Archive | August 3rd, 2011

श्री कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सतीश वर्मा बी0एस0पी0 से निलम्बित

Posted on 03 August 2011 by admin

  • बी0एस0पी0 श्री कृष्ण कुमार सिंह की विधान सभा सदस्यता समाप्त कराने के लिए दल-बदल विरोधी अधिनियम के तहत याचिका दायर करेगी
  • श्री सिंह जनता की समस्याओं के समाधान में रूचि न लेकर अपने पारिवारिक हितों को ही प्राथमिकता दे रहे थे
  • श्री सिंह की गतिविधियों के बारे में प्राप्त हो रही तमाम शिकायतों पर बी0एस0पी0 ने गम्भीर रूख अपनाते हुए उन्हें आगामी विधान सभा चुनाव के लिए टिकट न देने का फैसला ले लिया था

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने जनपद हरदोई के मल्लावां विधान सभा क्षेत्र के वर्तमान बी0एस0पी0 विधायक श्री कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सतीश वर्मा द्वारा आज सपा में शामिल होने पर उन्हें बी0एस0पी0 से तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण कुमार सिंह का यह आचरण दल-बदल कानून के दायरे में आता है, इसलिए बी0एस0पी0 श्री सिंह की विधानसभा सदस्यता समाप्त कराने के लिए मा0 विधान सभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका दायर करेगी।
माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सपा की सदस्यता ग्रहण करने से पहले श्री कृष्ण कुमार सिंह को अपनी विधान सभा सीट से इस्तीफा दे देना चाहिए था, क्योंकि क्षेत्र की जनता ने उन्हें बी0एस0पी0 के टिकट पर जिताया था। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद श्री सिंह चार वर्ष से अधिक समय तक विधायक के रूप में सारी सुविधायें एवं उससे जुड़े अन्य विशेषाधिकारों का उपभोग करते रहे हैं।
माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी को यह शिकायत मिल रही थी कि श्री सिंह अपने निवार्चन क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान में कोई रूचि नहीं ले रहे थे और वे अपने पारिवारिक हितों को ही प्राथमिकता दे रहे थे। इस प्रकार श्री सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के साथ धोखा एवं विश्वासघात किया है। श्री सिंह के क्षेत्र से उनकी गतिविधियों के बारे में प्राप्त हो रही तमाम शिकायतों पर पार्टी ने गम्भीर रूख अपनाते हुए उन्हें आगामी विधान सभा चुनाव के लिए टिकट न देने का फैसला ले लिया था। यदि सिंह बी0एस0पी0 के निष्ठावान तथा समर्पित कार्यकर्ता होते तो पार्टी छोड़ने का फैसला कतई न लेते। इससे साफ जाहिर है कि श्री कृष्ण कुमार सिंह स्वार्थवश सपा में शामिल हुए हैं।
माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बी0एस0पी0 में श्री कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सतीश वर्मा जैसे दल-बदलुओं के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 यह भी सुनिश्चित करेगी कि श्री कृष्ण कुमार सिंह अपने कृत्यों के चलते जनता के सामने बेनकाब हों, ताकि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में दल बदलने का खामियाजा भुगतना पड़े। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 एक अनुशासन प्रिय राष्ट्रीय राजनैतिक दल है, जो पार्टी विरोधी गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करती।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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फैशन का रूप में उभर रहा है नशा, कब बंद होगा यह नशे का खेल ?

Posted on 03 August 2011 by admin

देश का भविष्य दांव पर, सिगरेट व स्मैक का खुलेआम धुआं उड़ाते नजर आते है युवा

आखिर कहां गया नशा अन्मूलन अभियान? क्यो नहीं थम रही हैं नशीले पदार्थों की बिक्री, क्या यूहीं चलता रहेगा यह नशे का खेल। अगर हां तो समझ लीजिए कि देश का भविष्य कहलाने वाले नौनिहाल छोटे-छोटे बच्चे इसकी चपेट में आकर अपना व देश का भविष्य चैपट करने पर आमादा है। वहीं सरकारी कम्पनियों से मोटा कमीशन लेकर इनको बढ़ावा दे रही है। जहां आज पान मसाला, गुटका, सिगरेट स्मैक अब फैशन का रूप लेता जा रहा है। वहीं युवा वर्ग अब खुले आम गुटके की पिचकारी व सिगरेट का धुआं उड़ाते नजर आ रहे हैं। अधुनिकता की दौड़ में जहां नशे ने फैशन का रूप ले लिया है। वहीं युवा वर्ग इस नशे को अपनी शान समझते हैं। अब तो फैशन का आलम यह है कि जहां पहले पुरूषों में था। वहीं अब युवा छात्र, छात्रायें व महिलायें भी इसकी दौड़ में पूरी भागीदारी निभा रही है। जिसका परिणाम यह है कि आज देश का भविष्य कहलाने वाले युवा खुलेआम सिगरेट का कश लेते नजर आ रहे हैं। इन नशीले पदार्थों ने लोगों के दिलों में इस तरह से घर बना लिया रखा है। कि स्कूली छात्र,छात्रायें व महिलायें पान की दुकान पर जाकर इसे खरीदनें में हिचक महसूस नहीं करतीं। और यही कारण है कि निरन्तर विक्री बढ़ने के कारण पान मसाला, गुटका व सिगरेट के मूल्यों में वृद्वि हो गयी है। इसके बाद भी इसकी विक्री पर कोई फर्क नही पड़ा जिस कारण बाजार में ऐसी नशीली पदार्थों की विक्री के अनगिनत कम्पनियां उतर आयी हैं। वरहाल जहां इन नशीले पदार्थों पर अंकुश लगना नामुमकिन लग रहा है। वहीं युवा पीढ़ी इस नशीले अंधेरे कुऐं में गिरकर अपना जीवन बर्वाद करने पर तुले हैं। वहीं यह कम्पनियां दोनों हांथो से धन बटोर रहे हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है ग्राम मरेना

