Archive | January, 2018

भाजपा सरकार सहेज रही प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर - डा0 चन्द्रमोहन

Posted on 12 January 2018 by admin

लखनऊ 12 जनवरी 2018, उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से कला संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगने वाले परंपरागत मेलों और सांस्कृतिक आयोजनों को गति मिली है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने अयोध्या में वर्षों से बंद पड़ी अनवरत रामलीला का मंचन पुनः शुरू करवाया। वाराणसी में गंगा महोत्सव, नोएडा में शिल्पोत्सव, चित्रकूट में रामायण मेला, आगरा में ताज महोत्सव, ललितपुर में देवगढ़ महोत्सव, महोबा में आल्हा महोत्सव, संतकबीर नगर मगहर महोत्सव, कानपुर का बिठूर महोत्सव समेत कई आयोजनों के जरिए सरकार यूपी विरासत को संजो रही है। वहीं मथुरा-वृंदावन की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड का गठन किया है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पूर्वांचल के कलाकारों को एक मंच देने के लक्ष्य के तहत गोरखपुर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव के जरिए पूर्वांचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झांकी प्रस्तुत की जा रही है। कलाकारों और प्रदेश की संस्कृतिक विरासत की तरक्की से ईष्या करने वाले अब महोत्सव जैसे आयोजन की आलोचना कर रहे हैं। ये वही मानसिकता है जो जनता की गाढ़ी कमाई को सैफई में नाच-गानों में खर्च करती है। प्रदेश सरकार स्थानीय कलाकारों को सम्मान देने और सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करने के लिए होने वाले आयोजनों को बढ़ावा दे रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पिछली विपक्षी सरकारों ने एक साजिश के तहत ऐसे आयोजनों को बंद कर दिया था ताकि स्थानीय स्तर पर छिपी प्रतिभा आगे न आने पाए। प्रदेश की श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार लगातर कलाकारों, प्रतिभाओं का सम्मान कर रही है। कोई भी प्रदेश तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक उसके पास प्रचुर सांस्कृतिक विरासत न हो। इसी विरासत को सहेजने और समृद्ध करने का कार्य प्रदेश की भाजपा सरकार कर रही है।

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दलितो की समस्याओ पर त्वरित कर्रवाई का आश्वसन दिया

Posted on 11 January 2018 by admin

अनुसूचित जाति की समस्यायें एवँ उनके उत्पीड़न तथा उसके निवारण पर विस्तार से चर्चा करने के लिये राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मा.प्रोफेसर राम शंकर कठेरिया, मा .उपाध्यक्ष एल मुरुगन के नेतृत्व मे श्री कन्हैया लाल, निदेशक सहित उ.प्र. के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी के आवास पर बैठक हुई। मुख़्य मंत्री ने दलितो की समस्याओ पर त्वरित कर्रवाई का आश्वसन दिया।
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सहारा लाइफ इंश्योरेन्स की आई.आर.डी.ए. के आदेश के विरूद्व सफलता

