Archive | April 15th, 2013

बाजारों में बिक रहा बाल पुष्टाहार

Posted on 15 April 2013 by admin

लम्भुआ सुलतानपुर १५ अपै्रल । सरकार के बाल विकास पुष्टाहार मंत्रालय के संयोजन मे आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से नैनिहालो व गर्भवती महिलाओ के पोषण हेतु मिलने वाला पुष्टाहार बाजारो मे पशु आहार के रुप मे बेचा जा रहा है ।
सरकार के नैनिहालो व गर्भवती महिलाओ की सेहत सुधारने के लिए लाखो करोडो रुपये व्यय कर पुष्टाहार तैयार करवा कर ऑगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से वितरण कर रही है लेकिन लाख प्र्रयास के बावजूद भी पुष्टाहार ऑगनबाडी केन्द्रो मे इन सब के बीच न बंटकर बाजार मे पशुआहार के रुप मे आसानी से उपलब्ध है  जिसे लोग अपने मवेशियो का खिलाकर दुग्ध उत्पादन बढ़ा रहे है ।
कागजों मे आंगनबाडी केन्द्रो से लेकर प्रा० वि० तक पुष्टाहार वितरण का कार्य पूरी ईमानदारी व पारदर्शिता से होता है जब कि इससे ही हट कर सब कुछ हो रहा है  न तो बच्चो को रोस्टर के मुताबिक पुष्टाहार वितरित किया जा रहा है और न ही इन केन्द्रो पर उल्लिखित बच्चे उपस्थित होते है।
अगर केन्द्रो पर गुणवत्त्ता व पारदर्शिता के हिसाब से पुष्टाहार का वितरण किया जाता है तो क्या मवेशियो के लिए भी सरकार ने अलग से पुष्टाहार की व्यवस्था कर रखी है जो बाजारो मे पशुआहार के रुप मे सहजता से उपलब्ध है।
कस्बो व गॉवो मे गर्भवती महिलाओ व नैनिहालो हेतु अनुबन्धित बाल पुष्टाहार मवेशिवो के लिए १०० रुपये मे बेचा जा रहा है वही पर मवेशियो के लिए उपलब्ध पशु आहार व चूनी आदि को कीमत पुष्टाहार से कई गुना ज्यादा है जबकि कम दाम मे मिलने वाला पुष्टाहार पशु आहार से कई गुना ज्यादा फायदे मंद है इसीलिए मवेशी रखने वाले इन केन्द्रो के माध्यम से हर बार ज्यादा बोरी की मांग करते है जिसे केन्द्रो की संचालिकायें रुपये की चाहत मे नौनिहालो के मुख का निवाला छीन कर बेचने मे गुरेज नही करती है ।
वास्तव मे पुष्टाहार तो मवेशी खा रहे है और कागज मे बच्चो को खिलाया जा रहा है और कागज मे बच्चो को खिलाया जा रहा है क्षेत्र के कई गांवो के लोगो की शिकायत तो यहॉ तक है कि हमारे यहॉ तो कभी वितरण ही नही होता है। सम्बन्धित विभाग व आंगन बाडी केन्द्रो के मिली भगत से पुष्टाहार बाजारों मे पशु आहार के रुप में बिक रहा है ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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किक बक्सिंग प्रदर्शन

Posted on 15 April 2013 by admin

सुलतानपुर १५ अप्रैल  । सुलतानपुर किक बक्सिंग एसोशिएशन के तत्वाधान मे पंडित सोम प्रकाश पाठक संस्कार एकेडमी में किक बक्सिंग का प्रदर्शन किया गया ।
इस कार्यक्रम मे बच्चो को आत्मरक्षा के उददेश्य से फायर जंप, टाइगर जंप और फायर ब्र्रेकिंग आदि के गुण बताए गए जिला किक बक्सिंग के महासचिव नसीरुदीन ने कहा की इस प्रदर्शन में प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके खिलाडियों ने तरह तरह के प्रदर्शन किए जो आकर्षण का केन्द्र रहे ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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ट्रक की टक्कर से महिला की मौत

Posted on 15 April 2013 by admin

लम्भुआ सुलतानपुर १५ अप्रैल  । लम्भुआ थाना क्षेत्र के जइतपुर विडार निवासी श्याम कली पत्नी राजेन्द्र कुमार की ट्रक की चपेट आने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लम्भुआ थाना क्षेत्र के जइतपुर विडारा निवासी श्यामकली पत्नी राजेन्द्र कुमार सुबह घर से लम्भुआ ब्लाक रोड के पास दवा लेने जा रही थी रोड पार करते समय अचानक ट्रक सं० यू०पी०४४ टी १८१५ ने टक्कर मार दिया जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई । सूचना पर पहुची पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे मे लिया और शव का पंचनामा भर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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श्रद्धा एवं आस्था का केन्द्र बना लोहरामऊ देवी धाम ऽ आश्चर्यचकित करता हंै मार्बल पत्थर पर स्वयं उभरा मां भगवती का आकार ऽ हजारांे श्रद्धालु कर रहे हैं प्रतिदिन माॅं भगवती के दर्षन