Posted on 03 August 2011 by admin

spn-02जैसे-जैसे मानसून सक्रिय होता है वैसे-वैसे कस्बा मीरानपुर कटरा के ग्राम मरेना में समस्यायें उत्पन्न हो जाती हैं। जहां ग्राम के सम्पर्क मार्ग बंद हो जाते हैं। वहीं ग्राम की गलियां नालियां चोक होने के कारण तालाब में तब्दील हो जाती है तथा गांव के चारों ओर पानी हो जाने के कारण ग्रामवासियों के आवागमन का रास्ता बंद हो जाता है।
जहां केन्द्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अधिक से अधिक वजट भेज कर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सौन्दर्यीकरण व शहरीकरण लाने का प्रयास कर रही है। वहीं नगर के समीप सटा ग्राम पंचायत वीरमपुर के अन्तर्गत आने वाला ग्राम मरेना आज भी अपनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित नजर आ रहा है। जहां ग्राम में जाने के लिए शारदा नहर की पटरी से निकाला गया सम्पर्क मार्ग इस बरसात के पानी से लबालब है। वहीं ग्रामीण कस्बा आने के लिए खेतों की पगडंडी से होकर गुजर रहे हैं। जैसे तैसे गांव में पहुंचने पर अगर दृष्टिपात किया जाये तो साफ नजर आयेगा कि बीसवीं सदी में बसे गांव आज भी त्रासदी की तरह नजर आ रहे हैं। गांव में बिजली के नाम पर जहां खाली पोल खड़े नजर आ रहे हैं। वहीं पूरे गांव के मार्ग कीचड़ व पानी से लबाजब भरे हुए हैं तथा लोग उसी कीचड़ उक्त मार्ग से आवागमन कर रहे हैं। पढ़ने लिखने वाले छोटे-छोटे spn-03बच्चे उस कीचड़ में खेल रहे हैं। पूछने पर ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम मंे एक प्राथमिक विद्यालय है, परन्तु आज वह अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रह है। विद्यालय जरा सी बरसात में टपकने लगता है। पूरा विद्यालय जर्जर अवस्था में खड़ा है। जिसके भय के कारण ग्रामवासी बच्चों को भेजने से कतरा रहे हैं। ग्राम वासियों की सबसे बड़ी गम्भीर समस्या सरकार द्वारा दी जाने वाली योजना का है। ग्राम प्रधान ने किसी भी ग्रामवासी का वृद्धापेंशन, विधवा पेंशन व राशन कार्ड जैसी योजनाओं में अभी तक सम्मिलित नहीं किया गया। जिस कारण ग्रामीणों मंे जनप्रतिनिधियों के विरूद्ध आक्रोश उबल रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बरेली मोड़ पर अर्द्धनग्न युवती का शव मिलने से क्षेत्र मंे सनसनी रेप के बाद हत्या की आशंका

Posted on 03 August 2011 by admin

बरेली मोड़ हाइवे पर अद्र्वनग्न युवती का शव झाड़ियों में मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना पर सीओ सिटी समेत तमाम पुलिस फोर्स मौके पर पहंुच गया। डाग स्कार्ट की मदद से घटना स्थल के आसपास सुराग की तलाश की गई। लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। जिसके बाद शव का अज्ञात में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मं गलवार की शाम करीब पांच बजे बरेली मोड़ चैराहे से सीतापुर की ओर जाने वाले रोड पर करीब  दो सौ मीटर की दूरी पर झाड़ियों में 22 वर्षीय युवती का शव मिला है। जिसके बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। युवती सफेद सल्वार व समीज पहने हुये है। युवती के गले में दुपट्टा पड़ा हुआ था। सूचना पर सीओ सिटी शिवराज सिंह व शहर कोतवाल नरेन्द्र प्रताप सिंह मय फोर्स के घटना स्थल पर पहुंच गये। घंटों छानबीन करने के बाद सीओ सिटी ने  डाग स्कार्ट  की टीम बुलाली। डाग स्कार्ट की टीम काफी देर तक घटना स्थल के आसपास सुराग लगाने के लिए घूमती रही। लेकिन टीम के हाथ में कोई सुराग नही लग सका। जिसके बाद पुलिस ने शव का अज्ञात में पंचनामा भर दिया।सूत्रों के मुताबिक कुछ देर पहले एक मारूति कार झाड़ियों के पास रूकी थी। बताया जाता है कि इसी कारमें सवार लोगो ने युवती की लाश फेंकी है। पुलिस के मुताबिक युवती की रेप के बाद गला दबाकर हत्या की गई है। सीओ सिटी शिवराज सिंह ने जानकारी देते हुये बताया कि जल्द ही वह इस केस का खुलासा कर देंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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यूटीवी ने बॉलीवुड केन्द्रित नया चैनल यूटीवी स्टानर्स लॉन्चत किया

