डेंगू बुखार एक गम्भीर बीमारी है जो एडीज इजिप्टार्इ तथा एडीज एलबो पिक्टस रोग वाहक मच्छरों से पैदा होती है। यह मच्छर दिन में काटते है और रात में विश्राम करते है। डेंगू बुखार का वायरस इन मच्छरों द्वारा एक प्रभावित व्यकित से दूसरे स्वस्थ्य व्यकित में फैलता है इसके रोक-थाम हेतु प्रदेश के प्रभावित जनपदों में सघन अभियान चलाया जा रहा है अभियान के तहत बाहर से और मशीनें मगांर्इ गर्इ है।
यह बात आज यहां विधान भवन सिथत कक्ष संख्या-80 में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने ”डेंगू ज्वर की समीक्षा में कहीं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार से पीडि़त व्यकितयों की तत्काल पहचान कर उनका उपचार किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक डेंगू ज्वर से ग्रसित 282 व्यकितयों का इलाज किया गया जिसमें से तीन व्यकितयों में दो लखनऊ एवं एक सीतापुर में मृत्यु हुर्इ है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में बुखार से पीडि़त 266 व्यकितयों का परीक्षण किया गया जिसमें 28 घनात्मक पाये गये 26 लोगों का इलाज कर ठीक किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट नर्सिंग होम एवं पैथालाजी द्वारा गलत जांच रिपोर्ट देकर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है, और जनता से अवैध धन की वसूली की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कुछ प्राइवेट नर्सिंग होम एवं पैथालाजी की रिपोर्टों का परीक्षण कराया गया जिसमें छ: नर्सिंग होम व पैथालाजी की रिपोर्ट गलत पाये जाने पर उनके विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ करने के निर्देश दे दिये गये है।
श्री हसन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डेंगू मच्छरों का सफाया करने हेतु पल्सपोलियों की तरह और बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर इसे जड़ से समाप्त किया जाय। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि इस अभियान में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ की जायेगी। उन्होंने कहा कि इ अभियान की उच्च स्तर पर समीक्षा भी की जाय। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दवायें उपलब्ध है और इसके लिए बजट की कमी नहीं होने दी जायेगी। डेंगू से प्रभावित व्यकितयों को नि:शुल्क उपचार, जांच एवं प्लेटलेटस की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों, ओ0पी0डी0 एवं आर्इ0पी0डी0 की संख्या बढ़ी है जनता का विश्वास भी सरकारी अस्पतालों प्रति बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जुलार्इ 2012 तक ओ0पी0डी0 363.21 लाख एवं आर्इ0पी0डी0 की संख्या 27.89 लाख थी जो इस वर्ष जुलार्इ 2013 तक यह संख्या बढ़कर क्रमश: 400.92 लाख एवं 30.67 लाख हो गयी है। इस अभियान के डेंगू रोग का वाहक एडिज एजिप्टार्इ नामक मच्छर है, जो मानव द्वारा तैयार की गयी पसिथति से पैदा होता है। यह मच्छर घरों के अन्दर व उसके आसपास के वातावरण में रहता है। यह मच्छर कुलरों में, ओवर हेड टंकियों में, ड्रमों, बालिटयों में, गमलों के नीचे रखी जाने वाली ट्रे चिडि़यों एवं जानवरों के पीने हेतु रखें गये बर्तन तथा बनाये गये गडढों में एक सप्ताह से अधिक समय तक भरें हुए पानी में पनपता है अत: इस प्रकार के पात्रों में अनावश्यक पानी एकत्रित न रखे। मच्छर दिन में कांटता है अत: पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें एवं शरीर के अधिकांश भाग को ढककर रखें। उन्होंने जन प्रतिनिधियों, समाज सेवी, रोटरी क्लबों से अपील की है कि वेक्टर जनित रोगों मलेरिया, डेंगू, चिकूनगुनिया, जापानी बुखार आदि शामिल है के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में अपना सहयोग प्रदान करें ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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