Posted on 14 September 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के 16 जनपदों में पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए पशु टीकाकरण का कार्य लक्ष्य से काफी कम रहने पर इन जनपदों के मुख्य पशुचिकित्साधिकारियों को सचेत करतेे हुये एक सप्ताह के अन्दर लक्ष्यपूर्ति के निर्देश दिये। पन्द्रह जनपदों के सी0वी0ओ0 को योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का 50 प्रतिशत भी खर्च न कर पाने पर इनको प्रतिकूल प्रविषिट देते हुए पन्द्रह दिन के अन्दर बजट को खर्च करनेके निर्देश दिये तथा फैजाबाद उप निदेशक, पशुधन को चेतावनी दी गयी। संयुक्त निदेशकों को जिम्मेदारी से कार्य करने तथा विभागीय निदेशक को योजनाओं के संचालन में तेजी लाने के निर्देश दिये।
प्रदेश के लघु सिंचार्इ एवं पशुधन मंत्री श्री राज किशोर सिंह आज यहां बापू भवन सिथत सभाकक्ष में विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने रिलीज बजट के 50 प्रतिशत से कम खर्च की लापरवाही पर कासगंज, एटा, मुरादाबाद, सम्भल, अमेठी, सुल्तानपुर, बस्ती, सोनभद्र, महाराजगंज, जौनपुर, रामपुर, बाराबंकी, औरैया, महोबा तथा अम्बेदकर नगर के मुख्य पशुचिकित्साधिकारियों को प्रतिकूल प्राविषिट देने के निर्देश दिये। प्रति उन्होंने पूवार्ंचल के 15 बाढ़ प्रभावित जनपदों में पशुओं के लिए भूसे की आपूर्ति, पशु टीकाकरण, कुक्कुट, कमधेनु एवं बकरी पालन योजना, बुन्देलखण्ड पैकेज तथा योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि के खर्च आदि की समीक्षा की तथा विभागीय योजनाओं के संचालन में लापरवाह अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवार्इ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पशुओं को भरपेट भूसा-चारा मिले अत: बाढ़ प्रभावित जिलों के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला प्रशासन से समन्वय कर पशुओं के
लिए भूसे की आपूर्ति सुनिशिचत कराते रहें तथा जल भराव की सिथति में संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए पशु टीकाकरण के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये।
पशुधन मंत्री ने कहा कि विभागीय योजनायें वास्तविक लाभार्थी तक पहुंचे इसके लिए अधिकारी पूरे मनोयोग से कार्य करें और किसी भी प्रकार की बहाने बाजी स्वीकार नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिला एवं मण्डल स्तर के विभागीय अधिकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करें तथा प्रगति से मुख्यालय को अवगत करायें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपना सी0यू0जी0 नम्बर 24 घण्टे चालू रखें ताकि समस्याओं का निस्तारण समय से किया जा सके। उन्होंने बाढ़ से क्षतिग्रस्त पशु चिकित्सालय एवं पशु सेवा केन्द्र के सुदृढ़ीकरण का कार्य समय से पूरा करने के निर्देश दिये ताकि ये मानक के अनुरूप बन सके।
