Posted on 11 April 2018 by admin
(1) वर्तमान में ख़ासकर दिनंाक 2 अप्रैल के ‘‘भारत बन्द‘‘ की आड़ में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के अनुयाइयों की अंधाधुंध गिरफ्तारी तथा उन पर अनेकों प्रकार की अन्य जुल्म-ज्यादती करने वाली बीजेपी व इनकी सरकारों को क्या कोई नैतिक हक बनता है कि वह इन वर्गों के मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती मनाये?
(2) यह विडम्बना नहीं तो और क्या है कि बीजेपी अब बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का नाम लेने की नाटकबाजी तो करती रहती हंैं, किन्तु उनके करोड़ों अनुयाइयों पर जातिवादी जुल्म-ज्यादती करने व इनके संवैधानिक व कानूनी अधिकारों को छीनने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैै।
(3) परन्तु अब वे लोग अपनी सत्ता प्राप्ति के लिये काफी गम्भीर लगते हैं क्यांेकि वे जान गये हैं कि बीजेपी एण्ड कम्पनी के शासन में उन्हें गुलामी से मुक्ति तथा समता व न्याय का जीवन कभी भी नहीं मिल सकता है।
(4) बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाने की नैतिकता प्राप्त करने के लिये श्री नरेन्द्र मोदी सरकार को पहले सरकारी कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण देने सम्बंधी संविधान संशोधन विधेयक को, जो राज्यसभा से पारित है, लोकसभा से भी पारित कराना चाहिये जो कि पिछले चार वर्षों से लम्बित पड़ा हुआ है, क्यों?: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
नई दिल्ली, 11 अप्रैल, 2018, दिन बुधवार: सरकारी भय व आतंक पैदा करने के बाद विभिन्न राज्यों में हजारों लोगों को इनके ‘‘भारत बन्द‘‘ की आड़ में गिरफ्तार करने तथा उन पर अनेकों प्रकार की अन्य जुल्म-ज्यादती करने वाली बीजेपी व इनकी सरकारों को क्या कोई नैतिक हक बनता है कि वह इन वर्गों के मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती मनाये?
बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की असली पहचान उनके करोडों अनुयाइयों के दुःख-दर्द, सुख-चैन, उनकी जातिवाद से मुक्ति तथा उनके हित व कल्याण से पूरी तरह से जुड़ी हुई है जिसके लिये वे जीवन भर संघर्षरत रहे और जिसकी उपेक्षा व अनदेखी करके कोई भी सरकार सही मायने में ’’कल्याणकारी सरकार’’ हो ही नहीं सकती है। ऐसी सरकार हमेशा गरीब, मजदूर व जनविरोधी ही कहलायेगी क्योंकि वे ही बहुसंख्यक हैं और असली भारत हैं।
वोट के स्वार्थ की राजनीति करके सत्ता प्राप्त करने की कोशिश में धर्म का राजनीति में अनुचित इस्तेमाल, धार्मिक उन्माद व हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिकता फैलाना, आपस में नफरत व वैमन्सयता एवं जातिवादी बर्बर व्यवहार आदि बीजेपी सरकारों की ख़ास विशेषता रही है, परन्तु यह विडम्बना नहीं तो और क्या है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का नाम तो सरकारी मजबूरीवश लेते हैं तथा इनके नाम पर अन्य और भी नाटकबाजी भी करते हैं, किन्तु उनके करोड़ों अनुयाइयों पर जातिवादी जुल्म-ज्यादती करने तथा इनके संवैधानिक व कानूनी अधिकारों को छीनने व छिनवाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। क्या इसे ही बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर व दलितों के प्रति प्रेम व स्नेह कहेंगे?
