Posted on 05 September 2012 by admin
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेई आज कानपुर मे प्रेसवार्ता करते हुए कहां कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया। कांग्रेस और सपा मिली है। लोकतान्त्रिक तरीके से इनके काले कारनामों, घपले, घोटालों को उठाने वालों पर जुल्म ढाह रही है। भाजपा को दबाने के इनके प्रयास असफल होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहले से घोषित लोकतांत्रिक प्रदर्शन का कांग्रेसियों ने अलोकतांत्रिक ढ़ंग से खम्भों में लाउडस्पीकर बांधकर, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के द्वारा गुम्मे और लाठी से लैस होकर भाजपा विरोधी नारे लगाकर व उकसा कर विरोध किया गया। श्री बाजपेई ने कहा कि पुलिस ने दो स्थानों पर बेरीकेटिग लगायी थी। एक भाजपाईयों को रोकने के लिए दूसरी कांग्रेसियों को रोकने के लिए क्या कारण था कि भाजपाईयों के बैरीकेटिंग पार न करने के बाद भी कांग्रेसियों को उनकी बेरीकेटिंग पार कर गुम्में फेंककर उग्र होने दिया गया। उन्होंने कुछ पुलिस वालों की भूमिका पर भी सवालियां निशान लगाये जिन्होंने शान्तिपूर्वक ढ़ंग से प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को घेर कर जानबूझकर सिर पर चोट की। इसके बावजूद एफआईआर भी दर्ज नही की उन्होंने श्रीप्रकाश जायसवाल के इस बयान पर कि अभी कांग्रेसियों का गुस्सा देखा नही है की तीखी निन्दा करते हुए कहा कि भाजपाई मर्यादा में रहकर लोकतांत्रिक ढ़ंग से प्रदर्शन करते है। इसका कतई अन्यथा अर्थ न लिया जाये भाजपा इसको किसी भी मूल्य पर बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने ये लड़ाई राज्यभवन से लेकर विधानसभा और फिर सड़क तक लड़ने का एैलान किया। उन्होने संसद न चलने देने के मुद्दे पर भी कहा कि लाखों-हजारों करोड़ रूपयों के नुकसान की भरपाई करने के लिए यदि कुछ करोड़ों का नुकसान हो तो अन्ततः देश का भला ही होगा। जैसा कि 2जी मामले में हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि दम्म तो कंस का भी नही रहा था इसलिए कांग्रेसी संभल जाये। उन्होंने कोयला नीति की अलोचना करते हुए कहा कि गलत नीतियों से कोयला तिगुने दाम पर बिक रहा है और यह घोटाला 1 लाख 86 हजार करोड़ का है। राज्यों को भी कोयले का लाभंाश मिले। कांग्रेस 1956 से घोटालों में घिरी है जिसका ब्यूरा भी उन्होंने उपलब्ध कराया। कैग की रिर्पोट सरकार द्वारा उपलब्ध कराये कागजों के आधार पर होती है तो फिर वह भी गलत कैसे हो सकती है।
इसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लाठी चार्ज में घायल विधायक सत्यदेव पचैरी और रघुनन्दन भदौरिया को देखने गये तथा निवर्तमान जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा प्रमोद विश्वकर्मा सहित प्रमोद पाण्डेय, प्रर्मिला पाण्डेय, पूनम कपूर, पूनम द्विवेदी व अन्य कार्यकर्ताओं को देखने भी गये। इसी के मध्य पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष ने नवीन मार्केट कार्यालय मे बैठक भी की।
उनके साथ स्वतंत्र देव सिंह, महानगर संयोजक सुरेन्द्र मैथानी, महापौर कैप्टन जगतवीर सिंह द्रोण, विधायक सतीश महाना, सलिल विश्नोई, बाबू राम शुक्ल, पं0 श्याम बिहारी मिश्रा, मनोज मिश्र, हनुमान मिश्रा, नीरज चर्तुवेदी, सुरेश गुप्ता, विनोद शुक्ला, नीलिमा कटियार, सुनील बजाज, अनीता गुप्ता, राकेश तिवारी, भूपेन्द्र त्रिपाठी, मोहित पाण्डेय, रघुराज सरन गुप्ता, प्रमोद त्रिपाठी आदि बड़ी संख्या मे पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 05 September 2012 by admin
परम वीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के 47 वें षहादत दिवस 10 सितम्बर का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे जनपद वासियो की धड़कन तेज होती जा रही है। कार्यक्रम के आयोजक इस षहादत दिवस को ऐतिहासिक बनाने में पूरे जी जान से लगे हुए है। यह षहादत दिवस कई मायनों में आने वाले समय में एक इतिहास की रचना के रूप में देखा जा रहा है। क्योकि इस षहादत दिवस के मुख्य अतिथि सुबे के युवा मुख्य मंत्री मा0 अखिलेष यादव है।
