Archive | November 27th, 2011

कांग्रेस के युवराज के विदेशी दोस्तों की विदेशी कम्पनियों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिये ही यू0पी0ए0 सरकार ने खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश की अनुमति का फैसला लिया-माननीया मुख्यमंत्री जी

Posted on 27 November 2011 by admin

  • खुदरा कारोबार में विदेशी कम्पनियों के आने के बाद भारत की सम्पूर्ण अर्थ व्यवस्था विदेशियों के हाथों चली जायेगी
  • मेरी सरकार किसी भी विदेशी कम्पनी को उत्तर प्रदेश में खुदरा व्यापार करने की अनुमति नहीं देगी-माननीया मुख्यमंत्री जी
  • माननीया मुख्यमंत्री जी ने मा0 प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर केन्द्र सरकार के इस खौफनाक, नापाक व गरीबों के लिये प्राणघातक निर्णय को अविलम्ब वापस लेने की मांग की
  • बी0एस0पी0 पार्लियामेन्ट से लेकर पूरे देश में इस मुद्दे का पुरजोर विरोध करेगी और फैसला वापस न लिये जाने पर कठोर कदम उठायेगी

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने कहा है कि यू0पी0ए0 सरकार ने बहुराष्ट्रीय विदेशी कम्पनियों को भारत में खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेेश की अनुमति दिये जाने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि वह कांग्रेस के युवराज को किसी भी कीमत पर नाराज नहीं कर सकती। उन्होंने केन्द्र सरकार से इस  खौफनाक, नापाक व गरीबों के लिये प्राण-घातक फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि इस मुद्दे को लेकर बी0एस0पी0 पार्लियामेन्ट से लेकर पूरे देश में पुरजोर विरोध करेगी। उन्होंने यह भी कहा है उनकी सरकार उत्तर प्रदेश में किसी भी विदेशी कम्पनी को खुदरा व्यापार करने की अनुमति नहीं देगी। माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस फैसले को वापस लिये जाने के सम्बन्ध में मा0 प्रधानमंत्री जी को एक पत्र भी लिखा है।
माननीया मुख्यमंत्री जी आज यहां एनेक्सी स्थित मीडिया सेन्टर में जनहित के इस अति महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर बुलायी गयी प्रेस-कांफ्रेंस में मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के युवराज कुछ हफ्ते भारत में बिताने के बाद फिर सैर-सपाटा करने के लिये विदेश चले जाते हैं। चूंकि उनका पालन-पोषण, पढ़ाई-लिखाई सब ज्यादातर विदेश में हुई है, इसलिए उनका रहन-सहन, सोच-समझ सब विदेशियों की तरह ही हो गयी है। इसलिए वे जब कभी-कभार उत्तर प्रदेश में आते हैं तो अक्सर अपने विदेशी दोस्तों को सैर-सपाटा तथा मनोरंजन कराने के लिये अपने साथ ले आते हैं। इस दौरान वे अपने विदेशी दोस्तों को गरीबों की झोपड़ी में ले जाकर उनकी गरीबी का मजाक उड़वाते हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अब कांग्रेस के युवराज ने अपने इन्हीं विदेशी दोस्तों की विदेशी कम्पनियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से और उनको अरबपति, खरबपति बनाने व भारतवासियों को विदेशियों का गुलाम बनवाने के लिये फिर से ईस्ट इण्डिया कम्पनी की ही तरह, अबकी बार वाल मार्ट जैसी विदेशी कम्पनियों के हाथों में भारत की अर्थ व्यवस्था को देने का विचार कर लिया है। इसलिए यू0पी0ए0 सरकार के एक सहयोगी दल के खुले विरोध के बाद भी कैबिनेट में बहुराष्ट्रीय विदेशी कम्पनियों को भारत में खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश की अनुमति दिये जाने का निर्णय लिया है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने यह भी बताया कि यू0पी0ए0 सरकार ने यह निर्णय अच्छी तरह जानते हुए लिया कि इस कारोबार में विदेशी कम्पनियों के आने बाद भारत की सम्पूर्ण अर्थ व्यवस्था विदेशियों के हाथों में चली जायेगी और देश आर्थिक रूप से गुलाम बन जायेगा। यू0पी0ए0 सरकार यह भी जानती है कि इन विदेशी कम्पनियों के आने के बाद देश के लाखों-लाख छोटे दुकानदार व कारखानों का कारोबार पूर्ण रूप से बन्द हो जायेगा। ऐसी स्थिति में इन दुकानों व कारखानों में काम कर रहे करोड़ों मजदूर बेराजगार होकर अपने घरों में खाली बैठ जायेंगें। साथ ही देश के करोड़ों किसान, जो पहले से गरीबी के कारण आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं, वे और भी ज्यादा बर्बाद हो जायेंगे। क्योंकि ये विदेशी कम्पनियां किसानों को आधे दामों पर सब्जियां, अनाज व फल बेचने पर मजबूर कर देंगी, वरना वो इन चीजों को विदेशों से लाकर बेचेंगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने जोर देकर कहा कि वाल मार्ट जैसी अनेक कम्पनियां चीन व अन्य विदेशी जगहों से सस्ते में सामान लाकर बेचती हैं और यही वो भारतवर्ष में भी करेंगी, जिसकी वजह से फिर देश के सभी कामगार, मजदूर व छोटे उद्योग पूर्ण रूप से बन्द हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि इन सब बातों को जानते हुए भी यू0पी0ए0 सरकार ने गरीबों के लिये इस प्राण-घातक निर्णय को इसलिए लिया, क्योंकि वह कांग्रेस के युवराज को किसी भी कीमत पर नाराज नहीं कर सकती। अर्थात यह निर्णय सिर्फ और सिर्फ युवराज के विदेशी दोस्तों की विदेशी कम्पनियों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिये ही लिया गया है।
फैसले के दुष्परिणाम के सम्बन्ध में माननीया मुख्यमंत्री जी ने आगाह करते हुए कहा कि अगर इस निर्णय को लागू होने दिया गया तो इसका असर देश के लाखों कारोबारियों, दुकानदारों, किसानों, मजदूरों तथा गरीब और मध्यम वर्ग की आम जनता पर पड़ेगा, क्योंकि इन्हें सभी प्रकार की चीजों को काफी महंगे दामों पर खरीदने के लिये मजबूर होना पड़ेगा। यह निर्णय उनके ऊपर एक प्राणघातक हमले की तरह होगा। उन्होंने कहा कि अगर देश की केन्द्रीय सरकार ने आज सिर्फ एक व्यक्ति यानि कांग्रेस के युवराज की इस इच्छा को पूरा करने के लिये, विदेशी कम्पनियों को खुदरा कारोबार में आने की अनुमति दे दी, तो फिर यह लोग देश में महंगाई, जो पहले से ही चरम सीमा पर है, उसे और भी बढ़ाने में योगदान देंगे। साथ ही विदेशी कम्पनियां देश के छोटे-छोटे दुकानदारों, कारोबारियों, मजदूरों तथा किसानों को भूखे मरने के लिये या आत्महत्या करने के लिये भी मजबूर कर देंगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी के अनुसार केन्द्र सरकार के इस फैसले का मुख्य कारण यह है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव नजदीक होने की वजह से कांग्रेस पार्टी के युवराज उत्तर प्रदेश को अपने विदेशी दोस्तों की विदेशी कम्पनियों के हवाले करने के लिये और प्रदेश में अपनी पार्टी को सत्ता में लाने हेतु किस्म-किस्म की ड्रामेबाजी कर रहे हैं। लेकिन बी0एस0पी0 को उत्तर प्रदेश की जनता पर पूरा भरोसा है कि वह कांग्रेस पार्टी के इस मनसूबे को किसी भी कीमत पर प्रदेश मे पूरा नहीं होने देगी।
प्रदेश की वर्तमान स्थिति में अपनी पार्टी व सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के सभी किसानों, कारोबारियों, मजदूरों, छोटे-छोटे दुकानदारों तथा यहां की आम जनता को विश्वास दिलाते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने यह आश्वासन भी दिया कि जब तक वे प्रदेश की मुख्यमंत्री के पद पर आसीन है, तब तक यू0पी0ए0 सरकार के इस खौफनाक व नापाक निर्णय के तहत समूचे उत्तर प्रदेश में किसी भी विदेशी कम्पनी को खुदरा व्यापार में पूंजी निवेश करके किसी भी प्रकार से व्यापार करने की अनुमति नहीं देगी। इतना ही नहीं बल्कि उनकी पार्टी इस मुद्दे का पार्लियामेन्ट से लेकर पूरे देश में पुरजोर विरोध करेगी। उन्होंने प्रदेश के सभी छोटे व्यापारियों, कारोबारियों, मजदूरों तथा किसानों से अपील की है कि वे लोग अपना काम बिना किसी चिंता के सुकून के साथ करें, क्योंकि उनकी सरकार इन वर्गों के साथ है और इनकी हर तरह से पूरी मदद करेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र की सरकार से अपने निर्णय को अविलम्ब वापस ले वरना उनकी पार्टी को इसके खिलाफ शीघ्र ही कुछ कठोर निर्णय लेने के लिये मजबूर होना पड़ेगा।
एक सवाल के जवाब में माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश का मामला संसद में विचाराधीन है, जहां इस पर चर्चा हो रही है। इस पर निर्णय के उपरान्त ही बी0एस0पी0 अपना अगला कदम उठायेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा खुदरा व्यापार में विदेशी पूंजी निवेश का पुरजोर विरोध किये जाने पर विभिन्न व्यापार मण्डलों ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। इस सम्बन्ध में माननीया मुख्यमंत्री जी का कहना है कि जनता का इसी तरह समर्थन व सहयोग मिलता रहा तो वे उत्तर प्रदेश में विदेशी कम्पनियों को खुदरा व्यापार करने की अनुमति नहीं देंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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माननीया मुख्यमंत्री जी ने लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन किया

