Archive | November 29th, 2011

सुश्री मायावती लगातार भ्रष्टाचार से घिरे मंत्रियों का बचाव करती रही हैं

Posted on 29 November 2011 by admin

कंाग्रेस पार्टी द्वारा बार-बार भ्रष्टाचार के खिलाफ उठायी जाने वाली आवाज को मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक मंशा से प्रेरित करार दिया जाता है, लेकिन लोकायुक्त की जांच में पूर्व में कई मंत्रियों के दोषी पाये जाने एवं एक बार पुनः अम्बेडकर ग्राम विकास राज्य मंत्री श्री रतन लाल अहिरवार को बुंदेलखण्ड विकास निधि एवं विधायक निधि के दुरूपयोग सहित ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा किये जाने जैसे गंभीर भ्रष्टाचार का दोषी पाये जाने पर मुख्यमंत्री की कलई खुल गयी है, नैतिकता का तकाजा तो यह है भ्रष्टाचारियों से भरे अपने मंत्रिपरिषद के लिए खुद जिम्मेदारी लेते हुए स्वयं मुख्यमंत्री सुश्री मायावती को अविलम्ब इस्तीफा दे देना चाहिए।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने आज यहां जारी बयान में कहा कि उ0प्र0 सरकार के मंत्रियों ने प्रदेश को अपनी चारागाह बना लिया है और अपनी निजी तिजोरियां भरने के लिए सभी मान्य एवं वैधानिक परम्पराओं को दरकिनार करते हुए भ्रष्टाचार के नये रिकार्ड स्थापित किये जा रहे हैं। लोकायुक्त द्वारा बसपा सरकार में शामिल कई अन्य मंत्रियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार एवं अपराधिक मामलों में संलिप्तता के चलते पहले भी टिप्पणियां की गयी हैं लेकिन इस सरकार ने बड़ी बेशर्मी के साथ भ्रष्टाचारियों को बचाने का कार्य किया है। उन्होने कहा कि अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं, जब पूर्व मंत्री अवधपाल सिंह यादव के खिलाफ तिहरे हत्याकाण्ड के मामले में मृतकों के परिजनों द्वारा एफआईआर दर्ज कराये जाने के बावजूद भी आपराधिक प्रवृत्ति वाले मंत्री का बचाव रखना जारी रखा था।
श्री मदान ने कहा कि बेसिक शिक्षा मंत्री श्री धर्म सिंह सैनी एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री अनीस अहमद उर्फ फूलबाबू के लोकायुक्त की जांच में गंभीर भ्रष्टाचार के दोषी पाये जाने पर भी मुख्यमंत्री द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी। इसके पूर्व श्री बादशाह सिंह, श्री रंगनाथ मिश्र, श्री अवधपाल सिंह यादव सहित कई अन्य मंत्री व विधायक लोकायुक्त की जांच के घेरे में आये, किन्तु मुख्यमंत्री द्वारा आखिरी क्षण तक बचाव किया गया तथा श्री रतनलाल अहिरवार के मामले में भी यही रवैया अपनाया गया है। जबकि जैसे ही लोकायुक्त की जांच में इन मंत्रियों के नाम आये थे, मुख्यमंत्री केा तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए था।
श्री मदान ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले को लेकर मायावती सरकार के तमाम मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा है। अब वह समय आ गया है कि मुख्यमंत्री सुश्री मायावती स्वयं इस्तीफा दें। उन्होने मांग की है कि प्रदेश के जो भी मंत्री व विधायक लोकायुक्त जांच के घेरे में आ चुके हैं, उनके खिलाफ मुख्यमंत्री को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए तथा नैतिकता के नाते इस्तीफा दे देना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश के खिलाफ एक दिसम्बर को भारत बंद एवं सभी जिलों में धरना प्रदर्शन

