Archive | February, 2010

पॉलीथीन से होने वाले घातक जल प्रदूशण के प्रति आम लोगों में जागरूकता

Posted on 11 February 2010 by admin

पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्पित गैर सरकारी संस्था आईरीड भारत पॉलीथीन से होने वाले घातक जल प्रदूशण के प्रति आम लोगों में जागरूकता लाने का कार्य विगत चौदह वशोZ से कर रही है। आईरीड के स्वयंसेवी सदस्य त्योहारों व अन्य खास अवसरों पर लोगों को पालीथीन से होने वाले नुकसान और परम्परागत गृहस्थी में प्रयोग होने वाली वस्तुओं के फायदे बताते है। आईरीड की निदेशक डा0 अर्चना ने बताया कि संस्था द्वारा पवित्र त्योहार िशवरात्रि के दिन पॉलीथीन प्रदूशण के प्रति लोगों में जागरूक करने के लिए कार्यक्रम रखे गये है। उन्होंने बताया कि िशवरात्रि के दिन मन्दिरों तथा पवित्र नदियों के किनारे पालीथीन का अत्यधिक प्रयोग होता है। पूंजा आदि की समस्त वस्तुए अब पॉलीथीन के पैक में मिलती है। इस तरह प्रदूशण के इस खतरनाक कारक ही घुसपैठ मन्दिरों, व्रतों और त्योहारों तक पहुंच चुकी है। डा0 अर्चना ने िशवरात्रि के पावन पवूZ पर सभी नागरिकों से पॉलीथीन का प्रयोग न करने और उसके स्थान पर परम्परागत घरेलू वस्तुएं इस्तेमाल करने का संकल्प लेने की अपील की है। उन्होंने अपील में कहा कि पॉलीथीन के स्थान पर उपयोग की जाने वाली वस्तुए कपड़े तथा जूट के बैग या झोले, हाथ से बुने बैग या झोले, बांस की टोकरियां आदि, कांस व मूंज आदि के विविध घरेलू सामान, रद्दी कागज के खोखे, मिट्टी के बर्तन, चीनी मिट्टी के बर्तन आदि का प्रयोग बिगड़ते पर्यावरण को बचाने की मुहिम के लिए मद्दगार साबित होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

मंहगाई एवं केन्द्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के विरोध में JDU का धरना

Posted on 11 February 2010 by admin

देश में व्याप्त भीशण मंहगाई एवं केन्द्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के विरोध में जनता दल यूनाईटेड के कार्यकर्ताओं द्वारा लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय के प्रागंण में एक दिवसीय विशाल धरना दिया गया। धरने का नेतृत्व पार्टी के प्रदेश महासचिव सुभाश पाठक ने किया। धरने को सम्बोधित करते हुए उन्होनें कहा कि देश में जब भी कांग्रेस की सरकारी आती है, मंहगाई अपने साथ लाती है। यू0पी0ए0 सरकार की अदूरदशीZ नीतियों का नतीजा है कि आज पूरा देश महंगाई की मार से त्रस्त है। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के मुंह से निवाला छीना जा रहा है। सेनगुप्ता कमेटी की रिपोर्ट है कि देश के 80 प्रतिशत लोगों की आमदनी बीस रूपये प्रतिदिन है। ऐसी भीशण महंगाई के चलते लोग क्या खायेंगेर्षोर्षो क्या पहनेंगेर्षोर्षो उन्होनें कहा कि देश के प्रधानमन्त्री एवं कृशि मन्त्री टेलीविजन पर मूल्य बढ़ने की भविश्यवाणी करते है और जिस भी वस्तु के मूल्य वृद्धि की भविश्यवाणी होती है, बाजार में उसके दाम बढ़ जाते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाथ पूंजीपतियों के साथ है। क्योंकि पंजीपतियों से चन्दा लेने की कई घटनायें सामने आयी है। इसी चन्दे के गोरखधंधे में पूंजीपतियों के हौसले बुलन्द कर दिये है, जिससे यही पूंजीपति जमाखोरी करने में लिप्त हो गये है। आज देश का किसान कराह रहा है, उसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। उसके ऊपर दो तरफा मार पड़ रही। एक तरफ मौसम दूसरी तरफ सरकरी की नीतियां। उन्होंने आगे कहा कि महंगाई के लिए केन्द्र  सरकार दोशी है, क्योंकि इसकी नीतियो से जमाखोरी एवं बिचौलियों का मनोबल बड़ा है तथा इनके खिलाफ अभी तक देश में कही भी कोई ठोस कार्यवाही नही की गई हैं धरने के पश्चात 10 सूत्रीय ज्ञापन महामहिम राश्ट्रपति जी के नाम प्रेशित किया गया है। धरने को पार्टी के प्रदेश सचिव सिच्चदानन्द त्रिपाठी, डा0 राजेश वर्मा, मंशाराम गुप्ता, मुंशी इन्द्रप्रकाश, राकेश शुक्ला, राजेन्द्र कुमार शर्मा, शोभित त्रिवेदी, सहित सैकड़ों लोगों ने सम्बोधित किया। संचालन मुन्शी इन्द्रप्रकाश ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

