Archive | November 13th, 2011

हरदोई सवायजपुर मार्ग का भाग्य जागा, 19 करोड़ मंजूर-नितिन अग्रवाल

Posted on 13 November 2011 by admin

हरदोई से सवायजपुर होते हुए फर्रूखाबाद जाने वाला मार्ग अपनी बदहाली गड्ढ़ों एवं उबड़ खाबड़ रास्तों के लिए कई सालों से अपनी किस्मत पर रो रहा था। सवायजपुर से फर्रूखाबाद का रास्ता सुगम आरामदायक था। परंतु बीच का रास्ता सवायजपुर तक गाड़ी मालिक चालक यात्री साइकिल सवार सभी परेषान हो जाते जिसका पुर्नरूद्धार होने जा रहा है। जिसमें 1 से 16 किलोमीटर का मार्ग बनाने के लिए उन्नीस करोड़ रूपए स्वीकृत कर लिए गए है और पहली किस्त 3.80 लाख की जारी होकर आ चुकी है। इसके पूरा होने से पहले दूसरे चरण की मंजूरी मिल जाएगी। यह सूचना पत्रकार वार्ता करते हुए सदर विधायक सदर विधायक नितिन अग्रवाल ने बताई और कहा कि बावन हरियावां के 38 ग्रामों में विद्युतीकरण कराया जाएगा। बिजली पानी सड़क की प्रत्येक सुविधा नए विधानसभा क्षेत्र को जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा विकास कार्य कराना हमारी पारिवारिक परंपरा रही हैं। मलेरिया विभाग को शहर के निवासियों का मच्छर से मुक्ति दिलाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। बावन क्षेत्र के लोगों को कल से खाद मिलना शुरू हो जाएगी। उन्होनें बताया कि लखनऊ की रैली में भाग लेने के लिए कार्यकर्ताओं को 110 बसे और छोटे वाहनों से प्रस्थान करेगें। बसपा की उपलब्धियां गिनाकर 2012 में बसपा सरकार बनने का भरोसा भी दिलाया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी के कर कमलों द्वारा उ0प्र0 विकलांग उद्धार डा0 शकंुतला मिश्रा विश्वविद्यालय का लोकार्पण

Posted on 13 November 2011 by admin

* उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी के कर कमलों द्वारा उ0प्र0 विकलांग उद्धार डा0 शकंुतला मिश्रा विश्वविद्यालय का लोकार्पण सम्पन्न साथ ही, उन्होंने इस विश्वविद्यालय को अपने स्वर्गीय दादा श्री मंगला उर्फ श्री मंगल सैन को समर्पित किया
* जिनसे प्रेरित होकर माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की
* इसके साथ-साथ माननीया मुख्यमंत्री जी ने राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये अन्य महत्वपूर्ण कार्याें का भी संक्षेप में वर्णन किया
* माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस मौके पर जनहित से जुड़ी 16,142 करोड़ रुपये की 236 अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया
* सोची-समझी व बहुत बड़ी राजनैतिक साजिश के तहत कांग्रेस सहित सभी विरोधी पार्टियां मेरी सरकार पर गलत व झूठे आरोप लगाती रहती हैं-माननीया मुख्यमंत्री जी
* उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र ने कार्यक्रम से जुड़े सभी महानुभाव के प्रति आभार व्यक्त किया

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी के कर कमलों द्वारा उ0प्र0 विकलांग उद्धार डा0 शकंुतला मिश्रा विश्वविद्यालय (लखनऊ) का लोकार्पण आज यहां सम्पन्न हुआ। उन्होंने इस विश्वविद्यालय को अपने स्वर्गीय दादा श्री मंगला उर्फ श्री मंगल सैन को समर्पित किया, जिनकी महान व मानवीय सोच से प्रेरित होकर माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने ख़ासकर शिक्षा के क्षेत्र में किये गये महत्वपूर्ण कार्याें का भी संक्षेप में वर्णन करते हुए कहा कि प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए वर्तमान सरकार ने पिछले चार वर्षों में लगभग 65,000 करोड़ रूपये से अधिक खर्च किये, जिसके फलस्वरूप प्रदेश में साक्षरता की दर काफी बढ़ी है।
माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने इस मौके पर जनहित से जुडे़ विभिन्न विभागों की 16,142 करोड़ रूपये की 236 अन्य महत्वपूर्ण परियोजनओं का लोकार्पण, उद्घाटन व शिलान्यास करते हुए बी0एस0पी0 सरकार के प्रति केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार के सौतेले व असहयोगपूर्ण रवैये की निन्दा की और ‘‘कांग्रेस पार्टी के युवराज’’ को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के युवराज प्रदेश में वोट की राजनीति के लिए आयेदिन किस्म-किस्म की नाटकबाजी व गलत बयानबाजी के जरिये उनकी सरकार पर गुस्सा जाहिर करते रहते हैं। इसके बजाय उन्हें अपना गुस्सा कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार को दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ी सोची-समझी राजनीतिक साजिश के तहत कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियां उनकी सरकार पर गलत व झूठे आरोप लगाती रहती हैं।
अपने सम्बोधन में माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब-जब उत्तर प्रदेश में, उनके नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनी है, तब-तब हर मामले में व हर स्तर पर यहाँ ‘‘सर्वजन हिताय एवं सर्वजन सुखाय‘‘ की नीति के आधार पर सरकार चलायी गयी है। इसी ही नीति के तहत् चलकर प्रदेश में लम्बे अरसे से समाज में उपेक्षित चले आ रहे विकलांगजनों के उद्धार के लिये भी प्रदेश सरकार ने अनेकों ठोस व महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश विकलांग उद्धार डा. शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय की उनकी सरकार द्वारा की गई स्थापना, विशेष रूप से ऐतिहासिक एवं अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि खासतौर से इस विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे समाज में विकलांगजनों के व्यापक उद्धार के लिए उनकी पवित्र भावना निहित है, जिसकी प्रेरणा उन्हें अपने दादा स्वर्गीय श्री मंगला उर्फ श्री मंगल सैन की मानवीय सोच से मिली है।
अपने स्वर्गीय दादा श्री मंगला उर्फ श्री मंगल सैन का संक्षिप्त परिचय देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वे देश सेवा करने के ध्येय से सेना में भर्ती हुये तथा उक्त सेवाकाल में सन् 1914 से लेकर 1918 तक के प्रथम विश्वयुद्ध में अपने देश की ओर से इटली में कार्यरत रहे थे। इसके बाद फिर वे अपने देश में वापिस आकर शादी के बन्धन में बंध गये। लेकिन इसके साथ-साथ यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि माननीया मुख्यमंत्री जी के पिता श्री प्रभुदास जी, सन् 1928 में जब लगभग छः महीने के थे, तब इनकी माता अर्थात् माननीया मुख्यमंत्री जी की दादी जी का देहान्त हो गया। जब माननीया मुख्यमंत्री जी के पिता जी की उम्र लगभग पाँच वर्ष थी, उस दौरान माननीया मुख्यमंत्री जी के दादा श्री मंगल सैन अपने ही घर में खुद का कार्य करते हुये दुर्घटनावश दृष्टि बाधित हो गये और कुछ समय बाद उनकी दोनों आँखों की रोशनी पूरी तौर से चली गयी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वर्गीय श्री मंगल सैन ने ऐसी विषम परिस्थितियों में भी अपने इकलौते बेटे अर्थात् माननीया मुख्यमंत्री जी के पिता श्री प्रभुदास जी का, अपनी मेहनत की कमाई से खुद पालन-पोषण करके, इन्हें स्नातक यानि बी0ए0 की उच्च शिक्षा हासिल करायी। और इनको हर मामले में अपने पैरों पर खड़ा करके, समाज में यह साबित कर दिया कि इन्सान अपनी नेक व मज़बूत, दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर, विकलांगता होने के बावजूद अपने जीवन में बड़े से बड़े उद्देश्य को सफलतापूर्वक हासिल कर सकता है। अपनी इसी पवित्र सोच व धारणा के अनुरूप ही श्री मंगल सैन ने अपने बेटे अर्थात् माननीया मुख्यमंत्री जी के पिता जी को यह भी प्रेरित किया कि उनके व उनके परिवार के किसी भी सदस्य को आगे चलकर जब भी कोई मौका प्राप्त होता है तो उन्हें समाज में विकलांगजनों के उद्धार के लिये ज़रूर नेक कार्य करना होगा।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खुशी की बात यह है कि देश में दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्में महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों में भी खासतौर से, महात्मा ज्योतिबा फूले, छत्रपति शाहूजी महाराज, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर व मान्यवर श्री कांशीराम जी आदि के बताये हुये रास्तों पर चलकर, आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े प्रदेश, उत्तर प्रदेश की चार बार, जब उनकी पोती को अर्थात् माननीया सुश्री मायावती जी को मुख्यमंत्री के रूप में यहाँ जनता की सेवा करने का शुभ अवसर मिला। तब माननीया मुख्यमंत्री जी ने अपने दादा स्वर्गीय श्री मंगल सैन की इस मानवीय सोच को पूरा करने के मुख्य उद्देश्य से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश विकलांग उद्धार डा0 शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय की स्थापना की।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वर्गीय श्री मंगल सैन की सोच को ध्यान में रखकर ही इस विश्वविद्यालय का नाम स्वर्गीय डा0 शकुन्तला मिश्रा के नाम पर रखा गया है, जो अपने जीते-जी अपनी सच्ची मानवीय भावना से समाज में दुःखी व पीडि़त लोगों की सेवा करने के साथ-साथ विकलांगजनों के हितो में भी काफी अहम् भूमिका निभाती रही है। और इनकी इसी नेक व मानवीय सोच से प्रभावित होकर फिर इनके बेटे श्री सतीश चन्द्र मिश्रा, बहुजन समाज पार्टी की मूवमेन्ट से जुड़े हैं।
माननीया सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम खासतौर से एक महिला के नाम पर इसलिये रखा गया है, क्योंकि उनके पूज्यनीय दादा ने अपने समय में समाज के पुरूष प्रधान होते हुये भी, हर मामले में बेटियों को हमेशा बेटों के बराबर दर्जा दिया है। जिसकी पृष्ठभूमि यह है कि माननीया मुख्यमंत्री जी के दादा के इकलौते बेटे श्री प्रभुदास जी के यहाँ बेटे तो बाद में पैदा हुये, लेकिन शुरू में उन्हें (माननीया मुख्यमंत्री जी को) मिलाकर लगातार तीन बेटियां पैदा हुई। जिसके कारण बेटा पैदा होने की उम्मीद को छोड़ते हुये, समाज के अधिकांश लोगों ने वंश चलाने के नाम पर, श्री प्रभुदास जी को दूसरी शादी करने की सलाह दी थी। किन्तु उनकी इस सलाह को माननीया मुख्यमंत्री जी के दादा ने पूर्णरूप से ठुकराते हुये माननीया मुख्यमंत्री जी के पिताजी को यह कहा कि ‘‘मेरे जीते-जी व देहान्त के बाद भी, मेरी पोतियों का पालन-पोषण, आपको बेटों की तरह ही करना है।’’ और साथ ही समाज में हर स्तर पर महिलाओं को पुरूषों के बराबर पूरा-पूरा महत्व भी देना है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने पूज्यनीय दादा जी की इस सोच व धारणा को नमन करते हुये, अपने देश में पहले बने इस विशिष्ट व भव्य विकलांग उद्धार विश्वविद्यालय का नाम एक योग्य एवं पात्र महिला के नाम पर रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अपने देश में सवर्ण समाज में सदियों से उपेक्षित रहे दलित वर्ग की एक बेटी के नेतृत्व में चल रही बी0एस0पी0 की सरकार के दौरान यहाँ लखनऊ में स्थापित इस विश्वविद्यालय का नाम एक सवर्ण जाति की महिला के नाम से रखे जाने पर, सर्वसमाज में भाईचारा पैदा करने व समतामूलक समाज व्यवस्था के निर्माण में भी कुछ हद तक गति जरूर मिलेगी।
उत्तर प्रदेश विकलांग उद्धार डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के खास मकसद व उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न श्रेणी के विकलांगजनों को एक बेहतरीन वातावरण में अच्छी उच्च शिक्षा आसानी से उपलब्ध कराने की चुनौती को पूरा करने के खास मकसद व उद्देश्य से, राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2008 में लखनऊ के मोहान रोड पर लगभग 131 एकड़ भूमि के विशाल क्षेत्र में इस विकलांग उद्धार विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। साथ ही इसे, इसकी पवित्र भावना के अनुरूप ढालने के लिये, राज्य सरकार का लगातार प्रयास जारी है और इसके निर्माण की लागत लगभग 500 करोड़ रूपये है। उन्होंने इन सब विशेष प्रयासों के लिए प्रदेश के विकलांग कल्याण विभाग व इस विश्वविद्यालय के निर्माण से सम्बन्धित अन्य सभी महानुभावों का भी तहेदिल से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके (माननीया मुख्यमंत्री जी के) दिशा-निर्देंशन में, माननीया मुख्यमंत्री जी के दादा स्वर्गीय श्री मंगल सैन जी की मानवीय सोच को जमीनी अमली जामा पहनाने के खास मकसद से समाज में विकलांगजनों का उद्धार करने हेतु देश में सही मायने में पहली बार यहाँ एक विशिष्ट व विशाल उत्तर प्रदेश विकलांग उद्धार डा. शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय की स्थापना की है।

