अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री आलोक रंजन ने उ0प्र0 में निवेशकों की शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के लिए ‘ब्वउचसंपदज त्मकतमेेंस डमबींदपेउ (शिकायत निवारण व्यवस्था) शीघ्र प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया और निर्देश दिया है कि निवेश मित्र माहौल बनाने के लिए रियल सिंगल विण्डो सिस्टम तैयार किया जाय ताकि उधोग लगाने हेतु इच्छुक उधमी को एक ही स्थान पर समस्त आवश्यक सुविधाएं प्राप्त हो सकें। श्री रंजन आज सचिवालय-एनेक्सी सिथत अपने कार्यालय कक्ष में उधोग बन्धु विभाग के क्रियाकलाप की समीक्षा एवं भावी रणनीति पर विचार-विमर्श कर रहे थे। उन्होने कहा कि राज्य में पूंजी निवेश करने वालों की सभी समस्याओं की एक ही जगह पर सुनवार्इ होगी, उसको कठिनाइयों से रूबरू नहीं होने दिया जायेगा और पूंजी निवेशकों को यह महसूस होगा कि निवेश के लिए उत्तर प्रदेश से बेहतर अन्य कोर्इ स्थान नहीं है।
अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री रंजन ने बताया कि रियल सिंगल विण्डो सिस्टम व्यवस्था के लागू होने से पीडि़त उधमी अपनी शिकायत को उधोग बन्धु की वेबसाइट पर आनलाइन दर्ज कर सकेगा और अपनी शिकायत सम्बन्धी पावती (टोकन नम्बर) उसे तुरन्त उपलब्ध हो जायेगा। तदुपरान्त उसके द्वारा दर्ज की गर्इ शिकायत को अविलम्ब त्वरित कार्यवाही हेतु सम्बनिधत विभाग को भेज दिया जायेगा। उन्होने यह जानकारी दी कि उधमी द्वारा दर्ज की गर्इ शिकायत पर क्या कार्यवाही हो रही है, उसकी अधतन सिथति के सम्बन्ध में वह किसी भी समय उधोग बन्धु की वेबसाइट पर जानकारी प्राप्त कर सकेगा।
समीक्षा बैठक में उधोग बन्धु द्वारा प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि निवेश मित्र के माध्यम से अक्टूबर 2011 से 09 सितम्बर 2013 के मध्य कुल प्राप्त आवेदन 30006 के सापेक्ष अब तक 25374 (85 प्रतिशत) आवेदन पत्र निस्तारित किए गये हैं। निवेशकों द्वारा दर्ज शिकायत संबंधी आवेदन पत्र में यदि कोर्इ त्रुटि पार्इ जाती है, तो पुन: संशोधन हेतु वापस भेजे गये आवेदन पत्रों की संख्या 4232 (14.1 प्रतिशत) है। शेष 1 प्रतिशत आवेदन विचाराधीन हैं।
श्री आलोक रंजन द्वारा उधमियों को प्रोत्साहन एवं सुविधाएं प्रदान किए जाने हेतु एक नया वेब पोर्टल श्न्जजंत च्तंकमेी प्दअमेजवत प्दवितउंजपवद ैलेजमउश् तैयार किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अन्तर्गत प्रदेश में उधोग स्थापित करने हेतु वांछित सूचना संग्रहीत कर, इस वेब पोर्टल पर प्रकाशित की जायेगी। श्री रंजन द्वारा विस्तृत ‘डिसिट्रक्ट-प्रोफाइल हेतु प्रथम चरण में कुल 12 जनपदों (गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, मुजफ़्फरनगर, बुलन्दशहर, बरेली, लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपु, वाराणसी एवं आगरा ) को समिमलित किए जाने का निर्णय लिया गया।
प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औधोगिक विकास, डा. सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि ‘निवेश मित्र व्यवस्था के माध्यम से समस्त कार्यवाही को आनलाइन करने की कार्यवार्इ चल रही है। ज्ञात हो कि अभी इस प्रणाली के तहत उधमियों के आवेदन-पत्रों को आनलाइन प्राप्त करने के बाद संबंधित विभागों को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जाता है, किन्तु उधमी अभी सीधे विभागों को भी आवेदन कर रहे हैं तथा स्वीÑतियाँ व अनापत्तियाँ आनलाइन प्रदान करने की सुविधा नहीं है।
बैठक में प्रमुख सचिव औधोगिक विकास श्री एस0पी0 सिंह, पिकप एवं उधोग बन्घु के अधिकारीगण उपसिथत थे।