Posted on 27 November 2011 by admin

cm-1लखनऊ महोत्सव के माध्यम से लखनऊ के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और विरासत के साथ-साथ मौजूदा समय में इस महानगर को मिली नई पहचान की भी जानकारी बेहतर तरीके से हासिल हो सकेगी-माननीया मुख्यमंत्री जी

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने आज यहां मान्यवर श्री कांशीराम सांस्कृतिक स्थल, स्मृति उपवन आशियाना में 05 दिसम्बर, 2011 तक चलने वाले लखनऊ महोत्सव का दीप प्रज्जवलित कर औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत एवं विशिष्ट गंगा-जमुनी तहजीब को जनमानस के समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से हर साल लखनऊ महोत्सव का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष लखनऊ महोत्सव “हमें लखनऊ पर है नाज़ और लखनऊ को हम पर नाज़” की थीम पर आयोजित किया गया है, क्योंकि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राज्य सरकार ने सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन के महापुरूषों के आदर व सम्मान में अनेकों भव्य स्मारकों, संग्रहालयों, पार्कों व चैराहों आदि का निर्माण कराया है। इतना ही नहीं बल्कि उनकी सरकार द्वारा यहां बड़े पैमाने पर विकास कार्यों को भी अंजाम दिया गया है।
cm-2राज्य सरकार द्वारा यहां कराये गये विकास कार्याें का जिक्र करते हुए सुश्री मायावती जी ने कहा कि ये कार्य पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र बने हुए हैं। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष लखनऊ महोत्सव का आयोजन“हमें लखनऊ पर है नाज़ और लखनऊ को हम पर नाज़” थीम पर किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस थीम के माध्यम से महोत्सव में आने वाले लोगों को लखनऊ के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और विरासत के साथ-साथ मौजूदा समय में विकास कार्यों के फलस्वरूप इस महानगर को मिली नई पहचान की भी जानकारी बेहतर तरीके से हासिल हो सकेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 25 नवम्बर से 05 दिसम्बर, 2011 तक चलने वाले इस महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा गतिविधियों से लोगों का भरपूर मनोरंजन होगा। उन्होंने इस अवसर पर लखनऊ महोत्सव समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘‘उर्मिला’’ का विमोचन किया। पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विनोद सिंह द्वारा माननीया मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह् प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश और लखनऊ के समग्र विकास पर आधारित नृत्य नाटिका एवं महात्मा बुद्ध के जीवन को दर्शाता नाटक ‘‘हृदय परिवर्तन’’ का मंचन सिटी माण्टेसरी स्कूल के बच्चों द्वारा किया गया। इसके बाद डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के जीवन चरित पर आधारित लघु नाटक ‘‘चलो उजाले की ओर’’ की खूबसूरत प्रस्तुति मुम्बई की रंगशीला कल्चरल एण्ड डेवलेपमेन्ट सोसाइटी द्वारा की गई।
इस अवसर पर मंत्रिमण्डल के अनेक सदस्य, सांसद, विधायक, वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में पर्यटक, शिल्पकार एवं कलाकार मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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16500 रुपये की वित्तीय क्षति वसूलने के निर्णय और विभागीय जांच के कारण जिला उद्यान अधिकारी श्री चन्द्रभूषण पाण्डेय अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हंै-सरकारी प्रवक्ता

