Posted on 05 October 2011 by admin
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने विजयादशमी (दशहरा) के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।
आज यहां जारी एक बधाई संदेश में माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में पर्वाें का विशेष महत्व है। उन्हांेने कहा कि विजयादशमी का त्यौहार असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमें आदर्श और मर्यादा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व श्रद्धा, भक्ति एवं सांस्कृतिक एकता की भावना को भी सुदृढ़ करता है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों से विजयदशमी का पर्व शान्ति एवं सद्भाव के साथ मनाने की अपील की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 October 2011 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री “फिसल गए तो हर गंगा“ वाली कहावत चरितार्थ कर रही है। अपने मंत्रिमण्डल में एक से बढ़कर एक दागी मंत्री को भर्ती कर उन्होने अपने लूट और वसूली के धंधे को चार साल तक खूब परवान चढ़ाया। जब इनके कारनामे उजागर होने लगे, त्रस्त जनता ने हाईकोर्ट और लोकायुक्त तक अपनी शिकायतें पहुॅचाई और जांच में मंत्रियों की लूट और झूठ की परत दर परत खुलने लगी तो अपने को पाक साफ जताने में मुख्यमंत्री उन्हें बर्खास्त करने या उनसे इस्तीफा मांगने का नाटक करने लगी है। इससे पहले उन्होने सब जानते हुए भी भ्रष्ट मंत्रियों को पूरा संरक्षण दिया है। इसलिए समाजवादी पार्टी की मांग है कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी राज्य की इस पूरी बसपा सरकार को ही बर्खास्त किया जाना चाहिए।
लोकायुक्त की जांच में श्री राजेश त्रिपाठी, श्री अवधपाल सिंह और श्री रंगनाथ मिश्र तीन मंत्रियों को अवैध रूप से भूमि कब्जाने, आय से अधिक सम्पत्ति बटोरने और सत्ता के दुरूपयेाग का दोषी पाया गया। इनके कारनामों से परिचित होते हुए भी मुख्यमंत्री इन्हें अब तक पनाह दिए रही। वे जानती है कि दो चार दिन में श्रममंत्री श्री बादशाह सिंह के भी काले कारनामों का चिट्ठा लोकायुक्त सामने लाने वाले है, इसलिए उन्होने मिश्रा जी के साथ श्री बादशाह सिंह की बर्खास्तगी भी दिखा दी है। वैसे वे सीएमओ हत्याकाण्ड और स्वास्थ्य मिशन घोटाले मंे फंसे श्री बाबू सिंह कुशवाहा एवं श्री अनन्त मिश्र से सीबीआई जांच में भांडा फूटने तक केवल इस्तीफा लेकर बैठ गई हैं क्योंकि उनकी जांच की आंच से मुख्यमंत्री कार्यालय तक प्रभावित हुए बिना नहीं रहेगा।
अगर रिकार्ड देखा जाए तो मुख्यमंत्री जिन जिन को क्लीनचिट देती रही है, वे सब बाद में दोषसिद्ध अपराधी पाए गए हैं। उनके आधा दर्जन से ऊपर विधायक/मंत्री बलात्कार, लूट, अपहरण आदि काण्डों में फंसे है और जेल की हवा खा रहे है। कुछ उनकी कृपा से बाहर है पर वे भी कब तक न्याय की जंजीरो में जकड़े जाने से बचे रहेगें? सच तो यह है कि मुख्यमंत्री स्वयं लुटेरों की सरकार की सरगना हैं। मंत्री उनके वर्क एजेन्ट हैं। विभागीय बजट में मुख्यमंत्री का कमीशन तय रहता है। जितने घोटाले हुए हैं सबका निर्देशन मुख्यमंत्री कार्यालय से हुआ है। बसपा पार्टी और सरकार दोनों ही भ्रष्टाचारियों, बलात्कारियों और दबंग भूमाफियाओं से भरी हुई है। इसलिए प्रदेश हित में, जनहित में और लोकतंत्र की रक्षा में प्रदेश के पूरे मंत्रिमण्डल को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 October 2011 by admin
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री रंगनाथ मिश्र तथा श्रम मंत्री श्री बादशाह सिंह को मंत्री पद से तब तक के लिए हटाने का निर्णय लिया है, जब तक की यह दोनों मंत्री जांच में निर्दोष साबित नहीं हो जाते हैं। उन्होंने कहा है कि श्री रंगनाथ मिश्र व श्री अवधपाल सिंह यादव के सम्बन्ध में मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट एवं श्री बादशाह सिंह के खिलाफ कई गम्भीर शिकायतों के प्रकरण की जांच सर्तकता अधिष्ठान से कराये जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि श्री रंगनाथ मिश्र एवं श्री बादशाह सिंह को मंत्री पद से इसलिए हटाया गया, ताकि जांच प्रभावित न हो और विरोधी पार्टियों को अनावश्यक राजनीति करने का मुद्दा न मिले।
उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट के अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज यहां पार्टी के इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 ही देश की ऐसी इकलौती पार्टी है, जिसने अपनी ही सरकार एवं पार्टी के किसी भी प्रभावशाली व्यक्ति पर आपराधिक या भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर उसके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 का शुरू से मानना रहा है कि राज्य में पार्टी की सरकार के रहते हुए, चाहे बी0एस0पी0 का या अन्य विरोधी पार्टी का व्यक्ति या पदाधिकारी किसी गैर कानूनी कार्य में लिप्त पाया जाता है तो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश की जनता एवं राज्य के हित में बी0एस0पी0 की सरकार ने सख्त कार्यवाही करने में देर नहीं लगाई।
श्री मौर्य ने कहा कि बी0एस0पी0 का गठन ही राजनीति में अपराधीकरण एवं भ्रष्टाचार के विरूद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है कि बी0एस0पी0 ने पूर्व मंत्री श्री आनन्द सेन यादव, श्री अशोक कुमार दोहरे तथा श्री अवधपाल सिंह यादव सहित कई सांसदों, विधायकों एवं पार्टी पदाधिकारियों के विरूद्ध शिकायत मिलने पर कठोर कार्यवाही की है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 सरकार ने आज हटाये गये मंत्रियों सहित अपने लोगों पर इसलिए सख्त कार्यवाही की, ताकि सरकार के ऊपर अंगुली न उठे तथा पार्टी की छवि धूमिल न हो। उन्होंने कहा कि यद्यपि हटाये गये मंत्रियों ने पार्टी की माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर अपने निर्दोष होने की बात कही है और उन्होंने यह भी बताया है कि उन्हें विरोधी दलों द्वारा जालसाजी करके फसाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके विरूद्ध लगाये गये आरोपों के खिलाफ वे विधिसम्मत कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इसके बावजूद पार्टी ने मा0 लोकायुक्त द्वारा की गयी संस्तुति को मानते हुए श्री मिश्र को तथा श्री सिंह के विरूद्ध गम्भीर शिकायतों को देखते हुए इन्हें मंत्री पद से हटाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इन्हें स्पष्ट तौर पर बता दिया गया है कि वे अपनी कानूनी लड़ाई लड़े और यदि उनके विरूद्ध लगाए गये आरोप मा0 न्यायालय में गलत साबित होते हैं तो उन्हें बाइज्जत उसी पद पर वापस ले लिया जाएगा। लेकिन जब तक उन पर लगे आरोप गलत साबित नहीं होते हैं, तब तक के लिए उन्हें पद से हटाया जाना जरूरी है।
श्री मौर्य ने कहा कि बी0एस0पी0 सरकार मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट आने पर सरकार इस पर कार्यवाही करती है और मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर भी रखती है। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 सरकार पर अनावश्यक आरोप लगाने वाले विरोधी दलों की राज्य सरकारों को बताना चाहिए कि अपने-अपने राज्यों में उनके दलों की सरकारों ने मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट आने पर क्या कार्यवाही की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि उत्तर प्रदेश में छोटी-छोटी घटनाओं को लेकर राजनीति करने वाली विरोधी दलों की सरकारों द्वारा अपने राज्यों में मा0 लोकायुक्तों की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती और उस पर विरोधी पार्टियों की सरकारें मौन साधे रहती हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश, कर्नाटक एवं छत्तीसगढ़ में मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट पर कई गम्भीर मामलों में कोई कार्यवाही नहीं की गयी और उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ मामूली प्रकरणों में केवल दिखाने के लिए ही कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित गुजरात की सरकार ने तो अभी तक वर्षों से खाली मा0 लोकायुक्त के पद को भरने के बजाए मुकदमेंबाजी में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि यही हाल कांग्रेस शासित राज्यों एवं अन्य विरोधी दलों की सरकारों का भी है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि कांग्रेस शासित दिल्ली की सरकार के दो मंत्रियों के विरूद्ध वहां के मा0 लोकायुक्त ने रिपोर्ट दी, लेकिन राज्य सरकार ने मा0 लोकायुक्त की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं की, बल्कि राज्य सरकार उन मंत्रियों को बचाने में लगी है।