Posted on 03 August 2011 by admin

dsc_4335यूटीवी के ब्राडकास्टिंग डिवीजन ने यूटीवी स्टाीर्स नामक नये चैनल को लॉन्च  करने की घोषणा की है, जो कि बॉलीवुड के ऑफिशियल चैनल की तरह से कार्य करेगा। यूटीवी स्टार्स वशिेष रूप से एक मनोरंजन चैनल होगा और इस चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम बॉलीवुड एवं बॉलीवुड से जुड़े नामचीन हस्तियों पर केन्द्रित होगा।

इस चैनल की लांचिंग की घोषणा बॉलीवुड अभिनेत्री मिनिषा लांबा एवं यूटीवी स्टाकर्स के बिजनेस प्रमुख श्री निखिल गांधी की उपस्थिति में की गई।

पिछले छह साल के दौरान फिल्म निर्माण उद्योग मे क्रांति लाने और ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री में मजबूत स्थान बनाने के बाद यूटीवी ग्रुप ने यूटीवी स्टार्स ब्रांड को लॉन्‍च किया है। ग्रुप दर्शकों को ग्लैमर और चमक से भरपूर मनोरंजन ऑफर कर रहा है जो सही मायने में बॉलीवुड का प्रतिबिंब है।

रिसर्च बताती है कि बॉलीवुड सर्वव्यारपी है। बॉलीवुड कभी अपने चाहने वालों को आकर्षित करना बंद नहीं करता। एक सामान्य दर्शक विभिन्न प्लेटफार्म पर आने वाले बहुत सारी बॉलीवुड केंद्रित सामग्री से मुखातिब होता है। हालांकि, सामग्री के छुटपुट प्रजेंटेशन के कारण दर्शकों की मनोरंजन की भूख बढ़ती है। सीधे शब्दों। में कहें तो दर्शक एक पूर्ण मनोरंजन की इच्छा रखते हैं।

यूटीवी स्टार्स बॉलीवुड की सपनों की दुनिया के शामिल होने का आमंत्रण है। यह ग्लैमरस भी है और आसानी से पाए जाने वाला भी। यह दर्शकों की अभूतपूर्व कंटेंट, जो बॉलीवुड को अंदर से जानने की जिज्ञासा को पूरा करने को भरोसा दिलाता है।

यूटीवी स्टार्स का लोगो तुरंत चैनल की प्रीमियम पोजीशिनिंग को दर्शाता है। चैनल का लोगो विभिन्न ऐलीमेंट्स से भरा हीरा है जिसे डेनमार्क स्थित एक नामी एजेंसी ने डिजाइन किया है। चैनल की स्टाइलिश पैकेजिंग चमक और ग्लैमर से प्रेरित है, जो बॉलीवुड के हालमार्क हैं। ताजातरीन टेक्नोलॉजी ट्रेंड का अनुशरण करते हुए यूटीवी स्टार्स हाई डेफिनिशन चैनल है जिससे दर्शकों का टीवी देखने का एक नया अनुभव प्राप्तद होता है।

चैनल का कंटेंट तीन श्रेणियों मे है- ऑरिजनल प्रोग्रामिंग, न्यूज और म्यूजिक। न्यूज शो और वीकली फीचर जिसे 80 लोगों की एक टीम तैयार करती है। ऑरिजनल और इनोवेटिव प्रोग्रामिंग जो फैंस को उनके स्टार्स के करीब लाती है और टॉप सेलेब्रिटी को भी फॉर्मेट में शामिल करती है।

चैनल की लांचिंग पर यूटीवी के सीईओ- ब्रॉडकास्टिंग एम के आनंद ने कहा कि ”यूटीवी की ब्रॉडकास्टिंग समूह ने सिर्फ चार साल में अभूतपूर्व विकास किया है। हमने टार्गेटिड दर्शकों को ध्यान मे ऱखकर चैनल लाकर मनोरंजन जगत में मौजूद चैनलों की भीड़ में सफलतापूर्वक अपना स्थान बनाया है। यूटीवी स्टार्स की लॉन्चिंग अनोखे और अलग नेटवर्क बनाने के हमारे प्रयास का एक हिस्सा है।”