सुश्री मायावती जी ने कहा कि वैसे भी दलितों व पिछड़ों ने ऐसा सरकारी फर्जी व वक्ती प्रेम व पाखण्ड बहुत देखा है किन्तु अब वे संगठित होकर अपने कानूनी हक के लिये व खासकर जातिवादी अत्याचार-व्यवहार व भेदभाव के विरुद्ध संघर्ष करना सीख गये हैं और उसके लिये सरकारी अन्याय-अत्याचार के रुप में जेल तक जाकर कीमत चुका रहे हैं।
परन्तु श्री नरेन्द्र मोदी की बीजेपी सरकार को यह समझ लेना चाहिये कि उनके संघर्ष व आकांक्षाओं को अब और ज्यादा दिनों तक दबाया व कुचला नहीं जा सकता है। अब वे लोग अपनी सत्ता को पाने के लिये काफी गम्भीर हैं क्यांेकि वे अच्छी तरह से जान गये हैं कि बीजेपी एण्ड कम्पनी के शासन में उन्हें गुलामी से मुक्ति तथा समता व न्याय का जीवन कभी भी नहीं मिल सकता है बल्कि वे सत्ताधारी मुटठीभर लोग इन बहुसंख्यक तबकों को हमेशा की तरह लाचार व गुलाम बनाये रखने की हीन, जातिवादी व सामन्ती मानसिकता त्यागने वाले नहीं हैं।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि खासकर उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश आदि बीजेपी शासित राज्यों में सरकारी भय, आतंक व गिरफ्तारी का ऐसा ताण्डव मचा हुआ है कि इस बार परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती भी लोग खुलकर मनाने के प्रति आशंकित है, जिसका तत्काल समाधान ज़रुरी है, ऐसी बी.एस.पी. की माँग हैं।
इसके अलावा बीजेपी व केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार को दलितों की कोई भी बात करने व इनके गांवों में जाकर रात बिताने का ढोंग आदि करने के पहले इनको अपनी नेक नीयती व सत्यता का थोड़ा प्रमाण अवश्य देना चाहिये और इस क्रम में सबसे पहले दलित कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण से सम्बन्धित संविधान संशोधन विधेयक को, जो राज्यसभा से पारित हो चुका है, उसे लोकसभा से पारित करना चाहिये जो काम श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में लगभग चार वर्षों से लम्बित पड़ा हुआ है। साथ ही एससी-एसटी अत्याचार निवारण कानून, 1989 को उसके मूल रुप में बहाल करने की तत्काल जरुरत है। केन्द्र सरकार अध्यादेश लाकर भी ऐसा कर सकती है। तभी इन्हें आगे चलकर परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की पवित्र जयन्ती को मनाने की नैतिकता प्राप्त हो पायेगी।
जारीकर्ता:
बी.एस.पी. केन्द्रीय कार्यालय
4, गुरूद्वारा रकाबगंज रोड,
नई दिल्ली - 110001
Posted on 11 April 2018 by admin
प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय चंदौली में उपवास करेंगे
लखनऊ 11 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी के सांसद व नेता विपक्ष के अलोकतांत्रिक रवैये के खिलाफ 12 अप्रैल को उपवास करेंगे। सुबह 10 से सायं 04 बजे तक सांसद व पार्टी नेता उपवास पर रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय अपने संसदीय क्षेत्र चंदौली जिला मुख्यालय में उपवास करेंगे। प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने बताया कि सभी सांसद अपने संसदीय क्षेत्रों में रहेंगे, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा उपवास पर रहेंगे।
श्री सोनकर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय अपने संसदीय क्षेत्र चंदौली में उपवास करेंगे। इसके साथ ही सभी लोकसभा सदस्य अपने संसदीय क्षेत्र के जिला मुख्यालय पर 12 अप्रैल को सुबह 10 बजे से सायं 04 बजे तक उपवास पर रहेंगे। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा वाराणसी, राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर आजमगढ़, अशोक बाजपेयी रायबरेली, विजयपाल तोमर अमेठी, श्रीमती कांता कर्दम शामली, हरनाथ यादव मैनपुरी, अनिल अग्रवाल फिरोजाबाद में उपवास करेंगे।
प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने बताया कि विगत संसद सत्र में विपक्ष ने संसद को निर्वाध चलने में व्यवधान उत्पन्न किया। विपक्ष के इस अलोकतांत्रिक रवैये के विरोध में भाजपा सांसद उपवास पर रहेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष शिवनाथ यादव एवं प्रदेश मंत्री प्रकाश पाल को संगठन द्वारा समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी है।
Posted on 10 April 2018 by admin
