Archive | March 1st, 2014

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया

Posted on 01 March 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि लोकसभा चुनावोंं का परिणाम आने से पहले ही कर्इ दलों की निराशा और हताशा सामने आने लगी है। कुंठित होकर वे अब जनता के बीच विदूषक की तरह पेश आने लगे हैं। उन्हें लगता है कि वे अब कामेडी शो करके जनता को भरमा लेगें और उनके वोट प्रभावित कर सकते है। लेकिन जनता है जो सब जानती है और वह इस तरह के भुलावे में नही आनेवाली है। राजनीति में गम्भीरता से बेपरवाह इन दलों और उसके नेताओं को जनता फिर सत्ता सिंहासन पर बिठाने वाली नहीं है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ने सत्ता में रहते मंहगार्इ और भ्रष्टाचार बढ़ाने के सिवाय और कुछ नहीं किया। दोनों ही सरकारो में घोटाले हुए। कांग्रेस - भाजपा दोनो ने ही सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया। इनके कार्यकाल में ही अयोध्या में बाबरी मसिजद तोड़ी गर्इ। मेरठ, मलियाना और मुरादाबाद के दंगों में मुसलमानों को ही सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। 1984 के दंगों में हजाराें सिख मारे गए। गुजरात के दंगों में मुसिलमो का बेरहमी से कत्लेआम किया गया और आज तक मुसिलम समाज वहां दहशत में जी रहे हैं।
अब जब कांग्रेस और भाजपा के कारनामों से ऊबी जनता इनसे अलग राजनीतिक विकल्प की तलाश में है तो इन दलों को सांप सूंघ रहा है। फिर सत्ता में न आ पाने की छटपटाहट में इनको कुछ सूझ नहीं रहा हैं इसलिए वे नीति और कार्यक्रम पर चर्चा करने के बजाय या तो रोड शो की नौटंकी कर रहे है या फिर चाय काफी बेचने की ड्रामाबाजी दिखा रहे हैं। चूकि उनके पास देश की जनता की उन्नति और विकास के लिए कोर्इ योजना नहीं है इसलिए वे इस तरह की अजीबोगरीब हरकतों पर उतर आए हैं। भाजपा के साथ कर्इ बार लम्बी चौड़ी राजनीतिक पेगें बढ़ाने वाली बसपा भी उन्हीं के सुर में सुर मिला रही है।
उत्तर प्रदेश में श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी सरकार में विकास का जो नया एजेण्डा दिया है और जनहित  की तमाम योजनाओ को अमली जामा पहनाया है उससे जनता मेंं सरकार की लोकप्रियता बढ़ी है और मुख्यमंत्री जी के प्रति गहरा विश्वास पैदा हुआ है। समाजवादी पार्टी सरकार के पूर्व कांग्रेस-भाजपा और बसपा की सरकारें रही है लेकिन उन्होने जनहित का पैसा अनुत्पादक मदों पर खर्च किया और बिजली,पानी, सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की अनदेखी की। श्री अखिलेश यादव की नीतियों से नौजवान, किसान, पिछड़े, गरीब और मुसलमान सभी लाभानिवत हुए है। वे अब किसी कुप्रचार से प्रभावित नहीं होनवाले है।
समाजवादी पार्टी की राजनीतिक दृषिट स्पष्ट है। सांप्रदायिकता के खिलाफ वह शुरू से संघर्षशील है। श्री मुलायम सिंह यादव के प्रयासों से ही भाजपा सत्ता में आने से वंचित रही है। समाजवादी पार्टी एक राजनीतिक विकल्प की मजबूती में लगी है और इस बार केन्द्र में सरकार बनने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका सुनिशिचत है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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गुलाब गैंग : रील लाइफ बनाम रियल लाइफ