यूटीवी ब्रॉडकास्टिंग की चीफ क्रिएटिव ऑफिसर जरीना मेहता का कहना है कि ”यूटीवी इनोवेटिव प्रोडेक्ट्स बनाने के लिए जाना जाता है, चाहे वह चैनल हो, फिल्म हो या टीवी शो हो। हमारा मानना है कि हमने यूटीवी स्टार्स के रुप में अपने दर्शकों के लिए सही मायने में, चाहे वह लोगो में हो या पैकेजिंग में हो या कंटेंट में हो, एक अलग ब्रांड बनाया है। खुद प्रोड्यूसर्स होने के नाते हमारा उद्देश्य भारतीय दर्शकों को बॉलीवुड को नजदीक और निजी तौर पर मुहैया कराना है।”

यूटीवी स्टार्स के बिजनेस हैड निखिल गांधी का कहना है कि ”फिल्म निर्माण में क्रांति के बाद बॉलिवुड पर क्रेंद्रित चैनल लाना काफी तर्कसंगत है। अन्य नेटवर्कस् की तरह ही बॉलीवुड चैनल लॉन्‍च करने का हमारा फैंसला पूरी तरह रिसर्च पर आधारित है। रिसर्च के परिणाम साफ तौर पर बेहतर और व्यवस्थित बॉलीवुड केंद्रित कंटेंट की जरुरत बताते हैं। हम मानते हैं कि यूटीवी स्टार्स के साथ नीड गैप को पूरा कर पाएंगें और अपने दर्शकों को ऐसा कंटेंट देंगे जो उन्होने कभी देखा नहीं है।”

यह चैनल मुख्यत: शहरी युवाओं के लिए है और इसको एक 360 डिग्री ब्रांड के बतौर स्थापित किया गया है जो टीवी, वेब, मोबाइल और ऑन ग्राउंड मौजूद है। लाॅन्‍च के समय इसे प्रमुख रुप से से सभी हिंदी भाषाई बाजारों में पेश किया जाएगा और उसके तुंरत बाद यूके, यूएस, यूरोप और यूएई के बाजारों में लॉन्‍च किया जाएगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Grand inauguration of International Biotechnology Festival ‘QUEST-2011′

Posted on 03 August 2011 by admin

The 4-day International Festival of Biotechnology ‘Quest-2011′ organized by City Montessori School, Rajendra Nagar (Campus I) got inaugurated today at CMS Kanpur Road auditorium amidst the rainbow coloured educational-cultural items that the children presented. Chief Guest, Mr Abdul Mannan, Minister for Science and Technology, UP, lit the lamp of learning to inaugurate the function ceremoniously. On this occasion, the presence of renowned personalities and students and their team leaders came from 11 countries enhanced the glory of the function. The 4-day ‘Quest-2011′ has been organized by CMS Rajendra Nagar (Campus I) at CMS Kanpur Road auditorium from 3 to 6 August in which over 500 young scientists from 11countries viz. Singapore, Russia, Jordan, Kazakhstan, Sri Lanka, Bangladesh, Gambia, Nepal, Bhutan, Japan and various states of India have arrived here at Lucknow to exhibit their skills in biotechnology during various contests organized in the festival.

