Archive | February, 2015

सी.एम.एस. कम्युनिटी रेडियो ने धूमधाम से मनाया ‘विश्व रेडियो दिवस’

Posted on 14 February 2015 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के कम्युनिटी रेडियो द्वारा विद्यालय के गोमती नगर कैम्पस एवं कानपुर रोड कैम्पस स्थित दोनों रेडियो स्टेशनों पर आज बड़ी धूमधाम से ‘विश्व रेडियो दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर सी.एम.एस. कम्युनिटी रेडियो के गोमती नगर रेडियो स्टेशन से प्री-प्राइमरी एवं प्राइमरी कक्षा के नन्हें-मुन्हें बच्चों ने अपनी मीठी आवाज में विभिन्न प्रकार के किस्से-कहानियां, गीतों व ज्ञानवर्धक सूचनाओं का सजीव प्रसारण किया एवं श्रोताओं को विश्व रेडियो दिवस की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के प्रसारण के दौरान श्रोताओं के फोन भी सी.एम.एस. कम्युनिटी रेडियो पर आये, जिन्होंने बच्चों की अभूतपूर्व प्रशंसा करते हुए सी.एम.एस. के कम्युनिटी रेडियो द्वारा प्रसारित कार्यक्रमों का अत्यन्त लोकोपयोगी बताया।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. के गोमती नगर कैम्पस एवं कानपुर रोड कैम्पस स्थित दोनों रेडियो स्टेशनों से प्रातः 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक प्रतिदिन 90.4 मेगाहर्टज पर कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है। इन कार्यक्रमों में ‘जरा बच के’, ‘तेरी मुस्कान’, ‘नई सुबह’, ‘संवारे धरा निखारें पर्यावरण’ एवं ‘सांसों का सफर’ आदि अत्यन्त लोकप्रिय हैं। इसके अलावा, इन रेडियो स्टेशनों से शैक्षिक गतिविधियों के साथ साथ स्वास्थ्य एवं पोषण, महिला सशक्तीकरण, समाज कल्याण, जल एवं सफाई इत्यादि विषय पर कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है, साथ ही साथ समय-समय पर स्वास्थ्य केन्द्र, प्रतियोगतायें एवं घरेलू सामान व वस्त्र वितरण जैसे सहायता केन्द्र भी आयोजित करके लोगों की मदद की जाती है।
श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. का कम्युनिटी रेडियो स्वास्थ्य, पोषण, सफाई एवं दैनिक गतिविधियों के विभिन्न विषयों पर सारगर्भित प्रसारण के अलावा गाँव-गाँव में पहुंचकर जन-जागरूकता के कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में संलग्न है तथापि इन पुनीत प्रयासों हेतु सी.एम.एस. के कम्यूनिटी रेडियो को ‘नेशनल कम्युनिटी रेडियो पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. कम्युनिटी रेडियो स्टेशन, जिसकी स्थापना 1 जुलाई, 2005 को सी.एम.एस. संस्थापक डाॅ. जगदीश गाँधी एवं डाॅ. भारती गाँधी के मार्गदर्शन में हुई थी। सी.एम.एस. कम्युनिटी रेडियो अब स्थानीय नागरिकों में एक जाना-माना नाम है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण लोगों में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है तथा उनके भी कुछ अलग करने की भावना को बल मिला है, जो कि सी.एम.एस. का हमेशा से प्रयास रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सनातन क्रिया के माध्यम से शरीर स्कल्पटिगं और सेल्फ हीलिंग