Posted on 01 March 2014 by admin

फिलिमस्तान की यह पुरानी कहानी है जहां अनेक निर्माता, निर्देशक, लेखक, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार दूसरों के गीत, संगीत, रचनाओं, कहानियों को अपनी बनाकर प्रस्तुत कर देते हैं और लाखों रूपया कमाते हैं जबकि मौलिक लेखक, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार हाथ मलते रह जाते हैं। ऐसे लोगों के पास कापीराइट एक्ट के अनुसार अपनी रचना सिद्ध करने का कोर्इ ठोस प्रमाण नहीं होता। निर्माता, निर्देशकों की यह प्रवृतित बढ़ती ही जा रही है अब तो स्पष्ट प्रमाण होने के बावजूद कुछ लेखक, निर्देशक दूसरों की रियल लाइफ कहानियों पर रील लाइफ फिल्म बना लेते हैं और मूल कहानीकार द्वारा क्लेम करने पर साफ इंकार कर देते हैं।
ऐसी ही एक फिल्म बनी है गुलाब गैंग जिसकी कहानी किसी कपोल कल्पना पर आधारित नहीं बलिक बुन्देलखण्ड में वास्तव में महिलाओं की लड़ार्इ लड़ रहीं गुलाबी गैंग की कमाण्डर सम्पत पाल के चरित्र की कहानी पर बनी फिल्म है। यह बात अलग है कि गुलाब गैंग फिल्म के लेखक, निदेशक सौमिक सेन उसे स्वीकार नही करते उनका कहना है कि गुलाबी गैंग से मेरी फिल्म गुलाब गैंग का कोर्इ सम्बन्ध नहीं है। वे गुलाबी गैंग कमाण्डर की तारीफ तो करते हैं। कहते हैं कि सम्पत पाल बहुत अच्छा काम कर रही हैं उनके गैंग का काम मुख्य रूप से बदतमीज पतियों को रास्ते पर लाना है जब कि उनकी फिल्म में बालिकाओं की शिक्षा एक बड़ा मुददा है उनको आत्म निर्भर बनाने की कोशिश है ताकि वे इस दुनिया में स्वयं की मेहनत के दम पर जी सकें।
वास्तव में सौमिक सेन ने गुलाबी गैंग के मूल विचार धारा को आधार बनाकर ही अपनी कहानी का ताना-बाना बुना है, वही उनकी फिल्म की आत्मा है। वे गुलाब गैंग का शीर्षक भले ही एरो सिमथ के गीत दि पिंक इज रेड के भाव को बताते हो और कहते हो कि गुलाबी रंग लाल के बहुत नजदीक होता है और कभी-कभी खतरनाक भी। यदि ऐसा है तब उन्होंने अपनी फिल्म का शीर्षक ”पिंक इज रेड या ”लाल गैंग क्यों नही रख लिया? उन्हें गुलाब गैंग रखने का आइडिया कहां से आया? वास्तव में यह बुन्देलखण्ड (बाँदा) के गुलाबी गैंग से ही प्रभावित होकर रखा गया है। गुलाब गैंग के मुख्य पात्र रज्जो के माध्यम से वास्तविक पात्र सम्पत पाल की राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति को भुनाने का प्रयास किया गया है जिसे माधुरी दीक्षित ने अभिनीत किया है यह गुलाबी गैंग के असली चरित्र सम्पत पाल के चरित्र की कहानी है जिसने अपने गैंग के माध्यम से केवल बुन्देलखण्ड में ही नहीं देश-विदेश में महिलाओं को न्याय दिलाने के क्षेत्र में नाम कमाया है, किन्तु लेखक निर्देशक इसे स्वीकार करने से साफ इन्कार कर देते हैंं।
सौमिक सेन सम्पत पाल को केवल बदतमीज पतियों को रास्ते पर लाने वाली महिला और पतियों के विरूद्ध महिलाओं के संघर्ष को ही गुलाबी गैंग का मुख्य उददेश्य मानते है। यदि वे ऐसा मानते है तो उन्होंने गुलाबी गैंग और उनकी कमाण्डर की गतिविधियों उपलबिधयों का सही मूल्यांकन नहीं किया। एक फिल्मकार जिस विषय पर व्यवसायिक फिल्म बना रहा हो उस पर गम्भीर होम वर्क न किया होगा। यह अवश्य मानने योग्य है कि उन्हें गुलाबी गैंग की गतिविधियों उपलबिधयों की पूरी जानकारी हो, कमाण्डर सम्पत पाल की जानकारी हो किन्तु वह जानबूझ कर असली कहानी को स्वीकार न कर रहे हों।
फिलिमस्तान की रीति-नीति की दृषिट से यदि बात करे तो भला वे गुलाबी गैंग और कमाण्डर सम्पत पाल के जीवन संघर्ष को कैसे स्वीकार कर सकते हैं? यदि वे स्वीकार करते हैं तो उन पर सीधे-सीधे कहानी चोरी का आरोप लग जाता लेकिन सौमिक सेन अपनी ही बातों (श्री अजय ब्रह्राात्मज को दिये साक्षात्कार) में फंस जाते हैं। वे कहते हैं मैंने इस फिल्म को गम्भीर और कलात्मक नहीं होने दिया, यह शुद्ध हिन्दी मशाला फिल्म हैं इसमें प्रचलित ढांचे में ही शिक्षा, समानता और आत्म निर्भरता का सन्देश भी दिया है। इसका तात्पर्य यह है कि कहानी का मूल विषय गम्भीर और कलात्मक था वह विषय गुलाबी गैंग और सम्पत पाल का ही था जिसे लेखक ने मशाला फिल्म का विषय बनाकर प्रस्तुत किया है ताकि मूल कहानी का लाभ भी मिल जायें और गुलाबी गैंग व सम्पत पाल के कापीराइट के दायित्व से भी बच जाय।