Posted on 27 November 2011 by admin

  • औद्यानीकरण योजनाओं के लिए सामग्री का क्रय  सरकारी संस्थाओं के माध्यम से ही
  • वैकल्पिक व्यवस्था में अधिकांश रिक्त पदों पर उद्यान विकास शाखा के कर्मी ही लगाये गये

उत्तर प्रदेश के उद्यान विभाग के कार्यकलापों के सम्बन्ध में जिला उद्यान अधिकारी, श्री चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा उठाये गये बिन्दुओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि श्री पाण्डेय के विरुद्ध विभागीय जांच चल रही है और उनसे 16,500 रुपये की वित्तीय क्षति वसूलने का निर्णय भी लिया गया है। इसके कारण ही श्री पाण्डेय उद्यान विभाग के विरुद्ध अनाप-शनाप बयानबाजी करके विभाग की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि क्रय संबंधी निर्णय उद्यान मंत्री के स्तर से नहीं लिये जाते हैं। औद्यानीकरण योजनाओं के लिए सामग्री का क्रय प्रदेश एवं केन्द्र सरकार तथा सहकारिता की प्रतिष्ठित संस्थाओं के माध्यम से वित्तीय नियमों के अनुरूप प्रक्रिया अपनाकर ही किया जाता है और इस कार्य में भरपूर पारदर्शिता रखी गयी है। इस वर्ष ग्लैडियोलाई बल्ब तथा लोटनल जैसी सामग्रियों का क्रय निजी कम्पनियों से भी नियमानुसार किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि उद्यान विभाग के जिला उद्यान अधिकारी श्री चन्द्रभूषण पाण्डेय को 05 अगस्त, 2011 के शासनादेश द्वारा जिला उद्यान अधिकारी, भदोही (संतरविदासनगर) के पद पर स्थानान्तरित किया गया था तथा उन्हें निदेशक, उद्यान द्वारा 09 अगस्त, 2011 को कार्यमुक्त भी कर दिया था परन्तु उन्होंने अभी तक अपने नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। प्रवक्ता ने बताया कि श्री पाण्डेय के कथित इस्तीफे की मूल हस्ताक्षरित प्रति भी नहीं प्राप्त हुयी है। जनवरी, 2009 में श्री चन्द्रभूषण पाण्डेय के विरुद्ध जाँचोपरान्त 16,500 रुपये की वित्तीय क्षति वसूलने तथा परिनिन्दित करने का निर्णय हुआ था। इसके अतिरिक्त इनके विरुद्ध अधिक धनराशि की सामग्री क्रय करने एवं अन्य अनियमितताओं के लिए विभागीय जाँच भी प्रचलित है।
प्रवक्ता ने बताया कि उद्यान विभाग के उद्यान विकास शाखा में अधिकारियों की कमी के दृष्टिगत कार्यहित में कुछ स्थानों पर अधिकारियों को एक से अधिक प्रभार दिये गये हैं और कतिपय जनपदों में अधीनस्थ अधिकारियों को कार्य करने के लिए अधिकृत किया गया है। इस प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था में अधिकांश रिक्त पदों पर उद्यान विकास शाखा के कर्मी ही लगाये गये हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सरकार के विरूद्ध असंतोष का लावा खौल रहा है