श्री सिंह ने सभी मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को पशुचिकित्सा के लिए दवाओं की आपूर्ति सुनिशिचत करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के सभी जनपदों में आर0के0वी0वार्इ0 के तहत पशुओं का कृतिम गर्भाधान, पैरावेटस प्रशिक्षण एवं पशुपालन प्रशिक्षण में अल्पसंख्यकों को आबादी के अनुपात में आरक्षण दिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बुन्देखण्ड पैकेज के तहत लाभार्थियों को बकरी पालन, मुर्गीपालन एवं कामधेनु पालन की योजनाओं का लाभ दिया जाय तथा लाभार्थी के साथ इन यूनिटों की फोटोग्राफी भी करार्इ जाय तथा लाभार्थी का फोन नम्बर भी उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली इन योजनाओं का लाभ आम आदमी को हर हाल में उपलब्ध कराया जाय इसके लिए अधिकारी जनपद के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक बुलाये तथा बैंकों से समन्वय भी करें ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि योजनाओं के संचालन में अधिकारी पारदर्शिता से कार्य करें, कहीं भी कोर्इ शिकायत नहीं मिलनी चाहिये नहीं तो इसकी जांच होगी और संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवार्इ की जायेगी।
बैठक में प्रमुख सचिव पशुधन श्री योगेश कुमार, निदेशक पशुपालन डा0 रूद प्रताप सिंह, अपर निदेशक पशुपालन श्री जयशंकर दुबे, सी0र्इ0ओ0 (एल0डी0बी0) डा0 बी0बी0एस0 यादव, उप निदेशक डा0 बी0के0सिंह के साथ-साथ मुख्यालय एवं जिला तथा मण्डल स्तर के अधिकारी उपसिथत थे।
Posted on 14 September 2013 by admin
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा. एम. एम. पल्लमराजू ने कहा है कि विश्व संस्कृति के विकास में संस्कृत की भूमिका अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। यह न केवल ऋषियों की वाणी को सुरक्षित रखने वाली देश की प्राचीन धरोहर है वरन आधुनिक काल में विश्वबंधुत्व के सिद्धान्त भी इसमें लिपिबद्ध हैं। जीवन मूल्यों को समझने के लिए इसे जीवित रखने की नहीं, वरन इसे नये ढंग से विकसित करने की जरूरत है। इसी के कारण देश कभी ‘विश्व गुरु के रूप में जाना जाता रहा। शब्द और भाषा के प्रयोग से नया संसार रचा जा सकता है। आज विश्व भारत की ओर देख रहा है। इसमें संस्कृत के अध्यापकों का दायित्व और बढ़ जाता है। संस्कृत के लिए सरकार अभी जो कर रही, उसमें और गति देने के लिए ‘द्वितीय संस्कृत आयोग के गठन का निर्णय लिया गया है। इसमें संस्कृत के विद्वानों व समाज वैज्ञानिकों की मदद लेकर सरकार संस्कृत के विकास के लिए सभी संभव उपाय करेगी।
श्री पल्लम राजू आज यहाँ इनिदरा गांधी प्रतिष्ठान में, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय ‘राष्ट्रीय-संस्कृत-सम्मेलन का उदघाटन कर रहे थे।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रख्यात राजनयिक और विद्वान, ‘भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद के अध्यक्ष डा. कर्ण सिंह ने व्याख्यान देते हुए कहा कि यहाँ मैं हिमालय का प्रतिनिधित्व करने आया हूँ। जीवन का कोर्इ भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जिस पर संस्कृत का प्रभाव नहीं है। संस्कृत का वा³मय विशाल है। वेद, पुराण, इतिहास, दर्शन, आयुर्वेद, योग, नाटयशास्त्र, जलसंरक्षण, आदि सभी विषयों पर इस भाषा में व्यापक लेखन हुआ है। उससे आधुनिक ज्ञान-विज्ञान को पुष्ट किया जाना चाहिए। डा. कर्ण सिंह ने सभी विश्वविधालयों में संस्कृत के विभाग खोले जाने की अनिवार्यता पर बल देते हुए केन्द्रीय मंत्री पल्लम राजू से अनुरोध किया कि ऐसा इसलिए किया जाय कि इससे न केवल लोग संस्कृत सीखें, बलिक दूसरे विषयों के लोग भी संस्कृत वा³मय में जो लिखा गया है, उससे लाभ उठायें और इससे समाज का और अन्तत: विश्व संस्कृति का विकास हो सकेगा।