लेखक निर्देशक सौमिक सेन और प्रोडयूसर अनुभव सिन्हा ने केवल फिल्म की कहानी ही नहीं उड़ार्इ बिना लागत के फिल्म का संगीत भी दूसरे के मंच पर रिलीज करा लिया इसलिये इसमें माधुरी दीक्षित को सुप्रसिद्ध नायिका के रूप में नहीं बलिक गुलाब गैंग की रज्जो के रूप में प्रस्तुत किया गया जबकि वह स्वयं ही इस अभियान की गुडविल ब्राण्ड एम्बेस्डर हैं। निर्देशक स्वयं कहते हैं कि गुलाब गैंग में सात गाने हैं और लम्बे समय बाद माधुरी दीक्षित ने सुप्रसिद्ध नृत्य निर्देशिका सरोज खान के निर्देशन मे डान्स किया है। किसी हिन्दी मशाला फिल्म जैसा कि में माधुरी दीक्षित जैसी नृत्य प्रवीण नायिका हो और सरोज खान जैसी नृत्य निर्देशिका ने निर्देशन किया हो तो निर्माता, निर्देशक भला फिल्म के संगीत को उसकी सफलता के मानक के रूप में क्यों न प्रस्तुत करेंगे? प्रोडयूसर ने इस बात का खास ख्याल रखा और फिल्म के रिलीज से पहले संगीत रिलीज कर उसे चर्चा में लाने का कार्यक्रम बनाया। वे धूम-धाम से संगीत रिलीज तो करना चाहते थे किन्तु किसी जुगाड़ की तलाश में थे कि रिलीज समारोह का खर्च न उठाना पड़े। पहले माधुरी दीक्षित के फैन पटना के पप्पू सरदार (ये माधुरी दीक्षित की हर नर्इ फिल्म का समारोह भव्य तरीके से अपने स्तर पर मनाते हैं) के समारोह में रिलीज का कार्यक्रम बना जो इस बार संगम नगरी इलाहाबाद में आयोजित होने वाला था। बातचीत चल ही रही थी कि इस बीच इन्हें एक प्रमुख हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के ”बेटी बचाओ अभियान के बनारस में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी मिली तो उसी में इन्होंने संगीत रिलीज का कार्यक्रम बना लिया और अपने प्लान के अनुसार उसी मंच पर रिलीज कराया। इस प्रकार बनारस में 24 जनवरी 2014 के बेटी बचाओ अभियान कार्यक्रम में बिना किसी विशेष खर्च के वे संगीत रिलीज कराने में भी सफल रहे।
सम्पत पाल को गुलाबी गैंग की कहानी पर गुलाब गैंग फिल्म बनने की सर्वप्रथम जानकारी अप्रैल 2012 में हुर्इ जैसे ही उन्हें जानकारी हुर्इ तो उन्होंने कहा बिना अनुमति यदि उनके जीवन पर फिल्म बनायी तो वह कोर्ट जायेंगी। यदि किसी को फिल्म बनाना है तो पहले मुझसे अनुमति ले लें फिल्म का सिक्रप्ट दिखायें तब फिल्म निर्माण करें। प्रोडयूसर अनुभव सिन्हा ने उसी समय दावा किया कि उनकी फिल्म उत्तर प्रदेश के किसी संगठन या महिला के जीवन से प्रेरित नहीं है। ये विवादास्पद बाते दोनों ओर से आयी और हो गयी किन्तु इनका कोर्इ निराकरण नहीं हुआ। इधर प्रोडयूसर निर्देशक ने फिल्म का निर्माण प्रारम्भ कर दिया जो अपनी गति से काम चलता रहा और एक वर्ष में लगभग पूर्ण हो गया।
एक वर्ष बाद मर्इ जून 2013 में ‘गुलाब गैंग फिल्म की फिर खबर आयी तो सम्पत पाल ने बम्बर्इ के एस.सी. पाल व एम. सेठना एडवोकेट के माध्यम से 13 जून 2013 को प्रोडयूसर, निर्देशक को कानूनी नोटिस भेजा जिसके सम्बन्ध में उन्होंने परिक्षण करने सम्बन्धी गोलमाल जवाब दिया और कहा कि हम विस्तृत उत्तर बाद में देंगे किन्तु उनका उत्तर अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। निर्माता निर्देशक ने अपनी मनमानी चलाते हुए फिल्म का संगीत तो रिलीज कर लिया है अब फिल्म के रिलीज की बारी है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व सन्ध्या पर इसके रिलीज की तैयारी है।
‘गुलाबी गैंग जन संगठन के राष्ट्रीय संयोजक एवं सह-संस्थापक जयप्रकाश शिवहरे उर्फ बाबूजी का कहना है कि बम्बर्इ के एस.सी. पाल एडवोकेट के नोटिस के जवाब में निर्माता, निर्देशक ने विस्तृत उत्तर देने की भ्रामक बातें कहकर जिम्मेदारी से बचने का प्रयास किया है और आज तक सम्पर्क नहीं किया। गुलाब गैंग के प्रदर्शन पर कमाण्डर सम्पत पाल ने अपना अधिकृत ऐतराज जता दिया है, प्रशासनिक स्तर पर भी रोक लगाने हेतु तैयारी कर ली गयी है। यदि इतने पर भी बात नहीं बनती है तो संगठन रैली, धरना प्रदर्शन, अनशन की कार्यवाही करेगा। पहले रिपोर्ट से, फिर कोर्ट से उसके बाद भी नहीं माने तो बाँस कोर्ट (बाँस का डण्डा जो गुलाबी गैंग का निशान है इसको लेकर गुलाबी गैंग की महिलायें चलती हैं) से मनवाया जाएगा।
गुलाबी गैंग और गुलाब गैंग का मामला बड़ा ही रोचक बनता जा रहा है दोनों तरफ से अपनी-अपनी तैयारियाँ है। गुलाब गैंग के निर्माता निर्देशक ने मीडिया, सोशल मीडिया, टीवी आदि अनेक प्रचार के माध्यमों से अपनी फिल्म का प्रचार प्रारम्भ कर दिया है इधर गुलाबी गैंग जन संगठन की कमाण्डर सम्पत पाल, राष्ट्रीय संयोजक जयप्रकाश शिवहरे सहित अन्य पदाधिकारी प्रदर्शन रोकवाने के लिए कमर कस चुकें है। असली शकित परीक्षण 7 मार्च को देखने को मिलेगा जब निर्माता निर्देशक फिल्म रिलीज करेंगे और गुलाबी गैंग की रियल लाइफ कमाण्डर सम्पत पाल गुलाब गैंग की रील लाइफ कमाण्डर माधुरी दीक्षित की फिल्म रिलीज को रोकने का प्रयास करेगी।
एक अहम प्रश्न पैदा होता है कि बिना प्रमाण वाले कहानीकारों, लेखकों की रचना चोरी होने के मामलों की भांति क्या इसमें भी वे बच जायेंगे? राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति वाले गुलाब गैंग और कमाण्डर सम्पत पाल के ठोस प्रमाण के बावजूद क्या उन्हें न्याय मिल पायेगा या कानूनी दांवपेंच का फायदा उठाकर निर्माता निर्देशक इसमें भी धता बताने में कामयाब हो जायेंगे?