Posted on 11 January 2018 by admin

एक महत्वपूर्ण निर्णय में सिक्योरिटी एपेलेट ट्रिब्यूनल (ै।ज्) ने इंश्योरेन्स रेग्युलेटरी डेवलपमेंट अथाॅरिटी के दिनांक 28 जुलाई 2017 के उस आदेश को खारिज कर दिया जिसमें सहारा लाइफ इंश्योरेन्स के जीवन बीमा व्यवसाय को एक बाहरी बीमाकर्ता - आईसीआईसी पू्रडेन्शियल लाइफ इंश्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड को हस्तांतरित करने को कहा गया था। सहारा की अपील को स्वीकृति देते हुए ै।ज् ने इंश्योरेन्स अथाॅरिटी के ऐसे रवैये पर गहरी चिन्ता जताई जिससे उन्होंने सहारा लाइफ इंश्योरेन्स के विरूद्व मामले में ऐसी कार्यवाही की।
इंश्योरेन्स अथाॅरिटी के इस कदम को बेहद घातक व अनियमित मानते हुए एडमिनिस्ट्रेटर की नियुक्ति व उसके सभी आगामी कदमों को मामले के तथ्यों व परिस्थितियों के चलते हानि पहुंचाने वाला माना गया। ै।ज् का मत था कि एडमिनिस्ट्रेटर की रिपोर्ट कम से कम विवादित आदेश पारित करने से पहले सहारा लाइफ इंश्योरेन्स को उपलब्ध करवाई जानी चाहिए थी।
सहारा लाइफ इंश्योरेन्स को एक बड़ी मोहलत मिली है और उसके इस पक्ष को ै।ज् ने यह निर्देश देकर सही साबित किया है कि सारा मामला वहां से पुनः देखा जाए जिस चरण पर सहारा लाइफ इंश्योरेन्स को एडमिनिस्ट्रेटर की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्युत्तर देने को कहा गया। साथ ही सहारा लाइफ इंश्योरेन्स व उसके हितधारकों के प्राकृतिक न्याय के नियमानुसार अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाए। निर्देश दिया गया है कि सहारा के द्वारा एडमिनिस्ट्रेटर रिपोर्ट पर जवाब की प्राप्ति के 3 माह के अन्दर कानून के अनुसार सुनवाई पूरी की जाए - उन्हंे सुनने का अवसर प्रदान करने के पश्चात।
सहारा लाइफ इंश्योरेन्स ने उक्त अपील में यह तर्क दिया था कि इंश्योरेन्स अथाॅरिटी ने गैर कानूनी तरीके से तथा गलत नीयत से उसका व्यवसाय बिना सुनवाई का अवसर दिये एक बाहरी बीमाकर्ता - आईसीआईसी पू्रडेन्शियल लाइफ इंश्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड को हस्तांतरित कर दिया था तथा इंश्योरेन्स अथाॅरिटी द्वारा नियुक्त एडमिनिस्ट्रेटर एक थर्ड पार्टी के हित में कार्य कर रहा था जिसने कई अन्य विकल्प होने के बावजूद व्यवसाय को हस्तांतरित कने की एकतरफा सिफारिश कर दी थी।

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मुख्यमंत्री से गैलेन्ट इस्पात के प्रबन्ध निदेशक ने भंेट की

Posted on 11 January 2018 by admin

गीडा, गोरखपुर में स्थापित अपनी इकाई के 500 करोड़ रुपये की लागत से विस्तारीकरण और बैकवर्ड इन्टीग्रेशन के लिए निर्णय की जानकारी दी

लखनऊ: 11 जनवरी, 2018press
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां शास्त्री भवन में गैलेन्ट इस्पात के प्रबन्ध निदेशक श्री चन्द्र प्रकाश अग्रवाल ने भेंट कर गीडा, गोरखपुर में स्थापित अपनी इकाई के 500 करोड़ रुपये की लागत से विस्तारीकरण और बैकवर्ड इन्टीग्रेशन के लिए निर्णय की जानकारी दी।
भेंट के दौरान मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उद्यमों की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को विभिन्न सुविधाएं दी जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाते हुए अवस्थापना सुविधाओं को भी सुदृढ़ किया है। औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति सहित सेक्टरवार नीतियां लागू की गई हैं, जिनमें उद्यमों की स्थापना के लिए आकर्षक प्राविधान हैं।

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राज्यपाल ने गोरखपुर महोत्सव को मोबाइल से सम्बोधित किया