इनिदरा गांधी प्रतिष्ठान के खचाखच भरे हाल में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच डा. सिंह ने कहा कि जब वे संस्थान के अध्यक्ष थे, संसदीय संस्कृत समिति का गठन किया, आकाशवाणी पर संस्कृत वार्ता की शुरुआत करार्इ और देश में ‘संस्कृत दिवस की परम्परा शुरु की। प्रसन्नता की बात है कि ये परम्परा चल रही है।
सारस्वत अतिथि व मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि भारतीय संस्कृति की परम्परा संस्कृत से गहरार्इ से जुड़ी हुर्इ है। यदि बचपन में वापस जा सकता तो संस्कृत सीखता ताकि उस गहरार्इ से परिचित हो सकता। इसी के माध्यम से संसार में हमारी पहचान है। इस भाषा को आगे ले जाना है। उन्होंने विद्वानों से अपील की कि वे तीन दिनों के अपने विमर्श के द्वारा ऐसी कार्ययोजना बनाने में मदद करें जिससे वर्तमान और आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ किया जा सके। यह किसी जाति, धर्म या वर्ग की भाषा नहीं है, इसका सारा साहित्य राष्ट्रवादी है। इससे सम्पूर्ण विश्व लाभानिवत हुआ है। इसे रोजगार से जोड़े जाने की जरूरत है। डा. राधाकृष्णन, पंडित नेहरू और डा. अम्बेडकर ने इसकी गम्भीरता को समझा। उ.प्र. की राजधानी में हो रहा यह सम्मेलन, संस्कृत के विकास के लिए, मील का पत्थर साबित होगा।
अतिथियों का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के कुलपति प्रो. ए. पी. सचिचदानन्द ने कहा कि सम्मेलन का उददेश्य सम्पूर्ण विश्व में, संस्कृत की उपादेयता को बतलाना है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों के दीप प्रज्ज्वलन, सांदीपनी वेद विधा प्रतिष्ठान, उज्जैन के वैदिकों द्वारा वैदिक मंगलाचरण एवं राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना व स्वागत गान से हुआ। इस अवसर पर मंत्री डा. पल्लम राजू द्वारा संस्थान की पत्रिका ‘संस्कृत विमर्श के आठवें अंक का लोकार्पण किया गया। प्रख्यात वैदिक विद्वान पं. रामनाथ वेदालंकार को मरणोपरान्त सम्मान व प्रशसितपत्र दिया गया जो उनके पुत्र डा. विनोद चंद विधालंकार ने ग्रहण किया।
सभा का संचालन संस्थान के मुक्त स्वाध्याय केन्द्र के निदेशक, प्रो. रमाकान्त पाण्डेय ने व धन्यवाद ज्ञापन लखनऊ परिसर के प्राचार्य प्रो. अर्कनाथ चौधरी ने किया। इस सम्मेलन में देश के विभिन्न भागों से डेढ़ हजार से अधिक लोग भाग ले रहे हैं।
Posted on 14 September 2013 by admin
प्रमुख वन संरक्षक श्री जे0 एस0 अस्थाना ने बताया कि चालू वर्ष के वर्षकाल में वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत होने के बाद तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस अभियान के अन्र्तगत सितम्बर माह 2013 तक प्रदेश मे ंकुल 5.45 करोड़ पौधों को रोपण हुआ है। यह प्रगति निर्धारित वृक्षारोपण लक्ष्य के 126.16 प्रतिशत है। इसमें वन विभाग द्वारा 49,500 हे0 क्षेत्र के विरूद्ध 54850.98 हे0 क्षेत्र में वृक्षारोपण किया गया है। वर्षाकाल प्रारम्भ होते ही वृक्षारोपण कार्य प्रारम्भ कर वन विभाग द्वारा अब तक 436.73 लाख पौधे रोपित किये जा चुके हैं। इस सप्ताह वृक्षारोपण कार्य में अच्छी प्रगति आयी है तथा पौध रोपण का लक्ष्य लगभग पूर्ण हो चुका है।