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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02 मार्च को रमाबार्इ अम्बेडकर मैदान में होने वाली विजय शंखनाद महारैली निर्विघ्न सम्पन्न हो और आने वाले लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र भार्इ मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में

Posted on 01 March 2014 by admin

02 मार्च को रमाबार्इ अम्बेडकर मैदान में होने वाली विजय शंखनाद महारैली निर्विघ्न सम्पन्न हो और आने वाले लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र भार्इ मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने इस मंगल कामना के साथ रैली स्थल का भूमिपूजन पूरे विधि विधान से सम्पन्न हुआ। भूमि पूजन के पश्चात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि विजय शंखनाद महारैली तय कर देगी की उत्तर प्रदेश में कांगे्रस, सपा-बसपा का सफाया हो चुका है। केन्द्र के भ्रष्टाचार और मंहगार्इ व प्रदेश की सपा सरकार मे खराब कानून व्यवस्था के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से 15 लाख से ऊपर जनता व भाजपा कार्यकर्ता उपसिथत होगे। इस रैली में बड़ी संख्या में युवा, किसान, व्यापारी, मजदूर, महिलाओं का प्रतिनिधित्व होगा।
भूमि पूजन के अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व लखनऊ पूर्व से विधायक कलराज मिश्र, राष्ट्रीय मंत्री व प्रदेश सहप्रभारी त्रिवेन्द्र सिंह रावत, रैली के प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष हरद्वार दुबे, गोपाल जी टण्डन, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष शुक्ला, जयपाल सिंह, मनोहर सिंह, अंजनी श्रीवास्तव, अवधेश गुप्ता, अनुराग मिश्रा आदि लोग उपसिथत रहें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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राज्य के नौजवानों को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए सूचना प्रौधोगिकी सेक्टर पर गम्भीरता से काम किया जा रहा है : मुख्यमंत्री

Posted on 01 March 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य के नौजवानों को प्रदेश में ही रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए सूचना प्रौधोगिकी सेक्टर पर गम्भीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त तकनीकी शिक्षण संस्थाओं की संख्या का लाभ उठाते हुए गुणवत्तायुक्त मानव संसाधन विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। इसीलिए मंत्रिपरिषद ने आर्इ.टी. पार्कों के विकास, संचालन तथा अनुरक्षण के लिए तैयार दिशा-निर्देश को मंजूरी प्रदान की है। राज्य सरकार के इस कदम से आगे आने वाले समय में सूचना प्रौधोगिकी सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ नगर में एच.सी.एल. द्वारा 100 एकड़ भूमि में आर्इ.टी. सिटी का विकास किया जा रहा है। सरकार के इन फैसलों से राज्य को आर्इ.टी. हब बनाने में मदद मिलेगी।
यह जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने टियर-2 तथा 3 शहरों के विकास प्राधिकरणों को इस दिशा में जरूरी कदम उठाते हुए कम से कम 01 आर्इ0टी0 पार्क विकसित करने के लिए कहा है ताकि प्रदेश के नौजवानों को रोजी-रोटी के लिए अन्य प्रदेशों में जाने की जरूरत न पड़े और राज्य की आर्थिक सिथति में सुधार हो।
प्रवक्ता ने बताया कि सूचना प्रौधोगिकी व्यवसाय को बढ़ावा देने, निजी क्षेत्र में से पूंजी निवेश आकर्षित करने, रोजगार सृजन तथा राज्य के समग्र सामाजिक एवं आर्थिक विकास हेतु प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही उ0प्र0 सूचना प्रौधोगिकी नीति- 2012 लागू की जा चुकी है। इस नीति के तहत अत्याधुनिक तकनीक से युक्त आर्इ.टी. पार्क की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। आर्इ.टी. पार्क का निर्माण न्यूनतम लगभग 15000 वर्ग मीटर फ्लोर एरिया में किया जा सकता है। राज्य में स्थापित होने वाले ऐसे आर्इ.टी. पार्कों को स्टेप-अप (साफ्टवेयर एवं टेक्नोलाजी अन्ट्रपिन्योर पार्क उ0प्र0) घोषित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में 10 जुलार्इ, 2013 को समस्त सम्बनिधत पक्षों के साथ बैठक में इन परियोजनाओं हेतु दिशा-निर्देश तैयार किए गए थे, जिसे मंत्रिपरिषद ने 26 फरवरी, 2014 को मंजूर कर लिया। इसके तहत विकास एजेंसी (जिसका तात्पर्य विकास प्राधिकरण, औधोगिक विकास प्राधिकरण तथा उ0प्र0 राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों से है) के स्वामित्व वाली भारमुक्त भूमि अथवा राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत नगरीय संकुल के समीप भूमि को चिनिहत किया जाएगा। भूमि चिनिहत करने के उपरान्त आर्इ.टी. पार्क विकसित करने हेतु विकास एजेंसी अन्य समस्त औपचारिकताओं को पूरा करते हुए भू उपयोग बदलने तथा परियोजना के विन्यास, निर्माण, वित्त पोषण, परिचालन तथा अनुरक्षण कार्यों के लिए स्वयं अथवा निजी क्षेत्र की भागीदारी के माध्यम से पर्याप्त निधियां एवं संस्थागत क्षमता उपलब्ध कराएगी। परियोजना की रूपरेखा बनाने तथा निजी क्षेत्र से भागीदार के चयन हेतु बिड प्रक्रिया का उपयोग करके प्रतिषिठत एवं अनुभवी वित्तीय परामर्शदाताकारोबार सलाहकार नियुक्त किया जाएगा। परियोजना का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर विकास एजेंसीडेवलपर द्वारा स्वतंत्र अभियंता से पूर्णत: प्रमाण पत्र एवं अनुपालन प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि आर्इ.टी. पार्कों की स्थापना हेतु राज्य सरकार ने 04 विकास माडलों को मंजूरी प्रदान की है। इसके तहत विकास एजेंसी द्वारा स्वयं के स्रोतों या साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क आफ इणिडया (एस.टी.पी.आर्इ.) के सहयोग से आर्इ0टी0 पार्क विकसित किया जाएगा। इसके अलावा डिज़ाइन, बिल्ट, फाइनेंस, आपरेट एण्ड ट्रांसफर (डी.बी.एफ.ओ.टी.) के आधार पर निजी क्षेत्र से सहयोग लिया जा सकता है। चौथे विकास माडल के रूप में किसी आर्इ.टी. पार्क के विकास के लिए संयुक्त उधम (ज्वाइंट वेंचर) का सहारा भी लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य के टियर-2 तथा टियर-3 शहरों में 31 मार्च, 2017 को समाप्त होने वाली अवधि तक सूचना प्रौधोगिकीसूचना प्रौधोगिकी जनित सेवा क्षेत्र की नर्इ इकार्इयों को उ0प्र0 सूचना प्रौधोगिकी नीति-2012 के तहत अनुमन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
ज्ञातव्य है कि टियर-2 में 20 लाख से अधिक आबादी वाले नगर तथा लखनऊ, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद एवं मेरठ शहर आते हैं। जबकि टियर-3 में 20 लाख से कम जनसंख्या वाले नगर आच्छादित किए गए हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मुख्यमंत्री ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र द्वारा अवगत कराया