सेना के सर्वोच्च सम्मान परम वीर चक्र से सम्मानित षहीद अबदुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी बताती है कि बीते दिनो जनपद वासियों की भावनाओं को लेकर वे लखनऊ में जब मुख्य मंत्री से मिलकर इस षहादत दिवस में षामिल होने का निमन्त्रण दिया तो उन्हे भी यह विष्वास नही हो रहा था कि मुख्य मंत्री उनका निमन्त्रण स्वीकार करेगे। लेकिन जिस सहजता, आत्मीयता और आदर भाव से मिले और गाजीपुर की षहीदी धरती पर दृढ़ इच्छा षक्ति के साथ प्रबल रूप से हामी भरते हुए कार्यक्रम आयोजन की तैयारी करने की बात कही उससे मेरा पूरा विष्वास हो गया कि गाजीपुर की षहीदी धरती एवं षहीद परिवारों का मान बढ़ाने जरूर आयेगे।
इस अवसर पर जनपद के षहीद परिवारो को प्रतीकात्मक रूप से अब्दुल हमीद स्मृति चिन्ह से सम्मानित किये जाने की परम्परा की षुरूवात मा0 मुख्य अतिथि द्वारा की जायेगी। नेहरू युवा केन्द्र गाजीपुर युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से षहीदो की याद में ‘‘साझी षहादत एवं साझी विरासत’’ पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। राश्ट्रीय एवं अन्तर्राश्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था षंखनाद की तरफ से देष भक्ति का जज्बा पैदा कर देने वाले कार्यक्रम एक षाम ‘‘वीर अब्दुल हमीद के नाम’’ की प्रस्तुति की जायेगी। एन0सी0सी0 92 वटालियन के सी0ओ0 के सौजन्य से गार्ड आफ आनर, परेड सलामी दी जायेगी। षहीद अब्दुल हमीद के जीवन चरित्र पर प्रोडूसर राजेष पटेल एवं विनय मुदगील के स्टार सिनेमा वैनर तले हिन्दी फिल्म ’’ वीर हिन्दुस्तानी’’ का षुभारम्भ मा0 मुख्यमंत्री के हाथों किया जायेगा। गाजीपुर के विरहा सम्राट एवं भोजपुरी कलाकार विजय लाल यादव भी अपनी टीम के साथ षिरकत करेगें।
रसूलन बीबी ने सभी आमो-खास लोगो से अपील की है कि जनपद की गौरव षाली परम्परा को बनाये रखते हुए मा0 अखिलेष यादव के साथ-साथ अखिल भारतीय आतंकबाद विरोधी संगठन के राश्ट्रीय अध्यक्ष मनिन्दर जीत सिंह विट्टा, भारत के मषहुर क्रिक्रेटर अजहरूद्ीन सहित सभी अतिथियो का स्वागत करे। उन्होने यह भी कहा कि मेरे पति ने देष की आन, मान, षान की रक्षा के लिए अपनी षहादत दी, उस षहादत की लौ यहाॅ के लोग यह लौ बुझाने न देे।
रसूलन बीबी ने आज बताया कि हमीद धाम धामूपुर स्थित पार्क में किये जा रहे सुन्दरीकरण, साफ-सफाई एवं आस-पास के सड़को पर रात-दिन काम षुरू हो गया है। इसके पूर्व वे जिलाधिकारी प्रभु एन0 सिंह से मिली थी और उन्होने उनकी मन्षा के अनुसार कार्य भी प्रारम्भ करा दिया गया है जिससे मुझे काफी प्रसन्नता है।
इस कार्यक्रम के संयोजक षहीद अब्दुल हमीद के पौत्र जमील आलम ने अपनी टीम के लोगों के साथ बैठक कर पूरे आयोजन पर विस्तार से चर्चा की गयी । जिसमें नेहरू युवा केन्द्र के लेखाकार एवं इस कार्यक्रम के व्यवस्थापक सुभाश चन्द्र प्रसाद, जखनिया ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि छोटू यादव, डा0 सिकानु राम प्रधान, पूर्व प्रधान जनार्दन यादव, सहसहयोगी पंकज यादव प्रधान संघ अध्यक्ष रेवतीपुर, अंगद सिंह यादव, ऋशिकेष सिंह, डाॅ0 के0 पी0 सिंह, संजय यादव एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 05 September 2012 by admin
जिलाधिकारी ने खेरागढ मे तहसील दिवस मेे समस्याओं की सुनवाई की