महाशिवरात्रि दिन शिवलिंग की उत्पत्ति…

Posted on 11 February 2010 by admin

शिव पुराण के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की उत्पत्ति हुई थी, इसीलिए इस दिन किया गया शिव पूजन, व्रत और उपवास अनंत फल दायी होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्रध्दालु भक्त अपनी राशि के अनुसार भी भगवान शिव की आराधना और पूजन कर मनोवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं । महाशिव रात्रि के दिन किसी भी राशि का जातक पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक कर सफेद अर्क के फूल चढ़ाकर चंदन से प्रणव (ॐ) बनाकर भी उपासना कर सकते हैं ।

तिल स्नान कर करें शिव पूजा- फागुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिव रात्रि महोत्सव मनाया जाता है । त्रयोदशी को एक बार भोजन करके चतुर्दशी को दिन भर अनन नहीं ग्रहण करना चाहिए । इसके अलावा यह भी मान्यता है कि काले तिलों से स्नान करके रात्रि में विधिवत शिव पूजन करना चाहिए । भगवान शिव के सबसे प्रिय पुष्पों में कनेर, बेल पत्र तथा मौलसिरी है । लेकिन पूजन विधान में बेलपत्र सबसे प्रमुख है । शिवजी पर पका आम चढ़ाने से विशेष फल प्राप्त होता है ।

लोक मंगलकारी है रूद्र शिव- शिवलिंग पर चढ़ाए गए पुष्प, फल तथा जल को नहीं ग्रहण करना चाहिए । भघवान ब्रह्मा जी की तीन शक्तियों में ब्रह्मा, विष्णु, महेश का नाम उल्लेखनीय है। इन्हीं शक्तियों मे ंएक रूलाने के कारम रूद्र तथा दूसरा जगत कल्याण करने के कारण शिवके नाम से जाना जाता है। सामान्यत: देखने में दोनों नाम परस्पर विरोधी लगते हैं मगर सृष्टिक्रम के अनुसार लोक मंगलकारी है ।