Posted on 11 January 2018 by admin

खराब मौसम के कारण राज्यपाल गोरखपुर नहीं पहुंच सके थे
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गोरखपुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं - श्री नाईक
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लखनऊः 11 जनवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज अमौसी हवाई अड्डे से गोरखपुर महोत्सव को मोबाईल के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष पहली बार गोरखपुर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। गोरखपुर शहर अपने आप में विशिष्ट और अद्भुत है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में गोरखपुर एक प्रमुख स्थल के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। आने वाले समय में गोरखपुर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत में एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र के रूप अपनी विशिष्ट पहचान बनायेगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं। राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के महोत्सव जहाँ जनमानस को अपनी धरोहर सहेजने के लिए प्रेरित करते हैं वही वर्तमान प्रगति को भी देखने का अवसर प्रदान करते हैं। उल्लेखनीय है कि खराब मौसम के कारण राज्यपाल गोरखपुर महोत्सव के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित नहीं हो पाये थे, उन्होंने अमौसी हवाई अड्डे से मोबाईल के माध्यम से महोत्सव को सम्बोधित किया था।
राज्यपाल ने कहा कि स्वाधीनता संघर्ष में गोरखपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गोरखपुर की धरती ने साहित्य के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाले प्रेमचन्द और फिराक गोरखपुरी जैसे साहित्यकार दिये हैं। इस नगरी को भगवान बुद्ध, कबीरदास, गुरू गोरक्षनाथ और गीता प्रेस के संस्थापक हनुमान प्रसाद पौद्वार का कर्मक्षेत्र होने का सौभाग्य प्राप्त है। पूर्वांचल का यह पूरा क्षेत्र अपने विशिष्ट रहन-सहन, साहित्य-कला, संस्कृति आदि के लिए विख्यात है। गोरखपुर में नाथ सम्प्रदाय के संस्थापक गुरू गोरक्षनाथ का मंदिर भी स्थित है जहाँ प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला खिचड़ी मेला सांस्कृतिक एकता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर से आते हैं।
श्री नाईक ने कहा कि गोरखुपर महोत्सव में जहाँ गोरखपुर की विशिष्ट जीवनशैली को जानने का अवसर मिलेगा वहीं गोरखपुर प्रक्षेत्र के निवासियों को सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनन्द प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले ऐसे कई कलाकार हैं जिनका मुंबई से रिश्ता है। उन्होंने सांस्कृतिक एकता की दृष्टि से गोरखपुर महोत्सव में श्री शंकर महादेवन, भोजपुरी नाइट प्रस्तुत करने वाले श्री रविशंकर, गायक श्री शान, सुश्री भूमि त्रिवेदी एवं श्री जिमी मोसेस का विशेष रूप से उल्लेख किया। ऐसे कलाकारों का प्रदर्शन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर है। उन्होंने कहा कि देश में प्रचलित लोक कलायें एवं परम्पराओं से पारस्परिक प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। राज्यपाल ने ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ को जीवन का सिद्धांत बताते हुये गोरखपुर महोत्सव के उद्घाटन की घोषणा की।

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जनता द्वारा नकारे गये अखिलेश के पास सिर्फ अटकलबाजी और झूठी बयानबाजी - डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय

Posted on 11 January 2018 by admin

अगली होली पर जनता पूरी तरह करंेगी विपक्ष को बदरंग

लखनऊ 11 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव के बयानों को छलनी द्वारा छिद्रान्वेषण बताया। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि भ्रष्ट कानून व्यवस्था, सत्ता संरक्षित अपराध और भ्रष्टाचार की राजनीति का रंग पिछली होली पर जनता ने उतार दिया था। अगली होली चटक केशरिया होगी जो जातिवाद, तुष्टीकरण, अपराध और भ्रष्टाचार की विपक्षी राजनीति को पूरी तरह बदरंग कर देगी। डा0 पाण्डेय ने कहा कि छांछ बोले तो बोले छलनी भी बोले जिसमें हजारों छेद है।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि सपा की बुनियाद में जातिवाद, वंशवाद और साम्प्रदायिक तुष्टिकरण है। अखिलेश सरकार में धर्म विशेष और जाति विशेष के लोगों द्वारा कानून को ताक पर रखकर चकनाचूर किया गया प्रदेश का चैनो-अमन, अब तक जनमानस के जहन में है। अखिलेश सरकार में अपराधी बेखौफ थे, अपराध करने के बावजूद भी अपराधियों की गिरेबां तक कानून के हाथ नहीं पहुंचते थे क्यों कि अपराधियों पर सपा सत्ता के हाथ का खुला संरक्षण रहता था। उत्तर प्रदेश में आज योगी सरकार का रसूख ही है कि अपराधी और भ्रष्टाचारी कितना भी ताकतबर क्यों न हो, कानून के दायरे में होता है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि अखिलेश जी अपने मुंह मियां मिट्ठु बनकर खुद की पीठ थपथपाने की कला में माहिर है। वह खुद को विकासवादी कह रहे है जब कि उनके राज में किए गए प्रदेश के विनाश के अवशेष अब भी मौजूद है। उनके किए गये गढ्ढो को हम भर रहे है। आज प्रदेश में विकास का पहिया तेजी से धूम रहा है। इन्वेस्टर्स समिट के बाद आने वाले निवेश से प्रदेश विकास के क्षेत्र मं पूरे देश में आदर्श स्थापति करेगा। डा0 पाण्डेय ने कहा कि सैफई के युवराज ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी शहजादे से दोस्ती की थी, दोनों ने खूब दोस्ती के तराने गाए सियासी जमीन पर जनता ने दोनों की दोस्ती को नापसंद क्या किया कि अब अखिलेश जी कह रहे है कि गठबंधन तो चुनाव में होता है। अरे अखिलेश जी यह गठबंधन नहीं ठगबंधन है जो चुनाव में गलबहियां करता है और चुनाव बाद एक दूसरे के विरोधी हो जाता है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि लगातार चुनाव में हार से हताश अखिलेश जी सहित पूरा विपक्ष अपने कार्यकर्ताओं को ढांढस बधाने के लिए ईवीएम राग अलाप रहा है। ईवीएम राग अलापते हुए अखिलेश यादव को याद ही नहीं रहा कि वैलेट से हुए चुनाव में भी भाजपा ने सपा-बसपा और कांग्रेस को करारी शिकस्त ही है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि 15 वर्षो से तंत्र के पेंच बहुत ढीले हो चुके थे। प्रशासनिक कील काटें दुरूस्त कर प्रशासन को अन्त्योदय के कार्य में लगाने के लिए भाजपा सरकार ने मशक्कत की है, परिस्थितियां पहले से दुरूस्त हुई है। सैफई महोत्सव के नाम पर परिवारिक आयोजन कर भौडापन करने वाले सैफई महोत्सव से गोरखपुर महोत्सव की तुलना न करे। गोरखपुर प्रदेश के सांस्कृतिक आध्यात्मिक केन्द्रों में से एक है। गोरखपुर महोत्सव से पूर्वाचंल की सांस्कृतिक विरासत राष्ट्रीय फलक पर पहुंचेगी। प्रदेश के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक उन्नति के पथ पर भाजपा सरकार आगे बढ़ रही है।

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अन्तराष्ट्रीय जगत में यूपी को पहचान दिलाएगी इन्वेस्टर्स समिट - डाॅ0 चन्द्रमोहन

Posted on 11 January 2018 by admin

लखनऊ 11 जनवरी 2018, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से यूपी की छवि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बदली है। पिछली विपक्षी सरकारों में एक अराजक प्रदेश के रूप में जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश अब माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में चल रही प्रदेश सरकार में एक असीम संभावनाओं वाला सबल प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा है। यूपी के प्रति लोगों की धारणा तेजी से बदल रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों चर्चा करते हुए कहा कि पिछली 2 जनवरी को लखनऊ के लोकभवन में निवेश प्रोत्साहन बोर्ड बैठक में मौजूद उद्यमियों में से किसी ने भी कानून व्यवस्था को लेकर माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के सामने कोई प्रश्न नहीं उठाया। यह जाहिर करता है कि प्रदेश की छवि किस तरह से बदल रही है। इसी बदली छवि का ही परिणाम है कि फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए देश और विदेश के उद्योगपति बेहद उत्साहित है।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन ने बताया कि प्रदेश सरकार को हर क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव बड़ी संख्या में मिलना शुरू हो गए हैं। यह समिट प्रदेश के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके जरिए प्रदेश सरकार न केवल एक लाख करोड़ के निवेश के लक्ष्य को पीछे छोड़ देगी बल्कि समिट यूपी में लाखों नौकरियों की राह भी खोलेगी। इन्वेंस्टर्स समिट और यूपी में निवेश को लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बड़ी कंपनियों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है उससे हमारे प्रदेश का सम्मान बढ़ा है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सपा बसपा की पिछली सरकारों ने निवेश के नाम पर केवल जनता को धोखा ही दिया। इन सरकारों में हुए कथित निवेश सम्मेलन केवल पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन ही बनकर रह गए थे। यही वजह है कि विपक्षी सरकारों में हुए एम0ओ0यू0 में से कोई भी हकीकत में नहीं उतर सका था। मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में चल रही प्रदेश सरकार के प्रति आम लोगों के साथ उद्योगपतियों में भी भरोसा जगा है। फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट देश के साथ विदेशों में भी यूपी को एक सक्षम और सबल प्रदेश के रूप में पहचान दिलाएगी।

