जेम-पोर्टल तथा ई-टेण्डर के माध्यम से लगभग 60 करोड़ रुपये
के उपकरण क्रय किये गये
समस्त राजकीय मेडिकल कालेजों हेतु 346 आवश्यक औषधियों की सूची जारी
- मंत्री श्री आशुतोष टण्डन
लखनऊः 13 अप्रैल, 2018
प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग कृत संकल्प है। चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा नई सरकार बनने के उपरान्त विगत एक वर्ष में विभाग में चरणबद्ध तरीके से अनेक सुधार किये गये हैं। जिसके फलस्वरूप प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों को बेहतर करने एवं गतिशील बनाने के साथ-साथ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं चिकित्सकों की कमी दूर कराने के साथ-साथ बेड उपकरणों एवं अन्य आधारभूत ढांचे में मजबूती भी आयी है।
यह जानकारी विगत एक वर्ष में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित संस्थान में किये गये कार्याें/उपलब्धियों के संदर्भ में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन ‘गोपाल जी’ ने मीडिया सेन्टर एनेक्सी में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
श्री टंडन ने बताया कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद विभाग के अन्तर्गत चलने वाले समस्त राजकीय संस्थानों में चरणबद्ध तरीके से शैक्षणिक सुधार एवं मरीजों को दी जाने वाली समस्त सुविधाओं में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा रणनीति प्रकोष्ठ का गठन किया गया जिसके संस्तुतियों एवं सलाह पर तेजी से कार्य किया गया जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। इन प्रयासों के फलस्वरूप एक वर्ष के कार्यकाल में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कई उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने बताया कि समस्त संस्थानों में ई-हाॅस्पिटल मैनेजमेन्ट इनफाॅरमेशन सिस्टम स्थापित किये जाने के आदेश दिए गए जो माह अगस्त, 2018 से प्रारम्भ होना प्रस्तावित है। समस्त संस्थानों को जेम-पोर्टल तथा ई-टेण्डर के माध्यम से ही क्रय करने हेतु निर्देशित किया गया जिसके माध्यम से लगभग 60.00 करोड़ के उपकरण क्रय किये गये।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बढ़ रहे कैंसर के मरीजों के उपचार हेतु कैंसर संस्थान लखनऊ में ए0ई0आर0बी0 से अनुमति प्राप्त होने के उपरान्त विकिरण सुरक्षा भवन का शिलान्यास तथा कैंसर संस्थान में विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से टाटा मेमोरियल कैंसर संस्थान, मुम्बई से एम0ओ0यू0 पर सहमति बनीं। जे0के0 कैंसर संस्थान, कानपुर में टेलीकोबाल्ट-60, रेडिएशन सर्वे मीटर इत्यादि जैसे विशिष्ट उपकरण उपलब्ध कराये गये। उन्होंने बताया कि मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित बाल रोगियों के उपचार हेतु बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज, गोरखपुर में अतिरिक्त शैय्याओं तथा उपकरणों की उपलब्धता करायी गयी। आर0एम0आर0सी0 (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेन्टर) की स्थापना हेतु बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज, गोरखपुर में 1.56 एकड़ भूमि दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार को निःशुल्क हस्तान्तरित की जा चुकी है जिसके स्थापना से वेक्टर जनित वायरस से होने वाली बीमारियों के उच्च स्तरीय जांच में सहायता मिलेगी तथा मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित बच्चों में बीमारी के बाद होने वाली अपंगताओं का निवारण करने में सफलता मिलेगी।