मेष - गुड़ के जल से अभिषेक करे । मीठी रोटी का भोग चढ़ाएं लाल चंदन व कनेर की फूल से पूजा करें ।
वृष- दही से अभिषेत करे। शक्कर, चांवल, सफेद चंदन सफेद फूल से पूजा करे ।
मिथुन - गन्ने के रस से भगवान का अभिषेक करें. मुंग , दूब और कुशा से पूजा करे ।
कर्क - घी से अभिषेत कर चावल, कच्चा दूध, सफेद आक व शखपुष्पी से शिवलिंग की पूजा करें ।
सिंह - गुड़ के जल से अभिषेक कर गुड़ व चावल से बनी खीर का भोग लाकर गेहूं के चूरे और मंदार के फूल से पूजा करें ।
कन्या - गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेत करे । भगवान शंकर को भांग, दूब व पान अर्पित करे ।
तुला - सुगंधित तेल या इत्र से भगवान का अभिषेक कर दही, मधुरस व श्रीखंड का भोग लगाएं । सफेद फूल से भगवान की पूजा करें ।
वृश्चिक - पंचामृत से अभिषेत करे । लाल गोझिया फूल से भगवान की पूजा करें ।
धनु - हल्दी युक्त दूध से अभिषेत कर केश्री और बेसन से बनी मिठाई से भगवान का भोग लगाएं । गेंदे के फूल से उनकी पूजा करें ।
मकर - नारियल पानी से अभिषेक कर उड़द से बनी मिठआई का भगवान को भोग लगाएं । नीलकमल के फूल उनकी पूजा करे ।
कूंभ - तिल के तेल से अभिषेक कर उड़द से बनी मिठआई का भोग लगाए । शमी के फूल से भगवान की पूजा करे ।
मीन - केसरयुक्त दूध से भगवान का अभिषेक कर दही भात का भोग लगाएं । पीली सरसों और नागकेसर से भगवान की पूजा करें ।

‘स्मृत्यंतर’ में कहा गया है कि शिवरात्रि में चतुर्दशी प्रदोषव्यापिनी ग्रहण करें। यहां प्रदोष शब्द से मतलब ‘रात्रि का ग्रहण’ है। अत: रात्रि में जागरण करें और उसमें उपवास करें। उत्तरार्ध में उसका कारण बताया गया है। ‘कामिक’ में भी कहा गया है कि सूर्य के अस्त समय यदि चतुर्दशी हो, तो उस रात्रि को ‘शिवरात्रि’ कहते हैं। यह उत्तमोत्तम होती है। आधी रात के पहले और आधी रात के बाद यदि चतुर्दशी युक्त न हो, तो व्रत को न करें, क्योंकि ऐसे समय में व्रत करने से आयु और ऐश्वर्य की हानि होती है। माधव मत से ‘ईशान संहिता’ में कहा गया है कि जिस तिथि में आधी रात को चतुर्दशी की प्राप्ति होती है, उसी तिथि में मेरी प्रसन्नता से मनुष्य अपनी कामनाओं के लिए व्रत करें।

विधि-विधान

महाशिवरात्रि का व्रत सभी वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) और प्रत्येक समुदाय के स्त्री-पुरुष, बच्चे, युवा, वृद्ध के लिए मान्य है। अत: आवश्यक नहीं कि प्रत्येक व्यक्ति मंत्रों और पूजा विधि का ज्ञान रखता हो। अपने भक्ति भाव और श्रद्धा के अनुसार शिव पूजन कर सकते हैं। धन का सार्मथ्य हो, तो किसी ब्राह्मण से विधि-विधान से पूजन कराएं। रुद्राभिषेक, रुदी पाठ, पंचाक्षर मंत्र का जाप आदि कराएं। व्रत करने वाली स्त्री को इस दिन प्रात: स्नानादि के बाद दिनभर शिव का स्मरण करना चाहिए। सायंकाल में पुन: स्नान करके भस्म का त्रिपुंड और रुदाक्ष की माला धारण करें। इसके बाद धूप, पुष्पादि व अन्य पूजन सामग्री सहित शिव के समीप पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके बैठें। शिवजी का यथाविधि पूजन करें। रात्रि के प्रथम प्रहर में संकल्प करके दूध से स्नान तथा ‘ओम हीं ईशानाय नम:’ का जाप करें। द्वितीय प्रहर में दधि स्नान करके ‘ओम् हीं अधोराय नम:’ का जाप करें। तृतीय प्रहर में घृत स्नान एवं मंत्र ‘ओम हीं वामदेवाय नम:’ तथा चतुर्थ प्रहर में मधु स्नान एवं ‘ओम् हीं सद्योजाताय नम:’ मंत्र का जाप करें।