Posted on 15 April 2013 by admin

edited-dscn2315 15 अप्रैल । सुलतानपुर जिला मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित लोहरामऊ देवी धाम का बना प्राचीन भव्य एवं विशाल मंदिर इन दिनों श्रद्धा एवं आस्था का केन्द्र बना हुआ है। मंदिर की ख्याति पहले से ही थी किन्तु मन्दिर के जीर्णीद्धार के समय दुर्गा माॅं की प्रतिमा के पीछे लगाने जाने वाले मार्बल पत्थर पर जो आकृति स्वयं उभर उठी लोग उसे देखकर आज भी आश्चर्यचकित रह रहते हैं। आकृति के उभार के बाद से इस धाम की ख्याति और बढ़ गयी। नवरात्रि में लाखों श्रद्धांलु मां के प्राचीन रूपों का दर्षन करने आते हैं और अपनी मन्नतों के पूरा होने पर हलुआ-पूड़ी चढ़ाते हैं।
उल्लेखनीय है कि माँ भगवती लोहरामऊ देवी का मंदिर सहस्त्रांे वर्ष पुराना है। इस स्थान पर मां भगवती का स्वयं प्रादुर्भाव हुआ हैं जिनके सम्मुख एक दूसरी प्रतिमा स्थापित व सुसज्जित हैं। इस स्थान पर पुराने जमाने से ही सावन महीने मे नागपंचमी और रक्षा बंधन के बीच पड़ने वाले शुक्रवार एंव सोमवार को मेला लगता रहा है। साल में दो बार पड़ने वाले नवरात्रि को भी लाखों श्रद्धालु दर्षन कर मां भगवती से मन्नते मागते हैं। इस मंदिर पर सन् 19७८ में पुजारी के तौर पर लोहरामऊ निवासी पं0 सरयू प्रसाद मिश्र आये। इसके उपरान्त इन्होंने सन् 19८३ में गर्भगृह मंदिर के जीर्णोद्धार की बात सोची। जिसके सहायक पं. लालता प्रसाद तिवारी धर्मदासपुर बने, तत्पश्चात अप्रैल 19८३ में गर्भ गृह मंदिर का जीर्णोद्धार सम्पन्न हुआ। वयोवृद्ध द्वय ने जनपद के तत्कालीन अपर जिलाधिकारी पं0 रमाकान्त द्विवेदी को उत्सव में आमंत्रित किया। जिसमें उन्होंने लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग से निकले मंदिर के रास्ते को पिच कराया। उत्साह बढ़ा विशाल बने गुम्बद व पूरे मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दोनो बुजुर्गो ने कमर कस ली। सन् 1991 मे स्वामी पीताम्बरदेव जी महराज हडि़या बाबा के कर कमलांे द्वारा जीर्णोद्धार का शिलान्यास किया गया। इसके बाद भक्तो की जागृति व सहयोग से मंदिर को एक विशाल रूप दिया गया जो प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा है। लोग अपनी मन्नतें पूरी होने पर यहां पूड़ी-लपसी (आटे का गीला हलुआ) चढ़ाते हैं। बच्चों के मुण्डन संस्कार भी होते हैं।
