Posted on 26 July 2013 by admin
- लार्वा भक्षी मछली पालकर क्यूलेक्स ट्राइटेनियोरिंकस (मच्छर) की करें रोकथाम
- मुख्यालय के अधिकारी भी समस्याग्रस्त क्षेत्रों में जायंे-पशुधन मंत्री
लखनऊ, दिनांक 25 जुलाई, 2013
प्रदेश के पशुधन एवं लघु सिंचाई मंत्री श्री राज किशोर सिंह ने मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग के अधिकारियों को विशेष सावधानियाँ बरतने के लिए लोगों को जागरुक करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के 20 जिलों मंे सूकर विकास को प्रतिबन्धित कर दिया गया है, जिससे इन जनपदों में जापानी इन्सेफंलाइटिस बीमारी को होने से रोका जा सके।
श्री सिंह ने आज यहां विभागीय बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सूकर पालकों को जापानी इन्सेफेलाइटिस बीमारी की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें सलाह दी गयी है कि वे सूकर बाड़ों की नियमित साफ-सफाई रखें। बाड़ों के पास पानी का जल-भराव न होने दें। सूकर मलमूत्र को इकट्ठा न होने दें। सूकर बाड़ों की खिड़कियों में मच्छर जाली का प्रयोग करें तथा नाली के किनारे चूना भी डालें।
पशुधन मंत्री ने इस बीमारी के वाहक क्यूलेक्स मच्छर की रोकथाम के लिए मत्स्य विभाग के अधिकारियों को लार्वा भक्षी मछली (गप्पीज) को तालाबों में पालने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह विषाणु जनित बीमारी-सुअर, बतख, चमगादड़ के माध्यम से क्यूलेक्स मच्छर द्वारा मनुष्य में फैलती है तो वह जानलेवा साबित होगी। उन्हांेने लोगों से अपील की है कि मानसून के दौरान वे गहरे ट्यूबवेल का पानी पियें, जिससे ए0ई0एस0 (।बनजम म्दबमचींसपजपे ेलदकतवउम) से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि यह बीमारी मुख्य रूप से जुलाई से अगस्त महीने के दौरान पूर्वांचल में पनपती है। अतः इन महीनों में साफ-सफाई के साथ विशेष सावधानियाँ बरतने की आवश्यकता है।
विभागीय मंत्री ने मुख्यालय के अधिकारियों को भी समस्याग्रस्त इलाकों में जाकर जापानी इन्सेफलाइटिस बीमारी को होने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
लखनऊ, दिनांक 25 जुलाई, 2013
मूक बधिर एवं मानसिक रूप से मंदित बच्चों की क्ले माडलिंग की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज यहाँ राज्य संग्रहालय में किया गया। इस कार्यशाला में अलीगंज के चेतना मानसिक मंदिर एवं वाणीप्रदा स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला में प्रतिभागी मूक-बधिर एवं मानसिक रूप से मंदित विद्यार्थियों ने मिट्टी से पशु-पक्षियों आदि की कलाकृतियाँ बनायीं।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती प्रीति चैधरी तथा निदेशक, राज्य संग्रहालय, डाॅ0 ए0के0 पाण्डेय द्वारा पुरस्कारों का वितरण किया गया। कार्यक्रम मंे डाॅ0 एस0एन0 उपाध्याय, डाॅ0 चन्द्रमोहन वर्मा, श्रीमती माधुरी कीर्ति, श्रीमती अनीता चैरसिया, शारदा त्रिपाठी, अजय प्रजापति आदि ने सहयोग प्रदान किया तथा संचालन सहायक निदेशक रेनू दुबे ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
- जिला उद्यान अधिकारी/उद्यान निरीक्षक पान उत्पादन योजना से किसानों को लाभांवित करें -पारस नाथ यादव
- पान विकास कार्यक्रम के लिए 4.46 करोड़ रूपये स्वीकृत
लखनऊ, दिनांक 25 जुलाई, 2013
प्र्रदेश के 21 जनपदों में गुणवत्तायुक्त पान उत्पादन प्रोत्साहन योजना क्रियान्वित है। चालू वित्तीय वर्ष में इसकी व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने के लिए योजनान्तर्गत कृषकों के निजल प्रक्षेत्रों पर 1500 वर्ग मी0 क्षेत्रफल में प्रति बरेजा निर्माण पर लागत धनराशि का 1,51,360 रुपये के सापेक्ष 50 प्रतिशत अधिकतम 75,680 रुपये का अनुदान देय है। प्रदेश में गुणवत्तायुक्त पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए पान विकास कार्यक्रम के लिए 4.46 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं।
प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री पारस नाथ यादव ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों के पास स्वयं की भूमि हो, सिंचाई के साधन हों, पान की ख्ेाती में रुचि रखतें हांे तथा कृषक अंश वहन करने में सक्षम हांे, वे निर्धारित प्रारुप पर आवेदन पत्र के साथ शपथ पत्र, खसरा-खतौनी उपलब्ध कराते हुए योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उद्यान निरीक्षक/जिला उद्यान अधिकारी से सम्र्पक कर सकते हैं।