Posted on 27 November 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बेईमान अधिकारियों को संरक्षण तथा ईमानदार अधिकारियों का उत्पीड़न इस सरकार का मूल मंत्र बन गया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के विरोध में ईमानदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों में विद्रोह की भावना है। डी0आई0जी0 डी0डी0मिश्र, आई0पी0एस0 अमिताभ ठाकुर, डिप्टी एस0पी0 धीरेन्द्र राय का मामला तथा उद्यान अधिकारी चन्दभूषण पाण्डेय का बसपा सरकार के विरूद्ध विद्रोह तो एक बानगी भर है जबकि पूरे प्रदेश की नौकरशाही में सरकार के विरूद्ध असंतोष का लावा खौल रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सिलसिलेवार बताया कि बसपा सरकार के उत्पीड़न का श्रीगणेश इंजीनियर मनोज गुप्ता की हत्या से हुआ। सरकार की लूट खसोट तथा जबरन वसूली से अधिकारी तंग आ गए हैं। जो अधिकारी इस लूट खसोट में शामिल हो गए उन्हें बसपाई सरंक्षण मिल रहा है जबकि ईमानदार अधिकारियों का निलम्बन, पोस्टिंग न होना, जल्दी-जल्दी तबादला तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।  इस सरकार में आम आदमियों की बात तो छोडि़ए पूर्व मंत्रियों, विधायकों, संासदों सहित बात न मानने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का हाल बेहाल है और वे अपनी जान बचाने के लिए भयभीत हैंे। डिप्टी एस पी धीरेन्द्र राय के मामले में मा0 उच्च न्यायालय ने उत्पीड़न के विरोध में सरकार पर जुर्माना तक लगाया। पूरी की पूरी नौकरशाही या तो समर्पण की मुद्रा में है या विद्रोह की तैयारी में।
डा0 मिश्र ने कहा कि इस गफलत में प्रदेश का विकास पिछड़ रहा है तथा सरकार के 40 फीसदी मंत्री लोकपाल की जांच के दायरे में है और बसपा के मंत्री, विधायक एवं संासद बलात्कार, हत्या, आगजनी और बहशीपन के नये-नये कारनामों से प्रदेश में भय का वातावरण तैयार कर रहे हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय लगातार प्रदेश सरकार को चेता रहे हेैं परन्तु यह सरकार भ्रष्टाचार में व्यस्त तथा अत्याचार में मस्त है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की सरकारी मशीनरी विफलता का पैमाना बन गई है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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संसदीय व्यवस्थाओं का भी मजाक बना दिया है