सम्पूर्ण पूजा विधि के दौरान ‘ओम नम: शिवाय’ एवं ‘शिवाय नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए। ध्यान, आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, पय: स्नान, दधि स्नान, घृत स्नान, गंधोदक स्नान, शर्करा स्नान, पंचामृत स्नान, गंधोदक स्नान, शुद्धोदक स्नान, अभिषेक, वस्त्र, यज्ञोपवीत, उवपसत्र, बिल्व पत्र, नाना परिमल दव्य, धूप दीप नैवेद्य करोद्वर्तन (चंदन का लेप) ऋतुफल, तांबूल-पुंगीफल, दक्षिणा उपर्युक्त उपचार कर ‘समर्पयामि’ कहकर पूजा संपन्न करें। कपूर आदि से आरती पूर्ण कर प्रदक्षिणा, पुष्पांजलि, शाष्टांग प्रणाम कर पूजन कर्म शिवार्पण करें। चारों प्रहर का पूजन अवश्य करें।

शिवरात्रि के व्रत की विशेषता है कि इस व्रत का पारण चतुर्दशी में ही करना चाहिए। यह पूर्वाद्धि (प्रदोषनिशीथी) चतुर्दशी होने से ही हो सकता है, जो महाशिवरात्रि पर होती है। जो व्यक्ति संपूर्ण विधि से व्रत करने में असमर्थ हों, वे रात्रि के आरंभ में तथा अर्द्धरात्रि में भगवान शिव का पूजन करके व्रत पूर्ण कर सकते हैं। यदि इस विधि से भी व्रत नहीं कर सकें, तो पूरे दिन व्रत करके सायंकाल में भगवान शंकर की यथाशक्ति पूजा-अर्चना करके भी व्रत पूर्ण कर सकते हैं। इस तरह भी भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है ।

कथा और मान्यताएं
नैमिषारण्य तीर्थ में शौनकादि ऋषियों ने सूत जी को प्रणाम कर शिवरात्रि व्रत के संबंध में प्रश्न किया, ‘हे सूत जी! पूर्व काल में किसने इस उत्तम शिवरात्रि व्रत का पालन किया था और अनजान में भी इस व्रत का पालन करके किसने कौन-सा फल प्राप्त किया था? इसका उत्तर उन्हें ऐसे मिला -’एक धनवान मनुष्य शिवरात्रि के दिन शिव मंदिर में गया। एक सौभाग्यवती स्त्री वहां पूजन में लीन थी। धनिक ने उसके आभूषण चुरा लिए। लोगों ने उसके कृत्य से क्षुब्ध होकर उसे मार डाला, किंतु चोरी करने के लिए धनिक आठों प्रहर भूखा-प्यासा जागता रहा था, इसी कारण स्वत: व्रत हो जाने से शिवजी ने उसे सद्गति दी।

फल
‘स्कन्दपुराण’ में कहा गया है, ‘हे देवी, मेरा जो भक्त शिवरात्रि में उपवास करता है, उसे क्षय न होने वाला दिव्य गण बनाता हूं। वह सब महाभोगों को भोगकर अंत में मोक्ष पाता है।’

‘ईशान संहिता’ के अनुसार, यह व्रत सब पापों का शमन करने वाला है। यह 12 से 24 वर्ष के पापों का नाश करता है। यह मनुष्यों को भक्ति-मुक्ति देने वाला है। जो मनुष्य शिवरात्रि पर अखंडित व्रत करता है, उसकी सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं तथा वह शिव के साथ आनंद करता है। जो पुरुष व्रत से हीन होकर भी किसी विशेष उद्देश्य से शिवरात्रि में जागरण करता है, वह रुद्र के बराबर होता है।

सम्पूर्ण शास्त्रों में शिवरात्रि व्रत को सबसे उत्तम बताया गया है। कहा गया है कि यह व्रत परम मंगलमय और दिव्यतापूर्ण है। इससे सदा सर्वदा भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में यह व्रत ‘व्रतराज’ के नाम से विख्यात है और चारों पुरुषार्थों को देने वाला है। संभव हो, तो उक्त व्रत को जीवन पर्यंत करें, अन्यथा 14 वर्ष के बाद पूर्ण विधि-विधान के साथ इसका उद्यापन कर दें।