जिलाधिकारी अजय चैहान ने खेरागढ मे आयोजित तहसील दिवस मे जन समस्याओं और शिकायतों की सुनवाई की । तहसील दिवस खेरागढ मे आज प्राप्त 207 आवेदन पत्रों में से 7 का मौके पर ही निस्तारण किया गया। बरसात के क्षतिग्रस्त कच्चे मकानों की मरमम्त हेतु प्राप्त दो लाभार्थियो के आवेदन पत्रों पर मौके पर ही आपदा राहत मद से सहायता राशि के चैक बनवा कर लाभार्थियों को दिलाये।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सचेत किया कि शासन स्तर भी तहसील दिवस के प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा होती है। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहकर आवेदन पत्रों निर्धारित अवधि में प्रभावी और गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि उपजिलाधिकारी स्वयं भी आवेदन पत्रों के निस्तारण की गुणवत्ता की समीक्षा करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आवेदन कर्ता से आवेदन पत्र पर उसका मोबाइल नम्बर आवश्यक अंकित करा लें। यदि उसके पास फोन नही है तो ग्राम के किसी अन्य जानकार व्यक्ति का मोबाइल अंकित कराये ताकि आवेदन पत्र पर निस्तारण की सूचना दी जा सके और वरिष्ठ अधिकारी आवेदक के निस्तारण की स्थित की जानकारी तत्परता से कर सके।
उन्होने ग्राम नया गांव तथा नगला वीर भान आदि ग्रामो के निवासियों द्वारा अवैध कब्जे हटाने की मांग पर निर्देश दिये कि राजस्व तथा पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें मौके पर जाकर पैमाइश कर अतिक्रमण हटवायें। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग कल्याण पेंशन आदि। के आवेदन पत्रों पर तत्परता से निस्तारण कर आवेदन कर्ताओ को अवगत कराने के निर्देश दियें।
उन्होने गत तहसील दिवसों के लम्बित प्रकरणों को एक सप्ताह में निस्तारित करने के निर्देश। उन्होंने तहसील दिवस मेें एक से अधिक बार प्रस्तुत आवेदन पत्रों को अलग से सूची वद्ध कर शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से क्षेत्रों मे भ्रमण निरीक्षण करें ताकि मौके पर ही लोगो की समस्याओं का समाधान हो सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डा0 रूपेश कुमार, पुलिस अधीक्षक अशफाक अहमद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मंजू शर्मा, उप जिलाधिकारी खेरागढ केहरी सिंह तथा तहसीलदार राजीव पाण्डेय एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
शिक्षक समाज के वास्तविक निर्माता:-
5 सितम्बर को एक बार फिर सारा देश भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डा. राधाकृष्णन का जन्मदिवस ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाने जा रहा है। सारा देश मानता है कि वे एक विद्वान दार्शनिक, महान शिक्षक, भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ व्याख्याकार तो थे ही साथ ही एक सफल राजनयिक के रूप में भी उनकी उपलब्धियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। डाॅ. राधाकृष्णन अपनी बुद्धिमत्तापूर्ण व्याख्याओं, आनंदमयी अभिव्यक्ति और हँसाने, गुदगुदाने वाली कहानियों से अपने छात्रों को प्रेरित करने के साथ ही साथ उन्हें अच्छा मार्गदर्शन भी दिया करते थे। ये छात्रों को लगातार प्रेरित करते थे कि वे उच्च नैतिक मूल्यों को अपने आचरण में उतारें। उनकी मान्यता थी कि यदि सही तरीके से शिक्षा दी जाए तो समाज की अनेक बुराइयों को मिटाया जा सकता है। इस प्रकार किसी भी देश के वास्तविक निर्माता उस देश के शिक्षक होते हैं और एक विकसित, समृद्ध और खुशहाल देश व विश्व के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है।
‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के प्रबल समर्थक थे डाॅ. राधाकृष्णन:-
डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने ब्रिटेन के एडिनबरा विश्वविद्यालय में दिये गये अपने व्याख्यान में कहा था कि ‘‘मानव को एक होना चाहिए।……अब देशों की नीतियों का आधार विश्व शांति की स्थापना का प्रयत्न करना होना चाहिए।’’ वास्तव में डाॅ. राधाकृष्णन ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा को मानने वाले थे। पूरे विश्व को एक इकाई के रूप में रखकर शैक्षिक प्रबंधन के पक्षधर डाॅ. राधाकृष्णन अपने ओजस्वी एवं बुद्धिमत्ता पूर्ण व्याख्यानों से छात्रों के बीच अत्यन्त लोकप्रिय थे। अतः अब वह समय आ गया है कि हमें विश्व भर के बच्चों की शिक्षा का एक सा पाठयक्रम बनाकर उन्हें विश्व शांति एवं विश्व एकता की शिक्षा अनिवार्य रूप से दी जाये। संसार भर के बच्चों को यह शिक्षा दी जानी चाहिए कि हम समस्त संसार वासियों का ईश्वर एक है, धर्म एक है तथा सम्पूर्ण मानव जाति एक ही परमात्मा की संतान है। यह सारी धरती एक कुटुम्ब तथा एक देश है और हम सब इसके नागरिक हैं।