माननीया सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय को समाज के उपेक्षित विकलांगजनों के हित व कल्याण एवं उद्धार के प्रति संकल्पित बी0एस0पी0 की सरकार द्वारा ‘‘मेरे पूज्यनीय दादा स्वर्गीय श्री मंगला उर्फ श्री मंगल सैन जी की महान एवं मानवीय सोच को आज समर्पित किया जाता है।‘‘ जिनकी सोच से प्रभावित होकर ही देश में अपना विशिष्ट स्थान रखने वाला यह पहला आलीशान विकलांग उद्धार विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है, जो विकलांगजनों के कल्याण हेतु आगे चलकर जरूर मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर माननीया मुख्यमंत्री जी ने राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किये गये व्यापक कार्याें का संक्षिप्त विवरण देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अनेकों विश्वविद्यालय, कालेज, मेडिकल कालेज, तकनीकी व अन्य शिक्षण संस्थानों, छात्रावास, कोचिंग सेन्टर आदि की भी स्थापना की है। जिन पर राज्य सरकार द्वारा पिछले चार वर्षाें में लगभग 65 हजार करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि खर्च की गयी। साथ ही प्रदेश में पहले से स्थापित शिक्षण संस्थानों को बेहतर करने और संसाधनों की कमी को दूर करने की दिशा में भी काफी ठोस पहल की गयी है, जिसके परिणामस्वरूप इस दशक में प्रदेश की महिलाओं की साक्षरता दर 42 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 60 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा पुरुषों की साक्षरता दर बढ़कर लगभग 90 प्रतिशत हो गई। उन्होंने कहा कि इसकी पुष्टि वर्ष 2011 के जनगणना आंकड़ों से की जा सकती है।
जनपद गौतमबुद्ध नगर में विश्व स्तरीय गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की जानकारी देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने बताया कि इस विश्वविद्यालय में पहली बार सर्वसमाज के गरीब छात्र-छात्राओं को सरकारी खर्च पर विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा दी गयी है। साथ ही लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू-अरबी-फारसी विश्वविद्यालय की भी स्थापना की गयी है। उनकी सरकार बी0पी0एल0 परिवारों की बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए, अपने संसाधनों के बल पर सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना संचालित कर रही है, जिसमें कक्षा-ग्यारह में पढ़ रही छात्रा को एक साइकिल के साथ-साथ 15 हजार रूपये तथा कक्षा-बारह में पढ़ने वाली छात्रा को 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्हांेने कहा कि तीन वर्षों में, इस योजना के तहत राज्य सरकार ने लगभग 1221 करोड़ रूपये खर्च करके, अब तक लगभग 9,93,000 बालिकाओं को लाभ पहुँचाया है, जिसमें लगभग 2,43,000 बालिकायें अनुसूचित जाति की हैं। इसके अलावा वर्तमान वित्तीय वर्ष में भी इस योजना के तहत लगभग 1131 करोड़ रूपये का प्राविधान करके 7,39,000 बालिकाओं को लाभान्वित करने के लक्ष्य में काफी प्रगति हो चुकी है। साथ ही इस योजना से प्रदेश के मान्यता प्राप्त मदरसों व अन्य तकनीकी संस्थाओं में पढ़ रही पात्र छात्राओं को भी लाभान्वित किया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस सम्बन्ध में 97 हजार अध्यापकों की नियुक्ति की गयी और लगभग 72 हजार प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया प्रगति पर है। साथ ही 62 हजार स्नातक शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ उनकी सरकार ने 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को निःशुल्क अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश निःशुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियमावली 2011 को लागू किया है और प्राथमिक विद्यालयों में पहली कक्षा से ही अंग्रेजी की पढ़ाई भी शुरू करायी है। स्कूलों में दोपहर के भोजन की योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार ने आई0वी0आर0एस0 प्रणाली अपनायी हैै, जिसकी तारीफ पूरे देश में हो रही है और अब इसे दूसरे राज्य भी लागू करने पर विचार कर रहे हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने माध्यमिक शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लिए गये निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि 256 राजकीय हाईस्कूलों का उच्चीकरण करके उन्हें इण्टरमीडिएट में तब्दील किया गया और 572 नवीन हाईस्कूल विद्यालयों की भी स्थापना भी की गई। इसके अलावा 148 विकास खण्डों में केन्द्रीय विद्यालय की भांति माॅडल स्कूलों का भी निर्माण कार्य बहुत जल्द पूरा होगा। इसी प्रकार, उच्च शिक्षा में सुधार पर भी राज्य सरकार ने पूरा ध्यान देते हुए 16 राजकीय महाविद्यालय स्थापित किये तथा 10 राजकीय महाविद्यालयों को स्नातकोत्तर स्तर पर उच्चीकृत भी किया है। निजी क्षेत्र में अब तक 17 विश्वविद्यालयों की स्थापना की अनुमति प्रदान की जा चुकी है। इसके साथ ही गौतमबुद्ध नगर जिले में महामाया प्राविधिक विश्वविद्यालय के नाम से दूसरा प्राविधिक विश्वविद्यालय, बांदा में मान्यवर श्री कांशीराम जी कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 05 जि़लों में नये पाॅलीटेक्निक तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी यू0पी0 इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी की भी स्थापना भी की गई है।
राज्य सरकार द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए किए गये कार्याें की जानकारी देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उनकी सरकार ने डिप्लोमा संस्थाओं की संख्या बढ़ाकर 149 तथा इनमें प्रवेश क्षमता लगभग 33 हजार कर दी है। 41 नये राजकीय पाॅलीटेक्निकों की भी स्थापना की गई है। इसी के साथ स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के अन्तर्गत बाँदा, बिजनौर, आज़मगढ़ तथा अम्बेडकर नगर जिलों में नये इंजीनियरिंग कालेजों की स्थापना की गई है। बाँदा, कन्नौज, अम्बेडकर नगर तथा सहारनपुर जनपदों में मेडिकल कालेजों की स्थापना के साथ-साथ, 28 संस्कृत महाविद्यालयों तथा 99 मदरसों को अनुदान सूची में शामिल भी किया गया है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसी प्रकार उनकी सरकार ने अन्य क्षेत्रों में भी विकास व जनहित के काफी महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्य किये हैं। इसके बावजूद विरोधी पार्टियों के लोग आये-दिन मीडिया में अधिकांशतः अरोप लगाते रहते हैं कि उनकी पार्टी की सरकार जनता की ज्यादातर धनराशि को स्मारकों व पार्काें आदि के निर्माण पर ही खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों के अरोप हकीकत से बिलकुल परे है और यह पूरी तौर से इनका दुष्प्रचार है। जबकि इस सम्बन्ध में वास्तविकता यह है कि प्रदेश सरकार के वार्षिक बजट का मात्र एक प्रतिशत से भी कम धनराशि स्मारकों व पार्काें आदि के निर्माण पर अभी तक खर्च की गई है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अब इन सभी स्थलों पर प्रतिदिन आने वाली भारी संख्या में पर्यटकों की भीड़ को देखते हुये, विरोधी पार्टियों को यह भी मालूम हो जाना चाहिये कि जनता के दिल में इन स्मारकों व पार्कों आदि के प्रति कितनी ज्यादा आस्था है। उन्हांेने कहा कि उनका अनुमान है कि ऐसी स्थिति में कुछ ही वर्षों के बाद इन स्थलों के टिकटों की बिक्री से होने वाली आय, इनके निर्माण पर हुये खर्चें से कई गुना अधिक हो जायेगी, जो प्रदेश के विकास व जनहित के कार्यों पर और उसमें भी गरीबों के उत्थान के लिए विशेषतौर से खर्च की जायेगी।
कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र सरकार द्वारा उनकी पार्टी की सरकार के प्रति शुरू से ही किये जा रहे सौतेले व असहयोगपूर्ण रवैये का उल्लेख करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके बावजूद, उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में वर्णित ज्यादातर उपलब्धियां, राज्य सरकार ने अपने संसाधनों के बदौलत प्राप्त की हैं। उन्हांेने कहा कि प्रदेश की जनता के हित व कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं की धनराशि भी केन्द्र सरकार द्वारा समय से उपलब्ध नहीं करायी जाती रही है।
इस सम्बन्ध में खासतौर से सर्व शिक्षा अभियान व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान का उल्लेख करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र सरकार का रवैया निन्दनीय है। उन्हांेने कहा कि कांग्रेस पार्टी के युवराज प्रदेश में वोट की राजनीति के लिए, आये-दिन किस्म-किस्म की नाटकबाजी व गलत बयानबाजी के जरिये, उनकी सरकार पर गुस्सा जाहिर करते रहते हैं, इसके बजाय उन्हें अपना गुस्सा दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चल रही यू0पी0ए0 की सरकार को दिखाना चाहिये। साथ ही प्रदेश का एक सांसद होने के नाते भी इनको केन्द्र सरकार पर अपना दबाव डालकर प्रदेश की लम्बित पड़ी धनराशि को जारी करवाने में राज्य सरकार की मदद करनी चाहिये। इसके साथ-साथ कांग्रेस के युवराज को, केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश में लगातार बढ़ रही महँगाई व अभी हाल ही में पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों को कम करवाने में भी बढ़-चढ़कर पहल करनी चाहिये, क्योंकि इनसे उत्तर प्रदेश भी काफी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उन्हांेने दुःख जताते हुए कहा कि जनहित के इन सभी जरूरी मामलों में, कांग्रेस पार्टी के इस युवराज को न तो कभी गुस्सा आता है और न ही इस ओर उनका कभी ध्यान जाता है। इसी प्रकार देश में खासतौर से कांग्रेस पार्टी शासित राज्यों, और इसमें भी महाराष्ट्र व देश की राजधानी दिल्ली जैसे राज्यों में, विशेषतौर से उत्तर प्रदेश व बिहार के जो लोग कांग्रेस पार्टी के राज में अपनी रोटी-रोजी कमाने के लिए मजबूरीवश अपने राज्यों को छोड़कर वहाँ जाकर बस गये हैं, जिनके साथ आयेदिन किस्म-किस्म की जुल्म-ज्यादती भी होती रहती हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी शासित राज्य हरियाणा के मिर्चपुर गाँव में वहाँ के सामन्तवादियों द्वारा दलितों को पूरी तरह से उजाड़ दिया गया, जो आज भी कोर्ट में न्याय मांगते घूम रहे हैं। लेकिन ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी के युवराज को अपनी इन सरकारों पर गुस्सा नहीं आता है। इतना ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद, कांग्रेस पार्टी ने जब लगभग 38 वर्षों तक अकेले यहाँ राज किया, तो इस लम्बी अवधि में इनके शासन के दौरान यहाँ पर दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों व अपर कास्ट समाज में से गरीब एवं कमजोर लोगांे के ऊपर जातिवादी व धार्मिक द्वेष की भावना तथा सामन्तवादी मानसिकता के तहत् बड़े पैमाने पर जुल्म-ज्यादती की जाती थी।