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इन्डोनेशिया में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव, लखनऊ की नौ सख्शियतें सम्मानित होंगी

Posted on 10 January 2018 by admin

आगामी विश्व हिन्दी दिवस यानी 10 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की सांस्कृतिक राजधानी बाली में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव का आगाज होने जा रहा है, जिसका समापन समारोह 14 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सम्पन्न होगा। जकार्ता की संस्था साधू वासवानी सेंटर, इंडोनेशियन-इंडियन मैत्री संघ तथा आत्मा सेल्फ एक्स्प्रेसन के सह आयोजन में भारतीय संस्था परिकल्पना के सौजन्य से 10 से 14 जनवरी 2018 को बाली एवं जकार्ता में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव में भारत तथा अन्य देशों के हिंदी एवं भारतीय भाषाओं के आधिकारिक विद्वान, अध्यापक, लेखक, भाषाविद्, पत्रकार, टेक्नोक्रेट, हिंदी प्रचारक एवं संस्कृतिकर्मी भाग लेने जा रहे हैं। इस अवसर पर नगर की संस्कृतिकर्मी एवं अवधी लोकगायिका कुसुम वर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ॰ मिथिलेश दीक्षित, सत्या सिंह हुमैन, हिन्दी के प्रमुख ब्लॉगर लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात, समाज सेविका कनक लता गुप्ता, योग विशेषज्ञ डॉ॰ उदय प्रताप सिंह, शिक्षाविद कैलाश चन्द्र जोशी, रेवान्त पत्रिका की संपादक लखनऊ निवासी डॉ॰ अनीता श्रीवास्तव तथा हिन्दी विकिपीडिया की प्रबन्धक लखनऊ निवासी माला चैबे का इस मंच से सारस्वत सम्मान किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ‘‘विश्व हिन्दी दिवस‘‘ प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था तथा पहली बार 10 जनवरी 2006 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह ने यह दिवस मनाया था। इसी कड़ी का अनुसरण करते हुये पूरे विश्व में 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस तथा इस सप्ताह को विश्व हिन्दी सप्ताह मनाया जाता है।
जकार्ता स्थित आत्मा सेल्फ एक्स्प्रेशन की संचालिका सुश्री शिल्पी धीरज शर्मा ने सूचित किया है, कि इस आयोजन में जवाहरलाल नेहरू इंडियन कल्चरल सेंटर के निदेशक श्री मकरंद शुक्ल, जकार्ता स्थित भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन श्री मनीष, जकार्ता स्थित इंडिया क्लब के चेयर परसन श्री राकेश जैन, इन्डोनेशियन-इंडियन मैत्री संघ की अध्यक्ष सुश्री ऐश्वर्या सिन्हा, खुश रहो जकार्ता संस्था के श्री तेज और साधु वासवानी सेंटर के प्रवक्ता श्री राकेश केतन मिश्र की उपस्थिती मात्र से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह आयोजन कितना भव्य और आकर्षक होगा। साथ ही इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव के सांस्कृतिक इवेंट्स की मुख्य अतिथि होंगी सुश्री ग्रेस वालिया। उल्लेखनीय है कि जकार्ता की सुश्री ग्रेस वालिया वर्ष 2015 की मिस इंडिया इंडोनेशिया रह चुकी हैं। पंजाबी मूल की यह युवती भारतीय और इन्डोनेशियाई समुदायों के बीच एक पुल के निर्माण की दिशा में सदैव अग्रणी रहती हैं।
इस उत्सव में भारत से राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ॰ राम बहादुर मिश्र, बहराइच के गजलकर डॉ॰ गुलशन, हॉलीवूड, बॉलीवूड तथा गढ़वाली फिल्म अभिनेता एवं वरिष्ठ रंगकर्मी श्री विमल प्रसाद बहुगुणा, अवधी लोक गायन से सजे लखनऊ दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले श्माटी के बोलश् कार्यक्रम की संचालिका और नृत्यांगना कुसुम वर्मा, समाजसेवा और साहित्य को समर्पित लखनऊ की सुपरिचित हस्ताक्षर सत्या सिंह हुमैन, समाजसेवा को समर्पित लखनऊ की सुपरिचित हस्ताक्षर कनक लता गुप्ता, अहमदावाद (गुजरात) से सुश्री अंकिता सिंह, वाराणसी से श्री सचीन्द्र नाथ मिश्र और लखनऊ से उदय प्रताप सिंह, गोरखपुर आकाशवाणी के उद्घोषक, कंपियर तथा भोजपुरी भाषा के जाने माने गीतकार डॉ॰ उमेश कुमार पटेल ष्श्रीशष्, हिमालय यानी उत्तराखंड से हिन्दी साहित्य के सुपरिचित मर्मज्ञ धीरेन्द्र सिंह रांघर, पूर्वाञ्चल के रंगकर्मी डॉ रमाकांत कुशवाहा, शिक्षविद डॉ॰ विजय प्रताप श्रीवास्तव, अवधी के कवि व लोकगायक गोंडा निवासी श्री शिव पूजन शुक्ल, लखनऊ से प्रकाशित रेवान्त पत्रिका की संपादक डॉ॰ अनीता श्रीवास्तव, हिन्दी के वरिष्ठ कवि व साहित्यकार अहमदाबाद निवासी श्री राम किशोर मेहता, हिन्दी के वरिष्ठ कवि व साहित्यकार कानपुर निवासी डॉ॰ ओम प्रकाश शुक्ल ‘‘अमिय‘‘, हिन्दी में हाईकू की सर्जक व वरिष्ठ साहित्यकार लखनऊ निवासी डॉ॰ मिथिलेश दीक्षित, हिन्दी की वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवियत्री रायबरेली निवासी डॉ॰ चम्पा श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद आगरा निवासी डॉ॰ सुषमा सिंह, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ प्रभा गुप्ता, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ माला गुप्ता, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ पूनम तिवारी, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ प्रमिला उपाध्याय , वरिष्ठ पत्रकार रायबरेली निवासी डॉ राजेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव, प्रमुख शिक्षाविद लखनऊ निवासी श्री कैलाश चन्द्र जोशी, प्रमुख समाजसेवी इलाहाबाद निवासी श्री अजय कुमार, प्रमुख समाजसेवी एवं हिन्दी के यायावर साहित्यकार ऋषिकेश निवासी श्री धीरेंद्र सिंह रांगढ़ तथा इलाहाबाद के रामायण मर्मज्ञ कवि डॉ॰ बाल कृष्ण पांडे आदि भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर लगभग दो दर्जन पुस्तकों का लोकार्पण और एक शाम अवध के लोकगायकों के नाम होगा। विशिष्ट अतिथि होंगे अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच श्री एस0एन0 मिश्र। साथ ही श्रीमती कुसुम वर्मा की कला प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहेगी।
विविधताओं से भरा यह सम्मेलन जीवन के अपने अलग-अलग रंगों में धड़कता दिखाई देगा दर्शकों को, ऐसी उम्मीद है।