एक प्रिन्सपल का अपने शिक्षकों के नाम पत्र:-
द्वितीय विश्व युद्ध के समय हिटलर के यातना शिविर से जान बचाकर लौटे हुए एक अमेरिकी स्कूल के प्रिन्सिपल ने अपने शिक्षकों के नाम पत्र लिखकर बताया था कि उसने यातना शिविरों में जो कुछ अपनी आँखों से देखा, उससे शिक्षा को लेकर उसका मन संदेह से भर गया। प्रिन्सिपल ने पत्र में लिखा:
‘‘प्यारें शिक्षकों, मैं एक यातना शिविर से जैसे-तैसे जीवित बचकर आने वाला व्यक्ति हूँ। वहाँ मैंने जो कुछ देखा, वह किसी को नहीं देखना चाहिए। वहाँ के गैस चैंबर्स विद्वान इंजीनियरों ने बनाए थे। बच्चों को जहर देने वाले लोग सुशिक्षित चिकित्सक थे। महिलाओं और बच्चों को गोलियों से भूनने वाले काॅलेज में उच्च शिक्षा प्राप्त स्नातक थे। इसलिए, मैं शिक्षा को संदेह की नजरों से देखने लगा हूँ। आपसे मेरी प्रार्थना है कि आप अपने छात्रों को ‘मनुष्य’ बनाने में सहायक बनें। आपके प्रयास ऐसे हो कि कोई भी विद्यार्थी दानव नहीं बनें। पढ़ना-लिखना और गिनना तभी तक सार्थक है, जब तक वे हमारें बच्चों को ‘अच्छा मनुष्य’ बनाने में सहायता करते हैं।’’
शिक्षा सामाजिक बुराइयों को दूर करने का सबसे कारगर उपाय:-
डाॅ. राधाकृष्णन सामाजिक बुराइयों को हटाने के लिए शिक्षा को ही कारगर मानते थे। डाॅ. राधाकृष्णन केवल किताबी ज्ञान एवं जानकारियों को ही शिक्षा न मानते हुए व्यक्ति के बौद्धिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक विकास को भी शिक्षा का अभिन्न अंग मानते थे। वे कहते थे कि शिक्षा का मुख्य कार्य प्रत्येक नागरिक के मन में लोकतांत्रिक भावना व सामाजिक मूल्यों की स्थापना करना है। उनके अनुसार शिक्षा का उद्देश्य करुणा, प्रेम और श्रेष्ठ परम्पराओं का विकास करना है। हमारा मानना है कि प्रत्येक बच्चे को सर्वोत्तम भौतिक शिक्षा के साथ ही साथ उसे एक सभ्य समाज में रहने के लिए सर्वोत्तम सामाजिक शिक्षा तथा एक सुन्दर एवं सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय लेने के लिए सर्वोत्तम आध्यात्मिक शिक्षा की भी आवश्यकता होती है क्योंकि सामाजिक ज्ञान के अभाव में जहाँ एक ओर बच्चा समाज को सही दिशा देने में असमर्थ रहता है तो वहीं दूसरी ओर आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव में वह गलत निर्णय लेकर अपने साथ ही अपने परिवार, समाज, देश तथा विश्व को भी विनाश की ओर ले जाने का कारण भी बन जाता है।
विद्यालय: बौद्धिक जीवन के देवालय:-
डाॅ. राधाकृष्णन कहते थे कि विद्यालय गंगा-यमुना के संगम की तरह शिक्षकों और छात्रों के पवित्र संगम की तरह है। उनका कहना था कि बड़े-बड़े भवन और साधन सामग्री उतने महत्वपूर्ण नहीं होते, जितने कि शिक्षक। वे कहते थे कि विद्यालय जानकारी बेचने की दुकान नहीं बल्कि ऐसे तीर्थस्थल हैं जिनमें स्नान करने से व्यक्ति की बुद्धि, इच्छा और भावना का परिष्कार और आचरण का संस्कार होता है। उनके अनुसार विद्यालय बौद्धिक जीवन के देवालय हैं। वे कहते थे कि जब तक शिक्षक शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध नहीं होता और शिक्षा को एक मिशन नहीं मानता तब तक अच्छी व उद्देश्यपूर्ण शिक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए एक शिल्पकार एवं कुम्हार की भाँति ही स्कूलों एवं उसके शिक्षकों का यह प्रथम दायित्व एवं कत्र्तव्य है कि वह अपने यहाँ अध्ययनरत् सभी बच्चों को इस प्रकार से संवारे और सजाये कि उनके द्वारा शिक्षित किये गये सभी बच्चे ‘विश्व का प्रकाश’ बनकर सारे विश्व को अपनी रोशनी से प्रकाशित करें।
शिक्षकों के श्रेष्ठ मार्गदर्शन द्वारा ही धरती पर ईश्वरीय सभ्यता की स्थापना संभव:-
