Posted on 11 March 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश मंत्रीमण्डल से दो मंत्रियों की बर्खास्तगी पर सवाल खडे करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बताये कि उन्होने अपने मंत्रिमण्डल के दो सदस्यों को किन आरोपों में बर्खास्त करने का कदम उठाया। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि किसे मंत्री-मण्डल में रखना है किसे नही यह मुख्यमंत्री का विवेकाधिकार है। किन्तु जिन परिसिथतियों में मंत्रियों की बर्खास्तगी हुर्इ है, उससे पूरी समाजवादी पार्टी कठघरे में खड़ी दिख रही है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर सोमवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि जब सरकार के मंत्री बर्खास्त होते है तो स्वाभाविक रूप से यह सवाल खड़ा होता है कि मंत्री परिषद के सदस्य के रूप में इनके ऐसे कौन से आचरण थे जिसकी वजह से इन्हें मंत्रिमण्डल से बर्खास्त किये जाने की नौबत आर्इ। इन पर आरोप क्या है? जो आरोप है उनकों सार्वजनिक किया जाये। उन्होने कहा कि बलात्कार के आरोपी मंत्री मनोज पारस पर लगातार मीडिया सवाल खड़े करते रहा है लेकिन अखिलेश सरकार सदैव मनोज पारस के बचाव में खड़ी होती रही। यहां तक कि मंत्री पर से मुकदमा वापस लेने तक की कोशिश हुर्इ। अब अचानक ऐसी कौन सी परिसिथतियां हुर्इ कि मनोज पारस को मंत्री-मण्डल से बर्खास्त करने जैसी सिथति उत्पन्न हुर्इ।
श्री पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार में मंत्री रहे आनन्द सिंह के बेटे पूर्व सांसद कीर्तिवर्धन सिंह भाजपा की नीतियों और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। 2 मार्च को लखनऊ में हुर्इ राजनाथ मोदी की रैली में कीर्तिवर्धन सिंह के समर्थक शामिल हुए जबकि, औपचारिक रूप से उन्होने भी 6 मार्च को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली, जो कुछ हुआ वो सार्वजनिक है। ऐसे मे जरूरी है कि सरकार यह स्पष्ट करे कि अचानक बर्खास्त किये जाने का कारण क्या है। आरोप कौन से है?
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लगातार गिरते ग्राफ से परेशान सपार्इ नेतृत्व लगातार अखिलेश सरकार की नाकामियों का ठिकरा किसी और पर फोड़ने की फिराक में रहता है। इसी लिए कभी तो मीडिया को कोसते है तो कभी अधिकारियों को, जब सबसे काम नही चलता तो कह देते है कि विपक्ष साजिश कर रहा है। उन्होंने दावा किया सपा प्रमुख सहित पूरी समाजवादी पार्टी चाहे जितने प्रयत्न कर ले जनता उनके चाल, चरित्र और चेहरे को जान चुकी है। जनता की नजर में बेनकाब हुए सपार्इयों को लोकसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 11 March 2014 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर के तत्वावधान में 15वेेंं कामनवेल्थ युवा सम्मेलन एवं पोस्टर प्रतियोगिता का भव्य आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर आडिटोरियम में बड़े उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री आर. के. मित्तल, पूर्व आर्इ.ए.एस. एवं संस्थापक, कबीर शानित मिशन ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत उदघाटन किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्री मित्तल ने युवाओं का आहवान किया कि वे विश्व व्यवस्था में बेहतरी के लिए तत्पर हों एवं विश्व के नव-निर्माण में अपनी रचनात्मक ऊर्जा का सदुपयोग करें। ज्ञातव्य हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल सारे विश्व में शानित, एकता, सौहार्द व भार्इचारा कायम करने के उददेश्य से विगत चौदह वर्षों से लगातार कामनवेल्थ दिवस का आयोजन कर रहा है। इस वर्ष कामनवेल्थ सम्मेलन की थीम ‘टीम कामनवेल्थ है।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रख्यात शिक्षाविद व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि कामनवेल्थ महोत्सव हमें एक वृहत विश्व परिवार से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। डा. गाँधी ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्रमंडल की स्थापना के समय 1949 में कहा था कि ‘राष्ट्रमण्डल विश्व के घाव भरने में मदद करेंगा। आज मानव द्वारा निर्मित आपसी मतभेदों व भौगोलिक सीमाओं के कारण सम्पूर्ण मानवता को खतरा पैदा हो गया है। विश्व के दो अरब बच्चों की सुरक्षा और उचित शिक्षा व्यवस्था हम सबका कर्तव्य है। कामनवेल्थ युवा सम्मेलन की संयोजिका व सी.एम.एस. गोमती नगर की प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने कहा कि सबसे खास बात यह है कि यह कामनवेल्थ दिवस हमारी उसी संस्कृति व सभ्यता को बढ़ावा देता है जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम के रूप में सदैव हमारा आदर्श रही है और सारे विश्व को एकता की कड़ी में पिरोना ही इस दिवस को महत्वपूर्ण उददेश्य है।