Posted on 14 February 2015 by admin

योगी अश्विनी योग और तन्त्र की प्राचीन और विशेषतम तकनीकों द्वारा अपने शरीर को इच्छानुसार आकार देने व आत्म चिकित्सा की विधि को उजागर करने के लिए अपनी शिष्या निकिता आनन्द, पूर्व मिस इंडिया यूनिवर्स, टी.वी. होस्ट, एंकर व अभिनेत्री के साथ लखनऊ के दौरे पर आएँगे। निकिता शारीरिक स्कल्पटिगं के परिणाम का एक जीवन्त प्रमाण हैं। वे न तो कोई मेकअप करती हैं, न जिम जाती हैं। उनकी चमक सुन्दरता व परफेक्ट फिगर उनकी विकसित चेतना स्तर का परिणाम है जो उन्हें योगी अश्विनी के सान्निध्य में शारीरिक स्कल्पटिगं तकनीकों द्वारा प्राप्त हुई।
योगी अश्विनी कहते हैं कि हमें जो शीशे में दिखाई देता है, हमारा अस्तित्व उस छाया से कई गुणा अधिक है और यही हमारे शरीर को नियंत्रित करता है। उनके शिष्यों और विश्वभर के सनातन क्रिया के साधकों को इस सत्य का ज्ञान है।
क्या आप सोच सकते हैं कि कैसे एक फैशन डिजाईनर जो वर्षों से बिना सफलता के जिम व परहेज द्वारा अतिरिक्त वजन घटाने की कोशिश कर रहा था सिर्फ तीन महीनों में आँखें बन्द कर अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है! क्या आप अन्दाजा लगा सकते है कि एक साधारण दिखने वाली इन्टीरियर डेकोरेटर ने कुछ हफ्तों में बिना उपचार, चिकित्सा या सर्जरी के इतना आकर्षण प्राप्त किया कि माॅडल व अभिनेत्रियां भी उससे ईष्र्या करने लगी! क्या यह बता पाना मुमकिन है कि कैसे 65 वर्षीय महिला ऐसे आसन प्रदर्शित करती है जो कि किशोरी करती हों और उनके चेहरे पर कोई शिकन व झुर्रियां भी न हों! और क्या बता पाना मुमकिन है कि कैसे एक सेल्समैन कुछ ही समय में बहुराष्ट्रीय कम्पनी का देश प्रबन्धक बन गया!
यह आकस्मिक संयोजन हो सकता है कि यह सारी असाधारण घटनाएं तब शुरू हुई जब इन लोगों ने योगी अश्विनी के मार्ग दर्शन में योग का अभ्यास शुरू किया इस तरह के संयोग ध्यान आश्रम के साधकों के साथ दैनिक रूप से होते है। चाहे वे डाॅक्टर हों या प्रसिद्ध चिकित्सालय के प्रमुख।
आईने में दिखने वाला भौतिक शरीर हमारा केवल 1/5वां भाग है, हमारे शरीर की चार और परतें है। ये परतें भौतिक शरीर को नियंत्रित करती है। यह एक संस्था के संगठन के उदाहरण द्वारा समझाया जा सकता है। आधार पर श्रमिक संघ है, उसके ऊपर प्रबन्धक फिर मुख्य प्रबन्धक और अन्त में सी.ई.ओ। एक मजदूर यदि संस्था में परिवर्तन लाना चाहता है तो उसे अत्यधिक पसीने, मेहनत और खून की आवश्यकता पड़ेगी और सम्भव है कि उसके जीवन में यह फलीभूत भी न हो पाएं। प्रबन्धक के लिए यह बदलाव लाना सरल है क्योंकि मजदूर का सामूहिक बल उसके नियन्त्रण में है। सी.ई.ओ. के स्तर पर यह बदलाव सबसे आसान हो जाता है क्योंकि वह संस्था के सभी स्तरों को नियन्त्रित करता है।
’’यही तथ्य शरीर के सत्य है। शरीर स्थूल  परत है और इस स्तर के माध्यम से परिवर्तन लाना सबसे मुश्किल है।’’ ऐसा सनातन क्रिया एन्टीएजिन्ग पुस्तक के लेखक योगी अश्विनी का कहना है जिनकी किताब को देश के प्रसिद्ध डाॅक्टरों ने एन्टीएजिन्ग की थीसिज कहा है।
योगी अश्विनी द्वारा रचित सनातन क्रिया जीवन को पूर्णतः से प्रभावित करती है - पाँच परतें, आधार से बाहर तक, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों में - भौतिक, मानसिक, वित्तीय व भावुक, पूर्ण संतुलन स्थापित होता है। इसका परिणाम एक संतुलित इंसान जिसमें रचनात्मक सोच, भावानात्मक स्थिरता व शारीरिक स्वास्थ्य मौजूद है- जो हर क्षेत्र में सफलता के लिए आवश्यक है।
ध्यान फाउंडेशन
ध्यान फाउंडेशन एक अध्यात्मिक व चैरीटेबल संस्था है जो विश्वभर में निःशुल्क ही योग के सही मार्ग से अवगत कराती है। यह संस्था अनेक प्रकार की दान व सेवा के कार्य जैसे मुफ्त खाने का वितरण, जानवरों को बचाना, घायल जानवरों की देखभाल, गरीब बच्चों के लिए निशुःल्क शिक्षा, नेत्रहीन व गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा, बेरोजगारों के लिए रोजगार ढूंढना व पर्यावरण से सम्बन्धित मामलों से अवगत कराना इत्यादि में जुटी हुई है। यह संस्था स्वयंसेवकों ;चिकित्सक, व्यापारी, वकील, स्कोलरस, घरेलू स्त्रियां, डिजाईनरज इत्यादिद्ध द्वारा संचालित है, जो कि योगी अश्विनी के सान्निध्य में साधना और सेवा के मार्ग पर चल रहे है।
योगी अश्विनी
योगी अश्वनी योग के प्राचीन विज्ञान, तन्त्र, सपरिचयुल हीलिगं, मंत्र साधना, यज्ञ की विधि, पुर्नजन्म के अनुभव, वैदिक मार्शल आर्टश व गदाबाजी में कुशल है। अर्थशास्त्र में आॅनरज, प्रबन्ध में मास्टरज के साथ साथ वे एक सफल व्यापारी, मुख्य अखबारों व रसालों के जानेमाने लेखक, अन्र्तराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध वक्ता, प्राचीन विज्ञान की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध किताबों के लेखक, अध्यात्मिक मैगंजीन ’’द इनर बल्र्ड’ के आॅनररी सम्पादक व ध्यान फाउन्डेशन के मार्गदर्शक है।
दो दशक तक जीवात्मा पर एकान्त में चिन्तन व अध्ययन कर तथा हिमालय के योगियों से ज्ञान अर्जित कर योगी अश्विनी ने अष्टांग योग पर आधारित सनातन क्रिया का निर्माण किया। इण्डियन मैडीकल ऐशोसिएशन के चिकित्सकों ने योगी अश्विनी की देखरेख में सनानत क्रिया की शक्तियों का अनुभव किया और कलैरवाइन्स के विज्ञान का सीधा प्रसारण उनके शिष्यों द्वारा देखा। एन्टीएजिगं के विषय पर की गई योगी अश्विनी की क्रान्तिकारी रिसर्च सनातन क्रिया- द एजलेस डाइमेशंन’ नामक किताब में प्रकाशित की गई जिसे देश के प्रसिद्ध डाक्टरों ने एन्टीएजिगं का थीसिज घोषित किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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प्रदेश सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथमिकता से कराकर योजनाएं समयबद्ध ढं़ग से पूर्ण कराने के साथ-साथ अधिक से अधिक पात्र लोग लाभान्वित कराया जाय: मुख्य सचिव