लखनऊ 10 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने विपक्षी दलों के दलित प्रेम को ढकोसला बताया। डा0 पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल में दलितों-वंचितो को लाभ पहुंचाने के कई महत्वपूर्ण काम हुए हैं चाहे वो उज्जवला योजना के तहत गरीबों की झोपड़ी में घरेलू गैस कनेक्शन हो, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास हो, स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालय हो, जनधन योजना के तहत पहली बार बैंक में खाता खुला हो, इन सभी योजनाओं में अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोग ही लाभार्थी है। जीवन स्तर में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाली इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से हताश विपक्ष ‘प्रोपेगंडा पाॅलिटिक्स’ कर रहा है। झूठ बोलकर विपक्ष देश में भ्रम फैला रहा है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि बाबा साहब के नाम पर वोटबैंक को कैश कराकर बैंक बैलेंस बढ़ाने वाले वोटबैंक खिसकने से घबराए है और घटिया राजनीति पर उतर आए है। बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पांच स्थानों को पंचतीर्थ घोषित किया। यूपी में सरकारी दफ्तरों में बाबा साहब डा0 भीमराव रामजी आम्बेडकर की तस्वीर अनिवार्य रूप से लगाने का निर्देश भी निर्देश भी योगी सरकार ने दिया है।
डा0 पाण्डेय ने कहा 2014 के लोकसभा चुनावों में और वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने पूरे प्रचार अभियान को विकास पर केन्द्रित किया था और अभूतपूर्व सफलता हासिल की। घबराया विपक्ष 2019 में चुनाव प्रचार अभियान को विकास के मुद्दे से हटाकर जातीय गोलबंदी पर लाना चाहता है। इसलिए दलित संवेदनाओं को उभार कर माहौल खराब करना चाह रहा है। जबकि यह सत्य है कि देश के सर्वाधिक दलित सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि भाजपा के सदस्य है। दलित-वंचित पूरी तरह से भाजपा के साथ एकजुट है। सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न करने का षडयंत्र रचने और समाज में जातिगत विद्वेष का मंसूबा पाले लोगों को जनता माकूल जबाव देगी। देश और समाज को तोड़ने की कोई भी मंशा पूरी नहीं होने दी जायेगी।
Posted on 10 April 2018 by admin
प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ० धर्म सिंह सैनी 12 अप्रैल को उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी के नवीन कार्यालय भवन, 2 नबीउल्ला मार्ग, लखनऊ में अपराह्न 03 बजे उ०प्र० राज्य में आयुष चिकित्सा महाविद्यालयों एवं चिकित्सालयों में मधुमेह एवं कैंसर रोग के रोकथाम एवं उपचार हेतु बैठक करेंगें।
उक्त बैठक में देश के प्रसिद्ध योग गुरु डॉ० एच०आर० नागेन्द्र, कुलाधिपति प्रशान्ति कुटीरम एवं डॉ० अमित कुमार सिंह, असिस्टेंट प्रो०, स्वामी विवेकानन्द योग अनुसन्धान केंद्र, बैंगलोर से आयुष विभाग द्वारा मधुमेह एवं कैंसर रोग की व्याधियों की योग एवं नैचुरोपैथी के माध्यम से रोकथाम एवं उपचार हेतु विचार विमर्श किये जाने हेतु आहूत बैठक में प्रतिभाग करने की अपनी सहमति प्रदान की है। बैठक में श्री मुकेश मेश्राम, सचिव आयुष उ०प्र०, प्रो० सी०एल० क्षेत्रपाल, सेंटर ऑफ़ बायोमेडिकल रिसर्च, SGPGI लखनऊ, प्रो० रिपु सदन सिंह, डीन सोशल साइंस BBAU लखनऊ एवं डॉ० ब्रजेश कुमार गुप्ता, स्वामी विवेकानन्द योग एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान बरेली सहित आयुष विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण भी प्रतिभाग करेंगे।
ज्ञातव्य हो कि पूर्व में भी आयुष विभाग द्वारा प्राचीन आयुष चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्जीवित और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से “आयुष आपके द्वार” व “योग वेलनेस केन्द्र” की पहल प्रारंभ की गयी है। “आयुष आपके द्वार” कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालयों, ग्रामों, सम्पूर्ण समाधान दिवस एवं विशेष प्रयोजनों पर प्रतिदिन निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित चिकित्सा शिविर में आयुष विशेषज्ञों द्वारा रोगियों का निःशुल्क उपचार व औषधि वितरण किया जा रहा है, जिसके लिये प्रदेश के 2104 आयुर्वेदिक, 254 यूनानी तथा 1575 होम्योपैथी औषधालयों में पर्याप्त औषधियों की आपूर्ति करायी गयी है।
आयुष विधाओं की उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए आशा/एएनएम संवर्ग को जन मानस में प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक जनपद के एक-एक प्रशिक्षक को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। ये जिला स्तरीय प्रशिक्षक आगे चलकर ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण देंगे।
