Archive | September 27th, 2011

देश में मुस्लिम व जाट समाज को अन्य पिछड़े वर्गों की केन्द्रीय सूची में, इनका आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ सभी मामलों में आरक्षण दिये जाने

Posted on 27 September 2011 by admin

और इसी आधार पर प्रदेश में अन्य पिछड़े वर्गों की कुछ जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में, इनका भी आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ शामिल किये जाने तथा देश में अनुसूचित जाति/जनजाति की आरक्षण सम्बन्धी सभी समस्याओं का निराकरण करने
व अपरकास्ट समाज में से गरीब लोगों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिये जाने के सम्बन्ध में माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी द्वारा, केन्द्र सरकार को पुनः चिट्ठी लिखी गयी

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने केन्द्र सरकार से देश में मुस्लिम व जाट समाज को अन्य पिछड़े वर्गों की केन्द्रीय सूची में, इनका आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ सभी मामलों में आरक्षण दिये जाने और इसी आधार पर प्रदेश में अन्य पिछड़े वर्गों की कुछ जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में, इनका भी आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ शामिल किये जाने की मांग की है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने देश में अनुसूचित जाति/जनजाति की आरक्षण सम्बन्धी सभी समस्याओं का निराकरण करने व अपरकास्ट समाज में से गरीब लोगों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिये जाने की भी मांग की है। इस सम्बन्ध में मा0 प्रधानमंत्री डाॅ0 मनमोहन सिंह को आज पुनः लिखे गये अपने पत्र में उन्होंने कहा कि देश के व्यापक हित में इन सभी मामलों की गंभीरता के मद्देनज़र तत्काल इन मुद्दों पर समुचित कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने 14 सितम्बर 2011 को लिखे अपने पत्र के माध्यम से देश में अल्पसंख्यकों, विशेषतः मुस्लिम समुदाय के उत्थान के लिये आरक्षण सहित सार्थक प्रयास प्राथमिकता के आधार पर करने एवं 15 सितम्बर 2011 के दो पत्रों द्वारा उŸार प्रदेश की जाट जाति/समुदाय को अन्य पिछड़े वर्गों की “केन्द्रीय सूची” में शामिल करने, सवर्ण जातियों के ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रहे नागरिकों को भी आरक्षण लाभ दिये जाने के साथ-साथ अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लोगों के केन्द्र सरकार की नौकरी में बैकलाॅग भरने व निजी क्षेत्र एवं माननीय न्यायपालिका आदि में आरक्षण दिये जाने का अनुरोध किया था।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सभी मामले अति संवेदनशील व राष्ट्रीय महŸव के हैं, इसी कारण उन्हें इन मामलों को काफी स्पष्ट करते हुये फिर से पत्र लिखने की आवश्यकता महसूस हुयी है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने अल्पसंख्यक समुदाय विशेषकर मुस्लिम समुदाय के उत्थान के सम्बन्ध में अपनी सरकार की प्रतिबद्धताओं के दृष्टिगत् मा0 प्रधानमंत्री जी का ध्यान आकृष्ट करते हुए लिखा है कि अल्पसंख्यक समुदाय के उत्थान हेतु आरक्षण सहित सार्थक क़दम उठाये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिये सच्चर कमेटी द्वारा गहन विचार के पश्चात् अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिये कई सुझाव दिये गये, जिनमें मुख्यतः शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देना, आर्थिक कार्यकलापों और रोज़गार में समुचित हिस्सेदारी, अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्तियों के जीवन स्तर की दशा में सुधार करना तथा साम्प्रदायिकता एवं हिंसा पर नियंत्रण एवं रोकथाम करना शामिल है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय संविधान में सभी