उत्तर प्रदेश सरकार ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के क्रम में 04 जनपदों को चिनिहत किया है, जहां नए मेडिकल कालेज स्थापित किए जा सकते हैं। ये जिले हैं-बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद, जिनके मौजूदा जिला चिकित्सालयों के साथ मेडिकल कालेज की स्थापना की जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्æीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद को गत 21 फरवरी को भेजे गए अपने पत्र में उन्हें राज्य सरकार के मंतव्य से अवगत करा दिया है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केन्æीय मंत्री को सम्बोधित अपने पत्र में उलिलखित किया उत्तर प्रदेश एक विशाल राज्य है। यहां मेडिकल कालेजों की संख्या एवं स्थान आबादी की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। मेडिकल की स्नातक स्तर की शिक्षा के दृषिटकोण से उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफर्इ, इटावा को छोड़कर सरकारी क्षेत्र के 13 व निजी क्षेत्र के 16 मेडिकल कालेज बड़े शहरों में स्थापित हैं। राज्य में लगभग 50 जिले ऐसे हैं, जहां मेडिकल कालेज नहीं हैं। प्रदेश की जनता को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक जिलों में मेडिकल कालेजों की स्थापना की महती आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री को यह भी अवगत कराया है कि प्रदेश सरकार भारत सरकार की योजना के तहत मेडिकल कालेजों की स्थापना हेतु अत्यन्त इच्छुक है। इसके लिए बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद के जिला चिकित्सालय चिनिहत किए गए, जिन्हें मेडिकल कालेज की स्थापना हेतु पात्र पाया गया।
पत्र में श्री यादव ने उलिलखित किया है कि प्रदेश सरकार योजना के प्राविधानों के अनुरूप राज्यांश उपलब्ध कराने के लिए सहमत हैं।
केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री से इन जनपदों को स्वास्थ्य मंत्रालय की नए खोले जाने वाले मेडिकल कालेजों की योजना के तहत समिमलित किए जाने का अनुरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार मेडिकल काउनिसल आफ इणिडया के मानकों के अनुरूप इन स्थानों पर भूमि की उपलब्धता भी सुनिशिचत करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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