डाॅ. राधाकृष्णन सन् 1962 में भारत के राष्ट्रपति बनें। उस समय राष्ट्रपति का वेतन 10 हजार रूपये मासिक था लेकिन उन्होंने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद के गौरवशाली परम्परा को कायम रखते हुए केवल 2,500 रूपये ही प्रतिमाह वेतन लेकर शेष राशि प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में जमा करते रहे। इस प्रकार भौतिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक गुणों से ओतप्रोत शिक्षकों के द्वारा ही समाज में व्याप्त बुराईयों को समाप्त करके एक सुन्दर, सभ्य एवं सुसंस्कारित समाज का निर्माण किया जा सकता है। सर्वपल्ली डा0 राधाकृष्णन ऐसे ही महान शिक्षक थे जिन्होंने अपने मन, वचन और कर्म के द्वारा सारे समाज को बदलने की अद्भुत मिसाल प्रस्तुत की। अतः आइये, शिक्षक दिवस के अवसर पर हम सभी डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को शत्-शत् नमन करते हुए उनकी शिक्षाओं, उनके आदर्शों एवं जीवन-मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात् करके एक सुन्दर, सभ्य, सुसंस्कारित एवं शांतिपूर्ण समाज के निर्माण के लिए प्रत्येक बालक को टोटल क्वालिटी पर्सन बनाने का संकल्प लें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
In order to check mushrooming of hoardings and billboards in cities, the UP government has decided to include, in the agreement letter at the time of giving permission for hoardings and billboards, the condition of getting deposited 10 percent of the annual advertisement tax by way of ’security amount’ in addition to the prescribed premium and whole amount of advertisement tax from the licensee.
According to a government order (G.O.) issued by the Principal Secretary, Urban Development, Mr. Pravir Kumar, in this regard, it has been stated that in case of any damaged caused by the hoardings/billboards, the cost of the these damages shall be realised from the security amount deposited by the concerning advertiser, otherwise the whole security money shall be refunded to him.
According to the G.O., the mushrooming of hoardings and billboards is deforming the face of cities on the one hand, and on the other it is also disturbing traffic movement and causing accidents. The pollution causing materials used in these hoardings are also vitiating the atmosphere, it added.
The government has also directed the concerning authorities to take action under the provisions of various relevant laws against those advertisers against whom the amount of advertisement tax is outstanding.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
Chief Secretary Directs D.Ms. Of Lucknow and Varanasi
The U.P. Chief Secretary, Mr. Javed Usmani, has directed the district magistrates of Lucknow and Varanasi to ensure that all concerning department in their respective district complete latest by Sept. 11 next, all the works and arrangements being made for Haj Pilgrims with regard to their embarkation for Saudi Arabia. In separate letters written to these officers today, the chief secretary told them to review the progress of these works and arrangements immediately by convening a meeting of the concerning departmental officers. In case some of the departments are to be directed from his level, it should be brought to his notice promptly.
The Chief Secretary has drawn the attention of both these officers towards the fact that this year 32,397 Haj pilgrims are going to Saudi Arabia for Haj from the state, out of which 11,653 will embark from Lucknow and 4,436 from Varanasi. He said that these Haj pilgrims will report at least 48 hours before the time of their flights, to the Maulana Ali Miyan Memorial Haj House, Lucknow and the temporary Haj House being setup at the Gautam Buddha Trade Exhibition Centre, Varanasi.