श्री अस्थाना ने बताया कि इटावा में फिशर फारेस्ट में 5-5 हेक्टयर में गि्रड बनाकर उनमें एक ही प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है, जो भविष्य में एक विशिष्ट वृक्षारोपण के रूप में तैयार होगा। इस क्षेत्र में विशेष रूप से चिनिहत प्रजातियां जैसे नीम, बरगद, पीपल, पाकड़ इमली, बेल, कदम्ब आदि के रोपण को प्राथमिकता दी गयी है। फिशर फारेस्ट में 1000 एकड़ में इको रेस्टोरेशन कार्यक्रम के अन्तर्गत 153240 पौधों का रोपण किया गया है। यह देश में प्रथम बार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण प्रदेश में वन महोत्सव का आयोजन किया गया है। जनप्रतिनिधियों एवं विशिष्ट जनों की उपसिथति में कुल 870 स्थलों पर 412110 पौधे रोपे गये। 15 अगस्त-2013 को एक दिन में 25,000 पौधों का रोपण किया गया। उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण में वन विभाग द्वारा 49,500 हेक्टेयर क्षेत्र में 3,21,75,000 पौध एवं अन्य राजकीय विभाग यथा ग्राम्य विकास, ऊर्जा,
औधोगिक विकास, आवास एवं शहरी नियोजन, सिंचार्इ लोक निर्माण, सहकारिता, भूमि एवं जल संसाधन, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा व बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 18,100 हेक्टेयर क्षेत्र में 1,17,65,000 पौधे रोपित किए गये हैं। प्रदेश के समस्त जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति की बैठकें इस वर्षाकाल में आयोजित हुर्इ है। जिससे इस सप्ताह अन्य विभागों द्वारा किये गये वृक्षारोपण कार्य में प्रगति आर्इ है।
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अन्तर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस, 16 सितम्बर, 2013 के उपलक्ष्य में उ0 प्र0 पर्यावरण निदेशालय द्वारा आचलिक विज्ञान नगरी, के सहयोग से दिनांक 14,15 व 16 सितम्बर, 2013 को स्कूली बच्चों में पर्यावरणीय जागरूकता उत्पन्न करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। दिनांक 16.9.2013 को एक संगोष्ठी का आयोजन आचलिक विज्ञान नगरी, सेक्टर-र्इ, अलीगंज, लखनऊ सिथत उनके सभागार में 10:00 बजे से 11:30 बजे पूर्वान्ह तक कराया जाएगा, जिसमें दिनांक 14 व 15 सितम्बर, 2013 को आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों का पुरस्कृत भी किया जायेगा।
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इसका उदघाटन 16 सितम्बर, 2013 को प्रात: 11:00 बजे किया जायेगा। आर0 पी0 बी0 डी0 के प्रमुख भास्कर भटटाचारजी ने बताया कि हिन्दी सप्ताह के दौरान किवज, वाद-विवाद, आशु भाषण, हिन्दी भाषी का हिन्दी ज्ञान, अनुवाद, लेख, टिप्पण व मसौदा लेखन एवं हिन्दी टंकण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। मुख्य अतिथि पदमश्री प्रोफेसर मोहन चन्द्र पन्त, निदेशक, राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट आफ मेडिकल सांइसेस गोमतीनगर, एवं अध्यक्ष डा0 मुकुल दास, वैज्ञानिक आर्इ0 आर्इ0 टी0 आर0 होंगे।