धर्मों के लोगों के लिये जीवन में आगे बढ़ने हेतु अवसरों की नींव रखी गयी है। लेकिन धार्मिक अल्पसंख्यक, विशेषतः मुस्लिम समुदाय, जिन की आबादी बहुत अधिक है, देश के स्वतंत्र होने के 64 वर्षों के दीर्घ अन्तराल के बाद भी अभी तक पिछड़ा हुआ है, जिसका उल्लेख सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में भी किया गया है। उनका मानना है कि अल्पसंख्यकों, विशेषतः मुस्लिम समुदाय की स्थिति में यदि परिवर्तन लाना है तो उन्हें शिक्षा, सेवायोजन तथा जीवन के अन्य सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिये अवसरों में वृद्धि सुलभ कराये जाने की नितान्त आवश्यकता है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि ‘‘इस दृष्टि से देश में अन्य पिछड़े वर्गों की केन्द्रीय सूची में, इनका आरक्षण कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ, मुस्लिम समाज को सभी मामलों में आरक्षण दिये जाने के लिए, भारतीय संविधान में संशोधन करके अपेक्षित प्राविधान करने पर विचार किया जाये, जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध है।‘‘
इसी तरह माननीया मुख्यमंत्री जी ने जाट समुदाय को केन्द्र सरकार की पिछड़ा वर्ग की सूची व अन्य पिछड़े वर्गों की अनेकों जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के सम्बंध में मा0 प्रधानमंत्री जी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लिखा है कि जाट जाति के व्यक्ति मुख्यतः कृषि एवं कृषि सम्बन्धी अन्य कार्यों से जीविकोपार्जन करते हैं। प्रत्येक परिवार हेतु कृषि योग्य भूमि के कम हो जाने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति कमज़ोर है। इसके अतिरिक्त जाट जाति के व्यक्ति शैक्षणिक रूप से भी पिछड़े हुये हैं। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बालिकायें, बालकों की अपेक्षा अधिक पिछड़ी हुयी हैं। इस समुदाय का प्रतिनिधित्व केन्द्रीय सेवाओं में पर्याप्त नहीं है। उŸार प्रदेश में भी जाट जाति सामाजिक एवं शैक्षिणिक रूप से पिछड़ी हुयी है। इसे दृष्टिगत् रखते हुये प्रदेश सरकार की अधिसूचना 10 मार्च, 2000 द्वारा प्रदेश के अन्य पिछड़े वर्गों की सूची में “जाट” जाति को सम्मिलित किया गया है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने अन्य पिछड़े वर्ग की केन्द्रीय सूची में राजस्थान राज्य की सूची में जाट जाति को (धौलपुर एवं भरतपुर ज़िलों को छोड़कर) अधिसूचना दिनांक 27 अक्तूबर, 1999 द्वारा सम्मिलित किये जाने का उल्लेख करते हुए लिखा है कि राजस्थान उŸार प्रदेश से सटा हुआ राज्य है और राजस्थान के जाट जाति के लोगों और उŸार प्रदेश की जाट जाति के व्यक्तियों की सामाजिक एवं शैक्षणिक स्थिति लगभग एक जैसी ही है। इस आधार पर उŸार प्रदेश की जाट जाति को केन्द्र सरकार की अन्य पिछड़े वर्ग की सूची में सम्मिलित किये जाने का पर्याप्त आधार है। उनका दृढ़ अभिमत है कि जाट समुदाय की स्थिति में यदि परिवर्तन लाना है तो जाट समुदाय को शिक्षा, सेवायोजन तथा जीवन के अन्य सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिये अवसरों में वृद्धि सुलभ कराये जाने की नितान्त आवश्यकता है, जिस पर प्रदेश सरकार पूर्ण सहयोग के लिये प्रतिबद्ध है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अति महŸवपूर्ण विषय पर उŸार प्रदेश की जाट जाति/समुदाय को अन्य पिछड़े वर्गों की केन्द्रीय सूची में, इनका आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ सम्मिलित कराने का अनुरोध किया है।
