Posted on 03 September 2012 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने शपथ ग्रहण के समय ही यह सुनिश्चित कर लिया था कि पूरे प्रदेश में शांति और अमनचैन समाजवादी पार्टी सरकार की प्राथमिकता होगी। इस दृष्टि से राज्य के स्थायित्व और कानून व्यवस्था पर पूर्ण नियंत्रण के लिए उन्होने अथक श्रम किया है। कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति को पटरी पर लाने में उनकी साफगोई और दृढ़ इच्छाषक्ति से शासन प्रशासन को बहुत बल मिला है।
जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आई तो उसे जर्जर व्यवस्था विरासत में मिली। पिछली बसपा सरकार में लूट और भ््राष्टाचार का बोलबाला था। बड़े पैमाने पर निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए गए। अनुसूचित जाति,जनजाति अधिनियम का खूब दुरूपयोग हुआ। पुलिस का इस्तेमाल सत्ता के दुरूपयेाग के लिए होने लगा। हत्या, बलात्कार और अपहरण की वारदातों में खुद बसपा सरकार के मंत्री और विधायक शामिल पाए गए। दुर्भाग्य से, इनको बसपा मुख्यमंत्री का भी संरक्षण प्ऱ़़़़ाप्त रहा।
श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चुनाव से पहले ही अपराधियों को पार्टी में शामिल न करने की घोषणा कर अपना यह रूख स्पष्ट कर दिया था कि अपराधियों को पार्टी में नहीं लिया जाएगा। उन्होने चुनाव के दौर में भी कहा था कि प्रदेश में अपराधियों का स्थान जेल में होगा। महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों एवं किसी भी वर्ग के कमजोर लोगों पर जोर जबर्दस्ती करनेवालों से सख्ती से निबटा जाएगा।
प्रदेश सरकार ने जनता को सुरक्षा का एहसास कराने के लिए समीक्षा बैठकों की षुरूआत कर दी है। समीक्षा में अपराध के अलावा, इंटेलीजेंस, अभियोजन और जेल विभागों को भी शामिल किया जाएगा। अब अधिकारियों के काम का भी मूल्यांकन किया जाएगा और जो अधिकारी नहीं सुधरेगें, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में संकोच नहीं किया जाएगा। इस दिशा में कुछ अधिकारियों के खिलाफ जांच भी बिठा दी गई है।
इसमें दो राय नहीं कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में समस्याएं भी काफी बड़ी हैं और अपराध नियंत्रण की दिषा में अभी कई और कठोर कदम उठाने होगें। प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक ताकतें जब तक सिर उठाती हैं, उन पर काबू पाने की जरूरत है। फिलहाल मुख्यमंत्री जी ने अपराध नियंत्रण में लगे पुलिसकर्मियों के आवास, पोषाहार और स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया है और उन्हें तमाम सहूलियतें दी हैं। उनका यह सर्वांगीण दृष्टिकोण कानून व्यवस्था से जुड़े तंत्र को नई स्फूर्ति एवं चेतना देनेवाला है। अब तक पुलिस को कर्तव्य के नाम पर तमाम दबावो से जूझना पड़ रहा था, समाजवादी पार्टी सरकार के मुख्यमंत्री ने उनके प्रति संवेदना जताते हुए कई मानवीय फैसले किए हैं। इससे प्रदेश मे ंअब एक स्वस्थ जनकल्याणकारी भयमुक्त प्रशासन की नींव रखी जा सकेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री प्रोटोकाल डा0 अभिषेक मिश्रा डालीगंज रेलवे क्रासिंग के ओवर ब्रिज का कार्य आरम्भ होने के अवसर पर क्षेत्रवासियों से वार्ता एवं ब्रिज का निरीक्षण कार्यक्रम दिनांक 03.09.2012 को सायं 5.00 बजे प्रस्तावित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरबिन्द सिंह गोप ने लखनऊ के अवध बिहार कालोनी के शिकायत पर अपने निरीक्षण के दौरान सरोजनी नगर द्वितीय वार्ड के अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र यथा अवध बिहार कालोनी, बदाली खेड़ा, तपोवन नगर, आजाद नगर एवं रूस्तम बिहार में पानी की निकासी, जल-भराव तथा सीवर आदि की समुचित व्यवस्था किये जाने हेतु प्रमुख सचिव, नगर विकास उ0प्र0 को पत्र भेजकर कार्यवाही सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।
यह जानकारी देते हुए श्री गोप ने वार्ड के समस्त क्षेत्र का त्वरित गति से सर्वेक्षण कराने के साथ-साथ कार्ययोजना तैयार कराकर वरीयता के आधार पर आंगणन के कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में फलों के उत्पादन की सम्भावनाओं को देखते हुए प्रादेशिक स्तर पर गुणवत्ता जागरूकता हेतु प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा आगामी 04 सितम्बर, 2012 को गोरखपुर क्लब, गोरखपुर में औद्यानिक गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, मंत्री श्री राजकिशोर सिंह द्वारा पूर्वान्ह 10.00 बजे इसका शुभारम्भ किया जायेगा। गोष्ठी में प्रदेश के गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, फैजाबाद, आजमगढ़ तथा वाराणसी मण्डल के प्रत्येक जनपद से एक-एक प्रगतिशील किसान को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। इसी के साथ-साथ इस अवसर पर प्रकाशित की जा रही ‘‘पूर्वांचल में फलोत्पादन की सम्भावनाएं’’ शीर्षक से स्मारिका का विमोचन भी उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री द्वारा किया जायेगा।