ज्ञात हो कि इस मां भगवती के पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार के समय ऐसी वास्तुकला पायी गयी। जिसमंे एक इंच भी लोहा नही लगा हुआ हुआ था और ईटे भी लगभग 10 किलो वजन की पाई गई तथा यज्ञ इत्यादि करने के लिए यज्ञ शाला की आवश्यकता थी। इसी बीच इस इच्छा को लिए पं0 लालता प्रसाद तिवारी बीमारी के कारण विस्तर पर पडे रहे और पुजारी सरयू प्रसाद मिश्र को बुलाया और कहा कि लगता है कि यह कार्य अधूरा रह जायेगा पुजारी ने आश्वासन दिया इसी बीच पं0 लालता प्रसाद का देहावसान हो गया। जिसके पश्चात सन् 1997 में ६०० वर्ग फीट की यज्ञ शाला का निर्माण हुआ तथा  गर्भगृह में एक भक्त ने मार्वल पत्थर लगाने का काम षुरू हुआ। पत्थर की सफाई के दौरान पुरानी मूर्ति के शीर्ष पर मार्बल पत्थर में ही मां भगवती का अद्भुद आकार स्वंय बन गया। लोगो ने आशंका जाहिर किया कि यह बनवाया गया है बिहारी कारीगर सुरेन्द्र यादव से भी लोगों ने पूछ-तांछ कि कहीं पुजारी ने तो नही बनवाया जिस पर उस कारीगर ने लोगो को बताया कि न ही बनवाया गया है और न मैने ही बनाया है यह मां भगवती की असीम कृपा है। इस चमत्कार को श्रद्धालु जगतजननी के स्वंय सिद्ध स्थान और प्रभाव का महत्व मानते हैं। ठीक इसी तरह पुजारी के बैठने के स्थान पर चार-चार चैको के संयोग से बनी हुई फर्श पर मृग चर्म का निशान आज भी दृष्टब्य है।
इसी बीच मंदिर के पुजारी रहे पं0 सरयू प्रसाद मिश्र का देहावसान हो गया। जिसके बाद उनके साथ रह रहे उनके पुत्र पं. राजेन्द्र प्रसाद मिश्र ने मंदिर को दायित्व संभाला। मंदिर के पुजारी पं. राजेन्द्र प्रसाद मिश्र ने बताया कि २६-२७ वर्ष की अवधि मे इस स्थल से तमाम तरह के चमत्कार होते रहे है जिनका उल्लेख करना सामान्य लोगो की दृष्टि में हास्यास्पद समझा जायेगा। इसके लिए सिर्फ मां भगवती की कृपा मान लेना ही श्रेयस्कर होगा। मंदिर के मुख्य द्वार पर स्थित कुंए के बारे में किवदंतियां है कि लोहरामऊ गांव उस दौरान किसी राजा के अधीन नहीं था। तत्कालीन भदैयां नरेश रुस्तम सिंह ने रात्रि में लोहरामऊ गावं पर धावा बोला। मां भगवती ने गांववासियो को स्वप्न में इसकी जानकारी दी। लोग विहवलता से उठे और बात को सत्य पाया। लोगो ने देखा कि एक स्त्री लड़ते हुए आगे-आगे जा रही है उस दौरान अचानक एक बवंडर सा आया और रुस्तम सिंह का सिर धड से अलग हो गया और स्त्री विलुप्त हो गयी। तब इस बात से दुःखी होकर भदैयां की रानी नाराज हो गयी और निश्चय किया कि इस गांव में कहीं पानी नही ग्रहण करुंगी। इसके उपरांत भदैयां रानी मां देवी की शरण में आयी और मन्दिर के सामने एक कुएं का निर्माण करवाया। जहां पर आकर वह अपने ही बनवाए हुए कुएं से जल को ग्रहण करती थी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है राष्ट्रीय महापुरूषों के नाम पर अपने स्वार्थ की रोटी सेंक रही बसपा अध्यक्षा की हकीकत अब दलित समाज भी जान चुका है।

