राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आज अन्तर्राश्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर लखनऊ में साक्षर भारत पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर ‘‘वयस्क साक्षरता मिषन’’ की प्रगति तथा सफ़र पर एक फिल्म भी दिखाई गई।
इस समारोह के मुख्य-अतिथि भारत के माननीय उप-राश्ट्रपति श्री हामिद अंसारी थे। इस अवसर पर श्री कपिल सिबल, माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार, श्री अखिलेष यादव, मुख्य मंत्री, उत्तर प्रदेष, श्री राम गोविंद चैधरी, वयस्क षिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेष, श्रीमति अंषु वैष, सचिव ;ैम्-स्द्धए भारत सरकार और श्री षिगेरु आॅयागी, निदेषक, यूनेस्को, भारत भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के तहत नई-नई साक्षर हुई दो महिलाओं - पष्चिम बंगाल की सोम्बरी माझी तथा बिहार की परमेष्वरी देवी - को क्रमषः 1,44,38,002 तथा 1,44,38,003वाॅं साक्षरता प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया गया।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिबल ने साक्षर भारत पर ‘‘ राश्ट्र को रिपोर्ट‘‘ प्रस्तुत की और श्री अखिलेष यादव को राज्य के प्रति उनकी प्रगतिषील दूरदृश्टि के लिये बधाई दी। इन्होंने आगे कहा, ‘‘भारत को सफलतापूर्वक षत-प्रतिषत साक्षर बनाने के लिये सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर काम करने की आवष्यकता है।‘‘
इन्होंने महिलाओं को षिक्षित करने के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा कि आने वाले वर्शों में स्त्री तथा पुरुशों के बीच साक्षरता की दर के बीच का फ़र्क कम करने पर अधिक ध्यान दिया जायेगा।
साक्षर भारत महोत्सव मनाने के लिये उत्तर प्रदेष को चुने जाने पर प्रसन्न अखिलेष यादव ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेष में साक्षरता की दर निरंतर बढ़ रही है और वर्श 2011 में साक्षरता की दर 69.72 प्रतिषत दर्ज की गई, जिसमें पुरुश तथा स्त्रियों की साक्षरता दर क्रमषः 79.24 प्रतिषत तथा 59.26 प्रतिषत रही।‘‘ इन्होंने आगे कहा, ‘‘महिलायें इस कार्यक्रम का केंद्र हैं, इसीलिये विद्या धन जैसे प्रयास षुरु किये गये हैं, जिसके तहत बारहवीं पास छात्राओं को 30000 रूपये दिये जाते हैं।‘‘ राज्य के लिये अपने लक्ष्य का उल्लेख करते हुये श्री यादव ने अगले 10 वर्शों में षत-प्रतिषत साक्षरता प्राप्त करने की आषा जताई।
उप-राश्ट्रपति, श्री हामिद अंसारी ने कहा, ‘‘हमारा देष विष्व का षिक्षा तथा ज्ञान प्रदाता रहा है और साक्षर भारत देष के हर व्यक्ति को षिक्षा प्रदान करने का एक प्रयास है। भारत की साक्षरता दर वर्तमान में 74 प्रतिषत है, जो कि सराहनीय है। हालांकि, यदि अन्य एषियाई देषों - जैसे श्रीलंका, म्याॅंमार - से तुलना करें, तो हमें अभी बहुत आगे जाना है।‘‘
पठन, लेखन तथा अंकगणित सहित साक्षरता की मूल योग्यताओं में मूल्याॅंकन साक्षर भारत पहल के प्रमुख सूचकों में से एक है। राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण - प्रमाणीकरण के अपने नये तरीके के तहत - विगत 30 महीनों के दौरान यह लगभग 2 करोड़ वयस्कों का मूल्याॅंकन कर साक्षरता में उनकी योग्यता के लिये उन्हें प्रमाण-पत्र जारी कर चुका है।
इन पुरस्कारों की षुरुआत वर्श 1998 में राज्यों तथा संस्थानों को साक्षरता एवं वयस्क षिक्षा कार्यक्रम के क्षेत्र में काम करने हेतु प्रोत्साहित करने के उद्धेष्य से की गई थी। साक्षर भारत एवाॅर्ड 2012 प्राप्त करने वालों में षामिल हैंः
