Categorized | लखनऊ.

गुसी पीस प्राइज’ मेरा सम्मान नहीं! सी.एम.एस. का सम्मान है — डा. जगदीश गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापक, सी.एम.एस.

Posted on 29 November 2011 by admin

pc_gusi-prize-2ऐशियन नोबेल प्राइज के रूप में प्रतिष्ठित फिलीपीन्स के सर्वाधिक महत्वपूर्ण ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित होकर स्वदेश लौटे सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व विश्वप्रसिद्ध शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने आज यहाँ सी.एम.एस. गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से कहा कि ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित होना वास्तव में मेरा सम्मान नहीं अपितु सी.एम.एस. के 42000 छात्रों, अभिभावकों व 3000 शिक्षकों-कार्यकर्ताओं का सम्मान है जिनके सतत् प्रयास से पूरे विश्व में विश्व एकता, विश्व शान्ति, विश्व बन्धुत्व व विश्व के 2 अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य का परचम लहरा रहा है एवं समस्त सी.एम.एस. परिवार पूरी निष्ठा से इस पुनीत प्रयास को आगे बढ़ाने में संलग्न है। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि दरअसल विश्वविख्यात ‘गुसी पीस प्राइज’ विश्व समुदाय द्वारा सी.एम.एस. के ध्येय वाक्य ‘जय जगत’ एवं भारतीय दर्शन
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विचारों की अन्तर्राष्ट्रीय स्वीकारोक्ति है।
ज्ञातव्य हो कि फिलीपीन्स के राष्ट्रपति महामहिम श्री बेनीगनो एस. एक्युनो-तृतीय ने दो भारतीय हस्तियों डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल श्री एम.के. नारायणन को फिलीपीन्स के सर्वाधिक प्रतिष्ठित एवं एशियन नोबेल प्राइज कहे जाने वाले ‘गुसी पीस प्राइज’ से सम्मानित किया है। ‘गुसी पीस प्राइज’ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी ऐसे व्यक्ति या समूह को दिया जाता है जिन्होंने अपनी सेवाओं, शान्ति तथा मानवाधिकारों के प्रयासों द्वारा समाज में स्वयं को सर्वोच्च उदाहरण के रूप में प्रमाणित किया है। इस अत्यन्त प्रतिष्ठित पुरस्कार हेतु गुसी पीस प्राइज फाउण्डेशन की 13 सदस्यीय कमेटी को इस वर्ष 1300 से अधिक प्रस्ताव सारे विश्व से प्राप्त हुए थे जिसमें से विश्व की 16 अत्यन्त प्रतिष्ठित हस्तियों को इस पुरस्कार हेतु चयनित किया गया जिनमें दो भारतीय हस्तियाँ डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री एम.के. नारायणन भी शामिल हैं।
प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार व्यक्त करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि जय-जगत का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि बावन वर्ष पहले सी.एम.एस. की स्थापना के समय ‘जय जगत’ अर्थात ‘सम्पूर्ण विश्व का कल्याण हो’, का सपना देखा था जिसे सी.एम.एस. शिक्षकों, छात्रों व कार्यकर्ताओं ने अपने अथक प्रयास व कड़ी मेहनत असली जामा पहनाया है और आज सिटी मोन्टेसरी स्कूल का नाम विश्वपटल पर चमकते सितारे की तरह चहुँदिश प्रकाश फैला रहा है। ‘गुसी पीस प्राइज’ का जिक्र करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि बड़ी बात तो यह है कि इसके
माध्यम से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का प्रवाह सारे विश्व में प्रवाहित हुआ है एवं विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य एवं विश्व एकता व विश्व शान्ति की आवाज बुलन्द हुई है। विश्व एकता व विश्व शान्ति के प्रबल समर्थक डा. गाँधी ने पत्रकारों से बातचीत मेें जोर देकर कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत सम्मान नहीं है अपितु पूरे सी.एम.एस. परिवार का सम्मान है जिसके माध्यम से विश्व एकता के विचारों को नया आयाम मिला है।