माननीया सुश्री मायावती जी ने उŸार प्रदेश में निवास करने वाली अन्य पिछड़े वर्गों की अनेकों जातियों जिनमें, कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, बिन्द, कहार, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोंड, माझी, मछुआ, लोनिया, नोनिया, लोनिया-चैहान, पाल, बघेल व धनकर जातियों का अनुसूचित जाति की सूची में, इनका आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने व इनकी आबादी के हिसाब से, इनका अलग से कोटा निर्धारित करने की शर्त के साथ शामिल किये जाने के लिये भी अनुरोध किया है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने सवर्ण जातियों के ग़रीबों को भी आरक्षण का लाभ दिये जाने की मांग करते हुए मा0 प्रधानमंत्री जी को स्मरण कराया कि अपनी सरकार के गठन के बाद जुलाई, 2007 के दूसरे पखवारे में, उन्होंने मा0 प्रधानमंत्री जी से भेंट की थी। इस भेंट के दौरान उन्होंने प्रदेश के सर्वांगीण विकास, विशेषतः पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड क्षेत्रों के पिछड़ेपन को दूर करने हेतु वहाँ अवस्थापना सुविधाओं की कमी को पूरा कराने, प्रदेश में कृषि तथा उससे सम्बंधित रोज़गार सृजन और इस क्षेत्र में 5 प्रतिशत् की विकास दर की प्राप्ति के लिये सरकार के प्रयासों को गति प्रदान करने के लक्ष्य को हासिल करने हेतु विशेष पैकेज की माँग की थी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस भेंट के दौरान उन्होंने यह भी निवेदन किया था कि प्रदेश के अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग, धार्मिक अल्पसंख्यक तथा सवर्ण समाज में ग़रीबी की रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रहे नागरिकों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये सरकार की प्रतिबद्धता को सार्थक बनाने हेतु भारत सरकार से आर्थिक सहयोग अपेक्षित है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने यह भी माँग की थी कि भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के लिये बनाई गयी आरक्षण नीति के अन्तर्गत् पूरे देश में आरक्षण का कोटा शीघ्र पूरा कराये जाने, देश में कमज़ोर वर्गों के लिये सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ निजी व माननीय न्यायपालिका तथा अन्य क्षेत्रों में भी आरक्षण लागू किये जाने तथा आरक्षण नीति को अब तक अछूते रह गये क्षेत्रों में भी प्राथमिकता से लागू कराया जाये।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने पूरे देश में उच्च वर्गों अर्थात् सवर्ण जातियों के ग़रीब लोगों, को आर्थिक आधार पर आरक्षण का लाभ दिये जाने के उद्देश्य से संविधान में संशोधन करते हुये आरक्षण नीति को नौवीं अनुसूची में शामिल करने का अनुरोध किया था। इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने पुनः आग्रह किया कि इस महŸवपूर्ण विषय पर सम्यक विचार करके “सवर्ण जातियों के ग़रीबी लोगों को भी आरक्षण नीति से आच्छादित करने हेतु शीघ्र गम्भीर प्रयास की पहल की जानी चाहिए।
अपने पत्र में माननीया मुख्यमंत्री जी ने अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों के लोगों को निजी क्षेत्र व माननीय न्यायपालिका आदि में भी आरक्षण दिये जाने की मांग करते हुए कहा कि देश में माननीय न्यायपालिका, मंत्रिपरिषद्, राज्य सभा, विधान परिषद् व प्राइवेट सेक्टर आदि क्षेत्रों में अनुसूचित जाति/ जनजाति वर्गों के लोगों को आरक्षण दिये जाने के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में उनके बैकलाग कोटा को भर्ती के माध्यम से पूरा करने तथा इनकी बढ़ी हुई आबादी के हिसाब से इनका आरक्षण कोटा बढ़ाने के सम्बंध में भी उन्होंने मा0 प्रधानमंत्री जी को कई बार पत्र लिखे हैं। इसके अलावा, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों के जो लोग धर्म परिवर्तन करके ईसाई अथवा मुस्लिम बन गये हैं, उन्हें भी अनुसूचित जाति/जनजाति की सूची में शामिल करने की भी माँग उन्होंने केन्द्र सरकार से लगातार की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सिक्ख समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर मेरठ जिले के बी.एस.पी. विधायक हाजी याकूब कुरैशी बी.एस.पी. से निलम्बित

