एग्ज़क्यूटिव डायरेक्ट्र्स, डिप्टी डायरेक्ट्र्स, असिस्टेंट डायरेक्ट्र्स, जनरल मैनेजर्स और सीनियर व जूनियर स्तर के 300 से अधिक कार्यकर्ताओं को खेलों हेतु नियुक्त किया गया
भारत के लोगों की तरफ से सहारा ने कॉमनवेल्थ गेम्स को मजबूती देने हेतु `जी जान से´ गाने को विख्यात संगीत तिकड़ी शंकर-ईशान-लॉय, सोनू निगम और सपना मुखर्जी के स्वरों में रिकार्ड कराया
वॉलिंटियर्स को प्रोत्साहित करने के लिए इन्सेंटिव व आवार्ड प्रोग्राम की घोषणा की गई
सहारा के कार्यकर्ताओं ने ओसी वॉलिंटियर्स के न आने पर खेलगांव और एयरपोर्ट पर बहुत बेहतरीन ढंग से एथलिटों और अतिथियों का ध्यान रखा
सभी खिलाड़ियों, अन्तरराष्ट्रीय मीडिया और अन्तरराष्ट्रीय सुविख्यात लोगों को व्यक्तिगत स्टेशनरी, भारत पर कॉफी टेबल बुक, एक्सक्लूसिव बुक व ताजमहल पर फिल्म, कलाई घड़ियां, रिकार्ड बुक आदि दी गई
71 प्रोफेशनल मॉडलों को प्लाकार्ड और मैडल बीयरर्स के तौर पर लिया, अधिकृत भव्य भोज की मेजबानी एवं अन्य अनेक गतिविधियों में संलग्नकता
भारत के लिए सदैव तत्पर, मल्टी बिजनेस संस्थान और भारत में खेलों का प्रमुख प्रायोजक सहारा इण्डिया परिवार 19वें कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 की तैयारी और आयोजन में प्रमुख कार्मोरेट सहयोगी रहा है। राष्ट्र के प्रति अपनी सेवाओं के तहत और इस विषम समय में देश की छवि को बनाए रखने हेतु सहारा ने खेल आयोजन समिति को अपने श्रेष्ठ मानव संसाधन द्वारा तथा विविध कार्यक्षेत्रों में फैली सेवाओं व `गेस्ट डिलाइट´ (अतिथि सुख) में सेवाओं के साथ ही अन्य अनेक प्रकार के आयोजन, गतिविधियों आदि में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं जिससे विश्व भर से आने वाले सभी अतिथियों के लिए यह खेल यादगार बन जाए।
19वें कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कालमाडी ने राष्ट्रमण्डल खेलों के आयोजन में सहारा के सहयोग की सराहना की है। उन्होंने कहा, “मैं सहारा इण्डिया परिवार को हादिZक रूप से धन्यवाद देता हूं, जिसके न केवल 300 से अधिक वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने दिन-रात एक करके पूरे समर्पण भाव से अपने दायित्व को निभाया, बल्कि पूरी तन्मयता से भावनात्मक और आर्थिक सहयोग भी दिया।´´
श्री कालमाडी ने यह भी कहा कि इसके साथ ही सहारा के रचनात्मक आडियाज और अच्छे विचारों ने गेम्स के प्रति उत्साह का वातावरण तैयार किया और 12000 से अधिक विदेशी खिलाड़ियों व मेहमानों के समक्ष भारत की छवि को गौरवपूर्ण रूप से प्रस्तुत करने में कारगर साबित हुए।
श्री कालमाडी ने आगे कहा कि खेलगांव से एयरपोर्ट तक तथा सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर सहारा के सहयोग ने एथलीट्स, डेलीगेट्स, आफिशियलस् तथा अतिथियों को बहुत मदद पहुंचायी जिससे कि खेल के आयोजनों को सही ढंग से आयोजित किया जा सके। सहारा इण्डिया परिवार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस परिवार ने भारतीय खेलों को बढ़ावा देने काफी योगदान दिया है। क्रिकेट और हॉकी के अतिरिक्त मुक्केबाजी, निशानेबाजी और तीरन्दाजी को आगे बढ़ानें में भी सहारा इण्डिया परिवार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। गौरतलब है कि इन खेलों में भारतीयों ने शानदार सफलता अर्जित की है।