Posted on 15 April 2013 by admin

14 अपै्रल, 2013 को बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर विवाद खड़े कर सुश्री मायावती ने साबित कर दिया है कि उनको इस महापुरूष के प्रति कोई श्रद्धा नहीं है बल्कि वह उनकी आड़ में अपनी राजनीति चमकाना चाहती थी। इसलिए बाबा साहेब के भक्तों ने भी बसपा अध्यक्ष को सबक दिया और बसपा रैली एक फ्लाप शो बनकर रह गई।
सुश्री मायावती ने अपने जमाने में प्रदेश को बदहाल और बदनाम बनाया। जनता के हर वर्ग का उत्पीड़न किया। महापुरूषों के स्मारकों के नाम पर भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी का काला धंधा चलाया।  बाबा साहेब जैसे महापुरूष के समकक्ष अपनी प्रतिमाएं लगवा दीं। तानाशाहों को छोड़कर किसी ने जीते जी अपनी प्रतिमाएं नहीं लगवाई हैं। पार्कों, स्मारकों के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई लूटने और लुटाने का खुला खेल चला।  अब बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री को दलित याद आ रहे हैं जबकि पूरे पांच साल के उनके कार्यकाल में दलित उनके आस पास भी नहीं फटक सकते थे। किसी दलित से वे उस अवधि में नहीं मिली। उनके कई मंत्री विधायक बलात्कार में संलिप्त रहे। थाने तक में अस्मत लूटी जाती रही। जिस किसी दलित महिला ने अपना दुखड़ा सुनाने की कोशिश की तो उसे जेल भिजवा दिया गया। बसपा राज में पूर्व मुख्यमंत्री का आदेष ही कानून था। उनके नाम पर चंदा वसूली का ऐसा आंतक था कि कइयों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ गया। विपक्ष के प्रति उनका रवैया विद्वेष पूर्ण था। समाजवादी पार्टी के एक लाख कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें लगा दिए गये थे। जातीयता के उन्माद के फलस्वरूप बसपा सरकार में सामाजिक सद्भाव बिगड़ गया था और कानून व्यवस्था तार-तार हो गई थी। उनके कई मंत्री, विधायक लूट, भ्रष्टाचार, अवैध कब्जे और अकूत संपत्ति बनाने के आरोपों  में जेल की हवा खा रहे हैं। अब भी बसपा के कई पूर्व मंत्री लोकायुक्त और सी0बी0आई जाॅच के घेरे में हैं और उन्हें भी जेल यात्रा करनी पड़ सकती है। बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री सत्ता से बाहर होने से बौखलाई हुई हैं। वे मतिभ्रम की शिकार हो गई हैं। उन्हें यह याद नहीं कि पहली बार मुुख्यमंत्री बनते ही श्री मुलायम सिंह यादव ने विधानसभा की सड़क का नाम डा0 अम्बेडकर मार्ग कर दिया था। अम्बेडकर योजना के तहत दलितों को राहत देने का काम हुआ था। दलितों और मुस्लिमों की शैक्षिक, आर्थिक तथा सामाजिक उन्नति के लिए समाजवादी पार्टी सरकार ने तमाम निर्णय लिए हैं। समाजवादी पार्टी डा0 अम्बेडकर और दूसरे दलित महापुरूषों को बसपा की तरह वोट बटोरने का माध्यम बनाने में विश्वास नहीं करती है, वह इन्हें श्रद्धेय मानती है। मायावती कभी इनके रास्ते पर चली नहीं क्योंकि बाबा साहब की शिक्षाओं को उन्होंने पढ़ा ही नहीं। बाबा साहब समता मूलक समाज के पक्षधर थे, जबकि सुश्री मायावती समाज को तोड़ने का काम करती रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जब कानून की बात करती है तो हंसी आती है। उन्होंने कभी कानून का सम्मान नहीं किया। वे कानून तोड़ने-फोड़ने का कोई इरादा भी न रखें। जनता ने उन्हें खुद तोड़ दिया है। अभद्र और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल वह हताशा और कुंठा की वजह से कर रही हैं। उन्हें अपनी जबान पर लगाम देना चाहिए। अब कभी उन्हें सत्ता में नहीं आना है और इसी भरोसे के साथ उन्हें जीना सीख लेना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जाम की झाम से शहरवासी परेशान

Posted on 15 April 2013 by admin

हरदोई शहर इन दिनों जाम की झाम से कराह रहा है। शहर के सबसे व्यस्तम चैराहा नुमाइश चैराहा, सिनेमा चैराहा, बड़ा चैराहा या फिर सोल्जर बोर्ड चैराहा हो हर तरफ जाम ही जाम देखी जा सकती है। शहर मंे चल रहे आटो रिक्शा आए दिन जाम की एक बड़ी समस्या बन रहे है। अभी कुछ दिनांे पहले सिटी मजिस्टेªट के द्वारा अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया था। जिससे सड़के काफी चैड़ी लगने लगी थी। आपको बता दें कि शहर ही नहीं शहर के विभिन्न कस्बों में भी जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। शाहाबाद, पिहानी, बेनीगंज, माधौगंज, आदि कस्बों मंे जाम की समस्या से लोगों को परेशान होना पड़ता है। लोगों का कहना है कि शहर के मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों के आने-जाने के कारण जाम जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिससे कई घंटे जाम में लोग फंसे रहते है। इस सम्बन्ध में जब सिटी मजिस्टेªट से बात की गई तो उन्होने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मंदिरों में दिन भर गंूजते रहे माॅ के जयकारे

Posted on 15 April 2013 by admin

हरदोई इन दिनों नवरात्रि का त्योहार चल रहा है। शहर के सभी मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तातंा लगा रहता है और भजन, कीर्तन आदि होते रहते है। जिससे वातावरण में माॅ के मंत्रों से गंूजायमान रहता है। शहर के प्रमुख मंदिरो में श्रणण देवी मंदिर, बाबा मंदिर, रामजानकी मंदिर, बाबा तुरन्तनाथ मंदिर, आदि मंदिरों में दिनभर भक्तगणों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है और हर कोई माॅ से अपने मनौती पूर्ण होने के लिए मन्नते मांग रहा है। जिसके चलते मंदिर में प्रतिदिन जागरण, कीर्तन, हवन, आदि हो रहे है। बताते है कि इन दिनों माॅ का नाम लेने से सारी बाधाएं दूर हो जाती है और माॅ की पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते है। इसलिए नवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गर्मी की दस्तक पारा 28 डिग्री तक पहुंचा