quest_participants2Earlier, the inaugural function was resplendent with music and creative abilities of students which poured out through songs and dances sincerely promoting the spirit of Unity in Diversity and need for a peaceful world through science and technology. The programme began with the All Religion and World Peace Prayer. This was followed by a mock World Parliament in which children dressed in national dress of different countries discussed global problems and their peaceful solutions. The teams from various countries were formally introduced amidst great fanfare.
Addressing the gathering on this occasion, the Chief Guest, Mr Abdul Mannan, Science and Technology Minister, UP, said that youth should apply their energy in constructive field for the welfare of humanity. He adviced them to make practical and effective use of science for the basic needs, creativity and world unity. Today, the human beings are facing numerous global conundrums. The solutions to these conundrums lie greatly on the shoulders of future generations. He further said that biotech enables us to understand and feel each particle of the universe. He expressed his pleasure over the international festival being pioneered by City Montessori School as this significant subject will prove to be a new step towards progressive India.
Earlier, in the afternoon session today, a press conference was organized in which the students from India and abroad put forth their views before the media persons. Talking to the press reporters, the students of Jubilee School, Jordan said that this international biotechnology festival provides a golden opportunity to spread the message of world unity. Expressing their happiness, these students said that they have also come here to convey the message of love, peace and unity. Students of D. S. Senanayake School, Sri Lanka said that the study of biotech will bring about reformations in human life and will pave the way for world unity. They said that genetic engineering gives us the knowledge of DNA and is capable to cure some fatal diseases like HIV Aids, Cancer etc. Students of Buddhanilkanth School, Nepal said that biotech brings us nearer to nature. We feel happy that after green revolution India is now having gene revolution. Students of Global India International School, Singapore said that they are very happy to be in India and want to learn from this festival. Biotech can control the increasing rate of air pollution. Similarly the students arrived from Russia, Kazakhstan, Bangladesh, Gambia, Bhutan, Japan and various states of India said that we appeal to the scientists of the world to utilize science for the benefit and cause of humanity.
On this occasion, the Convenor of Quest-2011 and Principal of CMS Rajendra Nagar (Campus I), Ms Deepa Tiwari said that biotechnology is an important part of science in the 21st century which can make human life more comfortable and easy and advantageous for human welfare. ‘Quest-2011′ is organized with the view to motivate young generation for the welfare of humanity. She emphatically said that if India wants to grow in bioinformatics then it will need trained human resources in plenty. This festival is an important step in the same direction. Ms Tiwari informed that several interesting competitions viz debate, quiz, collage, poster-making, slogan writing, turn coat, website designing and powerpoint presentation will be conducted during this international festival. Several experts of various fields will judge these contests. Ms Tiwari said that renowned scientists will also register their presence and enlighten the students with their meaningful thoughts and ideas which include Dr. T. Ramasami, Secretary DST, Govt. of India; Dr. G. Choudhari, HOD, Gastroenterolgy, SGPGI, Lucknow; Prof. G. Padmanabhan, Indian Institute of Science, Bangalore; Prof. D. P. Sarkar, Former Dean, Deptt. of Biochemistry, Delhi University; Dr. Sajiv Anand, Advisor, P.I. Industries, Gurgaon and Prof. S. Hasnain, IIT, Delhi, Ex. VC, Hyderabad.
Dr Jagdish Gandhi, renowned educationist and Founder of CMS gave his best wishes and thanks to all the participants and said that their presence on this international stage proves that these young scientists wish to bring the world together. Dr Gandhi said that on this international forum of biotechnology festival the young contestants will not only expand their knowledge through contests rather it will motivate them to rise above from being mere bookworms and work for the welfare of spiritual upliftment and humanity. Chief Public Relations Officer of CMS, Mr Hari Om Sharma informed that the contests will commence tomorrow from 9.30 am onwards to be concluded on 6 August with prize distribution ceremony. Tomorrow’s contest include debate, slogan writing and poster-making, quiz (written round) and website designing.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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403 विधानसभा क्षेत्रों में विजय संकल्प सम्मेलन करेगी भाजपा

Posted on 03 August 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी इसी माह में सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में विजय संकल्प सम्मेलन करेगी। भाजपा को चुनावों में विजय दिलाने के संकल्प के साथ शुरू होने वाले इन सम्मेलन की शुरूआत 7 अगस्त को झांसी से उमा श्री भारती जी करंेगी।
भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज पत्रकारों से बातचीत में कहा की भाजपा नेतृत्व ने आज आगरा में क्षेत्रीय बैठक कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा करते हुए संगठनात्मक कार्यक्रमों की चर्चा की। इसके पूर्व में  29 जुलाई को वाराणसी, 30 जुलाई को गोरखपुर, 31 जुलाइ्र को लखनऊ (अवध), 1 अगस्त को मेरठ (पश्चिम), 2 अगस्त को कानपुर में क्षेत्रीय बैठकें करके चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई।
उन्होने बताया कि इन क्षेत्रीय बैठकों में पूरे प्रदेश में चल रहे विजय वाहिनी के प्रशिक्षण सम्मेलनों की समीक्षा की गयी। प्रदेश के 76 जनपदों में सम्पन्न हो चुके विजय वाहिनी सम्मेलन पर संतोष व्यक्त करते हुए शेष बचे जनपदों में 7 अगस्त तक सम्मेलन पूरे किए जाने पर जोर दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने विजय वाहिनी के गठन में समाज के सभी वर्गो को समेटते हुए मजबूत इकाई के गठन पर बल दिया। जिलों-जिलों चल रही चुनावी तैयारियों और राजनैतिक परिस्थितियों की भी चर्चा की गई।
श्री पाठक ने बताया कि इन बैठकों में प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, नेता विधान मण्डल दल ओमप्रकाश सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 रमापति राम त्रिपाठी, महामंत्री संगठन राकेश जैन, डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, विन्ध्यवासिनी कुमार, विनोद पाण्डेय, नरेन्द्र सिंह, रामनरेश अग्निहोत्री क्षेत्र समिति के अध्यक्ष और मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष रूप से मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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वीडियो गेम तथा हिंसात्मक फिल्मों से बच्चे हिंसा की सीख ग्रहण कर रहे हैं! - डा0 जगदीश गांधी, संस्थापक-प्रबन्धक,