डा. गाँधी ने आगे कहा कि बड़ी बात यह नहीं है कि जगदीश गाँधी को ‘गुसी पीस प्राइज’ प्रदान किया गया अपितु बड़ी बात यह है कि हम विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के जिस मुद्दे पर बरसों से प्रयासरत हैं, उसे आज सारे विश्व समुदाय में मान्यता मिल रही है। सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों के इन्हीं सद्प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2002 में सिटी मोन्टेसरी स्कूल को ‘यूनेस्को प्राइज फाॅर पीस एजुकेशन’ से नवाजा गया। डा. गाँधी ने कहा कि यह सी.एम.एस. शिक्षकों, कार्यकर्ताओं व छात्रों के एकजुट अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि हम आदर्श नागरिकों की वह फसल तैयार कर रहे हैं जिनकी एकता की आवाज अब पूरे विश्व में गुंजायमान हो रही है तथापि सी.एम.एस. के शैक्षिक व प्रेमपूर्ण शान्तिमय वातावरण में प्रत्येक छात्र सेवा के साथ साथ विश्व सेवा की बात भी सोचता है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. परिवार के साथ ही सभी लखनऊवासियों एवं देश व प्रदेश के लिए लिये यह एक गर्व का क्षण है कि फिलीपीन्स के सर्वाधिक प्रतिष्ठित ‘गुसी पीस प्राइज’ से डा. गाँधी को नवाजा गया है। फिलीपीन्स के राष्ट्रपति द्वारा डा. गाँधी को प्रदत्त यह सम्मान बच्चों के अधिकारों व विश्व एकता हेतु उनकी बावन वर्षों की उस अनवरत साधना का परिणाम है जिसके लिए आप पूरी निष्ठा एवं दृढ़ता संलग्न है एवं पूरे विश्व के बच्चों में जीवन मूल्य, मानव कल्याण, विश्व बन्धुत्व एवं ईश्वर भक्ति के उच्च आदर्शों को समावेश करने में हरसंभव प्रयासरत हैं।
डा. गाँधी की फिलीपीन्स यात्रा का विवरण देते हुए श्री शर्मा ने बताया कि इस अत्यन्त प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने हेतु डा. गाँधी को विशेष रूप से फिलीपीन्स की राजधानी मनीला आमन्त्रित किया गया था एवं 24 नवम्बर को अत्यन्त भव्य समारोह में भारतीय हस्तियों डा. जगदीश गाँधी एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल महामहिम एम. के. नारायणन के साथ ही विश्व के अन्य 14 प्रख्यात हस्तियों को फिलीपीन्स के राष्ट्रपति द्वारा ‘गुसी पीस प्राइज’ से नवाजा गया। इससे पूर्व 23 नवम्बर को डा. जगदीश गाँधी ने रिजल मेमोरियल जाकर फिलीपीन्स के उन योद्धाओं के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान की इम्पीरियल आर्मी के विरूद्ध युद्ध लड़ा था। श्री शर्मा ने बताया कि फिलीपीन्स सरकार द्वारा 24 नवम्बर को ‘‘गुसी डे आॅफ इण्टरनेशनल फ्रेण्डशिप’’ के रूप में मनाया गया एवं इस दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था।
श्री शर्मा ने कहा कि अपनी स्थापना के 52 वर्षों में सी.एम.एस. विश्व एकता का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय डा. जगदीश गाँधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। श्री शर्मा ने कहा कि आज से 52 वर्ष पूर्व जब सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की स्थापना मात्र दो शिक्षक जगदीश गाँधी व भारती गाँधी व पाँच बच्चों से हुई थी, वही सी0एम0एस0 आज दो से दो हजार शिक्षकों व पाँच से बयालीस हजार छात्रों वाला विश्व का सबसे बड़ा विद्यालय बन गया है। श्री शर्मा ने कहा कि डा. गाँधी का सम्पूर्ण जीवन बच्चों के लिए समर्पित है अतः यह सम्मान आपके द्वारा विश्व के दो अरब बच्चों हेतु सुरक्षित व शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था की स्थापना को और अधिक गति प्रदान करेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in