कांग्रेस पार्टी के राज में ही मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुये श्री वी.पी. सिंह के सगे भाई की हत्या के अलावा अनेक निर्दोष लोगों तथा कई जन-प्रतिनिधियों के मारे जाने का उल्लेख करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो एक जन-प्रतिनिधि को दिन-दहाड़े उसके कमरे की छत को तोड़कर बल्लम से गोद-गोदकर मार दिया गया था। लेकिन आश्चर्य की बात है कि इसे कांग्रेस पार्टी के लोग कानून का राज कहते थे। उन्होंने कहा कि आज जब उनकी सरकार में, हर मामले में व हर स्तर पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बिना किसी द्वेष भावना के न्याय दिया जा रहा है, तो कांग्रेस पार्टी के लोग उनके इस बेहतरीन राज को जंगल राज बता रहे हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में तो कांग्रेस पार्टी का काफी लम्बा इतिहास है, इसलिए इस मामले को लेकर उनकी पार्टी की सरकार के बारे में कोई भी टीका-टिप्पणी करना कांग्रेस पार्टी को शोभा नहीं देता। कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ अन्य सभी विरोधी पार्टियों के लोग भी उनकी सरकार के ऊपर आयेदिन किस्म-किस्म के और उसमें भी विशेषतौर से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का गलत व झूठा आरोप लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह सब उनकी सरकार को बदनाम करने की विपक्षी पार्टियों की आपसी मिली-जुली एक सोची-समझी बहुत बड़ी राजनैतिक साजिश नजर आती है।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस सम्बन्ध में सभी विरोधी पार्टियों को अच्छी तरह से मालूम है कि प्रदेश में वर्षों से हर स्तर पर काफी ज्यादा भ्रष्टाचार फैला हुआ है, वह पूर्व की सरकारों की, वर्षों पुरानी भयंकर बीमारी है जो उनकी सरकार को विरासत में मिली है। उन्होंने कहा कि इसे खत्म करने के लिए उनकी सरकार पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ लगी हुई है, और इसके अनेक जीते-जागते प्रमाण जनता के सामने मौजूद हैं। इस बारे में सभी लोगों को मालूम है कि उनकी सरकार के जिस भी मन्त्री व अधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने की थोड़ी सी भी गम्भीर बात सामने आयी है, तो उन्होंने (माननीया मुख्यमंत्री जी ने) उस मन्त्री व अधिकारी के खिलाफ काफी सख्त कार्यवाही करने के निर्देंश दिये हंै।
ऐसे कुछ मामलों में दाखिल की गई पी0आई0एल0 पर माननीय हाई कोर्ट के आये फैसले को माननीय सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के बजाय, उनकी सरकार द्वारा माननीय हाई कोर्ट के फैसले का तुरन्त पालन किये जाने का उल्लेख करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में एन0आर0एच0एम0, लखनऊ से जुड़े 3 सी0एम0ओ0 की हत्या व सम्बन्धित विभाग की वित्तीय जाँच को भारत सरकार की सी0बी0आई व सी0ए0जी0 को यह जानते हुये भी दे दी है कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र की इन दोनों जाँच एजेन्सियों की आड़ में उत्तर प्रदेश विधानसभा या फिर आगे चलकर देश में लोकसभा आम चुनाव होने से पहले इसका राजनैतिक लाभ उठाने की पूरी-पूरी कोशिश कर सकती है। उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग सभी विरोधी पार्टियों के लोग केन्द्र की इन जाँच एजेन्सियों के बारे में केन्द्र सरकार के रवैये को देखकर आयेदिन उंगली उठाते रहते हैं। लेकिन फिर भी उन्हें प्रदेश की जनता पर पूरा यकीन है कि वह उनके ताज प्रकरण से सबक सीखकर इन सब मामलों में भी सावधान रहेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में विरोधी पार्टियों द्वारा अपनायें जा रहे इन सब हथकण्डों से भी जब इनका मकसद पूरा नहीं हो पा रहा है, तो अब ये सभी विरोधी पार्टियां अपनी किस्म-किस्म की यात्रायें निकालकर प्रदेश की भोली-भाली जनता का,े उनकी पार्टी व सरकार के खिलाफ गुमराह करने की कोशिश में जी-जान से लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब इनकी इन यात्राओं से भी इनका मकसद पूरा नहीं हो रहा है तो अब ये पार्टियां, अपनी इन यात्राओं के साथ-साथ पर्दें के पीछे से अपनी मदद के लिए प्रदेश में अनेक धार्मिक बाबाओं की भी यात्रायें निकलवा रही हैं। इन सब यात्राओं में भी फेल हो जाने के बाद, अब ये विरोधी पार्टियां अपने मकसद को हासिल करने की कोशिश में मुम्बई के कुछ फिल्म-कलाकारों का भी विभिन्न रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। जिससे प्रदेश की जनता का मनोरंजन तो खूब होगा, लेकिन इससे भी इनको कुछ ज्यादा फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों को इन हथकण्डों के इस्तेमाल करने के बावजूद प्रदेश की जनता गुमराह होने वाली नहीं है।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनकी पार्टी की सरकार, अपने अन्य विभागों के जरिये भी यहाँ विकास व जनहित के मामलों में अनेकों और महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने 14 अक्टूबर के बाद आज फिर से उनके (माननीया मुख्यमंत्री जी के) द्वारा लगभग 10,611 करोड़ रूपये की, 169 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 5,532 करोड़ रूपये की लागत से 67 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस मौके पर बताया कि आज जिन परियोजनाओं का उन्होंने लोकार्पण व शिलान्यास किया है, उनमें बिजली उत्पादन की तीन अति महत्वपूर्ण परियोजनाएं भी शामिल हैं, जिनके क्रियाशील हो जाने से प्रदेश को 1650 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी। उन्होंने इस बात पर बेहद खुशी जतायी कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में पिछले 20 वर्षाें में इतनी अधिक क्षमता वृद्धि कभी नहीं हुई।
प्रदेश में बिजली की दयनीय व खराब स्थिति उनकी पार्टी की सरकार को विरासत में मिलने का उल्लेख करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में बिजली उत्पादन बढ़ाये जाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे अनेकों प्रयासों के चलते, उन्हें पूरा भरोसा है कि सन् 2014 तक यहाँ की जनता को समुचित बिजली मिलने लगेगी। इससे जनता को काफी राहत प्राप्त होगी, और आगे चलकर सन् 2017 तक उत्तर प्रदेश बिजली उत्पादन के मामले में न केवल आत्मनिर्भर होगा, बल्कि देश में सरप्लस विद्युत प्रदेश भी बन जायेगा।
प्रदेश की नदियों को प्रदूषण मुक्त करने हेतु अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछली सरकारों की मात्र घोषणाओं की बजाय, उनकी सरकार ने अपने वर्तमान कार्यकाल में ही लखनऊ शहर में गोमती नदी में गिरने वाले सभी नालों से हो रहे प्रदूषण को रोकने का कार्य 460.22 करोड़ रूपयों की लागत से पूर्ण कर गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त कर दिया है। इन नालों के दूषित जल के शोधन हेतु 345 एम0एल0डी0 क्षमता का एशिया का सबसे बड़ा संयन्त्र भरवारा में तथा 14 एम0एल0डी0 अतिरिक्त क्षमता का एक सीवेज शोधन संयन्त्र दौलतगंज में माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा लोकार्पित किया जा चुका है। इसके अलावा नदी में साल भर 100 एम0एल0डी0 जल उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जा चुकी है। इस प्रकार जहाँ एक ओर नदी में नाले नहीं जायेंगे, वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन 100 एम0एल0डी0 साफ जल नदी में डाला जायेगा। उन्होंने कहा अब लखनऊ में गोमती नदी के निर्मल प्रवाह का उनकी सरकार का संकल्प पूर्ण हो चुका है, साथ ही प्रदेश की अन्य नदियों को भी प्रदूषण मुक्त करने की कार्यवाही काफी प्रगति पर है।
अपनी सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर कराये जा रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार के सीमित संसाधनों के बल पर, डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना और मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी समग्र विकास योजना के तहत्, विभिन्न विभागों के जरिये, प्रदेश में गाँवों व शहरों का भी चरणबद्ध विकास काफी प्रगति पर है। इसके अलावा प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के जरिय सर्वसमाज में से गरीब, मजदूर, युवा व महिलाओं के साथ-साथ, किसान, व्यापारी, कर्मचारी, वकील व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में लगे लोगों के हितों में भी अनेकों ठोस कार्य किये गये हैं।
अपने सम्बोधन के अंत में माननीया मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए, इससे जुड़े सभी स्तर के अधिकारियों, खासतौर से अपने प्रमुख सचिव श्री आर0पी0 सिंह, वरिष्ठ मन्त्रियों, पार्टी के सभी जिम्मेदार छोटे-बड़े पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं, कार्यक्रम में शामिल अन्य सभी महानुभाव व मीडिया बन्धुओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र ने अपने सम्बोधन में माननीया मुख्यमंत्री जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि माननीया मुख्यमंत्री जी (जो विकलांग कल्याण विभाग की माननीया मंत्री भी हैं) की प्रेरणा एवं दिशा निर्देश पर विकलांगजन के उद्धार के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, श्री इन्द्रजीत सरोज तथा श्री स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रति भी आभार व्यक्त किया। श्री मिश्र ने मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर सिंह, मुख्य सचिव श्री अनूप मिश्र, अपर मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री रवीन्द्र सिंह, विकलांग कल्याण विभाग सहित प्रदेश शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों, सांसद, विधायक, विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों व अन्य उपस्थित जनों के प्रति भी कृतज्ञता ज्ञापित की। उन्होंने उ0प्र0 निर्माण निगम के प्रबन्ध निदेशक, अन्य संबंधित अभियन्ताओं तथा मीडिया बन्धुओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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द्वितीय चरण की जनस्वाभिमान यात्रा में चैथे दिन नायक श्री कलराज मिश्र मैनपुरी में थे, प्रातः 10 बजे हुई प्रेसवार्ता के मुख्य अंश प्रकाशनार्थ प्रेषित है