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हर खेत तक पानी पहुॅचाना सिंचाई विभाग की अहम् जिम्मेदारी -धर्म पाल सिंह, सिंचाई मंत्री

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 10 जनवरी , 2018

गढढा मुक्त सड़क निर्माण करने की योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं इस कार्य में लापरवाही बरतने वालें अभियन्ताओं के खिलाफ कठोरतम् कार्यवाही की जाये। यह निर्देष सिंचाई मंत्री मा0 धर्म पाल सिंह ने आज अपने कक्ष में आयोजित गढढा मुक्त सड़क समीक्षा बैंठक में प्रमुख सचिव श्री सुरेष चन्द्रा को दिये।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देष दिये कि वे पूरी तनमयता के साथ विभागीय कार्यो को समय सीमा के अन्तर्गत निर्धारित मानको के तहत पूर्ण करें। सिचंाई मंत्री ने कहा कि किसानों के खेत में समय से पानी पहुॅचाना सिंचाई विभाग की अहम् जिम्मेदारी हैं। इसमें कोताही बरतने वालों को किसी दषा में बक्षा नहीं जायेगा।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री सुरेष चन्द्रा ने बताया कि ऐसे मुख्य अभियन्ताओं से स्पश्टीकरण प्राप्त किया जा रहा है जिनके सगठनों से गढढा मुक्त सड़को की अद्यतन जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। श्री चन्द्रा ने कहा कि प्रमुख अभियन्ता/विभागाध्यक्ष सिंचाई विभाग को भी कड़े निर्देष दिये कि दो दिन के अन्दर ऐसे अभियन्ताओं को चिन्हित करके रिर्पोट दे, जो इसमें प्रथम दृश्टा दोशी हैं। श्री चन्द्रा ने स्पश्ट किया कि दोशी अभियन्ताओं के विरूद्ध तत्काल निलम्बन की कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी।
बैठक में मुख्य अभियन्ता/विभागाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र षर्मा सहित अधिकारियो ने भाग लिया।