1- राज्य साक्षरता मिषन प्राधिकरण दृ आॅंध्र प्रदेष ने एक उत्कृश्ट चल पर्यवेक्षण प्रणाली विकसित की है। इसके तहत राज्य सैटेलाइट कार्यक्रम का उपयोग बड़े ही निराले अंदाज़ में मौलिक स्तर के कार्यकर्ताओं से सम्प्रेशण तथा पुनरीक्षण के लिये किया जाता है। इन्होंने कम्प्यूटर साक्षरता प्रदान करने हेतु 150 वयस्क षिक्षा केंद्र खोले हैं, जिसमें इन्होंने निजी क्षेत्र के सहभागियों के सहयोग से डेस्कटाॅप कम्प्यूटर भी उपलब्ध करवाये हैं। इनका यह प्रयास निष्चित रूप से सराहनीय है।
a> डाॅ0 एस. षैलजनाथ, माननीय प्राथमिक षिक्षा मंत्री, ैै।ए वयस्क षिक्षा, आॅंध्र प्रदेष
b> श्री बी. वी. बलराम रेड्डी, संयुक्त निदेषक, वयस्क षिक्षाए राज्य साक्षरता मिषन प्राधिकरण
2. जिला साक्षर समिति दृ समितियों ने वयस्क षिक्षा कार्यक्रम को संवर्द्धन देने हेतु, खासतौर पर क़ैदियों, सेक्स वर्करों तथा हाषिये पर आने वाले अल्पसंख्यकों ;अनुसूचित जाति तथा जनजाति, अल्पसंख्यक, आदिवासी तथा क़ैदीद्ध जैसे विषेश समूहों में, पर्याप्त प्रयास किये हैं। हुनरों के विकास के लिये चलाये जाने वाले पाठ्यक्रमों के ज़रिये प्राप्त किया गया आर्थिक सषक्तिकरण इस कार्यक्रम के लिये विषेश महत्व रखते हैं। ैभ्ळ सदस्यों को मोबाइल बुक कीपिंग में प्रषिक्षित किया गया है, जो अपने आप में अनूठा है। मवेषियों तथा मानवों के लिये निजी इंष्योरेंस प्रषिक्षण प्राप्तकर्ताओं को अभिप्रेरित रखने का एक अनूठा प्रयास है।
a> सरगुजा
. श्रीमति पुश्पा नेतम, अध्यक्ष, जिला पंचायत और श्री आर. प्रसन्ना आईएएस, कलैक्टर तथा अध्यक्ष, जिला साक्षर समिति
b> विज़ुइयानगरम्
. श्री एम. वीरा ब्रह्मइया, जिला कलैक्टर तथा श्री अम्माजी राव, उप-निदेषक, वयस्क षिक्षा
c> अजमेर
. श्रीमति नसीम इंसाफ़, माननीया षिक्षा राज्य मंत्री, राजस्थान
3ण् ग्राम पंचायत दृ साक्षर भारत को सफल बनाने में ग्राम पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ये गाॅंवों में नियमित रूप से विभिन्न विशय आधारित कार्यक्रम चलाती रही हैं।
ंण् पी. यालेरू ग्राम पंचायत, जिला अनंतपुर
पण् श्री एच. येरास्वामी, साक्षरता स्वयंसेवक
इण् कनोरा ग्राम पंचायत, ऊधमसिंह नगर
पण् श्रीमति इषांत जहाॅं, ग्राम प्रधान तथा श्रीमति सुनीता गुप्ता सदस्य सचिव
बण् अत्तिगेरी ग्राम पंचायत, जिला हावेरी
पण् श्री सी. आर. पाटिल, प्रेरक तथा डाॅ0 आई.ए. लोकापुर, जिला वयस्क षिक्षा अधिकारी
कण् घाघरा ग्राम पंचायत, जिला कोरिया
पण् श्रीमति यामवती, ग्राम प्रधान तथा श्री यू.के. जायसवाल, जिला परियोजना अधिकारी, जिला साक्षर समिति
4ण् राज्य संसाधन केंद्र - साक्षर भारत कार्यक्रम के संवर्द्धन में राज्य संसाधन केंद्रों का योगदान सराहनीय है। हाषिये के समूहों , खासतौर पर आदिवासी तथा अल्पसंख्यक, के साथ किया गया इनका काम विषेश रूप से उल्लेखनीय है।
ंण् हैदराबाद
पण् प्रो0 घंटा रमेष, अध्यक्ष तथा डाॅ0 पी. वी. सुब्बा रेड्डी निदेषक
इण् रायपुर
पण् श्री राजीव श्रीवास्तव, अध्यक्ष तथा श्री तुहिन देब, निदेषक
महिला साक्षरता में अधिकतम वृद्धि प्राप्त करने के लिये राज्यों तथा केंद्र षासित प्रदेषों को दषकीय एवाॅर्ड भी प्रदान किये गये।
साक्षर भारत की परिकल्पना युवाओं के सषक्तिकरण के लिये एक मिषन के रूप में की गई है, जिसका केंद्र महिलायें हैं। साक्षरता कार्यक्रम को पुनः डिज़ाइन किया गया है
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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