Archive | September 5th, 2013

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की

Posted on 05 September 2013 by admin

edited-press-31

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल श्री बी0एल0 जोशी से शिष्टाचार भेंट की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

उत्तर प्रदेश में आपको अपनी अर्जी पर 32954 साल करना पड़ सकता है इन्तजार

Posted on 05 September 2013 by admin

  • रू1 साल में जनता दर्शन में प्राप्त  22872 पत्र में से महज 6069 पत्र ही निस्तारित रू महज 26 प्रतिशत जनता दर्शन  मामलों का निस्तारण करा पाए  अखिलेश

उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव ने बेहद जोरशोर से और लम्बे चौड़े बादों के साथ जनता दर्शन आयोजित करने की घोषणा की थी स अखिलेश यादव  तब से अब तक अधिकारियों को लोगों की  समस्याओं को गम्भीरता से सुनकर उनके त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के निर्देश लगातार देते रहे

है स पर शायद प्रशासनिक अधिकारी अखिलेश के निर्देशों को गंभीरतापूर्वक कतई नहीं ले रहे हैं स  अखिलेश सरकार गठन के पहले साल हुए जनता दर्शन में प्राप्त मामलों में से महज 26 प्रतिशत  का ही निस्तारण हो पाना  तो यही बताता है स

दरअसल लखनऊ की सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा  ने अखिलेश सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर दिनांक को मुख्यमंत्री कार्यालय में आर टी आई दायर कर एक वर्ष में हुए जनता दर्शन की तिथिओ ए जनता दर्शनों में प्राप्त आवेदनों और सरकार द्वारा निस्तारित आवेदनों के सम्बन्ध में सूचना मांगी थी सआरटीआई सूचना में मुख्यमंत्री के अनुसचिव योगेन्द्र दत्त त्रिपाठी ने बीते मई माह में उर्वशी को बताया  कि पिछले साल मार्च में सपा के सत्तारूढ़ होने के बाद के एक साल में  सिर्फ सात बार ही जनता दर्शन कार्यक्रम आयोजित हुआ । पूर्ण सूचना न मिलने पर उर्वशी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में अपील दायर की थी स

अपील पर सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री के सचिव आलोक  कुमार ने उर्वशी को बताया है कि 15.03.12 से 14.03.13 तक की अवधि में माव मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित जनता दर्शन में कुल 22872 पत्र प्राप्त हुए एवं 6069 पत्र निस्तारित हुए स

उर्वशी कहती हैं कि  जनता दर्शन में प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों के लोग आर्थिक मददए विकास कार्योंए पेंशन भुगतानए विकलांगों की समस्याएओंए ऋण उगाही पर रोक एपुलिस उत्पीडन ए जमीन से सम्बंधित  विवादए नौकरीए कानून.व्यवस्था जैसे संवेदनशील  मामलों  की शिकायतें लेकर बड़ी उम्मीदों के साथ राजधानी आते है  परन्तु एक साल में महज 7 जनता दर्शन करा पाना और इन जनता दर्शनों में प्राप्त मामलों में से महज 26 प्रतिशत  का ही निस्तारण करा पाना सरकार की बड़ी नाकामी तो है ही साथ ही यह सरकारी योजनाओं की ढोल की पोल भी उजागर करता है स उर्वशी कहती हैं कि आंकड़ो के हिसाब से सरकार को एक दिन में महज 63 आवेदन प्राप्त हुए और सबाल उठाती हैं कि गोपन अनुभाग की दिनांक 13 अप्रैल 2013 की अधिसूचना के अनुसार 63 विभाग बाली सरकार 1 आवेदन प्रति विभाग प्रतिदिन निपटाती तो भी जनता दर्शन के शतप्रतिशत शिकायतकर्ताओं को  न्याय मिल जाता पर अखिलेश सरकार चार दिन प्रति शिकायत प्रति विभाग की बेहद सुस्त निस्तारण दर  पर काम कर रही है ए वह भी तब जब जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री खुद आम जनता से मुलाकात करके उनकी समस्याएं सुनते है और अधिकारियों को उनके निदान के लिये निर्देश देते हैं ए ऐसे में आम जनता को डाक से भेजे शिकायती पत्रों के निस्तारण की तो उम्मीद ही  छोड़ देनी चाहिए स

