Posted on 11 December 2012 by admin
उत्तर प्रदेश के होमगाड्र्स संगठन द्वारा 6 दिसम्बर, 2012 को अपनी स्थापना के स्वर्णजयन्ती वर्ष में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में यहां स्थित होमगाड्र्स मुख्यालय पर आगामी 11 दिसम्बर को रैतिक परेड का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव इस परेड की सलामी लेंगे।
यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमाडेण्ट जनरल श्री शरत चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि इस अवसर पर आज से एक चार दिवसीय होमगाड्र्स कल्याण प्रदर्शनी लगायी जा रही है। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश होमगाड्र्स का प्रादुर्भाव 1962 में चीन द्वारा भारत पर किये गये आक्रमण की पृष्ठभूमि में हुआ था। इस वर्ष संगठन ने अपने 50 गौरवमय वर्ष पूर्ण कर रहा है। होमगाड्र्स विभाग एक स्वयंसेवी संगठन है जिसका आधार ‘‘निष्काम सेवा’’ है तथा आपातकालीन परिस्थितियों हेतु समाज के नवयुवकों को इस संगठन का सदस्य बना कर उन्हें आपातकालीन स्थितियों में आम जन की सहायता के लिए प्रशिक्षित कर तैयार करना इसका प्रमुख दायित्व है।
उत्तर प्रदेश होमगाड्र्स संगठन हेतु कुल 1,18,348 होमगाड्र्स स्वयंसेवक भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किये गये हैं, जो 1151 कंपनियों तथा 60 स्वतंत्र महिला प्लाटूनों, के अन्तर्गत समायोजित हैं। विभाग का प्रशासनिक नियंत्रण राज्य स्तर पर कमान्डेंट जनरल, होमगाड्र्स, जो पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी हैं, के अधीन होता है। जनपद स्तर पर होमगाड्र्स का प्रशासन जिलाधिकारी के नियंत्रण में जिला कमाण्डेंट, होमगाड्र्स द्वारा देखा जाता है। इनकी आवश्यकता व उपयोगिता का आकलन इससे भी लगाया जा सकता है कि वर्तमान में पूरे प्रदेश में लगभग 60,000 होमगाड्र्स स्वयंसेवक प्रतिदिवस सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की विभिन्न ड्यूटियों में नियुक्त रह कर शान्ति व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस बलों के साथ प्रतिस्थापित रहते हैं। वर्ष 2010 में सम्पन्न ग्राम पंचायत चुनाव के सभी चरणों में लगभग 92,000 स्वयंसेवक नियुक्त किये गये। हाल ही में सम्पन्न विधान सभा चुनाव, 2012 के सातों चरणों में शासन के निर्देश पर लगभग 35,000 होमगाड्र्स स्वयंसेवकों द्वारा प्रत्येक चरण में नियुक्त रहते हुए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया गया।
इस विभाग का गौरवमय इतिहास है। वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध के समय सीमा प्रहरी के रूप में 5 बटालियन बांग्लादेश भेजी गयी थीं। पंजाब, मध्यप्रदेश, तमिलनाडू, दिल्ली एवं उत्तराखण्ड राज्य में निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता पर उत्तर प्रदेश के स्वयंसेवक भारी संख्या में भेजे गये जहां इनके उत्कृष्ट कार्यों के परिणामस्वरूप इन राज्यों ने इनकी प्रसंशा भी की। यह संगठन वर्तमान में किसी भी चुनौती का सामना करने हेतु सक्षम है। कर्तव्य की बलिवेदी पर इस संगठन के लगभग 1044 होमगाड्र्स स्वयंसेवकों ने अपने प्राणों की आहुति देकर कर्तव्य परायणता का अनुकरणीय उदाहरण दिया है। अब तक इस संगठन के 118 अवैतनिक एवं वैतनिक अधिकारियों/कर्मचारियों व स्वयंसेवकों को विशिष्ट एवं सराहनीय सेवाओं के लिए ‘‘राष्ट्रपति का गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा पदक’’ दिया जा चुका है।