Posted on 29 November 2011 by admin

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल ने कहा है कि खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश के खिलाफ एक दिसम्बर को भारत बंद एवं सभी जिलों में धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन भारत का खुदरा व्यापारी एक जुटता के साथ देगा। लखनऊ में व्यापारी साहू सिनेमा पर एकत्र होकर हजरतगंज चैराहे पर केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री का पुतला फूंकेगे तथा राज्यपाल को ज्ञापन देगे। श्री कंछल ने कहा कि विदेशी निवेश से स्थापित खुदरा व्यापार स्टोरों में कोई भी माल सस्ता नही मिलेगा। सिर्फ केन्द्र सरकार द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। देश में पाॅच करोड़ खुदरा व्यापारी करोबार कर रहे है। विदेशी कंपनी के आने से दस करोड़ लोगों के सामने रोजीरोटी का संकट खड़ा हो जायेगा और हमारी पूंजी इस्टइंडिया कंपनी की तरह विदेशेां में चली जायेंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कटियार की सुरक्षा बढ़ाई जाय-शाही

Posted on 29 November 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने सरकार से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार को जान से मारने की धमकी को गम्भीरता से लेने की माँग की।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री कटियार की सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल बढ़ाया जाय। श्री शाही ने इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच की माँग की जिससे धमकी देने वाले का चेहरा बेनकाब हो, उसको दण्ड दिया जा सके।
श्री शाही ने प्रदेश व केन्द्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि श्री कटियार के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो वे इसकी सीधे जिम्मेदार होंगी और उसके गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार को कल रात 12ः26 बजे जान से मारने की धमकी दी गई थी। धमकी देने वाले ने अपना नाम अहमद बताया और कहा कि वह दुबई से बोल रहा है। श्री कटियार ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश के 21 शिक्षकों को नींबू पानी पिलाकर उनका अनशन समाप्त कराया

Posted on 29 November 2011 by admin

29-11-bसमाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज झूलेलाल वाटिका लखनऊ में अपनी मांगों को लेकर गत 21 नवम्बर,2011 से आमरण अनशन पर बैठे माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा, उत्तर प्रदेश के 21 शिक्षकों को नींबू पानी पिलाकर उनका अनशन समाप्त कराया। श्री चैधरी ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा और चुनाव घोषणा पत्र में भी इसे शामिल किए जाने पर विचार करेगें। शिक्षकों की मांग है कि प्रदेश में संचालित लगभग 15 हजार शासन द्वारा मान्यता प्राप्त वित्त्विहीन विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन/मानदेय दिया जाए तथा 2 दिसम्बर,2009 को मा0 उच्चतम न्यायालय के परिपालन में उच्चीकृत जूनियर हाई स्कूलोें की अनुदान सूची जारी की जाए।
माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेशीय अध्यक्ष चैधरी रामवीर सिंह, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेष द्विवेदी, महासचिव श्री लाल बहादुर यादव तथा लखनऊ के प्रभारी श्री भट्ट ने शिक्षकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर चलाए गए आंदोलन का जिक्र करते हुए इस बात पर क्षोभ व्यक्त किया कि प्रदेश की सरकार ने उनकी पूरी तरह उपेक्षा की। सरकार की ने बेरूखी शिक्षकों को मजबूर किया  है कि वे आगामी विधान सभा चुनावों में बसपा को हराने और समाजवादी पार्टी को जिताने का काम करेंगें। शिक्षकों ने जनजागरण के लिए शिक्षक चेतना यात्रा निकाली थी इसका समापन 10 हजार शिक्षको की उपस्थिति में 23 नवम्बर,2011 को झूलेलाल वाटिका में हुआ था। 18 नवम्बर,2011 से उच्चीकृत जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षक यहां क्रमिक अनशन पर बैठंे। 21 नवम्बर,2011 तक शासन द्वारा संज्ञान न लिए जाने पर शिक्षक आमरण अनशन पर बैठ गए। आमरण अनषनकारियों में पांच महिलाएं भी थी।
श्री राजेन्द्र चैधरी ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ बसपा सरकार जालिम और क्रूर है। यह फरियादियों पर सिर्फ डंडे चलाना जानती है। साढ़े चार वर्ष के इसके कार्यकाल में लोगों को फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेजा गया है। समाज के हर वर्ग का उत्पीड़न किया गया है। शिक्षक, वकील, उर्दू मोअल्लिम, किसान, व्यापारी सभी इसके शिकार हुए है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा को बाजार बना दिया है। शिक्षकों का सम्मान करना उन्हें नही आता है। बसपा राज में तो दलित बच्चियों तक से बलात्कार के कई मामले हुए किन्तु मुख्यमंत्री कहीं आंसू पोछने नहीं गई। बसपा मंत्री और विधायक लूट, हत्या, अपहरण के मामलों में जेल में बंद है।
श्री चैधरी ने कहा कि शिक्षकों का दर्द समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव और महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव भलीभांति समझते है क्योंकि वे स्वयं शिक्षक रहे है। बसपा सरकार के चन्द दिन बाकी रह गए हैं। यह सरकार सुधरने वाली नहीं है। विधान सभा 2012 के चुनावों में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही अन्याय करनेवालों से बदला अवश्य लिया जाएगा। उन्होने कहा श्री मुलायम सिंह यादव और श्री अखिलेश यादव की पूरी सहानुभूति माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के साथ है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गुसी पीस प्राइज’ मेरा सम्मान नहीं! सी.एम.एस. का सम्मान है — डा. जगदीश गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापक, सी.एम.एस.