Posted on 13 November 2011 by admin

mainpuri_me_ptrkar_varta_karte_kalraj_mishra_11ऽ    वर्तमान सरकार के एजेन्डे से खेती, किसान गायब है। पूरे प्रदेश में खाद का संकट गहरा गया है इसके लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियां पूरी तौर पर जिम्मेंदार हैं। सरकारी गोदामों में अभी भी प्रति बोरी 542.70 रूपये की दर से खाद है। उन्हीं गोदामों में 605 रूपये प्रति बोरी की खाद भी पड़ी है। मौजूदा समय में डी0ए0पी0 960 रूपये से 1200 रूपये तक पहुंच चुकी है। आसानी से मिल भी नहीं रही है। यह सीधे-सीधे जमा खोरी और काला बाजारियों को बढ़ावा देने की नीति के तहत भ्रष्टाचार का यह खेल खेला जा रहा हैे।
ऽ    भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ ;एन0सी0यू0वाई0द्ध ने खुद माना है कि जमाखोरों की मनमानी वसूली के कारण 550 रूपये की खाद 1200 रूपये से 1500 रूपये के बीच बिक रही है।
ऽ    पिछले वर्ष केन्द्र सरकार ने अप्रैल में बढ़ते सब्सिडी के बोझ को कम करने के लिए यूरिया को छोड़कर सभी उर्वरकों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया है। जिसके परिणाम स्वरूप खाद के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं। इसकी पुनर्समीक्षा होनी चाहिए। आखिर सब्सिडी कम करने के पीछे कारण क्या है।
ऽ    सरकारी अकर्मणता, लाल फीताशाही के कारण सहकारी समितियां दिवालिया हो गई हैं। लगभग 50 सहकारी समिति में से 35 दिवालिया होकर करोड़़ांे का चूना आमजनों को लगा चुकी हैं। उ0प्र0 के बाहर ये सहकारी समितियां जहां किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। वहीं प्रदेश में कष्टकारी बन गई हैं। गुजरात में अमूल सहकारी क्षेत्र का ही उपक्रम है। उ0प्र0 में आखिर यह संकट क्यों। राजनीतिक इच्छा शक्ति, दूर दृष्टि के कारण राज्य का सहकारिता आन्दोलन मृत प्राय हो गया है।
ऽ    सरकार की गलत नीतियों के कारण धान उत्पादक किसान संकट में है। बिचैलिये सरकारी संरक्षण में हावी हैे। बाजार में अबतक साढे़ पांच लाख टन धान की आवक हो चुकी है। सरकार मात्र 70 हजार टन ही खरीद पायी वह भी ज्यादातर बिचैलियों के माध्यम से। जबकि लक्ष्य 25 लाख टन खरीदने का है। इसके लिए जहां प्रदेश सरकार की बिचैलियों को लाभ पहुंचाने का नीति है वहीं केन्द्र सरकार का उपेक्षा पूर्ण रवैया भी एक महत्वपूर्ण कारण बन रहा हैे। पी0सी0एफ0 कर्मचारी पिछले एक माह से हड़ताल पर हैं जबकि इन कर्मचारियों की भी धान खरीद और भण्डारण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
ऽ    किसान की सबसे बड़ी नगदी फसल गन्ना पर संकट उत्पन्न हो गया है। गन्ने पर नया विवाद पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री द्वारा गन्ने का नया मूल्य निर्धारित होने केे कारण मिल मालिक कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। पिछले वर्ष भी किसान मिल मालिक और न्यायालय के बीच जूझता रहा। गन्ने का मूल्य बकाया है, पर मुख्यमंत्री कहती हैं कि शतप्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। सरकार इस पर श्वेत पर जारी करे।
ऽ    भाजपा का स्पष्ट मानना है कि गन्ने का मूल्य 300 रूपये प्रति कुन्टल किया जाना चाहिए उसका समय से भी भुगतान होना चाहिए। समय पर भुगतान न होने पर इसके लिए 15ः की दर से ब्याज दिया जाना चाहिए।
ऽ    ग्रामीण रोजगार सृजन के लिए चलाई जा रही मनरेगा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। पूरे प्रदेश में मनरेगा को लेकर शिकायतें हैं। सोनभद्र जैसे कई जनपदों मे पिछले 06-08 महीनों से कोई काम ही नहीं हुआ।
ऽ    मनरेगा का भ्रष्टाचार यू0पी0ए0 सरकार और बसपा सरकार का संयुक्त उपक्रम हैे। इनके बीच नूरा-कुश्ती का खेल चल रहा हैे। सरकार का काम गड़बड़ी पकडे़ जाने पर दोषी को दण्डित करना है। जबकि दोनों सरकारें केवल बयान बाजी कर रही हैं।
ऽ    इटावा, आगरा, फर्रूखाबाद, मैनपुरी आलू उत्पादन का सबसे बड़ा केन्द्र है। किन्तु पर्याप्त मात्रा में भण्डारण वितरण की व्यवस्था न होने के कारण किसान को उसकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाता। कई बार तो उसको आलू फेंकना पड़ता है। हमें इस बार अवसर मिलता है तो इस क्षेत्र को आलू उत्पादक जोन घोषित किया जायेगा। उसके लिए भण्डारण, वितरण की सरकार व्यवस्था करेगी। आलू का निर्यात कराया जायेगा। उस पर आधारित उद्योग को कर मुक्त करके यहां उद्योग स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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जन स्वाभिमान यात्रा