Posted on 03 August 2011 by admin

(1) वीडियो गेम तथा हिंसात्मक फिल्मों से बच्चे हिंसा की सीख ग्रहण कर रहे हैं:-
इन दिनों ‘वीडियो गेम’ के प्रति बच्चों की दीवानगी बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार 82 प्रतिशत से अधिक किशोर हर हफ्ते औसतन 14 से 16 घंटे कम्प्यूटर, वेब पोर्टल आदि पर गेम खेलने पर खर्च करते हैं। इनमें से 84 प्रतिशत बच्चों की दिलचस्पी मारधाड़ वाले गेम की ओर होती है। साथ ही हिंसात्मक तथा सेक्स से भरी फिल्में भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। स्क्रीन पर मारधाड़ मचाते किरदार बच्चों के नाजुक मन-मस्तिष्क पर असर डालते हैं। आॅडियो-विजिल माध्यम बच्चे के कोमल मस्तिष्क को आतंक फैलाने के लिए उकसाते हैं। लगभग सभी यंत्र चलित खेलों के हीरो गोलीबारी या भयंकर मार पिटाई के जरिए उन लोगों को राह से हटाने में लगे रहते हैं जो उनके मिशन में रूकावट बनते हैं। यह हिंसात्मक द्वन्द्व बच्चों के मन-मस्तिष्क में खीझ और गुस्सा भर देता है। वीडियो गेम तथा हिंसात्मक-सेक्स से भरी फिल्मों के कारण बच्चों के कोमल मस्तिष्क की सकारात्मकता नष्ट होने लगती है। छोटी उम्र से ही बच्चे नकारात्मकता, तनाव व अवसाद का शिकार होने लगते हैं।