श्री यादव ने बताया कि कृषकों को पान से संबंधित शोध कार्य, प्रशिक्षण, उत्पादन की आधुनिक तकनीक, बरेजा निर्माण की तकनीक, कटिंग, उपचार, सिंचाई व्यवस्था, खाद-उर्वरकों के उपयोग, तुड़ाई विधि, पैकिंग एवं ग्रेडिंग, रोग कीट प्रबंधन के साथ-साथ बाजार-बिक्री एवं अन्य जानकारी पान शोध केन्द्र, महोबा पर दी जाती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री बेनी प्रसाद वर्मा को उत्तराखंड में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत कार्य के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच करोड़ रूपए का चैक प्रदान किया। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों एनएमडीसीए सेलए आरआईएनएल और एमओआईएल ने क्रमशरू 2ण्5 करोड़ रूपएए एक करोड़ रूपएए 0ण्75 करोड़ रूपए और 0ण्75करोड़ रूपए का योगदान दिया। इसके अतिरिक्त इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत एक अन्य उपक्रम केआईओसीएल ने कुल 50 लाख रूपए का योगदान दियाए जिसमें केआईओसीएल के कर्मचारियों के एक दिन का वेतन ;24 लाख रूपएद्ध और उसके अपने कोष से राशि ;26लाख रूपएद्ध शामिल है। इस्पात मंत्री ने इस आपदा में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे मुश्किल समय में पूरा देश तथा विशेषकर इस्पात मंत्रालय उत्तराखंड के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि वे बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए अपना समर्थन और सहयोग जारी रखेंगे। इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री डीण् आरण् एसण् चौधरीए मंत्रालय के संयुक्त सचिव और इस मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सीएमडी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
बाढ़ प्रभावित जिलो का दौरा करके लौटे भा0ज0पा0 किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय पाल सिंह तोमर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ के कारण आम किसान के जन.जीवन प्रभावित होने के लिए प्रदेश सरकार पूर्ण रुप से जिम्मेदार है। प्रदेश अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि उ0प्र0 के 1000 से अधिक गाॅव बाढ़ से प्रभावित है। और सरकार की ओर से पशुओं के आवास की टीके कीए चारे कीए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था सरकार ने नही की है। किसान अपने आप को बाढ़ से बचाने के लिए जब अपने परिवार एवं पशुओं के साथ जब सड़क पर आ रहे हैए तो सरकार उन विस्थापितो के साथ में अपराधियो जैसा सलूक कर रही है श्री तोमर ने कहा कि.सरकार ने बाढ़ आपदा के लिए पूर्व में कोई ठोस जमीनी काम नही किया और पहली बैठक भी विलम्ब से 13 जून को हुई ए इसके साथ ही सरकार ने बाढ़ के लिए 3280 लाख रु0 का प्रावधान किया जिसमें से अभी तक केवल 20 प्रतिशत ही जारी कियाए जिनका भी लाभ नीचे तक नही पहुचा सरकार को चाहिए था कि समय पूर्व बाढ़ के प्रभाव को रोकने के लिए समुचित व्यपस्था करनी चाहिए थीए लेकिन सरकार की लापरवाही चरम पर है। श्री तोमर ने सरकार से मांग कीए कि सरकार बाढ़ प्रभावित किसानों को 20ए000रु0 प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देए तथा सभी प्रकार की वसूली तत्काल रोके और शिक्षा स्वास्थ एवं पशुओं के देख.भाल की समुचित व्यवस्था करे उनके चाराए टीका आदि की व्यवस्थ करें। प्रदेश अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि.बाढ़ प्रभावित गन्ना किसानो का बकाया करीब 3600 करोड़ रुपया भुगतान अविलम्ब व्याज सहित किया जाय क्योकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गन्ने की अगली फसल भी चैपट हो गयी है। श्री तोमर ने सरकार को धान खरीद की समुचित व्यवस्था अविलम्ब करने का ध्यान दिलाया तथा साथ
ही सरकार से 100 रु0 प्रति कुन्तल बोनस घोषित करने की मांग की ए साथ ही श्री तोमर ने कहा कि . बाढ़ से लगभग 200 किसान मरे है इनको आश्रितो को 10 लाख रु0 प्रति व्यक्ति मुआवजा दिया जाये। भा0ज0पा0 किसान मोर्चा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानो की लड़ाई दृ लड़ने के लिए 31 जुलाई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करके ज्ञापन देगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य “छोटे लोहिया“ स्व0 जनेश्वर मिश्र जी की जंयती 5 अगस्त,2013 को समस्त जिला मुख्यालय पर मनाने का निश्चय किया गया है। स्व0 जनेश्वर मिश्र के जन्मदिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में जिले के सभी पदाधिकारियों/ कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