श्री मौर्य ने कहा कि बी0एस0पी0 की बेबुनियाद आलोचना करने वाले सपा के नेताओं को भी अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं को बताना चाहिए कि प्रदेश में उनकी सरकार के दौरान मा0 लोकायुक्त की रिपोर्टों पर क्या कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि सपा शासन के दौरान तो पूरे प्रदेश में गुंडे, माफियाओं एवं भ्रष्टाचारियों का बोलबाला था। तत्कालीन राज्य सरकार इनके विरूद्ध कार्यवाही करने के बजाए अपराधियों को बचाए रखने में लगी रही। उन्होंने कहा कि सपा को बी0एस0पी0 सरकार पर अंगुली उठाने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि विरोधी पार्टियां, बी0एस0पी0 सरकार द्वारा भ्रष्टाचार एवं राजनीति में अपराधीकरण के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान से परेशान है और उन्हें डर है कि उनकी असलियत जनता के सामने जाहिर हो जाएगी। इसीलिए विरोधी पार्टियां बी0एस0पी0 पर बेबुनियाद एवं तथ्यहीन आरोप लगाने से बाज नहीं आती। उन्होंने कहा कि जनता विरोधी पार्टियों की इस घटिया राजनीति को अच्छी तरह से समझती है और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भी जरूर भुगतना पड़ेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2011 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को तथा श्रम विभाग कैबिनेट मंत्री श्री इन्द्रजीत सरोज को आवंटित कर दिया है।
यह जानकारी आज यहां सरकारी प्रवक्ता ने दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2011 by admin
मुख्यमंत्री ने अपने शासनकाल में उपलब्धियों से ज्यादा होर्डिगें लगवाई है और विज्ञापन छपवाएं है। करोड़ो रूपए फूंककर कर अपनी पत्थर की प्रतिमाएं लगवाई है। अपनी तारीफ अपने मुंह करने में उनका कोई सानी नहीं। साढ़े चार साल तक कुछ न करने के बावजूद वे ढिंढोरा पीट रही है कि उनसा कोई और नहीं। लेकिन लोकायुक्त के यहां उनके मंत्रियों, विधायकों और अफसरों के यहां दर्ज शिकायतों की बढ़ती सख्या जताती है कि उनके भ्रष्ट कुशासन से हर वर्ग कितना त्रस्त है।
लोकायुक्त की सिफारिश पर, सीबीआई जांच के घेरे में आने पर, कई मंत्री हटे या हटाए गए। हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार के मामलों में अब तक आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री विधायक जेल जा चुके हैं। इसलिए केन्द्र सरकार को नियम 356 का इस्तेमाल कर अब पूरी राज्य सरकार को ही बर्खास्त कर देना चाहिए क्योंकि यह सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचारियो, बलात्कारियों एवं अत्याचारियों से भरी पड़ी है। मुख्यमंत्री की यह खासियत है कि वे स्वयं तो वसूली निर्ममतासे करती है किन्तु जांच की आंच अपनी चैखट तक आते देखकर तुरन्त दूसरों को बलि का बकरा बना देती है। स्वास्थ्य मिशन के घ् ाोटाले और सीएमओ हत्याकाण्ड में दो मंत्रियों का इस्तीफा हुआ। प्रदेश के शिक्षामंत्री रंगनाथ मिश्र भी अब लोकायुक्त की जांच में आय से अधिक सम्पत्ति बटोरने के दोषी पाए गए हैं। इससे पहले अवैध कब्जे और पद के दुरूपयोग में अवधपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी हटाए जा चुके हैं। श्रममंत्री भी निबटने वाले हैं। लूट तथा वसूली का ही करोबार सरकारी स्तर पर चल रहा है। बसपा सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में समाज के हर वर्ग को अपमानित किया है। दमन का सहारा लेकर हर विरोधी आवाज को लाठी गोली से कुचलने का काम किया है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न में इस सरकार ने कुछ उठा नहीं रखा है। जितने झूठे मुकदमे इस सरकार ने बनाए हैं उतने शायद ही दुनिया से कहीं दर्ज हुए हो। तानाशाही का आलम यह है कि धरना प्रदर्शन के लिए भी सरकार से अनुमति लेने का शासनादेश जारी किया गया है। लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर यह चोट निन्दनीय है। अब इस सरकार के थोड़े ही दिन बचे हैं। जाते-जाते यह झूठ और लूट का प्रचंड तांडव करने से नहीं चूकेगी। प्रदेश की स्थिति और न बिगड़े तथा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हों, इसके लिए इस सरकार का जाना जरूरी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2011 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने 13 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक उ0प्र0 में दो ’जन स्वाभिमान’ यात्राओं का निकलने का निर्णय किया है। पार्टी के प्रदे”ा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि का”ाी से भारत माता मंदिर और मथुरा के नंगला चन्द्रभान (पं0 दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली) से “ाुरू होने वाली इन यात्राओं में पार्टी प्रदे”ा सरकार के भ्र’टाचार, बदहाल कानून-व्यवस्था, जन धन की लूट को प्रमुखता से उठाएगी।
प्रदे”ा प्रवक्ता ने बताया कि मथुरा से “ाुरू होने वाली यात्रा का नेतृत्व पार्टी के वरि’ठ नेता राजनाथ सिंह करेंगे तथा का”ाी से “ाुरू होने वाली यात्रा का नेतृत्व कलराज मिश्र करेंगे। प्रथम चरण में पार्टी के नेताओं का 31 जनपदों में जाना होगा। मथुरा से चलने वाली यात्रा लखीमपुर खीरी में तथा का”ाी से चलने वाली यात्रा जालौन में अपने प्रथम चरण की यात्रा का 22 अक्टूबर को समापन करेगी।
श्री पाठक ने कहा कि ’’किसने खाया लूट का माल-कैसे फैला जुल्म का जाल’’ भ्र’टाचार मुक्त, अपराध मुक्त विकाय युक्त प्रदे”ा के निर्माण के लिए भाजपा का साथ देने के आह्वान के साथ “ाुरू होने वाली इन यात्राओं में पार्टी के वरि’ठ नेता भी जगह-जगह भागीदारी करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 October 2011 by admin
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आज लोकायुक्त द्वारा प्रदेश सरकार के माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र को जमीन पर अवैध कब्जा करने व आय से अधिक सम्पत्ति और मंत्रिपद का दुरूपयोग करने का दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सी0बी0आई0 से जांच कराए जाने तथा उनको पदमुक्त करने के निर्णय का स्वागत किया है। श्री शाही ने कहा कि इससे पूर्व भी प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों को ऐसे ही आरोपों के चलते अपनी कुर्सी गवानी पड़ी है, अवधपाल, राजेश त्रिपाठी आदि इसके ताजा उदाहरण हैं। बसपा सरकार के मंत्री ही नहीं अपितु कई सांसद तथा विधायक भी भ्रष्टाचार, बलात्कार तथा अपनी निधि की बंदरबांट के आरोपों से घिरे हैं। लोकायुक्त द्वारा हाल के दिनों में दिए गए निर्णयों से यह बात सिद्ध हो गई है कि बसपा सरकार का मंत्रिमंडल भ्रष्टाचार के कुंए में डूबा हुआ है।
श्री शाही ने कहा कि एक प्रकार से इस सरकार के मंत्रिमंडल को महाभ्रष्ट मंत्रिमंडल कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। सरकार ने जनता के विकास के लिए खर्च होने वाले धन को भ्रष्टाचार की भट्टी में झोंक दिया। भारतीय जनता पार्टी मायावती सरकार की इस लूट का पर्दाफाश अपनी 100 घोटालों की पुस्तक में कर चुकी है जिसमें दो लाख 54 हजार करोड़ रूपए के धन की लूट-खसोट को प्रमाण सहित बताया गया है। प्रदेश की मुखिया मायावती सार्वजनिक मंचों पर नोटों की माला पहनकर दो जून की रोटी भी न जुटा पाने वाले लोगों के मुंह पर तमाचा मारती रही है। गरीब जनता का शोषण करना इस सरकार की आदत बन चुकी है।
श्री शाही ने कहा कि महान् समाजसेवी अन्ना हजारे के आंदोलन की उत्तर प्रदेश में प्रासंगिकता है भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठने से बसपा, सपा व कांगे्रस में बेचैनी बड़ी है। भ्रष्ट पार्टियों का आपसी सांठगांठ अब देश व प्रदेश की जनता जान चुकी है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने तथा सुशासन का राज स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और जनता का आर्शीवाद लेकर आने वाले 2012 में विधानसभा चुनाव में सरकार बनाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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