(2) बच्चे के मस्तिष्क, मन तथा आत्मा को कठोरता से बचाना चाहिए:-
आरंभ में ‘समय काटने के लिए वीडियो खेलों का सहारा, धीरे-धीरे लत बन जाती है, और यही लत मनोविकार में बदल जाती है। वीडियो गेम्स बच्चों को सीधे तौर पर हिंसा के जरिए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का संदेश देते हैं। इसी से प्रभावित होकर बच्चे वीडियो ‘खेलों’ तथा गंदी फिल्मों के मायावी संसार को असल जीवन में भी लागू करने लगते हैं। पर्दे पर खेले जाने वाले ये हिंसात्मक खेल प्रतिकारक आनन्द देते हैं।
(3) बच्चों में बढ़ती अपराध वृत्ति स्वस्थ समाज के निर्माण में बड़ी बाधा है:-
कुछ समय पहले दिल्ली के मैक्स हैल्थ केयर, मनोरोग विभाग के प्रमुख डाॅ. समीर पारिख ने बच्चों में बढ़ती
अपराध वृत्ति पर एक सर्वेक्षण किया था। उनकी रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसात्मक फिल्में देखने के कारण बच्चों में हथियार रखने की प्रवृत्ति बढ़ी है। रिपोर्ट बताती है कि 14 से 17 वर्ष के किशोर हिंसात्मक वीडियो गेम खेलने तथा फिल्में देखने के शौकीन हो गए हैं। अमेरिका में हाल में हुए एक अध्ययन के मुताबिक जिन बच्चों को कम उम्र में प्रताड़ित किया जाता है उसके बाद जीवन भर इस प्रताड़ना का गहरा असर देखने को मिलता है। समाज में देखें तो बच्चों में आपराधिक प्रवृत्ति के लिए एक तो उनके साथ किया गया क्रूर तथा उपेक्षापूर्ण व्यवहार जिम्मेदार है, तो दूसरी तरफ हमारे पूरे परिवेश तथा सामाजिक वातावरण में गहरे पैठे गैर-बराबरीपूर्ण आपसी रिश्ते तथा परत दर परत बैठी हिंसा की मनोवृत्ति जिम्मेदार है।
(4) हम कैसा समाज अपने बच्चों के लिए छोड़कर जाना चाहते हैं:-
नन्हें बच्चे ‘वीडियो गेम’ में क्यों इतनी अधिक रूचि ले रहे हैं? इसका सीधा सा उत्तर है, ‘बच्चों का अथाह अकेलापन’। दौड़ती-भागती जिंदगी और भौतिक सुखों तथा वस्तुओं की असीम चाह में, आज हर अभिभावक दिन रात की सीमाओं को लांघकर काम में जुटे हैं और अपने द्वारा दिए ‘अकेलेपन’ को भरने के लिए वह बच्चों के हाथों में ‘वीडियो गेम्स’ थमा देते हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में बच्चों को खेलने-कूदने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से पिछले दो दशकों से ‘प्लेडे’ मनाया जा रहा है। ‘खेलकूद’ बच्चों के शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक, शैक्षणिक और बौद्धिक विकास के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि उनमें सामाजिकता और व्यवहारगत कुशलता विकसित करने में भी इसकी भूमिका है। बच्चों में योग, आसन, खेलकूद का लोप मौजूदा समय की बड़ी चुनौती है। इस दिशा में समाज के शुभचिन्तकों को गम्भीरता से सोचना होगा कि हम कैसा समाज अपने बच्चों के लिए छोड़कर जाना चाहते हैं।
(5) सृजनात्मक तथा कलात्मक कार्यों में प्रतिभाग करने के लिए बच्चों को प्रेरित करें:-
भारत में बच्चों में खेेलों के प्रति रूचि पैदा करने के लिए कोई खास नीति नहीं है। ब्रिटेन ने 1991 में ही बच्चों के अधिकारों के बारे में संयुक्त  राष्ट्र समझौते को अपना लिया था। जिसमें ‘प्ले डे कैंपेन’ भी शामिल था, जिसके तहत बच्चों के लिए खेलों को अनिवार्य किया गया और यह सुनिश्चित किया गया कि ब्रिटेन में सभी बच्चे खेलों में हिस्सा लें। इस बारे में संयुक्त  राष्ट्र का जो घोषणा पत्र है वह केवल पारम्परिक खेलों को ही शामिल नहीं करता बल्कि इसमें ‘प्ले’ से मतलब बच्चों के ऐसे समय से है जिसमें वे आराम करें, खेलें, अपने रूचि की सृजनात्मक और कलात्मक गतिविधियों में समय बिताएं। हमारे देश को भी ऐसी ही नीति की जरूरत है।
(6) घर की चारदीवारी के अंदर भी बच्चा अब सुरक्षित नहीं है:-
आज घर-घर में केबिल/डिश टी0वी0 हेड मास्टर की तरह लगे हंै। टी0वी0 तथा इण्टरनेट की पहुँच अब बच्चों के पढ़ाई के कमरे तथा बेडरूम तक हो गयी है। प्रतिदिन टी0वी0, इण्टरनेट तथा सिनेमा के माध्यम से सेक्स, हिंसा, अपराध, लूटपाट, निराशा, अवसाद तथा तनाव से भरे कार्यक्रम दिखाये जा रहे हैं। बच्चे इन कार्यक्रमों से अपराध, सेक्स, हिंसा, लूटपाट आदि के रास्तों पर चलने की गलत सीख ग्रहण कर रहे हैं।
(7) आइये, बच्चों की पवित्रता, कोमलता तथा निष्कपटता को बचाने का अभियान चलाये:-
बच्चे बडे निष्कपट होते हैं। परमात्मा की पवित्रता और निश्छलता यदि कहीं है तो उसे बच्चों में स्पष्टतः देखा जा सकता है। बच्चे के मस्तिष्क, मन और आत्मा को कठोरता से बचाना हमारी प्रमुखता होनी चाहिए। निर्मल तथा कोमल भावना ही बच्चों के अंतःकरण की भाषा है, जिसके माध्यम से ईश्वरानुभूति सहज ही की जा सकती है। आधुनिक युग में
सर्वाधिक अजूबा मानव शिशु को ही माना जा सकता है। घर में माता-पिता तथा स्कूल में टीचर्स बच्चों की सृजनात्मकता को नष्ट करने वाले वीडियो गेम से दूर रखने की आत्मीयतापूर्ण सीख तथा जागरूकता बरते।
(8) बच्चे ही हमारी असली पूँजी हैं:-
जैसे-जैसे बच्चा बढ़ता है उसी तरह हमारी जिम्मेदारी भी उसके प्रति बढ़ती है। अतः हमें भी बच्चे की मानसिक विकास के अनुरूप बदलना चाहिए। यदि आप अपने बच्चे को बाल्यावस्था में संस्कार-व्यवहार को विकसित होने के लिए स्वस्थ वातावरण नहीं देते हंै तो युवावस्था में गुणों के अभाव में उसे जीवन की परीक्षा में सफल होने में कठिनाई होती है। अभिभावक उस समय उसके आस-पास नहीं होते हैं। गुणों को विकसित करने की सबसे अच्छी अवस्था बचपन की होती है।
(9) बालक की स्वतंत्रता का सम्मान करें:-
कई अभिभावक अज्ञानतावश अपने बच्चों को स्वतंत्रता के प्रति कड़ा रूख अपनाते हंै। यह मानव स्वभाव की एक सच्चाई है कि मनुष्य दूसरे की अपेक्षा स्वयं से नियंत्रित होने में ज्यादा सहजता महसूस करता है। बालक को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में विकसित होने के अवसर देने से उनके अंदर स्वयं को आदेश देने की भावना का विकास होता है। बालक में गुणों को अपनाने का स्वभाव विकसित कर देने से वह आत्मानुशासित बनता है।
(10) बच्चों को आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली बनायें:-
आज के युग में बच्चों पर निवेश करने की सबसे अच्छी चीज है उनके हृदय में विश्व एकता तथा पारिवारिक एकता के अच्छे संस्कारों का बीजारोपण करना। एक बालक का निर्माण सारे विश्व को बेहतर बनाने की एक शुरूआत है। मानवता की सेवा करने वाले हाथ उतने ही धन्य होते हैं जितने परमात्मा की प्रार्थना करने वाले होंठ। परमात्मा का नाम ही मेरा आरोग्य तथा उसका स्मरण ही मेरी औषधि है। हे मेरे ईश्वर हे मेरे परमेश्वर मेरे हृदय को निर्मल कर मेरी आत्मा में तू अपनी खुशियों का संचार कर। तू मुझको राह दिखाता तू है मेरा आश्रयदाता। अब शोकाकुल नहीं रहूँगा मैं आनन्दित व्यक्ति बनूगा। प्रभु हमारा सबसे अच्छा मित्र है। उस शक्तिशाली के प्रति पूरी तरह समर्पण ही जीवन की सफलता का रहस्य है। साथ ही आध्यात्मिक रूप से भी शक्तिशाली बनने का फल है।
(11) आधुनिक विद्यालय का सामाजिक उत्तरदायित्व:-
आधुनिक जागरूक विद्यालय का सामाजिक उत्तरदायित्व है कि वह सुन्दर, स्वस्थ, समृद्ध, आनन्दित एवं सशक्त समाज के निर्माण के लिये समाज के प्रकाश का केन्द्र बने। बच्चों को परिवार, स्कूल तथा समाज रूपी तीन विद्यालयों के क्लासरूम में बाल्यावस्था से ही (1) उद्देश्यपूर्ण भौतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक ज्ञान की संतुलित शिक्षा दे, (2) धर्म के वास्तविक उद्देश्य अर्थात एकता के महत्व से परिचित कराये तथा (3) कानून और न्याय पर चलने से सम्बन्धित मौलिक सिद्धान्तों का बचपन से ही छात्रों को ज्ञान कराये तथा उन पर चलने का अभ्यास कराये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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मिड डे मील व्यवस्था बनी सभासदों के हाथो का खेल