श्री टंडन ने बताया कि एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ फेज-प्प् योजना के अन्तर्गत 473.00 करोड़ की लागत से 210 शैय्यायुक्त इमरजेन्सी मेडिसिन, 180 शैय्यायुक्त रीनल ट्रान्सप्लान्ट सेन्टर तथा 110 शैय्यायुक्त लिवर ट्रान्सप्लान्ट सेन्टर के विस्तारीकरण हेतु समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गयी हैं। एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ में रोबोटिक्स सर्जरी की व्यवस्था की जा रही है जिसे आगामी 06 माह में संचालित करने का लक्ष्य है। एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ में ओ0पी0डी0 के रिक्त स्थान का उपयोग करते हुए 125 शैय्यायुक्त बनाने हेतु बजट उपलब्ध करा दिया गया है। ट्रामा-प्प् एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ को हस्तान्तरित कर दिया गया है जिसमें 60 शैय्यायुक्त जल्द संचालित होने वाला है तथा विगत एक वर्ष में विस्तारित करते हुए 200 शैय्यायुक्त करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में मातृ एवं शिशु रोगियों के एक ही छत के नीचे समुचित उपचार के लिए 200 शैय्यायुक्त समस्त सुविधाओं से सुसज्जित मातृ एवं शिशु उत्कृष्ट केन्द्र का शुभारम्भ किया गया। डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा प्रारम्भ की गयी। जले हुए मरीजों तथा दुर्घटना में क्षत-विक्षत अंगों वाले मरीजों के समुचित इलाज हेतु के0जी0एम0यू0 लखनऊ में पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेन्ट आफ प्लास्टिक सर्जरी की स्थापना की गयी जिसमें 25 शैय्यायुक्त एवं बर्न रि-कन्सट्रक्टिव सर्जरी यूनिट का निर्माण, 16 शैय्यायुक्त आई0सी0यू0 तथा 20 शैय्यायुक्त सामान्य वार्ड की स्थापना की गयी। सुपर स्पेशियेलिटी बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थान, नोएडा में बाल रोगियों के उत्कृष्ट इलाज हेतु ओ0टी0 काम्पलेक्स, आई0सी0यू0 तथा डायलिसिस यूनिट प्रारम्भ किया गया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि आर0एम0एल0, लखनऊ में पहली बार 150 सीटों पर एम0बी0बी0एस0 प्रारम्भ हुआ। आर0एम0एल0, लखनऊ के शहीद पथ स्थित द्वितीय परिसर में समस्त आवश्यक विशिष्ट सुविधाओं से सुसज्जित 500 शैय्यायुक्त अस्पताल के स्थापना हेतु आवश्यक प्राविधान करते हुए समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गयी हैं तथा इसका शिलान्यास दिनांक 24.01.2018 को मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि विभाग के अन्तर्गत संचालित समस्त संस्थानों में अमृत फार्मेसी की स्थापना के निर्देश दिए गए जिसके क्रम में के0जी0एम0यू0 लखनऊ में 05 की स्थापना कर संचालन प्रारम्भ हो चुका है। राजकीय मेडिकल कालेज गोरखपुर, इलाहाबाद, कानपुर एवं झांसी में संचालन का कार्य अंतिम चरण में है। समस्त राजकीय मेडिकल कालेजों हेतु 346 आवश्यक औषधियों की सूची जारी की गयी है जो हर समय उपलब्ध रहेंगी। राजकीय मेडिकल कालेजों में शत-प्रतिशत जेनेरिक दवाइयां सीधे निर्माताओं से क्रय करने के आदेश दिए गए।
श्री टंडन ने बताया कि संस्थानों में उच्च मानक वाले ही उपकरण क्रय किये जाने के उद्देश्य से 500 से अधिक उपकरणों की तकनीकि विशिष्टताओं को निर्धारित कर उन्हें मानकीकृत कर दिया गया। उपकरणों के 10 साल तक निर्बाध रूप से संचालित रहने के क्रम में क्रय के समय ही 5 साल की सी0एम0सी0 तथा उसके उपरान्त 5 साल की ए0एम0सी0 की दरें अनुमोदित किये जाने की व्यवस्था की गयी। उन्होंने बताया कि नीट के माध्यम से प्रथम बार राजकीय तथा निजी मेडिकल कालेजों के एम0बी0बी0एस0 पाठ्यक्रम की लगभग सभी सीटों पर काउंसिलिंग के द्वारा आवंटन/प्रवेश दिया गया जबकि पिछले वर्ष लगभग 1100 सीटें रिक्त रह गयी थीं। उक्त काउंसिलिंग प्रक्रिया की प्रशंसा स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के उच्च अधिकारियों द्वारा भी की गयी तथा यही प्रक्रिया देश के प्रत्येक राज्य में लागू करने के निर्देश दिए गए।