समस्त जिला/महानगर अध्यक्षों से अनुरोध किया गया है कि किसी उपयुक्त स्थान पर जन्मदिवस का आयोजन करें। इस अवसर पर स्व0 जनेश्वर मिश्र के कृत्यों तथा विचारों को याद किया जाना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 July 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती की उलटबांसियां इन दिनों जनता का खूब मनोरंजन कर रही है। अपने कार्यकाल में वे कभी दलित गरीबों से तो क्या बसपा के मंत्री विधायकों तक से नहीं मिलीं। आज वे अपने कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने का उपदेश दे रही हैं। कांग्रेस और भाजपा पर धन्नासेठों के साथ होने का आरोप मढ़ रही है जबकि सब जानते है कि वे विधान सभा और लोकसभा के टिकट बेचती हैं। समाजवादी पार्टी के प्रति उनका वैरभाव विधानसभा चुनावों में सत्ता गंवाने के बाद और ज्यादा बढ़ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री की भाजपा और कांग्रेस से शिकायत है कि उनसे गरीबों दलितों का भला नहीं हुआ। लेकिन इसमें वे अपनी साझीदारी से कैसे इंकार कर सकती हैं जबकि वे इन्हीं के सहारे सत्ता सुख उठाती रही हैं। भाजपा के साथ उनका भाई-बहन का रिश्ता कई बार चला। कांग्रेस तो बराबर उनके पिछले पांच साल के भ्रष्टाचार, अराजकता और लूट पर चुप्पी साधकर संरक्षण देती रही। केन्द्र सरकार ने गरीबों का भला करनेवाली योजनाओं के मद में जो धन दिया उसे बसपा ने घोटाला कर हजम कर लिया।
समाजवादी पार्टी सरकार के राज में कानून व्यवस्था का रोना तो वे अपनी सरकार गंवाने के पहले दिन से ही रो रही हैं। कई बार तो वे अपने समय के अपराधिक रिकार्ड ही ज्यों का त्येां पढ़ जाती हैं। बसपाराज में आधा दर्जन मंत्री, विधायक वसूली, लूट और बलात्कार के आरोपों में जेल में बंद हुए थे। आज भी उनका यह चरित्र बदला नहीं है। मेरठ जनपद में बसपा नेता पर अपने साथियों के साथ मिलकर बारहवीं क्लास की छात्रा से गैंगरेप का मामला सामने आया है। मायाराज में शीलू काण्ड हुआ जिसमें 17 वर्षीया किशोरी के साथ बसपा विधायक ने बलात्कार किया था, निघासन थाने में एक बच्ची को बलात्कार के बाद फांसी पर लटका दिया गया। वर्ष 2007, से 2011 तक बसपाराज में प्रतिदिन औसत 4 से 5 बलात्कार की घटनाएं हुई थीं। सच तो यह है कि बसपा गुण्डों अपराधियों और लुटेरों की जमात है। इन तथ्यों की जानकारी के बाद वे किस हैसियत से समाजवादी पार्टी के राज में कानून व्यवस्था पर उंगली उठा रही है?
प्रदेश का बच्चा-बच्चा यह जानता है कि बसपाराज में प्रदेश विकास के मामले में बुरी तरह पिछड़ गया था। बिजली-पानी-सड़क के काम ठप्प रहे। पत्थरों पर सरकारी धन लुटाया जाता रहा। गरीबों के घर उजाड़ कर धन्ना सेठों को सस्ती जमीनें दी गई। खुद मुख्यमंत्री ने हर निर्माण कार्य से मोटा कमीशन वसूलने में संकोच नहीं किया। किसान, कर्मचारी, व्यापारी, वकील सब उत्पीड़न के शिकार रहे। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को पंचायती चुनावों में भाग लेने से जबरन रोका गया और उन पर फर्जी मुकदमें लादे गए।
सुश्री मायावती को यह आत्म चिंतन करना चाहिए कि उन्हें जनता ने क्यों सजा दी और समाजवादी पाटी्र्र को क्यों सत्ता सिंहासन पर बिठा दिया? उन्होने प्रदेशवासियों को बर्बादी अपमान के अलावा और क्या दिया जबकि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने किसानों की कर्ज माफी, मुफ्त सिंचाई, कृषक आपदा बीमा राशि 5 लाख और कन्या विद्याधन, बेकारी भत्ता आदि की व्यवस्था की है। मुस्लिमों के कब्रिस्तानों की चहारदीवारी बन रही हैं। गरीबों और नौजवानों को रोजी रोटी के नए अवसर मिलने जा रहे है। सच तो यह है कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी गलतियों से सबक नहीं लिया और ऐसे ही अनर्गल तथा निराधार आरोप लगाती रहीं तो जनता उन्हें लोकसभा चुनावों में और भी कड़ा सबक सिखाने को तैयार बैठी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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