Posted on 01 March 2014 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के क्रम में 04 जनपदों को चिनिहत किया है, जहां नए मेडिकल कालेज स्थापित किए जा सकते हैं। ये जिले हैं-बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद, जिनके मौजूदा जिला चिकित्सालयों के साथ मेडिकल कालेज की स्थापना की जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्æीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद को गत 21 फरवरी को भेजे गए अपने पत्र में उन्हें राज्य सरकार के मंतव्य से अवगत करा दिया है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केन्æीय मंत्री को सम्बोधित अपने पत्र में उलिलखित किया उत्तर प्रदेश एक विशाल राज्य है। यहां मेडिकल कालेजों की संख्या एवं स्थान आबादी की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। मेडिकल की स्नातक स्तर की शिक्षा के दृषिटकोण से उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफर्इ, इटावा को छोड़कर सरकारी क्षेत्र के 13 व निजी क्षेत्र के 16 मेडिकल कालेज बड़े शहरों में स्थापित हैं। राज्य में लगभग 50 जिले ऐसे हैं, जहां मेडिकल कालेज नहीं हैं। प्रदेश की जनता को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक जिलों में मेडिकल कालेजों की स्थापना की महती आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री को यह भी अवगत कराया है कि प्रदेश सरकार भारत सरकार की योजना के तहत मेडिकल कालेजों की स्थापना हेतु अत्यन्त इच्छुक है। इसके लिए बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद के जिला चिकित्सालय चिनिहत किए गए, जिन्हें मेडिकल कालेज की स्थापना हेतु पात्र पाया गया।
पत्र में श्री यादव ने उलिलखित किया है कि प्रदेश सरकार योजना के प्राविधानों के अनुरूप राज्यांश उपलब्ध कराने के लिए सहमत हैं।
केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री से इन जनपदों को स्वास्थ्य मंत्रालय की नए खोले जाने वाले मेडिकल कालेजों की योजना के तहत समिमलित किए जाने का अनुरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार मेडिकल काउनिसल आफ इणिडया के मानकों के अनुरूप इन स्थानों पर भूमि की उपलब्धता भी सुनिशिचत करेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा

Posted on 01 March 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि बेहतर सड़कों का विकास से सीधा रिश्ता है। राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए तेज एवं बेहतर कनेकिटविटी की सड़कें आवश्यक हैं। प्रदेश की जनसंख्या एवं ट्रैफिक में हुर्इ वृद्धि को देखते हुए भी टिकाऊ एवं उच्च गुणवत्ता की सड़कों का निर्माण किया जाना जरूरी है। प्रदेश में राज्य राजमार्गों एवं अन्य मुख्य मार्गाें का एक बड़ा नेटवर्क पहले से मौजूद है। उसे और भी सुदृढ़ किया जाना समय की आवश्यकता है। इस जरूरत को ध्यान में रखते हुए शासन ने प्रदेश में राज्य राजमार्गो,ं बार्इपास एवं अन्य मुख्य मार्गों को सार्वजनिक-निजी सहभागिता से विकसित करने के लिए ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग विकास कार्यक्रम का गठन किया है।
यह जानकारी देते हुए आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तीव्र एवं सुगम यातायात, कृषि, औधोगिक तथा उपभोक्ता उत्पादों के तेजी से परिवहन एवं विकास के लिए भी राज्य की सड़कों के नेटवर्क को बेहतर बनाया जाना जरूरी है। राज्य सरकार के सीमित संसाधनों को देखते हुए राज्य राजमार्गांें, बार्इपास एवं अन्य मुख्य मार्गों का विकास सार्वजनिक-निजी सहभागिता के तहत टोल एकत्रीकरण पद्धति के माध्यम से किया जाएगा। इसके सुनियोजित एवं त्वरित विकास के लिए दीर्घकालिक कार्यक्रम बनाये जाने की आवश्यकता है। इसके मददेनजर उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण के प्रस्ताव पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कर्इ बैठकों मेें विचार-विमर्श तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा परीक्षण एवं परिमार्जन के उपरान्त इस कार्यक्रम को तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम के दो भाग हैं, जिसके तहत प्रदेश के कुल 86 मार्गों के कार्य सार्वजनिक-निजी सहभागिता के माध्यम से उपशा द्वारा सम्पादित किए जाएंगे। पहले भाग के तहत मार्गों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इसे पांच चरणों में पूरा किया जाएगा। इसके तहत कुल 58 मार्गों पर काम किया जाना प्रस्तावित है। दूसरे भाग के तहत राज्य के कुल 28 प्रमुख शहरों में बार्इपास का निर्माण किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कार्यक्रम के पहले भाग के 58 मार्गों में से 20 मार्गाेंं को चारलेन कैरिज-वे तथा शेष 38 मार्गाें को दो-लेन  विद पेव्ड शोल्डर कैरिज-वे के अनुसार विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक-निजी सहभागिता (पी0पी0पी0) हेतु जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त करना जरूरी होगा। किसी भी परियोजना पर कार्यवाही प्रारम्भ करने से पहले उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा लोक निर्माण विभाग की सहमति भी प्राप्त करनी होगी।
प्रवक्ता ने बताया कि भाग एक के पहले चरण में प्रस्तावित पांच परियोजनाओं में से चार परियोजनाओं, दिल्ली-सहारनपुर यमुनोत्री मार्ग (एस0एच0-57), बरेली-अल्मोड़ा मार्ग (एस0एच0-57), वाराणसी-शकितनगर मार्ग (एस0एच0-5ए), मेरठ-करनाल मार्ग (एस0एच0-82) के अनुबन्ध उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा गठित किए जा चुके हैं तथा नियत तिथि भी निर्गत की जा चुकी है। जबकि प्रथम चरण की परियोजना लखनऊ-हरदोर्इ-शाहजहांपुर मार्ग (एस0एच0-25)  तथा द्वितीय चरण की परियोजनाओं अलीगढ़-मथुरा मार्ग (एस0एच0-80), एटा-शिकोहाबाद मार्ग (एस0एच0-85), ताड़ीघाट-बारा मार्ग (एस0एच0-99), मुजफ्फरनगर-सहारनपुर वाया देवबन्द मार्ग (एस0एच0-59), बलरामपुर-गोण्डा-जरवल मार्ग (एस0एच0-1ए), अकबरपुर-जौनपुर मिर्जापुर-दुदधी मार्ग परियोजनाओं के लिए रेक्वेस्ट फार प्रपोजल (आर0एफ0पी0) की कार्यवाही प्रगति में है। तृतीय चरण की परियोजनाओं हेतु फिजीबिलटी अध्ययन की प्रक्रिया चल रही है। चतुर्थ चरण, पंचम चरण तथा बार्इपास निर्माण योजना पर कार्यवाही अभी होनी है।
सरकारी प्रवक्ता बताया कि इन परियोजनाओं के अलावा प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के अन्य मार्गों का भी बड़ा रोड नेटवर्क है। सीमित बजट के कारण इन मार्गों के उचित रख-रखाव में समस्या आ रही है। इसलिए इन मार्गों का रख-रखाव सार्वजनिक-निजी सहभागिता के तहत ओ0एम0टी0 (आपरेशन मेन्टेनेन्स एण्ड ट्रांसफर) पद्धति द्वारा किया जाएगा। रख-रखाव के लिए मार्गाें का चयन लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मुख्यमंत्री ने लखनऊ प्राणि उधान में नवीन बाल रेल का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया

Posted on 01 March 2014 by admin

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां लखनऊ प्राणि उधान में नवीन बाल रेल के परिचालन का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस रेल के चलने से बच्चों को चिडि़याघर घूमने और इसकी सवारी करने का एक रोमांचक अनुभव होगा। बच्चों के लिए चिडि़याघर एक बड़ा आकर्षण होता है। ऐसे में अगर यहां पर अच्छी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तो यहां पर आने वालों की संख्या में इजाफा होगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के वन क्षेत्र को बढ़ाने तथा वन्य जीवों को संरक्षण देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसमें वन विभाग पूरा सहयोग दे रहा है। उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र बढ़ाने के लिए सरकार ने ग्रीन बेल्ट लगाने का निर्णय लिया। इसके अन्तर्गत अब तक इटावा में 1000 एकड़ क्षेत्र में  पौधे लगाए गए हैं, जो लगातार पल्लवित हो रहे हैं। इसी प्रकार झांसी के बबीना क्षेत्र में भी पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भी पेड़ लगवाए थे, परन्तु आज उनका कहीं अता-पता नहीं है।
इटावा में स्थापित की जा रही लायन सफारी पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अनोखी और विश्वस्तरीय सफारी होगी और इससे पर्यटक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है और इसके माध्यम से पर्यावरण संतुलन को बनाए रखा जा सकता है। इस विभाग के माध्यम से नए कार्यों की संभावनाएं तलाशी जाएंगी और इसमें व्याप्त थोड़ी बहुत कमियों को दूर किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं जनता को लाभ पहुंचाने वाली हैं। सरकार ने कन्या विधा धन योजना, बेरोजगारी भत्ता, किसान दुर्घटना बीमा योजना, लैपटाप वितरण तथा इस तरह की अन्य जनहितकारी योजनाएं लागू करके जनता को लाभानिवत करने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में कर्इ ऐसे निर्णय लिए हैं, जो अभूतपूर्व हैं और जिनकी नकल अब दूसरे राज्य भी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने 12वीं पास छात्रों को लैपटाप बंटवाकर ज्ञान की खार्इ को पाटने का कार्य किया है। बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध कराने से बेरोजगार लोग अपने कुछ कार्य कर पा रहे हैं। पढ़ने वाली छात्राओं को आगे की पढ़ार्इ जारी रखने के लिए कन्या विधा धन जैसी योजना लागू की गर्इ है, जबकि किसानों को सुरक्षा प्रदान करने की दृषिट से किसान दुर्घटना बीमा लागू की गर्इ है। इसी प्रकार 108 समाजवादी एम्बुलेंस सेवा तथा 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा का लाभ शहरों के अलावा दूरदराज के गांवों में भी लोगों को मिल रहा है। समाजवादी पेंशन योजना के माध्यम से लोगों को लाभानिवत किया जा रहा है और बड़ी संख्या में परिवार इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अभूतपूर्व प्रयास किए हैं, जिसके फलस्वरूप अब मरीजों को मुफ्त दवा, इलाज, जांच इत्यादि की सुविधा मिल रही है।
श्री यादव ने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश को वापस पटरी पर लाने के लिए अथक प्रयास कर रही है, जिसमें सभी विभाग अपना सहयोग दे रहे हैं। यह पहली सरकार है, जो वर्ष की शुरुआत में ही विकास का एजेण्डा तय कर देती है। सरकार प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने के सारे प्रयास करती रहेगी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर बाल रेल का शुभारम्भ किया तथा उसमें बैठकर कुछ दूर की यात्रा भी की। मुख्यमंत्री का स्वागत प्रमुख सचिव वन श्री वी0एन0गर्ग ने बुके भेंट कर किया।
कार्यक्रम को राज्यमंत्री वन एवं जन्तु उधान डा0 शिव प्रताप यादव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि पिछली बाल रेल वर्ष 1969 में चलार्इ गर्इ थी, जबकि इस नर्इ ट्रेन का शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा आज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन के लिए नया ट्रैक बनाया गया है। उन्होंने पीलीभीत में टार्इगर रिजर्व स्थापित किए जाने के लिए सहमति देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि लखनऊ के कुकरैल क्षेत्र में एक जैव विविधता सेण्टर, टार्इगर सेण्टर तथा 50 एकड़ क्षेत्र में प्राणि उधान की स्थापना की जाएगी। शीघ्र ही कानपुर प्राणि उधान में भी बाल रेल चलाने की व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन, कारागार मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, सचिव वन श्री पवन कुमार, प्रमुख वन संरक्षक श्री जे0एस0अस्थाना, प्रमुख वन संरक्षक डा0 रूपक डे सहित शासन-प्रशासन तथा वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
कार्यक्रम के उपरान्त मुख्यमंत्री तथा मंत्रिगणों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com