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग के अन्तर्गत चलने वाले संस्थानों में एम0बी0बी0एस0 पाठ्यक्रम में 150 सीटें, एम0डी0/एम0एस0 पाठ्यक्रम में 133 सीटें तथा डी0एम0/एम0सी0एच0 पाठ्यक्रम में 14 सीटें इस वर्ष बढ़ी। जे0के0कैंसर संस्थान, कानपुर में पहली बार 20 सीटों पर डिप्लोमा रेडियोथेरेपी पाठ्यक्रम प्रारम्भ हुआ। के0जी0एम0यू0 लखनऊ में पैरा-मेडिकल कार्मिकों के विशिष्ट कौशल विकास के लिए इंस्टीट्यूट आफ स्किल्स की स्थापना की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में चिकित्सा शिक्षकों की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से 341 चिकित्सा शिक्षकों को नियुक्ति प्रदान की गयी तथा 281 चिकित्सा शिक्षकों को वैयक्तिक प्रोन्नति प्रदान की गयी। प्रदेश में चिकित्सकों की उपलब्धता को बढ़ाने की दृष्टि से राजकीय संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों को प्रशिक्षण के उपरान्त प्रदेश में ही 02 वर्षाें की अनिवार्य राजकीय सेवा हेतु अनुबन्ध की व्यवस्था की गयी।
श्री टंडन ने बताया कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में जीर्णाेद्धार विद्युत सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, मेडिकल गैस पाइप लाइन इत्यादि का कार्य प्रगतिशील है। आगामी कुम्भ मेले को दृष्टिगत रखते हुए मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज इलाहाबाद में ट्रामा सेन्टर का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसे आगामी कुम्भ मेले से पहले संचालित करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, गोरखपुर का निर्माणकार्य प्रगति पर है जिसका ओ0पी0डी0 मार्च, 2019 तक प्रारम्भ करने का लक्ष्य है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली का ओ0पी0डी0 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसे जुलाई, 2018 तक प्रारम्भ करने का लक्ष्य है। राजकीय मेडिकल कालेज, इलाहाबाद, गोरखपुर, झांसी तथा मेरठ के सुपर स्पेशियेलिटी ब्लाॅक का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, जिन्हें माह अगस्त, 2018 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
श्री चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज, कानपुर तथा आगरा में सुपर स्पेशियेलिटी ब्लाॅक का निर्माण कार्य माह जून, 2018 में प्रारम्भ करने का लक्ष्य है। जनपद फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद एवं शाहजहांपुर को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कालेजों में स्थापित किये जाने का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा शैक्षणिक सत्र 2019-2020 तक संचालित किये जाने का लक्ष्य है। 08 अन्य जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कालेज बनाने हेतु केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्राप्त होने के उपरान्त एम0ओ0यू0 का निष्पादन हो चुका है।
इस अवसर पर डाॅ0 रजनीश दूबे, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, प्रो0 के0के0 गुप्ता, महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा, प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट, कुलपति, के0जी0एम0यू0, लखनऊ, डाॅ0 राकेश कपूर, निदेशक, एस0जी0पी0जी0आई0, लखनऊ, डाॅ0 दीपक मालवीय, निदेशक, आर0एम0एल0, लखनऊ, डाॅ0 शालीन कुमार, निदेशक, सुपर स्पेशियेलिटी कैंसर संस्थान, लखनऊ, श्री जयन्त नार्लिकर, विशेष सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं श्री एन0एच0 रिजवी, विशेष सचिव, चिकित्सा शिक्षा उपस्थित थे।