ऐसे कठिन समय में जबकि खेलों के सफल आयोजन को आलोचनाओं ने घेर लिया था, सहाराश्री सुब्रत रॉय सहारा, अपनी टीम के साथ प्रतिबद्ध रहे ताकि राष्ट्र का गौरव बरकरार बना रहे। उनका सर्वोपरि विचार था कि बेहतर अनुभव बुरी अपेक्षाओं का उपयुक्त इलाज है और इसके लिए उन्होंने अपने सभी कर्तव्ययोगियों को यह सन्देश दिया कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें जिससे प्रत्येक आगन्तुक और अतिथि सुखद अनुभव करे और जीवन की एक अभूतपूर्व स्मृति लेकर लौटें।
सहारा के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स एक राष्ट्रीय त्योहार की तरह था जिसे स्वयं सहाराश्री ने आयोजन से पूर्व ही उल्लेखित किया था और बाद में अन्य प्रतििष्ठत लोगों ने उसका अनुमोदन किया। अत: एक ऐसे समय में जब भारत एक महाशक्ति के रूप में उभर कर सामने आ रहा है, एक भारतीय होने के नाते उन्होंने कॉमलवेल्थ गेम्स को पूर्ण सफल बनाने की ठानी और उसे पूरा भी किया।
खेल की टीम िस्प्रट को राष्ट्र भर में गुंजाने के लिए मीडिया, आउटडोर द्वारा प्रेरणादायक सन्देशों के साथ सहारा टीम ने अपने 300 से अधिक एग्ज़क्यूटिव डायरेक्टर्स, डिप्टी डायरेक्टर्स, असिस्टेंट डायरेक्टर्स, जनरल मैनेजर्स और सीनियर व जूनियर स्तर के कार्यकर्ताओं को खेलों के सफल आयोजन हेतु नियुक्त किया। सहाराश्री द्वारा स्वयं के नेतृत्व वाली सहारा टीम खामियों को तलाशने और स्वयं की पहल द्वारा आयोजन समिति के साथ मन्त्रणा द्वारा खेलों को निबाZध और आनन्दमय बनाने में जुट गई। सहाराश्री ने सभी स्थानों का स्वयं दौरा किया और कॉमनवेल्थ गेम्स से जुड़े सभी स्थलों का मुआयना भी किया। सहारा के सेवा-सत्कार व्यवसाय और विमानन (एवियेशन) से प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, खेलगांव, होटलों और अन्य स्थलों पर नियुक्त किया गया था जिससे कि खेलों के लिए आने वाले अतिथियों को बतौर सर्वश्रेष्ठ अनुभव सेवा-सत्कार में त्रुटिहीन सहयोग प्रदान किया जा सके।
श्री रॉय ने यह पहचान लिया था कि वॉलिंटियर्स की भूमिका निस्वार्थ होती है और खासकर खेलों की सफलता के लिए बहुत अहम भी। उन्होंने खेलों के लिए स्वयं का नाम एक वॉलिंटियर्स के तौर पर लिखाया। वॉलिंटियर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने उन्हें सम्बोधित भी किया तथा उनके लिए इन्सेंटिव व आवार्ड प्रोमाम की घोषणा की। कार्यक्रम के अन्तर्गत सहारा सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले 100 वॉलिंटियर्स को हाई-एण्ड मोबाइल भेंट कर रहा है। अगले 200 लोगों के लिए और उनके नीचे 300 सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले कार्यकर्ताओं को क्रमश: रू0 5000/- और रू0 3000/- के गिफ्ट हैम्पर्स और गिफ्ट वाउचर्स भेंट कर रहा है। इसके अतिरिक्त सहारा ने कलाई घड़ियां भेंट की तथा प्रोटोकॉल व कॉमनवेल्थ गेम्स वॉलिंटियर्स को दो-दो कॉम्पलिमेंटरी टिकट भी दिया जिससे कि उनके माता-पिता स्टेडियम में आकर खेलों का लुत्फ उठाया।