इस संगठन ने अखिल भारतीय होमगाड्र्स खेलकूद एवं व्यावसायिक प्रतियोगिताओं में भी 8 बार प्रथम व 3 बार द्वितीय स्थान प्राप्त कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वर्तमान में शान्ति व्यवस्था ड्यूटियों पर नियोजित होने वाले होमगाड्र्स स्वयंसेवकों को ड्यूटी भत्ते के रूप में 160 रु0 प्रतिदिवस तथा सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में नियोजित होने वाले होमगाड्र्स स्वयंसेवकों को 170 रु0 प्रतिदिवस की दर से भुगतान किया जाता है। होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के ड्यूटी भत्ते में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर बढ़ोत्तरी की जाती रही है तथा वर्तमान में भी सरकार द्वारा उनके ड्यूटी भत्तों में वृद्धि किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के कल्याण के लिए 2 करोड़ रु0 की धनराशि से कल्याण कोष की स्थापना की गयी है जिस पर प्राप्त होने वाले ब्याज से स्वयंसेवकों व उनके आश्रितों को आर्थिक लाभ दिया जाता है। ड्यूटियों के दौरान दुर्घटना में मृत्य होने या स्थायी रूप से अपंग हो जाने पर दुर्घटना बीमा के माध्यम से 3 लाख रु0 प्रति परिवार की दर से भुगतान किया जाता है। होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के कल्याण के लिए अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 December 2012 by admin
प्रदेश के मौनपालक किसानों को मधु उत्पादन को बढ़ाने हेतु सलाह दी जाती है कि वे मौमी पतिंगे की गिडारों से रोकथाम तथा मौनवंशों में किसी भी प्रकार की बीमारी सम्बन्धी विभिन्न तकनीकी जानकारी मौन विशेषज्ञ (मुख्यालय)/संयुक्त निदेशक (उद्यान) से सम्पर्क करके प्राप्त कर उसे दूर करें। साथ ही माइट/गिडारांे के प्रकोप से मौनवंशों को बचाने हेतु दिसम्बर व जनवरी माह में विशेष उपाय करें।
यह सुझाव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशक श्री ओम नारायण सिंह ने दिया है। उन्होंने सलाह दी कि मौनवंशों को सुदृढ़/सशक्त बनायें तथा मौनगृहों की दरारों को बंद रखें। मौनपालक खाली छत्तों को मौनगृहों से निकाल कर पाॅलीथीन में ढक कर रखें तथा खाली छत्तों को हवारोधी ड्रम में रखकर ईडीसीटी मिश्रण से धूमित करें। उन्होंने बताया कि मौनपालक वैसीलिस थ्यूरिनजेंसिस (बीटी पाउडर) की 0.5 ग्राम दवा प्रति फ्रेम की दर से 1 लीटर पानी में घोलकर छत्तों पर छिड़काव करें तथा प्रभावित छत्तों को धूप में रख कर गिडारों को हाथ से मारंेे।
श्री सिंह ने कहा कि मौनवंशों को परजीवी अष्टपदी माइट के प्रकोप से बचाव हेतु विशेष सावधानियां बरतें। बैरोवा एवं ट्रोपीलीलेप्स क्लेरी माइट मौनवंशों के लारवा, प्यूपा एवं वयस्क मौनों के शरीर से खून को चूसते हैं, जिससे लारवा, प्यूपा एवं वयस्क मौन मर जाती हैं। बैरोवा माइट से प्रभावित मौन विकलांग एवं अविकसित रह जाती है, जो अवतारक पट (बाटम बोर्ड) के नीचे गिरी हुई मिलती है। उन्होंने कहा कि ट्रोपीलीलेप्स क्लेरी माइट से प्रभावित मौनों के पंख, पैर अविकसित एवं शरीर कमजोर हो जाता है तथा वे मौनगृह से गिर कर दूर रंेग कर जाती हुयी दिखाई देती है। एकरैपिस बुडाई (एकरीन रोग) रोग एक प्रकार का सूक्ष्य आन्तरिक परजीवी एकरैपिस (उडी रैनी) के कारण होता है जो कमेरी एवं रानी मधु मक्खी की श्वांस नली में धुस कर शरीर से खून चूस कर अपना भोजन लेती है। एकरीन रोग से प्रभावित मौने मौनगृह के द्वारा पर रेंगती हुई चलती है तथा मौनों के पंख अंग्रेजी के K अक्षर के आकार में दिखाई देती है। रोगी मौनों को पेचिश होने लगती है तथा मल के पीले पीले धब्बे मौनगृह के अन्दर तथा बाहर छिटके हुये दिखाई देते हैं।