Posted on 13 November 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नितिन गडकरी दि0 17 नवम्बर को अयोध्या में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह तथा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र एवं चुनाव अभियान समिति के संयोजक के नेतृत्व में सम्पन्न हुई जन स्वाभिमान यात्रा के समारोप अवसर पर आयोजित विजय संकल्प समागम को संबोधित करेंगे। प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्री गडकरी जी 17 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे लखनऊ एअरपोर्ट पर पहुंचेगंे तथा 11 बजे हेलीकाप्टर से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे तथा अपरान्ह 01 बजे राम कथा मैदान अयोध्या में जनसभा को संबोधित करेंगे।
भाजपा की राष्ट्रीय नेता एवं नेता प्रतिपक्ष लोकसभा श्रीमती सुषमा स्वराज कल दि0 13 नवम्बर को हरदोई में जन स्वाभिमान यात्रा को संबोधित करेंगी। श्रीमती सुषमा स्वराज कल सुबह 11 बजे वायुयान से लखनऊ पहुंचेगी तथा दोपहर 2.30 बजे जन स्वाभिमान यात्रा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र के साथ हरदोई मेें विशाल जनसभा को संबोधित करेंगी।
बिहार के उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी कल दि0 13 नवम्बर को जन स्वाभिमान यात्रा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह जी के साथ रहेंगे तथा अपरान्ह 1.15 पर कुशीनगर जनपद के पडरौना में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे तथा दि0 14 नवम्बर को श्री मोदी लखनऊ में पार्टी द्वारा आयोजित व्यापार प्रकोष्ठ के सम्मेलन को संबोधित करेंगे

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी द्वारा उ0प्र0 विकलांग उद्धार डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय (लखनऊ) के लोकार्पण के अवसर पर 16,142 करोड़ रूपये की 236 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण

Posted on 13 November 2011 by admin

उ0प्र0 विकलांग उद्धार डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय (लखनऊ) के लोकार्पण के अवसर पर 16,142 करोड़ रूपये की 236 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया, उनमें से प्रमुख का संक्षिप्त विवरणः-

cm-photo-12-11-2011-001उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने आज यहां लगभग 500 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित उ0प्र0 विकलांग उद्धार डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय (लखनऊ) का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने 16,142 करोड़ रूपये की लागत की जनहित से जुड़ी 236 विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया, जिनमें से प्रमुख का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:-

1.    ऊर्जा
माननीया मुख्यमंत्री जी ने जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया, उनमें तीन बिजली उत्पादन परियोजनाएं भी शामिल हैं, जिनके क्रियाशील हो जाने से ‘‘प्रदेश को 1650 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी’’। बिजली उत्पादन के क्षेत्र में पिछले 20 वर्षाें में इतनी अधिक क्षमता वृद्धि कभी नहीं हुई।
लोकार्पित की गयी बिजली परियोजनाओं में लगभग 05 हजार करोड़ रूपये लागत की 600 मेगावाट की दो इकाइयां अर्थात कुल 1200 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने वाली ‘‘अनपरा सी तापीय परियोजना’’ शामिल है। इसके अलावा 2853 करोड़ रूपये की लागत की ‘‘हरदुआगंज तापीय विस्तार परियोजना, अलीगढ़’’ की 250 मेगावाॅट विद्युत उत्पादन क्षमता की प्रथम इकाई भी शामिल है। इसी के साथ 200 मेगावाट क्षमता के ‘‘ओबरा-बी नवीनीकृत बिजलीघर’’ का भी लोकार्पण किया गया, जिस पर लगभग 400 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय हुई।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने लगभग 4827 करोड़ रूपये की लागत से ‘‘हरदुआगंज’’ में ही स्थापित की जाने वाली ‘‘तापीय विस्तार परियोजना’’ का शिलान्यास भी किया, जिस पर लगभग 4 हजार करोड़ रूपये का व्यय अनुमानित है। इस परियोजना के पूरा हो जाने पर प्रदेश को 660 मेगावाॅट अतिरिक्त बिजली प्राप्त होने लगेगी। वर्तमान वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक 250 मेगावाॅट की ‘‘हरदुआगंज विस्तार-दूसरी इकाई’’, 500 मेगावाॅट उत्पादन क्षमता वाली ‘‘पारीछा विस्तार परियोजना’’ तथा कुल 450 मेगावाॅट बिजली पैदा करने वाली ‘‘चीनी मिलों की परियोजनायें’’ के भी पूरा होने का अनुमान है, जिनसे ‘‘उत्पादन क्षमता’’ में ‘‘12 सौ मेगावाॅट’’ की बढ़ोत्तरी होगी।

2.    विकलांग कल्याण विभाग
माननीया मुख्यमंत्री जी ने विकलांग कल्याण विभाग के अन्तर्गत 32 करोड़ 66 लाख रूपये की लागत से 06 जनपदों में बनवाये गये दृष्टिबाधित तथा मानसिक मंदित विद्यालय, छात्रावास तथा आश्रयगृह का लोकार्पण किया। गोरखपुर में 3 करोड़ 99 लाख 54 हजार रूपये की लागत से स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का निर्माण। मेरठ में 4 करोड़ 36 लाख 63 हजार रूपये की लगात से स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का निर्माण। लखनऊ में 4 करोड़ 63 लाख 82 हजार रूपये की लागत से उच्च शिक्षारत दृष्टिबाधित छात्रों का छात्रावास निर्मित। मेरठ में 5 करोड़ 20 लाख 48 हजार रूपये की लागत से उच्च शिक्षारत दृष्टिबाधित छात्रों का छात्रावास निर्मित। इलाहाबाद में 4 करोड़ 79 लाख 49 हजार रूपये की लागत से उच्च शिक्षारत दृष्टिबाधित छात्रों का छात्रावास का निर्माण। लखनऊ में 4 करोड़ 64 लाख 22 हजार रूपये की लागत से उच्च शिक्षारत दृष्टिबाधित छात्राओं का छात्रावास का निर्माण। गोरखपुर में 1 करोड़ 74 लाख 75 हजार रूपये की लागत से मानसिक मंदित आश्रय गृह का निर्माण। बरेली में 1 करोड़ 66 लाख 49 हजार रूपये की लागत से मानसिक मंदित आश्रय गृह का निर्माण तथा मेरठ में 1 करोड़ 60 लाख 64 हजार रूपये की लागत से मानसिक मंदित आश्रय गृह का निर्माण।

cm-photo-12-11-2011-0023.    चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
माननीया मुख्यमंत्री जी ने बागपत में 16 करोड़ 89 लाख 58 हजार की लागत से 100 बेड वाले संयुक्त चिकित्सालय के ओ0पी0डी0 एवं इमरजेन्सी ब्लाक तथा रामादेवी स्थित कानपुर नगर मंे 37 करोड़ 94 लाख 71 हजार रूपये की लागत से मा0 कांशीराम जी 100 बेड वाले संयुक्त चिकित्सालय के ओ0पी0डी0, इमरजेन्सी, ट्रामा सेन्टर एवं प्रशासकीय ब्लाक का लोकार्पण किया। इसी के साथ उन्होंने 27 करोड़ 03 लाख 76 हजार रूपये की लागत से डाॅ0 राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय, गोमती नगर, लखनऊ में नये ओ0पी0डी0 एवं वार्ड ब्लाक का शिलान्यास भी किया।
साथ ही माननीया मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए तैयार की गयी कुल 1 अरब 73 करोड़ 15 लाख रूपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण किया। जिसके तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में 47 करोड़ 22 लाख 63 हजार रूपये की लागत से निर्मित 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, 34 करोड़ 17 लाख 57 हजार रूपये की लागत से 52 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा 98 करोड़ 06 लाख 86 हजार रूपये की लागत से निर्मित 21 जनपदीय ड्रग वेयर हाउसों का भी लोकार्पण किया।

4.    उच्च शिक्षा विभाग
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर 07 जनपदों में 02 अरब 93 करोड़ 83 लाख 75 हजार रूपये की लागत से निर्मित विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों के भवनों का लोकार्पण किया। इसके तहत डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय, अनौगी, कन्नौज, डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय, महराजगंज, राजकीय महाविद्यालय, गभाना, अलीगढ़, मान्यवर श्री कांशीराम जी राजकीय महाविद्यालय, कांशीरामनगर, पंडित लोकमणि शर्मा राजकीय महाविद्यालय, मथुरा, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मगरहा, मिर्जापुर तथा राजकीय महाविद्यालय, बिलासपुर, रामपुर शामिल हैं। उन्होंने इस अवसर पर 06 करोड़ 50 लाख 57 हजार रूपये की लागत से बनाये जाने वाले लाला किशन चन्द्र राजकीय महाविद्यालय, गंगोह, सहारनपुर का शिलान्यास भी किया।