Posted on 14 February 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सम्मेलन में कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथमिकता से कराया जाय ताकि योजनाएं समयबद्ध ढं़ग से पूर्ण हो सके तथा अधिक से अधिक पात्र लोग लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी निष्ठा, ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर आम जनता को योजनाओं से लाभान्वित कराने में कोई कोर-कसर न छोड़े। उन्होंने कहा कि अपनी बेहतर कार्यशैली से प्रशासनिक कार्यों को ऐसा अंजाम दें कि आम जनता में यह एहसास हो कि प्रदेश सरकार आम नागरिकों के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करना होगा कि आम जनता की शिकायतों का नियमानुसार त्वरित गति से निस्तारण स्थानीय स्तर पर हो जाय।
मुख्य सचिव आज यहां तिलक हाल में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सम्मेलन में समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद द्वारा आयोजित होने वाली हाई-स्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा 2015 को नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न  कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाय। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में आ रही भूमि अर्जन की कठिनाई को प्राथमिकता से निस्तारित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ जनपदों के अधिकारियों ने योजनाओं के तहत अच्छे कार्य किये हैं जो प्रशंसा के पात्र हैं। ऐसे कार्यों को अन्य अधिकारियों को भी अपने जनपदों में क्रियान्वित कराना चाहिए।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सम्मेलन में जिलाधिकारी कानपुर नगर द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से जन शिकायतों के निस्तारण पर प्रस्तुतीकरण एवं चर्चा, प्रमुख सचिव, ऊर्जा विभाग द्वारा विद्युत चोरी के विरूद्ध अभियान, निजी नलकूपों का ऊर्जीकरण, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना तथा प्रदेश की तहसीलों में 33/11 के0वी0 उपकेन्द्रों का निर्माण आदि पर चर्चा, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 108/102 एम्बुलेन्स, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना तथा अस्पतालों/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण पर चर्चा, महानिदेशक पोषण मिशन द्वारा राज्य पोषण मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण, प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा लोहिया ग्रामीण आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन, इन्दिरा आवास योजना तथा राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन पर चर्चा, जिलाधिकारी, श्रावस्ती द्वारा समेकित चिकित्सा स्वास्थ्य एवं पोषण शिविर ‘‘जीवन’’ पर प्रस्तुतीकरण एवं चर्चा, प्रमुख सचिव नियोजन विभाग द्वारा आधार कार्ड हेतु नामांकन तथा चयनित केन्द्र पोषित योजनाओं के लाभार्थियों का डिजिटाईजेशन तथा आधार कार्ड के साथ लिंकेज पर प्रस्तुतीकरण, प्रमुख सचिव, समग्र ग्राम विकास विभाग द्वारा डा0 लोहिया समग्र ग्रामों की प्रगति तथा सांसद आदर्श ग्राम योजना पर प्रस्तुतीकरण, जिलाधिकारी, शाहजहांपुर द्वारा निर्माण कार्यों से जुड़े असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण हेतु कम्प्यूटर आधारित योजना पर प्रस्तुतीकरण एवं चर्चा, तथा अन्य अधिकारियों द्वारा फीडबैक एवं चर्चा कर आवश्यक जानकारियां दी गई।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए संशोधित दिशा निर्देशों को मंजूरी दी