Posted on 27 September 2011 by admin

  • बी.एस.पी. सभी धर्माें का आदर करने के साथ ही समाज में भाईचारा स्थापित करने की प्रबल पक्षधर है
  • हाजी याकूब कुरैशी को पार्टी व संगठन के किसी भीकार्यक्रम में शामिल न किये जाने के निर्देश

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी के आदेशानुसार, बहुजन समाज पार्टी ने मेरठ शहर से बी.एस.पी. विधायक हाजी याकूब कुरैशी को बी.एस.पी. से तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। उनके निर्देशानुसार भविष्य में श्री याकूब कुरैशी को पार्टी व संगठन के किसी भी कार्यक्रम में न तो बुलाया जायेगा और न ही सम्मिलित किया जायेगा।
बी.एस.पी. के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस निर्णय की जानकारी आज यहाँ देते हुये बताया कि हाजी याकूब कुरैशी वर्ष 2007 में विधानसभा के आम चुनाव में अपने खुद के द्वारा व बनायी गई पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुने गये थे और बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध करके फिर इन्होंने अपनी पार्टी को बी.एस.पी. में विलय कर दिया था। श्री कुरैशी पहले से ही विवादित रहे हैं और समय-समय पर विवादास्पद बयान देते रहे हैं। उन्होंने मेरठ में आधुनिक पशुवधशाला के शिलान्यास के मौके पर सिक्ख समुदाय के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया था, जिससे सिक्ख समुदाय की भावनाएं आहत हुईं थी और उनमें जबरदस्त आक्रोश फैल गया था।
श्री मौर्य ने कहा कि हाजी याकूब कुरैशी द्वारा सिक्ख समुदाय के बारे में दिया गया आपत्तिजनक बयान अनुशासनहीनता की परिधि में आता है और उन्होंने इस प्रकार आपत्तिजनक बयान देकर पार्टी के अनुशासन को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि बी.एस.पी. सभी धर्माें का आदर करती है और समाज में साम्प्रदायिक सद्भाव तथा आपसी भाईचारे के आधार पर चलती है। उन्होंने कहा कि बी.एस.पी. एक अनुशासनप्रिय राष्ट्रीय पार्टी है, जो अपने सदस्यों से यह अपेक्षा करती है कि वे पार्टी की विचारधारा, कार्यक्रमों व गतिविधियों में पूरी निष्ठा व लगन के साथ शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति इसका उल्लंघन करता है, उसके विरूद्ध पार्टी नेतृत्व द्वारा सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाती है। उन्होंने कहा कि बी.एस.पी. ने उनके इस बयान को बड़ी गम्भीरता से लेते हुये उन्हें पार्टी से निलम्बित करने का निर्णय लिया है।
श्री मौर्य ने कहा कि बी.एस.पी. किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करती और ऐसे पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करती है, जो पार्टी के नीतियों और विचारधारा के प्रतिकूल आचरण करते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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ड्राईवर की मौत के लिए सरकार को ही मुख्य अभियुक्त बताया

Posted on 27 September 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सरकार को लूट और वसूली सरकार की संज्ञा देते हुए चंदौली में आर0टी0ओ0 और उनके सहयोगियों की पिटाई से हुई ड्राईवर की मौत के लिए सरकार को ही मुख्य अभियुक्त बताया। प्रदेश प्रवक्ता विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि सरकार के इशारे पर पूरे राज्य में लूट जारी है, राजधानी लखनऊ में भी वाहनों को रोककर सरेआम जबरिया वसूली चल रही है। लोकायुक्त ने भी वसूली पर टिप्पणी की थी लेकिन सरकार ही लूटतंत्र को बढ़ावा दे रही है। चंदौली काण्ड में आर0टी0ओ0 व सहयोगी पुलिस वालों ने ट्रक को रोका। वसूली के लिए धमकाया। ड्राइवर की पिटाई की। वह मर गया। आर0टी0ओ0 व सहयोगी लाश को फेंककर भाग रहे थे। ट्रक के दूसरे सहयोगियों ने शोर मचाया। विरोध करने वालों पर फायरिंग की निन्दनीय घटना हुई।
दोषी आर0टी0ओ0 व अन्य अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने व फौरन गिरफ्तारी की मांग करते हुए श्री दीक्षित ने कहा कि चंदौली और उसके पास ही पिछड़े एक डेढ़ वर्ष में अनेक लोग इसी तरह की वसूली के चलते ही विभिन्न घटनाओं में मौत के शिकार हुए हैं। पूरे राज्य की यही स्थिति है। लेकिन सरकार वसूली से बाज नहीं आती। बहुजन सुखाय का नारा लगाने वाली सरकार “सर्वजन दुखाय” की हिंसक नीति पर चल रही है। प्रवक्ता ने कहा कि बसपा के लूटतंत्र का सच जनता के सामने भी उजागर हो चुका है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षक संघ ने एक दिवसीय धरना देकर दी सरकार को चेतावनी