Mr. Usmani said that according to the flight schedule of the Haj Committee of India, the Haj pilgrims will leave for Haj from Varanasi embarkation point between Sept. 20 and Oct. 05 next daily by a 250-seater flight, while from Lucknow embarkation point, the pilgrims will depart to Saudi Arabia for Haj between Sept. 17 and Oct. 05 next daily by 2-3 flights each with a 300 seating capacity. He said that as per flight schedule, at a time there will be Haj pilgrims of 2-3 flights and their attendants/companions at Haj House Lucknow and Varanasi from Sept. 14 next. In such a situation, it is very important to complete all the arrangements one week before commencement of Haj travel season and ensure availability of services being provided during the whole period of the season.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
साक्षर भारत महोत्सव के सिलसिले में कल यहाँ अपराह्न 3ः00 बजे शास्त्री भवन एनेक्सी स्थित मीडिया सेंटर में प्रदेश के बेसिक शिक्षा एवं बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री श्री राम गोबिन्द चैधरी द्वारा प्रेस ब्रीफिंग की जायेगी। इस अवसर पर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मन्त्रालय के तहत राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक श्री जगमोहन सिंह राजू एवं प्रदेश के बेसिक शिक्षा प्रमुख सचिव श्री सुनील कुमार भी मौजूद रहेंगे।
इस महोत्सव के सिलसिले में आगामी 07 सितम्बर को पूर्वाह्न 11 बजे अम्बेडकर सभागार के पार्किंग क्षेत्र में ‘‘कृति’’ के नाम से एक प्रदर्शिनी का उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल श्री बी0एल0 जोशी द्वारा किया जायेगा। इसी दिन पूर्वाह्न 11ः30 बजे अम्बेडकर सभागार में समग्र विकास में साक्षरता के महत्व विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल श्री बी0एल0 जोशी करेंगे। इस परिचर्चा में भारतीय प्रबन्धन संस्थान, अहमदाबाद के प्रो0 राकेश बसंत, रिसर्च फाउन्डेशन के श्री सौरभ जौहरी, यूनेस्को के प्रतिनिधि श्री शीगेरू ओयागी, हिन्दुस्तान टाइम्स के उप अधिशाषी सम्पादक श्री राजेश महापात्रा तथा यूनीसेफ दिल्ली के शिक्षा विशेषज्ञ श्री वेंकटेश मलूर भाग लेंगे।
आगामी 07 सितम्बर को अपराह्न 3ः00 बजे अम्बेडकर आॅडिटोरियम में ही कला संगम कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, जिसके मुख्य अतिथि पावर फाइनेंस काॅर्पोरेशन के मुख्य प्रबन्ध निदेशक श्री सतनाम सिंह होंगे।
इस कार्यक्रम के तहत आगामी 08 सितम्बर को पूर्वाह्न 11 बजे से डाॅ0 अम्बेडकर सभागार में साक्षर भारत पुरस्कार समारोह का आयोजन होगा, जिसे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव संबोधित करेंगे। इसी सभागार में साक्षर भारत पर राष्ट्र के नाम रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री श्री कपिल सिब्बल करेंगे। इस कार्यक्रम को भारत के उपराष्ट्रपति श्री मो0 हामिद अंसारी मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करेंगे। राज्यपाल श्री बी0एल0 जोशी का भी इस अवसर पर सम्बोधन होगा, जबकि प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोबिन्द चैधरी धन्यवाद ज्ञापित करेंगे।
आगामी 08 सितम्बर को ही अपराह्न 2ः30 बजे ‘अजब साक्षर भारत की गज़ब कहानी’ का आयोजन होगा, जिसमें भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सचिव श्रीमती अंशु वैश्य मुख्य अतिथि होंगी। इसी दिन ‘बहु पढ़ेगी, पढ़ायेगी’ रैली कार्यक्रम का आयोजन अपराह्न 5ः30 बजे से शुरू होगा। यह रैली के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम से चल कर विधानसभा जायेगी। इस कार्यक्रम में भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ, सांसद श्रीमती डिम्पल यादव तथा राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक श्री जगमोहन सिंह ‘राजू’ प्रतिभाग करेंगे।
आगामी 09 सितम्बर को डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार में पूर्वाह्न 10ः30 बजे से श्री सिद्धार्थ बसु द्वारा ‘‘शिक्षा का सूरज’’ नामक एक ‘गेम शो’ आयोजित किया जायेगा, जिसे रोशन अब्बास व मिनी माथुर प्रस्तुत करेंगे। इसी दिन 12 बजे मध्याह्न से महिला साक्षरता, मातृत्व एवं सशक्तीकरण विषय पर एक चर्चा होगी, जिसका संचालन दूरदर्शन की सुश्री नीलम शर्मा करेंगी और इसमें भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ के अलावा अन्य गणमान्य लोग भाग लेंगे। इसी दिन अपरान्ह 1ः30 बजे इस कार्यक्रम का समापन होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां कहा कि प्रदेश सरकार गरीब किसानों का भविष्य सुधारने को संकल्पित है। किसान भाइयों के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएगी। दुग्ध उत्पादक भी किसान है। इसलिए दुग्ध उत्पादकों को भी ब्याजरहित ऋण दिए जाने की व्यवस्था की जायेगी। उन्होने कहा प्रदेश में कृषि विकास दर 2Û3 प्रतिशत है जबकि दुग्ध उत्पादन की विकास दर 12-14 प्रतिशत है।