Posted on 14 February 2015 by admin

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए संशोधित दिशा निर्देशों को मंजूरी दी
सांसद आदर्श ग्राम योजना ;एसएजीवाईद्ध के तहत सांसदों द्वारा अंगीकृत गांवों को अब प्राथमिकता के आधार पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ;पीएमजीएसवाईद्ध के तहत ग्रामीण सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसी प्रकारए इन आदर्श गांवों में पीएमजीएसवाई के तहत निर्मित या मरम्मत की गई सड़कों का रखरखाव अब राज्य सरकारों द्वारा अनुंशसित मानदंडों तथा पहले निर्धारित पाँच वर्षों की अवधि से आगे भी किया जाएगा। इन संशोधित दिशा निर्देशों को जारी करने का फैसला केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में किया गया। यह केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों के अनुरूप हैं जिसमें केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयोंध्विभागों को उनके संबंधित केंद्रीय क्षेत्र और केंद्र प्रायोजित योजनाओंध्कार्यक्रमों के दिशा निर्देशों में उपयुक्त बदलाव करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है जिससे कि संसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चुने हुए ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता दिये जाने में सक्षम बनाया जा सके।

केंद्र ने नए सम्पर्क तथा उन्नयन के लिए उन सड़कों के चयन में प्राथमिकता देने के लिए पीएमजीएसवाई दिशा निर्देशों में संशोधनों को मंजूरी दे दी है जो एसएजीवाई के तहत सांसदों द्वारा पहचानी गई ग्राम पंचायतों में उपयुक्त घरों तक जाती हैं। संशोधित दिशा निर्देशों के तहतए राज्य सरकारें चुनी हुई ग्राम पंचायतों में सभी उपयुक्त व सुविधाहीन घरों को शामिल करने के लिए व्यापक नई सम्पर्क प्राथमिकता सूची ;सीएनसीपीएलद्ध के बावजूद एसएजीवाई के तहत पहचानी गई ग्राम पंचायतों तक जाने वाली सभी सड़कों को प्राथमिकता देंगी। सड़कों के उन्नयन के मामलों में प्राथमिकता उन सड़कों को दी जाएगी जिनके पास एसएजीवाई के तहत पहचानी गई ग्राम पंचायतों में पटरी स्थिति सूचकांक ;पेवमेंट कंडीशन इंडेक्स यानी पीसीआईद्ध वैल्यू.प् एवं प्प् हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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प्रधानमंत्री ने आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप में भाग लेने वाले सार्क देशों के प्रमुखों से बातचीत कीरू विदेश सचिव शीघ्र सार्क देशों की यात्रा करेंगे

Posted on 14 February 2015 by admin

प्रधानमंत्री ने आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप में भाग लेने वाले सार्क देशों के प्रमुखों से बातचीत कीरू विदेश सचिव शीघ्र सार्क देशों की यात्रा करेंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 में भाग लेने वाले सार्क देशों के प्रमुखों को शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा ष्राष्ट्रपति/अशरफघानीए प्रधानमंत्री शेख हसीनाए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और राष्ट्रपति सिरिसेना से बातचीत की। क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं।
सार्क के पाँच देश खेल रहे हैं और वर्ल्ड कप को लेकर उत्साहित हैं। मुझे विश्वास है कि विश्वकप प्रतियोगिता खेल भावना से ओत.प्रोत होगी एवं खेल प्रेमियों के लिए आनन्ददायक साबित होगी।
क्रिकेट हमारे क्षेत्र के लोगों को आपस में जोड़ता है और सद्भावना को बढ़ावा देता है। उम्मीद है कि सार्क देशों के खिलाड़ी मेहनत के साथ खेलेंगे और हमारे क्षेत्र का सम्मान बढ़ाएंगे।
हम अपने नए विदेश सचिव को शीघ्र ही सार्क देशों की यात्रा पर भेजेंगे जिससे कि हमारे रिश्ते और प्रगाढ़ हों।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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प्रधानमंत्री ने बंगलुरू. एर्नाकुलम एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया

Posted on 14 February 2015 by admin

प्रधानमंत्री ने बंगलुरू. एर्नाकुलम एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बंगलुरू. एर्नाकुलम एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा ष्बंगलुरू. एर्नाकुलम एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण हुई मौतों पर दुःखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता हूं।
मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्री और अधिकारी हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं और समयबद्ध राहत सुनिश्चित कर रहे हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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प्रधानमंत्री ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी को बुलायारू राजधानी में बढ़ती अपराध दर पर चिंता व्यक्त की

Posted on 14 February 2015 by admin

प्रधानमंत्री ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी को बुलायारू राजधानी में बढ़ती अपराध दर पर चिंता व्यक्त की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त श्री बीण् एसण् बस्सी को आज बुलाया तथा राजधानी में बढ़ती अपराध दर पर गहरी चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने पुलिस आयुक्त को उपद्रवों की हाल की घटनाओं की तेजी से जांच करने एवं यह सुनिश्चित करने को कहा कि अपराधियों को दंड मिले।
प्रधानमंत्री ने केंद्रीय गृह सचिव श्री एलण् सीण् गोयल से भी टेलीफोन से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने गृह सचिव को बढ़ते अपराधों तथा उपद्रवों पर विशेष ध्यान रखने तथा राजधानी में महिलाओं की रक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने को कहा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा वैलेन्टाइन डे की पूर्व संध्या पर दिनांक 13.02.2015 को कालीचरण डिग्री काॅलेज, लखनऊ में आयोजित कार्यषाला श्स्व्टम् व्त् ब्न्त्ैम्श् की प्रेस विज्ञप्ति-