यह व्रत प्राप्त काल से चतुर्दशी तिथि रहते रात्रि पर्यन्त करना चाहिए। रात्रि के चारों प्रहरों में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से जागरण, पूजा और उपवास तीनों पुण्य कर्मों का एक साथ पालन हो जाता है और भगवान शिव की विशेष अनुकम्पा और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।


Vikas Sharma
bundelkhandlive.com
E-mail :editor@bundelkhandlive.com
Ph-09415060119

Comments (0)

बौद्ध परिपथ के लिए जापान सहमत

Posted on 10 February 2010 by admin

लखनऊ - उत्तर प्रदेश में बौद्ध धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाले बौद्ध परिपथनिर्माण के द्वितीय चरण के लिए जापान ने 680 करोड़ रपये मदद देने पर सहमति व्यक्त कर दी है। पर्यटन विभाग के सूत्नों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जापान बैंक आफ इन्टरनेशनल एसोसिएशन ने 680 करोड रूपए मदद देने पर सहमति जता दी एवम् प्रथम चरण में 396 करोड रपये का ओ.डी.ए. ऋण स्वीकृति किया गया है।

सूत्नों ने बताया कि इसके साथ ही राज्य सरकार ने देश और विदेश के पर्यटकों को अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए बौद्ध परिपथ में सडकों के चौड़ीकरण कुशीनगर और सारनाथ में लैंड स्केपिंग,कुशीनगर
में सीवरेज एवं पानी की व्यवस्था तथा कुशीनगर में ही विद्युत व्यवस्था ठीक रखने के लिए 77 करोड 48 लाख रपये व्यय किए।

उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती,सारनाथ कुशीनगर आदि क्षेत्नों में बौद्धों के कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं। वहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। इन पर्यटक स्थलों को जोडने के लिए 500 किमी से अधिक बौद्ध परिपथ का निर्माण किया गया है।

Comments (0)

मंहगाई के मुद्दे पर जनता के साथ समाजवादी पार्टी

Posted on 09 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा खेती की उपेक्षा के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। मॉग और आपूर्ति में अन्तर के चलते खाद्य जिन्सों के दाम आसमान छू रहे हे। उद्योगों पर ज्यादा बल और खेती को अलाभप्रद बनाए जाने की सरकारी नीति के चलते कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर लगातार घटने की स्थिति में आ गई है।  केन्द्रीय सांख्यकी संगठन की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2009-10 फसल वर्ष में खाद्यान्नों तथा तिलहनों के उत्पादन में क्रमश: 8 प्रतिशत और 5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। गन्ना उत्पादन में 11.8 फीसदी की कमी आएगी। स्पष्ट है कि चीनी और मंहगी होगी तथा आम आदमी की थाली में अब पोषक तत्वों की कमी तो होगी ही, गरीब को दो रोटी भी मयस्सर नहीं हो पाएगी। मंहगाई की मार और अभावग्रस्त जीवन में अपराधों का बढ़ना स्वाभाविक होगा, कानून व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ेगी और जिन्दगी ज्यादा असुरक्षित हो जाएगी।

अभी पिछले दिनों दिल्ली में मुख्यमन्त्रियों की बैठक में बढ़ती मंहगाई से कांग्रेस ने अपना पल्ला झाड़ लिया, तो प्रदेश की मुख्यमन्त्री ने ऐसे गम्भीर मसले पर आयोजित बैठक में जाना भी गंवारा नहीं समझा। आम आदमी को दोनों ने ही उनकी किस्मत के भरोसे छोड़ दिया है। यह देश की जनता के साथ फरेब है।

केन्द्र में यू0पी0ए0 सरकार ने शासन में आते ही मंहगाई रोकने का वायदा किया था किन्तु यह वायदा सिर्फ वायदा ही रह गया है। उत्तर प्रदेश की सरकार सिर्फ अपने स्मारकों के लिए धन जुटाने में और अपनी सुरक्षा में ही रूचि लेती है। जमाखोरों पर कार्यवाही के नाम पर वह भयादोहन का ही हथकण्डा अपनाती है। इन दोनों की विफलता का खमियाजा किसान और उपभोक्ता दोनों ही भुगत रहे हैं। केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार की अदूरदशी और जनहित विरोधी नीतियों की खिलाफत में समाजवादी पार्टी बराबर संघर्षशील है। वह मंहगाई के मुद्दे पर जनता की आवाज बराबर बुलन्द करती रहेगी समाजवादी पार्टी मानती है कि  इन सरकारों की किसान तथा खेती विरोधी नीति राष्ट्रहित में नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

