अध्यक्ष राज्य सलाहकार परिशद श्री सतीश चन्द्र मिश्रा 1 सितम्बर, 2010 को हजरतगंज, लखनऊ में हजरतगंज के सौन्दैर्यीकरण कार्य का शुभारम्भ करते हुए
Posted on 02 September 2010 by admin
Posted on 02 September 2010 by admin
लखनऊ - बसपा प्रमुख सुश्री मायावती द्वारा दिये गये बयान कि `कांग्रेस मुझे जेल भेजना चाहती है´ पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती `चोर की दाढ़ी में तिनका वाली´ कहावत चरितार्थ कर रही हैं।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि सुश्री मायावती ने भ्रष्टाचार के जरिये आय से अधिक सम्पत्ति अगर नहीं एकत्र की है तो उन्हें सीबीआई का डर क्यों सता रहा है कर नहीं तो डर कैसा उन्होने कहा कि मायावती सरकार ने अपने शासन के दौरान तरह-तरह के हथकण्डे अपनाकर भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं लांघी हैं, चाहे वह जन्मदिन के नाम पर चन्दा वसूली हो, केन्द्रीय योजनाओं के धन में भ्रष्टाचार हो, स्थानान्तरण और नियुक्ति का पूरा उद्योग स्थापित कर मात्र धन इकट्ठा करने के लिए भ्रष्टाचार के तरीकों को अपनाया है। पूरे प्रदेश में जगह-जगह सिण्डीकेट बनाये हैं जो छोटे व्यापारियों, ठेकेदारों एवं निरीह लोगों से अवैध वसूली कर खुद अपनी तो जेब भरते ही हैं प्रदेश में सत्ता के शीर्ष पर बैठे नेताओं और अधिकारियों तक हिस्सा पहुंचाते हैं।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सीबीआई ने मा0 उच्चतम न्यायालय में सुश्री मायावती के विरूद्ध आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में पर्याप्त एवं पुख्ता सबूत होने का दावा किया है। मा0 उच्चतम न्यायालय दोनों पक्षों को अपनी-अपनी दलीलें देने का मौका देगा, यदि सुश्री मायावती के विरूद्ध भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध नहीं होता तो बरी हो जायेंगी अन्यथा मा0 उच्चतम न्यायालय अवश्य कठोर निर्णय लेगा। उन्होने कहा कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती को दूसरों पर आरोप लगाने से बाज आना चाहिए। प्रदेश की जनता सब कुछ जान चुकी है। मुख्यमन्त्री की यह बचकानी बयानबाजी जनता का ध्यान अपने भ्रष्टाचार से हटाने की नाकाम कोशिश है।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि सुश्री मायावती को यह नहीं भूलना चाहिए कि सुश्री जयललिता के ऊपर भी इन्हीं के तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके कारण उनकी पार्टी अन्नाद्रमुक विगत 15 वर्ष से सत्ता से बाहर हैं और भविष्य में भी उनकी वापसी की कोई संभावना नहीं है। ठीक उसी प्रकार सुश्री मायावती की सरकार की भी भ्रष्टाचार की परतें अब खुल रही हैं, इनका भी वही हश्र होगा जो सुश्री जयललिता का हुआ है। बहुजन समाज पार्टी और सुश्री मायावती प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर चली जायेंगीं, इनका कोई नामलेवा नहीं रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com
Posted on 02 September 2010 by admin
लखनऊ - लखीमपुर की रिक्त विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव में श्री सैफ अली नकवी को आज कांग्रेस पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने बताया कि लखीमपुर विधानसभा सीट, वहां से विधायक रहे स्व0 कौशल किशोर के निधन के उपरान्त रिक्त हो गई थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com
Posted on 02 September 2010 by admin