श्री अखिलेश यादव आज राजकीय पशुधन प्रक्षेत्र चक गंजरिया, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ पर आधुनिक तकनीक पर आधारित डेयरी प्लांट के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्यमंत्री श्री अहमद हसन, पशुधन मंत्री श्री पारसनाथ यादव, राज्यमंत्री दुग्ध विकास श्री राममूर्ति वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछली सरकार में प्रशासकीयतंत्र बर्बाद हो गया था। प्रदेश में भ्रष्ट सरकार थी जिसे हटाकर लोकतांत्रिक सरकार बनी है। सरकार की नई सोच के कारण नई दिशा से विकास हो रहा है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश 21 करोड़ की आबादी का प्रदेश है और यह एक बड़ी राजनीतिक ताकत हैं। प्रदेश में विकास की बहुत सम्भावनाएं हैं। प्रदेश में फसल और दूध की अर्थव्यवस्था घाटे की रही है। इसे सुधारने की जरूरत है।
श्री यादव ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र के वायदे पूरे करने को सरकार कृत संकल्प है। इसे ईमानदारी से लागू किया जाएगा। बिजली संकट पुरानी सरकार से विरासत में मिला है। राज्य सरकार किसानों को 16 घंटे बिजली देगी। बेरोजगारी के शिकार नौजवानों को बेकारी भत्ता, कन्या विद्याधन 12वीं पास छात्राओं को दिया जा रहा है। किसानों की फसल का बीमा होगा और आपदाग्रस्त किसान के परिवारीजनों को मदद मिलेगी। सीमांत किसानों को वृद्धावस्था पेंशन दी जाएगी।
शिलान्यास के अवसर पर साॅसद श्रीमती सुशीला सरोज, विधायक, श्री शारदा प्रताप शुक्ल, श्रीमती चन्द्रा रावत, श्री इंदल रावत एवं अशोक यादव तथा मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी सहित प्रमुखसचिव श्री वी0पी0 नीलरत्न, श्री राकेश गर्ग, श्री आलोक रंजन, एपीसी तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि इस डेयरी प्लंाट के शिलान्यास के साथ श्वेत क्रांति का एक नया युग प्रदेश में प्रारम्भ हो गया है। डेयरी और पशुपालन के विकास से दुग्ध व्यवसाय में लगे 70 प्रतिशत किसान जो लघु, सीमांत व भूमिहीन है, लाभान्वित होगें। उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। पशुओं की नस्ल में सुधार होगा। ग्राम स्तर पर रोजगार सृजन होगा। किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने डेयरी तथा पश्ुापालन को लघु उद्योग के रूप में विकसित करने की विशेष योजना बनाने का निर्देश दिया है। इटावा जनपद के सैफई क्षेत्र में भी डेयरी प्लांट का षीघ्र संचालन होगा। लखनऊ में आधुनिक तकनीक पर आधारित 5Û0 लाख लीटर प्रतिदिन दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता का डेयरी प्लांट बनेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा समाजवादी पार्टी का लक्ष्य गांवो और किसानों का विकास करना है। अर्थव्यवस्था को आर्थिक आत्म निर्भर बनाया जाएगा। इस तरह श्री मुलायम सिंह यादव के सपनों को पूरा करने की ओर मुख्यमंत्री जी अग्रसर है।
बाद में एक अन्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मोती महल लान, लखनऊ में आयोजित व्यापारी महापंचायत में आज घोषणा की कि प्रदेश में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। इंस्पेक्टर राज को हाबी नहीं होने दिया जाएगा। उनकी समस्याओं का समाधान होगा। बिजली संकट दूर किया जाएगा। योजनाओं का पैसा व्यापारियों के पास जाएगा।
श्री यादव ने मुख्य अतिथि के पद से बोलते हुए कहा कि चुनावों में व्यापारियों ने बहुत सहयोग किया। बसपा सरकार ने विकास को रोका था। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी डा0 लोहिया के आदर्शो पर चल रही है। हम छोटे कारोबारियों को बचाने के लिए एफडीआई का विरोध कर रहे हैं। व्यापार के लिए अच्छा माहौल देने के लिए कानून व्यवस्था को सुधार कर ही हम दम लेगें।
व्यापारी प्रतिनिधियों ने कहा कि हम सब मुख्यमंत्री जी के साथ है। उन्होने व्यापारियों का उत्पीड़न रोकने, पुराने फर्जी केस वापस लेने, व्यापारी आपदा कोष बनाने, दुर्घटना बीमा योजना की राशि में वृद्धि करने तथा सरल व सुविधाजनक कराधान की मांग की।