Posted on 09 April 2018 by admin
लखनऊ 09 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी की गरीब, दलित तथा पिछडे तथा कमजोर वर्ग के लिए मा0 प्रधानमंत्री मोदी जी की तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी की नीतियों व कार्यक्रमों से प्रमावित होकर बासपा तथा सपा के दो पूर्व सांसद तथा समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता, विधायक तथा विधान परिषद सहित 28 प्रमुख लोगों तथा उनके हजारों समर्थक नेताओं को पार्टी सदस्यता प्रदान करते हुए अपने उद्बोधन में पार्टी अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय जी ने कहा कि हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी सबके साथ तथा सबके विकास के लिए संकल्पबद्ध है। तथा गरीब दलित, पिछड़े, किसानों के शसक्तीकरण के लिए अनके योजनाएं उन्होंने क्रियान्वित करने का कार्य किया है जिससे देश की आम जनता का भरोसा भारतीय जनता पार्टी में बहुत मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अमित शाह जी कुशल नेतृत्व पार्टी संगठन निरंतर सबके साथ-सबके विकास के संकल्प को पूरा करने में लगी है। जिससे प्रभावित होकर उनके जनप्रतिनिधियों ने आज पार्टी की सदस्यता ली है और यह सभी पार्टी को मजबूती प्रदान करने के दिशा में कार्य करेंगे।
भाजपा की सदस्यता लेने वाले प्रमुख लोगों में पूर्व सांसद मिश्रिख ओशक रावत, पूर्व सांसद हरदोई जय प्रकाश रावत, पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी, पूर्व एमएलसी हीरा ठाकुर, प्रवक्ता सपा संजीव मिश्रा, पूर्व ब्लाक प्रमुख दादरी बिजेन्द्र सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख महमूदाबाद रामलाल यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख महमूदाबाद रामकुमार वर्मा, पूर्व ब्लाक प्रमुख लहरपुर परमेश्वर भार्गव, ब्लाक प्रमुख सांडा (सकरन) कृष्ण कुमार वर्मा, पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत सीतापुर श्रीमती मधु गुप्ता, चेयरमैन सिधौली नगर पंचायत श्रीमती मीना राजपूत, चेयरमैन नगर पंचायत बंकी श्रीमती अंशु सिंह, पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक सीतापुर नीरज वर्मा, पूर्व कोआडिनेटर, विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान रा.महा. विद्यालय गाजीपुर सोभनाथ यादव, पूर्व बसपा विधानसभा प्रत्याशी उन्नाव पंकज त्रिपाठी, पूर्व प्रत्याशी बसपा 2017 विजय कुमार राय, वरिष्ठ कार्यकर्ता श्रीमती मालती सिंह, महानगर अध्यक्ष लोकदल सुभाष गोयल, निर्दल प्रत्याशी आगरा डा0 कुन्दनिका शर्मा, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भोगनीपुर धर्मपाल सिंह भदौरिया, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रनीया सतीश शुक्ला, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सिकन्दरा महेन्द्र कटियार, अध्यक्ष नगर पंचायत शिवली अवधेश कुमार शुक्ला, अध्यक्ष नगर पंचायत अकबरपुर श्रीमती ज्योतिसना कटियार, चेयरमैन नगर पालिका परिषद घाटमपुर संजय सचान, चेयरमैन नगर पालिका परिषद शिवराजपुर विनोद तिवारी, अयक्ष नगर पालिका बिल्हौर मो0 सादाब खान आदि लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
Posted on 09 April 2018 by admin
लखनऊ 09 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने प्रदेश अनुशासन समिति घोषित की। प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने कहा कि पांच सदस्यीय अनुशासन समिति के अध्यक्ष पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह होंगे। समिति अनुशासनात्मक विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी।
प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय द्वारा पांच सदस्यीय भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश अनुशासन समिति घोषित की। पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह अनुशासन समिति के अध्यक्ष होंगे तथा सांसद मेरठ राजेन्द्र अग्रवाल, पूर्व महापौर आगरा बेबी रानी मौर्य, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश पाण्डेय एवं राम जियावन मौर्य अनुशासन समिति में सदस्य के रूप में रहेंगे। श्री सोनकर ने कहा कि जिले, क्षेत्र एवं प्रदेश स्तर के अनुशासनात्मक विषयों को समिति प्रदेश अध्यक्ष जी के संज्ञान में लाएगी।
Posted on 08 April 2018 by admin