Posted on 27 November 2011 by admin

26-11-a“उत्तर प्रदेश में चल रही बसपा सरकार असंवैधानिक है। इसने विधायिका की अवमानना के साथ संसदीय व्यवस्थाओं का भी मजाक बना दिया है। 11 मिनट में विधान सभा की कार्यवाही का समापन और दो सेंकेड में प्रदेश की 20 करोड़ की जनता केा चार हिस्सों में बांट देने का प्रस्ताव पारित करा लेना लोकतंत्र की हत्या है। ऐसी भ्रष्ट, अत्याचारी सरकार को बैलेट के जरिए उखाड़ फेंकने का हमें संकल्प लेना हैं।“
उक्त उद्गार नेता विरोधी दल, उत्तर प्रदेश विधान सभा श्री शिवपाल सिंह यादव ने आज अतरौलिया आजमगढ़ में किसान बालिका इन्टर कालेज, रानीपुर बूढ़नपुर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में व्यक्त किए। इसका आयोजन स्थानीय समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डा0 संग्राम सिंह यादव ने किया था। सम्मेलन को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष श्री अहमद हसन, पूर्व विधानसभाध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय, साॅसद श्री बालकुमार पटेल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सर्वश्री बलराम यादव (पूर्वमंत्री), देवेन्द्र प्रताप सिंह, राम सुन्दर दास निषाद(एमएलसी) दुर्गा प्रसाद यादव (विधायक) तथा आलमबदी और वसीम रिजवी (पूर्व विधायक) की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
श्री शिवपाल सिंह यादव ने 10 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में घोटाले और भ्रष्टाचार की सरकार है। कोई विभाग नहीं बचा है जहां के बजट की लूट न हुई हो। ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में हुए घोटाले के तार मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुॅच रहे थे इसलिए दो सीएमओ और एक डिप्टी सीएमओ की हत्या हो गई। सीबीआई जांच हाई कोर्ट के  आदेश पर शुरू हुई तो उसमें भी यह सरकार सहयेाग नहीं कर रही है। दर्जनों मंत्रियों-विधायकों के खिलाफ लूट, हत्या, जमीन पर अवैध कब्जे और बलात्कार के आरोप है। कई मंत्री, विधायक जेल में है। चार मंत्री लोकायुक्त की संस्तुति पर बर्खास्त हुए है। किन्तु मुख्यमंत्री ने इनको भी संरक्षण दिया है जिससे इनके खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज हुए है। प्रदेश में अराजकता है। किसान बुरी हालत में हैं। खाद, बिजली, पानी सबका संकट है। गन्ना, गेहूॅ, धान की फसल की उचित कीमत नहीं मिल रही है। सरकार को जनहित की नहीं अपना कमीशन बटोरने की चिन्ता है।
उन्होने कहा समाजवादी पार्टी ही साढ़े चार सालों में बसपा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ती रही है। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमें लगाकर उनका उत्पीड़न किया गया है। इस सरकार के खिलाफ व्यापक आक्रोश है। विधान सभा के 2012 में होनवाले चुनावों में इस सरकार को हटाना है और समाजवादी पार्टी की सरकार बनानी है। यही संकल्प लेकर घर जाना है।
श्री यादव का आज लखनऊ से अकबरपुर वाया बाराबंकी, रामसनेहीघाट, फैजाबाद के रास्ते में भी जगह-जगह समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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मंत्री भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे हैं