भारत के लोगों की तरफ से 19वें कॉमनवेल्थ गेम्स को मजबूती देने हेतु सहारा इण्डिया परिवार ने `जी जान से´ गाने को विख्यात संगीत तिकड़ी शंकर-ईशान-लॉय, सोनू निगम और सपना मुखर्जी के स्वरों में एक वीडियो रिकार्ड कराया और उसे तमाम विख्यात टीवी चैनलों पर दिखाया भी गया, जिसने अपनी उत्साहित करने वाली धुन और बेहतरीन माहौल द्वारा सबका दिल जीत लिया। इसके साथ `वी द पीपुल ऑफ इण्डिया´ दर्शाते हुए सहारा ने अखबारों में विज्ञापन भी दिया।
अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर उभर रहा भारत की मनोहारी छवि दिखाने के लिए सहारा ने 71 प्रोफेशनल मॉडल्स को ओपनिंग सेरेमनी और मेडल बियरर्स के लिए प्लाकार्ड बियरर्स के रूप में बुलाया। यह इस दृष्टिकोण से किया गया कि दुनिया में जो करोड़ों टीवी देखने वाले लोग के समक्ष इनकी छवि बार-बार आ सके।
व्यक्तिगत मैटल कार्डस भारत पर विशिष्ट 164 पृष्ठ की कॉफी टेबल, आयोजन के लिए खासतौर से डिजायन किया गया ताजमहल पर बुक कम-डीवीडी का सीमित संस्करण, भारत पर एक फोल्डर, प्रणामयुक्त सुरूचिपूर्ण ब्रोच और कलाई घड़ी जैसे कुछ अन्य उपहार व भेंट सहारा इण्डिया परिवार द्वारा उदारतापूर्वक प्रदान किये गये। प्रत्येक उत्पाद का डिजायन और निर्माण इन-हाउस किया गया और प्रत्येक आइटम कहीं से भी कमतर न हो, अपने-आप में विशिष्ट और संग्रहणीय था।
खेलगांव में खेलों से जुड़े विविध पक्षों जैसे एकोमोडेशन हाउसकीपिंग, इंटरनेशनल एरेना, ट्रांसपोर्ट सुविधा और खासतौर पर प्रोटोकॉल को एक सूत्र में व्यवस्थित करने हेतु सहारा इण्डिया ने श्री सुब्रत रॉय सहारा की सोच और उपस्थिति द्वारा दिये जा रहे नेतृत्व के माध्यम से सभी क्षेत्रों में अपने हृदयग्राही आतिथ्य की छाप छोड़ी। श्री रॉय व्यक्तिगत रूप से एयरपोर्ट और कॉमनवेल्थ खेलगांव गए और लीविंग रूम फर्नीचर से वॉशरूम व खेलगांव की विशिष्ट सुविधाओं आदि का बारीक अवलोकन कर तदनुरूप उन्हें अधिक बेहतरीन व व्यवस्थित कराया। मात्र 48 घंटे में 1168 लीविंग एकोमेडेशन्स को बेहतरीन रूप दे दिया गया- यह सब कुछ ऐसा था जिसने बरबस सभी क्षेत्रों से वाहवाही पायी। रॉयल हाइनेस प्रिंस चाल्र्स, प्रिंस ऑफ वेल्स, हर रॉयल हाइनेस कामिला पार्कर बाउल्स, विभिन्न देशों के हाई-कमीशनर्स जिसमें भारत के भी शामिल थे, खेल मन्त्रियों और विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने इसे सराहा। सहारा टीम जो कि इस आयोजन के पीछे मददगार की भूमिका निभा रहा था ने सुनिश्चित किया कि अतिविशिष्ट अतिथियों का उनकी पद-प्रतिष्ठा के अनुरूप स्वागत-सत्कार किया जाए। अतिथि- जिनमें 71 देशों की टीमें शामिल थीं, विश्व स्तरीय सुविधाओं प्रदान की गईं वहीं एकोमोडेशन एवं हाउसकीपिंग में भी सुव्यवस्था बनी रही और खेलगांव प्रबन्धन को नियमित प्रेषित रिपोर्ट बता रही थी कि मेयर ऑफिस और चेफ डी मिशन्स की अतिव्यस्त दिनचर्या को बेहतरीन ढंग से निपटाया जा रहा है। इसके साथ ही ट्रेनिंग और अन्तरराष्ट्रीय एरेना श्रेष्ठतम रूप में संचालित हो रहे हैं जिससे कि खेलों की भावना को उसी माहौल और रंग-ढंग से मनाया जा रहा है जैसा कि वह अपेक्षा रखते हैं और जिसके वह अधिकारी होते हैं। सहारा टीम के सदस्य डेलीगेशन रजिस्ट्रेशन मीटिंग (डीआरएम) क्षेत्र में हर वक्त मौजूद रहे जिससे कि प्रत्येक टीम के खेलगांव में आने पर उनसे मिलें और उनकी हर प्रकार से मदद करें। खेल जब से शुरू हुए हैं सहारा की एक समर्पित टीम खिलाड़ियों को उनके सम्बन्धित स्टेडियम से आने जाने को उनके हिसाब से सुसंचालित करने हेतु ट्रांसपोर्टेशन मॉल पर नियुक्त की गई है वहीं अन्य टीमें इंटरनेशनल एरेना, ट्रेनिंग एरिया और रेजीडेंस सेन्टर्स में अपना सहयोग प्रदान कर रही हैं।