Posted on 29 November 2011 by admin

pc_gusi-prize-2ऐशियन नोबेल प्राइज के रूप में प्रतिष्ठित फिलीपीन्स के सर्वाधिक महत्वपूर्ण ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित होकर स्वदेश लौटे सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व विश्वप्रसिद्ध शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने आज यहाँ सी.एम.एस. गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से कहा कि ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित होना वास्तव में मेरा सम्मान नहीं अपितु सी.एम.एस. के 42000 छात्रों, अभिभावकों व 3000 शिक्षकों-कार्यकर्ताओं का सम्मान है जिनके सतत् प्रयास से पूरे विश्व में विश्व एकता, विश्व शान्ति, विश्व बन्धुत्व व विश्व के 2 अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य का परचम लहरा रहा है एवं समस्त सी.एम.एस. परिवार पूरी निष्ठा से इस पुनीत प्रयास को आगे बढ़ाने में संलग्न है। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि दरअसल विश्वविख्यात ‘गुसी पीस प्राइज’ विश्व समुदाय द्वारा सी.एम.एस. के ध्येय वाक्य ‘जय जगत’ एवं भारतीय दर्शन
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विचारों की अन्तर्राष्ट्रीय स्वीकारोक्ति है।
ज्ञातव्य हो कि फिलीपीन्स के राष्ट्रपति महामहिम श्री बेनीगनो एस. एक्युनो-तृतीय ने दो भारतीय हस्तियों डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल श्री एम.के. नारायणन को फिलीपीन्स के सर्वाधिक प्रतिष्ठित एवं एशियन नोबेल प्राइज कहे जाने वाले ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित किया है। ‘गुसी पीस प्राइज’ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी ऐसे व्यक्ति या समूह को दिया जाता है जिन्होंने अपनी सेवाओं, शान्ति तथा मानवाधिकारों के प्रयासों द्वारा समाज में स्वयं को सर्वोच्च उदाहरण के रूप में प्रमाणित किया है। इस अत्यन्त प्रतिष्ठित पुरस्कार हेतु गुसी पीस प्राइज फाउण्डेशन की 13 सदस्यीय कमेटी को इस वर्ष 1300 से अधिक प्रस्ताव सारे विश्व से प्राप्त हुए थे जिसमें से विश्व की 16 अत्यन्त प्रतिष्ठित हस्तियों को इस पुरस्कार हेतु चयनित किया गया जिनमें दो भारतीय हस्तियाँ डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री एम.के. नारायणन भी शामिल हैं।
प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार व्यक्त करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि जय-जगत का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि बावन वर्ष पहले सी.एम.एस. की स्थापना के समय ‘जय जगत’ अर्थात ‘सम्पूर्ण विश्व का कल्याण हो’, का सपना देखा था जिसे सी.एम.एस. शिक्षकों, छात्रों व कार्यकर्ताओं ने अपने अथक प्रयास व कड़ी मेहनत असली जामा पहनाया है और आज सिटी मोन्टेसरी स्कूल का नाम विश्वपटल पर चमकते सितारे की तरह चहुँदिश प्रकाश फैला रहा है। ‘गुसी पीस प्राइज’ का जिक्र करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि बड़ी बात तो यह है कि इसके
माध्यम से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का प्रवाह सारे विश्व में प्रवाहित हुआ है एवं विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य एवं विश्व एकता व विश्व शान्ति की आवाज बुलन्द हुई है। विश्व एकता व विश्व शान्ति के प्रबल समर्थक डा. गाँधी ने पत्रकारों से बातचीत मेें जोर देकर कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत सम्मान नहीं है अपितु पूरे सी.एम.एस. परिवार का सम्मान है जिसके माध्यम से विश्व एकता के विचारों को नया आयाम मिला है।
