जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने कहा है कि मेला श्री बटेश्वर नाथ सुप्रसिद्व और प्राचीन पशु मेला एवं धार्मिक मेला है। इस मेले को और अधिक व्यापक स्वरूप देने के लिए सभी अधिकारी सकारात्मक सोच और नये विचारों के साथ इस कार्य के लिए आगे आयें। मेले में नवीन ग्रामीण तकनीकों, पशुओं के बारे में जानकारी, उपचार, नये अनुसंधान-तकनीकी तथा विशय विशेशज्ञों आदि की सेवाएं और सलाह लें। मेले में सोनपुर और पुश्कर आदि मेलों की भॉति पर्यटको को भी आकर्शित करें।
श्री अभिजात विकास भवन पर आयोजित बैठक में मेला प्रबन्धों की विभाग वार गहन समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मथुरा के पं0 दीनदयाल पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, बकरी अनुसंधान संस्थान, करनाल डेयरी, पशु खाद्य पदार्थ बनाने वाली संस्थाओं आदि से सम्पर्क करें और उन्नत प्रजाति के पशुओं और विशेशज्ञों-वैज्ञानिकों को मेले मे लाने के लिए प्रेरित करें। मेले में गत वशZ बैल, घोडा, ऊंट खच्चर आदि लगभग 30 हजार पशुओं का क्रय-विक्रय हुआ है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये है कि मेले में फूड एण्ड ड्रग अथारिटी की टीम स्थाई रूप से रहकर खाद्य पदार्थो मे मिलावट रोकने पर निगाह रखे। उन्होंने सहायक मनोरंजन कर आयुक्त को निर्देश दिये कि झूले आदि लगाने वालो से सम्पर्क कर प्रेरित करें। गत वार मेले में एक अस्थाई टूरिंग टाकीज तथा वीडियो सिनेमा लगाये गये थे। मेला इस वशZ 29 अक्टूबर से प्रारम्भ होकर 26 नबम्वर को समाप्त होगा। स्नान मेला 21 नबम्वर को प्रारम्भ हो जायेगा।
उन्होंने निर्देश दिये कि घाटों पर सिल्ट सफाई बेरीकेटिंग, प्रकाश व एनाउन्समेन्ट आदि की व्यवस्था सुनििश्चत करें स्थानीय गोताखोर तथा पर्याप्त संख्या में नाव किराये पर ले लें। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, संजय कुमार ने बताया कि मेले में पी.ए.सी. की फ्लड कम्पनी तथा मोटर वोट भी उपलब्ध रहेगी।अधिशासी अभियन्ता लो.नि.वि. श्री मित्तल ने बताया कि मेला स्थ्ल तक सम्पर्क मार्गो पर पैच वर्क कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने निर्दश दिये कि मेला स्थल पर त्रिस्तरीय प्रकाश व्यवस्था सुनििश्चत करें। विद्युत का अस्थाई कनेक्सन, जेनेरेटरी की व्यवस्था के साथ प्रमुख स्थलों पर गैस पैट्रोमैक्स की व्यवस्था रखे। जिला पंचायत द्वारा मेला क्षेत्र में स्थापित 14 मानव पेयजल टंकियो एवं 17 पशु पेयजल होदियो की अबिलम्व मरम्मत करा कर चालू कराने के निर्देश दिये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रामरतन ने बताया कि मेले में एम्बुलेंस के अलावा चिकित्सक दल भी तैनात किया गया है। मेला वजट में औशिधि हेतु बीस हजार रूपये व्यय का प्राविधान कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने पशुओं के टीकाकरण , पशु चिकित्सालय के अतिरिक्त पशु क्षेत्रों, बैल क्षेत्रों,घोडा क्षेत्र, एवं ऊंटक्षेत्र में भी अलग अलग पशु चिकित्सा टीमें तैनात करने क निर्देश दिये है। मेला बजट से पशुओं के लिए औशधियों के क्रय हेतु 20 हजार रूपये स्वीकृत किये गये है ।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदशZनी लगाई जायेगी और स्वस्थ मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कवि सम्मेलन आदि के कार्यक्रम होगें। देश-विदेश के पर्यटकों को भी मेले में आने लिए पर्यटन संस्थाओं से समन्वय बनाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी/मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजकुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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