Posted on 27 September 2011 by admin

जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर उ0प्र0 माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक संघ का  एक दिवसीय  धरना प्रान्तीय नेतृत्व के आवाहन पर हुआ। धरना स्थल पर पूरे जनपद के वित्त विहीन माध्यमिक विद्यालय से आये हुए सैकडांे शिक्षकों एंव शिक्षिकाआंे केा सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष हरिद्वार सिंह ने कहा कि आज हम प्रदेश के प्रत्येक जनपद के मुख्यालय पर धरना देकर जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्य मंत्री केा ज्ञापन देकर प्रदेश सरकार को चेतावनी दिया जा रहा है और यदि समय रहते वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं का सीध्र निस्तारण नही किया गया तो आगामी अक्टूबर माह में व्यापक संघर्ष की रणनीति के तहत आन्दोलन कर एक निर्णायक स्थिति के बाद ही समाप्त होगा।
कार्यक्रम संचालन कर रहे जिला महामंत्री देबेन्द्र कुमार पाठक  ने कहा कि संघर्षरत वित्तविहीन शिक्षकेां का आर्थिक एंव सामाजिक संकट गहराता जा रहा है‘‘ कुभुक्षित किं न करोति पापम्’’ की उक्ति को चरितार्थ करते हुए बताया कि यदि भविष्य में यह पीड़ा आक्रमक या अन्दोलनात्मक रूख अख्तियार कर लेती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी। मण्डल अध्यक्ष अनुराग द्विबेदी ने कहा कि अकेले उत्तर प्रदेश में वित्तविहीन शिक्षकेा के शोषण का अधिकार जिस नीति के तहत ईजाद किया गया है वह संविधान की मूल नैतिक भावनाअेां एंव जनतात्रिंक मूल्यों के विरूद्व है। इस अवसर पर जिला केाषाध्यक्ष मो0 मजहर द्वारा कहा गया कि आर्थिक एंव सामाजिक संरक्षण सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। प्रान्तीय संगठन मंत्री वायु नन्दन उपाध्याय ने संगठन की एकजुटता और मजबूती पर बल देते हुए आगामी आन्दोलन में भरपूर भागेदारी का आवाहन किया। इस मौके पर महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष डा0 रीता तिवारी,महामंत्री अलका सिंह,उपाध्यक्ष सरिता श्रीवास्तव, रीता श्रीवास्तव, संगठन मंत्री सरिता द्विबेदी, अविनाश, जितेन्द्र सिंह, जमुना प्रसाद गुप्त,बिजय श्रीवास्तव,राजनाथ यादव,रणबीर सिंह,अजीत पाण्डे,बृजेश सिंह,समरबहादुर सिंह,श्याम नरायण पाण्डेय,लोकेश शुक्ला,अत्री शुक्ला,अवधेश श्रीवास्तव, तीरथ राज सिंह,केडी मौर्या,विन्दू तिवारी,आशिक अली,माजिद अहमद आदि सैकडो वित्तविहीन शिक्षक कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आगामी चुनाव में किसान मित्र करेंगे बसपा सरकार का विरोध