5.    व्यवसायिक शिक्षा
इस अवसर पर माननीया मुख्यमंत्री जी ने लगभग 02 अरब 31 करोड़ 06 लाख रूपये की लागत से प्रदेश के 08 जनपदों में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का लोकार्पण किया। इनमें राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, माण्डा इलाहाबाद, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भोगनीपुर कानपुर देहात (रमाबाई नगर), राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, हसनगंज-उन्नाव, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, खरैला-महोबा, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अर्तरा-बाॅसी बाॅदा, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, चित्रकूट मुख्यालय, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, लिसाढ़-मुजफ्फरनगर, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कैराना, मुजफ्फरनगर तथा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, मोहम्मदी-लखीमपुर खीरी शामिल हैं।

6.    सिंचाई
माननीया मुख्यमंत्री जी ने जनपद फैजाबाद के अयोध्या में राम की पैड़ी एवं डिस्पोजल चैनल परिसर केे सुन्दरीकरण की परियोजना का भी लोकार्पण किया। 03 करोड़ 68 लाख 11 हजार रूपये की यह परियोजना पूर्ण हो चुकी है।
इसी तरह जनपद कानपुर नगर में 01 करोड़ 22 लाख 63 हजार रूपये की लागत से गंगा नदी के दांये तट पर अस्पताल घाट के स्लोप के सुरक्षात्मक कार्य सम्पन्न कराया गया। कानपुर नगर में गंगा बैराज के डाउनस्ट्रीम में लगभग 1.50 कि0मी0 की दूरी पर गंगा नदी के दांये तट पर अस्पताल घाट के स्लोप की सुरक्षा हेतु इस परियोजना के अन्र्तगत पिचिंग एवं सुरक्षात्मक कार्य कराए गए हैं जिसकी लम्बाई 445 मीटर है। इस कार्य से अस्पताल घाट के निकट हो रहा कटान बन्द हो गया है तथा नदी के समीप बने आवासीय भवनों की हो रही क्षति से सुरक्षा हुई है। लखनऊ में गोमती बैराज के कि0मी0 2.00 डाउन स्ट्रीम में वियर परियोजना 44 करोड़ 55 लाख 73 हजार रूपये की लागत से सम्पन्न। लखनऊ शहर में गोमती नदी में वाटर फ्रन्ट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गोमती बैराज के 2.00 कि0मी0 डाउनस्ट्रीम में एक वियर का निर्माण किया गया है। इस स्थल पर गोमती नदी की कुल चैड़ाई 544 मीटर में से मध्य में 256 मीटर लम्बाई में वियर तथा दोनों ओर 144-144 मीटर की लम्बाई में कम ऊॅचाई के एबटमेंट बनाये गये हैं। वियर में 128 नं0 फालिंग शटर एवं 32 नं0 स्लूश गेट लगाये गये हैं। वियर निर्माण के उपरान्त जल स्तर में 102.00 मीटर से 103.95 मीटर तक, 1.95 मीटर की वृद्धि होगी। वियर निर्माण से भू जल स्तर ऊॅचा होगा, पर्यावरण में सुधार होगा।

7.    लोक निर्माण विभाग/उ0प्र0 राज्य सेतु निगम
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर 67 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 04 उपरिगामी सेतुओं का लोकार्पण भी किया। साथ ही 217 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले 20 सेतुओं तथा 434 करोड़ रूपये की लागत से 23 मार्गाें का शिलान्यास किया।

8.    राजस्व विभाग
इस अवसर पर माननीया मुख्यमंत्री जी ने 35 करोड़ 21 लाख 39 हजार रूपये की लागत से 13 राजस्व भवनों का भी लोकार्पण किया। जिनमें जनपद कन्नौज की तहसील तिर्वा, जनपद रामपुर की तहसील बिलासपुर, जनपद फिरोजोबाद की तहसील टूण्डला, जनपद वाराणसी की तहसील पिण्डरा तथा जनपद फैजाबाद की तहसील बीकापुर के भवन समेत इन समस्त भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।

9.    खेलकूद विभाग
माननीया मुख्यमंत्री जी ने खेलकूद विभाग की 11 करोड़ 69 लाख 07 हजार रूपये की लागत से 06 योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके अलावा 12 करोड़ 20 लाख 43 हजार रूपये की लागत से लगभग 11 योजनाओं का शिलान्यास भी किया।

10.     नागरिक उड््डयन विभाग
माननीया मुख्यमंत्री जी ने नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा जनपद मुरादाबाद, आजमगढ़ एवं चित्रकूट में 57 करोड़ 27 लाख 68 हजार रूपये की लागत से निर्मित हवाई पट्टियों का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त 08 करोड़ 33 लाख 16 हजार रूपये की लागत से निर्मित जनपद मुरादाबाद, चित्रकूट, आजमगढ़ एवं फर्रूखाबाद स्थित हवाई पट्टियों पर एक-एक वी0आई0पी0 लाउंज एवं सम्बद्ध भवनों का भी लोकार्पण किया।

11.    पर्यावरण
इस अवसर पर माननीया मुख्यमंत्री जी ने 40 करोड़ 15 लाख 61 हजार रूपये की लागत से लखनऊ के गोमती नगर में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नवनिर्मित मुख्यालय ‘‘मान्यवर श्री कांशीराम जी पर्यावरण भवन’’ का लोकार्पण किया।

12.    पर्यटन विभाग
माननीया मुख्य मंत्री जी ने इस अवसर पर कुल 2 करोड़ 19 लाख 27 हजार रूपये की 02 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 1 करोड़ 94 लाख रूपये की 08 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें जनपद मथुरा में राधा कुण्ड श्याम कुण्ड के जीर्णोद्धार का लोकार्पण शामिल है। यह कुण्ड मथुरा से 25 किलोमीटर की दूरी पर गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर स्थित है। यहाँ गुरू पूर्णिमा एवं अहोई अष्टमी पर लाखों श्रद्वालु आते हंै। जनपद कन्नौज में तिर्वा रोड पर एक ऐतिहासिक तालाब का सौन्दर्यीकरण भी शामिल है।

13.     मण्डी परिषद
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर प्रदेश में 68 करोड़ 38 लाख रूपये की लागत से निर्मित 12 जनपदों के नवीन मण्डी स्थलों का लोकार्पण किया। इसके अलावा 15 करोड़ 76 लाख रूपये की लागत से प्रदेश के 04 के नवीन मण्डी स्थलों का शिलान्यास भी किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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जनता के शोषण के लिए बसपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा

Posted on 13 November 2011 by admin

tirvan_me_kalraj_mmishra_ji_1जनस्वाभिमान यात्रा के नायक एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र ने उत्तर प्रदेश की जनता के शोषण के लिए बसपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सपा भी कम दोषी नहीं है। लोकतंत्र की हत्या एवं कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ाने में दोनों बराबर के हिस्सेदार है। राज्य की बसपा सरकार गन्ने पर किसानों के साथ साजिश कर रही है। उन्हांेने मांग कि तत्काल गन्ना मिलें चलाना सरकार सुनिश्चित करें।
श्री मिश्र ने आज जनस्वाभिमान यात्रा के दूसरे चरण के चैथे दिन मैनपुरी से यात्रा शुरू की। तिर्वा के किसान इण्टर कालेज में बोलते हुए कहा कि मंहगाई गरीब आदमी की जान लेकर ही छोडे़गी। सरकार के कुप्रबंधन के परिणाम स्वरूप मांग और आपूर्ति का अन्तर मंहगाई का प्रमुख कारण बन रहा है। इसे समय से आकलन करके समुचित प्रबंधन करते हुए रोका जा सकता था। पं0 अटल बिहार बाजपेयी की नेतृत्व वाली सरकार ने इसे रोकने का काम किया था। अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री का अर्थशास्त्र फेल हो रहा है। ऐसे में योजना आयोग जब ये आकलन करता है कि 26 रूपये गांव में और 32 रूपये शहर में कमाने वाला व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे नहीं आता है तो यह गरीबों के साथ एक भद्दा मजाक सा लगता है।
उन्होनें प्रदेश में उत्पन्न खाद संकट पर कहा कि कालाबाजारियों को संरक्षण देने की नीति के चलते किसान बेहाल है। डीएपी की जरूरत है बाजार से गायब है। किसान धान की तैयार फसल बेचने के लिए मारा-मारा फिर रहा है। घोषित मूल्य से कम बिचैलिये खरीद कर उसी धान को सरकारी खरीद पर बेच दे रहे है। क्रय केन्द्र खुले नहीं और जो खुले वहाँ भी बिचैलिये हावी है। आखिर किसान कहाँ जाये? साधन सहकारी समितियों की स्थिति यह है कि ज्यादातर अपने-अपने कारणों से निश्प्रभावी हंै जो काम कर रही हैं वहां कालाबाजार करने वालों का दखल है। डीएपी 542.70 पैसे की दर और 605 रूपये की दर से डीएपी कई जनपदों के गोदामों में भेजी गयी। बाजार में 960 से लेकर 1200, 1500 तक खाद बिक रही है तब पर भी आसानी से मिल नही रही है।
श्री मिश्र ने कहा कि किसान की नकदी फसल गन्ने पर संकट उत्पन्न हो गया है। सरकार की नीति के चलते भ्रम बन रहा है। सरकार मिल चला नहीं रही है गन्ना मूल्य घोषित कर दिया मुख्यमंत्री ने चार दिनों में मिल चलाने की घोषणा की थी। क्यों नहीं मुख्यमंत्री का निर्देश लागू हो रहा है। मिले चलेगी तो किसान को पर्ची मिलेगी, पर्ची मिलेगी तो उस पर गन्ना मूल्य होगा यह एक राजनैतिक साजिश है। गन्ना बकाये भुगतान पर मुख्यमंत्री गलत बयानी कर रही है। गन्ना बकाये मूल्य पर सरकार श्वेत पत्र जारी करें। उन्होनें कहा कि मनरेगा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी। आलू उत्पादकों की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होनें कहा कि पर्याप्त मात्रा में भण्डारण और वितरण की व्यवस्था न होने के कारण कई बार किसानों को आलू फेंकना पड़ता है। आलू विशेष जोन क्षेत्र घोषित करने के वायदे के साथ कहा कि सत्ता में आने पर हम आलू निर्यात को प्रोत्साहित करेंगे, आलू आधारित उद्योग को करांे में रियासत देकर उन्हें प्रेरित करेंगे वो इन क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करें।
राष्ट्रीय प्रवक्ता रामनाथ कोविद ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज है, कानून खत्म है, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। बसपा सरकार में सबसे अधिक उत्पीडन दलितों का, महिलाओं का तथा पिछड़ो का हुआ है। उन्होनें दलित हित के नाम पर सत्ता में आयी मुख्यमंत्री से सवाल किया कि उन्होंने कितने दलित नौजवानों को बिना पैसे के नौकरियां दी तथा उनके लिए कितने स्कूल खोले।
बिहार प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उ0प्र0 के सहप्रभारी, सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि  पहले बिहार में भी कानून का राज नही था, किसान बिजली के लिए लालायित रहते थे लेकिन जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है बिहार उत्तरोत्तर विकास की और अग्रसर है। उ0प्र0 को भी अव्वल प्रदेश बनाने के लिए कलराज मिश्र के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनायें। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारतीय जनता पार्टी की नहीं आम आदमी की सम्मान की यात्रा है। पेट्रोल की कीमतें यूपीए शासन में 15 बार बढ़ गई। दुनिया में बहुत से देशों में तेल भारत से कम मूल्य पर मिलता है दिल्ली की महरानी घोटाले पर घोटाले करवा रही है, लखनऊ में बैठी महरानी उनसे भी आगे है।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी शिवप्रताप शुक्ल, सच्चिदानन्द साक्षी जी महराज, प्रदेश उपाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, रामबक्श वर्मा पूर्व सांसद निरंजन ज्योति, प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, प्रवक्ता मनोज मिश्र, बनवारी लाल दोहरे, मदन सिंह चैहान, किसान मोर्चाे के प्रदेश महामंत्री दिनेश दुबे, अर्चना पाण्डेय, अतुल दीक्षित सुजीत सिंह टीका आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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बसपा सरकार के चलते प्रदेश की जनता का स्वाभिमान गिरा है