उर्वशी कहती है कि आंकड़ों के अनुसार इस निस्तारण दर पर 2011 की जनगणना के अनुसार 20 करोड़ जनसंख्या बाले उत्तर प्रदेश में यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी अर्जी आज सरकार को दे तो सरकार को आख़िरी अर्जी निपटाने में 32954 वर्ष लग जायेंगे स  ऐसे में पेशे से इंजीनियर मुख्यमंत्री द्वारा जनता दर्शन की अर्जी के लिये ष्कोडिंग प्रणालीष् लागू कराने को महज ढकोसला बताते हुए उर्वशी ने मुख्यमंत्री से जमीनी स्तर पर ऐसे उपाय करने की अपील की है कि उत्तर प्रदेश का आम आदमी अपनी अर्जी का समाधान अपने जीवन में ही पा  सके

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

सूचना प्रसारण मंत्रालय. दूसरे समाचारपत्र का नाम लेने की बाध्यता नहीं कर सकते

Posted on 05 September 2013 by admin

सूचना और प्रसारण मंत्रालय का यह स्पष्ट मत है कि प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया पर दूसरे अखबार और न्यूज़ चैनल के विषय में चर्चा करते समय उनका पूरा नाम लेने की बाध्यता नहीं की जा सकती हैण्

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा इस सम्बन्ध में दायर याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेशों के क्रम में निर्णय लेते हुए मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष का मत है कि प्रेस एवं पुस्तकों का पंजीयन अधिनियम 1867 की धारा 7 के अनुसार संपादक को यह सम्पूर्ण हक जान पड़ता है कि क्या छपा जाएण् अतः यह उचित नहीं दिखता कि समाचारपत्रों को दूसरे समाचारपत्रों के विषय में चर्चा करते समय उनका नाम लिखने की बाध्यता की जाएण् यह निर्णय समाचारपत्र के संपादक पर ही छोड़ा जाना चाहिए साथ ही मंत्रालय ने यह भी बताया कि उन्होंने सभी समाचारपत्रों को एक निश्चित समयसीमा तक अपने अभिलेख रखने हेतु दिशानिर्देश बनाए जाने का जो निवेदन किया गया थाए वैसा प्रस्ताव प्रेस एवं पुस्तकों का पंजीयन एवं प्रकाशन बिल की धारा 25 ;1द्ध में रखा जा रहा है जिसके अनुसार प्रत्येक समाचारपत्र को मांगे जाने पर आरएनआई को एक प्रति प्रदान किया जाना अनिवार्य होगाण्

संलग्न. सूचना प्रसारण मंत्रालय का आदेश

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

महाराष्ट्र के वारकरी सम्प्रदाय के संतों ने निकाली पदयात्रा,गिरफ्तार

Posted on 05 September 2013 by admin

महाराष्ट्र के वारकरी सम्प्रदाय के संतों ने बुधवार को फैजाबाद के रूदौली से 84 परिक्रमा शुरू की। संतों के एक जत्थे को रूदौली के भेलसर में सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा।   edited-vhp-04गिरफ्तार हुये सन्तों में महाराष्ट्र के वारकरी सम्प्रदाय के सन्त स्वामी गम्भरे महाराज, विट्ठल महाराज, तुनतुने महाराज, पेनोरो महाराज, सापोरे महाराज, स्वामी एकनाथ महाराज, घनश्याम महाराज तथा अयोध्या के महंत त्रिभुवनदास, महंत रामेश्वरदायाल व गोरखपुर के महंत रामउग्रदास शामिल है। वहीं दूसरा जत्था अपने निश्चित पड़ाव की ओर पहुँचने में सफल रहा जिसे सुरक्षाकर्मी नहीं पकड़ सके।

तीन सितम्बर को अमरगंज से चली यात्रा अमानीगंज पहुँची थी, जिसमें गोरक्ष प्रान्त के सन्त सम्मिलित थे। इन सन्तों की गिरफ्तारी के बाद बुद्धवार को प्रान्तः अपने गंतव्य की ओर सन्त चल पड़े जिन्हें रूदौली नहर पर पकड़ा गया। इसके अलावा कुछ स्थानों पर लगभग 50 से अधिक कार्यकर्ताओं की भी गिरफ्तारी हुई।

गिरफ्तार किये गये सन्त स्वामी गम्भरे जी महाराज ने कहा राम की निष्ठा हमारे हृदय में है और रहेगी। श्रीराम की मुक्ति के लिए अब संघर्ष ही एक मार्ग है। देश चुनौती के दौर से गुजर रहा है। सुलह और समझौता से बात बनने वाली नहीं, संसद में कानून बनना चाहिए। उन्होंने कहा मौन रहने से बाधाएं बनी रहेगी, मौन तोड़कर बाधा तोड़ना ही होगा। पद यात्रा शान्त पड़े समाज को जागृत करने का माध्यम है।