डा. गाँधी ने आगे कहा कि बड़ी बात यह नहीं है कि जगदीश गाँधी को ‘गुसी पीस प्राइज’ प्रदान किया गया अपितु बड़ी बात यह है कि हम विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के जिस मुद्दे पर बरसों से प्रयासरत हैं, उसे आज सारे विश्व समुदाय में मान्यता मिल रही है। सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों के इन्हीं सद्प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2002 में सिटी मोन्टेसरी स्कूल को ‘यूनेस्को प्राइज फाॅर पीस एजुकेशन’ से नवाजा गया। डा. गाँधी ने कहा कि यह सी.एम.एस. शिक्षकों, कार्यकर्ताओं व छात्रों के एकजुट अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि हम आदर्श नागरिकों की वह फसल तैयार कर रहे हैं जिनकी एकता की आवाज अब पूरे विश्व में गुंजायमान हो रही है तथापि सी.एम.एस. के शैक्षिक व प्रेमपूर्ण शान्तिमय वातावरण में प्रत्येक छात्र सेवा के साथ साथ विश्व सेवा की बात भी सोचता है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. परिवार के साथ ही सभी लखनऊवासियों एवं देश व प्रदेश के लिए लिये यह एक गर्व का क्षण है कि फिलीपीन्स के सर्वाधिक प्रतिष्ठित ‘गुसी पीस प्राइज’ से डा. गाँधी को नवाजा गया है। फिलीपीन्स के राष्ट्रपति द्वारा डा. गाँधी को प्रदत्त यह सम्मान बच्चों के अधिकारों व विश्व एकता हेतु उनकी बावन वर्षों की उस अनवरत साधना का परिणाम है जिसके लिए आप पूरी निष्ठा एवं दृढ़ता संलग्न है एवं पूरे विश्व के बच्चों में जीवन मूल्य, मानव कल्याण, विश्व बन्धुत्व एवं ईश्वर भक्ति के उच्च आदर्शों को समावेश करने में हरसंभव प्रयासरत हैं।
डा. गाँधी की फिलीपीन्स यात्रा का विवरण देते हुए श्री शर्मा ने बताया कि इस अत्यन्त प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने हेतु डा. गाँधी को विशेष रूप से फिलीपीन्स की राजधानी मनीला आमन्त्रित किया गया था एवं 24 नवम्बर को अत्यन्त भव्य समारोह में भारतीय हस्तियों डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल महामहिम एम. के. नारायणन के साथ ही विश्व के अन्य 14 प्रख्यात हस्तियों को फिलीपीन्स के राष्ट्रपति द्वारा ‘गुसी पीस प्राइज’ से नवाजा गया। इससे पूर्व 23 नवम्बर को डा. जगदीश गाँधी ने रिजल मेमोरियल जाकर फिलीपीन्स के उन योद्धाओं के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान की इम्पीरियल आर्मी के विरूद्ध युद्ध लड़ा था। श्री शर्मा ने बताया कि फिलीपीन्स सरकार द्वारा 24 नवम्बर को ‘‘गुसी डे आॅफ इण्टरनेशनल फ्रेण्डशिप’’ के रूप में मनाया गया एवं इस दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था।
श्री शर्मा ने कहा कि अपनी स्थापना के 52 वर्षों में सी.एम.एस. विश्व एकता का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय डा. जगदीश गाँधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। श्री शर्मा ने कहा कि आज से 52 वर्ष पूर्व जब सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की स्थापना मात्र दो शिक्षक जगदीश गाँधी व भारती गाँधी व पाँच बच्चों से हुई थी, वही सी0एम0एस0 आज दो से दो हजार शिक्षकों व पाँच से बयालीस हजार छात्रों वाला विश्व का सबसे बड़ा विद्यालय बन गया है। श्री शर्मा ने कहा कि डा. गाँधी का सम्पूर्ण जीवन बच्चों के लिए समर्पित है अतः यह सम्मान आपके द्वारा विश्व के दो अरब बच्चों हेतु सुरक्षित व शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था की स्थापना को और अधिक गति प्रदान करेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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In the Writ Petition filed by IPS officer from UP