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विधुत अभियन्ता संघ के पूर्व महासचिव एवम सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के राष्ट्रीय संयोजक इं ओमप्रकाष पाण्डेय विधान परिषद चुनाव लडे़गे।

Posted on 01 March 2014 by admin

पदोन्नति में आरक्षण में संघर्ष के अगुवा इं0 ओम प्रकाष पाण्डेय लखनऊ विधान परिषद लखनऊ खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडे़गे। ज्ञातव्य हो कि उन्होंने समाज सेवा के लिए सेवा निवृतित से 15 वर्ष पूर्व ही नवम्बर 2013 में स्वैचिछक सेवा निवृतित ले ली उन्होंने आज नामांकन पत्र ले लिया है।
इं0 ओम प्रकाष पाण्डेय एक षिक्षक परिवार से है। विधार्थी जीवन से ही समाजिक सरोकारो से निकटता से जुडे़ हुये है। ग्राम्य विकास, गरीबों एवं आदिवासियों के विकास एवं कल्याण हेतु चलने वाले विभिन्न लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों से लाभानिवत करानें में आम जनता की मदद करते रहे है।
आप उ0प्र0 के ऊर्जा क्षेत्र के समस्त निगमों एवं कम्पनियों में सेवारत सहायक अभियन्ता से मुख्य अभियन्ता आस्तर के अधिकारियों के एक मात्र संगठन ”विधुत अभियन्ता संघ” के वर्ष 2009 से 2013 तक प्रदेष महासचिव रहे हैं।
आप ”सर्वजन हिताय संरक्षण समिति” के संस्थापक सदस्य एवं राष्ट्रीय संयोजक के रूप में उत्तर प्रदेष में प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के लिए माननीय न्यायालयों में प्रभावी पैरवी करने तथा उत्तर प्रदेष के 40 से अधिक विभागोंसार्वजनिक उपक्रमों एवं सामाजिक संगठनों के मध्य प्रभावी समन्यवय स्थापित किया, जिसके परिणाम स्वरूप प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त हो गया तथा लाखों कर्मचारियोंअधिकारियों को प्रोन्नति मिली।
आप ने प्रोन्नति में आरक्षण प्रदान करने के लिए किये जा रहे 117वें संविधान संषोधन के विरोध में चलाये जा रहे आन्दोलन में विभिन्न विभागोंसार्वजनिक उपक्रमों के मध्य प्रभावी समन्यवय स्थापित करते हुये आन्दोलनों का नेतृत्व किया जिसके फलस्वरूप संविधान संषोधन दिसम्बर 2012 में राज्यसभा से पारित होने के बाद भी लोकसभा में अभी तक पारित नहींं हो सका है।
आप राष्ट्रीय मूल्यों के संवर्धन एवं ज्वलन्त सामाजिक समस्याओं के समाधान एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए समर्पित संस्था ”भारतीय नागरिक परिषद” के संस्थापक सदस्य एवं महामंत्री हैं।
इं पाण्डेय को उ0प्र0 के विभिन्न श्रम संगठनों, सेवा संघो, षिक्षक संगठनों एवं पर्यावरण विदाें, सामाजिक कार्यकर्ताओं का व्यापक सर्मथन प्राप्त है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विधायक रविदास मेहरोत्रा ने आज किया 48 सड़को का शिलान्यास

