ष 2012 में प्रकाशित पुस्तकाें पर देय नामित पुरस्कार से सुश्री कामना सिंह, आचार्य सूर्य प्रसाद शर्मा ‘निशिहर, श्री रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी भार्इ डा0 परशुराम शुक्ल विरही, डा0 परशुराम गुप्त, डा0 सुशील कुमार पाण्डेय ‘साहित्येन्दु, डा0 नरेश कुमार, श्री धमेन्द्र सिंह, एवं श्री मोहम्मद हसन जैदी के प्रतिनिधि, डा0 सुरेश कुमार पाण्डेय, श्री राजेन्द्र वर्मा, डा0 विनोद जैन, श्री रामजी प्रसाद ‘भैरव, डा0 उर्मिला किशोर, डा0 रामशंकर त्रिपाठी, डा0 श्रद्धानन्द पाण्डेय, श्री ओम धीरज, डा0 दिनेश मणि, श्री चन्द्रमणि सिंह, श्री विनय दास, डा0 लक्ष्मीनारायण गर्ग के प्रतिनिधि,        श्री कमलेश भटट कमल, श्री आबिद हुसैन, सुश्री नताशा अरोड़ा तथा सुश्री रंजना जायसवाल को उत्तरीय, प्रशसित पत्र व चालीस हजार रुपये धनराशि भेंट कर पुरस्कृत किया गया।
उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निदेशक, डा0 सुधाकर अदीब ने आभार व्यक्त करते हुए कहा - मैं आप सभी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूँ। हिन्दी के प्रति समर्पित साहित्यकारों को पुरस्कृत कर हम गौरवानिवत कर रहे हैं। हमारे साहित्यकार गध एवं पध में निरन्तर साहित्य की सेवा कर रहे हैं।
मा0 सांसद श्री मुलायम सिंह यादव जी को उत्तरीय एवं स्मृति चिहन के रूप में प्रथम समाजवादी चिन्तक कबीरदास का चित्र तथा श्री अखिलेश यादव,     मा0 मुख्यमंत्री, उ0प्र0 एवं अध्यक्ष, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान को हिन्दी के प्रबल समर्थक राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन का चित्र तथा उत्तरीय श्री उदय प्रताप सिंह,       मा0 कार्यकारी अध्यक्ष, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान द्वारा भेंट किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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