Posted on 27 September 2011 by admin

किसान मित्रों ने  बकाये मानदेय के भुगतान के लिए किसान मित्र वेलफेयर एशोसिएशन ने शहीद पार्क , जिला पंचायत में एक बैठक की। बैठक में बागामी कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए बताया कि किसान मित्रों को सिर्फ 1000 रू0 प्रति माह मानदेय तथा 220 रू0 यात्रा भत्ता दिया जाता है। परन्तु सरकार कर निरंकुशता के चलते अप्रैल 2010 से अब तक किसान मित्रों का मानदेय बकाया है। मानदेय का भुगतान न होने ने कारण उनका परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है। किसान मित्रों की एनजीओ के माध्यम से हो रही भर्ती का विरोध भी किया गया। किसान मित्रों ने सर्व सम्मति से बैठक में निर्णय लिया कि यदि मानदेय का भुगतान शीर्घ न किया गया तो आगामी विधान सभा के चुनाव में बसपा सरकार का विरोध करेंगे। बैठक में शिव नायक वर्मा, राजीव सिंह, सन्दीप पाण्डेय, शिव मूर्ति यादव, लालेन्द्र प्रताप सिंह, करूणा निधान, मनोज कुमार, पारस राम, कृष्ण कुमार,राजेन्द्र कुमार यादव, राहुल गुप्ता,जगदीश प्रसाद, अरविन्द मौर्या, वेद प्रकाश, लाल बहादुर, अनिल कुमार, श्याम बहादुर, गोरख नाथ सिंह, राम जी एवं अमर बहादुर यादव मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मैं प्लेब्वाय के लिये पोज दूंगा यदि इसके मुख पृष्ठ पर पुरूषों को स्थान दिया जायेगा, अक्षय कुमार ने यूटीवी स्टार्स के शो अप क्लोज एंड पर्सनल विद पीजेड में इस का खुलासा किया !

Posted on 27 September 2011 by admin

_mg_6117आखिर कौन ऐसा होगा जो एक पत्रिका के मुखपृष्ठ पर नहीं आना चाहता है? नामचीन हस्तियां अति प्रतिष्ठित पत्रिकाओं के मुख पृष्ठ पर आये दिन नजर आती रहती हैं। और अब बात करें प्लेब्वाय मैगनीज की जिसके बारे में प्रायः सभी जानते हैं। हम सभी यह जानते हैं कि यह किसके लिये प्रसिद्ध है और अपना अक्की इसके लिये पोज देना चाहता है। लेकिन उसकी एक ही शर्त है, उनका कहना है कि, ‘‘मैं तभी प्लेब्वाय के लिये पोज दंूगा जब इसके मुख पृष्ठ पर पुरूषों को स्थान मिलेगा।‘‘

अप क्लोज एंड पर्सनल विद पीजेड में पुराने साथी अक्की और पीजेड एक दूसरे से दिलफरेब बातें करते नजर आयेंगे। प्रिटी ने जब अक्की से उनके पुराने दिनों तथा फिल्म इंडस्ट्री में श्री गणेश के विषय में पूछा तब अक्की ने कहा कि, ‘मेरे पिता मेरे सबसे बड़े प्रशंसक हैं।’’ फिल्मों के विषय में बात करते हुये अक्की ने प्रिटी के साथ की गयी एक फिल्म के एक वाक्ये के विषय में बताया। एक शाॅट के पूर्ण होने के उपरान्त प्रिटी अक्षय के पीछे-पीछे आने लगी और एक सीमा के बाद अक्षय ने अपना धैर्य खो दिया और झंुझला कर कहा कि, ‘‘मेरे पीछे-पीछे क्यों आ रही है  मेरी मां, मैं बाथरूम जा रहा हूं।’’

बाॅलीवुड की कार्य नैतिकता पर चर्चा करते हुये अक्षय ने प्रिटी के समक्ष यह खुलासा किया कि एक बार एक निर्देशक ने कहा था कि ईश्वर स्क्रिप्ट लिखता है। इससे प्रेरित हो कर अक्षय स्वयं ही अपने लिये एक सीन हेतु स्क्रिप्ट की ड्राफ्टिंग कर रहे हैं और अपने सह-कलाकार के लिये डायलाॅग लिख रहे हैं।

देखिये आकर्षक, भावुक एवं साफ दिल अक्षय कुमार को अप क्लोज एंड पर्सनल विद पीजेड में 1 अक्टूबर 2011 को सायं 7 बजे केवल यूटीवी स्टार्स पर!

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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दिल्ली के करन छाबड़ा सुपरस्टड बने!