खेलों के आयोजन में सहभागिता पर टिप्पणी करते हुए श्री सुब्रत रॉय सहारा, मैनेजिंग वर्कर एवं चैयरमेन, सहारा इण्डिया परिवार ने कहा था कि “मैं विश्वास करता हूं कि हर-एक द्वारा लक्ष्य हेतु भावनात्मक रूप से एक साथ मिलकर किये जाने वाला कार्य सभी के ही लिए सर्वोत्तम परिणामों के साथ पूर्ण सन्तुष्टि का प्रमुख कारण बनेगा जिसमें लगभग सभी 7000 एथलीट, 3500 कॉमनवेल्थ गेम्स डेलीगेट्स, अतिविशिष्ट अतिथि, विदेशी सुप्रतििष्ठत लोग और विश्व भर से आए 2000 पत्रकार सम्मिलित होंगे, जो कि इस विशाल उत्सव हेतु एकत्रित हुए हैं। हमारी यह पहल तो इस दिशा में एक छोटा सा कदम भर है।
इसके अतिरिक्त सहारा ने 4 व 5 अक्टूबर 2010 को इण्डिया हैबिटैट सेन्टर में कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के अधिकृत भव्य भोज की मेजबानी की और उसका आयोजन किया। सहारा कार्यकर्ताओं ने अतिविशिष्ट अतिथियों का उनकी पद-प्रतिष्ठा अनुरूप स्वागत-सत्कार का विशेष ध्यान रखा। इस भव्य भोज की थीम `महाराजा रॉयल´ थी और यह वह स्थान बना, जहां अन्तरराष्ट्रीय व्यक्तित्व, कॉमनवेल्थ एवं इंटरनेशनल ओलिम्पक एसोसियेशन प्रतिनिधि मण्डल, राजदूत, उच्चायुक्त, खिलाड़ी, कलाकार, अभिनेता और विख्यात लोगों ने गीत-संगीत व नृत्य की संध्या के साथ ही भारत के सभी प्रान्तों से रत्नजटित `राजकुमारियों´ के विशिष्ट भावनात्मक समागम का आनन्द उठाया। यह रात्रि थी जहां सौहार्द और भोजन एक साथ ख्याति और उत्कृष्टता को न केवल खेलों में अपितु स्वयं जिन्दगी का उत्सव मनाने के लिए जुटे थे। इस भोज में करीब 4000 मेहमानों ने शिरकत की। यह भोज लगातार दो शामों को आयोजित किये गये। आयोजन की भव्यता और चमक को चार चांद लगाने हेतु माइकलफनल, प्रेसिडेंट-कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन, माइक हूपर, सीईओ- कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन, कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के वरिष्ठ कॉमनवेल्थ गेम्स के अधिकारी, विदेशी ख्यातिलब्ध लोग जिसमें हेड्स ऑफ स्टेट, प्रमुख उद्योगपति, राजनेता, नौकरशाह, खिलाड़ी एवं बॉलीवुड के मशहूर लोग भी मौजूद थे। प्रत्येक अतिथि को खासतौर से फ्रेब्रिकेटेड रेशम से निर्मित रत्न-मंजूषा में रखा एक खास रिटर्न गिफ्ट दिया गया जिसमें अत्यन्त बेहतरीन स्वर्णपत्ती से अंलकृत हस्तचित्रित मार्बल प्लेट्स मीनाकारी युक्त रखी गई थीं।
सहारा इण्डिया परिवार द्वारा अनुमोदित व प्रतिपादित सम्पूर्ण पहल को एक दृष्टि में देखा जाए तो इसमें लगभग रू0 10 करोड़ का खर्च आया , यह उन सभी मूल्यों से बढ़कर भारतीयता और वैश्विक स्तर पर टीम वर्क के सन्देश को पहुंचाने का एक अनोखा मौका साबित हुआ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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