Posted on 15 April 2013 by admin

हरदोई जनपद में गर्मी की आमद प्रारम्भ होने से दिन का तापमान 28 डिग्री न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। घरों से लेकर कार्यालयों तक पंखे चलने लगे। गर्मी की आमद आते ही गर्मी के मौसम वाले फल, ठण्डे पेय पदार्थ, और साथ ही बीमारियां भी अपने पांच पसार रही है। अब आपको बताते चलें कि गर्मी बढ़ने के साथ-साथ बाजार में गर्मी से निजात दिलाने के लिए ठण्डे फल, पेय पदार्थो की बिक्री अधिक बढ़ जाती है।  जिला अस्पताल में इन दिनों गर्मी के चलते मरीजों की संख्या में बढोत्तरी देखने को मिल रही है। मौसम विशेषज्ञ राजकीय इंटर कालेज के वेदषाला प्रभारी जयशकर मिश्र के अनुसार जल्द ही तापमान मंे और बढोत्तरी होना सम्भव है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गन्ना किसानों का भुगतान न हो पाने से किसान परेशान

Posted on 15 April 2013 by admin

हरदोई के गन्ना किसानों एवं मिल मालिकों के  बीच भुगतान को लेकर गन्ना किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। यह बात कोई नहीं है हर साल गन्ना किसान हजारो हेक्टयर गन्ना करता है और मिल प्रशासन उनको गन्ना करने के लिए प्रेरित भी करता है साथ ही खाद, बीज, पानी आदि की सुविधा भी उपलब्ध करवाता है लेकिन जब समय गन्ना भुगतान का होता है उस समय मिल प्रशासन किसानों को समय से भुगतान नहीं करते जिससे गन्ना किसान परेशान होता है और बिचैलियों के हांथों अपना गन्ना बेचने को मजबूर होता है। हरियावां शुगर मिल में गन्ना किसान काफी परेशान है क्योंकि भुगतान सिर्फ उन्हीं का हो पा रहा है जो पहुंच रखते है और या फिर जिनकी अन्दर से सेटिंग है। मिल प्रशासन की इस कार्य शैली से किसान बहुत आहत है और अगली बार गन्ना न करने का शपथ भी ले चुका है। क्योंकि गन्ना करने में बड़ी मेहनत लगती है और जब गन्ना मिल प्रशासन को बेचा जाता है तो उसको उस समय पैसा नही मिल पाता और भुगतान बाद में किया जाता है जिसके लिए किसानों को मिल प्रशासन के चक्कर काटने पड़ते है और तब जाकर कुछ गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान मिलता है तो कुछ को नहीं। मिल प्रशासन की इस कार्यशैली से किसानों में रोष है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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वारदातों से बचने के लिए पुलिस ने गांवों में प्रधान, चैकीदारों कों दिए दिशा-निर्देश

Posted on 15 April 2013 by admin

हरदोई में इन दिनों लूट, चोरी, राहजनी से हरदोई जिला धर्राया हुआ है। मानों इन वारदातों की बाढ़ सी आ गई है। पुलिस प्रशासन ने लूट, चोरी जैसी घटनाओं से बचने के लिए गावों के प्रधानों, चैकीदारों और शस्त्र लाइसेन्स धारकों से अपील की है कि वह रात में गश्त कर चोरी की वारदातों से पुलिस को अवगत कराएगें। एएसपी ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वह हर गावों में प्रधान, चैकीदार और शस्त्र धारकों की एक बैठक बुलाकर क्राइम को कंट्रोल करने में पुलिस की मदद करें। पिहानी मंे हुई एक बैठक में थानाध्यक्ष विजय यादव ने कहा कि गावों में अगर कोई संदिग्ध व्यति दिखे तो इसकी सूचना तुरन्त पुलिस को दें हो सकता है कि वह आपके गांव में घूमकर चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए रणनीति बना रहा हो। बीते कई दिनों से कई गावों में चोरी, लूट की बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया था। जिसका पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है। इसलिए एएसपी ने सभी थानाध्यक्षों को दिशा निर्देश देकर चोरी, लूट की घटनाआंे पर अंकुश लगाने को कहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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