उन्होंने बताया कि माइट से बचाव हेतु रोगग्रस्त क्षेत्रों में मौनवंशों का माइग्रेशन न करें तथा रोगी मौनवंशों के अण्डे एवं लारवा वाले छत्ते स्वस्थ मौनवंशों को न दें। मौनपालक को शक्तिशाली बनाये रखें तथा मौनालय में लूट एवं लड़ाई न होने दें। इसके साथ साथ रोगी मौन वंशों को स्वस्थ मौनवंशों से न मिलायें। उन्होंने कहा कि बैरोवा एवं ट्रोपीलीलप्स क्लेरी माइट से प्रभावित मौनवंशों में सल्फर पाउडर 200 मि0ली0 ग्राम प्रति फ्रेम की दर से साप्ताहिक अन्तराल पर चार बार बुरकाव करें तथा फारमिक एसिड 85 प्रतिशत की 3-5 मि0ली0 मात्रा को एक दिन के अन्तराल पर एक शीशी में लेकर रुई की बत्ती बनाकर मौनगृह के तलपट में शाम के समय रखें और यह उपचार 5 बार किया जाये तथा प्रत्येक दिन दवा को बदलते रहेें। 2-3 ग्राम तम्बाकू की पत्ती का धुआं सप्ताह में दो बार करें तथा नीम का सूखा छिलका नीम की सूखी पत्ती को किसी टिन के बर्तन में रखकर मौनगृह के तल पट पर धुआं करें।
श्री सिंह ने एकरीन रोग से प्रभावित मौनवंशों के उपचार के लिए बताया कि फारमिक एसिड 85 प्रतिशत की 3-5 मि0ली0 दवा प्रति मौनवंश की दर से एक दिन के अन्तराल पर 5 बार फ्यूमीगेशन करें। मिथाइल सैलीसिलेट दवा में सोखता कागज को भिगोकर शाम के समय गेट के अन्दर डाल देना चाहिये तथा सुबह इसे निकाल दें। यह उपचार एक सप्ताह तक लगातार करें और आक्जैलिक एसिड 3 प्रतिशत 5 मि0ली0 प्रति ब्रूड चैम्बर की दर से 8 दिन के अन्तराल पर तीन छिड़काव करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 December 2012 by admin
देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था लोकसभा एवं राज्यसभा में मुंह की खाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता अब एफडीआई का साम्प्रदायिकरण करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं, जिसकी जितनी निन्दा की जाय, कम है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश(एफडीआई) को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा गरीब तबकों व अल्पसंख्यक विरोधी बताये जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि लोकसभा एवं राज्यसभा में मात खाने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी इसे जाति और धर्म से जोड़कर देश की जनता को एक बार फिर गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेसनीत केन्द्र की यूपीए सरकार ने ग्रामीण जनता के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ही गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों सहित सभी वर्गों को होने वाले फायदे व नुकसान का आंकलन करने के पश्चात ही एफडीआई को लागू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसको संसद के दोनों सदनों की सहमति भी मिल चुकी है।
प्रवक्ता ने कहा कि एफडीआई से सभी वर्गों के खुदरा व्यापारियों में निश्चित तौर पर खुशहाली आयेगी। क्योंकि उन्हें अपने माल की बिक्री के लिए एक बहुत बड़ा मार्केट मिलेगा जो उनकी आर्थिक आय बढ़ाने में मददगार सिद्ध होगी। उन्होने कहा कि हमारे देश में अभी खुदरा क्षेत्र में एफडीआई केवल 10लाख की आबादी वाले शहरों में ही लागू किया जा रहा है जो देश के कुल खुदरा व्यापार का कुछ प्रतिशत ही है। इतना ही नहीं एफडीआई के निवेशकों को विक्रय के लिए तैयार किये गये ज्यादातार माल को ग्रामीण इकाइयों में ही तैयार कराना अनिवार्य होगा एवं निवेश का एक बड़ा हिस्सा भण्डारण क्षमता एवं ढांचागत संसाधनों के विकास में लगाना भी पड़ेगा, जिसका असर ग्रामीण क्षेत्र के विकास के रूप में देखने को मिलेगा।
प्रवक्ता ने कहा कि आज के इस वैश्वीकरण के समय में एफडीआई से किसान, ग्रामीण आबादी, गरीब और खेत खलिहान का निश्चित तौर पर विकास होगा जिससे किसानों, छोटे व्यापारियों को उनकी उपज व माल का उचित मूल्य तो मिलेगा ही, उनके माल के रखरखाव की समुचित व्यवस्था भी होगी। इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचागत संसाधनों का स्थायी विकास होगा और इससे उत्पन्न होने वाले रोजगारों से शहरों में भी बेरोजगार नौजवानों को काफी लाभ मिलेगा। किसानों एवं छोटे व्यापारियों की फसलों, फल-फूल, सब्जियों एवं उनके कच्चे माल के उचित भण्डारण के अभाव में हो रही क्षति रूकेगी, जिसके कारण हानि कम होने से उन्हें भरपूर फायदा होगा।