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विज्ञान को अपनाकर विकास को प्राप्त किया जा सकता: मुख्यमंत्री

Posted on 10 January 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ: 10 जनवरी, 2018 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विज्ञान को अपनाकर विकास को प्राप्त किया जा सकता है। विज्ञान तभी मानव कल्याण कर सकता है जब वह भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप हो। इसके लिए आवश्यक है कि हमारे वैज्ञानिक वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपने अनुसंधान कार्य करें। वर्तमान में जैव प्रौद्योगिकी तेजी से उभरती और व्यापक प्रभाव वाली तकनीक है। यह तकनीक नये और उपयोगी उत्पादों के माध्यम से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही हानिकारक हाइड्रोकार्बन को कम करके यह प्रदूषण नियंत्रण में भी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
press-61मुख्यमंत्री जी आज यहां बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 22वें स्थापना दिवस पर आयोजित प्रथम नाॅर्थ इण्डियन साइंस कांग्रेस-2018 के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर ने अपना जीवन अभावों में व्यतीत कर भी ऊंचाइयां प्राप्त कीं और समाज को एक नयी दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने समाज के कमजोर व वंचित वर्गाें के कल्याण के लिए संविधान में उपबन्धांे का प्राविधान किया।press-31
योगी जी ने कहा कि संस्थान केवल डिग्री व डिप्लोमा देने के कार्य तक ही सीमित न रहे बल्कि शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ-साथ विभिन्न राजकीय संस्थानों को भी जुड़ना होगा। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसको पूरा करने के लिए विभिन्न राजकीय संस्थान अपनी प्रयोगशालाओं में स्वायल टेस्ट सेन्टर खोलकर सरकार के इस संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इस तरह से जहां एक ओर संस्थान किसानों की मदद कर सकता हैं, वहीं विद्यार्थियांे को भी समाजोपयोगी बना सकता है। press-14
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के माध्यम से कचरे में भी सम्भावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। आवारा पशु एक समस्या हो सकते हैं लेकिन इन पशुओं के गोबर से गोबर गैस प्लान्ट स्थापित कर हम गांवों में ईंधन देने के साथ रोशनी की व्यवस्था भी कर सकते हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे गांवों के पलायन को भी रोका जा सकता है। इसके अलावा हम पेट्रोल व एल0पी0जी0 आदि के आयात में होने वाले विदेशी व्यय को बचाकर अपने देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बना सकते हैं।press-42
योगी जी ने कहा कि तकनीक को अपनाकर भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अवैध राशन कार्डाे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब राशन कार्डांे का सत्यापन कराया गया व आधार से लिंक करने के साथ ही सरकारी कोटे की दुकानों पर ई-पाॅयस मशीनों से खाद्यान्न वितरित करने की व्यवस्था लागू की गई तो इसके माध्यम से 37 लाख फर्जी राशन कार्ड पाये गए, जिससे सरकार को 33 करोड़ रुपये की बचत हुई। press-5
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में स्थापित किए जाने वाले बाॅटनिकल गार्डेन हेतु 01 करोड़ रुपये व बुद्ध योग केन्द्र के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने नये जैव प्रौद्योगिकी ब्लाॅक एवं पं0 दीन दयाल उपाध्याय स्मृति उपवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने वैज्ञानिकों को सम्मानित भी किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी का सम्मान विश्वविद्यालय के कुलपति
प्रो0 आर0सी0 सोबती ने बैज लगाकर किया गया।

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