इस अवसर पर आमंत्रित उद्यानपतियों को गोष्ठी आयोजन के उद्देश्य पर श्री राजन शुक्ला, सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा उद्बोधित करेंगे। इसी के साथ प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर की विभिन्न औद्यानिक शोध संस्थानों तथा विभागीय वैज्ञानिकों/अधिकारियों के मध्य सम्य्क विचारोपरान्त प्रदेश के पूर्वांचल में औद्यानिकी के विकास के विभिन्न आयाम तलाशे जायेंगे। गोष्ठी के उद्घाटन सत्र मंे विशेष रूप से प्रदेश सरकार का औद्यानिक विकास दृष्टिकोण एवं बागवानों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग श्री ओ0एन0सिंह द्वारा प्रकाश डाला जायेगा। इसके अलावा पूर्वांचल में फलों के उत्पादन की सम्भावनाओं की पृष्ठभूमि पर डा0 राघवेन्द्र प्रताप सिंह, संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी, राज्य औद्यानिक मिशन, उत्तर प्रदेश चर्चा करेंगें।
गोष्ठी के तकनीकी सत्र में विशेष तौर पर आम का सफल उत्पादन, प्रबन्धन एवं कैनोपी मैनेजमेन्ट तथा पूर्वांचल में आम की गौरजीत प्रजाति के विकास की सम्भावनाओं की जानकारी देने के लिए केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ के वैज्ञानिक, डा0 दुष्यन्त मिश्रा को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा इसी संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक, डा0 वी0के0सिंह, आम की सघन बागवानी एवं निरन्तर फलन हेतु आवश्यक क्रियाएं तथा फलोत्पादन में प्लास्टिक मल्चिंग की उपयोगिता पर अपने विचार रखेंगे।
प्रदेश के पूर्वांचल में औद्यानिक विकास के अन्तर्गत लीची के बेहतर उत्पादन हेतु राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र, मुजफ्फरपुर, बिहार के निदेशक, डा0 विशाल नाथ तथा प्रधान वैज्ञानिक डा0 शेषधर पाण्डेय अपने विचार व्यक्त करेंगे। आम, अमरूद, केला एवं लीची की बागवानी में एकीकृत नाशी-जीव प्रबन्धन पर डा0 अशरफ हुसैन, वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फैजाबाद बतायेंगे तथा बागवानी में टपक सिंचाई की योजना पर चन्द्रशेखर आजाद, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के पूर्व कृषि अधिष्ठाता डा0 ए0एन0तिवारी चर्चा करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेष के सभी जिलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक पार्टी के प्रदेष कार्यालय पर सम्पन्न हुई । बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष मा0 सुरेष निरंजन भइया जी ने किया । बैठक में लगभग सभी जिलों के निवर्तमान प्रदेष पदाधिकारियों/ जिलाध्यक्षों एवं समस्त प्रकोष्ठों के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे । बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत एवं सक्रिय करने हेतु प्रदेष में चलाए जा रहे पार्टी की सदस्यता अभियान की गहन समीक्षा की गई और प्रदेष की वर्तमान परिस्थित पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई । बैठक को सम्बोधित करते हुए पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष मा0 सुरेष निरंजन भइया जी ने कहा कि संगठन को मजबूत करने का सदस्यता अभियान एक मजबूत माध्यम है और इसके माध्यम से पार्टी के पदाधिकारी जनता से अपनी पार्टी की नीतियों की चर्चा कर सकते हैं और उन्हें पार्टी से जोड़ कर राजनीति की मुख्य धारा में ला सकते हैं । उन्होंने कहा कि 20 सितम्बर तक सभी जिलों की सक्रिय सदस्यता सूची एवं शुल्क प्रदेष कार्यालय पर जमा कर दी जाए । उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेष में चारों तरफ अब्यवस्था का बोलबाला है और इसमें किसान पिस रहा है उसे खाद, बिजली और पानी की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है, खाद की काला बाजारी हो रही है, प्रदेष में कहीं बाढ़ की तो कहीं सूखे की स्थिति बनी हुई है, प्रदेष के मुख्यमंत्री केवल योजनाएं बनाने में ब्यस्त हैं और जनता पस्त है । चुनाव के समय की गई घोषणाएं केवल हवा-हवाई साबित हो रही हैं किसी भी घोषणओं को असली जामा नहीं पहनाया जा सका है । उन्होंने कार्यकर्ताओं का आवह्न करते हुए कहा कि इन समस्याओं के विरोध में सड़कों पर उतरना