Posted on 03 August 2011 by admin

मिड डे मील की सुचारू व्यवस्था चलने का सरकार लाख दावें करे या ढ़ोल पीटे परंतु सच्चाई क्या है यह सभी जानते है। मालूम हो कि नगर क्षेत्र के विद्यालयों में भोजन स्कूल में न बनकर ठेका सिस्टम द्वारा सभासदों के घरों से बनकर ठेलियों द्वारा लाकर बटवाया जा रहा है। परिषदीय विद्यालय प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक के ग्रामीण क्षेत्र मंे तो कुछ मामला पटरी पर नजर आया पर शहर के विद्यालयों में रसोईयों पर लाखों खर्च करके उपयोग न करके खुली आंखों को धोखा देने का काम किया जा रहा हैै  शहर के छह जूनियर तथा 13 प्राथमिक विद्यालयों में से एक में भी स्कूल में खाना नहीं बन रहा क्यांे ? इस संबंध में शिक्षक और शिक्षिकाओं का कहना है भोजन कैसे बना तेल मसाला का उपयोग हुआ कि नहीं हम नहीं जानते जो किसी बडे़ हादसे को दावत दे रहे है। बेसिक शिक्षाधिकारी सियाराम निर्मल का तो बस हर बात का एक ही जबाव रहता है कि मामला संज्ञान में आया है ध्यान दे रहा हूं जल्द ही समाधान निकलेगा। हमारे संवादाता को मिली जानकारी के अनुसार टोडरपुर ब्लाॅक ग्राम पैगूसराॅय प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा मित्र क्षमादेवी की मीड डे मील से स्कूल में तबियत खराब हो गई जिसे उपचार हेतु जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। ज्ञात हो कि प्राथमिक विद्यालय पैगूसराॅय की प्रधानाचार्य मोहम्मद सलीम से शिक्षामित्र के द्वारा मिड डे मील की शिकायत करने पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आलम यह है कि विद्यालय में न तो पानी की व्यवस्था है न शौचालय की। जिसके चलते बच्चों और शिक्षक दोनों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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जब माता बनी कुमाता, पुलिस की छानबीन जारी

Posted on 03 August 2011 by admin

जिला चिकित्सालय कम्पाउंड के लैट्रिन टैंक में एक नवजात कन्या को जिदंा अवस्था में फंेकने का मामला जैसे ही सामने आया तो सनसनी फैल गई। मामलें को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक लवकुमार तुरंत उस कुमाता को ढूंढने का फरमान जारी कर दिया। वहीं जच्चा बच्चा वार्ड के रजिस्टर में नई प्रसूताओं के नाम पते 4 दिन पहले के अभिलेख खंगाले जा रहे है। ज्ञातव्य हो कि हमारे जनपद का प्रदेश में बच्चियों के जन्म के मामलें में दूसरा स्थान हैै। जनगणना के मुुताबिक 40,91,380 कुल संख्या में पुरूषों की 22,042,64 महिलाओं की कुल संख्या 18,87,116 है यानी जिले के अंदर 1000 लड़कों पर 863 लड़कियां मौजूद है जिले की प्रत्येक तहसील में यही अनुपात चल रहा है मौजूदा समय में भी 6,62,807 बच्चें 0 से 6 वर्ष के आयु के है। जिनमें लड़कियों की संख्या प्रति एक हजार बच्चों के मुताबिक कम है अगर सब कुछ इसी प्रकार रहा तो वह दिन दूर नही जब लडको को कुवारां ही रहना पडे़गा। जो एक चिंतनीय विषय होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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