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अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री आलोक रंजन ने उ0प्र0 में निवेशकों की शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के लिए ‘ब्वउचसंपदज त्मकतमेेंस डमबींदपेउ (शिकायत निवारण व्यवस्था) शीघ्र प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया और निर्देश दिया है कि निवेश मित्र माहौल बनाने के लिए रियल सिंगल विण्डो सिस्टम तैयार किया जाय ताकि उधोग लगाने हेतु इच्छुक उधमी को एक ही स्थान पर समस्त आवश्यक सुविधाएं प्राप्त हो सकें। श्री रंजन आज सचिवालय-एनेक्सी सिथत अपने कार्यालय कक्ष में उधोग बन्धु विभाग के क्रियाकलाप की समीक्षा एवं भावी रणनीति पर विचार-विमर्श कर रहे थे। उन्होने कहा कि राज्य में पूंजी निवेश करने वालों की सभी समस्याओं की एक ही जगह पर सुनवार्इ होगी, उसको कठिनाइयों से रूबरू नहीं होने दिया जायेगा और पूंजी निवेशकों को यह महसूस होगा कि निवेश के लिए उत्तर प्रदेश से बेहतर अन्य कोर्इ स्थान नहीं है।
अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री रंजन ने बताया कि रियल सिंगल विण्डो सिस्टम व्यवस्था के लागू होने से पीडि़त उधमी अपनी शिकायत को उधोग बन्धु की वेबसाइट पर आनलाइन दर्ज कर सकेगा और अपनी शिकायत सम्बन्धी पावती (टोकन नम्बर) उसे तुरन्त उपलब्ध हो जायेगा। तदुपरान्त उसके द्वारा दर्ज की गर्इ शिकायत को अविलम्ब त्वरित कार्यवाही हेतु सम्बनिधत विभाग को भेज दिया जायेगा। उन्होने यह जानकारी दी कि उधमी द्वारा दर्ज की गर्इ शिकायत पर क्या कार्यवाही हो रही है, उसकी अधतन सिथति के सम्बन्ध में वह किसी भी समय उधोग बन्धु की वेबसाइट पर जानकारी प्राप्त कर सकेगा।
समीक्षा बैठक में उधोग बन्धु द्वारा प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि निवेश मित्र के माध्यम से अक्टूबर 2011 से 09 सितम्बर 2013 के मध्य कुल प्राप्त आवेदन 30006 के सापेक्ष अब तक 25374 (85 प्रतिशत) आवेदन पत्र निस्तारित किए गये हैं। निवेशकों द्वारा दर्ज शिकायत संबंधी आवेदन पत्र में यदि कोर्इ त्रुटि पार्इ जाती है, तो पुन: संशोधन हेतु वापस भेजे गये आवेदन पत्रों की संख्या 4232 (14.1 प्रतिशत) है। शेष 1 प्रतिशत आवेदन विचाराधीन हैं।
श्री आलोक रंजन द्वारा उधमियों को प्रोत्साहन एवं सुविधाएं प्रदान किए जाने हेतु एक नया वेब पोर्टल श्न्जजंत च्तंकमेी प्दअमेजवत प्दवितउंजपवद ैलेजमउश् तैयार किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अन्तर्गत प्रदेश में उधोग स्थापित करने हेतु वांछित सूचना संग्रहीत कर, इस वेब पोर्टल पर प्रकाशित की जायेगी। श्री रंजन द्वारा विस्तृत ‘डिसिट्रक्ट-प्रोफाइल हेतु प्रथम चरण में कुल 12 जनपदों (गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, मुजफ़्फरनगर, बुलन्दशहर, बरेली, लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपु, वाराणसी एवं आगरा ) को समिमलित किए जाने का निर्णय लिया गया।
प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औधोगिक विकास, डा. सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि ‘निवेश मित्र व्यवस्था के माध्यम से समस्त कार्यवाही को आनलाइन करने की कार्यवार्इ चल रही है। ज्ञात हो कि अभी इस प्रणाली के तहत उधमियों के आवेदन-पत्रों को आनलाइन प्राप्त करने के बाद संबंधित विभागों को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जाता है, किन्तु उधमी अभी सीधे विभागों को भी आवेदन कर रहे हैं तथा स्वीÑतियाँ व अनापत्तियाँ आनलाइन प्रदान करने की सुविधा नहीं है।