लखनऊ 08 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कुम्भ भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महापर्व है, जिसके आयोजन की अपनी स्वयं की गरिमा है। प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. मनोज मिश्र ने कहा कि कुम्भ की भव्यता और दिव्यता भारतीय सांस्कृतिक आध्यात्मिक रूप का विश्वदर्शन है। योगी सरकार अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन से कुम्भ के दिव्य आयोजन को विश्वव्यापी स्वरूप देने के काम में जुटी है।
डाॅ. मनोज मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 684 करोड़ की 151 परियोजनाओं का शिलान्यास करके 2019 में होने वाले अद्भुत कुम्भ मेले के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर कर दी है। विश्व के 192 देशों से आए हुए पर्यटक प्रयाग नगरी में कुम्भ का अमृत पान करेगें। आध्यात्मिक, सांस्कृतिक दिव्यता की छटा के साथ कुम्भ पर्व से गंगा हरीतिमा अभियान का शुभारम्भ करके योगी सरकार ने गंगा के तटों को वृक्षों से अच्छादित करके पर्यावरण संतुलन के अपने दायित्व को जाहिर किया है।
डाॅ. मनोज मिश्र ने कहा कि योगी सरकार कुम्भ मेले की तैयारियां अक्टूबर 2018 में ही पूर्ण करने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। गंगा के किनारे प्रदेश के कुल 27 जिलों के 1557 गावों के खुले में शौच से मुुक्त कराया जा चुका है। कुम्भ मेले से पूर्व प्रयागराज के लिए जलमार्ग भी प्रारम्भ किए जाने की तैयारी है। सभी बडे़ शहरों से प्रयाग राज के लिए हवाई सेवा शुरू होगी। इस तरह योगी सरकार अपने अभूतपूर्व कार्यो एवं संकल्प से कुम्भ मेले के आयोजन को अविस्मरणीय बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित उनकी टीम को बधाई ।
Posted on 08 April 2018 by admin
-दलितों का नारा-हम भाजपा के, भाजपा हमारी
-गरीबों तथा दलितों के हित में सर्वाधिक कार्य मोदी-योगी सरकार में
-राजनीतिक जमीन खिसकते देख मायावती के झूठ से देश व प्रदेश की जनता भ्रमित होने वाली नहीं
लखनऊ 08 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सांसद कौशल किशोर की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु‘-
मायावती जी कहना है कि दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है, जबकि दलित, जनजाति, गरीब और पिछडों को जितना लाभ भाजपा नेतृत्व वाली देश व प्रदेश सरकार में हो रहा है उतना पहले कभी नहीं हुआ। इसी से घबराकर मायावती जी साजिश के तहत एक सुनियोजित षडयंत्र रचकर बीजेपी को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जिन आईपीसी की धाराओं में सात साल तक की सजा है, उसमें तत्काल गिरफ्तारी नही की जाएगी बल्कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद ही गिरफ्तारी हो ऐसा ही एससी-एसटी में विवेचना के बाद चार्जशीट दाखिल होती है फिर गिरफ्तारी होती है।
मायावती देश में भ्रम पैदा कर रहीं है कि बीजेपी दलित एक्ट को प्रभावित कर रही, है जबकि भाजपा किसी भी कीमत पर दलित एक्ट को कमजोर करने के पक्ष में नहीं है और इसका प्रमाण है कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की। दलितों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए भाजपा की केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार संकल्पित है।
मायावती जी को याद रखना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी ने तीन बार समर्थन देकर मुख्यमंत्री बनाया। जब सपाईयों ने उनकी जान लेने की कोशिश की तो भाजपा ने उन्हें बचाने का काम किया उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का काम किया।
एससी-एसटी आयोग को उत्तर प्रदेश में कमजोर करने का काम मायावती सरकार में हुआ। दलितों का सबसे ज्यादा नुकसान मायावती जी ने किया।
मायावती जी ने बाबा साहेब के मिशन को पीछे छोड़ा।
सपा की सरकार में एससी/एसटी अधिकारियों को पदावनत किया गया।
मायावती जी को डर है कि जैस 2014 तथा 2017 में दलितों ने साथ छोड दिया वैसे ही 2019 में दलित, वंचित पिछडे़ बीजेपी के साथ फिर न जाए, इसके डरकर मायावती जी गलत बयानी करके भ्रम फैला रही है।
सपा सरकार में दलित अफसर पूरी तरह साइडलाइन थे, लेकिन भाजपा सरकार में उन्हें पूरा महत्व मिल रहा है। सिर्फ पुलिस विभाग में ही 25 उच्च अधिकारी दलित समुदाय से हैं।