Posted on 29 November 2011 by admin

Amitabh Thakur in the Lucknow Bench of Allahabad High Court alleging large-scale harassment against Kunwar Fateh Bahadur, Principal Secretary (Home), Vijay Singh, Secretary to the Chief Minister and others, the High Court has ordered Amitabh Thakur to present a representation before the Chief Secretary of Uttar Pradesh who shall enquire into and decide the matter within 4 months. The bench of Justice D P Singh and Justice S C Chaurasia said that ordinarily such a petition should have been given to the Principal Secretary (Home),  being the head of the Department but since the allegations are against Fateh Bahadur himself, hence the Chief Secretary shall enquire into the matter as the Head of the State administration. The order says that the Chief Secretary shall give hear the grievances of Amitabh and shall also listen to the facts presented by Fateh Bahadur and Vijay Singh before deciding the representation. It said that if any government servant has any kind of grievance, it shall not be left unattended and shall be heard properly. The order also said that the Writ Petition shall be a part of the representation being given to the Chief Secretary. Previously Ashok Pandey, counsel for the petitioner argued that his client is being harassed for not towing to the wrong orders and for working as per law.

In his Writ petition, Amitabh Thakur has cited many instances to show how he is being discriminated against and tortured by these officials because of their personal animosity.

The first example is the way the study leave of Amitabh was refused to him for a very long time and he got his study leave only after eights court cases in CAT, Lucknow and the High Court. He also gives example of how the study leave applications of other IPS officers got processed within 100 days while it took so many years in his case. The second instance is related to his suspension as SP Gonda in which the enquiry was deliberately kept pending for long by Kunwar Fateh Bahadur and got finally cleared when Fateh Bahadur was removed by the Election Commission from the post of Principal Secretary (Home) and Manjeet Singh ordered it to be closed through his ordered on 01 May 2008. In the third case, the Departmental enquiry against Amitabh as SP Deoria got cleared on 25 May 2007 but it was illegally reinitiated on 26 May 2009. This illegal order was finally quashed by CAT, Lucknow in Original Application No 177/2010 through its order dated 08 September 2011. In the fourth case, Amitabh is not being promoted to the rank of DIG because of the influence of these officers despite there being no enquiry pending against him. Similarly, he has been posted to a non-existent Rules and Manuals department which has not yet been created by the State government and the post is not permissible as per IPS (Cadre) Rules. He has also given instances of how Vijay Singh passed many orders on behalf of the Chief Minister in her name whereby he changed the orders of another Chief Minister, something which is completely illegal.

Amitabh presented all these allegations in his various representations to the Chief Minister of Uttar Pradesh on 10 June 2011 and 16 September 2011, the Chief Secretary of Uttar Pradesh  on 04 October 2011, the Principal Secretary (Home) on 15 June 2009, 05 September 2011, 16 September 2011 and 31 October 2011 and the Director General of Police on 25 July 2011 but unfortunately no notice has been taken of these complaints by any of these authorities. Left with no other option, Amitabh had filed this Writ Petition before the High Court.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भाजपा लाओ - प्रदेश बचाओ