श्री मदान ने कहा कि लोकसभा एवं राज्य सभा में मुंह की खाने के बाद कनार्टक में पार्टी के अन्दर विद्रोह होने, राष्ट्रीय अध्यक्ष के भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने से बौखलाकर भारतीय जनता पार्टी देश की जनता को गुमराह कर बेवजह आरोप लगाने का कार्य रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 December 2012 by admin
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रतिनिधि सम्मेलन आगामी 26दिसम्बर, 2012 को प्रातः उ0प्र0 कंाग्रेस मुख्यालय, नेहरूभवन 10 माल एवेन्यू, लखनऊ मंे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार इस बैठक के आयोजन हेतु प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद द्वारा प्रदेश भर के सभी जिला/शहर कंाग्रेस अध्यक्षों, ए0आई0सी0सी0 एवं पी0सी0सी0 सदस्यों व उ0प्र0 के सभी कंाग्रेसी सांसदगणों एवं विधायकों को इस प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेने हेतु इस आशय का एक परिपत्र भी भेजा गया है।
उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के प्रभारी प्रशासन एवं वित्त श्री राजेशपति त्रिपाठी,पूर्व एम.एल.सी. ने बताया कि इस प्रतिनिधि सम्मेलन में अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री दिग्विजय सिंह, अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के सचिव-सहप्रभारी उ0प्र0 श्री परवेज हाशमी, सांसद एवं श्री अविनाश पाण्डेय, उ0प्र0 के सभी केन्द्रीय मंत्रीगण, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता श्री प्रदीप माथुर एवं विधान परिषद दल के नेता श्री नसीब पठान, उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के सभी जोनल अध्यक्ष एवं उपाध्यक्षगण, कांग्रेस के सभी फ्रण्टल संगठन-युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई के सभी जोनल अध्यक्ष, सेवादल एवं महिला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी भाग लेंगे।
प्रवक्ता श्री मदान ने बताया कि वर्तमान राजनैतिक परिवेश एवं आगामी 2014 लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत इस प्रतिनिधि सम्मेलन में महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की जायेगी तथा इस एक दिवसीय सम्मेलन में राजनैतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव भी पारित किये जायेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 December 2012 by admin
माईनारिटी वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक बैठक 129 बी न्यू दारूलशफा लखनऊ में हुई। जिसमे ंमुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव हाजी डाॅ. आर.ए.उस्मानी पूर्व विधायक शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता अल्पसंख्यक कल्याण के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी जमीर अहमद उस्मानी ने की। बैठक में छोटे-बड़े सरकार साहब बदायूं, शज्जादा नसीन, जनाब जावेद अख्तर साहब, राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री मुस्ताक अहमद, मजीदा खातून सोसल एण्ड एजूकेशनल सोसाइटी के चेयरमैन अजमत अली तथा आॅल इण्डिया जमीअतउल मंसूर के प्रदेशिक महामंत्री हाजी सलीम अहमद मंसूरी, पाल महासभा के प्रदेश अध्यक्ष परशु राम पाल, मो. इरफान मंसूरी एडवोकेट, मौलाना अश्फाक अहमद मंसूरी, दिलसार अली मंसूरी आदि जिम्मेदार लोग शामिल हुए।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि हाजी आर.ए.उस्मानी ने उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गन्ने की कीमत 40 रूपये ंबढायें जाने का शुक्रिया अदा किया और कहा कि प्रदेश में आजतक किसी ने एकमुश्त गन्ने की कीमत में 40 रूपयें की बढ़ोत्तरी किसी सरकार ने नही की। अखिलेश यादव जी बधाई के पात्र है कि उत्तर प्रदेश उनकी सरकार में बुलंदियों को छू रहा है। डाॅ. उस्मानी ने हाईस्कूल पास लड़कियों को 30 हजार रूपयें दिये जाने की योजना की भी भूर-भूर प्रशंसा की और कहा कि अब कोई लड़की पढ़ने से वंचित नही रहेंगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 December 2012 by admin