इस अवसर पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप बंसल, प्रोटोकाल मंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी, विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा, श्री पवन पाण्डेय एवं श्री जावेद आब्दी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
विभिन्न संगठन विभागीय प्रमुख सचिव/सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री से समय लेकर किसी अन्य दिन मिलें
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने विभिन्न संगठनों से अपील की है कि मुख्यमंत्री के जनता दर्शन कार्यक्रम में नीतिगत प्रकृति की समस्याओं को लेकर न आएं। उन्होंने कहा कि ऐसी समस्याओं को विभागीय प्रमुख सचिव/सचिव के माध्यम से किसी अन्य दिन मुख्यमंत्री से समय लेकर समस्या का निराकरण कराया जाए। उन्होंने कहा कि जनता दर्शन आम लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किया जाता है।
प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री के जनता दर्शन कार्यक्रम का उद्देश्य जनसामान्य की समस्याओं व शिकायतों की सुनवाई कर उनका निराकरण कराना है। पिछले जनता दर्शन कार्यक्रमों से यह अनुभव किया गया कि विभिन्न राजनैतिक, कर्मचारी, छात्र व मजदूर संगठनों द्वारा बड़ी संख्या में एकत्रित होकर नीति विषयक ज्ञापन/प्रत्यावेदन प्रस्तुत किए जाते हैं, जबकि ऐसे मामलों की सुनवाई व समुचित निर्णय हेतु मौके पर विभागीय प्रमुख सचिव/सचिव की उपस्थिति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनता दर्शन में मुख्यमंत्री के दिवस अधिकारी व मुख्यमंत्री सचिवालय के अन्य अधिकारियों को छोड़कर विभागीय प्रमुख सचिव/सचिव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित नहीं रहते। इसलिए प्रवक्ता ने ऐसे संगठनों से नीतिगत प्रकरणों को लेकर जनता दर्शन में आने के बजाए अलग से समय लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का अनुरोध किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 04 September 2012 by admin
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सरकार एफडीआई के पक्ष में इसीलिए नहीं है क्योंकि इससे छोटे व्यापारियों का नुकसान होगा। जब तक व्यापारियों की राय नहीं बनेगी तब तक इस प्रकार का कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले की समाजवादी पार्टी की सरकार ने ही वैट नहीं लगने दिया था। व्यापारियों को सुविधा देने के उद्देश्य से प्रदेश से चुंगी को भी सपा की सरकार ने ही समाप्त किया।
मुख्यमंत्री आज व्यापारी दिवस के अवसर पर यहां मोती महल लाॅन में आयोजित व्यापारी महापंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को सीधी मदद पहुंचाने वाले फैसले किए जाएंगे। व्यापारी दुर्घटना बीमे की राशि 4-5 लाख रुपए कर दी जाएगी। जनवरी 2013 के पहले हफ्ते तक वाणिज्य कर जमा करने तथा इससे सम्बन्धित सभी कार्य आॅनलाइन कर दिए जाएंगे ताकि व्यापारियों को भाग दौड़ न करनी पड़े। उन्होंने कहा कि इन्ट्री टैक्स को समाप्त करने के बारे में भी परीक्षण कर फैसला किया जाएगा। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश के किसी भी हिस्से में, किसी भी प्रकार का व्यापारी उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारियों का उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार व्यापारियों के हितों के प्रति सजग है क्योंकि राज्य की खुशहाली में व्यापारियों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि 03 सितम्बर को सरकारी स्तर पर ‘व्यापारी दिवस’ घोषित करने के लिए भी परीक्षण कराया जाएगा। श्री यादव ने प्रदेश भर से आए व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उन्हें बहुत जल्दी ही समुचित बिजली मिलने लगेगी। छोटे शहरों से लेकर टाउन एरिया तथा जहां-जहां भी उद्योग-धन्धों के लिए जितनी बिजली की आवश्यकता होगी उतनी मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के लिए उनकी सरकार बहुत बड़े पैमाने पर सुधार कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की बदौलत बिजली की समुचित आपूर्ति नहीं हो पा रही है और अभी भी जगह-जगह ट्रान्सफार्मर फुंकने की घटनाएं इसीलिए हो रही हैं। व्यापारी महापंचायत में पूरे प्रदेश से आए हुए व्यापार मंडल के पदाधिकारियों तथा व्यापारियों का मुख्यमंत्री ने सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इस अवसर पर राज्य मंत्री प्रोटोकाॅल श्री अभिषेक मिश्रा तथा बड़ी संख्या में व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष श्री सन्दीप बंसल तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com