Posted on 01 March 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने आज विशाल जन समूह के बीच 48 सड़को, फुटपाथ एवं नालियों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
कैसरबाग बस स्टैन्ड चौराहे पर आयोजित भव्य एवं विशाल कार्यक्रम में लखनऊ मध्य क्षेत्र के विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने 48 सड़को का शिलान्यास करते हुए कहा कि लखनऊ मध्य क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास ही हमारा सकंल्प है।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि हम चाहते थे कि जिस सड़क फुटपाथ एवं नालियों का निर्माण कार्य जहां है उस कार्य का शिलान्यास उसी स्थान पर हो लेकिन लोकसभा चुनावों की अचार संिहता लागू होने से पहले कार्य शुरू हो जाये इसलिए 48 सड़को, फुटपाथ एवं नालियों का निर्माण कार्य का शिलान्यास एक साथ करा गया।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि यह सभी 48 सड़के फुटपाथ एवं नालियों का कार्य जोन एक है जोन 2 और जोन 6 के कार्यों का शिलान्यास यथाशीघ्र किया जायेगा उन्होनें कहा कि मध्य क्षेत्र की जनता को हमारा विकास हर जगह दिखेगा।
श्री मेहरोत्रा ने जनता से अपील कि वह निगरानी रखे कि सड़के फुटपाथ नालियों का कार्य मानक के अनुरूप हो। उन्होनें कहा कि लखनऊ मध्य क्षेत्र के सभी नालों को तली तक साफ कर ढकने का कार्य भी शुरू होगा।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि लखनऊ मध्य क्षेत्र के 10 चौराहे के सौन्र्दीयकरण का कार्य हो रहा है शेष चौराहे का भी सौन्र्दीयकरण कराया जायेगा।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि कैसरबाग चौराहे से शुभम सिनेमाहाल से ओडियन हाल से बर्लिग्नटन चौराहे से सिचार्इ विभाग तक नाला ढकने, सीवर लाइन डालने के बाद ही शीघ्र ही सड़क बनने का काम शुरू हो जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मजहब और इबादत का तरीका बदलने से हिन्दू मुसिलम अलग नहीं हो सकते- इन्दे्रश

Posted on 01 March 2014 by admin

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख इन्द्रेश कुमार ने कहा कि जाति और मजहब आधारित राजनीति बन्द होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सियासत समाज को बाँटने का काम कर रही है। मुजफ्फर नगर दंगा राजनीतिज्ञों की देन है। आज दंगे पर सियासत करने के बजाए दंगा मुक्त भारत बनाने की जरूरत है। वह शुक्रवार को छोटा इमामबाड़े में राष्ट्रीय मुसिलम मंच द्वारा आयोजित जलसा पैगामे अमन को संबोधित कर रहे थे।
इन्द्रेश कुमार ने कहा कि आज देश को ऐसा नेता और नीति चाहिए जो समाज में नफरत, झगड़ा फसाद और हिंसा के स्थान पर समाज में प्यार मुहम्बत और सुकून का पैगाम दे।
उन्होंने कहा कि शिया समाज वह समाज है जो इस मुल्क से मुहब्बत करता है। न वह कटटर है, न था और न कटटर रहेगा। आदम के जमाने से हिन्दू और मुसलमान एक हैं। केवल मजहब और इबादत का तरीका बदलने से हम अलग नहीं हो सकते। हिन्दू और मुसिलम के आपस में खुदार्इ और खून के रिश्ते हैं। दोनों के पूर्वज भी एक हैं।
संघ नेता ने मुसिलमों बच्चों की शिक्षा पर विशेष बल देते हुए कहा कि बच्चों को तालीम से दूर मत रखो। तालीम जिंदगी की बेहतरी और मादरे वतन की हिफाजत के लिए होती है। इससे तरक्की का रास्ता खुलता है।
इन्द्रेश ने कहा कि माँ के पाँव में जन्नत है। आज की बेटी कल की माँ है। इसलिए तहजीब होगी तो भ्रूण हत्या नहीं होगी। झांसी की रानी लक्ष्मीबार्इ और बेगम हजरत महल ने फिरंगी भगाओ देश बचाओ की मुहिम चलायी थी। इसलिए औरतें अपने को किसी से कमजोर न समझें। हिन्दुस्थान का सबसे अच्छा सूबा गुजरात- मौलाना अली हुसैन
इमामिया एजूकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना अली हुसैन ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात हिन्दुस्थान का सबसे अच्छा सूबा है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी को बदनाम ज्यादा किया गया है। जबकि सच्चार्इ कुछ और है, वहाँ के मुसलमान खुशहाल हैं। मौलाना ने कहा कि यदि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश में तरक्की और खुशहाली आयेगी और मुसिलमों का विकास भी होगा।
मौलाना अली हुसैन ने कहा कि कांग्रेस ने हिन्दुस्थान को 60 साल में कोमा में डाल दिया है। मुसिलमों के हालात दिन-प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। यूपी हुकूमत अपनों का भला कर रही है। इसलिए इस बार आप लोग ऐसी हुकूमत चुनो जिससे देश विकास करे और हमारा मुल्क भी सलामत रहे।
मुसिलम यूथ के अध्यक्ष मौलाना शवाब वास्ती ने कहा कि हम अमन और शांति की हिमायत करते हैं। मुसलमान चौदह सौ साल पहले आतंकवाद के खिलाफ थे और आज भी हैं। उन्होंने कहा कि जिहाद को बदनाम किया जा रहा है। जिहाद अमन, इंसानियत और मुहब्बत का नाम है। जिहाद कुर्बानी पेश करने और बुरार्इ को मारने का नाम है।
राष्ट्रीय मुसिलम मंच की सह संयोजक नाजरा बेगम ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि महिलायें घर बना सकती हैं तो देश भी बना सकती हैं। नजारा बेगम ने कहा कि जो सरकार घोटाले पर घोटाले कर रही है। ऐसी सरकार हमको नहीं चाहिए। हमें न चाहिए फसाद, हमें रोजी रोटी और मकान चाहिए।
जलसे को खुर्शीद आगा,शहजाद अली,मौलाना फैयाज, मौलाना वही दुल्लाहशाह और मुसिलम यूथ के अध्यक्ष मौलाना शवाब वास्ती ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में मुसिलम महिलायें और मौलाना उपसिथत रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com

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