Posted on 27 November 2011 by admin

उ0प्र0 ही नहीं, पूरे देश के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी सरकार में 40प्रतिशत मंत्री भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे हैं और उनके खिलाफ लोकायुक्त द्वारा जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी में अगर तनिक भी नैतिकता हो तो उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में जाना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि भ्रष्टाचार से कराह रही जनता आने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री और बसपा को उसकी वास्तविक हैसियत बता देगी।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में विधायकों के खिलाफ गंभीर भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज की गई और इन विधायकों में अधिकांश बहुजन समाज पार्टी के हैं। इतिहास यह भी है कि पहली बार किसी मंत्रिमण्डल के चार-चार मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते अपने पदों से इस्तीफा देना पड़ा है। इन मंत्रियों को और किसी से नहीं बल्कि स्वयं मुख्यमंत्री सुश्री माायवती ने ही हटाया है। इसके अलावा स्वयं मुख्यमंत्री ने कई मंत्रियों और विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं देने का ऐलान किया है इसके पीछे भी भ्रष्टाचार, अपराधिक संलिप्तता ही प्रमुख कारण है। इन मंत्रियों और विधायकों पर हत्या, बलात्कार और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप हैं। एनआरएचएम, मनरेगा और तमाम केन्द्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार की नित नई कहानियां प्रकाश में आ रही हैं। अब तो सुश्री मायावती जी के अपने निकट के लोगों की बातें भी इस बात को उजागर कर रही है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व मेंएक संगठित गिरोह आम जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा लूटने में लगा है।
प्रवक्ता ने कहा कि कहाकि श्री राहुल गांधी द्वारा उठाये मुद्दों का जवाब देने में असमर्थ बसपा का इतिहास पढ़ने की बात करना मुद्दों से दूर भागना है। बहुजन समाज पार्टी द्वारा कंाग्रेस के राष्ट्रीय नेता को यह नसीहत देना कि वह बसपा के इतिहास को पढ़ें। जहां तक बसपा के इतिहास की बात है तो इतिहास तो उसका होता है जिसने देश और समाज की भलाई के लिए कुछ किया है। रही बात बसपा के भ्रष्टाचार और कुशासन का इतिहास, तो इसे पढ़ने में कंाग्रेस को कोई दिलचस्पी नहीं है उसे जनता खुद ही देख रही है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पूर्व मंत्री और मुख्यमंत्री जी के अत्यन्त करीबी ने अभी शीघ्र ही जिस तरह से गंभीर आरोप लगाये हैं वह इस बात की ओर स्पष्ट इशारा है कि लूट के पैसे की बंदरबांट के चलते इस तरह की नौबत आ रही है। जिसे तरह से एक उद्यान अधिकारी ने अपने विभागीय मंत्री पर नियोजित ढंग से पैसे की लूट का आरोप लगाया है उससे भी यह साबित होता है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सिर्फ और सिर्फ मंत्रियों और कुछ अधिकारियों का गिरोह अपनी जेबें भरने में लगा है। यह किसी से छुपा नहीं है कि कुछ अधिकारी प्रशासनिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर बसपा प्रवक्ता या बसपा कार्यकर्ताओं की भूमिका में नजर आ रहे हैं। कई अधिकारियों ने तो सार्वजनिक रूप से सत्ता में बैठे लोगों के भ्रष्ट खेल के बारे में बोलना शुरू कर दिया है। दरअसल मुख्यमंत्री सुश्री मायावती और उनके गिरोह का भाण्डा पूरी तरह से फूट गया है और पाप का घड़ा पूरी तरीके से भर गया है। जनता अब बहुत दिनों तक चुपचाप यह सब देखने वाली नहीं है। अब जनता के आक्रोश का लावा भड़क चुका है और लोग सड़कों पर उतरने के लिए बेकाबू हैं, प्रशासनिक नियंत्रण हाथ से निकल चुका है ऐसे में मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में जाना चाहिए।
प्रवक्ता ने अंत में कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा खुदरा क्षेत्र में विदेश निवेश पर लिये गये निर्णय पर जिस तरह से प्रदेश की मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया में व्यक्तिगत आरोप लगाये हैं उससे ऐसा लगता है कि प्रदेश की मुखिया के पास आर्थिक और राजनीतिक विषय में कहने को कुछ भी नहीं है। उ0प्र0 में भी श्री राहुल गांधी जी के दौरे और जनसमर्थन से घबराई प्रदेश की मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप पर उतर आई हैं उससे उनकी घबराहट और बौखलाहट का अंदाजा लगाया जा सकता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने निम्नलिखित प्रत्याशियों को पार्टी द्वारा निर्धारित मानकों को पूर्ण कर देने के फलस्वरूप इनकी उम्मीदवारी बहाल कर दी है

Posted on 27 November 2011 by admin

1.     49-मेरठ दक्षिण,       श्री आदिल चैधरी
2.     60-गढ़मुक्तेश्वर,       श्री मदन चैहान
3.     145-महोली,          श्री अनूप गुप्ता
4.     174-लखनऊ मध्य,    श्री रविदास मेहरोत्रा
5.     259-मेजा            श्री गिरीशचन्द्र गामा पाण्डेय
6.     296-गोण्डा,          श्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह
7.     297-कटराबाजार,      श्री बैजनाथ दुबे
8.     384-पिन्ड्रा,           श्री अखिलेश मिश्रा

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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आईडीएफसी के कर बचत वाले इंफ्रा बांड जारी

Posted on 27 November 2011 by admin

इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (आईडीएफसी) ने सिक्योर्ड रिडीमेबल नाॅन कनवर्टिबल डिबेंचर्स के रूप में 5000 रूप्ए अंकित मूल्य वाले लांग टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर बांड जारी करने करने की घोषणा की है। इसमें निवेश करने पर धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट मिलेगी। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने पिछले आम बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर बांड में निवेश करने वालों को 20 हजार अतिरिक्त छूट की घोषणा की थी यानी पहली धारा 80 सी के तहत सिर्फ एक लाख रूप्ये तक निवेश करके टैक्स बचाया जा सकता था अब यह सीमा एक लाख बीस हजार हो गई है। श्रृंखला एक बांड्स के इस इश्यू के बिक्री की अंतिम तिथि 16 दिसंबर 2011 है। इसकी ब्याज दर 9 प्रतिशत सालाना होगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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