राष्ट्रीय लोकदल के सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षांे, फ्रन्टल संगठनों के अघ्यक्षोे की बैठक मेरठ में प्रदेश अध्यक्ष मा0 मुन्ना सिंह चैहान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी जिसमंें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद जयन्त चैधरी के निर्देश पर रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट के अध्ययन के लिए 3 सदस्यीय टीम की घोषणा की जिसमें डा0 हरि सिंह ढिल्लों पूर्व विधायक, श्री सुधीर पवाॅर, व प्रो0 के0 के0 त्रिपाठी होंगे जो एक माह के अन्दर अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट को राष्ट्रीय अध्यक्ष को सांैपेगे तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष इस रिपोर्ट को लेकर मा0 प्रधानमंत्री से मिलेंगे तथा उन्हें अवगत करायेंगे कि इस रिपोर्ट से किसानों का हित होगा अथवा अहित होगा।
श्री सिंह ने बताया कि बैठक मेें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी 15 दिसम्बर को पूरे सूबे के जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता गन्ने के वाजिब मूल्य की घोषणा न होने के कारण धरना व प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन देंगे तथा सरकार से मांग करेंगे कि सरकार घोषणा पत्र के अनुसार गन्ने का लाभकारी मूल्य की घोषणा तत्काल करें।
सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि गन्ने के पिछले रेट में 50 प्रतिशत का इजाफा कर किसानों को गन्ने के मूल्य का भुगतान किया जायेगा जबकि सरकार ने किसानों के साथ सरासर धोखा व वादाखिलाफी करते हुये गन्ने का नाकाफी मूल्य की घोषणा की जिससे किसानों में भारी असंतोष व्याप्त है।
श्री ंिसह ने सरकार से मांग की है कि गन्ना किसानों का बकाया धनराशि ब्याज सहित तत्काल भुगतान करें तथा बन्द चीनी मिलों में पेराई तत्काल शुरू करें साथ ही साथ उन्होेंनें सरकार से मांग की कि भाडे़ के नाम पर जो 3 रूपया बढाया है उसे भी सरकार वापस ले।
राष्ट्रीय लोकदल ने सरकार से मांग की है कि हवाई अडड्े की जमीन भी सरकार नागर विमानन मंत्रालय को उपलब्ध कराये जिससे प्रदेश का विकास हो सके और उ0प्र0 राष्ट्रीय विकास की धारा में जुड़ सके। इस सम्बन्ध में सरकार द्वारा की जा रही हीलाहवाली की राष्ट्रीय लोकदल घोर निन्दा करता है। श्री सिंह आगे बताया कि प्रदेश में धान की खरीददारी क्रय केन्द्रों पर नहीं हो रही है जिससे किसानों को बिचैलियों व व्यापारी के औने पौने दामों पर बेचने को मजबूर है। राष्ट्रीय लोकदल सरकार से मांग करता है कि धान की खरीद क्रय केन्द्रोे का तुरन्त शुरू कराये तथा खरीदे गये धान की जाँच कराने का आदेश दे। रालोद अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है कि अन्य प्रदेशों को देखते हुये प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को 9 गैस सिलेण्डर तुरन्त उपलब्ध करायें तथा किसानों के हित में डीजल पर से वैट घटाने का आदेश दें जिससे किसानों को राहत मिल सके। सरकार द्वारा किसानों की जमीन पर 3 पी0पी0 माॅडल द्वारा बनायी गयी सड़कों पर सर्विस रोड व अन्डरग्राउन्ड पुल की व्यवस्था एग्रीमेण्ट के अनुसार लागू करे। यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश प्रवक्ता प्रो0 के0के0 त्रिपाठी ने दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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