इससे पहले, इस भव्य समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों, विश्व शानित व सर्व-धर्म प्रार्थना, कामनवेल्थ गीत के सुमधुर प्रस्तुतीकरण एवं विश्व एकता के गीतों के माध्यम से सम्पूर्ण मानव जाति को विश्व एकता व विश्व शानित का सन्देश दिया एवं उपसिथत दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर कामनवेल्थ सम्मेलन की थीम ‘टीम कामनवेल्थ पर कक्षा 11 के छात्र-छात्राओं के लिए एक समूह परिचर्चा भी आयोजित की गर्इ जिसमें छात्रों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया एवं विभिन्न देशों के बीच साँस्कृतिक, अन्र्तसास्कृतिक एवं अन्तर्राष्ट्रीय समझ विकसित करने के उपायों पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
कामनवेल्थ युवा सम्मेलन के अन्तर्गत आज सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस के विशाल परिसर में भव्य पोस्टर प्रदर्शन भी लगार्इ गर्इ जिसमें पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के अन्तर्गत कर्इ देशों के छात्रों से प्राप्त पोस्टर प्रवषिटयों को सभी के अवलोकनार्थ प्रदर्शित किया गया। कामनवेल्थ सम्मेलन की थीम पर आधारित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में जूनियर व सीनियर वर्ग के छात्रों ने भाग लिया एवं विजयी प्रविषिटयों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। जनियर वर्ग के अन्तर्गत सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्र अर्पित पाठक एवं अनिकेत शर्मा ने क्रमश: प्रथम व द्वितीय स्थान अर्जित किया जबकि सीनियर वर्ग में सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की छात्रा प्रज्ञा अरोड़ा ने प्रथम स्थान एवं सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस की छात्रा अंजलि निगम ने द्वितीय स्थान अर्जित किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 March 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैंं कि अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 एवं वन नियमावली 2008 के कि्रयान्वयन हेतु प्रावधानों के अन्तर्गत राज्य स्तरीय निगरानी समिति की बैठक अवश्य आयोजित करार्इ जाय। अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी पात्र लोगों तक पहुंचाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार ग्राम स्तर पर कराया जाय। ताकि जंगल में रहने वाले व्यकितयों द्वारा अधिकाधिक जमीन पर वृक्षों को काटकर कब्जा करने का प्रयास न किया जाय। उन्होंंंने यह भी निर्देश दिए कि अधिनियम के अंर्तगत भारत सरकार की वेबसाइट पर प्राप्त दावों तथा वितरित की गर्इ टार्इटिल का विवरण अपलोड हेतु अपेक्षित कार्यवाही न होने पर संबंधित जिलाधिकारियों सें स्पष्टीकरण प्राप्त करेंं। उन्होंंने कहा कि विगत वषाेर्ं से लंबित प्रकरणों का निस्तारण यथाशीघ्र कराकर आगामी बैठक मे प्रस्तुत किया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के 12 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित किये जाने के संबंध में लंबित प्रकरण के निस्तारण की कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराकर राजस्व ग्राम घोषित कराये जाने की कार्यवाही नियमानुसार सुनिशिचत करार्इ जाय।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारोंं की मान्यता) अधिनियम 2006 एवं वन नियमावली 2008 के कि्रयान्वयन हेतु आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने संंबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्ययोजना के अनुसार वांंछित कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करार्इ जाय तथा निर्धारित प्रारूप का प्रत्येक माह की सात तारीख को मासिक प्रगति निदेशालय को अवश्य उपलब्ध करार्इ जाय। उन्हाेंंने कहा कि जिन जनपदों में लंबित दावों के निस्तारण की कार्यवाही संतोषजनक नही है उन जनपदों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने भारत सरकार की वेबसाइट पर समस्त दावों को अपलोड किये जाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए जनपद लखीमपुर खीरी, मिर्जापुर, सोनभद्र, महराजगंज, चन्दौली तथा सहारनपुर में प्रगति संतोषजनक न होने पर संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्धारित अवधि के अंदर वांछित कार्य पूर्ण कराये जाएं अन्यथा संंबंधित अधिकारी दणिडत किये जायेंगे।
बैठक में प्रमुख सचिव, समाज कल्याण श्री सुनील कुमार, प्रमुख सचिव राजस्व श्री के0 एस0 अटोरिया सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारीगण उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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