पिछले कुछ वर्षों से भारत में नेपाल के रास्ते भारी मात्रा में नकली Currency Note के आगमन की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 1 लाख 69 हजार करोड़ नकली भारतीय मुद्रा प्रचलन में है। विश्व के किसी भी अन्य देश की अर्थव्यवस्था में इतनी भारी मात्रा में नकली नोट चलन में नहीं है।
Intelligence Bureau ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में आशंका जताई है कि जितनी भारी मात्रा में नकली नोट भारत में आ रहे हैं। उससे ये आशंका है कि एक हजार के दस नोटों में से चार नकली हो सकते है। एक तरफ देश की जनता महंगाई यानि मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी की खुफिया Agency ISI भारत में नकली नोटों की भारी खेप पहुंचाकर भारत की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। यानि पाकिस्तान, भारत में एक प्रकार से आर्थिक आतंकवाद फैला रहा है।
नकली नोटों का यह कारोबार पाकिस्तान की खुफिया Agency ISI द्वारा प्रायोजित है। जिसके अन्तर्गत पाकिस्तानी शहर क्वेटा में नकली भारतीय मुद्रा मुद्रित कराकर वहां से नेापाल की राजधानी काठमाण्डू पहुंचाई जाती है फिर वहां से पीरगंज के Transit Point से भारत-नेपाल सीमा पर पड़ने वाले विभिन्न स्थानों से इस देश में प्रविष्ट कराई जाती है।
अभी दो दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री डा॰ मनमोहन सिंह मालदीव के सार्क सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी से मिले और कई आर्थिक मामलों पर चर्चा की लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को खोखला कर रही नकली नोटों की समस्या और उसमें पाकिस्तानी की खुफिया Agency ISI की भूमिका का जिक्र तक नहीं किया।
यूपीए सरकार पाकिस्तान से Most Favoured Nation का दर्जा लेने को इतनी आतुर दिखी कि उसने भारत के कूटनीतिक और सामरिक हितों के साथ-साथ आर्थिक हितों की भी तिलांजलि दे दी। अमेरिकी State Department की एक रिपोर्ट में नकली नोटों की भारत में समस्या की गंभीरता पर चिंता जताई है और यहां तक कहा है कि इस कारोबार की जड़े पाकिस्तान में है। इसके बावजूद यूपीए सरकार इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है। और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को शांति का दूत बता रहे है।
देश की जनता सरकार से जानना चाहती है कि भारत में नकली नोटों की समस्या कितनी गंभीर है और नकली नोटों के आवागमन को रोकने के लिए ये सरकार कौन-कौन से कदम उठा रही ह?ै इसलिए भाजपा यह मांग करती है कि केन्द्र सरकार भारत में नकली नोटों की समस्या पर एक श्वेत-पत्र प्रकाशित करें।
- इसके साथ ही भाजपा यह भी मांग करती है कि केन्द्र सरकार वैश्विक मंचों पर नकली नोटों के प्रसार की समस्या को प्रमुखता से उठाए ताकि विश्व बिरादरी में नकली नोटों के प्रकाशन को Terror Financing के समकक्ष माना जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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