लखनऊ - कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद पर पुन: निर्वाचन हेतु उ0प्र0 कांग्रेस की ओर से आज चार सेटों में नामांकन केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण के समक्ष दाखिल किया गया।
श्रीमती गांधी के नामांकन में उ0प्र0 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी, कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता श्री प्रमोद तिवारी, श्री जगदिम्बका पाल, श्री एम.एल.फोतेदार, श्री बेनी प्रसाद वर्मा, कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री नसीब पठान सहित उ0प्र0 से केन्द्र सरकार के कई मन्त्री, सांसद एवं वरिष्ठ विधायक प्रस्तावक के रूप में शामिल थे।
यह जानकारी उ0प्र0 कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com
Posted on 02 September 2010 by admin
पडरौना (कुशीनगर)- जिला प्रशासन एवं जेल प्रशासन के सम्बन्धों को पारदर्शी रखना जेल कर्मचारियों से स्वच्छ एवं सुचारू रूप से जेल में व्यवस्था बनाये रखने का प्रयास होगा। जेल बन्दीयों को शुद्ध भोजन एवं समय से रिहाई एवं समय से पेशी की व्यवस्था करना प्राथमिकता में है।
उक्त बाते नवागत जेलर रमाशंकर जयसवाल ने एक भेंट वार्ता के दौरान कही। श्री जयसवाल ने आगे बताया कि जेल व्यवस्था बनाये रखने के लिए अनेक बातों पर ध्यान देना जरूरी होता है। देवरिया जिला कारागार की क्षमता मात्र 392 बन्दीयों का है परन्तु इस समय 1096 कैदी है। जबकि कर्मचारियों की तैनाती 392 कैदियों के सापेक्ष ही है। मौजूदा समय में 40 बन्दी रक्षकों से ही पूरे जेल की व्यवस्था बनाये रखना पड़ा रहा है। बन्दीयों के भोजन मे शुद्धता बनाये रखने के लिए हमेशा आकिस्मक निरीक्षक किये जा रहे है। बन्दीयों को कोर्ट ले जाने में कोई अनियमितता न हो पेशी गलत न हो रिहाई समय से हो उसका बखूबी ख्याल रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बन्दीयों के चिकित्सकिय व्यवस्था थोड़ी परिशानी हो रही है कारण जेल मे डाक्टर की तैनाती नही होते के कारण जिला चिकित्सालय से डाक्टरों की व्यवस्था की गई है। डाक्टर की तैनाती के लिए प्रयास किया जा रहा है कि जेल की व्यवस्था सुचारू रूप से एवं पारदर्शी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com
Posted on 02 September 2010 by admin
पडरौना (कुशीनगर)- शिक्षा व्यवस्घ्था को दुरूस्त करने के लिए नई नितीयां बना रही है लेकिन शिक्षा विभाग को चलाने वाले हुऐ कार्य रूप नही लाने की कसम खा लिए है जिससे प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था सुधरना तो दूर अपने रूप पर कायम भी नही रह पायेगा, केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकार ने अनेको प्रकार से शिक्षा पर धन व्यय कर लेने को प्रोत्साहित कर शिक्षा के प्रति जागरूकता पर उन्हीं के मातहतों द्वारा सारे किये पर पानी डाल दिया जा रहा है। सरकार का सर्व शिक्षा अभियान लोगों के लिए एक सपना ही साबित होगा।
सूत्रों के अनुसार जनपद में परिषदीय शिक्षा व्यवस्था का स्तर इतना नीचे गिर चुका है कि जिसके विपरित सम्पूर्ण जनपद में कुकुरमुत्ते की भॉति मान्टेशरी स्कूलों की भरमार हो गई हे। फिर भी यह जनता के लिए सन्तोशप्रद है शिक्षा के साथ साथ विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों का नैतिक पतन हो गया है। एक तरफ केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान तथा सम्पूर्ण साक्षरता अभियान चला रही है। दूसरी तरफ विद्यालयों में पढ़ रहे अल्पसंख्यकों, पिछड़ों तथा अनुसूचित जाति के बच्चों हेतु छात्रवृति देने का प्रावधान हैं। तथा परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के लिए दोपहर का भोजन का व्यवस्था हैं। वही सरकार द्वारा नियुक्त अध्यापकों का नैतिक पतन होता नज़र आ रहा है। ये अध्यापक छात्रवृति का फार्म भरने के नाम पर प्रत्येक बच्चों से दस रूपये की वसूली की जा रही है। और प्रत्येक बच्चों से बैंक मे खाता खुलवाने के नाम पर 50 से 100 रूपये की वसूली हो रही है। छात्रवृति मिले या न मिले लेकिन वसूली तो होनी है। कुछ स्कूलों में ऐसा भी नियम अध्यापकों द्वारा बनाया गया है कि तारीख को यदि बच्चे फिस नही जमा कर पायें तो प्रतिदिन का एक से दो रूपये फाइन के नाम पर जबरन वसूला जा रहा है।
एक तरफ सरकार मुफ्त सर्व शिक्षा अभियान चला रही है। वही शिक्षा के कारकून सरकारी नीतियों का गला घोट रहे है। ऐसे अध्यापकों के ऊपर कार्यवाही की जरूरत है। ऐसा जनपद के लगभग समस्त विद्यालयों के यही है।
सम्बन्धित अधिकारी के कान में तेल डालकर सो रहे है अध्यापकों का मानना है कि छात्रवृति मिले या न मिले बच्चें से वसूले गये रूपयों से अपना जेब गरम जरूर हो रहा है। इस क्रिया कलापों से सरकार का मंशा कितना पूरा होगा भगवान भरोसे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com
Posted on 02 September 2010 by admin
झांसी- पटरी पर यदि खतरा है या आगे कोई गाड़ी खड़ी हुई है और सिग्नल लाल है और चालक लापरवाह तो भी डरने की जरूरत नहीं। ट्रेन दुर्घटना ग्रस्त हो ही नहीं सकती क्योंकि वह खतरे से कई मीटर दूरी पर अपने आप रुक जाएगी।
दुर्घटना रहित सुरक्षित यात्रा को सम्भव बनाया है टीपीडब्लूएस अर्थात ट्रेन प्रोटेक्शन एण्ड वार्निग सिस्टम ने। इस प्रणाली को प्रयोग के तौर पर अभी ताज एक्सप्रेस व महाकौशल एक्सप्रेस के इजनों में लगाया गया है। दोनों ट्रेनों में इसका परीक्षण आगरा-मथुरा स्टेशनों के बीच किया जा रहा है। इस प्रणाली का एक सप्ताह का प्रशिक्षण झाँसी में प्रणाली बनाने वाली कम्पनी के इजीनियरों ने शताब्दी, मेल ट्रेन चालकों, लोको इस्पेक्टरों व संरक्षा से जुड़े लोगों को दिया।
बताया गया है कि जिस इजन में यह प्रणाली लगी होगी उसके रूट की रेल लाइन व सिग्नल की रिले को इस सिस्टम से जोड़ा गया है। यदि ट्रेन का चालक लाल सिग्नल के बावजूद गाड़ी को नहीं रोकता है तो इजन में लगा सिस्टम 600 मीटर दूर से ही चेतावनी देना शुरू कर देगा। चालक के फिर भी सतर्क नहीं होने की स्थिति में खतरे से 30 मीटर की दूरी पर ही इमर्जेन्सी ब्रेकिंग प्रणाली से रफ्तार पर ब्रेक लगा कर ट्रेन को रोक देगा। इसके बाद तभी गाड़ी आगे बढ़ सकेगी जब चालक इजन में लगे सिस्टम को पुन: चालू करेगा।
यही स्थिति कॉशन आर्डर अर्थात निश्चित स्थान पर ट्रेन के इजन की निर्धारित से कम गति पर संचालन के समय पर रहेगी। यदि चालक कॉशन आर्डर का पालन नहीं कर लापरवाही से ट्रेन की अपनी गति से निकालने की कोशिश करेगा तो वार्निग के बाद उसकी रफ्तार स्वत: नियन्त्रित हो जाएगी। इतना ही नहीं इजन के आगे के खतरे की जानकारी उपकरण के साथ लगी स्क्रीन पर भी स्पष्ट होगी।
यह उपकरण पाँच-पाँच मिनट में विशेष संकेत देकर चालक को सतर्क करता रहेगा। चालक द्वारा संकेत का जवाब नहीं देने की प्रतिक्रिया स्वरूप उपकरण इजन को रोक देगा। इतना ही नहीं चालक अपनी लापरवाही को छिपा नहीं पाएगा। उपकरण चालक की लापरवाही व गल्तियों को उजागर कर देगा। फिलहाल इस उपकरण के झाँसी तक काम करने की बेसब्री से प्रतीक्षा है।
–
Vikas Sharma
Editor
www.upnewslive.com , www.bundelkhandlive.com ,
E-mail :editor@bundelkhandlive.com
Ph-09415060119