Posted on 14 February 2015 by admin

इश्क व प्यार जरूर करें लेकिन ध्यान रहे बलात्कार, दूराचार, एसिड़ अटैक, अपहरण व कत्ल न हो ऐसे एकतरफा प्रेम का अन्जाम।
प्यार को समर्पित भवना से करने पर अपराधिक मानसिक्ता नहीं हो सकती।
प्यार का अपराधिक अन्त एक तरफा इश्क की जिद, इंटरनेट, फेसबुक, वाहट्सअप अपराधीकरण का बहुत बडा कारण।
हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा वैलेन्टाइन डे की पूर्व संध्या पर दिनांक 13.02.2015 को कालीचरण डिग्री, काॅलेज, चैक, लखनऊ में कार्यषाला श्स्व्टम् व्त् ब्न्त्ैम्श् का आयोजन किया गया। कार्यषाला का मुख्य उद्देष्य युवाओं में किसी रिष्ते के सफल न होने पर बढ़ती हुई हिंसक प्रवृत्ति जैसे अपहरण, बलात्कार या एसिड अटैक के बारे में विर्धािर्थयों को जानकारी देना था व उनसे यह अपील करना था कि वे अपराधिक प्रवृत्तियों मे लिप्त होकर अपनी व किसी और की जिंदगी बर्बाद न करें। 150 विधार्थियों ने कार्यशाला में भाग लिया।
कार्यषाला का षुभारम्भ राश्ट्रगान से हुआ। तत्पष्चात् सभी गणमान्य अतिथियों माननीय श्री दिनेष यादव जी, एस.पी., टी. जी., लखनऊ पुलिस, माननीया सुश्री रंजना अग्निहोत्री जी, अधिवक्ता, उच्च न्यायाल, माननीया डा0 श्रीमती भारती सिंह जी, विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, महाराजा बिजली पासी पोस्ट ग्रेजुएट काॅलेज, लखनऊ, माननीया श्रीमती मंजू नौटियाल जी, प्रिंसपल, सी.एम.एस. जापलिंग रोड़, माननीय डा0 श्री देवेन्द्र कुमार सिंह जी, प्रधानाध्यापक, कालीचरण डिग्री काॅलेज, लखनऊ, माननीय श्री महेन्द्र भीष्म जी, लेखक, श्री विनोद धवन जी, आर्किटेक्ट, श्री हरिशंकर जैन, वरिष्ठ अधिवक्ता उच्च नयायालय लखनऊ व श्री हर्शवर्धन अग्रवाल फाउण्डर ट्रस्टी, हेल्प यू एजुकेेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट ने दीप प्रज्जवनल कर कार्यषाला का उद्घाटन किया।
सभी गणमान्य अतिथियों का हर्शवर्धन अग्रवाल द्वारा प्रतीक चिन्ह व पुश्प गुच्छ से सम्मान किया गया व सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हर्श वर्धन अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में प्रेम की परिभाशा बदल गयी है। आज से कुछ साल पहले तक प्रेम को समर्पण का पर्याय माना जाता था लेकिन अब प्रेम अधिकार का पर्याय बन चुका है। आज का युवा वर्ग अपने प्रेम को हर हालत में पाना चाहता है और अगर उसकी कोषिष बेकार हो जाती है तो अपराधिक रास्ते अपना लेता है जैसेः- अपहरण, बलात्कार, एसिड अटैक इत्यादि। आज हम अपनी कार्यषाला के माध्यम से युवा वर्ग से यह अपील करना चाहते हैं कि किसी रिष्ते का अंत जीवन का अंत नही है अगर आप अपने रिष्ते मे सफल नहीं होते तो अपराधिक रास्तों को अपनाने के स्थान पर अपने माता-पिता व विद्यिक सलाहकार से परामर्ष लें व अपना आपा न खोकर अपनी व किसी और की जिंदगी बर्बाद न करें।
माननीय डा0 श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधानाचार्य, कालीचरण डिग्री काॅलेज, लखनऊ ने हेल्प यू एजुकेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की व कहा कि स्वयं सेवी संस्थायें समाज सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं युवा हमारे देश का भविश्य है जिनका मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है। मैं समस्त माता-पिता से उम्मीद करता हूं की वह अपने बच्चों में सामाजिक संस्कार अवश्य डालें।