शिवभक्त कांवरियों के लिये मांग

Posted on 09 February 2010 by admin

श्री सांई सेवाश्रम ने शिवरात्रि के अवसर पर लोधेश्वर जाने वाले शिवभक्त कांवरियों के लिये रैन बसेरों चिकित्सीय सुविधा हेतु कैम्प तथा रास्ते की मार्ग प्रकाश व्यवस्था ठीक करने की मांग की है।

श्री सांई सेवाश्रम के अध्यक्ष चन्द्र कुमार छाबड़ा ने बताया कि प्रत्येक वश शिवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के कोने-कोने से हजारों शिवभक्त कांवरिये कंधे पर कांवर लिये कई दिनां की लम्बी पैदल यात्रा कर लोधेश्वर मन्दिर बाराबंकी दशZन तथा शिव जी को गंगाजल पूजा अर्चना करने पहुंचते है।  उन्होंने कहा वििशश्ट अवसरों पर भीड़ आदि की संभावना को ध्यान में रखते हुये जिला प्रशासन तथा नगर निगम लगभग हमेशा संवेदनशील रहते हुये स्थायी अथवा अस्थायी व्यवस्थायें करता रहा है, लेकिन वशोZ से मांग करने के बावजूद कांवरियों की इस धर्म यात्रा में रास्ते में दिक्कतों के प्रति उदासीनता क्षोम का विशय है। उन्होंने जिला प्रशासन नगर निगम तथा सामाजिक संस्थाओं से अपील करते हुये कहा कि फैजाबाद रोड का बड़ा हिस्सा सड़क चौड़ीकरण तथा समुचित मार्ग प्रकाश की व्यवस्था में आ जाने से अस्त-व्यस्त पड़ा हैं। ऐसे में रात दिन हजारों की संख्या में पैदल चलने वाले कांवरियों मार्ग शिव के शिकार आसानी से हो सकते है। उन्होंने कहा कि लोधेश्वर मन्दिर तक में मार्ग में विशवरात्रि तक अस्थायी ही सही मार्ग प्रकाश की व्यवस्था जल्द होनी चाहिये साथ ही रास्ते में आधे किलोमीटर की दूरी पर अस्थायी रैन बसेरों की व्यवस्था होने से कांवरियें रास्ते में सड़क किनारे पड़ने रहकर इन रैन बसेरों में विश्राम के साथ सुरक्षित रहेंगे तथा इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से कम कम एक किमी0 की दूरी पर कुछ प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने हेतु, दवाइयो तथा डाक्टर आदि की 24 घण्टे की उपब्धता की व्यवस्था करानी चाहिये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

स्पोर्टी घड़ियों की नई रेंज सुपर फाइबर ब्लू लॉन्च

Posted on 09 February 2010 by admin

भारत में घड़ियों की सबसे ज्यादा बिकने वाली ब्राण्ड, टाटा समूह की सोनाटा ने आज यहां भारतीय खेल-कूद से प्रेरित वॉटरप्रूफ, मजबूत और स्पोर्टी घड़ियों की नई रेंज सुपर फाइबर ब्लू लॉन्च की। नीला रंग भारतीय खेल-कूद जगत से जुड़ा रंग है। सोनाटा की सुपर फाइबर ब्लू घड़ियां नीले रंग के अलग अलग शेड्स से प्रेरित हैं और ये भारतीय खेल-कूद तथा खिलाड़ियों के प्रति जज़्बे को अभिव्यक्त करती हैं। ये घड़ियां सोनाटा सुपर फाइबर ब्लू घड़ियां के ध्येय वाक्य´´इण्डिया के खेल अनेक, इण्डिया का रंग -सोनाटा सुपरफाइबर ब्लू“ से प्रेरित हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