बैठक में प्रमुख सचिव औधोगिक विकास श्री एस0पी0 सिंह, पिकप एवं उधोग बन्घु के अधिकारीगण उपसिथत थे।
Posted on 14 September 2013 by admin
सहायता शिविराें मंें लगातार पहुंचायी जा रही है राहत सामग्री, आज भी खाध सामग्री से भरे ट्रकों को भेजा गया आयुक्त, डी0आर्इ0जी0, डी0एम0 व एस0एस0पी0 ने किया सहायता शिविरों का दौरा तथा लोगों को बांटी खाध सामग्री सहायता शिविरों की सभी प्रकार से सुरक्षा की जाएगी : डी0आर्इ0जी0
सहायता शिविराें की सहायता के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त : जिलाधिकारी
जनपद मुजफ्फरनगर मे हुर्इ ंिहंसा के बाद प्रशासन द्वारा कल दी गर्इ ढील के बाद सामान्य हुए हालात के फलस्वरूप आज भी प्रशासन ने सुबह 10 से सायं 7 बजे तक कफ्र्यू में ढील दी, जिससे लोगोें ने जमकर खरीदारी की व अपना रोजमर्रा का सामान खरीदा। आज प्रशासन के द्वारा दी गर्इ ढील के बाद मुजफ्फरनगर के लोग वही अपने पुराने व प्यार भरेे अंदाज मे नजर आये। आज जब लोग एक दूसरे से मिले तो सभी ने प्रशासन व शासन की सराहना की और कहा कि वक्त रहते सब कुछ संभाल लिया गया। गत दिनों हुर्इ हिंसा के चलते कुछ परिवार जो अपने रिश्तेदाराें के पास आ गये थे या प्रशासन द्वारा सहायता शिविरों में सुरक्षित पहुचा दिये गये थे। तहसील बुढ़ाना व तहसील सदर के उन सभी सहायता शिवराें का आज आयुक्त
श्री भुवनेश कुमार, डी0आर्इ0जी0, श्री मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी श्री कौशलराज शर्मा व एस0एस0पी श्री प्रवीन कुमार ने जाकर निरीक्षण किया और वहां पर उपसिथत लोगों से वार्ता भी की। आयुक्त ने सभी से कहा कि उन सभी लोगों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और रखा जायेगा। उन्हें किसी भी प्रकार की कोर्इ परेशानी नहीं होने दी जायेगी। उनके भोजन व अन्य किसी भी प्रकार के सामान, जो रोजमर्रा की जिन्दगी में प्रयोग में आता है, उन सभी वस्तुओं की पूर्ति में कोर्इ कमी नहीं होने दी जायेगी। ग्राम बसी, शिकारपुर, इस्लामाबाद व जौला मे स्थापित सहायता शिविरों के लोगों को खुद आयुक्त व जिलाधिकारी ने सहायता सामग्री का वितरण किया तथा प्राप्त हो रही खाध सामग्री का रजिस्टर भी चेक किया।
जिलाधिकारी श्री कौशलराज शर्मा ने सभी सहायता शिविरों में महिलाओं के लिए अलग से मोबार्इल शौचालय यथाशीघ्र स्थापित करने तथा सहायता शिविराें में भोजन सामग्री व सभी अन्य वस्तुआें की निर्बाध आपूर्ति करने के कडे़ निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सभी सहायता शिविरों के लिए नोडल अधिकारियों की डयूटी लगा दी है, जो अपने अपने सहायता शिविरों की जरूरतोें का ध्यान रखेगे और उनकी सभी प्रकार से सहायता करेंगे। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को भी निर्देश दिये कि सभी सहायता शिविरों में अलग से मेडिकल टीम भेजी जाये और एम्बुलेस की व्यवस्था भी की जाये तथा चिकित्सकों की टीम की शिफ्टवार डयूटी लगाकर सहायता शिविराें के लोगों की देखभाल की जाए।
डी0आर्इ0जी0 श्री मुथा अशोक जैन ने भी सहायता शिविरांें में रह रहे लोगों की आशंकाओं को दूर करते हुए कहा कि उन सभी की सुरक्षा की जायेगी। किसी को भी डरने की जररूत नही हैं, सभी निशिचंत रहें।