होगा और जनसमस्याओं को जोर-षोर से उठाना होगा तभी सरकार की नींद खुलेगी इसके लिए जल्द ही एक कार्य योजना बनाकर जिलों में भेजा जाएगा उसी के अनुसार धरना प्रदर्षन के माध्यम से जनानोन्दलन चलाया जाएगा । भइया जी ने कहा कि संगठन को मजबूत करके ही अगले लोकसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति संसद में दर्ज करा सकते हैं । उन्होंने कानून ब्यवस्था पर भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस समय प्रदेष में चोरी, डकैती, छिनैती, बलात्कार और हत्याओं का चहुॅओर बढ़ोत्तरी हो गयी है और सरकार मूकदर्षक बनी हुई है । प्रदेष के जिलों से आए नेताओं ने अपने-अपने जिले की स्थानीय समस्याओं पर प्रकाष डाला और जिला संगठन के विषय में भी विस्तृत रूप से चर्चा की । आगामी 24 सितम्बर 2012 को प्रत्यक्ष विदेषी निवेष (एफ.डी.आई.) के विरोध में पार्टीे द्वारा प्रदेष के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया जाएगा
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 September 2012 by admin
हजारों वर्ष प्राचीन वैदिक काल के समाज, ज्ञान-विज्ञान और दर्शन पर पत्रकार विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित की किताब ‘मधुविद्या’का विमोचन उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के निराला सभागार में पूर्व केन्द्रीय मंत्री, संसद की लोकलेखा समिति के सभापति डाॅ0 मुरली मनोहर जोशी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उ0प्र0 विधानसभा के अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने की।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि अंग्रेज विद्वान वैदिक ज्ञान को कमतर बताकर भारतीय संस्कृति नष्ट करना चाहते थे। मैक्समूलर ने अपनी पत्नी को लिखे पत्र में भारतीय संस्कृति और दर्शन को नष्ट करने की बात कही थी। लेकिन दयानंद, सायण, सातवलेकर आदि विद्वानों ने ऋग्वेद और वैदिक साहित्य के भाष्य किये। वेदों में विश्व को मधुमय बनाने की स्तुतियां हैं। श्री दीक्षित ने सरल, सुबोध भाषा में वेदों की मधुविद्या को पुस्तक रूप में तैयार किया है। उन्होंने दीक्षित की किताब ‘मधुविद्या’ को पढ़े जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्राचीन ज्ञान विज्ञान के सनातन प्रवाह के कारण ही भारत की प्रतिष्ठा है।
अध्यक्षीय भाषण में विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि श्री दीक्षित पहले लड़ाकू विधायक थे। तमाम विषय उठाते थे। अब भारतीय संस्कृति व ज्ञान विज्ञान पर निरंतर लिख रहे हैं। ‘मधुविद्या’ के वैदिक ज्ञान को उन्होंने व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत किया है। उम्मीद है कि यह पुस्तक खूब लोकप्रिय होगी और वे इसी प्रकार लगातार लिखते रहेंगे।
मुख्य वक्ता वेद विद्वान लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय ने ऋग्वेद से लेकर उपनिषद् काल तक विस्तृत समाज को मधुमय प्रीतिमय बनाने का इतिहास बताया और कहा कि वैदिक मधुज्ञान, मधुगान को सरल शब्दों में लिख श्री दीक्षित ने बड़ा काम किया है।
लेखक हृदयनारायण दीक्षित ने बताया कि वैदिक समाज मधुप्रेमी था। मधुप्रिय था। मधुवाणी बोलता था। भारत मधुमय था। लेकिन आधुनिक समाज मधुहीन सुगर फ्री हो रहा है। समाज में प्रीति प्रेम और मधुमय एकात्मकता नहीं है। वैदिक ऋषि विश्व को मधुमय बनाने की हजारों गतिविधियां बता गए हैं। इसी का नाम मधुविद्या है और यह नाम ऋग्वेद में आया है। पुस्तक में दैनिक जीवन से जुड़े, विवाह, काम-सेक्स, राजनीति, पर्यावरण, समाज संगठन आदि विषयों पर 36 निबंध हैं। पुस्तक का उद्देश्य समाज को रागद्वैषविहीन मधुमय बनाना है।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रधर्म प्रकाशन के प्रबंधक पवन पुत्र बादल ने किया। प्रकाशन वी0एल0 मीडिया सोल्यूशन्स नई दिल्ली के प्रोपराइटर नित्यानंद ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद डाॅ0 महेन्द्र सिंह, रामू द्विवेदी, पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन राकेश जैन, दयाशंकर सिंह, विजय पाठक, राजेन्द्र तिवारी, दिलीप श्रीवास्तव, मनीष दीक्षित, बार काउंसिल आॅफ यू0पी0 के सदस्य अखिलेश अवस्थी एडवोकेट, समाजसेवी जयपाल सिंह, रामप्रताप सिंह एडवोकेट, रामप्रताप सिंह चैहान एडवोकेट, प्रेमशंकर बाजपेयी एडवोकेट, अतुलेश सिंह एडवोकेट, प्रेमशंकर त्रिवेदी एडवोकेट, डाॅ0 उदयवीर सिंह एडवोकेट, सौरभ लवानिया एडवोकेट, संदीप दुबे आदि मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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