एचडीएफसी बैंक और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमिटी के साथ अनुबंध

Posted on 09 February 2010 by admin

एचडीएफसी बैंक, देश के अग्रणी बैंकों में से एक, ने आज शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमिटी के साथ अनुबंधकिया है। इस अनुबंध के अन्तर्गत बैंक एचडीएफसी पेमेंट गेटवे के माध्यम से डोनेशन का ई-कलेक्शन सम्भव होगा। एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड-ऑपरेशंस, श्री ए राजन एवं शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रेसीडेंट श्री अवतार सिंह मक्कड़ ने इस पेमेंट गेटवे को विधिवत लॉन्च किया।  स्वर्ण मन्दिर (गोल्डन टेंपल) के श्रद्धालु जो किसी कारणवश वहां नहीं जा पाते हैं, अब अपना अनुदान (डोनेशंस) एचडीएफसी बैंक के उपयोक्ता अनुकूल सुरक्षित वेबसाइट के माध्यम से स्वर्ण मन्दिर भेजकर सन्तुष्टि प्राप्त कर सकते हैं। वैश्विक स्तर पर ऐसे श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा है जो इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।  इस वेबसाइट में श्रद्धालुओं के लिये भुगतान के अनेक विकल्प दिये गये हैं। इनमें एचडीएफसी बैंक में उनके खाते से सीधी निकासी अथवा किसी भी बैंक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड के द्वारा भुगतान का विकल्प भी शामिल है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

शायर जनाब रफीक सादानी के निधन पर गहरा शोक

Posted on 09 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी के राश्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने जाने-माने शायर जनाब रफीक सादानी के निधन पर गहरा  शोक जताया है और उनके बेटे नफीस सादानी के प्रति संवेदना व्यक्त की है। श्री यादव ने  कहा कि श्री रफीक सादानी की उर्दू शायरी में उनकी अलग पहचान थी। उनके निधन से उनके हजारों प्रशंसकों को धक्का लगा है।

पूर्व विधायक एवं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री जयशंकर पाण्डेय ने फैजाबाद से सूचना दी है कि कल दिनांक- 08 फरवरी, 2010 को डुमरियागंज, से फैजाबाद लौटते हुए श्री सादानी की सड़क  दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वे वहॉ एक मुशायरे में भाग लेकर लौट रहे थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

किसान संग्राम समिति ने किया कार्यशाला का आयोजन

Posted on 09 February 2010 by admin

23तिकोनिया पार्क में किसान संग्राम समिति की जिला इकाई ने मनरेगा मजदूरों की कार्यशाला का आयोजन गंगा राम की अध्यक्षता में किया। उक्त कार्यशाला में मनरेगा के सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक पहलू पर चर्चा कही गई। मनरेगा की आवश्कता ,उjव, मजदूरी की दर ,काम का मानक मजदूरो की समस्या सबंधी के निराकरण की जानकारी दी गई। कार्यशाला को सबोधित करते हुए समिति के महा मन्त्री सज्त्य देव पाल ने कहा कि कानून बन जाने का अर्थ सास्श का समाधान नहीं होता। कानून समाधान का हथियार होता है। हथियार जो चलाता हे वह उसी के पक्ष्रा में काम करता है। व्यवहारिक पहलू से देखा जाय तो यह कानून दीवालों पर, होडि्रंग, बोडोZ, अखबार के पन्नों , टी0 वी0की स्क्रीनों पर चमक रहा है लेकिन असलियत में यह आम लोगों की जिन्दगी से कोसरें दूर है। कार्यक्रम का प्रारभ सुख राम जगन्नाथ, गंगा राम के क्रान्ति कारी गीतों के साथ हुआ। कार्यक्रम को सत्य देव पाल, विजय कुमार भारती, अरविन्दकुमार आदि ने सबोधित किया। कार्यशालामेंवीरेन्द्रकुमार,गंगा राम,राजेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

February 2010
M T W T F S S
« Jan   Mar »
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
-->









 Type in