Posted on 13 November 2011 by admin

फरेंदा/ लखनऊ 12 नवम्बर  2011। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने जन स्वाभिमान यात्रा के द्वितीय चरण की चैथे दिन आज महराजगंज जनपद के फरेंदा  में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बसपा सरकार के चलते प्रदेश की जनता का स्वाभिमान गिरा है। किसानों को बिजली एवं खाद उपलब्ध नहीं है, नहरों की सफाई नहीं, नौजवानों को रोजगार नहीं। श्री सिंह ने सपा और बसपा के शासन पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि इनके शासनकाल में आम आदमीे के अन्दर भय व्याप्त हुआ। प्रदेश पर 2 लाख करोड़ का बोझ इनके शासनकाल के चलते हुए। अकेले बसपा के शासनकाल में 250 लाख करोड़ का घोटाला हुआ जो बेहद शर्मनाक है।
012 श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा के राजनीति का उद्देश्य स्वस्थ और खुशहाल समाज तथा मजबूत राष्ट्र का निर्माण करना है। यह तभी संभव होगा कि जब इस देश का किसान, मजदूर, नौजवान, व्यापारी, शिल्पकार, बुद्धजीवी  खुशहाल हो। महिलाएं भयमुक्त हों। उन्होंने अपने संबोधन में जनता से वादा किया कि भाजपा सरकार बनने के छः माह के अन्दर किसानों को 1 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराएंगे, किसानों को बैंक में खाता खोलकर किसानों के लिए सरकारी योजनाओं का धन सीधे किसान के खाते में डाले जाने की व्यवस्था करेंगे। धान तथा गेहॅू खरीद पर प्रति कुन्त 100रू0 का बोनस देंगें तथा बेटी के जन्म पर उसके नाम से सरकार बैंक में पैसा जमा करेगी जो 18 वर्ष बाद 1 लाख रू0 उसे प्राप्त होगा।
उन्होंने अपने संबोधन में चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों से भारत में नेपाल के रास्ते भारी मात्रा में नकली करेन्सी नोट के आगमन की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 1 लाख 69 हजार करोड़ नकली भारतीय मुद्रा प्रचलन में है। विश्व के किसी भी अन्य देश की अर्थव्यवस्था में इतनी भारी मात्रा में नकली नोट चलन में नहीं है। गुप्तचर शाखा ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में आशंका जताई है कि जितनी भारी मात्रा में नकली नोट भारत में आ रहे हैं। उससे ये आशंका है कि एक हजार के दस नोटों में से चार नकली हो सकते है। एक तरफ देश की जनता महंगाई यानि मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी की खुफिया एजेन्सी आई0एस0आई0 भारत में नकली नोटों की भारी खेप पहुंचाकर भारत की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। यानि पाकिस्तान, भारत में एक प्रकार से आर्थिक आतंकवाद फैला रहा है। नकली नोटों का यह कारोबार पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आई0एस0आई0 द्वारा प्रायोजित है। जिसके अन्तर्गत पाकिस्तानी शहर क्वेटा में नकली भारतीय मुद्रा मुद्रित कराकर वहां से नेापाल की राजधानी काठमाण्डू पहुंचाई जाती है फिर वहां से पीरगंज  के ट्रांजिट प्वाइंट से भारत-नेपाल सीमा पर पड़ने वाले विभिन्न स्थानों से इस देश में प्रविष्ट कराई जाती है। अभी दो दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री डा॰ मनमोहन सिंह मालदीव के सार्क सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी से मिले और कई आर्थिक मामलों पर चर्चा की लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को खोखला कर रही नकली नोटों की समस्या और उसमें पाकिस्तानी की खुफिया एजेन्सी आई0एस0आई0 की भूमिका का जिक्र तक नहीं किया।
03भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जन स्वाभिमान यात्रा को मिल रहा भारी समर्थन इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रदेश की जनता ने महाभ्रष्ट बसपा सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। उन्होेंने पूर्वाचल की धरती पर जन स्वाभिमान यात्रा के नायक भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह का अभिनन्दन किया तथा जनता को अपने संबोधन में कहा कि केन्द्र का हाथ और प्रदेश का हाथी दोनों ने मिलकर प्रदेश को लूटा है। मायावती ने 2007 में मिले जनादेश के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि किसानों का डीएपी खाद और एन0 पी0 भारी ब्लैक में उपलब्ध हो रही है। आम आदमी त्रस्त है। इसलिए इस सरकार का जाना तय है।
श्री विनय कटियार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में बीज परमपरागत रूप किसान संरक्षित रखता था लेकिन वर्तमान सरकार ने तीन देशों के साथ समझौता करके महंगे दामों पर किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया। जो किसानों के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि  बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर मूर्तियों के सख्त खिलाफ थे और मायावती ने प्रत्येक चैराहे पर मूर्ति स्थापना कर बाबा साहब का घोर अपमान किया है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी डा0 रमापति राम त्रिपाठी ने जनसभाओं में पूर्वाचल के किसानों,मजदूरों की समस्या तथा स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं की दुर्दशा पर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया।
जनसभा संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश महामंत्री बिनोद पाण्डेय ने किसानों की समस्याओं और उ0प्र0 के हालात से लोगों को रूबरू कराया। उन्होंने बंद चीनी मिलों के कारण गन्ना किसानों की समस्या चर्चा की। यात्रा के सह सयंोजक और प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 महेन्द्र ंिसह ने अपने ओजस्वी और धारा प्रवाह उद्बोधन में युवकों और बैरोजगार नौजवानों की समस्याओं पर चर्चा की। यात्रा में प्रमुख रूप से पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं यात्रा संयोजक संतोष गंगवार, क्षेत्रीय प्रभारी पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीराम चैहान, क्षेत्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद अष्टभुजा शुक्ल, जिलाध्यक्ष समीर त्रिपाठी, क्षेत्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह, संतराज यादव, लल्लन त्रिपाठी आदि अनेक प्रमुख लोग साथ हैं। पूर्व सांसद पंकज चैधरी और विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने यात्रा का स्वागत भाषण किया।
द्वितीय चरण के चैथे दिन आज श्री राजनाथ सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने उसका, फरेन्दा, महराजगंज, परतावल, विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। सायंकाल श्री ंिसह गोरखपुर के टाउन हाल मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अतिरिक्त श्री राजनाथ सिंह का सिद्धार्थनगर से गोरखपुर के बीच दो दर्जन से अधिक स्थानों पर स्वागत तथा स्वागत सभाओं के कार्यक्रम  हैं। श्री ंिसह का रात्रि विश्राम गोरखपुर में रहेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी बसपा सरकार बूरी तरह भयग्रस्त है