Posted on 27 September 2011 by admin

रो डियो प्रजेन्ट्स यूटीवी बिन्दास सुपरस्टड! पावर्ड बाई स्प्रेमिंट का ग्रैंड फिनाले

120855331एक मात्र ऐसा शो जो महिलाओं की जटिल मनःस्थिति को खंगालने के लिये लक्षित है-यानि ‘सुपरस्टड‘ जो 3 सप्ताह की गहरी जद्दोजहद के बाद अपने परवान पर पंहुचा है और इसमें से एक शक्स सुपरस्टड के रूप में उभर कर सामने आया है।

समूचे भारत में हजारों लोगों ने आॅडिशन दिया, जिसमें से 13 चुने गये और इसमें से 3 फाइनल में पंहुचे और इनमें से करन छाबड़ा को डेनवर रो डियो प्रजेन्ट्स यूटीवी बिन्दास सुपरस्टड का विजेता घोषित किया गया। करन ने दिल्ली के ही अपने साथी लड़कों हर्षित और सिद्धान्त को पराजित किया, जो काफी जुझारू प्रतिभागी थे, लेकिन करन ने अपने आकर्षण, सुरूचिपूर्णता एवं सहजता से सभी को चमत्कृत कर दिया।

इस शो के दौरान ये लड़के न सिर्फ स्टड गुरू अस्मित पटेल द्वारा दी गयी चुनौतियों से रू-ब-रू हुये, बल्कि उन्हें इस शो में आने वाली अनेक हस्तियों एवं आकर्षक महिलाओं के अनुरूप भी प्रदर्शन करना पड़ा। ये स्टड्स अनेक टास्क्स में एक दूसरे के साथ सफलतापूर्वक जद्दोेजहद करते रहे और इस दौरान न सिर्फ उनकी शारीरिक, बल्कि मानसिक तेजी एवं व्यक्तित्व के करिश्में का आकलन भी किया गया।

अपनी विजय पर टिप्पणी करते हुये करन छाबड़ा ने कहा कि, ‘‘सुपरस्टड जीतना निश्चित रूप से आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला रहा है और इस शो का हिस्सा बनने  से निश्चित रूप से मेरे व्यक्तित्व में निखार आया है। मैंने अपनी बुद्धि एवं आकर्षण से इस शो को जीता है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह अनेक युवाओं को प्रेरित करेगा। और अंत में सबसे महत्वपूर्ण बात मैं यह कहना चाहंुगा कि सुपरस्टड मेरे व्यक्तित्व को पूरी तरह से बदल देने वाली घटना रही है और इसने मुझे अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित किया है।’’

फाइनल टास्क के लिये स्टड गुरू अस्मित पटेेल ने इन तीनों लड़कों को एक रोचक टास्क दिया, जो कि फाइनल में सफलता का चरम बिंदु था, इस चार स्तरीय चुनौती की शुरूआत कुछ सहज वार्तालाप के साथ एक लड़की के दिल को लुभाने से हुयी, इसके बाद उसे एक मादक संदेश देने की बारी थी और इसके बाद एक सेक्सी साल्सा धुन पर उसे नचाने का मौका आया और अंततः जो सबसे बड़ी चुनौती थी उस लड़की का चुंबन हासिल करना, और वह भी उसे प्रभावित कर उसकी इच्छा से।

करन ने इन सारे टास्क्स को बखूबी अंजाम देने में अदम्य आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया और दो लोगों के लिये एक खूबसूरत अन्तर्राष्ट्रीय गंतव्य के लिये पेड ट्रिप का हकदार बना। करन के जीवन की यह एक अत्यंत यादगार यात्रा रही, जिसमें उसे एक बिलकुल नया आत्मविश्वास प्राप्त हुआ और अब वह दुनिया भर में और खास कर लाॅस वेगास में अपना जलवा बिखेरने के लिये तैयार है।

करन की विजय पर टिप्पणी करते हुये स्टड गुरू अस्मित पटेल ने कहा कि, ‘‘करन सही मायनों में विजय का हकदार था, उसमें किसी भी महिला को आकर्षित करने के लिये आवश्यक गुण मौजूद हैं। सुपरस्टड में आकर उसे अपने आत्मविश्वास एवं तेवर को दिखाने का अवसर मिला है। मैं उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं और मुझे पूर्ण विश्वास है कि वह जिस क्षेत्र में भी जायेगा वहां पर अपनी चमक बिखेरेगा। मुझे पूरी आशा है कि वह इस यात्रा में खूब मस्ती करेगा और अपने दिमाग से सोचेगा और दिल से फ्लर्ट करेगा।’’