सहायता शिविरों में राहत सामग्री सही समय से पहुंचाने के लिए लगे अपर जिलाधिकारी प्रशासन डा0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि कल की तरह आज भी सहायता शिविराें में सहायता सामग्री भेजी गर्इ। तहसील बुढ़ाना एवं तहसील सदर के लिए भी सहायता सामग्री ट्रकाें द्वारा भेजी गर्इ।
जिलाधिकारी श्री कौशलराज शर्मा ने सहायता शिविरों की देखभाल व सहायता के लिए प्रत्येक सहायता शिविर के लिए अलग से नोडल अधिकारी को नियुक्त किया है। जिस अधिकारी को जिस भी सहायता शिविर का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है, वह उसकी व्यवस्था का पूरा ध्यान रखेगा और शिविर मे ठहरे लोगों का अलग से एक रजिस्टर भी बनाया जायेगा, जिसमें शिविर में रूके हुए लोगों की पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी श्री रविन्द्र गोडबोले ने आज शाहपुर ब्लाक में गणमान्य व्यकितयों, प्रधानों, पूर्व प्रधानाें के साथ शांति समिति की बैठक की, जिसमें उन्होंंने सभी से अपने अपने गांव व क्षेत्र मे शांति व आपसी सौहार्द को कायम रखने की अपील की और कहा कि सभी आपसी प्यार और मेल-जोल को कायम रखें।
Posted on 14 September 2013 by admin
सुलतानपुर ƒ… सितम्बर । नरेन्æ मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए घोषित करने के बावत भारतीय जनता पार्टी सुलतानपुर के कार्यकर्ताओं में बडा उल्लास एवं हर्ष का माहौल छाया हुआ है । सुपर मार्केट सिथत पार्टी कार्यालय पर जनपद के वरिष्ठ भाजपा कार्याकताओं ने जिला अध्यक्ष करुणा शंकर द्विवेदी की अध्यक्षता मेंं बैठक सम्पन्न हुर्इ ।
बैठक मेंं कार्यकर्ताओं को पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राम भुवन मिश्र ने कहा कि नरेन्æ मोदी अपनी कार्य क्षमता व कार्य शैली एवं प्रशासनिक निति के चलते कुशल प्रशासक के रुप मे भारतीय जनता पार्टी के साहसी कार्यकर्ता के रुप में आम जन मानस में छाये हुए है । बहुत ही कम समय मेंं अटल बिहारी वाजपेयी के बाद जन मानस मे नरेन्æ मोदी का नाम शहर नही बल्की ग्रामीणांलो मे भी नवयुवको में भी छा गये है । सूर्यभान सिंह ने कहा प्रधानमंत्री पद के लिए संसदीय कार्यसमिति के द्वारा नरेन्æ मोदी का नाम निशिचत किया जाना भारत के विकास के लिए शुभ संकेत है । ओम प्रकाश पाण्डेय पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री पद पर नरेन्æ मोदी को आसीन करने के लिए नव युवको मे एक नया जोश पैदा हुआ है और आज आम आदमी मोदी के कार्यो का गुणगान कर रहा है ।
काशी क्षेत्र के प्रभारी रामचन्æ मिश्र ने कहा कि संसदीय कार्यसमिति द्वारा लोक सभा चुनाव का प्रभारी नियुä किये जाने बाद से ही भाजपा कार्यकर्ताओं में नर्इ उर्जा एवं उत्साह पैदा हो गया है । जो आज प्रधानमंत्री पद के रुप मे देखा जाना स्वाभाविक है । बैठक में विजय सिंह, विजय त्रिपाठी, हनुमान सिंह, भावना सिंह, विनय मिश्रा, जगजीत सिंह छन्गू, राजन चौधरी, अजर्ुन सिंह, ओम प्रकाश मिश्र, दिनेश चौरसिया, बृजभूषण, अशोक यादव आदि सैकडो कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
Posted on 14 September 2013 by admin