माननीय श्री दिनेष यादव जी एस. पी., टी. जी., लखनऊ ने कहा कि इश्क व प्यार जरूर करें लेकिन ध्यान रहे बलात्कार, दूराचार, एसिड़ अटैक, अपहरण व कत्ल न हो ऐसे एकतरफा प्रेम का अन्जाम। प्यार को समर्पित भवना से करने पर अपराधिक मानसिक्ता नहीं हो सकती। प्यार का अपराधिक अन्त एक तरफा इश्क की जिद्। युवाओं को विशेषतर अपराधिक रास्ते से बचने के लिये परिवार में विचार विमर्श करना चाहिये व विद्यिक सलाह लेनी चाहिये। ज्यादातर अपराधिक मामले एक तरफा प्यार का अन्जाम पाये गये हैं। अपराधिक मामलों में रिश्तों में विश्वासघात एक बडा कारण भी मिलता है। इन सबका समाधान आपसी बातचीत पारिवारिक व विद्यिक सलाह से निकाला जाना चाहिये न की किसी अपराध को अन्जाम देकर। श्री यादव ने वर्तमान युग में फेसबुक, वाट्सअप जैसे आधुनिक संचार सुविधा का दुरूपयोग भी अपराधों मे बढोतरी का कारण बताया। इंटरनेट की सुविधायें कितनी वास्तविक हैं इसके विषय में आकलन करना संभव नहीं हैं। माता-पिता को बच्चों द्धारा प्रयोग में लायी जा रही मोबाइल, लैपटाप, टैबलेट, फेसबुक व वाहट्सअप पर निगरानी रखनी चाहिये तभी अपराधों पर लगाम लगायी जा सकती है। ज्ञममच ल्वनत ज्ञपजे ैंमि व्दसपदम पुस्तक द्धारा साइबर क्राइम सेल लखनऊ पुलिस का वितरण भी किया गया।
माननीया सुश्री रंजना अग्नीहोत्री जी, अधिवक्ता, उच्च न्यायालय ने बताया कि “प्रेम वैदिक काल में भी किया जाता था और आज भी किया जाता है। उस समय ग़लत करने वालों को भी सज़ा मिली व वर्तमान में भी गलत करने वालो को सजा देने का प्रावधान है। अगर प्रेम सीखना है तो भगवान षिव व माता पार्वती से सीखो जिसमें भगवान षिव नें अर्धनारीष्वर का रूप रखकर अपना आधा षरीर पार्वती जी को दे दिया। भगवान राम व माता सीता से सीखो जिसमें भगवान राम ने सीता जी के धरती में समा जाने के बाद दूसरा विवाह नही किया। पर राजा बालि वाला प्यार मत सीखो जो तारा के मना करने पर उसे खींच कर ले आये। मेरा मानना है कि अगर कोई लड़का किसी लड़की के साथ गलत करता है तो कन्या कभी अपवित्र नहीं होती बल्कि उस लड़के को आत्मग्लानि होती है। माननीय सुप्रीम कोर्ट में भी इन अपराधिक प्रवृत्तियों की सजा हेतु नियम बनायें गये है।“
माननीया डा0 श्रीमती भारती सिंह जी, विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, बिजली पासी षासकीय पोस्ट ग्रेजुएट काॅलेज, लखनऊ ने बच्चो को सही परवरिष देने के लिये कहा कि “माता पिता को षुरूआत से ही बच्चो की परवरिष पर ध्यान देना चाहिये व लड़का व लड़की में भेदभाव नही करना चाहिये। यदि हम षुरूआत से ही उन्हें अच्छे संस्कार देगें तो वे निष्चय ही अपराध की दिषा मे नहीं जायेगें। युवावस्था में माता-पिता को बच्चों को अपना दोस्त समझना चाहिये जिससे बच्चे हर बात अपने माता-पिता से सेयर कर सकें। इससे उनमें अपराध की भावना का विकास नही होगा।“
माननीया श्रीमती मंजू नौडियाल, प्रधानाध्यापिका, सिटी माॅटेंसरी स्कूल, लखनऊ ने कहा कि “हमें अपने बच्चों में सकारात्मक सोच विकसित करनी चाहियें व उन्हें यह समझाना चाहियें कि सकारात्मक सोच के द्वारा ही हम जीवन में कुछ हासिल कर सकते है। हमें अपने बच्चों में ना सुनने की आदत डालनी चाहियें जिससे किसी रिष्तें सके सफल न होने पर वे न तो अवसाद में चले जायें न ही अपराधिक प्रवृत्ति सके बन जायें।“
कार्यषाला में कालीचरण डिग्री काॅलेज के विधार्थी रूपाली उपाध्याय, हासिम अंसारी, सुजाता जैन, अमित सिंह, गौरव द्धिवेद्धी, सुभम पाण्डेय, राजीव सचदेवा द्धारा लघु नाटक प्रस्तुत किया गया व विधार्थियों द्धारा वक्तागणों से सवाल पूंछकर अपनी जिज्ञासा को षान्त किया। सभी प्रष्न पूछने वाले 25 विधार्थियों को हेल्प यू एजुकेषनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से प्रमाण पत्र दिया गया।
कार्यषाला के अंत में श्री हर्शवर्धन अग्रवाल ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट कर कार्यषाला का समापन किया। कार्यषाला का संचालन श्री महेन्द्र ‘भीश्म’ जी ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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सूचना एवं संचार प्रद्यौगिकी अल्पसंख्यक महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये आवश्यक - एस0सी0 सिन्हा