अयोध्या के सन्त महंत त्रिभुवनदास ने कहा 70 एकड़ प्राप्त करने के लिए पद यात्रा निकली है। अयोध्या धार्मिक चेतना का केन्द्र है इस नगर में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण राष्ट्र में बाबर के नाम मस्जिद का निर्माण कभी नहीं होने दिया जायेगा और लाखों लोगों के द्वारा दिये गये बलिदान तथा रामभक्तों को कैसे स्वीकार होगा। 84 कोसी पद यात्रा के बाद एक बार पुनः सम्पूर्ण भारत में सन्त निकले और संसद पर दबाव बनाये। यह धार्मिक आन्दोलन श्रीराम को भव्य मंदिर आसिन करने के साथ धार्मिक पुनर्रूद्धार के लिए है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

मासिक लक्ष्य पूर्ति समयान्तर्गत सुनिश्चित करें-डी0एम0

Posted on 05 September 2013 by admin

जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर ने कलक्ट्रेट सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि समय से मासिक लक्ष्य पूर्ति प्राप्त करना सुनिश्चित करें। उन्होंने परिवहन तथा व्यापार कर की मासिक लक्ष्य पूर्ति कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये सुधार लाने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि धारा-107/116 के अंतर्गत दायरे से कम निस्तारण होने पर प्रत्येक एसडीएम पांच-पांच प्रभावी वादों का स्वयं निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। स्टाम्प कमियों के लम्बित प्रकरणों को एक सप्ताह में निस्तारण सुनिश्चित कराकर उपलब्ध करायें। उन्होंने बिजली के लम्बित देयों की वसूली तथा लम्बित वादों व संदर्भों को गम्भीरता से लेने के निर्देश दिये।

नगरीय क्षेत्रों में जलभराव के सम्बंध में उन्होंने कहा कि गन्दा पानी एकत्रित होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है इसलिए यह सुनिश्चित करंे कि सार्वजनिक स्थानों के अलावा व्यक्तिगत स्थानों से एकत्रित पानी को निकलवाना सुनिश्चित करंे। उन्होंने आम आदमी बीमा योजना किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ क्षेत्र के पात्र व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

बैठक में अपर जिलाधिकारी बीपी खरे, राधाकृष्ण, हरनाम सिंह, सीपी सिंह, राजकुमार, नगर मजिस्ट्रेट रामअभिलाष, समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह ’’वाशफोरम’’ कार्यशाला में भाग लेंगे।

Posted on 05 September 2013 by admin

मा0 मंत्री स्टाम्प, न्यायालय शुल्क, पंजीयन एवं नागरिक सुरक्षा, उ0प्र0 राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह 5 सितम्बर को शताब्दी एक्सप्रेस व्दारा सायं टूण्डला रेलवे स्टेशन से भदावर हाउस/सर्किट हाउस, आगरा पहॅंुचकर रात्रि विश्राम करेंगे।

मा0 मन्त्री 6 सितम्बर को प्रातः 11 बजे मण्डलायुक्त कार्यालय सभागार में यूनीसेफ के सहयोग से ’वाशफोरम’ की एक मण्डल स्तरीय कार्यशाला में भाग लेंगे तथा कार्यक्रम के पश्चात भदावर हाउस पहॅंुचेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त 6 सितम्बर को आगरा में

Posted on 05 September 2013 by admin

प्रदेश के मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन 6 सितम्बर को लखनऊ से स्टेटप्लेन व्दारा प्रातः 10 बजे खेरिया सिविल एयरपोर्ट से सर्किट हाउस पहॅंुचेंगे। मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त सीआईआई व्दारा होटल जेपी पैलेस में आयोजित पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेन्ट में 11 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक भाग लेंगे तथा अपरान्ह 3 बजे से मण्डलायुक्त और सम्बंधित अधिकारियों के साथ आगरा थीम पार्क, ताजगंज, इनररिंग रोड, शाहजहाॅंपार्क तथा ताजमहल पश्चिमी गेट के सम्बंध में समीक्षा बैठक करने के पश्चात सायं 4-30 बजे स्टेटप्लेन व्दारा लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