Posted on 29 November 2011 by admin

img_4746भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय नेता व ‘‘भाजपा लाओ - प्रदेश बचाओ’’ अभियान की संयोजक उमा भारती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में दलित-पिछड़ा मुख्यमंत्री हो लेकिन मायावती जैसा लुटेरा नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे व मायावती में केवल एक समानता हो सकती है कि हम दोनों एक साथ जेल में हों लेकिन मैं जनता का हक दिलाने के लिए और वो जनता का धन लूटने के अपराध में जेल में होंगी। सुश्री भारती ने साफ किया कि पार्टी भ्रष्ट और अपराधी लोगों को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं देगी। सुश्री भारती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शांति व स्थायित्व तब आयेगा जब यहां राष्ट्रवादी सोंच की सरकार बनेगी। उमा भारती जी आज यहां पार्टी मुख्यालय में ‘‘भाजपा लाओ - प्रदेश बचाओ’’ अभियान के सम्बन्ध में पत्रकार वार्ता में बोल रहीं थी।
भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि बसपा का हाथी पत्थर का है वह न चलता है न आगे बढ़ता है। इसलिए बसपा के भी आगे बढ़ने की कोई गुन्जाइश नहीं है। मायावती पिछड़े-दलितों की शत्रु हैं। उनसे प्रदेश को बचाने की जरूरत है। न केवल सवर्ण समाज बल्कि प्रदेश के दलितों व पिछड़ों का भी बसपा सरकार से मोह भंग हो चुका है। बसपा सरकार और उसकी मुखिया मायावती ने दलितों की भावनाओं का शोषण किया है। बसपा के पांच साल की सरकार का कार्यकाल पूर्ण असफल व पूर्ण असंवेदनशील सरकार के रूप में दर्ज होगा। यह सरकार और इसकी मुखिया दलितों, पिछड़ों, गरीबों, महिलाओं और मजलूमों को कभी उपलब्ध नहीं रही। यह केवल पूंजीपतियों की सरकार है।
सुश्री उमा भारती ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम देश की राजनैतिक दिशा को बदल देंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र की महंगाई व भ्रष्टाचार के साथ प्रदेश सरकार के अपराध व भ्रष्टाचार चुनाव के मुद्दे होंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुये उन्होंने कहा कि जो उत्तर प्रदेश की जनता को भिखारी समझता है वह उत्तर प्रदेश में पांव रखने लायक नहीं है।
उत्तर प्रदेश की जनता संवेदनशील और समझदार है। अब वह चोर के बदले चोर और डकैत के बदले डकैत को सत्ता की चाभी नहीं सौंपेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अटल संकल्प दिवस

Posted on 29 November 2011 by admin

पत्रकार वार्ता में उमा भारती जी ने बताया कि पार्टी 25 से 27 दिसम्बर तक अटल संकल्प दिवस मनायेगी। 27 दिसम्बर को लखनऊ में विशाल जनसभा अयोजित की जायेगी। इसके पूर्व ‘‘भाजपा लाओ - प्रदेश बचाओ’’ अभियान के तहत प्रदेश के एक दर्जन स्थानों पर पैदल मार्च किया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अब कार्यवाही में देर नहीं करनी चाहिए

Posted on 29 November 2011 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार अपराधियों का संगठित गिरोह बन गई है। मुख्यमंत्री इनकी सरगना है जो ऐसे तत्वों को संरक्षण दे रही हंै। प्रदेश मंत्रिमण्डल के 40 प्रतिशत से ज्यादा मंत्रियों के खिलाफ गम्भीर आरोपों की जांच लोकायुक्त के यहां चल रही है। 4 मंत्री लोकायुक्त की संस्तुति के बाद मंत्रिमण्डल से पहले ही निकाले जा चुके है। मुख्यमंत्री के बहुत खास रहे मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने भी जब तेवर बदले तो उन पर भी कार्यवाही हो गई। बसपा विधायक श्री रतनलाल अहिरवार लोकायुक्त की जांच में फंस गए है। इन सभी पर पद का दुरूपयोग कर अकूत संपत्ति अर्जित करने, अवैध कब्जे करने और हत्या, लूट तथा बलात्कार तक के आरोप हैं। कई मंत्री-विधायक जेल की हवा खा रहे हैं।
मुख्यमंत्री अक्सर कानून व्यवस्था में सुधार करने के कथित सख्त निर्देशों के साथ लम्बे-चैड़े बयान जारी करने में माहिर हो गई हंै। उन्होने साढ़े चार साल में दर्जनों  समीक्षा बैठकें की है। लेकिन हर समीक्षा बैठक के बाद अपराधिक घटनाओं में बढ़ोत्तरी ही नजर आई है। आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को भयादोहन के जरिए पंगु बनाने तक ही समीक्षा बैठकों के नतीजें रहे हैं। दिखावे के लिए अपराधों में संलिप्त कुछ मंत्रियों-विधायकों को पार्टी से निकालने के नाटक का भी पटाक्षेप मुख्यमंत्री ने उनको फिर से पार्टी में शामिल करके कर दिया है। भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही न करना, उन्हें जेल न भिजवाना साबित करता है कि स्वयं मुख्यमंत्री भी इस दलदल में ऊपर नहीं है।
लोकायुक्त की जांच की सूची में लगातार जिस तरह से वृद्धि हो रही है उससे तो यही लगता है कि पूरी सरकार ही जेल में स्थानांतरित हो जाएगी। मुख्यमंत्री अब वहीं मंत्रिमण्डल की बैठक करेगी। बस फर्क यह होगा कि आगे से समीक्षा बैठकें में उनके कारनामों की ज्यादा समीक्षा होगी जिसमें झूठ, लूट और संपत्ति के रहस्यमय खेलों की परतें खोली जाएगी।
महामहिम राज्यपाल को प्रदेश की गम्भीर स्थिति का गम्भीरता से संज्ञान लेकर अब कार्यवाही में देर नहीं करनी चाहिए । जिस सरकार के मंत्री संदिग्ध चरित्र के हों, उन पर अपराधों के आरोप हो,ं उनके हाथों में विभागों को सौपना संविधान के साथ खिलवाड करना होगा। लोकतंत्र के इतिहास में ऐसी हास्यास्पद स्थिति शायद ही कभी रही हो जहां पूरी सरकार ही कलंकित हो। यह तो दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली होने की स्थिति है। यदि संविधान की मर्यादा का ध्यान रखते हुए राज्यपाल महोदय बसपा सरकार को अभी बर्खास्त करने की संस्तुति केन्द्र सरकार और राश्ट्रपति को नहीं भेजेगें तो ऐसी स्थिति आ सकती है कि लोकायुक्त की जांच और सीबीआई जांच के बाद पूरी सरकार ही अदालत के कठघरों में खड़ी नजर आए। वह दिन देश-प्रदेश और लोकतंत्र के लिए बहुत शर्म का दिन होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भ्रष्टाचार के लगाये जा रहे आरोपों की पुष्टि