Posted on 14 February 2015 by admin

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फ़ारसी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता तथा कम्प्यूटर साइंस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये यह शब्द एस0सी0 सिन्हा, सदस्य, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, ने कहे। विश्वविद्यालय में सूचना एवं संचार प्रद्यौगिकी द्वारा महिलाओं के सर्वांगीण विकास विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में कई विशिष्ट अतिथियों ने प्रतिभाग किया। श्री सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि सिविल सोसाइटी के सभी सदस्यों को रोज़मर्रा में प्रयोग होने वाली आई0सी0टी0 तकनीकों द्वारा महिला सशक्तिकरण में अपनी भागीदारी देनी चाहिये।
कार्यक्रम का आरम्भ कुरआन की तिलावत एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ। इस अवसर पर मुख्य एवं गणमान्य अतिथियों तथा विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा स्मारका का भी विमोचन किया गया।
सेमिनार में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती शमीना शफीक़, ने लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाओं की दयनीय दशा सामाजिक विकास में बाधा है और कहा कि उनका शोषण हर क्षेत्र में हो रहा है। उन्हें अपने कार्य की सही मज़दूरी भी नहीं मिल पाती। आई0सी0टी0 का ज्ञान और उसके उपयोग के सम्बन्ध में उन्हें प्रशिक्षित किया जाये तो बिचैलियों से मुक्ति पाकर वे अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत कर सकती हैं।
कार्यक्रम में रायटर्स के राज्य संवादाता श्री शरद प्रधान ने कहा कि आई0सी0टी0 महिलाओं की शिक्षा और विकास में एक अहम भूमिका निभा सकता है और साथ ही उन्होने यह सुझाव भी दिया कि शैक्षिक संस्थाओं विशेषकर विश्वविद्यालयों में आई0सी0टी0 एवं कौशल विकास से सम्बन्धित अल्प अवधि के कोर्स चलाकर महिलाओं को सशक्त किया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुये कहा कि महिलाओं के हितों के कानून तो बने हैं लेकिन आवश्यकता है कि सरकारी मशीनरी द्वारा कानून का सख्ती से पालन करवाया जाये।
सेमिनार में श्रीमती सुतापा सानयाल, एडिशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस, ने पावर प्वाइंट प्रजे़न्टेशन द्वारा महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि आई0सी0टी0 का उपयोग करते हुये पुलिस विभाग द्वारा पीडि़त महिलाओं को एफआईआर लिखवाने में कोई कठिनाई न हो इसलिये आनलाइन एफआईआर लिखवाने की व्यवस्था की गई है।
प्रो0 खान मसूद अहमद, माननीय कुलपति, ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फ़ारसी विश्वविद्यालय, ने सभी अतिथियों को स्वागत करते हुये कहा कि महिलाओं में बेहतर कार्य करने की क्षमता होती है, आवश्यकता है कि वह आई0सी0टी0 का उपयोग अपनी कार्य क्षमता बढ़ाने में करें और देश के विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। उन्होंने घोषणा की कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती शमीना शफीक़ ने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फ़ारसी विश्वविद्यालय को महिला सशक्तिकरण पर सेमिनार आयोजित करने तथा कम्युनिटी रेडियो खोलने का प्रस्ताव दिया है। कुलपति महोदय ने प्रस्ताव स्वीकार करते हुये उन्हें धन्यवाद दिया।
प्रमुख प्रतिभागियों में डा0 राकेश जैन, एसोसिएट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, नैशनल पी0जी0 कालेज, सुश्री शिल्पी अग्रवाल, डायरेक्टर, साकार, बरेली, डा0 उमेश आर्या, चेयरमैन, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग, गुरू जाम्बेश्वर युनिवर्सिटी आॅफ साइंस एण्ड टेक्नालाॅजी, हिसार, बेगम शहनाज़ सिदरत, अध्यक्ष, बज़मे खवातीन, अनुपमा शरद, रेडियो जाॅकी, एआईआर एफएम रेनबो, ले0 राजश्री, एएनओ और असिस्टेन्ट प्रोफेसर, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बी0बी0ए0यू, लखनऊ, उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री दुआ नक़वी एवं एवं डा0 नलिनी मिश्रा ने किया। समिनार की संयोजक डा0 तनु डंग ने सभी गणमान्य अतिथियों एवं उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्यों डा0 अल्का अग्रवाल (संयोजक), डा0 अताउर्रहमान आज़मी (संयोजन सचिव), डा0 मज़हर खालिक एवं डा0 रूचिता सुजय चैधरी (सह0 संयोजक), डा0 मुशीर अहमद, सुश्री बुशरा अलवेरा और डा0 नीरज शुक्ला तथा विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपना अमूल्य योगदान दिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित जी0एस0टी0 प्रणाली में राज्यों की वित्तीय स्वायत्तता प्रभावित होने के मद्देनजर प्रधानमंत्री से विधेयक में समुचित प्राविधान कराए जाने का अनुरोध किया