सुलतानपुर ƒ… सितम्बर । बाबूसिंह कुशवाहा के निर्देशानुसार पूरे उत्त्तर प्रदेश का भ्रमण जन अधिकार संदेश यात्रा के रुप में वासुदेव मौर्य प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व मे किया जा रहा है । जौनपुर से होते हुए यह रथ यात्रा लोहरामउâ मे दोपहर दो बजे बेंचूपाल के नेतृत्व मे आर्इ.पी.कुशवाहा का स्वागत किया गया । स्वागत में मुख्य रुप से डाå श्यामलाल मौर्य, छेदीलाल, राजेश कुमार, राम पियारे, अमित मौर्य, आशीर्ष मौर्य, सुरेश कुमार मौर्य आदि सैकडो लोग मौजूद रहे ।
यात्रा का उददेश्य बताते हुए जन अधिकार मंच के राकेश मौर्य ने कहा कि बाबूसिंह कुशवाहा के प्रदेश के अति दलितो एवं अति पिछडो में बढती लोक प्रियता को रोकने के लिए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने षडयन्त्र के तहत कांग्रेस से सांठ गांठ कर उन्हे एन.आर.एच.एम. घोटाले मे फंसा कर सी.बी.आर्इ. के माध्यम से अवैधानिक तरीके से जेल भिजवाने का कार्य किया है । अब सम्पूर्ण उåप्रå मे जन अधिकार संदेश यात्रा के माध्यम से बहुजन समाज पार्टी की पिछडे वर्गो की नेताओं के प्रति गन्दी मानसिकता को उजागर कर लोक सभा चुनावो में मायावती को शून्य पर लाने के साथ साथ कांग्रेस पार्टी को भी सबक सिखाया जायेगा।
जन अधिकार मंच के प्रदेश अध्यक्ष माननीय बासुदेव मौर्य ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलो मे जिला इकार्इयों के द्वारा जन अधिकार संदेश यात्रा को अपार जन समर्थन प्राप्त हो रहा है । जगह जगह सभी धर्म जाति और वर्ग के लोगो द्वारा भव्य स्वागत एवं नुक्कड सभायें आयोजित किया जा रहा है । वर्तमान राजनैतिक परि–ष्य मे कांग्रेस पार्टी बहुजन समाज पार्टी जैसे अवसर वादी एवं शासन सत्त्ता का दुरुपयोग करने वाले राजनैतिक दलो के साथ मिलकर लोक तांत्रिक प्रणाली का गला घोटने का काम कर रहे है । ऐसे मे लोहिया के समाजवादी विचार की आधारशिला पर निर्मित समाजवादी पार्टी की जनहितकारी नीतियों से प्रभावित होकर जन अधिकार मंच आगामी लोकसभा चुनाव „僆 में समाजवादी पार्टी का समर्थन करेगा ।
Posted on 14 September 2013 by admin
सुलतानपुर ƒ… सितम्बर । छात्र संगठन एस.एफ.आर्इ. ने के.एन.आर्इ.एम.टी. के सामने हुर्इ एम.वी.ए. की छात्रा पूनम सिंह की दुर्घटना में दर्दनाक मौत पर शोक व्यä किया और इतनी बडी घटना होने के बावजूद प्रशासन दो घंटो तक घटना स्थल को देखना तक उचित नही समझा जो अति शर्मनाक घटना है । छात्र संगठन प्रशासन की इस शून्यता और संवेदन हीनता की कडे शब्दो मे निन्दा करती है ।
छात्रो के द्वारा सूचना देने पर घटना स्थल पर छात्र संगठन का प्रतिनिधि मण्डल घटना स्थल पर तत्काल पहुंचा जहां प्रशासनिक तबके का कोर्इ भी अधिकारी मौजूद नही था । जिलाध्यक्ष विवेक विव्रâम सिंह ने कहा कि छात्रा पूनम सिंह की दुर्घटना मे हुर्इ मौत के.एन.आर्इ.एम.टी. की पहली घटना नही है । कालेज कैम्पस हाइवे पर सिथत है लेकिन कालेज के समाने स्पीड ब्रेकर की व्यवस्था नही है द्वारिकागंज पुलिस चौकी पर घटना की जानकारी देने के बावजूद वहां से मदद के लिए कोर्इ नही आया लगभग दो घंटे बाद पुलिस प्र्रशासन पहुच कर आंदोलित छात्रो के उâपर ही धौस जताना शुरु कर दिया । मृत छात्रा की लाश को वहां से ले जाने के लिए एम्बुलेंंस की व्यवस्था देने मे प्रशासन पूरी तरह से फेल रहा ।