प्रमुख सचिव स्तर के एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी दलित है। समाज कल्याण विभाग की ओर छात्रवृत्ति में दलितों का हिस्सा 70 प्रतिशत हो गया है, सपा मैं यह सिर्फ अल्पसंख्यकों को जा रहा था।
अति दलितों, अति पिछड़े 15,56 गाँव थे जिसमें पिछली सरकारों में कोई काम नहीं कराया गया था। इस सरकार में वहाँ सरकार की सारी सुविधाएँ पहुँचाई गई। विकास का काम कराया गया। पहली बार सौभाग्य योजना में उत्तर प्रदेश में 32 लाख कनैक्शन दलितों को दिए गए है। 37 लाख नए राशनकार्ड दलितों को बने हैं। 8 लाख 85 हजार प्रधानमंत्री आवास बने हैं उसमें से करीब 6 लाख 50 हजार आवास दलितों को मिले। 40 लाख शौचालय में से 36,00,000 दलितों को मिले।
देश की सबसे बड़ी किसान कर्ज माफी योजना में सबसे ज्यादा लाभार्थी दलित समुदाय से हैं। बसपा में इस बात की घबराहट है कि अगर इन योजनाओं के लाभार्थी परिवार सहित भाजपा की तरफ हो गए तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी। इसलिए 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव रामजी आंबेडकर के जन्मदिवस पर दलित संगठन योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र का सम्मान देना चाहते हैं।
मायावती को दलित हितों की चिंता हो रही है तो वह सपा से हाथ क्यों मिला रही हैं, जिसके नेताओं ने दलितों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न किया था। जिसकी सरकार में दलित हितों को दफन कर दिया गया था। दलित अधिकारी पूरी तरीके से साइडलाइन कर दिए गए थे। जो दलित महापुरूषों के स्मारक तोड़ने की बात करते थे।
आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में दलितों को पूरा सम्मान है। मैं खुद दलित समुदाय से हूं। पुलिस प्रशासन सब जगह दलित समुदाय के अधिकारियों का पूरा सम्मान है। मायावती जी अगर अखबार ठीक से पढ़ें तो शायद उन्हें इतना असत्य बोलने की हिम्मत नहीं होती।
दलित आंदोलनों का इतिहास सैंकड़ो वर्ष पुराना रहा है। लेकिन कभी भी हिंसा का इतिहास नहीं रहा। हमेशा समाज ने अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से रखी है। पहली बार इसमें हिंसा होना इस बात का प्रमाण है कि इसके पीछे कुछ दलों के लोगों की सुनियोजित साजिश है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने स्पष्ट कहा है कि किसी निर्दोष को पुलिस बिलकुल परेशान नहीं करेगी। सिर्फ जिन लोगों के खिलाफ वीडियो फुटेज में हिंसा आगजनी करने के साक्ष्य मिलेंगे उन्हीं को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। शांतिपूर्ण आंदोलन करनेवाले किसी भी व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।
बाबा साहब भीम राव आम्बेडकर का मिशन जाति विहीन, शोषण विहीन समाज की स्थापना है, जिसको पूरा करने केे लिए केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार काम कर रही है। जैसे 50 करोड़ लोंगो को 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष की दर से प्रतिवर्ष आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा विशेषकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछडे वर्ग को मुफ्त दे रही है।
8 करोड़ लोंगो को उज्ज्वाला योजना के अन्तर्गत जिसमें सबसे अधिक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनाजति तथा पिछडे लोगो को मुफ्त गैस कनेक्शन देना।
पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय सौभाग्य योजना के तहत बीपीएल सूची द्वारा गरीबो को बगैर पैसे के विद्युत कनैक्शन देना।
2022 तक कच्चे मकान व झोपड़ पट्टी में रहने वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनाजति तथा पिछडे लोगों को प्रधानमंत्री आवास देना ।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 50 हजार से लेकर 10 लाख रूपये तक बगैर गारन्टी के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनाजति तथा पिछडे को ऋण मुहैया करना।
स्टैंडअप योजना के तहत प्रत्येक बैंक की शाखा से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछडे वर्ग से महिला वर्ग से कम से कम एक उद्यमी को उद्यम के लिए 10 लाख रूपये का लोन देना।
सबसे ज्यादा लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछडे वर्ग के लोगों व गरीबों को को मिल रहा है। डाॅ. बाबा आम्बेडकर के मिशन को लोहिया मिशन, पंण्डित दीनदयाल अन्त्योदय मिशन पूरा करने का काम भाजपा की केन्द्र तथा प्रदेश की सरकार कर रही है। जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीब पिछडे वर्ग के लोग बडे पैमाने से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ते चले जा रहे है। इससे विपक्षी दल घबरा कर 2 को अप्रैल भारत बंद का आवाह्न, एक साजिश के तहत किया गया।