बिन्दास के विषय मेंः
सितम्बर 2007 में लाॅन्च, बिन्दास भारतीय युवाओं के लिये पहला सम्पूर्ण एंटरटेनमेंट ब्रांड है। मस्ती, मजा, निडरता और भारतीयता के बिन्दास ब्रांड मूल्यों ने एक ऐसा कम्युनिटी बिल्डिंग प्लेटफार्म तैयार किया है, जो भारतीय युवाओं को टीवी, फिल्मों, वेब, मोबाइल, जमीनी और कैम्पस आयोजनों की ताकत के इस्तेमाल के जरिये एक सूत्र में पिरोता है।

युवाओं को आकर्षित करने वाली, अच्छी तरह अनुसंधानित शैलियों, एक्शन थ्रिलर्स, काॅमेडी, मैजिक, रियलिटी, गेम शो आदि के कार्यक्रमों का अनूठा संयोजन बिन्दास पेश करता है। इस वक्त बिन्दास 64 फीसदी भारतीय युवाओं तक पहुंचता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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भाजपा ने मनाया प. दीनदयाल उपाध्याय का जन्म दिन समारोह

Posted on 27 September 2011 by admin

जनसंघ के कार्यकर्ताओं का हुआ सम्मान

spn-06भारतीय जनता पार्टी द्वारा एकात्म मानववाद के प्रणेता जनसंघ के संस्थापक पं. दीन दयाल उपाध्याय का जन्म दिवस एक मैरिज लाॅन में मनाया गया और उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि डाॅ प्रकाश मालगावे ने कहा कि पंडित दीन दयाल जी का दर्शन जिस काल मंे आया था उस समय और आज के समय में भिन्नता नहीं है।  उन्हांेेने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित जी ने यह सोचा नहीं था कि स्वतंत्रता के बाद देश के राजनैतिज्ञों का इतना पतन हो जायेगा और राजनीति भ्रष्ट लोगों के हाथांे में चली जायेगी। आज देश के उच्च पदों पर बैठे लोगों को कानून का भी भय नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में लोग हमारी नकल करके आगे बढ़े हैं। आज देश का दुर्भाग्य है कि हम उनकी नकल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्र में केाई खतरा बढ़ता है तो देश के लोगों की एक जैसी ही प्रतिक्रिया होती है। जन्म दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कश्यप ने कहा कि देश व प्रदेश में दलितों व किसानों का उत्पीड़न नहीं है प्रदेश की मुख्यमंत्री केवल जाति के नाम पर वोट ले रही है। नगर विधायक सुरेश खन्ना ने कहा कि पं दीन दयाल उपाध्याय जी असाधारण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। विधायिका कृष्णाराज ने कहा कि उनका सपना साकार करने के लिए सभी को भ्रष्ट सरकारों को हटा देना चाहिए। जिलाध्यक्ष सत्यभान सिंह भदौरिया ने कहा कि  2012 के चुनाव में भाजपा को भारी विजय दिलाकर उनके सपने को साकार करने का संकल्प लें। समारोह में जनसंघ कालीन कार्यकर्ताओं में चोवर लाल, आदित्य प्रकाश, किशन लाल, राजेन्द्र प्रसाद, रमाऔतार, राजेन्द्र सिंह को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राजाराम मिश्र, रामप्रकाश श्रीवास्तव, श्याम नारायन मिश्र, दलसिंह यादव, वीरेन्द्र पाल सिंह, रजनीश दीक्षित, छोटे सिंह, शम्भू शरण त्रिवेदी, नेतराम, जयेन्द्र प्रताप सिंह, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, नत्थू सिंह, राजकुमार दीक्षित आदि शामिल रहे। संचालन सत्यपाल सिंह चैाहान व संतोष दीक्षित ने संयुक्त रूप से किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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