Posted on 14 February 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि वर्तमान संवैधानिक व्यवस्था के अन्तर्गत किसी माल की खरीद या बिक्री पर कर लगाने का राज्यों को पूरा अधिकार है, जबकि प्रस्तावित जी0एस0टी0 प्रणाली में राज्यों की वित्तीय स्वायत्तता प्रभावित हो रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में यह बताया है कि वर्तमान व्यवस्था जी0एस0टी0 लागू होने पर समाप्त हो जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि ‘सहकारी एवं सहयोगात्मक संघवाद’ की दिशा में, सकारात्मक एवं रचनात्मक रूप से विचार करते हुए इस सन्दर्भ में विधेयक में समुचित प्राविधान कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने केन्द्र एवं राज्य पर जी0एस0टी0 प्रणाली लागू किए जाने के उद्देश्य से संसद के विगत सत्र में प्रस्तुत 122वां संविधान संशोधन विधेयक, 2014 की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए उल्लेख किया है कि पूर्व में इस उद्देश्य से संसद में 115वां संविधान संशोधन विधेयक, 2011 प्रस्तुत किया गया था, जिसके प्राविधानों पर उत्तर प्रदेश का अभिमत प्रेषित किया गया था। समय-समय पर इम्पावर्ड कमेटी एवं केन्द्र सरकार के स्तर पर हुई बैठकों में विधेयक के प्राविधानों पर राज्य का मत व्यक्त किया गया तथा लिखित रूप से भी राज्य की अपेक्षाओं, सरोकारों एवं चिन्ताओं से अवगत कराया गया।
श्री यादव ने पत्र में लिखा है कि 115वें विधेयक के लैप्स होने के पश्चात् भारत सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए 122वां संविधान संशोधन विधेयक, 2014 के प्रारूप पर 11 दिसम्बर, 2014 को राज्यों के वित्त मंत्रियों की इम्पावर्ड कमेटी को बैठक में तथा केन्द्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में उत्तर प्रदेश का मत रखा गया था।
केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों की चिंता को देखते हुए पूर्व में प्रस्तुत विधेयक की तुलना में कतिपय परिर्वतन किए गए हैं, जो स्वागत योग्य हंै, परन्तु उत्तर प्रदेश द्वारा उठाए गए अत्यन्त महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर समुचित प्राविधान नहीं हुए हैं।
ये बिन्दु हैं-जी0एस0टी0 काउन्सिल में केन्द्र का वेटेड वोट कुल पड़े वोटांे का एक चैथाई तथा राज्यों का वेटेड वोट कुल पड़े वोटों का तीन चैथाई हो। जी0एस0टी0 काउन्सिल के गाइडिंग प्रिंसिपल में गुड्स एण्ड सर्विस टैक्स का गंतव्य आधारित (डेस्टिनेशन बेस्ड) होना भी प्राविधानित हो। संविधान में यह प्राविधान हो कि अन्तप्र्रान्तीय सम्व्यवहार में निर्यातक राज्य से आयातक राज्य को इनपुट टैक्स की धनराशि स्वचालित प्रक्रिया के अनुसार बिना किसी व्यवधान के हस्तान्तरित हो। तम्बाकू एवं तम्बाकू उत्पाद (टोबैको एण्ड टोबैको प्रोडक्ट्स) पर जी0एस0टी0 के साथ-साथ बिक्री कर भी लगाने का अधिकार राज्यों को मिले, जिस प्रकार इस पर केन्द्र सरकार द्वारा जी0एस0टी0 के अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगाने का अधिकार लिया जा रहा है। राज्य सूची की प्रविष्टि संख्या-55 बनाए रखी जाए, क्योंकि यह प्रविष्टि स्थानीय निकायों के संसाधनों की व्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। जी0एस0टी0 लागू होने से होने वाली हानि की प्रतिपूर्ति के सम्बन्ध में संविधान में एक स्वतंत्र स्वायत्तशासी अथाॅर्टी प्राविधानित हो तथा संविधान में यह भी स्पष्ट रूप से प्राविधानित हो कि पांच वर्षों तक किसी भी सम्भावित हानि की शत-प्रतिशत क्षतिपूर्ति की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस सन्दर्भ में सकारात्मक एवं रचनात्मक रूप से विचार करते हुए विधेयक में समुचित प्राविधान कराए जाने का अनुरोध किया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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