वर्तमान में केन्द्र तथा प्रदेश की भाजपा सरकार एसटी एससी गरीबों के हितो की रक्षा कर रही है और पिछडों को पूरा सम्मान भारतीय जनता पार्टी दे रही है।
Posted on 07 April 2018 by admin
अधिक से अधिक कनेक्शन देने की तैयारी में जुटा पावर कारपोरेशन
लखनऊ 07 अप्रैल, 2018। डाॅ0 भीमराव रामजी आम्बडेकर जयन्ती के अवसर पर 14 अप्रैल से 30 अप्रैल तक प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति बहुल्य ग्रामों में सौभाग्य योजना के अन्तर्गत बी0पी0एल0 परिवारों को मुफ्त कनैक्शन बांटे जायेंगे। इस अभियान की सफलता हेतु अधिकारी पूरी कार्ययोजना बनाकर पूरी निष्ठा एवं मेहनत से कार्य करें। यह निर्देश समीक्षा बैठक में आज प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने दिये। सौभाग्य योजना की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुये उन्होंने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ एवं मा0 ऊर्जा मंत्री पंडित श्री श्रीकांत शर्मा ने निर्देशित किया है कि 14 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ऐसे ग्राम या मजरे जहां अधिक आबादी अनुसूचित जाति एवं जनजातियों की है वहां सौभाग्य योजना के अन्तर्गत कैम्प लगाकर बिजली कनैक्शन बांटे जायें। प्रदेश में 3387 ऐसे गांव चिन्हित गये है जहां सर्वाधिक अनुसूचित जाति एवं जनजाति की संख्या है।
उन्होंने बताया कि आम्बेडकर पखवारे के अवसर पर गरीबों को मुफ्त कनेक्शन बांटे जाने की तैयारियों की मा0 ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा 10 अप्रैल को समीक्षा करेंगे। इसलिए 9 अप्रैल तक कैम्पों के स्थानों का निर्धारण एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की पूरी तैयारी कर ली जाये और उसकी सूचना मुख्यालय को भेजी जाये। प्रमुख सचिव ने मध्यांचल डिस्काम में कैम्पों को और बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रदेश के हर बी0पी0एल0 परिवार तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ मिले। अभियान की सफलता हेतु व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये। प्रमुख सचिव ने कहा कि ऐसी योजना बनायी जाये जिससे हर हफ्ते लगभग 2 लाख कनैक्शन सौभाग्य योजना के अन्तर्गत दिये जा सकें। प्रदेश में आगामी मार्च तक लगभग 75 लाख कनैक्शन बांटे जाने हैं। जिसकी सफलता हेतु इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है।
बैठक में पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक अपर्णा यू0 सहित प्रदेश के सभी डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक, निदेशक तकनीकी एवं वाणिज्य तथा सौभाग्य योजना में कार्य कर रही एजेन्यिों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि स्वीकृत विद्युत कनेक्शन का लेजराईजेशन सुनिश्चित किया जाय।
सौभाग्य योजना में दिये जा रहे कनेक्शन में जो सामग्री प्रयोग हो रही है उसमें गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए बैठक में प्रमुख सचिव ने अधिकारियों के जमकर पेंच कसे। उन्होंने कहा कि अनेक स्थानों से ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही है कि जो विद्युत सामग्री दी जा रही है वो गुणवत्तापरक नही है साथ ही पूरा अनुमन्य सामग्री भी उपभोक्ता को नही मिलती। प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया कि क्षेत्रीय मुख्य अभियन्ता कैम्पों के बाद हर सप्ताह गांवों में जाकर घरों का निरीक्षण करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उपभोक्ता को निश्चित मानकों के अनुरूप गुणवत्तापरक अनुमन्य सामग्री प्राप्त हो।
प्रमुख सचिव ने यह भी निर्देशित किया कि सौभाग्य योजना में दिये जा रहे कनेक्शनों की जांच थर्ड पार्टी से करायी जाय। प्रबन्ध निदेशक इस बिन्दु पर शीघ्र अपनी अनुशंसा भेजे।
Posted on 07 April 2018 by admin
-मायावती जी के इशारे पर जब उनकी पार्टी के लोग सार्वजनिक रूप से एक महिला और उसकी बेटी को पेश करने की बात कर रहे है। तब उनको सभ्यता व संस्कार क्यों नहीं याद आया?
- जातिगत विद्वेष फैलाकर समाज के विभिन्न वर्गों को अपशब्द कहने वाली मायावती जी को अपनी हिटलरशाही व अभद्र व्यवहार पुण्य क्यों लगता है व भाजपा की लोकतंत्र को मजबूत व दलितों, आम जनता का सम्मान बढ़ाने वाली बातें पाप क्यों लगती हैं?