Posted on 29 November 2011 by admin

पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के अति करीबी रहे श्री बाबू सिंह कुशवाहा को आज बहुजन समाज पार्टी से निकाले जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने कहा कि इससे अब यह साफ हो गया है कि एनआरएचएम घोटाले का राज उजागर न हो, इसके लिए पहले उन्हें डराया धमकाया गया और अब पार्टी से निकाल दिया गया है। आज यह साफ हो गया कि इन घोटालों में मुख्यमंत्री सहित बसपा के मंत्री भी शामिल रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने कहा कि कंाग्रेस पार्टी शुरू से ही यह मांग कर रही थी कि इस हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से करायी जाय, क्योंकि सैंकड़ों करोड़ रूपये के एनआरएचएम घोटाले में बसपा के मंत्री, अधिकारी और नेता शामिल हैं। किन्तु मुख्यमंत्री द्वारा अपने मंत्रियों और अधिकारियों को बचाने के लिए सीबीआई जांच में हीलाहवाला करती रहीं और अंत में कंाग्रेस पार्टी द्वारा दबाव बनाये जाने तथा मा0 उच्च न्यायालय के आदेश दिये जाने के बाद ही सीबीआई जांच के आदेश दिये थे।
श्री मदान ने कहा कि लखनऊ के दो पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारियों स्व0 विनोद आर्या एवं स्व0 वी0पी0 सिंह के हत्याकाण्ड के बाद मुख्यमंत्री जी द्वारा तत्कालीन परिवार कल्याण मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनंत कुमार मिश्र को अपने पदों से हटाया गया था क्योंकि एनआरएचएम घोटाले में सीधे तौर पर बाबू सिंह कुशवाहा के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय एवं मुख्यमंत्री खुद भी संलिप्त थीं। इसके उपरान्त स्व0 वी0पी0 सिंह हत्याकाण्ड के आरेापित डिप्टी सी.एम.ओ. रहे डा0 सचान की जेल में संदिग्धावस्था में हत्या कर दी गयी।
श्री मदान ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने राज्य के एक मंत्री एवं अधिकारी द्वारा अपनी जान को खतरा बताते हुए महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से सुरक्षा की मांग की थी और कई दिनों तक गायब रहे। आज मुख्यमंत्री द्वारा बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी से निकालकर कंाग्रेस पार्टी द्वारा बसपा सरकार पर भ्रष्टाचार के लगाये जा रहे आरोपों की पुष्टि कर दी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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