Posted on 13 November 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी की जन स्वाभिमान यात्राओं को मिल रहे व्यापक जन समर्थन से भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी बसपा सरकार बूरी तरह भयग्रस्त है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने आज यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए बसपा प्रमुख मायावती से पे्रस के माध्यम से कहा कि नैतिकता का तकाजा है कि उन्हें बसपा सरकार नाकामयावी, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था तथा विकास के मोर्चे पर पूर्ण असफलता जनता के सामने स्वीकार कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मायावती अनर्गल प्रलाप कर रही हैं तथा उनके द्वारा की गई परियोजनओं का शिलान्यास चुनावी स्टंट है।
श्री तिवारी ने आज मायावती द्वारा यात्राओं को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बसपा के मंत्रियों/विधायकों की भ्रष्टाचार तथा हत्या जैसे गम्भीर अपराधों में संलिप्तता जग जाहिर है। विकास और कानून व्यवस्था के मसले पर वर्तमान सरकार की असफलता स्वयं सिद्ध है। हालात यह है कि दुराचार का विरोध करने पर महिला का गला काट दिया जाता है। दूसरी तरफ पुलिस उत्पीड़न से लोग मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। जहां तक साधु संतों की यात्राओं पर मुख्यमंत्री मायावती की टिप्पणी का प्रश्न है तो हजारों वर्षो से साधु सन्त समाज में नैतिकता के उच्च मानक और सौहार्द तथा शिक्षा के लिए समाज में भ्रमण करते रहे हैं।
श्री तिवारी ने कहा असलियत तो यह है कि बसपा प्रमुख को अपना अस्तित्व स्वंय समाप्त होता नजर आ रहा है। श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि केन्द्र व उ0प्र0 सरकार भाजपा द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे से लोगों को भ्रमित करने के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर राजनीति की रोटियां सेक रहे हैं। श्री तिवारी ने कहा कि जनता सब जानती है कि सपा और बसपा जानती हैं कि दोनों ही दलों के समर्थन के कारण केन्द्र के मनमोहन सरकार का अस्तित्व हैं। उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनकी नियत में जरा से सच्चाई हो तो केन्द्र सरकार उ0प्र0 की सरकार को क्यों नही बर्खास्त करती ?
श्री तिवारी ने मायावती के ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन के लिए सरकारी संसाधनों और स्थानीय प्रशासन द्वारा सम्मेलन के लिए जबरिया बसें मुहैया कराए जाने की कड़ी भत्र्सना करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज मायावती के नारे ’तिलक-तराजू और तलवार, इनको मारो जूतों चार’- को भूला नहीं है। उन्होंने कहा कि सर्व समाज मायावती के झूठे स्वांग तथा असलियत को समझ चुका है अब वह उनके भुलावे में आने वाला नहीं है। सर्वसमाज से लगातार साढ़े चार वर्षो से अपमान,अवहेलना तथा उपेक्षा बर्दास्त किया है। सर्वसमाज मायावती के कृतित्व को पूरी तरह समझ चुका है। अब वह बहकावे में आने वाला नही।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नोगढ़ (उत्तर प्रदेश) की प्रेस वार्ता में पूर्व भाजपा अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह द्वारा उठाए गए प्रमुख बिन्दु

Posted on 13 November 2011 by admin

पिछले कुछ वर्षों से भारत में नेपाल के रास्ते भारी मात्रा में नकली Currency Note के आगमन की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 1 लाख 69 हजार करोड़ नकली भारतीय मुद्रा प्रचलन में है। विश्व के किसी भी अन्य देश की अर्थव्यवस्था में इतनी भारी मात्रा में नकली नोट चलन में नहीं है।

Intelligence Bureau ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में आशंका जताई है कि जितनी भारी मात्रा में नकली नोट भारत में आ रहे हैं। उससे ये आशंका है कि एक हजार के दस नोटों में से चार नकली हो सकते है। एक तरफ देश की जनता महंगाई यानि मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी की खुफिया Agency ISI भारत में नकली नोटों की भारी खेप पहुंचाकर भारत की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। यानि पाकिस्तान, भारत में एक प्रकार से आर्थिक आतंकवाद फैला रहा है।

नकली नोटों का यह कारोबार पाकिस्तान की खुफिया Agency ISI द्वारा प्रायोजित है। जिसके अन्तर्गत पाकिस्तानी शहर क्वेटा में नकली भारतीय मुद्रा मुद्रित कराकर वहां से नेापाल की राजधानी काठमाण्डू पहुंचाई जाती है फिर वहां से पीरगंज के Transit Point से भारत-नेपाल सीमा पर पड़ने वाले विभिन्न स्थानों से इस देश में प्रविष्ट कराई जाती है।

अभी दो दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री डा॰ मनमोहन सिंह मालदीव के सार्क सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी से मिले और कई आर्थिक मामलों पर चर्चा की लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को खोखला कर रही नकली नोटों की समस्या और उसमें पाकिस्तानी की खुफिया Agency ISI की भूमिका का जिक्र तक नहीं किया।

यूपीए सरकार पाकिस्तान से Most Favoured Nation का दर्जा लेने को इतनी आतुर दिखी कि उसने भारत के कूटनीतिक और सामरिक हितों के साथ-साथ आर्थिक हितों की भी तिलांजलि दे दी। अमेरिकी State Department की एक रिपोर्ट में नकली नोटों की भारत में समस्या की गंभीरता पर चिंता जताई है और यहां तक कहा है कि इस कारोबार की जड़े पाकिस्तान में है। इसके बावजूद यूपीए सरकार इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है। और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को शांति का दूत बता रहे है।

देश की जनता सरकार से जानना चाहती है कि भारत में नकली नोटों की समस्या कितनी गंभीर है और नकली नोटों के आवागमन को रोकने के लिए ये सरकार कौन-कौन से कदम उठा रही ह?ै इसलिए भाजपा यह मांग करती है कि केन्द्र सरकार भारत में नकली नोटों की समस्या पर एक श्वेत-पत्र प्रकाशित करें।
- इसके साथ ही भाजपा यह भी मांग करती है कि केन्द्र सरकार वैश्विक मंचों पर नकली नोटों के प्रसार की समस्या को प्रमुखता से उठाए ताकि विश्व बिरादरी में नकली नोटों के प्रकाशन को Terror Financing के समकक्ष माना जाए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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नेता विरोधी दल उत्तर प्रदेश विधान सभा श्री शिवपाल सिंह यादव का प्रेस वक्तव्य

Posted on 13 November 2011 by admin

Û    केन्द्र और प्रदेश सरकार पूर्णतया किसान विरोधी है। गेहूॅ, गन्ना और आलू किसानों को लागत भर भी मूल्य न देकर उन्हें कर्ज और मंहगाई की मार से जूझने या फिर आत्महत्या कर लेने को विवश कर दिया है। अब धान किसानों को भी बदहाल करने की तैयारी है। बिचैलिए व्यापारी खाद्य विभाग के अफसरों से साठगांठ कर किसानों को ठग रहे हैं और अपनी तथा मुख्यमंत्री की तिजोरी भर रहे हैं क्योंकि बिना उनका हिस्सा लगाये कोई भ्रष्टाचार नहीं कर सकता है।
Û    बसपा सरकार के पिछले साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में गेहूॅ और धान की खरीद में प्रतिवर्ष लगभग 2 हजार करोड़ रूपए का घोटाला हुआ है। इस प्रकार से बसपा सरकार अब तक आठ हजार करोड़ रूपयो से ज्यादा का घोटाला कर चुकी है। इन सब घोटालों की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। सरकार धान खरीद के बारे में किसानों के नाम सार्वजनिक करें।घोटाले में मुख्यमंत्री, मंत्री तथा अधिकारी सभी फंसेगें। समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही संबंधित अधिकारियों को निलम्बित कर घोटालों की जांच होगी। मंत्री और मुख्यमंत्री भी सजा से नहीं बचेगें।
Û    केन्द्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 1080 रूपए रखा है जबकि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग ने धान के मूल्य में 160 रूपए बढ़ोत्तरी की सिफारिश की थी। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि फार्मो में प्रति कुंतल धान उत्पादन की लागत लगभग 1400 से 1500 रू0 आती है। सरकार ने केवल 80 रूपए की बढ़ोत्तरी की। कांग्रेस अपनी ही बनाई हुई स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी लागू नहीं करना चाहती जो किसानों को लाभकारी मूल्य देने की सिफारिश कर चुकी है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि डीजल, खाद, बिजली, बीज, पानी की मंहगाई से 1600 रूपए कुंतल से कम धान की खरीद नहीं होनी चाहिए।
धान के क्रय केन्द्रों पर सीधे किसानों से खरीद नहीं की गई। बिचैलियों के माध्यम से धान की फर्जी खरीद दिखाई गई है। बिचैलियों ने मात्र 700-800 रूपए प्रति कुंतल में खरीद की है। सरकार खरीद में फर्जीवाड़े की पोल इसी से खुलती है कि जहाॅ वर्ष 2010-11 में धान की खरीद 15717 मीट्रिक टन दिखाई गई थी। जबकि इस वर्ष 69155 मी0 टन खरीद दिखाई गई है। एकदम इतनी ऊॅची छलांग का कोई औचित्य नहीं हैं स्मरणीय है, प्रति कुंतल लगभग 200 रू0 की सब्सिडी केन्द्र से मिलती है। सरकार ने फर्जी खरीद की छलंाग इसलिए लगाई है ताकि केन्द्र से ज्यादा सब्सिडी मिल सके।
नियमतः धान खरीद सीधे किसानों से क्रय केन्द्रों पर होती है। इससे चावल मिलों में भेजकर कुटाई की जाती है कुटाई से प्राप्त चावल सरकारी गोदामों में दिया जाता है। इस वर्श चावल मिलों ने सीधे ब्लैक में राशन वितरण वाला चावल खरीद कर सप्लाई कर दिया है। चावल मिलों के कुटाई रजिस्टर, बिजली,डीजल खपत का रिकार्ड चेक किया जाए तो पता चलेगा कि मिलंे चली ही नही,ं पर सरकारी गोदामों में रिसाइकिल चावल सप्लाई हो गयां।
सरकार आंकड़ों पर ही विश्वास करें तो सरकार को 34039 मीट्रिक टन धान राइस मिलों से लेवी उठानी थी जबकि कुल 9431 मीट्रिक टन लेवी उठाई गई है। सरकार लेवी न उठाने के कारण राइस मिलर्स किसानों को बकाया भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इससे किसान परेशान है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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