- पश्चिम बंगाल व केरल में बड़े पैमाने पर दलितों की हत्याओं पर मौन मायावती को दलित समाज ही जवाब देगा
- केवल भाजपा ही ऐसा राजनीतिक दल है, जो पश्चिम बंगाल व केरल के दलितों के लिए सडक से लेकर विधानसभा व संसद तक संघर्ष कर रही है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान और सबका साथ सबका विकास की नीति एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी द्वारा दलितों, गरीबों को राजनैतिक व अधिकार दिलाने के कार्यों से घबराए और बौखलाए विपक्ष के षडयंत्रों का उत्तर जनता देगी।
लखनऊ 07 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि ‘तिलक, तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार’ का नारा लगाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती असंसदीय परपरंपराओं व कृत्य के कारण जानी जाती हैं। मायावती जी जब समाज को बांटने व अपमानित करने वाले ये बोल बोलती थीं तो उन्हें असंसदीय, अपमानजनक व अशिष्ट व्यवहार का ध्यान क्यों नहीं रहता था? मायावती जी के इशारे पर जब उनकी पार्टी के लोग सार्वजनिक रूप से एक महिला और उसकी बेटी का पेश करने को कह रहे थे, तब उनको रोकने के बजाय शह दे रही थीं। तब उनको सभ्यता व संस्कार क्यों नहीं याद आया? डॉ. पांडेय ने पूछा कि मायावती जी को अपनी अशिष्ट, भ्रष्टाचार व दलितों का उत्पीडन पाप और भाजपा के दलित व गरीब हितैषी कार्यक्रम, योजनाएं, कार्य व भ्रष्टाचार विरोधी अभियान पाप क्यों लगता है?
डॉ. पांडेय ने कहा कि पार्टी का टिकट बेचने के आरोपों के दाग वाली मायावती ने सत्ता हासिल करने के लिए दलितों व गरीबों के साथ ही छल किया। अकूत धन इकट्ठा करने के लिए मायावती ने अपनी पार्टी में दलितों का ही हक मारा और अपनी ही पार्टी के दलित व पिछड़े नेताओं को अपमानित करते हुए बाहर जाने पर विवश किया। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के बुजुर्ग व वरिष्ठ दलित नेताओं को जमीन पर बिठाकर और हिटलर की तरह तानाशाही असभ्य, अलोकतांत्रिक व भ्रष्ट व्यवहार करने वाली मायावती किस मुंह से सवाल उठा रही हैं? भ्रष्टाचार, हिटलरशाही व आम जनता, गरीबों का शोषण करने वाली मायावती जी को सभ्यता, संसदीय परंपरा और ईमानदारी की परिभाषा सीखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ये वही मायावती हैं, जो दलितों में भेद करती हैं। पश्चिम बंगाल व केरल में बड़े पैमाने पर दलितों की हत्याएं हो रही हैं। पर दलितों को वोट बैंक समझने वाली मायावती ने इन दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आज तक एक शब्द भी नहीं बोला है। केवल भाजपा ही ऐसा राजनीतिक दल है, जो इन दलितों के साथ न केवल खड़ा है, बल्कि उनके लिए सडक से लेकर विधानसभा व संसद तक संघर्ष कर रहा है। पूरे देश की जनता और सर्व समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी के दलितों, पिछड़ों व आम लोगों को राजनैतिक अधिकार दिलाकर लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के प्रयासों में न केवल विश्वास करते हैं, बल्कि अपार समर्थन दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान और सबका साथ सबका विकास की नीति से घबराए और बौखलाए विपक्ष के षडयंत्रों का उत्तर जनता देगी।
उन्होंने कहा कि सपा, बसपा व कांग्रेस ने अपने राज में दलितों को असहाय व दीनहीन बना डाला ताकि वोट बैंक के लिए उन्हें भीड़ की तरह हांका जा सके। मायावती को जवाब देना चाहिए कि जहां आम दलित और गरीब की आर्थिक हालत उनके समय में खराब हुई, वहीं उनके व उनके भाई के पास हजारों करोड़ की दौलत कहां से आ गई? जिस धन पर दलितों का हक था, उस पर उन्होंने और उनके भाई ने अपनी व्यक्गित संपत्ति समझकर कब्जा कैसे कर लिया? जिन टिकटों पर दलितों व गरीबों का हक था, उन टिकटों को गैर दलित धन्ना सेठों को देकर मायावती जी ने दलितों को राजनैतिक अधिकार देने से वंचित क्यों किया?