‘‘वाशफोरम‘‘ कार्यशाला का आयोजन 06 सितम्बर को

Posted on 05 September 2013 by admin

आगरा एवं अलीगढ मण्डल के मण्डलीय उप निदेशक राजेन्द्र कुमार ने अवगत कराया है कि 06 सितम्बर को प्रातः10 बजे से मण्डलायुक्त प्रदीप भटनागर के संरक्षण में वाशफोरम की एक मण्डल स्तरीय कार्यशाला यूनीसेफ के सहयोग से कमिश्नरी सभागार में आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य जन सामान्य में उनके स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न मुद्दो यथा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता स्वच्छता तथा आरोग्य-शिक्षा विषयक विस्तृत चर्चा की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

मंत्री ने माना है कि गरीबों का निवाला अफसर खा रहे हैं।

Posted on 05 September 2013 by admin

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि प्रदेष सरकार के एक मंत्री ने माना है कि गरीबों का निवाला अफसर खा रहे हैं। गरीबों के लिए बनी सार्वजनिक वितरण प्रणाली को चैपट बताते हुये मंत्री ने माना है कि गरीबों के लिए चलाई जा रही योजना का लाभ अपात्र व्यक्ति ले रहे हैं।

श्री चैहान ने प्रदेष सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुये कहा कि जब पी0डी0एस0 सिस्टम पहले से ही चैपट है तो सुरक्षा बिल के तहत उ0प्र0 के गरीबों को भोजन का अधिकार कैसे मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब प्रदेष सरकार के मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है उनके विभाग में भ्रष्टाचार ही है तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि अपने विभाग के भ्रष्टाचार को समाप्त करने में वह क्यों सक्षम नहीं है और यदि विभाग नहीं सभांल पा रहे हैं तो त्याग पत्र क्यों नहीं दे देते।

श्री चैहान ने आगे बताया कि यह हाल प्रदेष सरकार के एक विभाग का नहीं है इसी तरह पूरी सरकार भ्रष्टाचार के गिरफ्त में है और सरकार के सभी मंत्री विभागीय भ्रष्टाचार को रोकने में अक्षम हैं इसलिए सरकार को अपने काम काज में सुधार लाते हुये जनता के हित के लिए प्रदेष में चल रही योजनाओं को भ्रष्टाचार से मुक्त करते हुये जनता की सेवा करनी चाहिए नहीं तो बहुमत से चुनी हुयी सरकार अपने काम काज तथा भ्रष्टाचार के कारण भविष्य में अपने प्रत्याषियों की जमानत बचा पाने में भी सक्षम नहीं होगी।

श्री चैहान ने कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय के षिक्षिकाओं व कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में किये जा रहे शान्तिपूर्वक प्रदर्षन पर पुलिस द्वारा किये गये बल प्रयोग की निंदा करते हुये कहा कि वर्तमान सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है तथा शान्तिपूर्वक प्रदर्षन को बल पूर्वक दबाने की कोषिष कर रही है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

सहारा वन के नये धारावाहिक ‘’आखि़र बहू भी तो बेटी ही है‘’ पर शुरू होगी एक ज्वलंत बहस

Posted on 05 September 2013 by admin

  • सोमवार, 16 सितम्बर रात 9 बजे से होगा प्रसारण

समाजशास्त्री इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि आखि़र संयुक्त परिवार एकल परिवारों में क्यों टूटते जा रहे हैं। इसके पीछे कई कारण हैं, लेकिन एक मुख्य कारण सास और बहू के बीच एक-दूसरे के प्रति अपेक्षाओं में मतभेद होना है। इसी विषय को ध्यान में रखते हुए सहारा वन पर आगामी सोमवार 16 सितम्बर से रात 9 बजे एक नये धारावाहिक ‘आखि़र बहू भी तो बेटी ही है‘ का प्रसारण शुरू किया जा रहा है, जो शुक्रवार तक प्रति सप्ताह जारी रहेगा।

edited-aakhir-bahu-bhi-toh-beti-hee-haiसहारा वन का ‘आखि़र बहू भी तो बेटी ही है‘ ऐसी कहानी है जिसमें बहू और बेटियों से अलग-अलग व्यवहार किया जाता है। कहानी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की रूढि़वादी परिवार की है, जहां सास ‘नौलखा देवी‘ (प्राची पाठक) बहुत सख्त, दूसरों पर हावी होने वाली और बेहद रूढि़वादी महिला हैं। वह अपनी बहुओं को दकियानूसी विचारों के अनुसार रखती हैं। उनका विश्वास है कि घर की बहू पर सख्त नियंत्रण होना चाहिए और इसमे कोई भी बदलाव पूरे घर को तोड़ सकता है।

इसके विपरीत, सिया (पायल राजपूत) युवा, जोश से भरी, चंचल और बहिर्मुखी स्वभाव की है। वह युवा महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली आज के दौर की निडर एवं आत्मसम्मान वाली युवती है। वह बुद्धिमान, आत्मविश्वासी भी है, जिसके खुद के विचार हैं और सही के साथ खड़े होने का जिसमें साहस है। उसका दृढ़ विश्वास है कि उसका ससुराल उसके मायके से अलग नहीं होगा

श्री शरद राज, प्रोग्रामिंग और कान्टेट प्रमुख, सहारा वन मीडिया एंड एंटरटेनमेंट लिमिटेड ने धारावाहिक के बारे में कहा, ‘‘बदलते समय के साथ सामाजिक एवं पारिवारिक ýझान भी बदलने की आवश्यकता है और हम अपने नये धारावाहिक ‘‘आखि़र बहू भी तो बेटी ही है‘‘ में इसी बात को दर्शकों के सामने रखेंगे। हमारे देश की उभरती युवा महिलाओं के दिमाग में एक सवाल है कि यदि लड़की अपना परिवार छोड़कर पति के परिवार को अपने परिवार की तरह अपनाती है और अपने सभी कर्तव्य निभाती है, तो फिर क्यों सास-ससुर, खासकर सास उनके साथ एक बेटी की तरह व्यवहार नहीं करतीं? क्यों उसे ठेठ बहू बनना पड़ता है जिस पर कई प्रतिबंध हो, और शेष परिवार से अलग-थलग हो, जबकि उसके पास ‘‘संस्कार‘‘ लाने का अधिकार है? आखि़र बहू भी तो बेटी ही है धारावाहिक का प्रयास वर्तमान समय की महिलाओं के इसी सवाल को सामने लाना है… यह आज की प्रत्येक ‘बहू‘ की भावनात्मक महत्वाकांक्षा है और अब समय आ गया है कि इस मुद्दे पर खुलकर बहस हो।‘‘

भारतीय टेलीविजन पर अपने पहले शो के साथ एंट्री करने वाले भारत श्रीवास्तव, निर्माता, इम्पैक्ट टेली नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड, ने कहा, ‘‘आखि़र बहू भी तो बेटी ही है भारतीय शादी की परम्परा से जुड़े विभिन्न रंगों को प्रस्तुत करता है, जहां एक लड़की मासूमियत से परिपक्वता, बेफिक्र जिन्दगी से जिम्मेदारी उठाने की भूमिका और एक लड़की से महिला में परिवर्तित होती है। इस प्रक्रिया में, लड़की को बहुत कुछ खोना पड़ता है, लेकिन समाज इसे सही तरीके से नहीं लेता। उसकी सबसे बड़ी चुनौती नये परिवार में सामंजस्य बिठाना होता है। निस्संदेह उसकी सासू मां, खासकर संयुक्त परिवार में मुख्य केन्द्र बन जाती है। हमारी कहानी इन दोनों चरित्रों के इर्दगिर्द घूमती है कि किस तरह से दिलचस्प घटनाएं इन दो अजनबियों को मजबूती से बांधती है कि एक बहू को बेटी के तौर पर और सासू मां को मां के रूप में स्वीकारा जाए।‘‘ बताते चलें कि ‘आखि़र बहू भी तो बेटी ही है‘ सास नौलखा देवी, उसकी बहू सिया और अलग-अलग सोच के दो भिन्न लोगों के मिलने से उनके बीच पैदा हुए विवाद की कहानी है। शो में सास और बहू के बीच सम्बन्धों को दिखाया गया है। पूरी अवधारणा हमारे समाज में बहू और बेटियों से किये जाने वाले अलग-अलग व्यवहार पर आधारित है। शो की समाजवादी कहानी में पायल राजपूत, प्राची पाठक, सीमा पांडे, आर्यन पंडित और पारितोष सैंड जैसे प्रतिभाशाली कलाकार नजर आएंगे।

अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:

तिशम घटक/हेमन्त शुक्ल

सहारा काॅर्पोरेट कम्युनिकेशन्स, लखनऊ

मोबाइल नं0 - 9838072633/9838689871

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

September 2013
M T W T F S S
« Aug   Oct »
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
-->









 Type in